आज का पंचाग आपका राशि फल, क्या गर्मियों में पैर की नसें नीली और मोटी दिख रही हैं? यह नसों से जुड़ी गंभीर बीमारी वैरिकोज वेन्स हो सकती है, तेजी देहरादून शहर के विषय में रोचक जानकारी

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻सोमवार, १२ जून २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०५:३६
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१५
चन्द्रोदय: 🌝 २५:४७
चन्द्रास्त: 🌜१३:४४
अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)
ऋतु: 🌡️ग्रीष्म
शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)
विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)
मास 👉 आषाढ
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 नवमी (१०:३४ से दशमी)
नक्षत्र 👉 उत्तराभाद्रपद (१३:४९ से रेवती)
योग 👉 आयुष्मान् (०७:५३ से सौभाग्य)
प्रथम करण 👉 गर (१०:३४ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज (२१:५८ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 वृष
चंद्र 🌟 मीन
मंगल 🌟 कर्क (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 वृष (उदय, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र 🌟 कर्क (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४९ से १२:४५
अमृत काल 👉 ०९:१० से १०:४३
विजय मुहूर्त 👉 १४:३७ से १५:३४
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:१७ से १९:३७
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१८ से २०:१८
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५७ से २४:३७
राहुकाल 👉 ०७:०० से ०८:४६
राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम
यमगण्ड 👉 १०:३१ से १२:१७
होमाहुति 👉 राहु
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 पृथ्वी
भद्रावास 👉 मृत्यु (२१:५८ से)
चन्द्र वास 👉 उत्तर
शिववास 👉 सभा में (१०:३४ से क्रीड़ा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – अमृत २ – काल
३ – शुभ ४ – रोग
५ – उद्वेग ६ – चर
७ – लाभ ८ – अमृत
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – चर २ – रोग
३ – काल ४ – लाभ
५ – उद्वेग ६ – शुभ
७ – अमृत ८ – चर
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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विवाहादि मुहूर्त मिथुन कर्क लग्न (प्रात: ०५:४६ से १०:२०), कन्या लग्न (दोप. ०१:४५ से ०२:५१), गोधुलि (सायं ०६:३५ से रात्रि ०८:११), धनु लग्न (सायं ०७:३५ से रात्रि ०९:३१), नींव खुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त दोपहर १२:०१ से दोपहर १२:५६ तक, गृह प्रवेश शुभ मुहूर्त प्रातः ०७:०० से प्रातः ०९:०३ तक, विद्या एवं अक्षरारम्भ+व्यवसाय आरम्भ+वाहन क्रय-विक्रय+देव प्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०९:०० से १०:४१ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १३:४९ तक जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (झ, ञ) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम रेवती नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (दे, दो, च) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
वृषभ – २७:३८ से ०५:३३
मिथुन – ०५:३३ से ०७:४७
कर्क – ०७:४७ से १०:०९
सिंह – १०:०९ से १२:२८
कन्या – १२:२८ से १४:४६
तुला – १४:४६ से १७:०७
वृश्चिक – १७:०७ से १९:२६
धनु – १९:२६ से २१:३०
मकर – २१:३० से २३:११
कुम्भ – २३:११ से २४:३७
मीन – २४:३७ से २६:००
मेष – २६:०० से २७:३४
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:१५ से ०५:३३
मृत्यु पञ्चक – ०५:३३ से ०७:४७
अग्नि पञ्चक – ०७:४७ से १०:०९
शुभ मुहूर्त – १०:०९ से १०:३४
रज पञ्चक – १०:३४ से १२:२८
शुभ मुहूर्त – १२:२८ से १३:४९
चोर पञ्चक – १३:४९ से १४:४६
शुभ मुहूर्त – १४:४६ से १७:०७
रोग पञ्चक – १७:०७ से १९:२६
शुभ मुहूर्त – १९:२६ से २१:३०
मृत्यु पञ्चक – २१:३० से २३:११
अग्नि पञ्चक – २३:११ से २४:३७
शुभ मुहूर्त – २४:३७ से २६:००
मृत्यु पञ्चक – २६:०० से २७:३४
अग्नि पञ्चक – २७:३४ से २९:१५
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आप आज दिन के आरंभ में यदि गुस्से को काबू करेंगे तो बाद में पछताना नही पड़ेगा। दिन के पहले भाग को छोड़ शेष में सुख शांति रहेगी लेकिन व्यावसायिक अथवा सामाजिक कार्यो से भागदौड़ करनी पड़ेगी अधिकारी अथवा घर के लोग आपके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी डालेंगे। आज आपका मनमाना व्यवहार रहने से पारिवारिक स्थिति गंभीर हो सकती है। सेहत की भी शिकायत रहने से अनमना स्वभाव रहेगा परन्तु दोपहर के बाद परिस्थिति में बदलाव आने से कार्य एवं व्यवहार ठीक होने लगेंगे। मित्रो ख़ास कर महिला मित्रो से संयमित व्यवहार करें अधिक बोलने की आदत हानि करा सकती है। धन लाभ आज मेहनत करने के बाद भी कामचलाऊ ही होगा

