उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी और पर्यटन मंत्री महाराज ने किया अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में प्रतिभाग, आज का पंचाग आपका राशि फल, गुरू परम्परा और गुरूकृपा, कल आंवला एकादशी करें ये उपचार

ऋषिकेश/देहरादून 

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को ऋषिकेश स्थित योग भरत घाट में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड देश की सांस्कृतिक राजधानी ही नहीं अपितु योग और वेलनेस का उत्कृष्ट केंद्र भी है। इसलिए राज्य सरकार प्रदेश में योग व वेलनेस केंद्रों का विकास करने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। योग हमारे प्रदेश की प्राचीनतम परंपरा है, योग के माध्यम से उत्तराखंड के लोगों को देश विदेश में नई पहचान मिली है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा योग के क्षेत्र में काम कर रहे उत्तराखंड के लोगों को सम्मानित किया जाना समस्त प्रदेशवासियों के लिए सम्मान का विषय है। यह हमारा सौभाग्य है कि इस अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में पद्मश्री से सम्मानित आदरणीय योगाचार्य स्वामी शिवानंद जी, रजनीकांत जी का मार्गदर्शन प्राप्त हो रहा है। योग महोत्सव में आगंतुकों को जहां एक ओर योग, ध्यान और प्राणायाम की बारीकियों को सीखने का मौका मिलता है, वहीं दूसरी ओर वे नाड़ी परीक्षण और आयुर्वेद शिविरों के माध्यम से अपनी समस्याओं का निःशुल्क समाधान भी पाते हैं।

उन्होंने कहा कि ऋषिकेश की आध्यात्मिक भूमि पर संध्या काल में गंगा आरती, भजन, संकीर्तन और आंचलिक लोक-संगीत की धुन योग महोत्सव में भाग लेने वालों को उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत से रूबरू कराने का कार्य करेगी। आज हम कितने तनावपूर्ण माहौल में क्यों न हों, कुछ मिनट का ध्यान हमें आराम देता है, हमारी क्षमताओं को बढ़ा देता है। इसलिए, हमें योग को एक अतिरिक्त काम के तौर पर नहीं लेना है, हमें योग को जानना भी है, हमें योग को जीना भी है, हमें योग को पाना भी है और हमें योग को अपनाना भी है। आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत, विश्व को योग का संदेश दे रहा है, ऐसे में अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का महत्व और भी बढ़ जाता है।

मुख्यमंत्री ने कहा की ऋषिकेश की नैसर्गिक सुंदरता भी ऐसी है कि लोग स्वयं यहां प्रकृति का आनंद लेने के लिए आते हैं और योग महोत्सव के दौरान यह सौंदर्य और आनंद अपने चरम को छू लेता है। संपूर्ण विश्व में आज हमारे ऋषिकेश को योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी कहा जाता है, यह हम सभी के लिए बड़ी गौरव की बात है।

