आज का पंचाग, आपका राशि फल, पृथ्वी दिवस, देश और प्रदेशों में आक्सीजन युक्त बेड और वैंटिलेटरों की राज्यवार स्थिति, प्रथम विश्व युद्ध के नायक विक्टोरिया क्रॉस गब्बरसिंह नेगी ‘मेला’ को ए श्रेणी सरकारी मेला किया गया

*🕉️ श्री गणेशाय नमः 🕉️ जगत् जनन्यै जगदंबा भगवत्यै नम 🕉️ नमः शिवाय 🕉️ नमो भगवते वासुदेवाय नमः मित्रों को आज का पंचांग एवं राशिफल भेजा जा रहा है इस का लाभ उठाएंगे आपका अपना पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री ✡️✡️✡️✡️✡️✡️या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता,*
*नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम: ||*
*जगतजननी माँ आदिशक्ति दुःख, महामारी और विपदाओं से हम सबकी रक्षा करें।*
✡️दैनिक पंचांग✡️
✡️बैशाख मासे ✡️
✡️09 प्रविष्टे गते ✡️
✡️दिनांक ✡️ :22 – 04 – 2021(गुरुवार)
सूर्योदय :06.04 am
सूर्यास्त :06.46 pm
सूर्य राशि :मेष
चन्द्रोदय :02.00 pm
चंद्रास्त :03.22 am
चन्द्र राशि :कर्क कल 08:15 am तक, बाद में सिंह
विक्रम सम्वत :विक्रम संवत 2078
अमांत महीना :चैत्र 10
पूर्णिमांत महीना :चैत्र 25
पक्ष :शुक्ल 10
तिथि :नवमी 12.35 am तक, बाद में दशमी 11.35 pm तक, बाद में एकादशी
नक्षत्र :आश्लेषा 8.15 am तक, बाद में मघा
योग :गण्ड 5.01 pm तक, बाद में वृद्धि
करण :तैतिल 12:11 pm तक, बाद में गर 11:35 pm तक, बाद में वणिज
राहु काल :2.11 pm – 3.51 pm
कुलिक काल :9.09 am – 10.50 am
यमगण्ड :5.48 am – 7.29 am
अभिजीत मुहूर्त :12.00 PM – 12.50 PM
दुर्मुहूर्त :10:18 am – 11:09 am, 03:23 pm – 04:14 pm

