आज का पंचाग आपका राशि फल, आज है माघ पूर्णिमा जानिए महात्म्य, नहीं रहे गीतकार संगीतकार बप्पी लहरी

*🙏🏻श्री गणेशाय नमः🙏🏻*
*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻*🌞 ~ *आज का हिन्दू पंचांग* ~ 🌞
⛅ *दिनांक – 16 फरवरी 2022*
⛅ *दिन – बुधवार*
⛅ *विक्रम संवत – 2078*
⛅ *शक संवत -1943*
⛅ *अयन – उत्तरायण*
⛅ *ऋतु – शिशिर*
⛅ *मास – माघ*
⛅ *पक्ष – शुक्ल*
⛅ *तिथि – पूर्णिमा रात्रि 10:25 तक तत्पश्चात प्रतिपदा*
⛅ *नक्षत्र – अश्लेशा शाम 03:14 तक तत्पश्चात मघा*
⛅ *योग – शोभन रात्रि 08-44 तक तत्पश्चात अतिगण्ड*
⛅ *राहुकाल – दोपहर 12:53 से दोपहर 02:19 तक*
⛅ *सूर्योदय – 07:09*
⛅ *सूर्यास्त – 18:35*
⛅ *दिशाशूल – उत्तर दिशा में*
⛅ *व्रत पर्व विवरण – व्रत पूर्णिमा, माघी पूर्णिमा, माघ स्नान समाप्त, संत रविदास जी जयंती*
💥 *विशेष – पूर्णिमा,और व्रत के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)*
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *कष्ट-बाधा और पितृदोष का उपाय* 🌷
🙏🏻 *सदगुरु या इष्ट का ध्यान करते हुए निम्नलिखित शिव-गायत्री मंत्र की एक माला सुबह अथवा शाम की संध्याओं में कभी भी कुछ दिन जपने से पितृदोष, कष्ट-बाधा दूर हो जाते हैं तथा पितर भी प्रसन्न होते हैं | जब पितर प्रसन्न होते हैं तो घर में सुख-समृद्धि, वंशवृद्धि व सर्वत्र उन्नति देते हैं |*
👉🏻 *मंत्र*
🌷 *ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि | तन्नो रुद्र: प्रचोदयात् ||*
*(लिंग पुराण, उत्तर भाग :४८.७)*
🙏🏻
🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🌷 *माघी पूर्णिमा* 🌷
🙏🏻 *(16 फरवरी, बुधवार) माघ मास की पूर्णिमा है। धर्म ग्रंथों में इसे माघी पूर्णिमा कहा गया है। इस पूर्णिमा पर संयम से रहना, सुबह स्नान करना एवं व्रत, दान करना आदि नियम बताए गए हैं। इस समय शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। इसलिए इस समय व्रत करने से शरीर रोगग्रस्त नहीं होता एवं आगे आने वाले समय के लिए सकारात्मकता प्राप्त होती है।*
🙏🏻 *माघी पूर्णिमा की सुबह स्नान आदि करने के बाद भगवान विष्णु की पूजा करें। फिर पितरों का श्राद्ध कर निशक्तजनों को भोजन, वस्त्र, तिल, कंबल, कपास, गुड़, घी, जूते, फल, अन्न आदि का दान करें। इस दिन सोने एवं चांदी का दान भी किया जाता है। गौ दान का विशेष फल प्राप्त होता है।*
🙏🏻 *इसी दिन संयमपूर्वक आचरण कर व्रत करें। इस दिन ज्यादा जोर से बोलना या किसी पर क्रोध नहीं करना चाहिए। गृह क्लेश से बचना चाहिए। गरीबों एवं जरुरतमंदों की सहायता करनी चाहिए। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपके द्वारा या आपके मन, वचन या कर्म के माध्यम से किसी का अपमान न हो। इस प्रकार संयमपूर्वक व्रत करने से व्रती को पुण्य फल प्राप्त होते हैं।*
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आज का राशिफल
