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“अनपढ़ जाट, पढ़ा के बराबर!”
पढ़ा-लिखा जाट, खुदा के बराबर।
ये जाट तो किसान का बेटा भी है, उपराष्ट्रपति भी है और सुप्रीम कोर्ट का मानद वकील भी। कभी इनके पिता गांव के सरपंच थे, आज ये ससंद के सरपंच है।
राजस्थान हाइकोर्ट से घिस कर, सुप्रीमकोर्ट में भी नाम कमाया है, कानून की घिसाई ताऊ की भी कम ना है।
जिसको भीड़ना है जाकर भीड़ ले,
क्योंकि ताऊ की खरी खरी तो सबने सुन ली है😁
“सुपर संसद की तरह काम कर रहे जज,
राष्ट्रपति को आदेश नहीं दे सकती हैं अदालतें”, बोले उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हाल ही में सुप्रीम कोर्ट के उस आदेश की कड़ी आलोचना की है, जिसमें राष्ट्रपति को राज्यपालों की ओर से विचार के लिए भेजे गए विधेयकों पर डेडलाइन के भीतर एक्शन लेने का निर्देश दिया गया है. इसे लेकर उपराष्ट्रपति ने कहा कि भारत में कभी भी ऐसा लोकतंत्र नहीं रहा, जहां न्यायाधीश किसी लॉ मेकर, कार्यपालिका और यहां तक कि ‘सुपर संसद” के रूप में काम करें.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि “हम ऐसी स्थिति नहीं बना सकते जहां आप भारत के राष्ट्रपति को निर्देश दें और किस आधार पर?…जिन न्यायाधीशों ने राष्ट्रपति को आदेश जारी किया…
वे संविधान की शक्ति को भूल गए हैं” इसके अलावा उन्होंने अदालतों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि “हमने इस दिन के लिए लोकतंत्र की कभी कल्पना नहीं की थी, राष्ट्रपति से डेडलाइन के तहत फैसले लेने के लिए कहा जा रहा है और अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह कानून बन जाता है”
“न्याय की गरिमा या न्याय का द्वार – क्या अब इनका रास्ता भटक गया है?”
जब देश की सर्वोच्च अदालत ही बार-बार ऐसे निर्णय दे, जो न केवल बहुसंख्यक समाज की आस्थाओं को ठेस पहुँचाए, बल्कि राष्ट्र की एकता और संप्रभुता पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करे — तो यह केवल चिंता का विषय नहीं, बल्कि लोकतंत्र के लिए गंभीर चेतावनी है।
आज सवाल उठ रहा है:
• क्या न्यायपालिका खुद को संविधान से ऊपर समझने लगी है?
• क्या भ्रष्टाचार और पक्षपात का दलदल अब न्याय के मंदिरों तक पहुँच चुका है?
• और सबसे महत्वपूर्ण: क्या अब जनता की आस्था को दबाकर, किसी विशेष एजेंडे को न्याय का नाम दिया जा रहा है?
