कभी बेटा दिवस क्यों नहीं मनाया जाता! चित्र भले ही चिली देश का है लेकिन दशा संसार के सभी शहरों में एक सी है।

#चित्र में दिख रहा व्यक्ति , एक सुरक्षा गार्ड है , जो कि #चिली देश में नौकरी करता है । कुछ लोगो ने इसको सदा एक ही खाना खाते देखा , जिसमे 1 कप चावल , 2-3 लहसुन , आधा प्याज … पूछने पर पता चला कि इसका परिवार #वेनेजुएला में रहता है , उनको भयंकर आर्थिक तंगी है… इसलिए ये बेटा अपनी आय का 80%अपने परिवार को भेज कर स्वयं 1कप चावल खा के सो जाता है , ताकि इसका परिवार जिन्दा रह सके 😌 ये सिर्फ इस व्यक्ति कि कहानी नहीं है , #महानगरों में हमें ऐसे बहुत से बच्चे मिल जायेंगे, जो पूरी जिंदगी अपनी परिवार की जिम्मेदारी को अपने कन्धों पर उठाकर बिता देते हैं..! परन्तु उनके भाग में कभी सम्मान नहीं आता 😴 – कभी कोई #बेटा_दिवस नहीं आता!! जबकि शहर के लगभग सभी बेटे बैल की भांति अपने मिशन पर जुटे रहते हैं! – कभी कोई सरकार #बेटा_बचाओ_अभियान नहीं चलाती ! #समाज का ये कर्तव्य है , कि जब कभी भी किसी कर्मठ बेटे को अभावों में देखे तो हर संभव सहायता करें 😞 आशा कि ये #भावनाएं आपके मन को छुएंगी अवश्य 🙏