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आप किसी के बनते काम में अकारण ही टांग अडायेंगे जिससे घर एवं बाहर के लोग नाराज रहेंगे। लोग आपसे स्वार्थ वश सामने से ही मीठा व्यवहार करेंगे परन्तु पीठ पीछे बुराई करेंगे लेकिन इन सब बातों को आप जानकार भी बेफिक्र दिनचर्या बितायेंगे। परोपकार की भावना भी अधिक रहेगी जरूरतमंदों की सहायता अपने काम छोड़ कर भी करेंगे फिर भी बिना मांगे किसी की सहायता ना करें। आर्थिक स्थिति सामान्य ही रहेगी लेकिन खर्च राजसी रहने से शीघ्र ही धन की कमी अनुभव करेंगे। प्रेम-प्रसंगों में निकटता थोड़ी देर ही टिक पाएगी। यात्रा पर्यटन के योग है। संध्या से स्थिति विकट हो जाएगी सतर्क रहें।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपकी आध्यात्मिक रूचि बढ़ेगी सत्संग प्रवचनों का लाभ लेंगे इसके लिए यात्रा एवं खर्च भी अधिक रहेगा परन्तु मन कही और भटकने के कारण मानसिक रूप से संतुष्ट नहीं हो पाएंगे। व्यवसाय में अधिक ध्यान नहीं देने के कारण अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा नौकरों की मांग पूरी ना होने पर स्थिति गंभीर बन सकती है अव्यवस्था बढ़ेगी। आज आप खुद में अधिक मगन रहेंगे जिसका व्यवहारिकता पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। दिखावे की मानसिकता अथवा अपने को आगे रखने रखने की सोच भी दुःख का कारण बनेगी। परिजनों का व्यवहार शंकालु रहेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन भी बेवजह का तनाव रखने से होने से अशान्त रहेगा। आज आप स्वयं को अन्य लोगो की तुलना मे बेहतर समझ कर भ्रमित हो सकते है। प्रातः काल से ही मन भारी-भारी रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज भी परिश्रम का उपयुक्त फल नहीं मिलेगा आर्थिक स्थिति गड़बड़ाने से उधार लेने की नौबत आ सकती है। व्यवसाय में स्वयं के निर्णय गलत साबित हो सकते है। घर परिवार को छोड़ अन्य किसी भी जगह सम्मान मे कुछ कमी आएगी। अभिमान त्याग किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें शीघ्र ही कोई रास्ता मिलेगा। धन्यवाद लाभ आवश्यकता के समय हो जाएगा लेकिन अपेक्षा से कम ही होगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आप निश्चिन्त होकर प्रत्येक कार्य करेंगे आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर बनेगी जिससे आज हानि लाभ का कोई विशेष प्रभाव दिनचर्या पर नहीं रहेगा। आराम का जीवन जीना प्राथमिकता रहेगी। मानसिक रूप से भी अधिक स्वतंत्र अनुभव करेंगे किसी के दबाव में अथवा अधीन कार्य करना आपको पसंद होगा चाहे नुक्सान ही क्यों ना हो। मन चंचल रहने के कारण एक साथ कई विचार मन को दिग्भ्रमित रखेंगे। धन लाभ आज बहुत मुश्किल से ही हो पायेगा। घर में सुख के साधन बढ़ेंगे इन पर खर्च भी लगा रहेगा। व्यापार ने निवेश अथवा उधार के व्यवहार कम ही रखें।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप सभी कार्यो में लापरवाही करेंगे अथवा जल्दबाजी में करने का प्रयास करेंगे जिसमें हानि निश्चित रहेगी। कार्य क्षेत्र पर कुछ ना कुछ बदलाव लाने का प्रयास करेंगे परन्तु इससे आपकी पुरानी पहचान खराब हो सकती है जो की निकट भविष्य में आर्थिक मंदी का कारण बनेगी। अकारण क्रोध आने से प्रेम सम्बन्धो में खटास आएगी इसलिए मौन रहने का प्रयास करें। आध्यत्म के प्रति आज एकमत नहीं