आज का पंचाग आपका राशि फल, जानिये लम्बे समय तक बैठे रहने के स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणाम और उनसे बचने के कुदरती उपाय, कुल्ला करने के चमत्कारिक लाभ

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻बुधवार, २७ अक्टूबर २०२१🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:३०
सूर्यास्त: 🌅 ०५:३७
चन्द्रोदय: 🌝 २२:२४
चन्द्रास्त: 🌜१२:१४
अयन 🌕 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: 🌳 हेमन्त
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (राक्षस)
मास 👉 कार्तिक
पक्ष 👉 कृष्ण
तिथि 👉 षष्ठी (१०:५० तक)
नक्षत्र 👉 आर्द्रा (०७:०८ से पुनर्वसु)
योग 👉 सिद्ध (२६:१० तक)
प्रथम करण 👉 वणिज (१०:५० तक)
द्वितीय करण 👉 विष्टि (२३:५३ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 तुला
चंद्र 🌟 कर्क (२७:०५ से)
मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 कन्या (उदित, पूर्व, मार्गी)
गुरु 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 वृश्चिक (उदय, पश्चिम, मार्गी)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌
रवियोग 👉 ०७:०८ से ३०:२८
विजय मुहूर्त 👉 १३:५२ से १४:३६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२३ से १७:४७
निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२७
राहुकाल 👉 १२:०० से १३:२४
राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम
यमगण्ड 👉 ०७:५० से ०९:१४
होमाहुति 👉 गुरु
दिशाशूल 👉 उत्तर
अग्निवास 👉 पाताल (१०:५० पृथ्वी)
भद्रावास 👉 स्वर्ग १०:५० से २३:५३ तक
चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर २७:०६ से)
शिववास 👉 भोजन में (१०:५० श्मशान में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – लाभ २ – अमृत
३ – काल ४ – शुभ
५ – रोग ६ – उद्वेग
७ – चर ८ – लाभ
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – उद्वेग २ – शुभ
३ – अमृत ४ – चर
५ – रोग ६ – काल
७ – लाभ ८ – उद्वेग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
उत्तर-पश्चिम (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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नीवखुदाई एवं गृहारम्भ+गृहप्रवेश मुहूर्त प्रातः ०७:०७ से ०९:२३ तक, वाहनादि क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः १०:४७ से दोपहर १२:१० तक, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:०७ से ०९:२३ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ०७:०८ तक जन्मे शिशुओ का नाम
आर्द्रा नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (छ) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम पुनर्वसु नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (के, को, ह, ही) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
तुला – २९:४५ से ०८:०६
वृश्चिक – ०८:०६ से १०:२५
धनु – १०:२५ से १२:२९
मकर – १२:२९ से १४:१०
कुम्भ – १४:१० से १५:३६
मीन – १५:३६ से १६:५९
मेष – १६:५९ से १८:३३
वृषभ – १८:३३ से २०:२८
मिथुन – २०:२८ से २२:४३
कर्क – २२:४३ से २५:०४
सिंह – २५:०४ से २७:२३
कन्या – २७:२३ से २९:४१
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पञ्चक रहित मुहूर्त
अग्नि पञ्चक – ०६:२७ से ०७:०८
शुभ मुहूर्त – ०७:०८ से ०८:०६
रज पञ्चक – ०८:०६ से १०:२५
शुभ मुहूर्त – १०:२५ से १०:५०
चोर पञ्चक – १०:५० से १२:२९
शुभ मुहूर्त – १२:२९ से १४:१०
रोग पञ्चक – १४:१० से १५:३६
शुभ मुहूर्त – १५:३६ से १६:५९
शुभ मुहूर्त – १६:५९ से १८:३३
रोग पञ्चक – १८:३३ से २०:२८
शुभ मुहूर्त – २०:२८ से २२:४३
मृत्यु पञ्चक – २२:४३ से २५:०४
अग्नि पञ्चक – २५:०४ से २७:२३
शुभ मुहूर्त – २७:२३ से २९:४१
रज पञ्चक – २९:४१ से ३०:२८
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज के दिन आपको कही ना कही से अचानक धन की प्राप्ति होगी। नियमित होने वाली आय के साथ ही अतिरिक्त आय भी बना लेंगे। कारोबारी लोग पूर्व में लिए निर्णय से आज अच्छा लाभ उठा सकते है। कार्य क्षेत्र पर सभी लोग आपके व्यवहार से प्रसन्न रहेंगे। परिवार की महिलाएं एवं बुजुर्ग आपको अधिक स्नेह देंगे। कार्य व्यवसाय से आज भविष्य के लिए भी धन का संकलन कर लेंगे। आवश्यक कार्य निर्विघ्न पूर्ण होंगे। उधारी का धन फंसने से नई परेशानी बढ़ेगी परन्तु धन को लेकर आज किसी से बहस ना करें डूबने की भी सम्भावना है। घर में भी उत्तम भोजन का सुख मिलेगा। सुख के साधनों में वृद्धि होगी। दिखावे पर खर्च भी अधिक रहेंगे। स्त्री सुख मिलेगा

