आज का पंचाग आपका राशि फल, पाश्चात्य LGBT भारतीय पारिवारिक जीवन और सांस्कृतिक समृद्धि को तोड़ने में लगी है, न्याय में वर्षों देरी व बड़े अपराधी की छोटी सजा पर भी विमर्श आरंभ!, तो भाजपा पुराने मुद्दों पर नहीं लड़ेगी लोकसभा चुनाव!, भारत बना विश्व में सबसे अधिक जनसंख्या वाला देश कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून में देरी से स्थिति होगी विस्फोटक

एक्टर आर माधवन के बेटे ने भारत को दिलाए 6 गोल्ड मेडल 🙏🚩

एक्टर के बेटे वेदांत ने मलेशिया में इन्वीटेशनल एज ग्रुप स्विमिंग चैंपियनशिप में भाग लिया था और तैराकी में भारत के लिए 5 गोल्ड मेडल जीते

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻गुरुवार, २० अप्रैल २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:०३

सूर्यास्त: 🌅 ०६:४६

चन्द्रोदय: 🌝 ०५:४५

चन्द्रास्त: 🌜१९:०७

अयन 🌖 उत्तरायणे (उत्तरगोलीय)

ऋतु: 🌡️ग्रीष्म 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 वैशाख 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 अमावस्या (०९:४१ से प्रतिपदा)

नक्षत्र 👉 अश्विनी (२३:११ से भरणी)

योग 👉 विष्कुम्भ (१३:०१ से प्रीति)

प्रथम करण 👉 नाग (०९:४१ तक)

द्वितीय करण 👉 किंस्तुघ्न (२१:०१ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 मेष 

चंद्र 🌟 मेष 

मंगल 🌟 मिथुन (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 कुम्भ (उदित, पश्चिम, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र 🌟 वृष (उदित, पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५० से १२:४२

अमृत काल 👉 १६:११ से १७:४४

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 ०५:४५ से २३:११

विजय मुहूर्त 👉 १४:२६ से १५:१८

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४६ से १९:०८

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:४७ से १९:५३

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५४ से २४:३७

राहुकाल 👉 १३:५४ से १५:३१

राहुवास 👉 दक्षिण

यमगण्ड 👉 ०५:४५ से ०७:२३

होमाहुति 👉 सूर्य

दिशाशूल 👉 दक्षिण

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्र वास 👉 पूर्व

शिववास 👉 गौरी के साथ (०९:४१ से श्मशान में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – शुभ २ – रोग

३ – उद्वेग ४ – चर

५ – लाभ ६ – अमृत

७ – काल ८ – शुभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – अमृत २ – चर

३ – रोग ४ – काल

५ – लाभ ६ – उद्वेग

७ – शुभ ८ – अमृत

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पूर्व-उत्तर (दही का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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देवकार्य हेतु वैशाख अमावस्या, शुकदेव जन्मोत्सव, ग्रीष्म ऋतु आरम्भ, खग्रास सूर्य ग्रहण (भारत में अदृश्य) आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २३:११ तक जन्मे शिशुओ का नाम अश्विनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (चू, चे, चो, ला) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम भरणी नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (ली) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मेष – २९:३२ से ०७:०६

