आज का पंचाग आपका राशि फल, आज है स्नान-ध्यान दान का उत्तरायणी पर्व, वर्ष 2080 तक मकर संक्राति 15 जनवरी को ही होगी, कोसी कटारमल का सूर्य मंदिर, भारतीय क्रिकेट टीम पंहुंची पद्मनाभ मंदिर, वाराणसी में कल्पवास के लिए बने अभिनव कोटेज

🌺🙏🏻 महर्षि पाराशर पंचांग 🙏🏻🌺

🌺🙏☾अथ पंचांगम्☽🙏🌺

*दिनाँक : ~*
*15/01/2023, रविवार*
अष्टमी, कृष्ण पक्ष,माघ मास 

तिथि——अष्टमी 19:45:01 तक
पक्ष————————-कृष्ण
नक्षत्र————चित्रा 19:10:42
योग————सुकर्मा 11:48:58
करण————बालव 07:39:21
करण———–कौलव 19:45:01
वार————————रविवार
माह—————————माघ
चन्द्र राशि———————तुला
सूर्य राशि———————मकर
रितु————————-शिशिर
आयन——————-उत्तरायण
संवत्सर——————-शुभकृत
संवत्सर (उत्तर)——————–नल
विक्रम संवत—————-2079
गुजराती संवत————–2079
शक संवत——————1944

दिल्ली
सूर्योदय—————-07:16:30
सूर्यास्त—————-17:44:35
दिन काल————–10:28:05
रात्री काल————-13:31:47
चंद्रास्त—————–12:04:35
चंद्रोदय—————-25:17:08*

लग्न——मकर 0°27′ , 270°27′

सूर्य नक्षत्र—————उत्तराषाढा
चन्द्र नक्षत्र——————–चित्रा
नक्षत्र पाया——————-रजत

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

रा—- चित्रा 13:00:25

री—- चित्रा 19:10:42

रू—- स्वाति 25:18:04

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
==========================
सूर्य=मकर 00 : 29 उ oषाo , 2 भो
चन्द्र =तुला 14°:23, चित्रा , 3 रा
बुध =धनु 20°: 34′ पूo षा o ‘ 1 भू
शुक्र=मकर 20°05, श्रवण ‘ 4 खो
मंगल=वृषभ 13°30 ‘ रोहिणी’ 2 वा
गुरु=मीन 08°30 ‘ उ o भा o, 2 थ
शनि=मकर 29°43 ‘ धनिष्ठा ‘ 2 गी
राहू=(व) मेष 15°20 भरणी , 1 ली
केतु=(व) तुला 15°20 स्वाति , 3 रो

*🚩💮 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩*

राहू काल 16:26 – 17:45 अशुभ
यम घंटा 12:31 – 13:49 अशुभ
गुली काल 15:08 – 16:26
अभिजित 12:10 – 12:51 शुभ
दूर मुहूर्त 16:21 – 17:03 अशुभ
वर्ज्यम 24:54* – 26:31* अशुभ

💮चोघडिया, दिन
उद्वेग 07:12 – 08:31 अशुभ
चर 08:31 – 09:51 शुभ
लाभ 09:51 – 11:10 शुभ
अमृत 11:10 – 12:29 शुभ
काल 12:29 – 13:48 अशुभ
शुभ 13:48 – 15:07 शुभ
रोग 15:07 – 16:26 अशुभ
उद्वेग 16:26 – 17:45 अशुभ

🚩चोघडिया, रात
शुभ 17:45 – 19:26 शुभ
अमृत 19:26 – 21:07 शुभ
चर 21:07 – 22:48 शुभ
रोग 22:48 – 24:29* अशुभ
काल 24:29* – 26:09* अशुभ
लाभ 26:09* – 27:50* शुभ
उद्वेग 27:50* – 29:31* अशुभ
शुभ 29:31* – 31:12* शुभ

💮होरा, दिन
सूर्य 07:12 – 08:05
शुक्र 08:05 – 08:58
बुध 08:58 – 09:51
चन्द्र 09:51 – 10:43
शनि 10:43 – 11:36
बृहस्पति 11:36 – 12:29
मंगल 12:29 – 13:21
सूर्य 13:21 – 14:14
शुक्र 14:14 – 15:07
बुध 15:07 – 15:59
चन्द्र 15:59 – 16:52
शनि 16:52 – 17:45

