भारत के संसद भवन में है वास्तु दोष, यह देश हित में नहीं

 
अं ग्रेजों की यह पार्लियामेंट भयंकर वास्तु दोष से ग्रसित है। यह न अंग्रेजों को फबी और न भारतीयों के लिए। जो भी यहां वैठेगा उसका जनता के प्रति शत्रुभाव हो एगा। जनता का मित्र तो रहेगा ही नहीं। वह जनता की बात भी भूल जाएगा और चैतन्य हीन निर्णय करेगा।  यह स्थान और भवन देश के लिए अभिशाप है। इसी के रहते देश टूट गया। और सर्वत्र अशान्ति व्याप्त है। सरकार और जनता के बीच सौहार्द्र कभी नहीं बना। आजादी का किसी को अहसास ही नहीं हुआ। वास्तुदोष कितना बुरा होता है इस भवन से देख लें!
हमें एक नए भवन की जरूरत है जिसे भारतीय वास्तु के आधार पर तैयार किये जाने की आवश्यकता है। विद्वानों से जगह का और मिट्टी का परीक्षण भी जरूरी है।(डाॅ भगवती प्रसाद पुरोहित  वीर बिक्रमादित्य की फेसबुक वाल से)