हम चाहते हैं न्यायपालिका की जवाबदेही,
हम चाहते हैं संविधान की असली आत्मा की रक्षा,
हम चाहते हैं भारत की संस्कृति, आस्था और संप्रभुता का सम्मान।
न्याय को पुनः न्यायपूर्ण बनाना अब हमारी ज़िम्मेदारी है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा बार बार संसद और राष्ट्रपति के अधिकार पर अतिक्रमण के मामले पर जिस तरह से आज उप-राष्ट्रपति जी ने सुनाया है, वह ऐतिहासिक है।
उन्होंने उस भ्रष्ट जज के बारे में भी जम के जजों को सुनाया है जिसके यहाँ से कैश मिला पर आज तक FIR नहीं हुआ और उसे फिर से जज बना दिया गया।
वैसे देश में यदि कोई व्यक्ति इस मामले पर बोलने के लिए सबसे अधिक योग्य है तो यहीं हैं क्यूंकि माननीय उपराष्ट्रपति महोदय भारत से सबसे प्रमुख संविधान विशेषज्ञों में से एक हैं।
सरकार ने उनके माध्यम से एक कड़ा मैसेज न्यायालय को दिया है। दूसरी तरफ़ के केंद्रीय मंत्री किरण रिजुजू ने भी बिल्कुल उसी अंदाज़ में न्यायालय को चेताया है।
राष्ट्रपति वह व्यक्ति होता है जिसके नाम पर इस देश में सत्ता और शासन चलता है। प्रधानमंत्री, उसका कैबिनेट, विपक्ष सब उसकी के अधीन हैं। वह राज्यपाल के माध्यम से राज्य पर भी शासन करता है और मुख्यमंत्री और उसका कैबिनेट समेत सारा विपक्ष राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति के संरक्षण में शासन करता है। राष्ट्रपति, राष्ट्र के संविधान की शपथ नहीं लेता, वह संविधान की रक्षा की शपथ लेता है। ऐसे में सुप्रीम कोर्ट राष्ट्रपति को निर्देशन देकर अपनी सीमा का भयानक उल्लंघन किया है। सरकार ने इस बार जैसी प्रतिक्रिया दी है, वह बहुत आवश्यक थी, उप-राष्ट्रपति जी को विशेष बधाई। (साभार)
जगदीप धनखड़ को साधारण मत समझिए, ये व्यक्ति #संविधान और क़ानून का इतना बड़ा जानकर है कि 10 CJI इसके सामने पानी माँगें।
पश्चिम बंगाल का #राज्यपाल रहते इन्होंने AM-PM की गड़बड़ी के कारण रात के 2 बजे कैबिनेट बैठक का ऐलान कर दिया था। इतनी तनातनी रही ममता बनर्जी से, फिर भी उप-राष्ट्रपति चुनाव में TMC ने विरोधी उम्मीदवार को वोट नहीं दिया। जो व्यक्ति पेरिस स्थित ‘इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन’ का सदस्य रहा हो 3 वर्षों तक, उसे आज न देश में बेवकूफ बना सकते हैं और न #विदेश में।
बहुत कम लोगों को पता है कि आज से 35 वर्ष पूर्व जब चंद्रशेखर सिंह प्रधानमंत्री बने थे तब उन्होंने #जगदीप_धनखड़ को संसदीय कार्यमंत्री बनाया था। ऐसे में संसद और सरकार कैसे काम करती है, उनके अधिकार क्या हैं और सीमाएँ क्या हैं – ये जगदीप धनखड़ को बहुत अच्छे से पता है।
वो राजस्थान #हाईकोर्ट के बार एसोसिएशन के अध्यक्ष रहे हैं। एक किसान परिवार में जन्मा व्यक्ति आज जब इस पद पर है और सुप्रीम कोर्ट पर इतना बड़ा हमला कर रहा है तो उसके एक-एक शब्द को गंभीरता से लीजिए। सवाल जायज है – जस्टिस यशवंत वर्मा के घर से करोड़ों के कैश मिले 1 महीने हो गए, फिर भी एक FIR तक क्यों नहीं? #राष्ट्रपति देश की प्रथम नागरिक हैं, उन्हें आदेश देने वाला सुप्रीम कोर्ट कौन?