✡️आज के लिए राशिफल ✡️(22-04-2021) ✡️

✡️मेष✡️22-04-2021
आपका आज का दिन उतार चढ़ाव के बीच गुजरेगा। काम के सिलसिले में थोड़ा सावधानी रखनी होगी, किसी से झड़प हो सकती है और इसका असर आपके काम पर पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन में भी तनाव देखने को मिलेगा लेकिन शादीशुदा जातकों के दांपत्य जीवन के लिए दिन बढ़िया रहेगा। उनका जीवन साथी परिवार के साथ मिलकर अच्छे निर्णय लेगा। प्रेम जीवन जीने वालों को भी अच्छे नतीजे मिलेंगे और उन्हें अपने प्रिय से बात करने के मौके मिलेंगे।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 1
भाग्यशाली रंग : नारंगी रंग
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✡️वृष ✡️22-04-2021
घरवालों के सहयोग से आप हर चीज़ को अच्छे से संभालने में सफल होंगे। घर में किसी धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन करने का मन बनायेंगे। कोई जानकार व्यक्ति आपसे अपने बच्चों के करियर के लिये सलाह लेगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से आज आप ऊर्जावान बने रहेंगे। दाम्पत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। लवमेटस एक दूसरे के भावनाओं की कद्र करेंगे। आज के दिन चने से बने सत्तू का दान करें, आप हर काम को अच्छे से पूरा करेंगे।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 2
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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✡️मिथुन ✡️22-04-2021
पुश्तैनी जायदाद मिलने की संभावना है। नौकरीपेशा जातकों को कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लेने की आवश्यकता पड़ सकती है। आज बात का बतंगड़ न बनाएं। व्यावसायिक क्षेत्र में आपके भागीदारों के लिए समय अनुकूल है। अपने विचार जाहिर करने और दूसरों को अपने विचारों पर सहमत कराने में आप बहुत हद तक सफल रहेंगे। कोई आपके मान-सम्मान को ठेस पंहुचाने के लिए प्रयासरत रह सकता है।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 9
भाग्यशाली रंग : सफ़ेद रंग
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✡️कर्क ✡️22-04-2021
आपके लिए आज का दिन थोड़ा कमजोर रहेगा। सेहत कमजोर रहेगी और आप बीमार हो सकते हैं। सर्दी खांसी जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। नींद आने की समस्या भी हो सकती है, जिसमें आपको ज्यादा नींद आए। खर्चों पर आपको लगाम लगानी पड़ेगी, नहीं तो परेशानी में आ सकते हैं। दांपत्य जीवन के लिए दिन कमजोर रहेगा। आपको अपने जीवन साथी की सेहत का भी ध्यान रखना होगा। प्रेम जीवन जीने वालों को अच्छे नतीजे मिलेंगे।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 4
भाग्यशाली रंग : ग्रे रंग
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✡️सिंह ✡️22-04-2021
आज बच्चों के किसी काम में आपके पैसे खर्च होंगे। आपको पूरी मेहनत के साथ आगे बढ़ना चाहिए, इससे आपको काम में सफलता मिलेगी। किसी की कही-सुनी बातों पर विश्वास करने से आपको बचना चाहिए। सेहत के मामले में आपको थोड़ा ध्यान रखना चाहिए। दाम्पत्य जीवन में सुख-शांति बनी रहेगी। लवमेटस के लिए आज का दिन बेहतरीन रहने वाला है। किसी जरूरतमंद को फल का दान करें, लोगों का सहयोग प्राप्त होता रहेगा।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 3
भाग्यशाली रंग : हल्का नीला
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✡️कन्या✡️22-04-2021
आज आप घरेलू काम को निपटाने में सफल रहेंगे। आज सही योजना के तहत करियर में बदलाव लायेंगे। जो लोग व्यवसाय करते हैं उन्हें मुनाफा होने की आशंका है। खर्चों पर अंकुश लगाना जरूरी होगा। अपने स्वास्थ्य का खयाल रखें। घरेलू मामले में कुछ हद तक परेशानियां रह सकती हैं। ज्यादा दिखावा करने से बचे वरना और विकट स्थिति पैदा हो सकती है। आंखें बंद करके किसी पर विश्वास न करें।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : हरा रंग