वृषभ – ०७:०६ से ०९:०१

मिथुन – ०९:०१ से ११:१६

कर्क – ११:१६ से १३:३७

सिंह – १३:३७ से १५:५६

कन्या – १५:५६ से १८:१४

तुला – १८:१४ से २०:३५

वृश्चिक – २०:३५ से २२:५४

धनु – २२:५४ से २४:५८

मकर – २४:५८ से २६:३९

कुम्भ – २६:३९ से २८:०५

मीन – २८:०५ से २९:२८

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पञ्चक रहित मुहूर्त

मृत्यु पञ्चक – ०५:४५ से ०७:०६

अग्नि पञ्चक – ०७:०६ से ०९:०१

शुभ मुहूर्त – ०९:०१ से ०९:४१

मृत्यु पञ्चक – ०९:४१ से ११:१६

अग्नि पञ्चक – ११:१६ से १३:३७

शुभ मुहूर्त – १३:३७ से १५:५६

रज पञ्चक – १५:५६ से १८:१४

शुभ मुहूर्त – १८:१४ से २०:३५

चोर पञ्चक – २०:३५ से २२:५४

शुभ मुहूर्त – २२:५४ से २३:११

रोग पञ्चक – २३:११ से २४:५८

शुभ मुहूर्त – २४:५८ से २६:३९

मृत्यु पञ्चक – २६:३९ से २८:०५

अग्नि पञ्चक – २८:०५ से २९:२८

शुभ मुहूर्त – २९:२८ से २९:४४

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन शुभ फलदायक रहने पर भी आप इसका पूर्ण लाभ नही उठा पाएंगे। आपका स्वभाव अन्य लोगो के प्रति लापरवाह और रूखा रहेगा केवल स्वार्थ पूर्ति हेतु ही व्यवहार रखेंगे। जिसे अपना हितैषी समझेंगे वही दुख का कारण बनेगा। कार्य व्यवसाय में लाभ के अवसर मिलेंगे परन्तु अनुभव की कमी के कारण हाथ से निकलने की सम्भवना है लाभ पाने के लिये अहम की भावना त्याग किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें। धर्म कर्म में निष्ठा होने पर भी पाप कर्म के प्रति ज्यादा आकर्षण रहेगा। परिजन आपकी बातों का जल्दी से विश्वास नही करेंगे केवल मित्र लोग ही स्वार्थ वश आपकी हाँ में हाँ मिलाएंगे। सेहत संध्या बाद प्रतिकूल होगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन उतार चढ़ाव वाला रहेगा आपका ध्यान आज कम समय मे ज्यादा लाभ कमाने पर रहेगा लेकिन इसमें सफलता नही मिल सकेगी। धन लाभ के लिये दिन भर संघर्ष करना पडेगा लेकिन होगा अकस्मात ही। संतान अथवा पैतृक मामलो को लेकर कई दिनों से लगी कोई उम्मीद टूटने की संभावना है। विद्यार्थी वर्ग का अध्ययन में मन नही लगेगा प्रतियोगी परीक्षा में असफलता मिलेगी। 