जगदीप धनखड़ भाजपा के क़ानून मामले के राष्ट्रीय संयोजक रह चुके हैं, भारतीय संस्कृति एवं #इतिहास व विचारधारा को लेकर समर्पित हैं।
और हाँ, #सैनिक स्कूल का विद्यार्थी #अनुशासन को सबसे बड़ी प्राथमिकता रखता है, उससे भी ऊपर रखता है देश को। देश को नुकसान पहुँचाने वाला #सुप्रीम कोर्ट ही क्यों न उसकी भी समीक्षा आवश्यक है।
*जलते हुए नोटों का वीडियो भी सबूत काफ़ी नहीं*
*फैसला लेने के लिए ख़ुद के लिये 30 वर्ष भी कम हैं लेकिन राष्ट्रपति जी के लिए 3 महीने की समय सीमा!! *
*कोलेजीयम के फैसले को कारण बताने की जरूरत नहीं लेकिन राष्ट्रपति जी को लिखित में कारण बताने की बाध्यता*
*वाह भाई वाह*
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*कानून बनाने का काम संसद का है अदालतों का नहीं, न्यायालय का काम ये देखना है कि जो प्रकरण न्यायालय में विचार अर्थ आया है वह विधि सम्मत है या नहीं संविधान सम्मत है या नहीं। समानांतर सरकार चलाना न्यायालय का काम नहीं है। कानून बनाना और सरकार चलाना केंद्र और राज्य सरकारों का काम है लेकिन फिर भी 140 करोड़ लोगों के द्वारा चुनी हुई संसद को ख़ुद के द्वारा ख़ुद चुने हुए भाई भतीजावाद उत्पाद भ्रष्ट न्यायाधीश किनारा कर देते हैं*
*हिन्दुओं की रक्षा करने वाली याचिकाएं सालों तक हाई कोर्ट मे बिना सुनवाई के सड़ती रहे और मुस्लिम हित के दमनकारी कानूनों की रक्षा के लिए सीधे सुप्रीम कोर्ट में तुरंत सुनवाई और कानून पर एक दिन में रोक*
*वाह भाई वाह*
*मुर्शिदाबाद के हिन्दू बांग्लादेश जैसी भयावह स्तिथि का सामना कर रहे हैं लेकिन इससे कोर्ट को कोई मतलब नहीं है। *
जिस कपिल सिब्बल के परिवार को पाकिस्तान से पलायन करके आना पड़ा वो कपिल सिब्बल जमीन हड़पने वाले भू माफिया जेहादियों का रहनुमा बना हुआ है। 76 साल की उम्र और अथाह पैसा होते हुए भी लालच बरकरार है, पूरे जीवन में केवल हिन्दुओं के विरुद्ध काम किया है। अब राज्यसभा में वेतन और संसद की पेंशन लेने के बावजूद वक्त बोर्ड पर सरकार के विरुद्ध खड़ा है क्या यह लाभ के पद पर रहते हुए कानून का उल्लंघन नहीं है। संभवतः इसीलिए उनके उक्त चित्र शोशल मीडिया पर वायरल हैं।
अभिषेक मनु सिंघवी जिसका अपना तरीका था न्यायाधीश बनाने का वो एक जैन होके जेहादियों के लिये लड़ाई कर रहा है।
कपिल सिब्बल आजम खान को बेल दिलवा के राज्य सभा में आता है। पूरी उपरी न्याय व्यवस्था में पाइप लाइन में हिन्दू विरोधी और कॉंग्रेसी मानसिकता वाले जज भरे पड़े हैं। ये लोकतंत्र की धज्जियाँ उड़ाने को तैयार हैं। भले जनता किसको भी वोट दे लेकिन संसद को अपने पैरों तले रखेंगे।
2028 मे 2 साल के लिए मुख्य न्यायाधीश बनने वाले पारदीवाला के पिता कॉंग्रेस के MLA और गुजरात विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं. 2029 के चुनाव के वक़्त अगर येही व्यवस्था चली तो सरकार को पंगु बनाने का शायद कोई मौका ना छोड़ें. नूपुर शर्मा पर टिप्पणी करने वाले येही महान न्यायाधीश थे।
अब समय आ गया है कि इस भ्रष्ट, नाकारा और हिन्दू विरोधी न्यायतंत्र को राष्ट्रहित मे सोचने वाली व्यवस्था से बदला जाए।
इस मुहिम को सिर्फ दो ही लोग हैं जो नेतृत्व कर सकते हैं.