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज दिन के आरंभिक भाग में किसी व्यक्ति विशेष से आकस्मिक लाभ होगा लेकिन इसके बाद का अधिकांश समय आपकी सोच के एकदम उल्टा रहेगा। शारीरिक रूप से भी आज कष्ट बना रहेगा फिर भी आराम से दिन बिताने की योजना बिगड़ेगी। परिजन अथवा स्वयं की सेहत को लेकर दवाओं पर खर्च होगा। व्यर्थ की भाग-दौड़ में समय नष्ट होगा। कार्य-क्षेत्र पर आज अधिक समय नहीं दे पाने से सिमित लाभ होगा। सरकारी कार्यो में भी ढील पड़ने से कार्य अधूरे रहेंगे। परिजनों की योजनाओं पर आप पानी फेर सकते है। कार्य क्षेत्र अथवा घर पर मामूली गलती के कारण अधिक नुकसान होने की संभावना है सतर्क रहें। मित्र रिश्तेदारो से ईर्ष्या युक्त सम्बन्ध रहेंगे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपको चल-अचल संपत्ति संबंधित कार्यो में सफलता मिलेगी। घर मे संपत्ति को लेकर थोड़ी खींचतान हो सकती है फिर भी बड़ो की मध्यस्थता से मामला गंभीर नही होगा। सरकारी कार्य आज विलंब से परन्तु अवश्य ही पूर्ण हो जाएंगे। धन लाभ रुक रुक कर होने से कार्य क्षेत्र पर आज अधिक ध्यान देना होगा। परिवार में रिश्तेदारो का आगमन होने से चहल-पहल बढ़ेगी खर्च भी अतिरिक्त होगा। शारीरिक रूप से चुस्त रहेंगे। मध्यान तक के परिश्रम का उचित फल संध्या के समय धन लाभ के रूप में मिलेगा। विद्यार्थ एवं नौकरी पेशा जातक बेहतर प्रदर्शन करने पर सम्मान के पात्र बनेंगे। समाज के वरिष्ठ व्यक्तियों से भेंट भविष्य के लिए लाभदायी रहेगी। घर के बुजुर्गो का सहयोग मिलेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आप छोटी मोटी परेशानियों को छोड़ सुख पूर्वक बिताएंगे। व्यवसायी वर्ग आज किसी महत्त्वपूर्ण योजना को लेकर परेशान रहेंगे लेकिन किसी की सहायता मिलने पर इससे धन लाभ कमाएंगे। आज आपके विरोधी हानि पहुचाने का प्रयास करेंगे लापरवाही ना करें अन्यथा धन लाभ एवं आपसी संबंधों में कमी हो सकती है। काम धंधे में व्यस्तता के कारण परिजनों की भावनाओ को दरकिनार करेंगे जिससे परिवार में वातावरण अशान्त हो सकता है। अनुभवियों से नए कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। आज दिमाग में केवल पैसा ही रहेगा। आर्थिक मारामारी के बाद भी सामाजिक स्तर पर आपकी पहचान धनवानों जैसी रहेगी। पूजा पाठ के लिये आज समय मुश्किल से ही निकलेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज दिन के प्रथम भाग को छोड़ शेष नई समस्याए खड़ी करेगा। परिवार में आज किसी ना किसी सदस्य की सेहत गड़बड़ायेगी जिससे व्यवसाय के अतिरिक्त दौड़-धूप करनी पड़ेगी। महिलाये आज प्रत्येक कार्य को सतर्कता के साथ करें कार्य हानि के साथ ही चोटादि का भय है। व्यवसायी वर्ग उधारी के व्यवहार बढ़ने से चिंतित रहेंगे। घर अथवा बाहर लोगो की विचारधारा आपके एकदम विपरीत