इस पृथ्वी पर एक साथ दो विपरीत घटनाएं हो रही हैं भारत में भव्य महाकुंभ में प्रति दिन डेढ़ करोड़ लोग स्नान ध्यान और दान कर रहे हैं दूसरी ओर नास्तिकों के शहर आग से जल रहे हैं और असुरों देश बमब्लास्टों से त्राहि-त्राहि कर रहे हैं, पूजा पाठ के लाभकारी नियम, आज का पंचाग आपका राशि फल

हमारी धरती पर एक ही समय में, एक साथ दो सर्वदा विपरीत घटनाएं हो रही हैं… एक तरफ ईश्वर में संपूर्ण श्रद्धा रखने वाला जनसमूह एक साथ एकत्र हो रहा है तो एक तरफ ईश्वर को पूर्णत: नकारने वाला जनसमूह त्राहि त्राहि कर है! 

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*भारत के प्रयागराज में 13 जनवरी से प्रतिदिन ढाई करोड़ के औसत से, प्रकृति के कण कण में ईश्वर को पूजने वाला जनसमूह, श्रद्धा और विश्वास की डुबकी लगा रहा है!* 

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2025 हॉलीवुड गोल्डन अवार्ड, जो 5 जनवरी को USA के लॉस एंजेल्स नगर में ••••• *”GOD does not exist अर्थात ईश्वर का कोई अस्तित्व नही”*•••• थीम के साथ मनाया गया था और शहर को “Godless city” घोषित किया गया था! और शायद इस बात को GOD नें दिल पर ले लिया कि “मुझसे पंगा” , और फिर 2 दिन बाद 7 जनवरी को ही अपना असली रूप दिखाया और तब से आजतक निरंतर … *इल्युमिनाटी City (LA)जल रहा है… और अब GOD के अस्तित्व को ही नकारने वाले लॉस एंजेल्स वासी कह रहे है “Oh my God”… ….*

एक तरफ अग्निदेव खेल खेल रहे हैं, दूसरी ओर करोड़ों का समूह शीतल पावन जल में स्नान कर रहा है … एक तरफ ईश्वर का तिरस्कार है, दूसरी ओर हाड़ कंपा देने वाली सर्दी पर ईश्वरीय आस्था और श्रद्धा भारी हैं.. एक तरफ धन, वैभव और ऐश्वर्य का अहंकार भस्म हो रहा है तो दूसरी ओर गृहस्थ, वैराग्य, कर्म, धर्म, आस्था, श्रद्धा और त्याग का अथाह समुद्र हर्ष और उल्लास से लहलहा रहा है। 

*जयतु जयतु सनातन: जयतु भारत:*

*हर हर महादेव🙏🏻🙏🏻🙏🏻*

बागेश्वर बाबा की बड़ी घोषणा !

“बागेश्वर सेना” बनाएंगे पंडित धीरेंद्र शास्त्री।

कन्वर्जन को रोकने के लिए पंडित धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा कदम!

बागेश्वर सेना में प्रमुख रूप से आदिवासियों को जोड़ा जाएगा।

बाबा बागेश्वर ने कहा, “आदिवासी समाज न केवल अत्यंत सरल समाज है, बल्कि भोला भाला समाज भी है।”

“यही वजह है कि लोग इन्हें गुमराह कर इनका कन्वर्जन करा रहे हैं।”

“समाज में जागरूकता लाकर इन्हें सनातन धर्म की आर्मी के रूप में खड़ा करना है।”