रहेंगे मन भटकने के कारण शांति नहीं मिल सकेगी। दिन का कुछ समय कागजो की देखभाल में व्यतीत होगा किसी महत्त्वपूर्ण कागजात के गुम होने से दुविधा में रहेंगे। पारिवारिक वातावरण आपके व्यवहार पर केंद्रित रहेगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज के दिन आप कार्यो से समय निकाल मन्त्र-टोटको पर प्रयोग करेंगे जिसमे कोई सफलता ना मिलने से समय एवं धन दोनों व्यर्थ होने की संभावना अधिक रहेगी। सामाजिक व्यवहारिकता आज कई क्षेत्रों पर काम आएगी इसलिए जिद्दी व्यवहार को बीच में ना आने दें। व्यवसाय में आकस्मिक वृद्धि होगी परन्तु धन की प्राप्ति के लिए इन्तजार करना पड़ सकता है। नए कार्यो की रूपरेखा अवश्य बना सकते है पर आज आरम्भ नाही करें तो बेहतर रहेगा। परिजनों की आवश्यकता की अनदेखी अशांति खड़ी करेगी विशेष कर महिलाये आपसे ज्यादा असंतुष्ट रहेगी। सन्तानो के कारण खर्च करना पड़ेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन व्यवसायियो के लिए उत्तम रहेगा अधूरे कार्य पूर्ण होने से धन की आमद होगी नए अनुबंध भी मिल सकते है जिससे भविष्य की योजनाएं बलवती बनेंगी। परन्तु आज सरकारी नौकरी पेशा जातक किसी कार्य को लेकर दिन भर दुविधा की स्थिति में रह सकते है अधिकारियो के सहयोग से दुविधा से मुक्ति मिलेगी परन्तु विलम्ब से। पारिवारिक जन आज बेवजह जिद पर अड़ेंगे जिससे असुविधा महसूस करेंगे परन्तु बाद में यही आनंद का कारण बनेगी। पड़ोसियों से मेलजोल बढेगा। मध्यान का समय अधिकतर आलस्य के कारण आराम में बीतेगा। सुख शांति बनी रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन कई मांगलिक प्रसंग बनने से मन शांत रहेगा। घर में अथवा धार्मिक क्षेत्र की पूजा पाठ में सम्मिलित होने के अवसर मिलेंगे। परिवार की महिलाएं एवं बुजुर्ग आपको अधिक स्नेह देंगे। कार्य व्यवसाय से आज अपेक्षा के अनुसार लाभ नहीं मिल सकेगा फिर भी आवश्यक कार्य निर्विघ्न पूर्ण होंगे। उधारी का धन फंसने से नई परेशानी बढ़ेगी परन्तु धन को लेकर आज किसी से बहस ना करें डूबने की भी सम्भावना है। मध्यान के बाद का समय यात्रा पर्यटन में बितायेंगे घर में भी उत्तम भोजन का सुख मिलेगा। सुख के साधनों में वृद्धि होगी। दिखावे पर खर्च भी अधिक रहेंगे। स्त्री सुख मिलेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दोपहर बाद तक असंयमित दिनचर्या के कारण शारीरिक रूप से शिथिलता रहेगी। प्रत्येक कार्य में पहले लापरवाही दिखाएंगे परन्तु बाद में उसी कार्य में सीमा पार कर लीन हो जाएंगे ऐसी मानसिकता दिन भर देखने को मिलेगी। ध्यान योग का अभ्यास करना आज शारीरिक एवं मानसिक दृष्टि से अत्यन्त लाभदायक रह सकता है। आर्थिक रूप से दिन उलझनों वाला रहेगा आय की अपेक्षा खर्च अधिक रहेंगे संतुलन बनाना मुश्किल रहेगा। महिलाओं की भी आज जमा पूंजी खर्च हो सकती है। स्वयं एवं परिजनों की सेहत का विशेष ख्याल रखें। बुजुर्गो से मतभेद उभरेंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपकी अपेक्षाओं के अनुसार रहेगा। सामाजिक एवं पारिवारिक क्षेत्र पर आज आप भाग्यशाली माने जाएंगे। आपके अधिकांश कार्य सरलता से बनते चले जाएंगे। जायदाद सम्बंधित कार्यो को आज करना शुभ रहेगा। सरकार की तरफ से निराशा जनक समाचार मिल सकता है। विदेश सम्बंधित कार्यो में आज सफलता सुनिश्चित रहेगी। धार्मिक क्षेत्र पर योगदान के लिए सम्मानित किए जाएंगे। परिवार में भी आज आपको विशेष स्नेह एव सुविधा मिलेगी परन्तु महिलाये ईर्ष्यालु भाव के कारण दुखी रहेंगी। स्वास्थ्य बीच में नरम रहेगा। धन लाभ में थोड़ा विलम्ब हो सकता है।