योग शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरुरी

अन्तराष्ट्रीय योग दिवस के परिपेक्ष्य में आज बद्रीनाथ हाइवे पर पाण्डुकेश्वर स्थित योगध्यान बद्री मंदिर के प्रांगण में जिला प्रशासन द्वारा योग शिविर का आयोजन किया गया। योग शिविर में कृष्णमाचार्य योग मंदिर, चेन्नई के योग आचार्य जानकी रमन के मार्ग निर्देश में जिलाधिकारी आशीष जोशी, पुलिस अधीक्षक तृप्ति भटट, मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी सहित जिलास्तरीय अधिकारी, एसडीआरएफ, स्थानीय जनता एवं मीडिया प्रतिनिधियों ने योगाभ्यास किया। योग शिविर में 150 से अधिक लोगो ने प्रतिभाग कर योग आचार्य से योग के गुरू सीखे। जिलाधिकारी ने प्रातः 8ः00 बजे दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभ्भारंभ किया।

योग आचार्य जानकी रमन तथा योग प्रशिक्षिका कृपा द्वारा योग शिविर में तड, उत्थान, त्रिकोण व बीरभद्र आसन के साथ-साथ शीतल, शीतकली एवं अनुलोम उज्जयी आदि प्राणायाम का योगाभ्यास कराया गया तथा विभिन्न आसन एवं प्रणायाम के लाभों के बारे में जानकारी दी। योगध्यान प्रांगण में आयोजित शिविर की मंदिर समिति एवं स्थानीय लोगों ने जमकर सराहना की। उन्होंने कहा धार्मिक स्थलों पर इस तरह के कार्यक्रम से हमारे पर्यटन एवं तीर्थाटन को और अधिक बढावा मिलेगा। स्थानीय लोगों ने बडे उत्साह के साथ योग शिविर में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मंदिर समिति ने योगाचार्य को योगध्यान बद्री का चित्र भेंट किया।

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि योग शरीर एवं मन को स्वस्थ रखने के लिए बहुत आवश्यक है। उन्होंने सभी से निरोग शरीर के लिए योग को अपने दिनचर्या में शामिल करने को कहा। उन्होंने कहा कि योगघ्यान मंदिर में योग शिविर लगाने का उदेश्य लोगों को योगध्यान बद्री तीर्थ स्थल के बारे में जानकारी देना है तथा योगध्यान तीर्थ स्थल की जानकारी के साथ-साथ पर्यटकों को बढावा देना है। उन्होंने कहा कि भारत में योगध्यान बद्री वस्तुतः पुरातन योग एवं अध्यात्म युग्म के प्राचीनतम प्रमाणों में से एक है। यहाॅ भगवान नारायाण के योग मुद्रा में दर्शन होते है।

जिलाधिकारी ने कहा कि अन्तराष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को मुख्य कार्यक्रम जिला मुख्यालय स्थित पुलिस मैदान में आयोजित किया जायेगा। उन्होंने लोगों से योग शिविर में अधिक से अधिक संख्या में प्रतिभाग करने की अपील की है। इस अवसर पर सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, एसडीएम जोशीमठ योगेन्द्र सिंह, डीडीओ आनंद सिंह, बीडीओ बीएस बजवाल, प्रधान पाण्डुकेश्वर, मंदिर समिति, पुलिस, एसडीआरएफ, पर्यटन सहित अन्य जिला स्तरीय एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी व स्थानीय जनता मौजूद थी।