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*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम*
*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_बुधवार, २२ जनवरी २०२५_*
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सूर्योदय: 🌄 ०७:१८
सूर्यास्त: 🌅 ०५:४७
चन्द्रोदय: 🌝 २५:३५
चन्द्रास्त: 🌜११:४३
अयन 🌖 उत्तरायणे
(दक्षिणगोलीय)
ऋतु: 🏔️ शिशिर
शक सम्वत: 👉 १९४६ (क्रोधी)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८१ (पिंगल)
मास 👉 माघ, पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 अष्टमी (१५:१८ सेनवमी)
नक्षत्र 👉 स्वाती (२६:३४ सेविशाखा)
योग👉शूल(२८:३८ से गण्ड)
प्रथम करण👉कौलव(१५:१८तक
द्वितीय करण 👉 तैतिल(२८:३१ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मकर, चंद्र 🌟 तुला
मंगल🌟मिथुन(उदित,पूर्व,वक्री)
बुध 🌟धनु(अस्त,पूर्व,मार्गी)
गुरु🌟वृष(उदित,पश्चिम,वक्री)
शुक्र 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, मार्गी)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मीन, केतु 🌟 कन्या 
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌
अमृत काल 👉 १६:४१ से १८:२९
विजय मुहूर्त 👉 १४:१४ से १४:५६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:४३ से १८:१०
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:४५ से १९:०६
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०२ से २४:५५
राहुकाल 👉 १२:२९ से १३:४८
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०८:३१ से ०९:५०
दुर्मुहूर्त 👉 १२:०८ से १२:५०
होमाहुति 👉 राहु
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१५:१८ तक)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम
शिववास 👉 गौरी के साथ (१५:१८ से सभा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत, ३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग, ७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ, ३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल, ७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।

शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗⛵🛫
पश्चिम-दक्षिण (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष〰️〰️〰️〰️
विवाहादि मुहूर्त मकर- कुम्भ ल० (प्रातः ०७:२० से १०:०५), मेष ल० (प्रातः ११:३१ से दोपहर ०१:०५) मिथुन ल० (दोपहर ०३:०६ से सांय ०५:१८), गोधुलि ल० (सांय ०६:०३ से ०७:४३ तक), चूडाकर्म (मुण्डन) संस्कार मुहूर्त+नींव खुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त+गृह प्रवेश मुहूर्त+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:२० से ०९:५६ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ११:१८ से दोपहर १२:२७ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २६:३४ तक जन्मे शिशुओ का नाम
स्वाती नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (रे, रो, ता) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम विशाखा नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (ती) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मकर – ३०:४६ से ०८:२७
कुम्भ – ०८:२७ से ०९:५३
मीन – ०९:५३ से ११:१६
मेष – ११:१६ से १२:५०
वृषभ – १२:५० से १४:४५
मिथुन – १४:४५ से १७:००
कर्क – १७:०० से १९:२२
सिंह – १९:२२ से २१:४०
कन्या – २१:४० से २३:५८
तुला – २३:५८ से २६:१९+
वृश्चिक – २६:१९+ से २८:३८+
धनु – २८:३८+ से ३०:४२+
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०७:१२ से ०८:२७
रोग पञ्चक – ०८:२७ से ०९:५३
शुभ मुहूर्त – ०९:५३ से ११:१६
शुभ मुहूर्त – ११:१६ से १२:५०
रोग पञ्चक – १२:५० से १४:४५
शुभ मुहूर्त – १४:४५ से १५:१८
मृत्यु पञ्चक – १५:१८ से १७:००
अग्नि पञ्चक – १७:०० से १९:२२
शुभ मुहूर्त – १९:२२ से २१:४०
रज पञ्चक – २१:४० से २३:५८
शुभ मुहूर्त – २३:५८ से २६:१९+
चोर पञ्चक – २६:१९+ से २६:३४+
शुभ मुहूर्त – २६:३४+ से २८:३८+
रोग पञ्चक – २८:३८+ से ३०:४२+
शुभ मुहूर्त – ३०:४२+ से ३१:१२+
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपका पल पल में बदलता स्वभाव स्वयं के साथ आस पास के लोगो को भी असमंजस में डालेगा। घर अथवा कार्य क्षेत्र पर बदलाव लाने का विचार बनेगा परन्तु आज ना ही करे तो बेहतर रहेगा कार्य व्यवसाय से लाभ की संभावना दिन भर बनी रहेगी लेकिन होगा आकस्मिक ही। आर्थिक कारणों से किसी से कलह होने की संभावना है धैर्य से काम के अन्यथा संबंध खराब हो सकते है। संतान का महत्त्वपूर्ण सहयोग कार्य क्षेत्र पर मिलेगा लेकिन इससे कोई विशेष लाभ नही उठा पाएंगे। आज सहकर्मी एवं पति-पत्नी के प्रति मन मे हीन भावना आएगी। हरि वस्तुओ की दलाली से अच्छा लाभ मिल सकता है। आवश्यक कार्य दिन रहते कर ले कल से परिस्थिति हानिकारक बनने वाली है। स्वास्थ्य में शाम से गिरावट अनुभव करेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपसे भावनाओ में बहकर कोई अनैतिक कार्य हो सकता है जिसका बाद में पछतावा भी होगा। कार्य क्षेत्र पर कई बार लाभ की संभावना बनेगी लेकिन लाभ आज मुश्किल से ही हो पायेगा। सफेद वस्तुओ के व्यवसाय में आज तेजी रहेगी लेकिन व्यवसायी वर्ग भविष्य के लिये काली वस्तुओ में निवेश करे लाभ की संभावना अधिक रहेगी किसी को उधार देना पड़ेगा। शल्य चिकित्सा के योग भी है कराने से पहले अनुभवी की सलाह अवश्य लें। घर का वातावरण नरम गरम रहेगा पतिपत्नी के बीच शंका जन्म लेने से कलह हो सकती है। सन्तानो से भी संबंधों में चंचलता आएगी। सिर अथवा हड्डी संबंधित विकार से परेशानी हो सकती है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपके लिये उतार चढ़ाव से भरा रहेगा लेकिन स्वभाव से परोपकारी रहने का लाभ किसी न किसी रूप में अवश्य मिलेगा। धर्म कर्म में आज भी काफी निष्ठा रहेगी लेकिन पूजा पाठ के लिये