उन्होंने कहा की कुछ ही दिनों बाद यहां होने वाली जी20 बैठक के बाद तो ऋषिकेश की इस आध्यात्मिक भूमि से विश्व का कोना कोना परिचित हो जायेगा। आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में घर-घर में योग का प्रचार हुआ है, आज योग ’पार्ट ऑफ लाइफ’ नहीं बल्कि अब ’वे ऑफ लाइफ’ बन चुका है। उन्होंने कहा कि ऋषि-मुनियों की तपस्थली ऋषिकेश जैसे भारत के आध्यात्मिक केन्द्रों ने जिस योग-ऊर्जा को सदियों से पोषित किया, आज वो योग ऊर्जा विश्व स्वास्थ्य को दिशा दे रही है। आज योग वैश्विक सहयोग का पारस्परिक आधार बन रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज योग मानव मात्र को निरोगी जीवन का विश्वास दे रहा है, आज दुनिया के अलग-अलग देशों में सूर्योदय के साथ, सूर्य की गति के साथ, लोग योग कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि कि इस महोत्सव में आयोजित होने वाले सत्रों की सार्थक चर्चा, हमारी सरकार को योग के क्षेत्र में और अधिक कार्य करने के लिए प्रेरित करेगी।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निर्देशन में उत्तराखण्ड की हमारी डबल इंजन की सरकार उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के अपने विकल्प रहित संकल्प को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध होकर निरंतर कार्य कर रही है। आज जब पूरी दुनिया में हमारे प्रदेश की पहचान योग और आध्यात्म की जननी के रूप में है, तब हम सभी का दायित्व है कि इस पहचान को उत्कृष्टता प्रदान करने का कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चार धाम यात्रा यहा आने वाले श्रद्धालुओं, पर्यटकों को सुगम और सरल हो इसके लिये व्यापक तैयारियों की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले बार की यात्रा में तमाम चुनौतियों के बावजूद 50 लाख से अधिक यात्री देवभूमि के दर्शन हेतु आये। इस बार अभी तक 1.51 लाख रजिस्ट्रेशन हो चुके है तथा जीएमवीएन को 4 करोड़ की बुकिंग प्राप्त हो चुकी है। होटल व्यवसायियों की भी बुकिंग यात्रियों द्वारा की जा रही है। इस अवसर मुख्यमंत्री ने आस्थापथ सेतु के विस्तार की भी घोषणा की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पद्मश्री स्वामी शिवानन्द को सम्मानित किया। जबकि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा पद्मश्री रजनीकान्त को सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री गंगा आरती में भी शामिल हुए, उन्होंने गंगा पूजन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की। इसके पश्चात मुख्यमंत्री ने योग पर आधारित आकर्षक ड्रोन शो का भी अवलोकन किया।

पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि यह महोत्सव उत्तराखण्ड के पर्यटन को नये आयाम प्रदान करेगा। इससे हमारे परम्परागत उत्पादों को भी पहचान मिलेगी। देश व दुनिया के लोगों को यहां की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से परिचित होने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा की यहां की वर्ड वाचिंग के साथ कई क्षेत्रों में पहचान बन रही है। राज्य के अन्य पर्यटन क्षेत्रों को पहचान दिलाने का भी कार्य किया जा रहा है। वेडिंग डेस्टिनेशन को भी उत्तराखण्ड में प्रमोट करने का कार्य किया जा रहा है। जिससे लोग यहां विवाह कर देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करें। अनेक धार्मिक सर्किटों के माध्यम से प्रदेश को पहचान दिलाने का कार्य भी किया जा रहा है। इससे पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं से अपील की कि चारधाम के साथ लगे अन्य दर्शनीय स्थलों का भी भ्रमण करें।

सचिव पर्यटन श्री सचिन कुर्वे ने सभी आगन्तुको का स्वागत करते हुए अन्तराष्ट्रीय योग महोत्सव के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी। सचिव पर्यटन ने कहा कि यह योग महोत्सव उत्तराखण्ड के पर्यटन को बढ़ावा देने के हमारी अतिथि देवो भवः की परम्परा को और अधिक प्रभावी बनाने मे मददगार होगा। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव 2023 में 6 प्रतिष्ठित योग संस्थान भाग ले रहे हैं ईशा फाउंडेशन, आर्ट ऑफ लिविंग, रमामणि अयंगर स्मृति योग संस्थान, कैवल्यधाम, कृष्णमाचार्य योग मंदिरम तथा शिवानंद योग वेदांत सेंटर।

कार्यक्रम को कैबिनेट मंत्री श्री प्रेम चंद अग्रवाल, श्री सुबोध उनियाल ने भी सम्बोधित किया।

इस अवसर पर मेयर ऋषिकेश अनीता ममगाई, नगर पालिका अध्यक्ष मुनिकीरेती श्री रोशन रतूड़ी एवं योगाचार्य उपस्थित थे।

𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝
*श्री हरिहरो*
*विजयतेतराम*

*🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*
*🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓*
*_गुरुवार, ०२ मार्च २०२३_*
*⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⊰⧱⊱⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓⏓*

सूर्योदय: 🌄 ०६:४७
सूर्यास्त: 🌅 ०६:१७
चन्द्रोदय: 🌝 १३:३३
चन्द्रास्त: 🌜२८:२०
अयन 🌖 उत्तरायणे
(दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🎋 बसंत
शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)
मास 👉 फाल्गुन
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि👉एकादशी(पूर्ण रात्रि)
नक्षत्र👉आर्द्रा(१२:४३से पुनर्वसु
योग 👉 आयुष्मान् (१७:५१
से सौभाग्य)
प्रथम करण👉वणिज(१९:५४तक
द्वितीय करण👉विष्टि(पूर्ण रात्रि
*~⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙~*
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कुम्भ
चंद्र 🌟 मिथुन
मंगल 🌟 वृष
(उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध🌟कुम्भ(अस्त,पूर्व,मार्गी)
गुरु🌟मीन(उदित,पूर्व,मार्गी)
शुक्र🌟मीन (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(अस्त, पश्चिम, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
*~⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙~*
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
*~⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙~*
अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०६ से १२:५२
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 १२:४३ से ३०:४१
रवियोग 👉 ०६:४२ से १२:४३
विजय मुहूर्त 👉 १४:२५ से १५:११
गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:१४ से १८:३९
सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:१६ से १९:३१
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०४ से २४:५४
राहुकाल 👉 १३:५६ से १५:२३
राहुवास 👉 दक्षिण
यमगण्ड 👉 ०६:४२ से ०८:०९
होमाहुति 👉 शनि
दिशाशूल 👉 दक्षिण
अग्निवास 👉 आकाश
भद्रावास 👉 स्वर्ग (१९:५४ से)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम
शिववास 👉 क्रीड़ा में
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
☄चौघड़िया विचार☄
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – शुभ २ – रोग
३ – उद्वेग ४ – चर
५ – लाभ ६ – अमृत
७ – काल ८ – शुभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – अमृत २ – चर
३ – रोग ४ – काल
५ – लाभ ६ – उद्वेग
७ – शुभ ८ – अमृत
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पश्चिम-दक्षिण (दही का सेवन कर यात्रा करें)
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
〰️〰️〰️〰️
❌️❌️❌️❌️❌️
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज १२:४३ तक जन्मे शिशुओ का नाम आर्द्रा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (छ) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूनर्वसु नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (के, को, ह) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
उदय-लग्न मुहूर्त
कुम्भ – २९:५६ से ०७:२२
मीन – ०७:२२ से ०८:४५
मेष – ०८:४५ से १०:१९
वृषभ – १०:१९ से १२:१४
मिथुन – १२:१४ से १४:२९
कर्क – १४:२९ से १६:५०