रहने से तालमेल बैठाने में परेशानी होगी। संबंधो को लेकर आपसी गलत फहमी का निराकरण समय रहते कर लें अन्यथा बात बिगड़ने में देर नहीं लगेगी। प्रियजन ही आग में घी डालने का कार्य करेंगे सतर्क रहे। विपरीत लिंगीय के आकर्षण में विवेक खो सकते है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन शुभ फलदायी रहेगा। कार्यो को गंभीर होकर करेंगे जिससे सफलता की संभावनाएं बढ़ेंगी। अधिकांश कार्य समय से पहले पूर्ण कर लेंगे। नौकरी वाले लोग आज अधिकारी वर्ग से विशेष प्रयोजन सिद्ध कर पाएंगे। व्यवसायी वर्ग भी पूर्व में किये निवेश का लाभ उठाएंगे धन लाभ के प्रबल योग है परंतु गलत जगह निवेश भी हो सकता है। सरकारी कार्य भी थोड़े बौद्धिक श्रम से बना लेंगे। परिजनों की इच्छा पूर्ती करने से संबंधो में मधुरता बढ़ेगी। आज आपका मधुर व्यवहार सामाजिक क्षेत्र पर भी प्रसिद्धि दिलाएगा। सेहत सामान्य बनी रहेगी फिर भी बाहर के तले भोजन से परहेज करें। संतानों एवं रिश्तेदारी में खर्च करना पड़ेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज के दिन घरेलू एवं व्यवसायिक उलझनों में कमी आने से राहत अनुभव करेंगे। आज लोग आपके प्रति सहानुभूति दिखाएंगे। नौकरी करने वाले जातको को अतिरिक्त कार्यभार मिलने से असहजता होगी परन्तु इसका उचित लाभ निकट भविष्य में मिल जाएगा। व्यवसायी लोग आज दिल खोल कर आर्थिक आयोजन कर सकेंगे। सुख के साधनों पर निसंकोच खर्च होगा परन्तु धन की आमद सामान्य ही रहेगी। व्यवहार कुशलता से प्रेम पूर्ण सम्बन्ध स्थापित करेंगे। परिजनों से सहयोग मिलेगा। सामाजिक आयोजनों में सम्मिलित होंगे। पैतृक मामलो को लेकर आज भी थोड़ा चिंतित रह सकते है फिर भी बुजुर्गो का सहयोग मिलने से मानसिक शांति रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में आलस्य अधिक रहने से कार्यो के प्रति लापरवाही करेंगे। दिन के आरंभ में कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धा रहने से अधिक परिश्रम के बाद लाभ होगा। मध्यान के बाद अनुकूल वातावरण बनने से धन लाभ होगा कार्यो में उत्साह बढेगा। परन्तु खर्च भी अधिक रहने से बचत नहीं कर पाएंगे। सामाजिक एवं पारिवारिक व्यवहारों पर खर्च करेंगे फिर भी परिजनों के साथ आज कम ही बनेगी। सरकारी कार्यो में जल्दी के कारण भाग-दौड़ करनी पड़ेगी। नए कार्यो अथवा व्यापार विस्तार की योजना को फिलहाल विराम दें। आज आपकी संतोषी वृति रहेगी लेकिन प्रलोभन के चक्कर में हाथ आया भी निकल सकता है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दिन के आरंभ में कोई शुभ समाचार मिलने से प्रसन्न रहेंगे लेकिन प्रसन्नता आज ज्यादा देर नही टिकेंगी। मध्यान से स्थिति पलट होने लगेगी सड़क चलते लोगो से भी बिना बात उलझेंगे। नौकरी वालो आज अधिकारियो से विशेष सतर्क रहना पड़ेगा। आज जिसे आप मामूली गलती