*PIL Man of India श्री अश्विनी उपाध्याय*
*पिता पुत्र की जोड़ी श्री हरि शंकर जी जैन और श्री विष्णु शंकर जी जैन*
इन्हें जितनी मजबूती और समर्थन दे सकते हैं उतना आज ही करना चाहिए।
भाजपा मे जो सिस्टम का पार्ट बन गए हैं वो चाहकर भी इस क्रांति की अगुवाई नहीं कर सकते हैं. उनको सत्ता की बेड़ियां लगी हुई हे. इसलिए देशभक्तों को एकत्र होके भाजपा को ये स्पष्ट संकेत देना पड़ेगा की उनके समर्थक क्या चाहते हैं। (साभार)
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की ओर से सुप्रीम कोर्ट को लेकर दिए गए प्रारूप ऐतिहासिक वक्तव्य के उपरांत अब बीजेपी के सांसदों निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा की टिप्पणियों से विपक्ष को हमलावर होने का बिना बात के ही अवसर मिल जायेगा। इसी को देखते हुए दोनों सांसदों के बयान पर अब बीजेपी की ओर से सफाई भी आ गई है. बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने ट्वीट कर दोनों सांसदों के बयान से किनारा कर लिया है.जेपी नड्डा ने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा, ”भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा का न्यायपालिका एवं देश के चीफ जस्टिस पर दिए गए बयान से भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना–देना नहीं है।
भले ही भाजपा ने निशिकांत आदि के बयान से तुरंत किनारा कर लिया हो लेकिन कांग्रेस पार्टी ने आज तक राहुल गांधी द्वारा दिए गए घोरतम हिंदू विरोधी और कानून विरोधी बयान से आज तक किनारा नहीं किया ना इसके लिए अफसोस प्रकट किया
🕉श्री हरिहरोविजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
आज का पञ्चाङ्ग
🌻रविवार, २० अप्रैल २०२५🌻
सूर्योदय: 🌄 ०६:०३
सूर्यास्त: 🌅 ०६:४९
चन्द्रोदय: 🌝 २५:२८
चन्द्रास्त: 🌜१०:४६
अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌞 ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४७ (विश्वावसु)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८२ (सिद्धार्थी)
मास 👉 वैशाख
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 सप्तमी (१९:०० से अष्टमी)
नक्षत्र 👉 पूर्वाषाढ (११:४८ से उत्तराषाढ)
योग 👉 सिद्ध (२४:१३ से साध्य)
प्रथम करण 👉 विष्टि (०६:४६ तक)
द्वितीय करण 👉 बव (१९:०० तक)
॥ गोचर ग्रहा: ॥🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मेष
चंद्र 🌟 मकर (१८:०४ से)
मंगल 🌟 कर्क (उदित, पूर्व, मार्गी)
बुध 🌟 मीन (उदय, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 वृष (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मीन
केतु 🌟 कन्या
शुभाशुभ मुहूर्त विचार⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५० से १२:४२
अमृत काल 👉 ०६:४३ से ०८:२४
त्रिपुष्कर योग 👉 ११:४८ से १९:००
सर्वार्थ सिद्धि योग 👉 ११:४८ से २९:४४
रवि योग 👉 ०५:४५ से ११:४८
विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१९
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४६ से १९:०८
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४७ से १९:५३
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५४ से २४:३७
राहुकाल 👉 १७:०९ से १८:४७
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:१६ से १३:५४
दुर्मुहूर्त 👉 १७:०३ से १७:५५
होमाहुति 👉 गुरु
दिशा शूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१९:०० तक)