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आप संबंधों को लेकर ज्यादा गंभीर रहेंगे जिससे कुछ दिनों से चल रही पारिवारिक खटास में कमी आएगी। परंतु व्यवसाय को लेकर आज भी दुविधा में रहेंगे नौकरी पेशा जातक कार्य क्षेत्र में परिवर्तन की योजना बना सकते है भविष्य के लिये लाभदायक रहेगा। व्यवसायी वर्ग भी आज कुछ ना कुछ नई उधेड़-बुन में लगे रहेंगे लेकिन किसी ठोस निष्कर्ष पर नहीं पहुँच सकेंगे। धन लाभ प्रयास करने पर अवश्य होगा परन्तु खर्च भी बराबर लगे रहने से बचत सम्भव नहीं रहेगी। आज रिश्तेदारी में जाएँ तो पुराने व्यवहारों को त्याग कर ही जाये अन्यथा आनंद के क्षण ख़राब बनेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन मंगलदायक रहेगा। धर्म-कर्म में निष्ठा रहेगी धार्मिक यात्रा अथवा दान-पुण्य के अवसर मिलेंगे परन्तु व्यावसायिक क्षेत्र पर विलम्ब के कारण अनुबंध हाथ से निकल सकता है इसको ज्यादा महत्त्व भी नहीं देंगे। आज आलस्य एवं कार्य के प्रति उत्साह की कमी भी रहेगी फिर भी घरेलु कार्य की भरमार रहेगी इनमे से भी कुछ अधूरे रह सकते है। सामाजिक क्षेत्र पर उन्नति करेंगे नए लाभ के सम्बन्ध बनाने की कोशिश सफल रहेगी। पारिवारिक वातावरण गरिमामय रहेगा लोग आपके पारिवारिक आचरण की मिसाल देंगे। मौज-शौक पर भी खर्च करेंगे।

🌞 *~ हिन्दू पंचांग ~* 🌞
🙏🏻🌷💐🌸🌼🌹🍀🌺💐🙏🏻🚩🚩 *” ll जय श्री राम ll “* 🚩🚩
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〰〰〰🙏राधे राधे🙏〰〰〰

*जानें माघ पूर्णिमा का महत्व*
*16 फरवरी, 2022 (बुधवार)*

माघ पूर्णिमा माघ मास का अंतिम दिन होता है। इस दिन चंद्रदेव अपनी पूर्ण कलाओं में होते हैं। माघ पूर्णिमा को माघी पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष माघ पूर्णिमा 16 फरवरी, शनिवार को है।
इस दिन पवित्र नदी में स्नान एवं दान पुण्य करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार माघ पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने वाले जातकों को सुख-सौभाग्य और संतान सुख प्राप्त होता है क्योंकि माघी पूर्णिमा के दिन भगवान विष्णु स्वयं गंगा नदी में स्नान करते हैं। कहा जाता है कि माघ पूर्णिमा के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने से बैकुंठ की प्राप्ति होती है।
*पूर्णिमा व्रत की पौराणिक कथा*
*16 फरवरी, 2022 (बुधवार)*
प्राचीन काल की बात है कांतिका नगर में एक धनेश्वर नाम का ब्राह्मण रहता था। जो अपना जीवन निर्वाह दूसरों के दान के भरोसे किया करता था। ब्राह्मण और उसकी पत्नी की कोई संतान नहीं थी। एक दिन उसकी पत्नी नगर में भिक्षा मांगने गई, लेकिन सभी ने उसे ताने मारते हुए बांझ कहकर बुलाया और भिक्षा देने से मना कर दिया। तब किसी ने उससे 16 दिन तक माँ काली की पूजा करने को कहा। उसके कहे अनुसार ब्राह्मणी ने ऐसा ही किया।
उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर 16 दिन बाद माँ काली प्रकट हुई। माँ काली ने ब्राह्मण की पत्नी को गर्भवती होने का वरदान दिया और उससे कहा कि वह अपने सामर्थ्य अनुसार प्रत्येक पूर्णिमा को दीपक जलाए, इस तरह वह हर पूर्णिमा के दिन एक दीपक बढ़ाती जाए जब तक कम से कम 32 दीपक न हो जाएं। एक दिन ब्राह्मण ने अपनी पत्नी को पूजा के लिए पेड़ से आम का कच्चा फल तोड़कर दिया। उसकी पत्नी ने पूजा की और फलस्वरूप वह गर्भवती हो गई।
प्रत्येक पूर्णिमा को वह माँ काली के कहे अनुसार दीपक जलाती रही। माँ काली की कृपा से उनके घर एक पुत्र ने जन्म लिया, जिसका नाम देवदास रखा गया। देवदास जब बड़ा हुआ तो उसे अपने मामा के साथ पढ़ने के लिए काशी भेज दिया। काशी में उन दोनों के साथ एक दुर्घटना घटी जिसके कारण धोखे से देवदास का विवाह हो गया। देवदास ने कहा कि वह अल्पायु है परंतु फिर भी जबरन उसका विवाह करवा दिया गया। कुछ समय बाद काल उसके प्राण लेने आया लेकिन ब्राह्मण दंपत्ति ने पूर्णिमा का व्रत रखा था, इसलिए काल उसका कुछ बिगाड़ नहीं पाया।
तभी से कहा जाता है कि पूर्णिमा के दिन व्रत करने से संकट से मुक्ति मिलती है और सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

फिल्म जगत से गीतकार संगीतकार बप्पी लहरी के निधन का समाचार है।डॉक्टरों के मुताबिक बप्पी दा लंबे समय से ‘निद्रा श्वसनारोध’ नाम की बीमारी से पीड़ित थे। इस बीमारी को ‘ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया’ (ओएसए) नाम से भी जाना जाता है।
दरअसल ‘ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एप्निया’ बीमारी में नींद के दौरान सांस लेने में समस्या आती है। दरअसल मरीजों में इसका मुख्य कारण अधिक वजन, जीभ का बड़ा आकार और टॉन्सिल होते हैं। इस दैहिक विकार की वजह से रक्त में ऑक्सीजन का स्तर लगातार घटता रहता है। नींद में बाधा आने से हृदय रोग और उच्च रक्तचाप का जोखिम भी बढ़ने लगता है। वास्तव में यह एक संभावित गंभीर स्लीप डिसऑर्डर है, जिसमें बार-बार सांस लेना बंद हो जाता है और शुरू हो जाता है। यदि आप जोर से खर्राटे लेते हैं और पूरी रात की नींद के बाद भी थकान महसूस करते हैं, तो आपको स्लीप एपनिया हो सकता है।
ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया – यह सामान्यत: तब होता है, जब गले की मांसपेशियां शिथिल होती हैं
सेंट्रल स्लीप एपनिया – इसमें मरीज का मस्तिष्क श्वास को नियंत्रित करने वाली मांसपेशियों को उचित संकेत नहीं भेजता है;
कॉम्प्लेक्स स्लीप एपनिया सिंड्रोम – जब किसी मरीज को ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया और सेंट्रल स्लीप एपनिया दोनों होते हैं तो उसे कॉम्प्लेक्स स्लीप एपनिया सिंड्रोम कहा जाता है।
सिंड्रोम शब्दपद के द्वारा बहुत सारी रुग्णता के लक्षणों के समूह को चिन्हित किया जा सकता है। breakinguttarakhand.com संस्थान की ओर से भावभीनी श्रध्दांजलि और नमन्