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✡️तुला ✡️22-04-2021
आपके लिए आज का दिन ठीक-ठाक रहेगा।दांपत्य जीवन में खुशियां आएंगी और जीवन साथी परिवार से मिलकर जुलकर अच्छी बातें करेगा। प्रेम जीवन जीने वालों को भी आज सुखद नतीजे मिलेंगे। उनका दिन खुशनुमा रहेगा। पारिवारिक माहौल में कुछ अशांति रहेगी और आपको परेशानी महसूस होगी। काम के सिलसिले में आपकी बुद्धि आपके काम आएगी और आप किसी प्रकार की तिकड़म लगाकर अपने काम को समय रहते अच्छे से पूरा कर लेंगे, जिससे अप्रत्याशित रूप से आपको शुभ समाचार मिलेंगे।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 3
भाग्यशाली रंग : नारंगी रंग
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✡️वृश्चिक ✡️22-04-2021
आज आप अपने जीवनसाथी से बिजनेस की कोई बात शेयर करेंगे। जीवनसाथी से काम को लेकर आपको कोई अच्छी सलाह भी मिल सकती है। परिवार का माहौल ठीक रहेगा। कुछ दिनों से आंख की समस्या से परेशान चल रहे हैं, तो आज आपको काफी राहत मिलेगी। मछलियों को आंटे की गोलियां बनाकर खिलाएं, आर्थिक स्थिति अच्छी होगी। काम के सिलसिले में आज का दिन सामान्य रहेगा लेकिन भाग्य के भरोसे बैठने के बजाय मेहनत करना जरूरी होगा।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 7
भाग्यशाली रंग : गहरा नीला
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✡️धनु ✡️22-04-2021
आज पैसे का निवेश न करें। सुख-समृद्धि में बढ़ोतरी होगी और प्रेम संबंधों में मधुरता आएगी। आपको सीधे टकराव से बचने और अधिक समझौतावादी रवैया अपनाने की कोशिश करनी चाहिए। आप परिजन और मित्रों के साथ आनंदपूर्वक समय बिताएंगे। आज अनजाने में आपसे कोई गलती हो सकती है, जिससे आपको थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने कामकाज पर नज़र रखें।
भाग्यशाली दिशा : उत्तर
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : पीला रंग
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✡️मकर ✡️22-04-2021
आज का दिन सावधानी रखने का है। सेहत पर ध्यान दें और अपने व्यवहार पर भी। बेवजह किसी से झगड़ा ना करें। प्रेम जीवन जीने वाले लोगों को बहुत ही अच्छा समय मिलेगा। प्रिय से प्रेम जताने के अवसर मिलेंगे। शादीशुदा जातकों के दांपत्य जीवन में दोपहर बाद परिस्थितियां बदलेंगी और उनका रिश्ता बढ़िया बनेगा। व्यापार के सिलसिले में आपको आज जबरदस्त लाभ हो सकता है। नौकरी करने वालों के लिए दिन सामान्य रहेगा।
भाग्यशाली दिशा : पश्चिम
भाग्यशाली संख्या : 6
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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✡️कुंभ ✡️22-04-2021
जीवनसाथी को कोई बड़ी सफलता मिलेगी। आप कुछ अच्छे काम में अपना सहयोग देंगे, इससे समाज में आपका मान-सम्मान बढ़ेगा। कई दिनों से चल रही कोई स्वस्थ समस्या से आज राहत मिलेगी। बिजनेस कर रहे लोगों को कोई बड़ी सफलता मिलेगी। लवमेटस एक दुसरे की भावनाओं की कद्र करेंगे। जरूरतमंद की सहायता करें, समाज में प्रतिष्ठा बढेगी।
भाग्यशाली दिशा : पूर्व
भाग्यशाली संख्या : 5
भाग्यशाली रंग : नीला रंग
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✡️मीन ✡️22-04-2021
आज प्रियजनों के साथ समय बिताना आनंददायक रहेगा। आज आप कुछ ऐसा कार्य करेंगे जिससे समाज में आपको सफलता मिलेगी और आपको सम्मानित भी किया जा सकता है। माता-पिता की सलाह आपके लिए लाभदायक होगी। भाई-बहनों के साथ आपके संबंध बेहतर होंगे। आपसे जलने वाले लोग आपके पद व प्रतिष्ठा को ठेस पंहुचाने के प्रयास भी कर सकते हैं। यात्रा के लिए आज का दिन ठीक नहीं है।
भाग्यशाली दिशा : दक्षिण
भाग्यशाली संख्या : 8
भाग्यशाली रंग : गहरा हरा
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आपका अपना पंडित चक्रधर प्रसाद मैदुली फलित ज्योतिष शास्त्री जगदंबा ज्योतिष कार्यालय सोडा सरोली रायपुर देहरादून मूल निवासी ग्राम वादुक पत्रालय गुलाडी पट्टी नन्दाक जिला चमोली गढ़वाल उत्तराखंड फोन✡️8449046631✡️✡️✡️