भद्रावास 👉 पाताल (०६:४६ तक)
चन्द्र वास 👉 पूर्व (दक्षिण १८:०४ से)
शिववास 👉 श्मशान में (१९:०० से गौरी के साथ)
☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)
तिथि विशेष〰️〰️〰️〰️
कालाष्टमी, गुरु अर्जुन देव जयन्ती, (प्राचीन मत) भानु सप्तमी, विवाहादि मुहूर्त गोधुलि ल० (सांय ०६:५० से ०७:१३) वृश्चिक ल० (रात्रि ०८:४१ से १०:५९) कुम्भ ल० (अंतरात्रि ०२:४७ से ०४:१७ तक), व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:३६ से दोपहर १२:२६ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ११:४८ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ढा) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराषाढ नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भे, भो, ज, जी) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मेष – २९:३० से ०७:०४
वृषभ – ०७:०४ से ०८:५९
मिथुन – ०८:५९ से ११:१४
कर्क – ११:१४ से १३:३६
सिंह – १३:३६ से १५:५४
कन्या – १५:५४ से १८:१२
तुला – १८:१२ से २०:३३
वृश्चिक – २०:३३ से २२:५२
धनु – २२:५२ से २४:५६+
मकर – २४:५६+ से २६:३७+
कुम्भ – २६:३७+ से २८:०३+
मीन – २८:०३+ से २९:२६+
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रोग पञ्चक – ०५:४५ से ०७:०४
शुभ मुहूर्त – ०७:०४ से ०८:५९
मृत्यु पञ्चक – ०८:५९ से ११:१४
अग्नि पञ्चक – ११:१४ से ११:४८
शुभ मुहूर्त – ११:४८ से १३:३६
रज पञ्चक – १३:३६ से १५:५४
शुभ मुहूर्त – १५:५४ से १८:१२
चोर पञ्चक – १८:१२ से १९:००
शुभ मुहूर्त – १९:०० से २०:३३
रोग पञ्चक – २०:३३ से २२:५२
शुभ मुहूर्त – २२:५२ से २४:५६+
मृत्यु पञ्चक – २४:५६+ से २६:३७+
अग्नि पञ्चक – २६:३७+ से २८:०३+
शुभ मुहूर्त – २८:०३+ से २९:२६+
मृत्यु पञ्चक – २९:२६+ से २९:४४+
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आप सुख-शांति से व्यतीत करेंगे नए कार्य के आरम्भ की रूप रेखा बनाएंगे लेकिन आज आलस्य के कारण बीच मे ही भूल भी जाएंगे। कार्य क्षेत्र पर अन्य दिनों की तुलना में आज कम समय देंगे लेकिन पुराने रुके धन की प्राप्ति होने पर संतोष होगा किसी से उलझने के प्रसंग भी बनेंगे आर्थिक विषयक बातो को शांति से सुलझाए अन्यथा बाद में उलझने अधिक बढ़ सकती है । मध्यान पश्चात का समय मित्रो के साथ मनोरंजन में बितायेंगे। पारिवारिक मतभेद सुलझने से राहत मिलेगी। स्त्री-संतान का सहयोग मिलेगा। असंयमित भोजन से पेट खराब हो सकता है। पर्यटक यात्रा के योग है।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके लिए विशेष परिश्रम वाला रहेगा मन ना होने पर भी कई दिनों से रुके घरेलू कार्य के साथ व्यावसायिक कार्य भी एकसाथ आने से स्वभाव में चिड़चिड़ापन बनेगा। कार्य क्षेत्र पर आज प्रतिस्पर्धा बढ़ने से आपका दिन संघर्षमय रहेगा अपने कार्य स्वयं करने का प्रयास करें आज किसी पर अतिविश्वास हानि कराएगा। अचल संपत्ति संबंधित कार्य सरकारी अनियमित्तताओ के कारण अधूरे रहने पर क्रोध आएगा। आकस्मिक दुर्घटना के भी योग है यथा संभव यात्रा टाले वाहन, पानी से सतर्क रहें। परिजनों की अनदेखी से व्यवहार में थोड़ा रूखापन आएगा। सेहत आज किसी न किसी कारण से नरम गरम ही रहेगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आप मौज-मस्ती के मूड में रहेंगे लेकिन आपका स्वभाव पल पल में बदलने से सहजनो को असुविधा होगी। टालने पर भी धार्मिक आयोजनों में भी सम्मिलित होने का अवसर मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर जिस कार्य को नही करना चाहिये उसी कार्य से अपने बुद्धि बल से लाभ अर्जित करेंगे अधिकांश कार्य निर्धारित समय पर पूरे होंगे फिर भी धन संबंधित समस्या बनी रहेगी। परिजनों से अत्यधिक भावनात्मक सम्बन्ध रहने के कारण नाजायज लाभ उठाएंगे। संध्या के समय किसी मनोकामना की पूर्ति होगी सेहत लगभग ठीक ही रहेगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन का पूर्वार्ध शुभफलदायी रहेगा स्वभाव में मनमानी रहने के कारण परिजनों को परेशानी होगी घरेलू समस्याओं के समाधान करने की जगह टरकाने पर किसी से झड़प हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर भी आज बेमन से कार्य करेंगे लेकिन सहयोगियों की सहायता से लाभ की संभावना बनेगी धन की आमद संध्या के समय तक संतोषजनक हो जाएगी। मध्यान पश्चात सेहत आकस्मिक ढीली होने से काम-काज प्रभावित होगा फिर भी सैर सपाटे मनोरंजन के लिये तैयार रहेंगे। स्त्री पक्ष से शुभ समाचार मिलेगा घरेलू खर्च कंजूसी बरतने पर भी अधिक होंगे। जिद से बचे अन्यथा दिन शांति से बिताना भारी पड़ेगा। किसी अन्य महिला के चक्कर मे मान हानि हो सकती है। सतर्क रहें।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायक रहेगा बुद्धि विवेक रहने के बाद भी हर काम मे अपनी ही चलाएंगे चाहे फिर आगे उसका नतीजा विपरीत ही क्यो ना निकले। आज कोई अनिच्छित कार्य करना भी पड़ेगा। निर्धारित कार्यो के पूर्ण होने में विलम्ब होने से परेशानी होगी किसी से अपमानजनक शब्द सुनने की संभावना है। व्यर्थ की यात्रा में समय एवं धन व्यय होगा। मध्यान पश्चात व्यवसाय में थोड़ा लाभ होगा धन की आमद फिर भी आवश्यकता से कम ही होगी। सेहत में भी कुछ न कुछ गड़बड़ लगी रहेगी सर्दी-जुखाम से पीड़ित हो सकते है लेकिन फिर भी मनोरंजन के अवसर खाली नही जाने देंगे। परिजनों की बात सुन बिना जवाब ना दे कलह हो सकती है।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपको प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा। आज आपमें आनंद एवं स्फूर्ति का अभाव रहने से कार्य में मन नहीं लगेगा पूर्व में लिए किसी गलत निर्णय के कारण भी आज हानि होने की संभावना है बेहतर रहेगा आज कोई भी निर्णय लेने से बचे। फिजूल खर्च अधिक रहने से आर्थिक स्थिति प्रभावित होगी। किसी परिजन से धन को लेकर विवाद हो सकता है। कर्ज लेने की स्थिति बन सकती है। अधिक क्रोध से बचें विशेषकर महिलाओ को सम्मान दे अन्यथा मान हानि भी हो सकती है। सेहत में भी कुछ न कुछ कमी लगी रहेगी जोखिम ना लें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन व्यस्तता से भरा रहेगा साथ ही आज खर्चो पर नियंत्रण नही रहेगा अधिकांश खर्च आज आवश्यक ही होंगे पर दिखावे के ऊपर ही। दिन का ज्यादातर समय कार्य क्षेत्र एवं धर में फैली व्यवस्था को सुधारने में व्यतीत होगा। नए निर्माण की योजना बनेगी इस पर खर्च भी करेंगे। आपके कार्य कुशलता और जीवनशैली की प्रशंसा होगी जिससे मन मे अभिमान आएगा। आज आय सिमित ही रहेगी इसके विपरीत मध्यान पश्चात मनोरंजन पर अधिक खर्च होगा। फिजूल खर्ची से बचें अन्यथा आगे आर्थिक उलझनों का सामना करना पड़ेगा घर मे माता पिता को छोड़ अन्य सभी लोग स्वार्थसिद्धि के लिये मीठा व्यवहार करेंगे। आरोग्य बना रहेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए अनुकूल रहेगा स्वभाव में आलस्य दिन के आरंभ से ही छाया रहेगा फिर भी अतिआवश्यक