सिंह – १६:५० से १९:०९
कन्या – १९:०९ से २१:२७
तुला – २१:२७ से २३:४८
वृश्चिक – २३:४८ से २६:०७
धनु – २६:०७ से २८:११
मकर – २८:११ से २९:५२
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
पञ्चक रहित मुहूर्त
चोर पञ्चक – ०६:४२ से ०७:२२
शुभ मुहूर्त – ०७:२२ से ०८:४५
शुभ मुहूर्त – ०८:४५ से १०:१९
चोर पञ्चक – १०:१९ से १२:१४
शुभ मुहूर्त – १२:१४ से १२:४३
रोग पञ्चक – १२:४३ से १४:२९
शुभ मुहूर्त – १४:२९ से १६:५०
मृत्यु पञ्चक – १६:५० से १९:०९
अग्नि पञ्चक – १९:०९ से २१:२७
शुभ मुहूर्त – २१:२७ से २३:४८
रज पञ्चक – २३:४८ से २६:०७
शुभ मुहूर्त – २६:०७ से २८:११
चोर पञ्चक – २८:११ से २९:५२
शुभ मुहूर्त – २९:५२ से ३०:४१
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन मिश्रित फलदायी रहेगा प्रयास करने पर की काम बनते नजर आएंगे थोड़ा भी आलस्य पहले की मेहनत पर भी पानी फेर सकता है। माता से आज विशेष बना कर चले आकस्मिक लाभ मिल सकता है। भूमि भवन संबंधित लेन देन अथवा कागजी कार्य आज करना शुभ रहेगा लेकिन निर्माण कार्य ना करें। व्यवसाय में धन की आमद सामान्य से कम रहेगी जो होगी वह भी उधारी अथवा अन्य खर्च के लिये पर्याप्त नही पड़ेगी आज किसी से अकस्मात उधार लेन देन के प्रसंग बनेंगे सम्भव हो तो आज ना ही करें वापसी में परेशानी होगी। संताने किसी धार्मिक पर्यटन की जिद करेंगी खर्च भी करवाएंगी घर मे पति अथवा पत्नी की सेहत अचानक नरम होगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपकी दिनचर्या अस्त व्यस्त रहेगी किसी भी कार्य मे बुद्धि विवेक का कम ही इस्तेमाल करेंगे। कार्य व्यवसाय में भी जोखिम लेने से डरेंगे जिसके फलस्वरूप सीमित साधनों से काम चलाना पड़ेगा। आज आप अपने कुतर्कों से आस पास के लोगो को परेशानी में डालेंगे बेतुकी बाते कर स्वयं की भी हंसी कराएंगे। कंजूस वृति के कारण परिजनों के साथ मित्रो से भी मन मुटाव होगा। परिवार में किसी सदस्य के अमर्यादित आचरण के कारण शर्मिंदा होना पड़ेगा। संतानों का मनमाना व्यवहार भी कुछ समय के लिये विचलित करेगा। संध्या से स्थिति अनुकूल बनेगी दुनियादारी की परवाह छोड़ खुद में मगन रहेंगे। शरीर के ऊपर खर्च होगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन चंचलता मन पर हावी रहेगी दिन के आरंभिक भाग में अपने हास्य परिहास से घर का वातावरण खुशनुमा बनाएंगे लेकिन कार्य क्षेत्र पर लापरवाही के चलते अधिकारी वर्ग की फटकार सुन्नी पड़ेगी। मध्यान का समय व्यक्तित्त्व विकास करेगा लोगो से प्रसंशा सुनने को मिलेगी जिससे मन मे अहम का भाव आएगा। व्यवसाय से आज केवल जोड़ तोड़ के बाद ही धन की आमद हो सकेगी वह भी अनर्गल कार्यो में खर्च ना हो इसका ध्यान रखें। पैतृक संबंधी कार्यो अथवा वस्तु की हानि होने की सम्भवना है सतर्क रहने पर भी इससे बच नही पाएंगे। संध्या के समय भाग्य का साथ मिलेगा नए लाभ के संबंध जुड़ेंगे। सेहत में थोड़ी बहुत नरमी भी आएगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन किसी न किसी रूप में हानि देकर जाएगा विशेषकर व्यावसायिक कार्यो में जदबाजी ना करें धोखा होने की संभावना है। सरकारी कार्यो में थोड़ी बहुत राहत मिलेगी लेकिन विवाद के बाद ही। काम धंदा संभावनाओं पर केंद्रीत रहेगा लोग आश्वासन देंगे लेकिन काम के समय अपनी बात से फिर जाएंगे। धन संबंधित नई संमस्या बनेगी