भारत में स्वतंत्र्रता के 73 साल बाद देश के अस्पतालों में ऑक्सीजन सुविधा युक्त 62458 बेड थे। कोरोना की आहट मिलते ही मार्च 2020 से जनवरी 2021 तक 8 महीने में 94880 ऑक्सीजन सुविधा युक्त  अतिरिक्त बेड की व्यवस्था कर दी गयी और देश के अस्पतालों में ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड्स की संख्या 157388 कर दी गयी। इसके लिए दोषी तो प्रधानमंत्री मोदी ही है। खबरदार जो उनको दोषी कहा जिनके पास 70 साल तक देश चलाने का ठेका था और जो 70 साल में देश को केवल 62458 बेड देकर गए थे।
आजादी के 73 साल बाद मार्च 2020 तक देश में 27360 ICU उपलब्ध थे। केवल 10 महीने में इसमें 32 प्रतिशत की वृद्धि कर उसे 36008 कर दिया गया।
लेकिन इसके लिए दोषी तो प्रधानमंत्री मोदी ही है। खबरदार जो उनको दोषी कहा जिनके पास 70 साल तक देश चलाने का ठेका था और जो 70 साल में देश को केवल 27360 ICU देकर गए थे।
 ICU की इन बढ़ी हुई संख्या के लिए दोषियों का कारनामा भी अब जान लीजिए।
मार्च 2020 तक उत्तरप्रदेश के अस्पतालों में जितने ICU थे। उनकी संख्या केवल 10 महीने में 333 प्रतिशत बढ़ा दी गयी। लेकिन इसके लिए भी दोषी तो केवल प्रधानमंत्री मोदी ही है और मुख्यमंत्री योगी भी है। खबरदार अगर इसके लिए अगर उनको दोषी कहा जिनके पास 70 साल तक उत्तरप्रदेश चलाने का ठेका था और जो 70 साल में उत्तरप्रदेश को आज की  तुलना में केवल एक चौथाई ICU बना कर दे गए थे।
खबरदार जो पूर्ण बहुमत वाली उस राजस्थान, पंजाब की सरकार को दोषी कहा जिसके शासनकाल में मार्च 2020 से जनवरी 2021 तक 10 महीने की अवधि में ICU की संख्या बढ़ने के बजाय क्रमशः 30.7 प्रतिशत और 62 प्रतिशत कम हो गयी। तीसरी पूर्ण बहुमत वाली कांग्रेस की छत्तीसगढ़ सरकार उन 10 महीनों में ICU की संख्या केवल 2 प्रतिशत बढ़ा सकी।
लेकिन खबरदार जो छत्तीसगढ़ सरकार को दोषी कहा। क्योंकि दोषी तो केवल प्रधानमंत्री मोदी है और मुख्यमंत्री योगी भी है।
देश को मिली आजादी के 73 साल बाद मार्च 2020 तक देश में कुल 47,000 हजार वेंटिलेटर उपलब्ध थे। इनमें से केवल 17000 वेंटिलेटर सरकारी अस्पतालों में थे। शेष 30000 वेंटिलेटर निजी अस्पतालों के पास थे। लेकिन कोरोना की आहट मिलते ही केवल 9 महीने में दिसंबर 2020 तक देश के सरकारी अस्पतालों में 36433 अतिरिक्त वेंटिलेटर उपलब्ध करा दिए गए थे।
लेकिन इसके लिए दोषी तो प्रधानमंत्री मोदी ही है। खबरदार जो उनको दोषी कहा जिनके पास 70 साल तक देश चलाने का ठेका था और जो 70 साल में देश के सरकारी अस्पतालों को केवल 17000 वेंटिलेटर देकर गए थे। विशेष रूप से खबरदार जो पूर्ण बहुमत वाली कांग्रेस की उस राजस्थान, पंजाब की सरकार को दोषी कहा जिसके शासनकाल में मार्च 2020 से जनवरी 2021 तक 10 महीने की अवधि में वेंटिलेटर की संख्या बढ़ने के बजाय क्रमशः 28.4 प्रतिशत और 78.2 प्रतिशत कम हो गयी। 
पिछले साल मार्च में लॉकडाउन की जब घोषणा की तो देश में केवल एक टेस्टिंग लैब थी। पिछले 12 महीने के दौरान देश में टेस्टिंग लैब की संख्या बढ़कर 2453 हो चुकी है। लेकिन इसके लिए दोषी तो मोदी ही है। खबरदार जो उनको दोषी कहा जिनके पास 70 साल तक देश चलाने का ठेका था और जो 70 साल में देश को एक टेस्टिंग लैब बना कर दे गए थे।
मोदी के ऐसे असंख्य दोष तो और भी बहुत से हैं।
लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के सबसे बड़े दोष का उल्लेख किये बिना इस पोस्ट को खत्म ही नहीं कर सकता।
मार्च 2020 में लॉकडाउन करने के बाद 80 करोड़ लोगों को 8 माह तक मुफ्त राशन और उनके परिवार को करोड़ों गैस सिलेंडर मुफ्त तथा 500 रूपये महीना देकर भूखों मरने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने अनाथ नहीं छोड़ा। उन्हें महामारी के महा संकट और महा विकरालता की मृत्यु तुल्य पीड़ा को झेलने ही नहीं दिया। इसलिए आज अगर वो मॉस्क सैनिटाइजर सोशल डिस्टेंसिंग की गम्भीरता नहीं समझ रहे, उसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं तो इसके लिए दोषी तो प्रधानमंत्री मोदी ही हैं।
लॉकडाउन में कोरोना के कहर से बचाने के लिए छुट्टी देकर महीनों तक घर बैठाकर जिनको पूरी तनख्वाह दी गई आज अगर वो मॉस्क सैनिटाइजर सोशल डिस्टेंसिंग की गम्भीरता नहीं समझ रहे, उसकी धज्जियां उड़ा रहे हैं। लेकिन कोरोना फैलने का दोषी अगर प्रधानमंत्री मोदी को बता रहे हैं तो इसके लिए दोषी तो प्रधानमंत्री मोदी ही हैं। 
कलकत्ता से 2000 किमी दूर मुंबई और 1500 किमी दूर दिल्ली में पिछले एक वर्ष से कोरोना अगर कहर ढा रहा है तो इसके लिये दोषी तो प्रधानमंत्री ही हैं, क्योंकि पिछले एक महीने से प्रधानमंत्री मोदी बंगाल में चुनावी रैलियां जो कर रहे हैं।
उल्लेख कर दूं कि ICU, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन सुविधा युक्त बेड्स, टेस्टिंग लैब सम्बंधित आंकड़ें राज्यसभा में 2 फरवरी 2021 को देश के स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे द्वारा गैर तारांकित प्रश्न संख्या 102 के उत्तर में प्रस्तुत तथ्यों से लिये गए हैं।