कार्यो में विलंब नही होने देंगे। आप में परोपकार की भावना अधिक रहेगी सामाजिक कार्यो में भी आज रुचि दिखायेंगे संगी साथियो का भी सहयोग मिलने से मान-सम्मान एवं आत्म विश्वास बढ़ेगा। काम-धंधे को लेकर ज्यादा गंभीर नही रहेंगे जिसके परिणाम स्वरूप आज अल्प लाभ से ही संतोष करना पड़ेगा। समय पर आवश्यकता पूर्ति करने पर परिवार में सुख-शांति का वातावरण रहेगा। संध्या का समय उत्तम भोजन वाहन सैर सपाटे में बीताएँगे। सेहत सामान्य रहेगी विपरीत लिंगीय आकर्षण अधिक रहेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन चंचलता आपके मन मस्तिष्क पर हावी रहेगी। स्वयं किसी को।कुछ भी बोल देंगे लेकिन किसी अन्य की छोटी सी बात भी सहन नही कर पाएंगे जिससे टकराव की स्थिति बनेगी। मध्यान के बाद का समय आपको सावधानी से बिताने की सलाह है। आज आप भावुकता की अधिकता के कारण किसी से धोखा खा सकते है किसी से भी उधारी का व्यवहार ना करें। आकस्मिक खर्च से आर्थिक स्थिति बिगड़ेगी। स्त्री एवं जल स्त्रोत से सावधान रहें। घर का वातावरण आपके कारण उदासीन रहेगा मनमौजी व्यवहार स्नेहीजनों से दूरी बढ़ाएगा। शारीरिक अकड़न की शिकायत हो सकती है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपको प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। प्रातःकाल से ही परिज अथवा किसी अन्य महत्त्वपूर्ण व्यक्ति की जिद परेशानी में डालेगी ऊपर से व्यवसाय में भी उतार चढ़ाव रहने से तालमेल नही बैठा सकेंगे। आज लाभ कमाने के लिए प्रतिष्ठा दांव पर लगाने वाली स्थिति बनेगी। कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था का वातावरण बनेगा। महिलाए आज विशेषकर बेतुकी बाते बोलने से बचे क्रोध पर भी संयम रखें मान हानि हो सकती है। बनते काम लटकने से हताश होंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी अनुभव होगी। सीमित साधनों से काम चलाये ज्यादा पाने की लालसा हाथ आये से भी वंचित कर सकती है। स्वास्थ्य कुछ समय के लिये प्रतिकूल होगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। आज आप वाणी की मधुरता एवं युक्तियों के बल पर बड़े लोगो से सम्बन्ध बनाएंगे जो कि भविष्य में आपके लिए लाभदायी सिद्ध होंगे आज भी जोखिम वाले कार्यो में थोड़ी परेशानी के बाद लाभ अवश्य होगा लेकिन स्वभाव में आलस्य पल पल पर बाधक भी बनेगा इससे बचने का प्रयास करें। धन की आमद आज अन्य दिनों की तुलना में कम ही होगी फिर भी इसकी परवाह नही करेंगे। महिलाओ को आज किसी प्रियजन के बिछड़ने अथवा अन्य कारणों से मन मे दुख होगा पारिवारिक सदस्यों का सहयोग मिलने से राहत भी मिलेगी। सेहत आज उत्तम बनी रहेगी। सन्तानो पर नजर रखे कुछ गड़बड़ कर सकते है।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन भी आपको शुभ फल देने वाला है। आज आप अपने व्यवहार कुशलता से किसी का भी दिल जीत सकते हैं आज के दिनों से मन मे चल रही किसी कामना पूर्ति से उत्साह बढ़ेगा लेकिन सरकारी अथवा अचल संपत्ति के दस्तावेज अधूरे रहने एवं घर का वातावरण अकस्मात गरम होने से थोड़ी परेशानी भी होगी। व्यवसाय में आज किया गया निवेश भविष्य के लिए लाभदायक रहेगा। संध्या बाद का समय दिनभर की तुलना में अधिक रोचक रहेगा मित्र-परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर मिलेंगे लेकिन संचित कोष में अधिक गिरावट भी देखने को मिलेगी। सब सुविधाएं मिलने पर भी अंत में कार्यों में व्यवधान आ सकता है।