आईएमए दीक्षांत परेड में देश को मिले 325 युवा सैन्य अफसर, जोशीमठ केे सुशांत कवांण भी बने लेफ्टिनेंट

आईएमए दीक्षांत परेड में देश को मिले 325 युवा सैन्य अफसर, जोशीमठ केे सुशांत कवांण भी बने लेफ्टिनेंट। 

रिमझिम बारिश के बीच आईएमए दीक्षांत परेड अपने नियत समय से आरंभ हुई। उप सेना प्रमुख ले जनरल एसके सैनी ने परेड की सलामी ली। सेना के बैंड की धुन, जवानों का हौंसला। एक साथ बढ़ते कदम। मन में नई उमंग व तरंग के साथ भारत माता तेरी कसम, तेरे रक्षक बनेंगे हम। आइएमए के इस गीत पर कदमताल करते हुए जेंटलमैन कैडेट ड्रिल स्क्वायर पर पहुंचे। अंतिम पग भरते ही जैसे ही जेंटलमैन कैडेट ने चेटबुड भवन में प्रवेश किया, तो आसमान से बारिश के साथ ही हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा होने लगी।हल्की हल्की बारिश ने तो मानो जवानों का जोश दोगुना कर दिया। देखने वालों के लिए ये पल रोमांचित करने वाला रहा। इसके साथ ही आज 325 नौजवान भारतीय सेना का हिस्सा बन गए। इसके साथ ही 70 विदेशी कैडेट भी पास आउट हुए। 
     कोरोना मेडिकल आपदा के चलते पासिंग आउट परेड में सभी स्तरों पर पूरी सावधानी बरती गई। दर्शक दीर्घा के साथ ही परेड के दौरान भी शारीरिक दूरी के नियमों का पूरा पालन किया गया। कैडेट के परिवार से दो लोगों को ही परेड देखने की अनुमति दी गई । जबकि पिछली परेड में अभिभावकों को तक कोरोना के चलते आमंत्रित नहीं किया गया था। अमूमन हर मार्चिंग दस्ते में दस कैडेट एक लाइन में होते हैं। इस बार इनकी संख्या आठ रखी गई। ताकि कैडेटों के बीच रहने वाली 0.5 मीटर की दूरी के बजाए दो मीटर की दूरी बनी रहे। इसके साथ ही जेंटलमैन कैडेटों के साथ ही सभी सैन्य अधिकारी भी मास्क पहने रहे। शानदार नजारा देख हर कोई हुआ मंत्रमुग्ध हो गया। सुबह आठ बजकर 45 मिनट पर मार्कर्स कॉल के साथ परेड का आगाज हुआ। कंपनी सार्जेंट मेजर अभिनव कुटलेरिया, सोनू शर्मा, नागवेंद्र सिंह रंधावा, अक्षत कौशल, नदीम अहमद वानी और रोहित शर्मा ने ड्रिल स्क्वायर पर अपनी-अपनी जगह ली। इसके बाद परेड कमांडर मज्जी गिरिधर ने ड्रिल स्क्वायर पर जगह ली। युवा सैन्य अधिकारी जब अंतिम पग भर रहे थे तो आसमान से हेलीकाप्टरों के जरिए उन पर पुष्प वर्षा हो रही थी।
पुरस्कार विजेता
उप सेना प्रमुख ने कैडेटों को ओवरऑल बेस्ट परफॉर्मेंस और अन्य उत्कृष्ट सम्मान से नवाजा। वतनदीप सिद्धू को स्वार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया, जबकि मज्जी गिरिधर को स्वर्ण, निदेश सिंह यादव को रजत व शिखर थापा को कांस्य पदक मिला। जसमिंदर पाल सिंह सिद्धू ने सिल्वर मेडल (टीजी) हासिल किया। तंदिन दोरजी सर्वश्रेष्ठ विदेशी कैडेट चुने गए। चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर कैसिनो कंपनी को मिला। इस दौरान आइएमए कमान्डेंट ले जनरल हरिंदर सिंह, डिप्टी कमान्डेंट मेजर जनरल जगजीत सिंह मंगत समेत कई सैन्य अधिकारी मौजूद थे।
इस बार पास आउट हुए कैडेट
इस बार 325 युवा सैन्य अधिकारी भारतीय थलसेना को मिले। 70 विदेशी कैडेट हैं। इनमें 41 अफगानिस्तान, 17 भूटान, तीन-तीन तजाकिस्तान व वियतनाम, दो नेपाल और एक-एक कैडेट श्रीलंका,मारीशस,मालदीव व म्यांमार से है। इसके बाद भारतीय सैन्य अकादमी के नाम देश-विदेश की सेना को 62 हजार 956 युवा सैन्य अधिकारी देने का गौरव जुड़ गया। इनमें मित्र देशों को मिले 2576 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं

नये अफसरों को बधाई देते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि “भारतीय सैन्य अकादमी (IMA) में कड़ा प्रशिक्षण लेकर सैन्य अफसर बने 325 जेंटलमेंट कैडेट्स को हार्दिक शुभकामनाएं। मुझे पूरा विश्वास है कि सेना में शामिल हुए ये सभी अफसर देश रक्षा और कर्तव्यों को लेकर प्रशिक्षण के दौरान मिले मूलमंत्र को जीवन में आत्मसात करेंगे।

कोविड-19 जैसी महामारी के बीच जिस प्रकार से कैडेट्स ने बिना बाधा अपना प्रशिक्षण प्राप्त किया है उसके लिए वे सराहना के पात्र हैं। मैं सभी के उज्जवल भविष्य की मंगल कामना करता हूं। जय हिंद!💐”

बद्रीनाथ के विधायक महेंद्र भट्ट ने सभी कैडेट को बधाई देते हुए कहा कि “मेरी विधानसभा के जोशीमठ नगर वार्ड सुनील के रहने वाले 21 वर्षीय सुशांत कवांण जी के सेना में लेफ्टिनेंट बनने पर मेरी हार्दिक बधाई, शुभकामनाएं”

पूर्व जिला कांग्रेस नेता पंचायत सदस्य और एडवोकेट भवान सिंह चौहान ने कहा कि “पैनखंडा निवासी श्री विराज कवांण के सुपुत्र शुशांत कवांण को I.M.A. से लेफ्टिनेंट बनकर पासआउट होने पर सभी क्षेत्र में खुशी की लहर।बहुत बहुत बधाई।”