धन के डूबने या फंसने के आसार है लेन देन में कहासुनी से बचे बाद में पछताना पड़ेगा। स्वभाव में भावुकता अधिक रहेगी किसी की हास्य की बातों को भी दिल से लगाकर दुखी होंगे। परिवार में उदासीनता रहेगी आपस मे तालमेल की कमी रहेगी। यात्रा अतिआवश्यक होने पर ही करें सेहत खराब होगी धन भी व्यर्थ व्यय होगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप अपनी छवि सुधारने का प्रयास करेंगे दिखावे की मानसिकता रहेगी जिससे व्यक्तित्त्व सुधारने की जगह लोग आपको चापलूस समझेंगे। संतान अथवा अन्य मित्र रिश्तेदार की बीमारी पर खर्च करना पड़ेगा। घर के सदस्यों को प्रसन्न रखने का हर संभव प्रयास करेंगे फिर भी इसमें सफल नही हो पाएंगे। पति अथवा पत्नी में आपसी तालमेल की कमी रहेगी गलतफहमी के कारण कलह भी हो सकती है। कार्य व्यवसाय की स्थिति भी असामान्य रहेगी जिस समय लाभ की आशा रहेगी तभी कोई न कोई टांग अड़ाकर इससे दूर करेगा धन लाभ की जगह खर्च अधिक होगा। शत्रु पक्ष आज प्रबल रहेगा अनैतिक कार्यो से बचे अन्यथा स्वयजनो से कलह कोर्ट कचहरी की नौबत आ सकती है। लंबी यात्रा आज ना करें आर्थिक हानि होगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन सफलता दायक है दिन के आरंभ से ही लक्ष्य बनाकर धर्य से कार्य करे जो भी कार्य करेंगे उसमे थोड़ी बहुत परेशानी के बाद सफलता अवश्य मिलेगी। किसी पुरानी योजना से धन की आमद निश्चित होगी कार्य व्यवसाय बेहतर चलेगा लेकिन उधारी के व्यवहार अधिक होने पर आर्थिक लाभ कम ही मिल सकेगा। आज सरल कार्यो की तुलना में जटिल अथवा अनैतिक मार्ग से लाभ की संभावना अधिक है लेकिन सरकार विरोधी गतिविधियों से बचे आगे मान हानि के साथ धन नाश हो सकता है। अपने खर्च में कमी लाकर पैतृक वस्तुओ और प्रतिष्ठा में वृद्धि करेंगे पति/पत्नी में थोड़ी अनबन के बाद भी आवश्यकता के समय सहयोग अवश्य मिलेगा। जोड़ो संबंधित समस्या बनी रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा लेकिन आज आपको पूर्व में किसी की सहायता ना कर पाने का अफसोस भी होगा। स्वार्थ सिद्धि की भावना अधिक रहेगी प्रत्येक कार्य मे अपना लाभ देखेंगे सहकर्मी को आपका मतलबी स्वभाव अंदर से खलेगा विचारों में मतभेद रहने के कारण कुछ कार्य अधूरे रह सकते है लेकिन परिस्थिति जैसी भी हो आपका व्यवहार अन्य के प्रति रूढ़ ही रहेगा। कार्य व्यवसाय से अकस्मात धन मिलने की संभावना है लेकीन धन व्यवसाय से मिलकर व्यवसाय में ही लगाना पड़ेगा परिजनो की आवश्यकताओं को अनदेखा करने पर जिद बहस होगी। संकलन नही कर पाएंगे। घर मे भाई बहनों का स्वभाव जिद्दी रहेगा घर की तुलना में बाहर का वातावरण अधिक शांति देगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन बीते कल की तुलना में विपरीत फलदायी रहेगा अपने रूखे व्यवहार के कारण जो लोग आपको सम्मान दे रहे थे वे ही मन ही मन कोसेंगे। कार्य क्षेत्र पर स्वतः बन रहे सौदों को नासमझी में बिगाड़ लेंगे। मध्यान के बाद परिस्थिति कुछ अनुकूल बनेगी धन की आमद किसी के सहयोग से हो जाएगी धार्मिक परोपकार के कार्य मे खर्च होगा संचित कोष में कमी आएगी व्यर्थ के कार्यो में खर्च ना हो इसका ध्यान रखें आगे आर्थिक विषमताओं से बचेंगे। संतान का सुख सहयोग मिलेगा लेकिन मन मे स्वार्थ सिद्धि की भावना भी रहेगी। माता से सुखदायक समाचार मिलेगा। स्त्री वर्ग