समझेंगे वही कोहराम मचा सकती है प्रत्येक कार्य करने के बाद एक बार पुनरावलोकन अवश्य करें। परिवार में आज कोई ना कोइ आपसे असंतुष्ट ही रहेगा किसी ना किसी कारण से कलह होकर ही रहेगी। व्यवसायियों को मंदी रहने से बेमन से समय व्यतीत करना पड़ेगा। आय-व्यय में संतुलन नहीं बन पाएगा। भविष्य की योजनाओं को लेकर चिंतित रहेंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन मिला-जुला फल देगा आज आप जिस जगह से कुछ भी आशा करेंगे वहां निराशा मिलेगी इसके विपरीत जहां से कोई उम्मीद नही वहां से लाभ होगा। आपका व्यवहार भी आज रहस्यमय रहेगा लोगो को आपकी बाते कम ही समझ आएंगी। दिन भर थकान एवं आलस्य रहने के कारण मन ठोस निर्णय लेने की स्थिति में नहीं रहेगा। बेहतर रहेगा की आज कोई जोखिम का कार्य हाथ में ना लें। पराये कार्यो में टांग फ़साने से भी अपना समय बर्बाद करेंगे फिर भी पीठ पीछे आलोचना ही मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर लाभ की स्थिति बनेगी परन्तु इसका पूर्ण लाभ नहीं उठा पाएंगे। नौकर वर्ग से परेशानी होगी। घर में मौन धारण करने से शांति रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपको अपने द्वारा किये गए कार्य से संतोष होगा परिवार के सदस्य अथवा मित्र परिचित भी आपकी कार्य कुशलता की प्रशंसा करेंगे। लेकिन आपमे व्यवहारिकता व्यवहारिकता की कमी रहेगी लेकिन स्वार्थ सिद्धि के समय अत्यंत मीठे बन जाएंगे। कार्य व्यवसाय से आज धन लाभ तो होगा परन्तु आवश्यकता के समय नही। आज मेहनत करने से पीछे ना हटें निकट भविष्य में स्थिति ज्यादा अनुकूल बनने वाली है इसके लिये पहले से ही तैयार रहना पड़ेगा। पारिवारिक वातावरण उल्लसित रहेगा फिर भी आज आस-पड़ोसियों से सीमित व्यवहार करें। महिलाये आज प्रत्येक कार्य मे अपनी प्रसंशा स्वयं करेंगी। पेट संबंधित परेशानी हो सकती है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन भी आपके लिये अनुकूल बना रहेगा लेकिन आज आपकी आलसी प्रवृति एवं धीमी गति से कार्य करने की आदत लाभ को आगे सरकायेगी। आप किसी नए सहयोगी की तलाश में रहेंगे। आपकी सोच के विपरीत घटनाएं घटने से आश्चर्यचकित रहेंगे। आकस्मिक लाभ होने की संभावना अधिक है। उपहार सम्मान मिलेंगे। पूर्व में सोची गयी योजनाएं आज फलीभूत होंगी। धर्म-कर्म में आस्था रहने से मानसिक रूप से भी शांति रहेगे। आप अपने बल पर किसी महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी को पूर्ण कर लेंगे। पैतृक संपत्ति को लेकर घर में खींच-तान हो सकती है। यथा संभव आज कागजी कार्य टालें। संध्या के समय पति-पत्नी में विवाद हो सकता है। जोड़ो में दर्द की शिकायत रहेगी।
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क्या आपके पैरों पर भी दिखती हैं नीली-बैंगनी नसें, जानिए कौन सी बीमारी है और क्या है वजह ?