संध्या तक धैर्य से काम लें इसके बाद स्थिति अनुकूल बनने लगेगी जो लोग आपको बोझ समझ रहे थे वही आपका महत्त्व समझेंगे। आध्यात्म एवं परोपकार का सहारा लें निकट भविष्य में अवश्य काम आएगा। सेहत संध्या बाद थकान होने पर भी अनुकूल लगेगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन सार्वजनिक क्षेत्र से सम्मान दिलाएगा दिन के आरंभ में किसीकी बेतुकी बात को लेकर क्रोध में रहेगें थोड़ा बहुत गुस्सा दिन भर बना ही रहेगा। मध्यान के समय जिस कार्य से लाभ की उम्मीद लागये बैठे है उसके टलने से मन निराश होगा। कार्य व्यवसाय में आज दिनचार्य संभावनाओ पर केंद्रित रहेगी लाभ के कई अवसर निकट आते आते निरस्त होंगे फिर भी किसी ना किसी का सहयोग मिलने से धन लाभ हो ही जायेगा। पारिवारिक वातावरण धर्य की कमी से खराब हो सकता है घर की अपेक्षा आज बाहर समय बिताने से सहज अनुभव करेंगे। सेहत मानसिक विकार को छोड़ सामान्य रहेगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन सफलता वाला है लेकिन अपनी वाणी एवं व्यवहार को संतुलित रखना जरूरी है कम लाभ से संतोष करने से ही दिन का फायदा उठाया जा सकता है अन्यथा लाभ के अवसर गरमा गरमी में हाथ से निकल सकते है। भाई बंधुओ से आज सीमित व्यवहार रखना ही बेहतर रहेगा अन्यथा कुछ न कुछ मानसिक क्लेश ही बनेगा। कार्य क्षेत्र पर स्थिति मेहनत के बाद लाभदायक बनेगी प्रतिस्पर्धी हावी रहेंगे फिर भी अगर दृढ़ रहे तो सफलता अवश्य मिलेगी। पारिवारिक वातावरण सामान्य रहेगा पल में खुशी पल में उदासी बनेगी। सेहत में थोड़ी बहुत नरमी बनी रहेगी।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन दौड़धूप वाला रहेगा दैनिक कार्यो की भागमभाग में शरीर की अवहेलना बाद में भारी पड़ेगी। व्यावसायिक कार्य मे परिश्रम अधिक करना पड़ेगा फिर भी लाभ आशाजनक नही होगा। आपके हिस्से का लाभ किसी अन्य के हिस्से में भी जा सकता है लापरवाही से बचें। आज की गई मेहनत का सकारत्मक परिणाम संध्या बाद से देखने को मिलेगा कई दिनों से चल रही आर्थिक तंगी में कमी आएगी लेकिन धन लाभ आज आंशिक लेकिन निकट भविष्य में आशाजनक रहेगा। परिवार ने संतानों का मनमाना व्यवहार मन दुख का कारण बनेगा पारिवारिक सुख में कमी आएगी। शरीर मे कोई नया रोग होने की संभावना भी है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन मध्यम रहेगा आज किसी ना किसी कारण से मानसिक कष्ट हो सकता है । पूर्व में की किसी गलती का आभास होगा लेकिन विपरीत परिस्थिति के कारण सुधार भी नही कर सकेंगे। सेहत मध्यान तक नरम रहेगी हाथ पैर एवं अन्य शारीरिक अंगों में शितिलता के कारण कार्य बेमन से करने पड़ेंगे। कार्य व्यवसाय की स्थिति भी दयनीय ही रहेगी अन्य लोगो के ऊपर आश्रित रहना पड़ेगा। धन लाभ होगा लेकिन व्यर्थ के खर्चो में लग जायेगा। माता अथवा घर की महिलाओं की सेहत भी नरम रहने के कारण वातावरण अस्त व्यस्त रहेगा। उधारी के लेन देन से बचे वरना आगे आर्थिक समस्या गहरा सकती है।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन प्रत्येक कार्यो में विजय दिलाने वाला रहेगा लेकिन इसके लिये समय का सदुपयोग करना पड़ेगा परिवार में भाई बंधुओ से ईर्ष्या युक्त संबंध रहेंगे अन्य लोगो आपकी प्रगति देख वैरभाव रखेंगे आप भी आज किसी कारण से हीन भावना से ग्रस्त रहेंगे। आज अपने काम से काम रखें अन्यथा अनुकूल दिन का उचित लाभ नही मिल सकेगा। अतिआवश्यक कार्य संध्या से पहले पूर्ण कर लें इसके बाद शारीरिक अथवा अन्य कारणों से बाधा आने लगेगी। कार्य क्षेत्र पर अथवा आस पडोस में नए शत्रु पनपेंगे सतर्क रहें। स्त्री संतानों से भी किसी बात पर मतभेद हो सकता है।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन लाभदायक बना है इसका लाभ उठायें स्वभाव में थोड़ी उग्रता एवं जल्दबाजी रहेगी प्रत्येक कार्य को बिना सोचे समझे करेंगे जिससे बाद में पछताना पड़ेगा। कार्य व्यवसाय आज अन्य प्रतिस्पर्धियों को तुलना में बेहतर चलेगा धन लाभ भी थोड़ी देर अबेर आशाजनक होगा लेकिन धन व्यर्थ के कार्यो में खर्च हो सकता है। मौज शौक की प्रवृति से दूर रहें अन्यथा घर मे विशेष कर महिला वर्ग से विवाद की संभावना है। संध्या के आस पास किसी से धन संबंधित व्यवहार को लेकर विवाद हो सकता है गुस्से को काबू में रखें वरना कल पछताना पड़ेगा। 