से लाभ की संभावना है। सर्दी जुखाम अथवा त्वचा संबंधित रोग हो सकता है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज के दिन आपके घर मे किसी महिला का जिद्दी व्यवहार परेशानी में डालेगा अपनी जिद के कारण स्वयं शारीरिक एवं मानसिक कष्ट भोगेंगी साथ मे आपसे भी भागदौड़ करवाएंगी। मध्यान का समय आपकी सेहत में सुधार आने के बाद फिर से गिरावट लाएगा ज्यादा परिश्रम वाले कार्य से बचे अन्यथा अन्य के भरोसे रहना पड़ेगा। व्यावसायिक गतिविधियां आज सुस्त रहेंगी धन की आमद के लिये किसी की खुशामद करनी पड़ेगी जो होगा वह भी तुरंत व्यर्थ के कार्यो में खर्च हो जाएगा। किसी से पूर्व में किया वादा पूर्ण करने में असमर्थ रहेंगे मन मे अपमान का भय भी रहेगा। भाग्य पक्ष कमजोर होने के कारण कोई महत्तवपूर्ण निर्णय अनुभवी की सलाह के बाद ही ले आगे के लिये लाभदायक रहेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन सावधानी से बिताए लोगो को आपकी भले के लिये कही बात भी बुरी लगेगी स्वयं का पराक्रम भी आज कमजोर रहेगा जल्दी से किसी निर्णय लेने में परेशानी आएगी। पूर्व में किया कोई गलत कार्य सामने आने पर माता अथवा अन्य निकटस्थ व्यक्ति से कहा सुनी होने की संभावना है आज अपने विचारों को अपने तक ही सीमित रखें लोग आपकी गलती पकड़ने के प्रयास में रहेंगे। कार्य व्यवसाय की स्थित भी चंचल रहेगी नियमित आय में कमी आएगी आवश्यकता अनुसार लाभ कही न कहींसे हो ही जायेगा संचित कोष में अपनी संकीर्ण प्रवृति से वृद्धि करेंगे संतानों के ऊपर नजर रखें अनैतिक कार्यो में पड़ने की संभावना है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपका व्यवहार अनाड़ियों जैसा रहेगा स्वयं को अन्य लोगो की तुलना में श्रेष्ठ दिखाने के चक्कर मे उल्टे हास्य के पात्र बनेंगे। आज आपका दिमाग धन संचय की जगह जमा पूंजी से शौक पूरे करने पर रहेगा। हृदय के साहस में वृद्धि होगी लेकिन इससे किसी न किसी को परेशान ही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर अधिकारों को लेकर किसी से बहस हो सकती है आज अतिरिक्त आय बनाने के चक्कर मे हाथ आये लाभ से भी वंचित रह सकते है जितना मिले उसी में संतोष करे धन लाभ किसी न किसी रूप में अवश्य ही होगा। घर मे किसी परिजन से ईर्ष्या का भाव रहने के कारण वातावरण खराब रहेगा। असंयमित दिनचर्या अधिक थकान बनाएगी। किसी से किया वादा पूरा करने के लिए यात्रा करनी पड़ेगी।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आपके ऊपर आवेश हावी रहेगा। बुद्धि विवेक रहने के बाद भी अपनी बात मनवाने के लिये किसी पर भी अनैतिक दवाब डालेंगे विशेष लाभ आज माता अथवा किसी अन्य स्त्री के सहयोग से होने की संभावना है परंतु इसके लिए व्यवहार में नरमी रखनी पड़ेगी अन्यथा लाभ की जगह आपसी मन मुटाव हो सकता है। कार्य क्षेत्र से गुप्त युक्तियों के बल पर धन कमाएंगे अचल संपत्ति के कार्यो से भी लाभ होगा लेकिन आशा से कम ही। संतान से आज संबंध असमान्य रहेंगे एक दूसरे के प्रति राग द्वेष की भावना रहेगी। शत्रु पक्ष पीठ पीछे हानि पहुचाने का प्रयास करेंगे लेकिन सफल नही हो सकेंगे। यात्रा से लाभ होगा पुराने धन की वसूली होने की संभावना है। जोड़ो के पुराने दर्द अथवा गैस कब्ज की शिकायत से परेशानी होगी।
*~⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙⁙~*