क्या गर्मियों में पैर की नसें नीली और मोटी दिख रही हैं? यह गंभीर बीमारी हो सकती है वजह

नसों से जुड़ी गंभीर बीमारी है वैरिकोज वेन्स, हो सकती है मौत, जानिए लक्षण, कारण और बचाव

बैठने ही नहीं देर तक खड़े रहने के भी गंभीर परिणाम, हो सकती है मौत

देहरादून। आजकल की भागती दौड़ भाग की जिन्दगी को लेकर ‘विचार एक नई सोच’ सामाजिक संगठन ने पेरिफेरल वास्कुलर जैसी गंभीर बीमारी को लेकर देहरादून के एक निजी होटल में एक दिवसीय स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम के साथ ही पत्रकार वार्ता का आयोजन किया। विचार एक नई सोच सामाजिक संगठन के प्रदेश सचिव राकेश बिजलवाण का मानना है कि आज के दौर में इस बीमारी के चपेट में महिलाएं व पत्रकार सर्वाधिक आ रहे है। इसलिए ऐसी घातक बीमारी से कैसे बचाव किया जाये, इस हेतु राज्य के एकमात्र वरिष्ठ वास्कुलर सर्जन डा॰ प्रवीण जिन्दल को इस अभियान का हिस्सा बनाया गया है। देहरादून से शुरू हुआ यह अभियान पूरे राज्य में चलाया जायेगा। इस बीमारी के प्रति लोगों की जागरूकता के लिए उत्तराखंड के सीमांत इलाकों व दुर्गम क्षेत्रों में निशुल्क हैल्थ कैंप भी लगाये जायेंगे।

विचार एक नई सोच अभियान के हिस्सा बने डा॰ प्रवीण जिन्दल ने पत्रकारो को बताया कि यह बीमारी मौजूदा कार्य की संस्कृति में हुए बदलाव के कारण बढ रही है। अधिक समय तक एक स्थान पर बैठने से ही नहीं बल्कि देर तक खड़े रहने से भी नसों से संबंधित बीमारी हो सकती है। स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक भी अक्सर नसों से संबंधित इस तरह की बीमारी यानी वैरिकोज की समस्या से ग्रसित हो रहे हैं। क्योंकि अधिकांश स्कूलों में शिक्षक खड़े होकर ही बच्चों को पढ़ाते हैं। उन्होंने उदाहरण दिया यह बीमारी महिलाओं, पत्रकारो, शिक्षकों और सैनिको में सबसे ज्यादा हो रही है। इसीलिए कि वे दिनभर में अधिकांश खड़े ही रहते है। अधिक समय खड़े रहने से ही यह बीमारी बढ जाती है। इसके अलावा खान पान और शाररिक व्यायाम के आभाव में भी नसों से संबधित बीमारियां फैलती है। डॉ जिदंल ने कहा कि इसका संबध खून से होता है और बाद में यह वास्कुलर, वेरीकोस वेंस, हाथ पैरो के जोड़ो में दर्द, पैरो में सूजन और डीप वेन थ्रोम्बोसिस जैसी घातक बीमारी का रूप ले लेती है।