*कोरोना वैक्सीन का मूल्य.?*
फाइजर कंपनी ₹2800/
मॉडर्ना कंपनी ₹2715/,
चीन की साइनो फॉर्म ₹5650/,
सिनोवाक ₹1027/,
नोवावेकस ₹1114/ रुपए,
स्पूतनिक वी ₹700/ निर्धारित है।
इनके मुकाबले भारत सरकार द्वारा सरकारी अस्पतालों में फ्री वैक्सीनेशन किया जा रहा है ….और प्राइवेट हॉस्पिटल में ₹ 250 *( कोवीशील्ड ₹150/ + ₹ 100/ इंजेक्शन लगाने का हास्पिटल का शुल्क)* में लगाई जा रही है। पूरी दुनिया में सबसे सस्ता वैक्सीनेशन कार्यक्रम भारत सरकार कर रही है। हम पेट्रोल के लिए तो सरकार को कोस रहे हैं …लेकिन *सस्ते वैक्सीनेशन के लिए बधाई* नहीं देते *”ना ही”* कोरोना के समय बांटे गए *फ्री अनाज* का धन्यवाद देते हैं। 🤔😊

🙏 🔱 *सुप्रभातम् 🔱 

सबसे सुुंदर दृष्टि वो है,
जो अपनी कमियों को देख सके ।
क्योंकि नींद तो नित्य ही खुलती है,
पर आँखें कभी-कभी खुलती हैं ।।
☆➖☆➖🌸🌸➖☆➖☆

