आज का पंचाग आपका राशि फल, शनि ग्रह और संसार चक्र पर उनका अद्भुत प्रभाव

*आइए जानते है शनिदेव की कुछ गूढ़ बातें-*🚩🚩🚩🚩🚩

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, ०८ दिसम्बर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०७:००
सूर्यास्त: 🌅 ०५:२२
चन्द्रोदय: 🌝 ११:०१
चन्द्रास्त: 🌜२१:४०
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: शरद्
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 मार्गशीर्ष
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 पञ्चमी (२१:२५ तक)
नक्षत्र 👉 श्रवण (२२:४० तक)
योग 👉 ध्रुव (१३:१० तक)
प्रथम करण 👉 बव (१०:२८ तक)
द्वितीय करण 👉 बालव (२१:२५ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृश्चिक
चंद्र 🌟 मकर
मंगल 🌟 वृश्चिक (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 वृश्चिक (अस्त, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 कुंम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 मकर (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌
अमृत काल 👉 १२:५६ से १४:२६
रवियोग 👉 २२:४० से ३१:०१
विजय मुहूर्त 👉 १३:५१ से १४:३३
गोधूलि मुहूर्त👉 १७:०७ से १७:३१
निशिता मुहूर्त 👉 २३:४२ से २४:३७
राहुकाल 👉 १२:०९ से १३:२६
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०८:१८ से ०९:३५
होमाहुति 👉 बुध
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पाताल (२१:२५ से पृथ्वी)
चन्द्रवास 👉 दक्षिण
शिववास 👉 कैलाश पर (२१:२५ से नन्दी पर)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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श्रीराम जानकी विवाहोत्सव, श्रीपंचमी, श्रीबाँकेबिहारी प्राकट्य उत्सव, शुक्र मकर में (१४:०४) से, विवाहादि मुहूर्त कुंम्भ लग्न प्रातः ११:३१ से दोपहर ०१:०१, सिंह लग्न रात्रि १०:३५ से १२:५१ तक, चूड़ाकर्म+गृहप्रवेश+उद्योग (मशीनरी) आरम्भ+भूमि-भवन क्रय-विक्रय+व्यवसाय आरम्भ+वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ११:०० से दोपहर १२:१९ तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:०८ से ०९:४२ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २२:४० तक जन्मे शिशुओ का नाम
श्रवण नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (खू, खे, खो) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम धनिष्ठा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमश (ग, गी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृश्चिक – २९:२१ से ०७:४०
धनु – ०७:४० से ०९:४४
मकर – ०९:४४ से ११:२५
कुम्भ – ११:२५ से १२:५१
मीन – १२:५१ से १४:१४
मेष – १४:१४ से १५:४८
वृषभ – १५:४८ से १७:४३
मिथुन – १७:४३ से १९:५८
कर्क – १९:५८ से २२:१९
सिंह – २२:१९ से २४:३८
कन्या – २४:३८ से २६:५६
तुला – २६:५६ से २९:१७
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०७:०१ से ०७:४०
रज पञ्चक – ०७:४० से ०९:४४
शुभ मुहूर्त – ०९:४४ से ११:२५
चोर पञ्चक – ११:२५ से १२:५१
शुभ मुहूर्त – १२:५१ से १४:१४
शुभ मुहूर्त – १४:१४ से १५:४८
चोर पञ्चक – १५:४८ से १७:४३
शुभ मुहूर्त – १७:४३ से १९:५८
रोग पञ्चक – १९:५८ से २१:२५
शुभ मुहूर्त – २१:२५ से २२:१९
मृत्यु पञ्चक – २२:१९ से २२:४०
अग्नि पञ्चक – २२:४० से २४:३८
शुभ मुहूर्त – २४:३८ से २६:५६
रज पञ्चक – २६:५६ से २९:१७
शुभ मुहूर्त – २९:१७ से ३१:०१
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आपका आज का दिन सफलता दायक रहेगा परिस्थितियां आपके अनुकूल बनी रहेंगी। दिन के पहले भाग में किसी बहुप्रतीक्षित कार्य के बनने से प्रसन्नता बढ़ेगी। कार्य क्षेत्र पर धन लाभ के साथ-साथ मान-सम्मान भी बढ़ेगा। नौकरी पेशा जातक विशेष कार्य के लिए नियुक्त किये जा सकते है। उधारी को लेकर चिंतित भी रहेंगे परन्तु मध्यान के बाद धन का आगमन होने से समस्याएं सुलझने लगेंगी। परिवार में किसी सदस्य के बीमार होने से थोड़ी भागदौड़ करनी पड़ सकती है। दाम्पत्य जीवन में प्रेम बना रहेगा। व्यावसायिक यात्रा से लाभ होगा। सामाजिक क्षेत्र में आज चाह कर भी योगदान नहीं कर पाएंगे। अधिक व्यस्तता के कारण थकान अनुभव होगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज सेहत में सुधार आने से काफी राहत अनुभव करेंगे। रुके हुए कार्यो में गति आएगी फिर भी सरकारी कार्य आज ना करे तो बेहतर रहेगा। किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए आप पूरी तरह से तैयार रहेंगे। परिजनों का सहयोग मिलने से आत्मविश्वाश में बढ़ोतरी होगी। धन सम्बंधित लेन-देन थोड़े विघ्न के बाद पूर्ण होंगे। भागीदारी के कार्य में नुक्सान हो सकता है। मध्यान बाद परिस्थितियां पूर्ण रूप से आपके पक्ष में रहेंगी। समाज के वरिष्ठ व्यक्ति की सहायता से भाग्योदय के अवसर मिलेंगे। घर में धार्मिक पूजा पाठ होने से मांगलिक वातावरण बनेगा। धन लाभ के लिए थोड़ा परिश्रम करना पड़ेगा। जायदाद सम्बंधित कार्यो में आंशिक सफलता मिलेगी। कामुकता भी अधिक रहेगी। अनैतिक कार्यो से दूर रहें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज आपको अपने स्वास्थ्य की संभाल करने की अत्यंत आवश्यकता है। मौसमी बीमारियों के कारण शरीर एवं दिमाग कम सक्रीय रहेंगे। आज के दिन परिश्रम से बचें। कार्य क्षेत्र पर गलत निर्णय के कारण हानि हो सकती है। लेकिन संध्या के आस पास थोडी मेहनत से संतोषजनक लाभ कमा लेंगे। परन्तु खर्च भी बराबर बने रहने से बचत मुश्किल से होगी। परिजनों से सम्बन्ध असामान्य रहेंगे। प्रियजनों के स्वभाव में स्वार्थ छलकेगा। आज आप मानसिक शान्ति पाने के लिये आध्यात्म का सहारा ले सकते है। काम के बोझ से दूर रहकर धर्म के रहस्यों को जानने का प्रयास करेंगे। स्त्री से अनबन रहेगी परन्तु सहयोग भी मिलेगा। दान-पुण्य के अवसर हाथ से ना जाने दें।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन भी आपके पक्ष में रहेगा। दिन के आरम्भ थोड़ी परेशानियों के बाद कार्य में गति आने लगेगी। मध्यान के बाद का समय कई सुनहरे अवसर लाएगा।
थोड़ा बहुत उतार चढ़ाव भी देखना पड़ सकता है परंतु आज धन एवं परिवार को लेकर संतोषजनक स्थिति बनेगी कंजूसी से खर्च पर नियंत्रण कर लेंगे। परिजनों अथवा रिश्तेदारो विशेष कर स्त्री पक्ष के सहयोग से लाभ अथवा कोई महत्तवपूर्ण काम बनेगा। जोखिम से ना घबराएं आज किये निवेश आगे लाभदायक रहेंगे। सुख के साधनों पर खर्च करेंगे। लघु व्यावसायिक यात्रा करनी पड़ेगी मध्यान बाद अत्यधिक थकान रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आपका आज का दिन प्रायः सामान्य ही रहेगा। परन्तु आज फिजूल खर्ची पर नियंत्रण आयवश्यक है अन्यथा आर्थिक संकट में फंस सकते है। आज के दिन आप भावनाओ में बहकर अनुचित कदम उठा सकते है। लोगो के बहकावे में ना आये अन्यथा मान हानि कोर्ट-कचहरी की नौबत आ सकती है। प्रेम प्रसंगों से आज दूर रहना ही बेहतर रहेगा विलासी प्रवृति का लाभ शत्रु उठा सकते है सावधान रहें। परिवार के सदस्यों की मांगें एवं मनोरंजन के पीछे आज अधिक खर्च होगा। कार्य क्षेत्र पर भी आज परिश्रम अधिक रहेगा। पूर्वार्ध के बाद थोड़ा धन लाभ होने से कार्य चलते रहेंगे। यात्रा के भी योग बन रहे है। वाहन चलाने में सावधानी बरतें। घर में स्त्री वर्ग से अनबन हो सकती है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन भी आपके लिए लाभदायक स्थिति बनेगी दिन व्यस्तता से भरा एवं खर्चीला रहेगा। आज आपके अंदर आत्मविश्वाश बढ़-चढ़ कर रहेगा शारीरिक रूप से भी चुस्त रहेंगे। शेयर प्रोपर्टी में निवेश निकट भविष्य में लाभ कराएगा
निर्माण के क्षेत्र से जुड़े जातको को नए अनुबंध मिलेंगे। दैनिक उपभोग की वस्तुओ के व्यापार से अधिक लाभ होगा। वैसे तो सभी आवश्यक कार्य मध्यान से पहले पूर्ण करेंगे परंतु धन लाभ के लिए संध्या तक इन्तजार करना पड़ेगा। सामाजिक एवं धार्मिक आयोजन में महत्त्वपूर्ण योगदान देंगे। परिवार में थोड़ी खींचतान युक्त शांति बनी रहेगी। अन्य महिलाओं से निकटता परेशानी कर सकती है। परिवार में सुख के साधनो पर अधिक खर्च करने पर भी शांति का अभाव रहेगा। सर्दी-जुखाम की समस्या हो सकती है।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन अशुभ फलदायक रहेगा।