🚩होरा, रात
बृहस्पति 17:45 – 18:52
मंगल 18:52 – 19:59
सूर्य 19:59 – 21:07
शुक्र 21:07 – 22:14
बुध 22:14 – 23:21
चन्द्र 23:21 – 24:29
शनि 24:29* – 25:36
बृहस्पति 25:36* – 26:43
मंगल 26:43* – 27:50
सूर्य 27:50* – 28:58
शुक्र 28:58* – 30:05
बुध 30:05* – 31:12

*🚩💮 उदयलग्न प्रवेशकाल 💮🚩*

धनु > 04:06 से 06:04 तक
मकर > 06:04 से 07:50 तक
कुम्भ > 07:50 से 09:30 तक
मीन > 09: 30 से 10:50 तक
मेष > 10:50 से 12:32 तक
वृषभ > 12:32 से 16:50 तक
कर्क > 16:50 से 19:02 तक
सिंह > 19:02 से 21:16 तक
कन्या > 21:16 से 11:26 तक
तुला > 11:26 से 02:34 तक
वृश्चिक > 02:34 से 03:44 तक

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें ।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान———-पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा चिरौजी खाके यात्रा कर सकते है l
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

15 + 8 + 1 + 1 = 25 ÷ 4 = 1 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए अशुभ कारक है l

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

गुरु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

23 + 23 + 5 = 51 ÷ 7 = 2 शेष

गौरि सन्निधौ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

* कालाष्टमी

* मकर संक्रांति पुण्य पर्व

*माघ स्नान प्रारम्भ

*गंगासागर स्नान

*थलसेना दिवस

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

कःकालः कानि मित्राणि को देशः को व्ययागमौ ।
कस्याहं का च मेशक्तिरिति चिन्त्यं मुहुर्मुहुः ।।
।। चा o नी o।।

बुद्धिमान व्यक्ति इन बातों को बार बार गौर करे…
सही समय
सही मित्र
सही ठिकाना
पैसे कमाने के सही साधन
पैसे खर्चा करने के सही तरीके
आपके उर्जा स्रोत.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: विभूति योग अo-10

अश्वत्थः सर्ववृक्षाणां देवर्षीणां च नारदः ।,
गन्धर्वाणां चित्ररथः सिद्धानां कपिलो मुनिः ॥,

मैं सब वृक्षों में पीपल का वृक्ष, देवर्षियों में नारद मुनि, गन्धर्वों में चित्ररथ और सिद्धों में कपिल मुनि हूँ॥,26॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐂मेष
यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।

🐏वृष
किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।

👫मिथुन
आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी।

🦀कर्क
आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे।

🐅सिंह
आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।

🙍‍♀️कन्या
स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।

⚖️तुला
वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

🦂वृश्चिक
वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। विशेषकर गृहिणियां लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।

🏹धनु
धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है।

🐊मकर
बिगड़े काम बनेंगे। निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा।

🍯कुंभ
व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा। काम में मन नहीं लगेगा। विवाद न करें।

🐟मीन
जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा। कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी।

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏

मकर संक्रांति को सूर्य की उपासना का पर्व माना जाता है।

उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद में कटारमल नामक स्थान पर

 सूर्य भगवान का मंदिर स्थित है।

 यहां भास्कर की मूर्ति पत्थर अथवा धातु 

की नहीं बल्कि बरगद की लकड़ी से बनी है।

यही ब्राह्मण बनने की प्रक्रिया है। अभी मन्दिर जाना सीख रहे हैं, कल धर्मग्रन्थ पढ़ना भी सीखेंगे। धीरे धीरे आचरण भी सुधरेगा।

भारतीय क्रिकेट टीम के युजवेंद्र चहल, सूर्यकुमार यादव, अक्षर पटेल, श्रेयस अय्यर और वॉशिंगटन सुंदर आज पद्भनाभ स्वामी मंदिर गए और प्रभु का आशीर्वाद लिया

 

देख कर अच्छा लग रहा है कि अब सेलिब्रिटी लोग भी धीरे धीरे ही सही अपने धर्म पर गर्व करना शुरू कर दिए हैं। जय स्वामी पद्भनाभ 🙏🏻

🚩वाराणसी में अभिनव प्रयोग : अब कल्पवास करने वाले ध्यान साधकों के लिए की बनाई गई टेंट सिटी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा टेंट सिटी का उद्घाटन करने के बाद यहां 15 जनवरी से पर्यटकों के आने का क्रम आरंभ हो जाएगा। यहां एक बार में कम से कम तीन सौ पर्यटक योग और ध्यान कर सकेंगे। पूरा परिसर 3 एकड़ भूमि में फैला है, जिसकी क्षमता 125 टेंट की है और इसमें 12 करोड़ रुपये लगे हैं।…