एकादशी की आपको शुभकामनाएं कल एकादशी है
03 मार्च 2023, शुक्रवार को
श्री आमलकी एकादशी है

हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
राधे राधे श्याम मिला दे

हमारे महापुरुषों का मत है, कि क्षमा मांग लेना फिर भी आसान है मगर किसी को क्षमा कर देना कदापि आसान काम नहीं। क्षमा सबके बस की बात नहीं तभी तो कहा गया है कि क्षमा साहसी लोगों का आभूषण है और क्षमा वाणी का भी आभूषण है।

बलवान वो नहीं जो किसी को दण्ड देने की सामर्थ्य रखता हो अपितु बलवान वो है जो किसी को क्षमा करने की सामर्थ्य रखता हो। अगर आप किसी को क्षमा करने का साहस रखते हैं तो सच मानिये कि आप एक शक्तिशाली सम्पदा के धनी हैं और इसी कारण आप सबके प्रिय भी बन जाते हैं।

आजकल परिवारों में अशांति और क्लेश का एक प्रमुख कारण यह भी है कि हमारे जीवन से और जबान से क्षमा नाम का गुण लगभग गायब सा हो गया है। दूसरों को क्षमा करने की आदत डाल लो जीवन की बहुत समस्याओं से बच जाओगे। जिसके जीवन एवं जिह्वा में क्षमा है, उसके जीवन में सुख है, शांति है, आनंद है।

हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे
राधे राधे श्याम मिला दे

*शुभ गुरूवार*
यहां जानिए कुछ उपाय, जिनसे गुरु ग्रह के दोषों को दूर किया जा सकता है…
1. हर गुरुवार श्री विष्णु भगवान को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इस उपाय से गुरु ग्रह के दोष दूर होते हैं।
2. गुरुवार को गुरु ग्रह के लिए व्रत रखें। इस दिन पीले कपड़े पहनें। बिना नमक का खाना खाएं। भोजन में पीले रंग का पकवान जैसे बेसन के लड्डू, आम, केले आदि भी शामिल करें।.
3. गुरु बृहस्पति की प्रतिमा या फोटो को पीले कपड़े पर विराजित करें और पूजा करें। पूजा में केसरिया चंदन, पीले चावल, पीले फूल और प्रसाद के लिए पीले पकवान या फल चढ़ाएं।
4. गुरु मंत्र का जप करें- मंत्र- ॐ बृं बृहस्पते नम:। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए।
5. गुरु से जुड़ी पीली वस्तुओं का दान करें। पीली वस्तु जैसे सोना, हल्दी, चने की दाल, आम (फल) आदि।
6. गुरुवार को सूर्योदय से पहले उठें। स्नान के बाद भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
7. गुरुवार की शाम को केले के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं। केले की पूजा करें और लड्डू या बेसन की मिठाई चढ़ाएं।
8. गुरुवार की विशेष पूजा के बाद स्वयं के माथे पर केसर का तिलक लगाएं। यदि केसर नहीं हो तो हल्दी का तिलक भी लगा सकते हैं।
9. गुरुवार को माता-पिता एवं गुरु के चरण स्पर्श करें और आशीर्वाद प्राप्त करें।
इन उपायों से धन, संपत्ति, विवाह और भाग्य संबंधी बाधाएं दूर हो सकती हैं।
🙏ज्योतिषाचार्य विनोद जी महाराज
पुजारी श्री गिलहराज जी मन्दिर