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन आपकी वैचारिक शक्ति प्रबल रहेगी लेकिन फिर भी अंतर्द्वन्द में ही फंसे रह जाएंगे जिस कार्य को करना आरम्भ करेंगे उसे मनमाने तरीके से ही करेंगे किसी का कार्य मे दखल देना अखरेगा बेवजह की बहस के लिये तुरंत तैयार रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर मध्यान तक उदासीनता रहेगी इसके बाद भी मेहनत करने पर ही आय के स्तोत्र बनेंगे लाभ आज सीमित साधनों से होगा लेकिन मेहनत आगे अवश्य धन लाभ के मार्ग बनाएगी। मन कुछ समय के लिये अनैतिक कार्यो मौज शौक की ओर भटकेगा लेकिन इसमें भी कुछ ना कुछ व्यवधान आने से इच्छा पूर्ति नही कर पाएंगे। पति/स्त्री संतान सुख मिलेगा साथ ही कोई नई समस्या भी बनेगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज आपके अंदर तेज की कमी रहेगी मन मे कुछ ना कुछ भय बना रहेगा आस पास का वातावरण भी विपरीत रहेगा छोटी मोटी बातो अथवा हास्य परिहास में भी कलह होने की संभावना है। आज विशेषकर विपरीत लिंगीय से सीमित व्यवहार रखें अन्यथा मान भंग हो सकता है। आज आप भाई बंधुओ के लिये लाभकारी सिद्ध होंगे लेकिन आपके द्वारा दी गई आर्थिक अथवा अन्य प्रकार की सहायता का दुरुपयोग होने की संभावना अधिक है। शत्रु पक्ष को कमजोर ना आकेँ अंदर ही अंदर हानि पहुचायेंगे। धन लाभ आज मुश्किल से ही होगा।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आर्थिक उन्नति के योग बन रहे है लेकिन साथ ही सामाजिक क्षेत्र पर बदनामी अथवा किसी मामूली बात का बतंगड़ बनने से सम्मान हानि की भी सम्भवना है। भाई बंधु अथवा मित्र मंडली में कम बैठे कुछ ना कुछ गड़बड़ ही होगी। कार्य व्यवसाय से पहके से तय आय निश्चित होगी इसके अतिरिक्त भी जोखिम वाले कार्य शेयर लॉटरी आदि से अकस्मात लाभ की संभावना है। व्यवसायी वर्ग आर्थिक रूप से समृद्ध रहने पर भी असंतोषी ही रहेंगे। गृहस्थी में जिस बात को छुपाने के प्रयास करेंगे वही तकरार का कारण बनेगी। संतान से संबंध में चंचलता आएगी।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आपका मन संतोषी रहने पर भी अन्य लोगो से स्वयं की तुलना करने पर बेचैन रहेगा। कार्य व्यवसाय से भी कोई सकारात्मक परिणाम नही मिलेगा। धन की आमद कम और खर्च अधिक रहने के कारण आर्थिक संतुलन गड़बड़ायेगा। परिवार की महिलाए मानसिक विकार से ग्रस्त रहेंगी मामूली बातो को प्रतिष्ठा से जोड़ने पर घर का वातावरण खराब कर सकती है। पिता अथवा पैतृक संपत्ति से संबंधित कार्यो से लाभ की उम्मीद अंत समय मे उलझन में बदलेगी। व्यवहार में मिठास बनाये रहने से कई पारिवारिक एवं कानूनी लफड़ो से बच सकते है। सेहत में थोड़े बहुत विकार लगे रहेंगे।

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏

पश्चिम के कुछ देशों में एक दो दशक पहले सर्वे हुआ कि कितने प्रतिशत नल्ले हैं (LGBT)?

हैरानी ये हुई कि जिस साल सर्वे हुआ था उस साल इनका आंकड़ा 2-4% भी नहीं था लेकिन जैसे जैसे ये सर्वे बढ़ते गया तो दशक खत्म होते होते ये आंकड़ा 40% तक पहुंच गया। मतलब आज वहां इतने लोग को LGBT होने में कोई फर्क नही पड़ता।

फिर जब पता लगाया कि ये क्यों हो रहा है तो पता चला कि स्कूलों में जो सेक्स एडुकेशन का सुतियापा चलाया गया था उसने बच्चों पर जबरदस्त असर किया और बच्चे मानव शरीर को सिर्फ भोगने की चीज समझने लगे और उनके लिए सेक्स एक खाने की भूख जैसा बन गया।

इसी पढ़ाई में उन्होंने सीखा कि जैसे हम एक तरह का खाना रोज नही खाते तो एक तरह का सेक्स भी क्यों करना है? इसमें वेरायटी होनी चाहिए।

इस वजह से उन्होंने खुद को LGBT बताना शुरू कर दिया और अब लड़का अपने क्लासमेट लड़के के साथ और लड़की अपनी क्लासमेट लड़की के साथ सेक्स करने लगी। इसमें उन्होंने ये फायदा भी पाया कि यहां तो प्रेग्नेंट होने का झंझट भी नही और माँ बाप भी शक नही करते जब दोस्त या सहेली के नाम पर लड़का लड़की अपनी दोस्त सहेली के घर आया जाया करते हैं या घूमने के बहाने दो चार दिन की ट्रिप पर निकल लेते हैं।

साथ ही पश्चिम में ये फैशन बन गया है कि जो जितनी कम उम्र में सेक्स करे वो उतना मॉडर्न है तो ये सबसे आसान तरीका था जिससे वर्जिनिटी तोड़ी जा सकती है।

बाकी जब पता चला तो ये सामने आया कि इस तरह का सेक्स दिमाग मे भरने का आसान माध्यम पोर्न बन गयी और फिर हॉलीवुड में भी धड़ल्ले से लेस्बियन-गे वाले किरदार भरने शुरू हो गए जो वैसे तो नॉर्मल दिखते थे, अच्छी अच्छी पोस्ट पर थे लेकिन थे LGBT.