अनियमित जीवनशैली नसों से जुड़ी बीमारियों का प्रमुख कारण
उत्तराखंड के एकमात्र वैस्कुलर सर्जन डा. प्रवीण जिंदल ने देहरादून व आसपास के स्कूलों में अध्ययन कर यह निष्कर्ष निकाला है। इसके अलावा उन्होंने मधुमेह, धूमपान व शराब का सेवन व अनियमित जीवनशैली भी नसों से जुड़ी बीमारियों को भी प्रमुख कारण बताया है।
डा. प्रवीण जिंदल का कहना है कि रक्त वाहिकाएं शरीर के विभिन्नि अंगों में आक्सीजन युक्त रक्त ले जाने वाली धमनियां व डीआक्सीजेनेटेड रक्त को हृदय में वापस ले जाने वाली नसें हैं। आक्सीजन के बिना शरीर का कोई भी अंग काम नहीं कर सकता है। धमनियों व नसों के रोग ऐसी स्थितियों का कारण बन सकते हैं जो या तो रक्त की आपूर्ति को रोक या कम कर सकते हैं। इस प्रकार के रोग में रक्त के थक्के बनना या धमनियों का सख्त होने जैसे लक्षण दिख सकते हैं। इसके अलावा चलने-फिरने पर पैर या टांगों में दर्द अथवा थकावट महसूस होना, स्ट्रोक, पेट दर्द व गैंग्रीन जैसी बीमारी भी नसों में खून की आपूर्ति बाधित होने से हो सकती है। डीप वेन थ्रोम्बोसिस यानी नसों में रक्त के थक्के जमने से व्यक्ति की मौत तक हो सकती है। वहीं क्रानिक शिरापरक रोग व वैरिकोज नसें भी व्यक्ति के लिए प्राणघातक साबित हो सकती है।

तम्बाकू और शराब के सेवन से बचें, शुगर व कोलेस्ट्राल पर करें नियंत्रण
डा॰ प्रवीण जिन्दल के अनुसार ऐसी घातक बीमारी से बचने के आज कई प्रकार के उपचार उपलब्ध है। अच्छा हो कि बीमारी से पहले हमें सुरक्षा के बचाव खुद से करना चाहिए।
डा. प्रवीण जिंदल का कहना है कि स्वस्थ्य जीवनशैली, धूमपान व शराब का सेवन नहीं करना, संतुलित आहार, शुगर व कोलेस्ट्राल पर नियंत्रण करने से भी नसों से संबंधित बीमारियों से बचा जा सकता है। खड़े रहने के कार्याे में तब्दीली करनी होगी साथ ही शाररिक व्यायात को महत्व देना होगा। दौड़भाग की जिन्दगी के साथ सबसे पहले खुद के स्वास्थ्य का ख्याल रखना आज की बहुत जरूरी आवश्श्यकता हो गई है।

वंशागत भी हो सकती है नसों से जुड़ी बीमारियां
विचार एक नई सोच के राष्ट्रीय संवाहनी जागरूकता कार्यक्रम के तहत डा॰ प्रवीण जिन्दल ने बताया कि बाह्य धमनी रोग, शूगर, टांगो में दर्द, वेरीकोस वेंस, डीप वेन थ्रोम्बोसिस जैसे अघात रोग सर्वाधिक बढ रहे है। यह सभी रोग खून की परेशानियों से विभिन्न प्रकार की बीमारी के रूप में सामने आ रहे है। और कई बार यह बीमारी वंशागत भी हो जाती है। इसके लक्षण कम ही पाये जाते है। इसलिए जरूरी है कि शाररिक व्यायाम करना नियमित होना चाहिए, कार्य की संस्कृति में सबसे पहले स्वास्थ्य का ध्यान रखना अवश्य हो। इस दौरान पत्रकार वार्ता में विचार एक नई सोच के सचिव राकेश बिजल्वाण, समाजसेवी मनोज इस्टवाल, प्रेम पंचोली सहित सैकड़ों लोग मैजूद थे।