अन्न एवं जल देने के कारण हमारे लिए पृथ्वी, मां की भांति पूजनीय है। इस वसुंधरा ने हमें वनस्पति, नदियां, पहाड़, पेड़-पौधे तथा वन्यजीवों जैसे असंख्य उपहार प्रदान किए हैं। हम सभी का परम कर्तव्य है कि विकास के नाम पर हम पेड़ों की अवैध कटाई, जल का अपव्यय न करें तथा पशु पक्षियों को हानि न पहुंचाएं। आइए, पृथ्वी की इन बहुमूल्य धरोहरों को संरक्षित करें। इनके संवर्धन में अपना अहम योगदान दें। आप सभी को ‘विश्व पृथ्वी दिवस’ की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।
डा जी पी भगत सड़कों पर असहाय अवस्था में पड़े बुजुर्गों के लिए औल्ड एज होम चलाते हैं आप नीचे की फोटो में इनकी वैबसाइट देख कर इन्हें डोनेशन भेज सकते हैं हम भी इनका निशुल्क प्रचार कर सहयोग कर रहे हैं – – संपादक 

★★★एक दृष्टिकोण ये भी🙏

एक टक देर तक उस सुपुरुष को निहारते रहने के बाद बुजुर्ग भीलनी के मुंह से स्वर/बोल फूटे :-

*”कहो राम ! सबरी की डीह ढूंढ़ने में अधिक कष्ट तो नहीं हुआ ?”*

राम मुस्कुराए :-
*”यहां तो आना ही था मां, कष्ट का क्या मोल/मूल्य ?”*

*”जानते हो राम ! तुम्हारी प्रतीक्षा तब से कर रही हूँ, जब तुम जन्में भी नहीं थे|*
यह भी नहीं जानती थी,
कि तुम कौन हो ?
कैसे दिखते हो ?
क्यों आओगे मेरे पास ?
*बस इतना ज्ञात था, कि कोई पुरुषोत्तम आएगा जो मेरी प्रतीक्षा का अंत करेगा|*

राम ने कहा :-
*”तभी तो मेरे जन्म के पूर्व ही तय हो चुका था, कि राम को सबरी के आश्रम में जाना है”|*

“एक बात बताऊँ प्रभु !
*भक्ति के दो भाव होते हैं | पहला ‘मर्कट भाव’, और दूसरा ‘मार्जार भाव’*|

*”बन्दर का बच्चा अपनी पूरी शक्ति लगाकर अपनी माँ का पेट पकड़े रहता है, ताकि गिरे न… उसे सबसे अधिक भरोसा माँ पर ही होता है, और वह उसे पूरी शक्ति से पकड़े रहता है। यही भक्ति का भी एक भाव है, जिसमें भक्त अपने ईश्वर को पूरी शक्ति से पकड़े रहता है| दिन रात उसकी आराधना करता है…”* (मर्कट भाव)

पर मैंने यह भाव नहीं अपनाया| *”मैं तो उस बिल्ली के बच्चे की भाँति थी, जो अपनी माँ को पकड़ता ही नहीं, बल्कि निश्चिन्त बैठा रहता है कि माँ है न, वह स्वयं ही मेरी रक्षा करेगी, और माँ सचमुच उसे अपने मुँह में टांग कर घूमती है… मैं भी निश्चिन्त थी कि तुम आओगे ही, तुम्हें क्या पकड़ना…”* (मार्जार भाव)

राम मुस्कुरा कर रह गए |

भीलनी ने पुनः कहा :-
*”सोच रही हूँ बुराई में भी तनिक अच्छाई छिपी होती है न… “कहाँ सुदूर उत्तर के तुम, कहाँ घोर दक्षिण में मैं”| तुम प्रतिष्ठित रघुकुल के भविष्य, मैं वन की भीलनी… यदि रावण का अंत नहीं करना होता तो तुम कहाँ से आते ?”*

