अगस्त 14, 2024 (बुधवार)
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के समूल नाश के लिए सुरक्षाकर्मियों का पहाड़ों-घाटियों और कईं अलग-अलग स्थानों पर सर्च अभियान जारी हैं। इस क्रम में बुधवार को डोडा के अस्सार क्षेत्र में भारतीय सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने सर्च अभियान चलाया।आतंकी मुठभेड़ में देहरादून निवासी 25 वर्षीय भारतीय सेना के 48 राष्ट्रीय राइफल्स कैप्टन दीपक सिंह वीरगति को प्राप्त हो गए।
कश्मीर में इस्लामी आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में उतराखंड के कैप्टेन का बलिदान होना बहुत दुखद है। भारत सरकार को समझना चाहिए कि पाकिस्तान भिखारी बन गया लेकिन उसने आतंकवाद नहीं छोड़ा। इसलिए आतंकवाद का अड्डा बन चुके पाकिस्तान के प्रोक्सी वार का जवाब देने का ये सही समय है राफेल अपाचे अग्नि आकाश ब्रह्मोस को सजायें नहीं अपितु तत्काल सदुपयोग करें, कर दें हिसाब बराबर। शठेशाठ्यंम समाचरेत।
दो कौड़ी का कोई इस्लामी आतंकी हमारे इतने महत्वपूर्ण मूल्यवान जवानों की हत्या करते हैं और सरकार कड़ी निंदा करके पल्ला झाड़ लेती है। ऐसा कब तक चलेगा!!
महाभारत के युद्ध में कर्ण धराशायी हो गया हथियार विहीन हो गया तो अर्जुन भाईचारा निभाने पर उतर आया बोला निहत्थे योद्धा पर वाण नहीं चलाऊंगा। तब श्रीकृष्ण ने याद दिलाया कि ” ये वही कर्ण है जिसके होते निहत्थे अभिमन्यु को मारा गया था ये दुर्योधन जैसे अधर्मी के साथ खड़ा है। इसलिए अधर्मी हाथ में शस्त्र की प्रतीक्षा करना भी अधर्म का साथ देना ही कहा जायेगा, यही उचित अवसर है चलाओ वाण”। वही हम कह रहे हैं आतंकवाद का अड्डा बन चुके पाकिस्तान को नक्शे से गायब करने का और गाजा पट्टी बनाने का ऐसा अवसर बार बार नहीं आयेगा। मत चूको चौहान बंग्लादेश के हिन्दू नरसंहार और पाकिस्तान के आतंक का एक साथ हिसाब चुकता करना चाहिए। पूरा देश आपके साथ है।
ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज संस्थान की ओर से कैप्टन दीपक सिंह को भावभीनी श्रध्दांजलि नमन् और लाखों सैल्यूट। जय हिंद।, ✍️हरीश मैखुरी
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तीन दिन पहले ही चमोली जिले के पोखरी ब्लॉक के करछुना गांव निवासी दीपेंद्र कंडारी जो कि 17वीं बटालियन गढ़वाल राइफल में तैनात थे, उनके जम्मू कश्मीर के तंगधार क्षेत्र में शहीद होने का दुखद समाचार मिला था।
ये केवल नाम भर नहीं हैं ये अपने परिवार के चिराग हैं उम्मीद हैं आशा हैं देश के अति महत्वपूर्ण जवान हैं जिन्हें दो कौड़ी मुसलमान आतंकी अपना शिकार बना रहे हैं। हमें भारत में भी आतंक की नर्सरी बन चुके मदरसे बंद करने होंगे। इसे असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वा ने कैसे किया उनसे परामर्श लेना चाहिए।
भगवान दीपेन्द्र कंडारी को अपने श्री चरणों में स्थान दें,तथा परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति।✍️हरीश मैखुरी
#गैरसैंण_भराड़ीसैंण
#स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के
#भराडीसैंण में स्थित विधानसभा भवन
#तिरंगी आभा की रोशनी से आजादी का संदेश दे रहा है
#आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई💐🇮🇳🇮🇳🇮🇳💐