समय कम ही मिल पायेगा। कार्य व्यवसाय को लेकर मन में सुबह से ही योजना बनाते रहेंगे लेकिन आज सहयोग की कमी अथवा किसी अन्य के विलंब के कारण मध्यान के बाद ही सोची योजना पर कार्य आरंभ हो सकेगा। धन की आमद संभावना होने पर भी अंतिम क्षण में आगे के लिये लटक सकती है। आज आपको कोई मूल्यवान वस्तु मिलने की संभावना है लेकिन इसके गलत हाथ मे जाने से हानि भी हो सकती हैं। हर किसी पर विश्वाश ना करें। सन्तानो को छोड़ घर के अन्य सभी सदस्य एकमत रहेंगे खास कर पति पत्नी में अच्छी पटेगी। कुछ समय के लिये शारीरिक शिथिलता भी बनेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आप शांति से बिताने का प्रयास करेंगे लेकिन घर अथवा कार्य क्षेत्र का वातावरण क्रोध के लिये उकसाएगा। काम धंधे को लेकर आज ज्यादा भागदौड़ करनी पड़ेगी फिर भी परिणाम आशाजनक नही मिलेंगे केवल कमीशन वाले कार्यो से जुड़े लोग कम मेहनत में अधिक मुनाफा कमा सकेंगे अन्य व्यवसायी वर्ग को लाभ के लिये इंतजार करना पड़ेगा नौकरी पेशा लोग अपने व्यवहार में मिठास रखें अन्यथा स्थान परिवर्तन या नौकरी खतरे में पड़ सकती हैं पति अथवा संतान का व्यवहार दुखी करेगा फिर भी महिलाएं आज बेतुकी बयानबाजी से बचे। वायु विकार से शरीर मे दर्द एवं गैस बदहजमी की शिकायत होगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आपका स्वभाव अत्यंत जिद्दी रहेगा लेकिन इसका कुछ न कुछ लाभ भी मिलेगा। आज जिस कार्य को हाथ मे लेंगे उसे लाभ हानि की परवाह किये बिना पूर्ण करने के बाद ही चैन से बैठेंगे। मध्यान के समय व्यवसाय अथवा नौकरी में सहकर्मी अधिकारी से अहम को लेकर टकराव की स्थिति बनेगी लेकिन थोड़े ही देर में कोई शुभ समाचार मिलने पर वातावरण शांत हो जाएगा। आज आध्यात्म से अवश्य जुड़े रहे इसका अप्रत्यक्ष लाभ जरूर मिलेगा। घर मे भी सदस्यों में श्रेष्ठ दिखने की होड़ रहेगी। भाई बंधुओ से व्यवहार बनाये रहे आकस्मिक लाभ मिल सकता है। पर्यटन की योजना बनेगी निकट भविष्य में इसपर अधिक खर्च होगा। नेत्र संबन्धित विकार हो सकता है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आपका स्वभाव तो संतोषि रहेगा परिस्थिति के अनुसार स्वयं को ढाल लेंगे लेकिन घर के सदस्यों की महात्त्वकांक्षाये अधिक रहेगी खास कर महिलाए एवं संतान देखादेखी में किसी महंगी वस्तु की मांग कर दुविधा में डालेंगी।परिवार के बुजुर्ग को छोड़ अन्य सभी आपके उदासीन व्यवहार से चिड़ेंगे। भाई बंधुओ से भी किसी बात को लेकर जिद बहस होगी लेकिन आपका नरम व्यवहार मामले को गंभीर नही होने देगा। सरकार संबंधित कार्य से भागदौड़ के बाद आज भी कोई परिणाम नही मिलने से मन परेशान होगा। लेकिन बेरोजगार लोग प्रयास जारी रखें कहीं से शुभ समाचार मिल सकते है। संध्या के समय धन संबंधित मामलों को लेकर मन मे हीं भावना आएगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन आप अपनी ही मस्ती में मस्त रहेंगे किसी कार्य मे सहज सफलता मिलने से मन ही मन प्रसन्न भी रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर आज व्यवसाय आशानुकूल नही रहेगा फिर भी पैतृक व्यवसाय से अल्प लाभ हो जाएगा। खाद्य प्रदार्थ स्वर्ण एवं सफेद वस्तुओ में निवेश आगे लाभ दिलाएगा।