दिनभर विविध कष्ट रहने से मानसिक एवं आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। कार्यो में बार-बार प्रयत्न करने पर भी विलम्ब, असफलता मिलने से गुस्सा बढेगा क्रोध की अधिकता एवं वाकपटुता आज बनते कामो को बिगाड़ेगी। अनैतिक कृत्यों में पड़कर बदनामी मिल सकती है। परिवार में फिजूल खर्ची बढ़ने से धन सम्बंधित उलझने बढ़ेंगी व्यवहार शून्यता के कारण प्रियजनों से मन-मुटाव होगा अशांति भी रहेगी। कार्य व्यवसाय मध्यम चलेगा। दिन के समय अत्यादिक आलस्य रहेगा। सेहत अकस्मात ख़राब हो सकती है सावधान रहें। सरकार विरोधी वर्जित कार्यो में समय एवं धन बर्बाद हो सकता है।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन उन्नति कारक रहेगा। आज पारिवारिक प्रतिष्ठा भाग्योन्नति में सहायक बनेगी। सेहत भी साथ देने से लाभ के अवसर हाथ से निकलने नहीं देंगे। घर के बुजुर्गो की कृपा दृष्टि आप पर रहने से आसानी से अपनी बातों को मनवा लेंगे
लेकिन घर के वातावरण की अनदेखी के कारण आपकी आलोचना भी हो सकती है। आज आप किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेंगे कार्य क्षेत्र पर आशा के अनुरूप व्यवसाय नहीं हो पाने से थोड़े हताश भी रहेंगे परंतु प्रयास जारी रखे धन लाभ अवश्य होगा। दूर रहने वाले जानकारों से शुभ समाचार मिलेंगे। बेरोजगारों को रोजगार मिल सकता है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आपका आज का दिन मिलाजुला रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में सेहत सम्बंधित समस्या रहने से कार्यो में आलस करेंगे घरेलू कार्यो की व्यस्तता के कारण कार्य क्षेत्र पर ध्यान नहीं दे पाएंगे। मध्यान के बाद थोड़ा सुधार आने लगेगा। कार्य व्यवसाय थोड़े इन्तजार के बाद गति आ जायेगी लेकिन आर्थिक मंदी रहने से धन सम्बंधित आयोजनो में।विलंब होगा आर्थिक एवं पारिवारिक कारणों से मन भारी रहेगा किसी अन्य की खीज कही और उतारेंगे यंत्रों की सार-संभाल एवं परिजनों पर खर्च करना पड़ेगा। भागीदारी के कार्यो में लाभ हो सकता है। खान-पान एवं असंयमित दिनचर्या के कारण उदर शूल अथवा कब्ज सम्बंधित परेशानिया बनेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
कार्य क्षेत्र का वातावरण सामान्य रहने से रोजगार सही दिशा में चलेगा। दिन नविन व्यापारिक अनुबंधों को क्रिया में लाने के लिए शुभ रहेगा। नौकरी पेशा जातक भी आज कार्य क्षेत्र में बदलाव कर सकते है। किसी खोई वस्तु के मिलने से मन प्रसन्न रहेगा। पारिवारिक संबंधो से आज लाभ के साथ मान बढ़ने की अधिक सम्भावना रहेगी। सेहत का भी ध्यान रखें सर्दी के कारण परेशानी हो सकती है। माँ अथवा किसी स्त्री के सहयोग से दोपहर के बाद आकस्मिक धन लाभ हो सकता है। गृहस्थ जीवन में प्रेम बना रहेगा। ससुराल पक्ष से लाभ की संभावना है। अविवाहितो को विवाह के प्रस्ताव आएंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपको प्रतिकूल फल मिलने से मानसिक कष्ट होगा। दिन आपके लिए अधिक परिश्रम वाला रहेगा। परिश्रम के बाद भी बनते काम व्यवहार की कमी के कारण बिगाड़ लेंगे। कार्यो की असफलता हताशा बढ़ायेगी। वाणी एवं व्यवहार में कटुता आने से घर एवं बाहर व्यर्थ के वाद-विवाद हो सकते है। वाणी में मधुरता ना ला सकें तो मौन ही रहे मान हानि की प्रबल संभावना है। नए कार्यो को आज आरम्भ न करें। यात्रा में चोटादि का भय है सावधान रहें। परिवार के सदस्यों से मन मुटाव के प्रसंग बनेंगे आवश्यकताओ को नजर अंदाज करने से माहौल बिगड़ सकता है। किसी विदेशी व्यक्ति से लाभ हो सकता है। आर्थिक उलझनों के कारण चिंताग्रस्त रहेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आप व्यर्थ के विवादों में ना पड़कर अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें। हवाई बातों पर यकीन ना करें अपने बुद्धि बल से योजनाएं बनाये सफलता अवश्य मिलेगी प्रलोभनो से बचें। सामाजिक वर्चस्व में वृद्वि होगी परन्तु कल्पना से बाहर निकल यथार्थ की बाते सोचें। आज परिश्रम के बाद लाभदायक सौदे मिलने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी परन्तु खर्चो पर नियंत्रण नहीं रहेगा। आप व्यापार विस्तार के कारण लंबी यात्रा कर सकते है जोकि आगे के लिये लाभदायक रहेगी। सामाजिक क्षेत्र पर वरिष्ठ लोगो से जान-पहचान बढ़ेगी। मनोरंजन के अवसरों को खाली नहीं जाने देंगे। मित्र परिचितों के साथ आनंद के क्षण बितायेंगे। सेहत सामान्य रहेगी।
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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏

*मैं शनि हूं*
मैं सूर्य का पुत्र हूं तथा यम का बड़ा भाई हूं, यमुना एवं भद्रा मेरी बहने है. मेरा जन्म सौराष्ट्र गुजरात में हुआ है. मैं पश्चिम दिशा का स्वामी हूं. मैं घाटियों वन प्रदेशों दुर्गम गुफाओं, श्मशान, कोयला खान, बंजर भूमि, मरूप्रदेश आदि में निवास करना पसंद करता हूं. मैं इस ब्रम्हांड में बृहस्पति के बाद दूसरा बड़ा ग्रह हूं. मैं पृथ्वी से 14260000 किलोमीटर दूर हूं. मैं सूर्य की परिक्रमा 29 साल 6 महीने में पूरी करता हूं, मेरा व्यास 120500 किलोमीटर है.

इस ब्रह्मांड में वायु से संबंधित जितने भी रोग होते हैं, सब मेरे प्रकोप से ही होते हैं. मेरे पिता पूर्व दिशा के स्वामी है जो सूर्य भास्कर कहलाते हैं. मैं पश्चिम का स्वामी हूं तो पिताश्री पूर्व दिशा के स्वामी है. हम दोनों में छत्तीस का आंकड़ा है. मैं गोचर में सूर्य के साथ रहता हूं तो राजाओं सरकारी अफसरों की बुद्धि भ्रष्ट कर देता हूं. मेरी आदत सर्वत्र पीछा और पीड़ा पहुंचाने की रहती है.

