मुख्यमंत्री धामी ने राज्य के प्रत्येक जनपद और महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल हवाई सेवा से जोड़ने के दिए निर्देश, राज्य में लगभग 5000 होमस्टे होंगे ऑनलाइन पोर्टल का लिंक देखें

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में हेली सेवाओं के विस्तार के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रत्येक जनपद और महत्वपूर्ण पर्यटक स्थल हवाई सेवा से जुड़े इस दिशा में तेजी से कार्य किये जाएं। जौलीग्रांट के साथ ही पंतनगर एयरपोर्ट पर नाइट लैंडिंग की व्यवस्था तथा इनके विस्तारीकरण एवं अवस्थापना सुविधाओं के विकास पर भी ध्यान देने को कहा है। मुख्यमंत्री ने चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों एवं पर्यटकों को बेहतर हवाई सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु टिकट बुकिंग एवं टिकटों की ब्लैक मार्केटिंग रोकने के लिये भी कारगर व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने पर ध्यान देने को कहा है।

गुरूवार को सचिवालय में नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण के निदेशक मण्डल की नवीं बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि राज्य में हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। केन्द्र सरकार के स्तर पर इसके लिए जो भी सहयोग की आवश्यकता है, उसका पूरा प्रस्ताव बनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून के साथ ही पंतनगर एयरपोर्ट की देश के प्रमुख शहरों से कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में कार्य किये जाए। पंतनगर एयरपोर्ट क्षेत्र में भूमि का सही उपयोग हो, इसके लिए भी उन्होंने मास्टर प्लान बनाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में उद्योगों को बढ़ावा देने तथा डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड की सफलता के लिए हवाई कनेक्टिविटी को विस्तार तथा मजबूती प्रदान करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि बेहतर हवाई सुविधाओं के आधार पर हमें लोगों को उत्तराखण्ड आने के लिये प्रेरित करना होगा।

 मुख्यमंत्री ने यूकाडा से आय के संसाधनों में वृद्धि के प्रयासों पर भी ध्यान देने को कहा। उन्होंने नैनी सैनी, चिन्यालीसौड एवं गौचर हवाई पट्टियों को भी सुविधायुक्त बनाये जाने को कहा ताकि यहां पर भी छोटे वायुयान की सुविधा उपलब्ध हो सके। उन्होंने उड़ान योजना के तहत विकसित किये जा रहे हेलीपोर्टों को भी आवश्यक संसाधनों से सुविधायुक्त बनाये जाने पर भी ध्यान देने को कहा। मुख्यमंत्री ने हेलीपैड, ग्राउंड और हैंगर के लैडिंग, पार्किंग शुल्क बढ़ाये जाने के प्रस्ताव को युक्ति संगत बनाये जाने को कहा। 

बैठक में राज्य के लिए नये वायुयान खरीदने के प्रस्ताव पर सहमति बनी कि इसके खरीदने की प्रक्रिया शुरू की जाय। नया वायुयान खरीदे जाने तक एक वायुयान लीज पर लिया जाए। हेली सेवा संचालन के लिए आपातकालीन स्थिति में हवाई यातायात नियंत्रक (ए.टी.सी) से संपर्क स्थापित करने के लिए श्री केदारनाथ धाम एवं सहस्त्रधारा हेलीपैड पर मानवयुक्त यातायात नियंत्रक केन्द्र स्थापित करने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी से एमओयू किये जाने तथा उस पर आने वाले व्यय के सबंध में अनुमोदन प्रदान किया गया। कुमांऊ मण्डल क्षेत्र में हेलीकॉप्टर में तेल भरने के लिए एक फ्यूल पम्प एवं तेल के बैरल परिवहन करने के लिए वाहन क्रय किये जाने के लिए अनुमोदन दिया गया। बैठक में यूकाडा की विगत बैठक की कार्यवाही की पुष्टि के साथ ही वर्तमान बैठक में प्रस्तुत विभिन्न विषयों पर चर्चा के साथ ही सहमति प्रदान की गई।

इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव श्री आनंद बर्द्धन, सचिव श्री बृजेश संत, डॉ. वी. षणमुगम, श्री विनय शंकर पाण्डेय, मुख्य कार्यकारी अधिकारी यूकाडा श्री सी. रविशंकर एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

 *उत्तराखंड में हुई देश के पहले राज्य प्रायोजित ऑनलाइन होमस्टे बुकिंग पोर्टल की शुरुआत*

*राज्य में लगभग 5000 होमस्टे को किया जायेगा ऑनलाइन*

*भविष्य में वेलनेस सेंटरों को होमस्टे के साथ जोड़ने की भी है योजना*

*ऑनलाइन होमस्टे बुकिंग पोर्टल से राज्य में पर्यटन को बढावा देने में मिलेगी मदद-मुख्यमंत्री*

उत्तराखंड में होमस्टे के लिए बुकिंग अब www.uttarastays.com पर की जा सकती है। किसी भी राज्य में पर्यटन विभाग द्वारा यह पहली ऐसी पहल है जहां राज्य प्रायोजित होमस्टे बुकिंग पोर्टल लॉन्च किया गया है। 

सचिव पर्यटन/मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद श्री सचिन कुर्वे ने बताया कि राज्य में होमस्टे के बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाने हेतु यह तीन-आयामी रणनीति, जिसमें सब्सिडी के माध्यम से सहायता, होमस्टे मालिकों को कौशल प्रशिक्षण और ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से बुकिंग एक मील का पत्थर साबित होगी। उन्होंने सभी होमस्टे मालिकों को अपने होमस्टे को पोर्टल पर पंजीकृत कराने के लिए भी आमंत्रित किया है। उपयोगकर्ता प्लेटफॉर्म पर होमस्टे को रेटिंग भी दे सकते हैं जिसके माध्यम से होमस्टे संचालकों को उनकी सेवाओं पर वास्तविक प्रतिक्रिया मिलेगी, इससे उन्हें अपनी सेवाओं में सुधार करने का अवसर भी प्राप्त होगा।

उन्होंने कहा कि भविष्य में होमस्टे को विभिन्न क्षेत्रों में स्थापित वेलनेस सेंटरों के साथ जोड़ने की भी योजना है ताकि पर्यटकों को योग, प्राकृतिक चिकित्सा, पंचकर्म, आयुर्वेदिक मसाज आदि जैसी सेवाओं का भी लाभ मिल सके। 

*राज्य में पर्यटन को बढावा देने के लिये होमस्टे योजना प्रभावी माध्यम है। होमस्टे बुकिंग पोर्टल की शुरूआत, होमस्टे संचालकों की आर्थिकी को भी मजबूत करने वाला प्रयास है। इस पोर्टल से आम जनता को होमस्टे के बारे में सही जानकारी उपलबध कराने के साथ होमस्टे को ऑनलाइन बुक करने में सुविधा होगी। यह पहल होमस्टे मालिकों को बुकिंग के लिए एक ऑनलाइन माध्यम प्रदान करने का भी प्रयास है।*

 *इस ऑनलाइन पोर्टल के साथ पर्यटन विभाग द्वारा होमस्टे को बढ़ावा देने के लिए एक और आयाम जोड़ा गया है। इससे होमस्टे के मालिक होमस्टे के बारे में जानकारी प्रदान करके और इसके लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर करके अपने होमस्टे को इस पोर्टल पर बुकिंग हेतु पंजीकृत कर सकते हैं। उत्तराखंड पर्यटन विभाग विभिन्न पर्यटन संबंधी गतिविधियों के माध्यम से स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रतिबद्ध है। और यह पहल होमस्टे मालिकों को बिना किसी शुल्क के एक ऑनलाइन माध्यम प्रदान कर उनके राजस्व को बढ़ाने की दिशा में एक सशक्त और महत्वपूर्ण कदम है।*