शरीर में ये लक्षण दिखे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
डा. जिंदल का कहना है कि अन्य राज्यों की तुलना में नसों से संबंधित बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या उत्तराखंड में अधिक है। क्योंकि यहां पर लोग धूमपान व शराब का सेवन अधिक करते हैं। नसों से जुड़ी बीमारियों का समय पर इलाज नहीं कराने से व्यक्ति के शरीर को नुकसान पहुंच सकता है। कम दूरी तय करने में ही थकावट महसूस होना, पैरों व टांगों में सूजन, पैर के रंग का परिवर्तन होना, सुन्नपन, पैर की उंगलियों का काला पड़ना, पेट में तेज दर्द होना, लकवा जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत वैस्कुलर चिकित्सक से सलाह लेकर इलाज करना चाहिए।

वेरिकोज वेन्स की वजह
ज़्यादा देर तक खड़े रहना-  यदि आप ज़्यादा देर तक खड़े रहते है तो आपके पैरों में सूजन आने लगती है। ऐसे में आपको थोड़ी-थोड़ी देर में आराम करते रहना चाहिए. इससे पैरो में सूजन नहीं आएगी और नसों को आराम मिलेगा।
ज्यादा वजन के कारण-
ज़््यादा वजह होने के कारण आप जब भी खड़े रहते हैं, तब नसों पर दबाव पड़ता है जिसके कारण  ब्लड़ फ्लो धीमा हो जाता है. ऐसे में वजन ज़्यादा होने के कारण भी नसें सूज जाती हैं।
पैरो पर ज़्यादा जोर पड़ना-  
जब भी पैरों पर या शरीर के निचले हिस्से पर ज़्यादा जोर पड़ता हैं तो वहां खून जमने लगता है, जिसके कारण नसे सूझ जाती हैं. यह समस्या ज्यादातर हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा या प्रेगनेंसी में होती है।
अनुवांशिक वजह से-
कई बार लोगों को यह बीमारी अपने पूर्वजों के कारण भी होती हैं. यदि परिवार में किसी को वैरिकोज की समस्या है, तो ऐसा संभव हैं कि आपको भी हो सकती है।
 
वेरिकोज वेन्स के लक्षण
नसों में दर्द और सूजन होना-  यह ज्यादातर काफी समय खड़े रहने या काफी समय तक चलने के कारण होती है।
पैरो में सूजन- जब ज्यादा वजन बढ़ता है तो इससे नसें दब जाती हैं, इससे धीरे-धीरे पैरों में सूजन आने लगती है।
सूखी त्वचा का होना-  जब चेहरा सूखने लगता है तो ध्यान रखिये की आप डॉक्टर से कंसल्ट करें।
रात में पैरो में दर्द होना-  कई बार आपने महसूस किया होगा कि जब आप रात में सोने जाते हैं तो एकदम से पैरो में दर्द शरू हो जाता है. यह वेरिकोज वेन्स का ही एक लक्षण हैं।
नसों के आसपास त्वचा का रंग बदलना-  कई बार आपने देखा होगा जब नसें नीली या बैंगनी सी होने लगती हैं। यह खून जाम होने की वजह से होता है. इससे वेरिकोज वेन्स की परेशानी हो सकती है।
 
वेरिकोज नसों का इलाज
व्यायाम करें-
व्यायाम करने से आपका वजन सही रहेगा जिससे आपके पैरो पर दबाव नहीं पड़ेगा. पैरो पर दबाव न पड़ने से ब्लड़ फ्लो भी सही रहेगा और आपको किसी तकलीफ का सामना नहीं करना पड़ेगा।
ज्याद देर तक खड़े न रहें-
ज्यादा देर तक खड़े रहने से ब्लड़ फ्लो धीमा हो जाता है और धीरे धीरे पैरो में सूजन आने लगता है. इसलिए ज्यादा देर तक खड़े न रहें।
टाइट कपडे न पहने-
टाइट कपड़े पहनने से नसें दबने लगती हैं फिर नसों में सूजन आ जाती है. इससे नसों का रंग बदलने लगता है. आप कोशिश करें ज्यादा टाइट कपडे न पहनें।
हील्स न पहने-
आपने अक्सर यह महसूस किया होगा कि जब भी आप हील्स पहनते हैं तो पैरो में सूजन आ जाती है. इसलिए हील्स न पहने ताकि आपके पैरों में सूजन न आएं।
कम्प्रेशन मौजो का इस्तेमाल करें-
कम्प्रेशन मौजे पहनने से ब्लड़ फ्लो सही रहता है, पैरो की सूजन कम हो जाती है. नसों से जुडी बीमारियों में सुधार आता है और ब्लड क्लॉट से बचाता है. पैरों की परेशानी होने पर कम्प्रेशन मौजों का उपयोग करें