पिता अथवा पैतृक मामलों में किसी परिजन से तीखी बहस हो सकती है व्यवहार में नरमी बरते अन्यथा आगे के लिये परेशानी होगी। भाई बंधुओ के ऊपर भी खर्च हो सकता है। सरकारी एवं जमीनी मामलों को आज प्राथमिकता दे लेदेकर सफल होने के ज्यादा आसार है। घर मे पति अथवा पत्नी की सेहत अकस्मात खराब होगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज भी परिस्थियां आपके विपरीत ही रहने वाली है कल से स्थिति में सुधार आने लगेगा इसलिये महत्त्वपूर्ण निर्णय कल के ऊपर टालना बेहतर रहेगा। आज दिन के पूर्वार्द्ध से ही मन किसी अनजाने भय से व्याकुल रहेगा। कार्य व्यवसाय में भी नुकसान के कारण डर कर कार्य करेंगे। उधारी के धन को लेकर भी मन मे चिंता लगी रहेगी। आज कोई भी अनैतिक कार्य करने से बचे अन्यथा कानूनी उलझनों में फंस सकते है। असफलता के कारण स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहने से घर का वातावरण अशांत होगा। मध्यान के बाद से स्थिति में सुधार तो आएगा लेकिन साहस की कमी निर्णय लेने से रोकेगी। घर का वातावरण संध्या बाद से सामान्य होने लगेगा लेकिन स्नेह की कमी फिर भी रहेगी। शरीर मे छोटे मोटे विकार लगे रहेंगे।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन लगभग ठीक ठाक ही रहेगा आपकी मानसिकता सुखोपभोग की अधिक रहेगी इसके ऊपर खर्च करने में सोचेंगे नही। भाग्य का साथ भी मिलने से जिस कार्य को करेंगे उसमे अन्य की तुलना में शीघ्र ही सफलता पा लेंगे धन लाभ भी आज आवश्यकता से अधिक होगा। कार्य क्षेत्र पर विवेक का परिचय दे भागीदारों अथवा अन्य सहकर्मियो से किसी बात को लेकर गलतफहमी पनपेगी। घर का वातावरण आनददायक रहेगा माता से विशेष लगाव होने से मनोकामना पूर्ति हो सकेगी लेकिन संतान संबंधित कोई नई समस्या से परेशान होंगे संध्या बाद का समय दिन की तुलना में शांति से बिताएंगे परोपकार की भावना आज कम ही रहेगी। सेहत आज ठीक ही रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप मेहनत करने में कमी नही रखेंगे फिर भी सफलता संदिग्ध ही रहेगी। नौकरी वाले जातको का ध्यान कार्य मे कम इधर उधर की बातों में अधिक रहेगा व्यवसाय से जुड़े लोग आज सौंदर्य अथवा साज सज्जा के सामान एवं दैनिक उपयोग की वस्तुओ एवं पर बिना विचार निवेश कर सकते है परन्तु तुरंत लाभ की उम्मीद न रखे निकट भविष्य में अवश्य धन मिलेगा। आज भी आवश्यकता अनुसार धन कही न कहींसे मिल ही जायेगा। पति पत्नी के बीच संबंधों में निकटता आएगी छोटी मोटी बातो को अनदेखा करें संतान के विषय मे अशुभ समाचार मिलने से चिंता होगी। माता की सेहत भी चिंता का विषय बनेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपका व्यवहार एक समान नही रहेगा जिससे स्वार्थ होगा उसी से व्यवहार करना पसंद करेंगे विपरीत लिंगीय आकर्षण आज भी अधिक रहेगा नियंत्रण में रहे अन्यथा निकट भविष्य में किसी मुसीबत में फंस सकते है। कार्य व्यवसाय आज अनिश्चितता रहेगी मध्यान के आस पास आकस्मिक लाभ की संभावना है लापरवाही ना करें वरना आपके हिस्से का लाभ किसी प्रतिद्वन्दी के हिस्से में भी जा सकता है। आज सार्वजिक क्षेत्र पर कम बोलने पर ही सम्मान मिलेगा इसका भी ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर स्वार्थी व्यवहार के कारण पुराने संबंध खराब हो सकते है। दाम्पत्य जीवन मे भी आज तालमेल कम ही रहेगा पति पत्नी एक दूसरे की कमियां निकालेंगे लेकिन संताने विवेकी व्यवहार करेंगी। मूत्राशय संबंधित रोग हो सकता है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
बीते दिन की असंयमित दिनचार्य का प्रभाव आज दिन के पहले भाग में देखने को मिलेगा थकान एवं शरीर मे अकड़न की शिकायत के चलते दैनिक कार्य भी जबरदस्ती करने पड़ेंगे पुरुषों की अपेक्षा महिलाओ को अधिक कमजोरी अनुभव होगी। मध्यान से राहत मिलने लगेगी फिर भी आज आपका मन उखड़ा हुआ ही रहेगा। कार्य व्यवसाय से थोड़ा बहुत लाभ आसानी से हो जावेगा ज्यादा लोभ से बचे आयात निर्यात अथवा बाहरी क्षेत्र संबंधित कार्यो से कुछ ख़र्च करने के बाद धन लाभ हो सकता है लेकिन आज धन को रोक नही पाएंगे। संध्या से पहले किसी भी कार्य मे जोखिम ना ले संध्या के बाद किया निवेश शीघ्र ही फलती होगा। बिजली के उपकरण एवं वाहनादि से सावधानी बरतें।