*मैं अन्न धान्य के भाव बढ़ा देता हूं. मैं वर्षा का अभाव करा देता हूं, राजाओं में युद्ध करवा देता हूं जन्म कुंडली में पिता के साथ रहने पर पिता-पुत्र की आपस में बनने नहीं देता हूं. मैं रोहिणी भेदन कर दूं तो पृथ्वी पर 12 वर्ष तक घोर दुर्भिक्ष पड़ता है. मेरा स्वभाव इंद्रनील मणि के समान है, मैं सिर पर सोने का मुकुट गले में माला और शरीर पर नीले रंग के वस्त्रों से सुशोभित रहता हूं. मैं अपने हाथ में धनुष बाण त्रिशूल और बार मुद्रा धारण किए होता हूं. मेरा रक्षक लोहे का बना होता है तथा मेरा वाहन गिद्ध पक्षी है. मेरा गोत्र कश्यप है. मेरे गुरु महाकाल शिव हैं. मेरे अभिन्न मित्र हैं कालभैरव बालाजी*.

मेरे प्रिय नक्षत्र पुष्य नक्षत्र हैं- अनुराधा और उत्तराभाद्रपद. जब मैं तुला राशि में विचरण करता हूं तो उच्च का कहलाता हूं. मेष राशि में होने पर नीच का कहलाता हूं. मैं एकांत, गंभीर, दूरदर्शी, त्यागी, तपस्वी, स्पष्टवादी और न्याय प्रिय हूं. मैं कलयुग में बहुत प्रभावित हूं. आज के युग में पेट्रोलियम पदार्थों का, पेट्रोलियम पदार्थों का महत्व मेरे ही कारण है. मैं लोहा, इस्पात, खनिज, फैक्ट्री, कारखाने, रसायन, चमड़ा व्यापार आदि का स्वामी हूं. आप जो तेल खाते हो, गाड़ी वाहनों में जो तेल जलाते हो वह सब मेरी कृपा से ही आपको मिल रहा है. कोई अपने घर या परिवार या समाज में किसी वृद्ध को सताता है तो समझ लो मुझे सता रहा है. जब मैं सताया जाऊंगा तो समझ लो कि तुम पर आफत आने वाली है. दुनिया की कोई भी ताकत तुमको इस आफत से बचा नहीं सकती. इसलिए उनको ना सताओ, उनकी सेवा करोगे तो मेरी सेवा अपने आप हो जाएगी. मैं प्रसन्न हुआ तो तुम को रंक से राजा बना दूंगा. तुमको सारे अधिकार दिलवा दूंगा. तुमको सत्ता का सही सुख दिलवा दूंगा.

*मुझको तेल अति प्रिय है. मैं कैसेली एवं कड़वी चीजों को बहुत पसंद करता हूं. मुझे सरसों एवं तिल का तेल बहुत पसंद है. मेरे मंदिर या पीपल के पेड़ के नीचे 40 दिनों तक सरसों के तेल का बड़ा दीपक जलाने से मैं बहुत प्रसन्न होता हूं. 41वे दिन आपकी सभी मनोकामना पूर्ण होने लगेंगी. तथा सभी प्रकार के कष्ट भी दूर होने लगेंगे. मुझ पर विश्वास रखो मेरे यहां देर है, पर अंधेर नहीं जो गरीबों व अन्य विभिन्न व्यक्तियों की सेवा करेगा तथा वृद्धा आश्रम में उचित दान देगा, उस पर मेरी कृपा हमेशा बनी रहेगी. ऐसा व्यक्ति एक बार जो धन एकत्र कर लेगा उसका धन आसानी से खर्च नहीं होगा. वह व्यक्ति पीढ़ी-दर-पीढ़ी धनवान रहेगा.*
*मैं शनि हूं अच्छे के लिए अच्छा तथा बुरे के लिए बहुत बुरा हूं. मेरी अवेहलना जो करेगा उस का भला मैं कभी ना होने दूंगा*