राम गम्भीर हुए | कहा :-

*भ्रम में न पड़ो मां ! “राम क्या रावण का वध करने आया है” ?*

*रावण का वध तो, लक्ष्मण अपने पैर से बाण चला कर कर सकता है|*

*राम हजारों कोस चल कर इस गहन वन में आया है, तो केवल तुमसे मिलने आया है मां, ताकि “सहस्त्रों वर्षों बाद, जब कोई भारत के अस्तित्व पर प्रश्न खड़ा करे तो इतिहास चिल्ला कर उत्तर दे, कि इस राष्ट्र को क्षत्रिय राम और उसकी भीलनी माँ ने मिल कर गढ़ा था”|*

*जब कोई भारत की परम्पराओं पर उँगली उठाये तो काल उसका गला पकड़ कर कहे कि नहीं ! यह एकमात्र ऐसी सभ्यता है जहाँ, एक राजपुत्र वन में प्रतीक्षा करती एक दरिद्र वनवासिनी से भेंट करने के लिए चौदह वर्ष का वनवास स्वीकार करता है|*

*राम वन में बस इसलिए आया है, ताकि “जब युगों का इतिहास लिखा जाय, तो उसमें अंकित हो कि ‘शासन/प्रशासन/सत्ता’ जब पैदल चल कर समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुँचे तभी वह रामराज्य है”|*
(अंत्योदय)

*राम वन में इसलिए आया है, ताकि भविष्य स्मरण रखे कि प्रतीक्षाएँ अवश्य पूरी होती हैं| राम रावण को मारने भर के लिए नहीं आया हैं मां|*

माता सबरी एकटक राम को निहारती रहीं |

राम ने फिर कहा :-

*राम की वन यात्रा रावण युद्ध के लिए नहीं है माता ! “राम की यात्रा प्रारंभ हुई है, भविष्य के आदर्श की स्थापना के लिए”|*

*राम निकला है, ताकि “विश्व को संदेश दे सके कि माँ की अवांछनीय इच्छओं को भी पूरा करना ही ‘राम’ होना है”|*

*राम निकला है, कि ताकि “भारत को सीख दे सके कि किसी सीता के अपमान का दण्ड असभ्य रावण के पूरे साम्राज्य के विध्वंस से पूरा होता है”|*

*राम आया है, ताकि “भारत को बता सके कि अन्याय का अंत करना ही धर्म है”|*

*राम आया है, ताकि “युगों को सीख दे सके कि विदेश में बैठे शत्रु की समाप्ति के लिए आवश्यक है, कि पहले देश में बैठी उसकी समर्थक सूर्पणखाओं की नाक काटी जाय, और खर-दूषणों का घमंड तोड़ा जाय”|*

और

*राम आया है, ताकि “युगों को बता सके कि रावणों से युद्ध केवल राम की शक्ति से नहीं बल्कि वन में बैठी सबरी के आशीर्वाद से जीते जाते हैं”|*

सबरी की आँखों में जल भर आया था|
उसने बात बदलकर कहा :- *”बेर खाओगे राम” ?*

राम मुस्कुराए, *”बिना खाये जाऊंगा भी नहीं मां”*

सबरी अपनी कुटिया से झपोली में बेर ले कर आई और राम के समक्ष रख दिया|
और एक एक बेर को खूद पहले चखती और जो बेर मीठा होता अपने हाथों से प्रभु को खिलाने लगी ।

राम और लक्ष्मण खाने लगे तो कहा :-
*”बेर मीठे हैं न प्रभु” ?*

*”यहाँ आ कर मीठे और खट्टे का भेद भूल गया हूँ मां ! बस इतना समझ रहा हूँ, कि यही अमृत है”|*

★सबरी मुस्कुराईं, बोलीं :- *”सचमुच तुम मर्यादा पुरुषोत्तम हो, राम”*