https://kutumbapp.page.link/aqmJSqRZQVWGRcB9A

इसी में सामने आया कि इस सेक्स एडुकेशन ने वो खुलापन कर दिया और पॉर्न में ऐसी पोर्न की बाढ़ आनी शुरू हुई कि अब स्टेप ब्रदर (सौतेला), स्टेप सिस्टर, स्टेप फादर, स्टेप मदर जैसे सेक्स भी बढ़ने लगे। अब चूंकि अमेरिका-यूरोप में परिवार सिस्टम पहले से ही खत्म था तो जब भी एक मर्द अपनी बीवी छोड़, नई बीवी लाता तो यदि वो जवान है तो उसके साथ स्टेप मदर सेक्स या फिर उसकी बेटी जवान है तो उसके साथ स्टेप सिस्टर सेक्स या फिर उसका बेटा जवान है तो गे सेक्स… या फिर बीवी नया पति लाती तो Vice versa शुरू हो गया।

आज अमेरिका-यूरोप में ये आधी जनसँख्या तक पहुंच चुका है। अब वो नॉर्मल सेक्स जीवन को टैबू समझते हैं। शादी और पतिव्रता- पत्नीव्रता सिस्टम तो वहां पहले से नही है तो परिवार सिस्टम वहां का ध्वस्त हो रखा है। वहां 100 में से 70 शादी साल दो साल में खत्म हो जाती है। ये एनिवर्सरी सिस्टम उन्ही की देन है कि यदि शादी साल भर चल जाये तो जश्न मनाया जाए। सिल्वर जुबली तो रेयरेस्ट केस है।

ये सब क्यों बता रहा हूँ? हावर्ड का चेला और LGBT चेम्पियन चंदा मामा यहां LGBT शादी की सुनवाई कर रहा है। केंद्र ने साफ मना कर दिया कि उंगल मत करो ये हमारे फील्ड का मामला है कि हम मान्यता देते हैं या नहीं लेकिन तब भी पूरी संभावना है कि ये केंद्र को कानून बनाने को कह सकता है।

अभी हाल में इसने सुप्रीम कोर्ट में LGBT के 9 न्यूट्रल टॉयलेट बनाये हैं। मतलब इतने नल्ले तो हैं नही जितने कोर्ट में टॉयलेट बन गए और इसे लैंडमार्क डिसीजन कहा जा रहा है। इसके लिए इसे दुनिया भर से वाहवाही मिल रही है। आर्टिकल लिखे जा रहे हैं इसके सम्मान में पश्चिम में। वो पश्चिम जिसने करोड़ो गरीबो को टॉयलेट देने वाले मोदी के लिए एक शब्द नही लिखा। अर्थात फुल एजेंडा चलाया जा रहा है।

इससे पहले 377 हट ही चुका है। फिल्मों और OTT पर अब आप नल्ले देखना शुरू कर ही चुके हो। आपने इसे सामान्य भी बना दिया है ये सोचकर कि उन बेचारों की लाइफ है उन्हें जीने दो। जबकि सच्चाई ये है कि ऐसा बेचारा बना पश्चिम की तरह ही घर घर ऐसे तैयार करने का प्लान है और जैसा बताया कि पश्चिम में एक दशक में ऐसी बाड़ आ गयी थी।

भारत चूंकि परिवार सिस्टम वाला है तो ये फूंक फूंक कर कदम रख रहे हैं। पहले 377 की आजादी दे दो, फिर मैरिज की आजादी दे दो, फिर फ्री सेक्स की आजादी दे दो, फिर सेक्स एजुकेशन की आजादी दे दो, फिर बच्चों को चुनने की आजादी दे दो… फिर होने दो जिसे जैसा होना है तुम कौन होते हो रोकने वाले? बनाओ कानून जो इसपर एक शब्द भी बोलेगा उसे जेल डाल दिया जाएगा।

पोर्न की बाड़ तो पहले से है यहां, जहां हर तरह के सेक्स दिखाए ही जा रहे हैं तो कह नही सकते कि आजकल के बच्चे सहेली-दोस्त बताने के बहाने कमरे में या टूर पर क्या कर रहे होंगे? अब तो यहां भी सेक्स टॉयज़ की भी बाढ़ आनी शुरू हो गयी है। डिलडो से लेकर वाइब्रेटर बिक रहे हैं और फिल्में (OTT) प्रचार कर रहा है और आर्टिकल लिख इन्हें “path breaking” बता रहा है।

यहां भी कहा जा रहा है कि सेक्स को टैबू न समझो और खुलकर इसपर बात करो। नंगई तो खैर कबसे यहां बढ़ती जा रही है जो कहती है my body my choice.