*एक बार लक्ष्मीजी ने शनिदेव से प्रश्न किया* कि हे शनिदेव, मैं अपने प्रभाव से लोगों को धनवान बनाती हूं और आप हैं कि उनका धन छीन भिखारी बना देते हैं. आखिर आप ऐसा क्यों करते हैं? लक्ष्मीजी का यह प्रश्न सुन *शनिदेव* ने उत्तर दिया- ‘हे मातेश्वरी! इसमें मेरा कोई दोष नहीं. जो जीव स्वयं जानबूझकर अत्याचार व भ्रष्टाचार को आश्रय देते हैं और क्रूर व बुरे कर्म कर दूसरों को रुलाते तथा स्वयं हंसते हैं, उन्हें समय अनुसार दंड देने का कार्यभार परमात्मा ने मुझे सौंपा है. इसलिए मैं लोगों को उनके कर्मों के अनुसार दंड अवश्य देता हूं. मैं उनसे भीख मंगवाता हूं, उन्हें भयंकर रोगों से ग्रसित बनाकर खाट पर पड़े रहने को मजबूर कर देता हूं.
*इस पर लक्ष्मीजी बोलीं*- ‘मैं आपकी बातों पर विश्वास नहीं करती. देखिए, मैं अभी एक निर्धन व्यक्ति को अपने प्रताप से धनवान व पुत्रवान बना देती हूं. लक्ष्मीजी ने ज्यों ही ऐसा कहा, वह निर्धन व्यक्ति धनवान एवं पुत्रवान हो गया.

*तत्पश्चात लक्ष्मीजी बोलीं*- अब आप अपना कार्य करें. तब *शनिदेव* ने उस पर अपनी दृष्टि डाली. तत्काल उस धनवान का गौरव व धन सब नष्ट हो गया. उसकी ऐसी दशा हो गई कि वह पहले वाली जगह पर आकर पुनः भीख मांगने लगा. यह देख लक्ष्मीजी चकित रह गईं. वे शनिदेव से बोलीं कि इसका कारण मुझे विस्तार से बताएं.

*तब शनिदेवजी ने बताया*- ‘हे मातेश्वरी, यह वह इंसान है जिसने पहले गांव के गांव उजाड़ डाले थे. जगह-जगह आग लगाई थी. यह महान अत्याचारी, पापी व निर्लज्ज जीव है. इसके जैसे पापी जीव के भाग्य में सुख-संपत्ति का उपभोग कहां है. इसे तो अपने कुकर्मों के भोग के लिए कई जन्मों तक भुखमरी व मुसीबतों का सामना करना है. आपकी दयादृष्टि से वह धनवान- पुत्रवान तो बन गया परंतु उसके पूर्वकृत कर्म इतने भयंकर थे जिसकी बदौलत उसका सारा वैभव देखते ही देखते समाप्त हो गया. क्योंकि कर्म ही प्रधान है और कर्म का फल भोगने के लिए सभी बाध्य हैं. लेकिन मैंने इसे इसके दुष्कर्मों का फल देने के लिए फिर से भिखारी बना दिया. इसमें मेरा कोई दोष नहीं, दोष उसके कर्मों का है.

*शनिदेवजी पुनः बोले*- हे मातेश्वरी, ऐश्वर्य शुभकर्मी जीवों को प्राप्त होता है. जो लोग महान सदाचारी, तपस्वी, परोपकारी, दान देने वाले होते हैं, जो सदा दूसरों की भलाई करते हैं और भगवान के भक्त होते हैं, वे ही अगले जन्म में ऐश्वर्यवान होते हैं. मैं उनके शुभ कर्मों के अनुसार ही उनके धन- धान्य में वृद्धि करता हूं. वे शुभकर्मी पुनः उस कमाए धन का दान करते हैं, मंदिर व धर्मशाला आदि बनवाकर अपने पुण्य में वृद्धि करते हैं. इस प्रकार वे कई जन्मों तक ऐश्वर्य भोगते हैं. हे मातेश्वरी! अनेक मनुष्य धन के लोभ में पड़कर ऐश्वर्य का जीवन जीने के लिए तरह-तरह के गलत कर्म कर बैठते हैं, जिसका नतीजा यह निकलता है कि वे स्वयं अपने कई जन्म बिगाड़ लेते हैं. भले ही मनुष्य को अपना कम खाकर भी अपना जीवन यापन कर लेना चाहिए लेकिन बुरे कर्म करने से पहले हर मनुष्य को यह सोच लेना चाहिए इसका परिणाम भी उसे खुद ही भोगना पड़ेगा.

*इस प्रकार शनिदेव के वचन सुनकर लक्ष्मीजी बहुत प्रसन्न हुईं* और बोलीं- हे शनिदेव! आप धन्य हैं. प्रभु ने आप पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. आपके इस स्पष्टीकरण से मुझे कर्म-विज्ञान की अनेक गूढ़ बातें समझ में आ गईं. *ऐसा कहते हुए लक्ष्मीजी अंतर्ध्यान हो गईं*.

🚩🚩🚩 *जय शनि देव* 🚩🚩🚩