*देहरादून के बारे में कुछ रोचक जानकारियां*
*यह शहर 1611ई में 3005 रुपये कीमत में बिका था*,
*1674  से पहले देहरादून का नाम पृथ्वीपुर था,*
*1676 में मुगल सम्राट औरंगजेब ने देहरादून क्षेत्र गुरु रामराय को उपहार में दे दिया था*,
*1757 में नजीबुदौला ने टिहरी नरेश को हराकर हासिल किया,*
*1803  में गोरखाओं ने देहरादून पर कब्जा किया,*
*1804 14 मई  को खुड़बुड़ा देहरादून में गोरखा सेना लड़ते  हुए गढवाल नरेश प्रद्युम्न शाह वीरगति को प्राप्त हुए थे,*
*1811 में टिहरी नरेश सुदर्शन शाह ने कैप्टेन हरसी यंग को देहरादून हस्तगत किया,*
*1814 में कैप्टन हरसी ने देहरादून को मात्र ₹100 मासिक लीज़ पर ईस्ट इंडिया कम्पनी को दे दिया,*
*1815 में अंग्रेजों ने गोरखाओं को भगाकर देहरादून हथिया लिया*,
*1823 में पलटन बाजार बना, इसके दोनों तरफ पलटन रहती थी,*
*1840  में यहां चीन से लाया गया लीची का पौधा लगाया गया,*
*1842  में यहाँ अफगान शासक अमीर दोस्त द्वारा अफगानिस्तान से लायी बासमती बोई गयी,*
*1842  में दून में डाक सेवा शुरू हुई,*
*1854  में यहां मिशन स्कूल खोला गया,*
*1857 में डा. जानसन  द्वारा चाय का बाग लगाया गया,*
*1863  में दून स्थित शिवाजी धर्मशाला में पहली बार रामलीला का विराट मंचन किया गया*,
*1867 में यहां नगर पालिका बनी,*
*1868 में यहां चकराता बना*,
*1873 में सहारनपुर रोड़  एवं*1892ई* में रायपुर रोड बनी*,
*1871  में देहरादून जिला बना,*
*1889 में नाला पानी से दून को जलापूर्ति हुई,*
*1901 में दून रेल सेवा आरंम्भ हुई,*
*1902 में महादेवी पाठशाला और* **1904ई*में डीएवी* *कालेज आरंम्भ हुए*,
*1916  में यहाँ विद्युत आपूर्ति शुरू हुई,*
*1918  में यहाँ ओलम्पिया और ओरएन्ट सिनेमा घर खुले,*
*1920 में लोगों ने यहाँ पहली बार कार देखी,*
*1930 में देहरादून में मसूरी मोटर मार्ग बना,*
*1939  तक दून में केवल दो ही कारें थी,*
*1944  में लाला मंशाराम नें 58 बीघा जमीन में कनाट-प्लेस बनवाया,*
*1947 में यहाँ जातीय उपद्रव हुआ,*
*1948 में यहां प्रेमनगर और क्लेमनटाउन सिटी बस सेवा शुरू हुई*,
*1948 से 1953 तक आनंदसिंह ने यहां अपने पिता बलबीर सिंह की याद में घण्टाघर बनाया,*
*1978 में यहाँ वायु सेवा शुरू हुई,*
*1985 में यहाँ पहला विक्रम आया UGY – 229 नम्बर था* ~ #साभार