आज ओपन में चुम्माचाटी चल रही है, नंगा घुमा जा रहा है और इसे आजादी कहा जा रहा है और इसे रोकने वालों को रूढ़िवादी-पिछड़ा-संस्कारी बता बेज्जत किया जा रहा है। मतलब जो चीज पर्दे की होती थी उसे आधुनिकता का नाम दे पब्लिक किया जा रहा है।

आज सेक्स पब्लिक में हो रहा है ये कहकर कि क्या तू नही करता? ऐसे ही हम 140 करोड़ हैं? जबकि करते तो लोग मूत-शौच भी हैं तो क्या उसे भी कहीं भी पेंट उतार करने लग जाएंगे? लेकिन वो तो गलत है क्योंकि उसके लिए प्रॉपर जगह (टॉयलेट) है, बस सेक्स से जुड़ी चीज कहीं भी शुरू कर दो क्योंकि ये नॉर्मल है, सब करते हैं।

सबसे पहले इन्होंने आड़ ली कि पीरियड की बात खुलकर होनी चाहिए क्योंकि ये भगवान का दिया हुआ है महिला के साथ… सुनने में अच्छा भी था और लोग आज खुलकर बात करते भी हैं। लेकिन भगवान का बनाया तो शीघ्रपतन भी है, टेढ़ा लिंग भी है, दस्त भी हैं, कब्ज भी है, बवासीर भी है, और न जाने क्या क्या है… लेकिन ये सब आज भी हमेशा अकेले में डिसकस की चीज होती हैं। लेकिन पीरियड इन्हें चिल्लाकर सबके सामने डिसकस करने थे क्योंकि इसे नॉर्मल बनाना था। उसके बाद फिर वर्जिनिटी, फिर शादी से पहले सेक्स, फिर शादी के बाद एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर, फिर शादी ही क्यों करनी, फिर बिना शादी बच्चे, फिर सिंगल पेरेंट, फिर फ्री सेक्स (जिससे मर्जी कर लो), फिर ओबोर्शन, फिर सेरोगेसी, फिर ना जाने क्या क्या… सब एक के बाद एक लागू करना था।

आज पश्चिम ने ये आम हो चुका है और यहां इसे आम करने की शुरुआत तो हो ही चुकी है।

रही बात भारत की तो, भारत जिसकी पहचान परिवार सिस्टम है.. उसके बाद बाकी सब मन्दिर, संस्कृति आदि आते हैं… इसे खत्म करने का ये सब प्लान बनाया गया और एक के बाद एक चालू किया जा रहा है। इसका हमला तो बहुत पहले से शुरू हो चुका था लेकिन हमने ध्यान न दे इसे मजाक में उड़ाया और पूरी उम्मीद है कि आगे भी ऐसा ही मजाक उड़ा बर्बाद ही होते जाएंगे और बहाना मारेंगे कि यही तो कलयुग है।

यही आज आंखों के सामने चल रहा है और सब इग्नोरेंट बने घूम रहे हैं।

https://kutumbapp.page.link/u1rsiGN5Bhqfjzk37?ref=VK58C

सुना है कल UCC की हाईलेवल मीटिंग हुई अमित शाह की अध्यक्षता में…! सॉलिसिटर जनरल भी मौजूद थे।

अब मैं थोड़ा कन्फ्यूज हो गया हूँ।

कारण ये है कि एक तरफ मुझे मोदी जी का बयान याद आता है कि मैं 2024 का चुनाव भाजपा के पुराने मुद्दों पर नही लड़ूंगा। जिसका मतलब था कि राम मंदिर, 370 और UCC तीनो का फैसला 2024 से पहले हो जाएगा।

लेकिन फिर मैंने ये अनुमान लगाया था कि जिस तरह बेवजह यहां CAA और किसान का बहाना लेकर सड़क पर ड्रामे हुए तो इस हिसाब से मोदी जी इसे भी 2024 के बाद शुरुआती कार्यकाल में खत्म करेंगे जैसे 370 और राममंदिर का फैसला 2019 के तुरन्त बाद किया गया था जबकि छर्रे उछलने लगे थे कि 5 साल होने को हैं (2014-2019) कब पूरा होगा वादा?