वाराणसी में गंगा नदी के किनारे बनाई गई टेंट सिटी का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन कर रहे हैं। अस्सी घाट के सामने गंगा के दूसरी छोर पर विकसित किए गए टेंट सिटी में मकर संक्रांति से कल्पवास हेतु साधक अतिथि का आना आरंभ हो गया। यह क्रम मई माह तक चलेगा तत्पश्चात  पांच माह तक टेंट सिटी को हटा दी जाएगी पुन: नवंबर में टेंट सिटी लगेगी।…वहां बालू में टेंट लगा कर कल्पवास करने वाले ध्यान साधक संत लोग तो अभाव में ही ध्यान साधना कर लेते हैं। परन्तु गृहस्थ के लिए यह एक तरह का वाराणसी में अभिनव प्रयोग ही है जो ध्यान लगाना चाहते हैं पर ऐसा सुन्दर स्थल नहीं था। अब वहां कल्पवास करने वाले ध्यान साधकों के लिए बनाई गई टेंट सिटी से निश्चित रूप से लाभ होगा। विशेष रूप से ऐसे लोग जिनके पास समय और धन है किंतु ऐसी  सुव्यवस्थित जगह का अभाव रहता था। इससे भारतीय योगध्यान परम्परा को भी प्रसार मिलेगा। 

वाराणसी में गंगा के किनारे सजी टेंट सिटी में काशी का प्रतिबिम्ब दिखेगा। यहां पर्यटक सुबह के नाश्ते से लेकर रात तक बनारसी भोजन का आनंद भी ले सकेंगे। बनारस घराने के संगीत की गंगा भी यहां सुबह से शाम तक बहती रहेगी। टेंट सिटी में मांस-मदिरा पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा टेंट सिटी में बनारसी हस्तशिल्प भी पर्यटकों को लुभाएगा।…

पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा टेंट सिटी का उद्घाटन करने के बाद यहां 15 जनवरी से पर्यटकों के आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। टेंट सिटी के महाप्रबंधक अभिषेक बनर्जी ने कहा कि टेंट सिटी में पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है, इको फ्रेंडली टेंट सिटी में पर्यटकों के स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा गयाहै।

*नहीं! यह ओहियो या मिनेसोटा या फ्लोरिडा नहीं है!*

काशी के रामनगर में टेंट सिटी के ये शानदार दृश्य, जिसका उद्घाटन पीएम मोदी जी ने सीएम योगी जी के साथ किया.. ताकि मेहमान काशी के घाटों की सुंदरता का आनंद उठा सकें! 🇮🇳🚩

विश्व को अपनी वैदिक संस्कृति से अवगत कराने की अद्भुत कला ➕ पर्यटन के माध्यम से अर्थव्यवस्था को बढ़ावा! 🇮🇳🙏🏻🇮🇳🚩🇮🇳

*मकर संक्रान्ति अब 15 जनवरी को क्यों हो रही है?*

वर्ष 2008 से 2080 तक मकर संक्राति 15 जनवरी को होगी। 

विगत 72 वर्षों से (1935 से) प्रति वर्ष मकर संक्रांति 14 जनवरी को ही पड़ती रही है।

2081 से आगे 72 वर्षों तक अर्थात 2153 तक यह 16 जनवरी को रहेगी। 

ज्ञातव्य रहे, कि *सूर्य के धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश* (संक्रमण) का दिन मकर संक्रांति के रूप में जाना जाता है। इस दिवस से, मिथुन राशि तक में सूर्य के बने रहने पर सूर्य उत्तरायण का तथा कर्क से धनु राशि तक में सूर्य के बने रहने पर इसे दक्षिणायन का माना जाता है।

सूर्य का धनु से मकर राशि में संक्रमण प्रति वर्ष लगभग 20 मिनिट विलम्ब से होता है। स्थूल गणना के आधार पर तीन वर्षों में यह अंतर एक घंटे का तथा 72 वर्षो में पूरे 24 घंटे का हो जाता है।

*यही कारण है, कि अंग्रेजी तारीखों के मान से, मकर-संक्रांति का पर्व, 72 वषों के अंतराल के बाद एक तारीख आगे बढ़ता रहता है।*

विशेष:- यह धारणा पूर्णतः भ्रामक है, कि मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को आता है।