पूजा से जुड़ी हुईं अति महत्वपूर्ण बातें।।*

★ एक हाथ से प्रणाम नही करना चाहिए।

★ सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए। 

★ बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्रणाम करें। 

★ जप करते समय जीभ या होंठ को नहीं हिलाना चाहिए। इसे उपांशु जप कहते हैं। इसका फल सौगुणा फलदायक होता हैं।

★ जप करते समय दाहिने हाथ को कपड़े या गौमुखी से ढककर रखना चाहिए। 

★ जप के बाद आसन के नीचे की भूमि को स्पर्श कर नेत्रों से लगाना चाहिए।

★ संक्रान्ति, द्वादशी, अमावस्या, पूर्णिमा, रविवार और सन्ध्या के समय तुलसी तोड़ना निषिद्ध हैं।

★ दीपक से दीपक को नही जलाना चाहिए।

★ यज्ञ, श्राद्ध आदि में काले तिल का प्रयोग करना चाहिए, सफेद तिल का नहीं। 

★ शनिवार को पीपल पर जल चढ़ाना चाहिए। पीपल की सात परिक्रमा करनी चाहिए। परिक्रमा करना श्रेष्ठ है, 

★ कूमड़ा-मतीरा-नारियल आदि को स्त्रियां नहीं तोड़े या चाकू आदि से नहीं काटें। यह उत्तम नही माना गया हैं। 

★ भोजन प्रसाद को लाघंना नहीं चाहिए।

★ देव प्रतिमा देखकर अवश्य प्रणाम करें।

★ किसी को भी कोई वस्तु या दान-दक्षिणा दाहिने हाथ से देना चाहिए।

★ एकादशी, अमावस्या, कृृष्ण चतुर्दशी, पूर्णिमा व्रत तथा श्राद्ध के दिन क्षौर-कर्म (दाढ़ी) नहीं बनाना चाहिए ।

★ बिना यज्ञोपवित या शिखा बंधन के जो भी कार्य, कर्म किया जाता है, वह निष्फल हो जाता हैं।

★ शंकर जी को बिल्वपत्र, विष्णु जी को तुलसी, गणेश जी को दूर्वा, लक्ष्मी जी को कमल प्रिय हैं।

★ शंकर जी को शिवरात्रि के सिवाय कुंुकुम नहीं चढ़ती।

★ शिवजी को कुंद, विष्णु जी को धतूरा, देवी जी को आक तथा मदार और सूर्य भगवानको तगर के फूल नहीं चढ़ावे।

★ अक्षत देवताओं को तीन बार तथा पितरों को एक बार धोकर चढ़ावंे।

★ नये बिल्व पत्र नहीं मिले तो चढ़ाये हुए बिल्व पत्र धोकर फिर चढ़ाए जा सकते हैं।

★ विष्णु भगवान को चावल गणेश जी को तुलसी, दुर्गा जी और सूर्य नारायण को बिल्व पत्र नहीं चढ़ावें।

★ पत्र-पुष्प-फल का मुख नीचे करके नहीं चढ़ावें, जैसे उत्पन्न होते हों वैसे ही चढ़ावें।

★ किंतु बिल्वपत्र उलटा करके डंडी तोड़कर शंकर पर चढ़ावें। 

★पान की डंडी का अग्रभाग तोड़कर चढ़ावें।

★ सड़ा हुआ पान या पुष्प नहीं चढ़ावे।

★ गणेश को तुलसी भाद्र शुक्ल चतुर्थी को चढ़ती हैं।

★ पांच रात्रि तक कमल का फूल बासी नहीं होता है।

★ दस रात्रि तक तुलसी पत्र बासी नहीं होते हैं।

★ सभी धार्मिक कार्यो में पत्नी को दाहिने भाग में बिठाकर धार्मिक क्रियाएं सम्पन्न करनी चाहिए।

★ पूजन करनेवाला ललाट पर तिलक लगाकर ही पूजा करें।

★ पूर्वाभिमुख बैठकर अपने बांयी ओर घंटा, धूप तथा दाहिनी ओर शंख, जलपात्र एवं पूजन सामग्री रखें।

★ घी का दीपक अपने बांयी ओर तथा देवता को दाहिने ओर रखें एवं चांवल पर दीपक रखकर प्रज्वलित करें। 

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