अब ये मीटिंग तो ऐसा दिखा रही कि मोदी जी ने मन बना लिया है कि भाड़ में जाये ये आन्दोलनजीवी और फैसला तो 2024 से पहले ही होगा लेकिन फिर क्या वही ड्रामा के लिए भी सरकार तैयार है वो भी तब जब विदेशी शक्तियां भी किसी तरह मोदी को 2024 हराना चाहती हैं और उन्हे थाली में सजा एक मुद्दा दिया जाएगा इन को आगे कर और हो सकता है कि देश मे अराजकता फैले, वो भी विशेषकर नॉन भाजपा राज्यों में?

क्योंकि 2024 के बाद ये आसान फैसला होगा क्योंकि तब इसे मैनेज करने को पूरे 5 साल होंगे जबकि अब चुनाव सर पर है और फिर यहां उपद्रव हुआ और पुलिस द्वारा सीधे किये गए तो अंतराष्ट्रीय माहौल बनाया जाएगा कि देखो किस तरह का फासीवाद चलाया जा रहा है और सबसे ज्यादा दर्द जिसे होगा वो हैं सेक्युलर कीड़े जो कहेंगे कि हमे कूट रहे है

और ये भी सच है कि बहुत से ऐसे कीड़े जो नॉन पोलिटिकल खुद को बताते हैं फिर ये सब एन्टी-मोदी कैम्पेन ही करेंगे अपने अपने स्तर पर। वहीं दूसरी तरफ अपने वाले नमक हराम भी न भूलें जो कहते थे कि मोदी जी मन्दिर बना दो या 370 हटा दो… आजीवन भाजपा को वोट दूँगा, वो आजकल मोदी को ही मौलाना घोषित करने में लगे रहते हैं कि इसने हिंदुओं के लिए किया ही क्या है? और वो भी मोदी के खिलाफ ही काम कर रहे हैं।

इसलिए कंफ्यूजिया गया हूँ कि क्या करने जा रही है सरकार?

बाकी, आप क्या सोचते हैं?

Nine Judges Recuse Themselves to Hear Ateek Ahmed. Tenth One Gave Him Bail.
🤔🤔🤔

44 साल से देश में कोर्ट भी थे जज भी थे
सरकारें भी थी, मुख्यमंत्री भी थे, पुलिस भी थी, क़ानून भी था, गवाह भी थे, उमेश पाल भी ज़िंदा था

फिर भी 44 साल में 100 से ज़्यादा मुक़दमे होने के बाद भी अतिक अहमद पर कोई दोष सिद्ध क्यूँ नहीं हो पाया ???

क्यूँकि किसी की हिम्मत नहीं थी या यूँ कहिए के हैसियत नहीं थी या यूँ कहिए के लोग डरते थे

फिर कुछ तो ऐसा होगा योगी आदित्यनाथ जी में जो बाकी में नहीं था ???योगी बाबा को पता था –

कोई सिर पटकेगा सुप्रीम कोर्ट में,

इसलिए पहले ही अतीक और अशरफ 

की “हत्या” पर न्यायिक जांच बिठा दी –

अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने घटना की न्यायिक जांच कराने के आदेश दे दिए थे क्योंकि उन्हें पता था कि कोई न कोई व्यक्ति सुप्रीम कोर्ट जाएगा और ऐसी ही जांच की मांग करेगा – 

कल ही योगी जी ने 3 सदस्यीय आयोग का गठन भी कर दिया जिसके अध्यक्ष होंगे इलाहाबाद हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति अरविन्द कुमार त्रिपाठी और पूर्व पुलिस महानिदेशक सुबेष कुमार सिंह एवं पूर्व न्यायाधीश ब्रजेश कुमार सोनी अन्य दो सदस्य होंगे – आयोग को अपनी जांच रिपोर्ट 2 महीने में पूरी करके सरकार को देने के लिए कहा गया है –

कल ही एक वकील विशाल तिवारी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर कर दी और अतीक अशरफ की ही नहीं, 2017 से अब तक हुए Encounters में 183 अपराधियों के मरने की भी सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज से जांच कराने की मांग की है – विशाल तिवारी का कहना है सजा देने का अधिकार पुलिस के पास होना लोकतंत्र के लिए खतरा है और ये अधिकार केवल न्यायपालिका के पास होना चाहिए 

