*महिलाएं केवल शक्ल और शरीर से ही सुंदर नहीं …..बल्कि वो इसलिए भी हैं…….क्योंकि प्यार में ठुकराने के बाद भी … किसी लड़के पर तेजाब नहीं फेंकती

*महिलाएं केवल शक्ल और शरीर से ही सुंदर नहीं …..बल्कि वो इसलिए भी हैं…….क्योंकि प्यार में ठुकराने के बाद भी … किसी लड़के पर तेजाब नहीं फेंकती

*वो इसलिए भी सुन्दर होती हैं….कि उनकी वजह से किसी लड़के को कभी रास्ता नहीं बदलना पड़ता!*

*वो मार्ग पर चलते लड़को पर अभद्र टिप्पणियां नही करती!*

*वो इसलिए भी खूबसूरत होती हैं…कि देर से घर आने वाले पति पर कभी शक नहीं करती….बल्कि चिंता करती है!*

*वो छोटी छोटी बातों पर गुस्सा नहीं होती, सामान उठा कर या खाने की थाली कभी नही पटकती, हाथ नही उठाती, बल्कि पार्टनर को समझाने की, भरपूर कोशिश करती हैं !*
*वो जुल्म सह कर भी रिश्ते इसलिए निभा जाती ❤️ हैं…..क्योंकि वो अपने बूढ़े माँ बाप का दिल नहीं तोड़ना चाहती !*

*वो परिस्थितियों से समझौता इसलिए भी कर जाती हैं, क्योंकि उन्हें अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की चिंता रहती है !*
*वो रिश्तों में जीना चाहती हैं !*
*रिश्ते निभाना चाहती हैं !*

*रिश्तों को अपनाना चाहती हैं!*
*दिलों को जीतना चाहती हैं !*
*प्यार पाना चाहती हैं !*

*प्यार देना चाहती हैं !*
*जीवन संगिनी बनना चाहती हैं,*

 

*महिलाएं सिर्फ सूरत और शरीर से ही सुन्दर नहीं होती…बल्कि वो तो जन्म से ही सुन्दर होती हैं*

*हर स्री पार्वती है सीता है सावित्री है सत्यवती स्वरूप है* जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि। (सभी चित्र प्रतीकात्मक) ✍️हरीश मैखुरी