सवाल यह उठता है कि विशाल तिवारी इलाहाबाद हाई कोर्ट जाने की बजाय सीधा सुप्रीम कोर्ट कैसे चले गए ? क्या हाई कोर्ट में न्याय नहीं होता या वहां बैठे जज भुट्टे बेचने वाले हैं या शिकंजी की दुकान लगाए बैठे हैं – तिवारी को पता था कि मुख्यमंत्री ने न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं लेकिन फिर भी सुप्रीम कोर्ट गए जैसे वहां उसके “रिश्तेदार’ बैठे हैं – इस तरह की हरकतें विषय को राजनीतिक रंग देने का ही प्रयास है – वकील मित्र पता करें किस पार्टी से पोषित हैं तिवारी जी क्योंकि अक्सर ये उत्तर प्रदेश सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाते हैं –

विशाल तिवारी की बात ठीक है कि सजा देने का अधिकार न्यायपालिका का है लेकिन जब माफिया लोगों पर अत्याचार करके, हत्याएं, लूट जमीने हड़प कर अपना अपना साम्राज्य स्थापित कर लेते हैं और पुलिस उनके खिलाफ कुछ करने में पंगु होती है, जज कुर्सी छोड़ कर भाग जाते हैं, तब किस कानून और न्यायपालिका पर भरोसा कर सकते हो – अतीक अहमद, मुख्तार अंसारी, शहाबुद्दीन, आज़म खान और जो दाऊद जैसे लोग भाग लिए क्या उन्हें अंजाम तक कानून से पहुंचा सकते हो – विशाल तिवारी जैसे वकील ही उनके मुक़दमे 20 – 20 साल तक लटका कर अपराध बढ़ाने में मददगार होते हैं –

जो असद उमेश पाल और उसके 2 सुरक्षा अधिकारियों संदीप और राघवेंद्र सिंह की हत्या में शामिल था उसके लिए कपिल सिब्बल पूछता है कि वह देश की सुरक्षा के लिए खतरा कैसे हो सकता था – वो पकड़ा जाता तो सिब्बल उसी का वकील होता –

यही अतीक था और इसी की समाजवादी पार्टी थी जिसने कांग्रेस सरकार को 2008 में बचाया था – इसलिए यही विधवा विलाप कर रहे हैं सबसे ज्यादा अतीक की मौत पर और जंगल राज बता रहे हैं उत्तर प्रदेश में – लेकिन वे लोग अतीक और अशरफ की लाश नोंचने का काम कर रहे हैं – एक खूंखार अपराधी मारा जाए तो जंगल राज आ गया और यदि वही अपराधी लोगों का नरसंहार करे तो वह लोकतंत्र है –

सुना है अतीक कुछ सूचना दे गया है कि कैसे पाकिस्तान से उसके हथियार आया करते थे – पुलिस केवल बदनाम करने के लिए नहीं है, उसके हाथ बड़े लम्बे होते हैं और उत्तर प्रदेश पुलिस पता लगाने में सक्षम है कि अतीक को हथियारों की तस्करी में कौन मदद करता था -अलबत्ता उत्तर प्रदेश की वर्तमान पुलिस पंजाब की पुलिस नहीं है जो एक महीने से अमृतपाल का ठिकाना नहीं पता कर सकी –

उम्मीद करनी चाहिए सुप्रीम कोर्ट में बैठे मीलॉर्ड उत्तर प्रदेश सरकार को काम करने देंगे और विशाल तिवारी को इलाहाबाद हाई कोर्ट की तरफ रवाना करेंगे –

✍️(सुभाष चन्द्र) 17/04/2023

9 लाख के अंतर से चीन को पछाड़ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बना भारत

हम 1 अरब 42 करोड़ 86 लाख

चीन 1 अरब 42 करोड़ 57 लाख

संयुक्त राष्ट्र संघ ने जारी किए दुनियाभर के आंकड़े

इसी साल छोड़ा चीन को पीछे

अफसोस कि मक्खी मच्छरों की तरह बढ़ रही भीड़

फिर भी हमें मत टोकिए

हमें न तो समान नागरिक संहिता चाहिए और न जनसंख्या नियंत्रण कानून

बात भी करें तो सिर पीटने लगता है विपक्ष

डर कर चुप बैठ जाती सरकार

उबल पड़ता धार्मिक उन्माद

अब तो होश में आइए

वरना इसी सदी में हो जाएंगे 200 करोड़

जागिए उठिए खड़े हो जाइए

अब तो कुछ कर के दिखाइए।