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आप भागदौड़ से दूर रहकर शांति से बिताना पसंद करेंगे। घर के सदस्य खास कर महिलाये आपकी पसंद का विशेष ध्यान रखेंगे। प्रातः काल से जिस भी कार्य में जुटेंगे उसमे संध्या तक ही सफलता मिलेगी अथवा धन लाभ होगा। कार्य क्षेत्र पर आज कार्य व्यवसाय मंदा रहेगा फिर भी सहकर्मियों से व्यवहारिकता में कमी नही आने देंगे। आप जो भी कार्य करेंगे उसका निर्णय भी अचानक ही लेंगे जिससे आस पास के लोग आश्चर्य में रहने के साथ-साथ थोड़ी परेशानी भी अनुभव करेंगे। लोगो की आपसे अधिक अपेक्षाएं रहेंगी। जल्दबाजी में कार्य करने पर भी विलम्ब से पूर्ण होगा। घर के बुजुर्ग अथवा बच्चों की सेहत ख़राब होने के कारण अतिरिक्त कार्य बढेगा।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज के दिन आपके अंदर चंचलता एवं भावुकता अधिक रहेगी। आपसे कोई भी व्यक्ति अपना स्वार्थ आसानी से सिद्ध कर लेगा चाहकर भी किसी को ना नही कर सकेंगे इस वजह से बाद में परेशान ही रहेंगे। परन्तु फिर भी आर्थिक रूप से दिन संतोषजनक ही रहेगा। प्रतिस्पर्धी अतिरिक्त प्रलोभन देकर आपके बनते कार्य को बिगाड़ने का प्रयास करेंगे फिर धन लाभ आवश्यकता अनुसार हो ही जाएगा। आज आपकी महात्त्वकांक्षाएँ भी अधिक रहेगी पूरी ना होने पर बेवजह दुःख रहेगा। परिजन का व्यवहार अनुकूल रहेगा महत्त्वपूर्ण कार्यो में मार्गदर्शन भी मिलेगा परन्तु आप इसकी अनदेखी करेंगे। विपरीत लिंगीय आकर्षण भी आज अधिक ही रहेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपको प्रत्येक कार्य मे अधिक सतर्कता बरतने की सलाह है। आपसी संबंधों को लेकर भी गंभीर रहे आज किस की अनदेखी करने से बने बनाये लाभ से हाथ धो बैठेंगे। आज आपका मन कार्य करते हुए भी कही और रहेगा जिससे कार्य बिगड़ सकते है। आज अधिक धैर्य का परिचय दें। क्रोध के भी कई प्रसंग बनेंगे जो सम्बन्धो के कटुता लायेगी। घर की शांति अचानक भंग हो सकती है। भाई बंधू अपनी बात मनवाने के लिए गलत व्यवहार कर सकते है। स्त्रीवर्ग अधिक भावुक रहेंगी जिससे आपसी सम्बन्ध बिखरने से बच भी सकते है। सरकारी अथवा अन्य कागजी कार्य आँख बंद कर ना करें। सन्तानो के साथ कुछ समय अवश्य बिताएं लंबी यात्रा ना करें।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज के दिन आप पिछले कुछ दिनों की अपेक्षा मानसिक रूप से हल्कापन अनुभव करेंगे। सामाजिक क्षेत्र पर परिवार के सहयोग से नाम और काम दोनों मिलेगा। फिर भी आप अपने कार्य से संतुष्ट नहीं रहेंगे कम समय में ज्यादा कमाने की भावना मानसिक रूप से विचलित रखेंगी। आज आप धैर्य से कम ही काम लेंगे अनैतिक कार्यो में पड़ने की सम्भावना है। मन के विचार भी पल-पल में बदलने से सही निर्णय लेने में कठिनाई अनुभव करेंगे। आज केवल पैतृक सम्बन्धो द्वारा ही लाभ की संभावना बन रही है इसलिए परिजनों के साथ व्यर्थ की बहस ना ही करे तो बेहतर रहेगा। धन लाभ कम परन्तु समय से होगा। सन्तानो के व्यवहार में उदंडता आएगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए शुभ फलदायी है। दिन के आरंभिक भाग में पुरानी योजना पूर्ण होने से अथवा अन्य कार्यो से धन की आमद होगी मध्यान तक आशा से अधिक लाभ कमा लेंगे। इसके बाद का समय भी लाभ वाला रहेगा लेकिन प्राप्ति के लिए इन्तजार करना पड़ेगा। धार्मिक भावनाएं बलवती रहेंगी घर एवं धार्मिक क्षेत्रो पर पूजा पाठ में भाग लेंगे। विरोधियो के प्रति उदासीन व्यवहार भविष्य के लिये हानिकारक रह सकता है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था ना पनपने दें आगे परेशानी बन सकती है। महिलाये आज दैनिक कार्यो के अतिरिक्त कार्य रहने से अधिक व्यस्त रहेंगी। रिश्तेदारी में खर्च करना पड़ेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज दिन के आरम्भ में आप प्रत्येक कार्यो से मन चुरायेंगे आलस्य अधिक रहने से दैनिक कार्य भी विलम्ब से पूर्ण होंगे। धार्मिक कार्यो में रुचि रहने से मानसिक रूप से शांति बनी रहेगी। सामाजिक व्यवहारिकता आज कई क्षेत्रों पर काम आएगी इसलिए जिद्दी व्यवहार को बीच में ना आने दें। व्यवसाय में आकस्मिक वृद्धि होगी परन्तु धन की प्राप्ति के लिए इन्तजार करना पड़ सकता है। नए कार्यो की रूपरेखा अवश्य बना सकते है पर आज आरम्भ नाही करें तो बेहतर रहेगा। परिजनों की आवश्यकता की अनदेखी अशांति खड़ी करेगी विशेष कर महिलाये आपसे ज्यादा असंतुष्ट रहेगी। सन्तानो के कारण खर्च करना पड़ेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन स्वास्थ्य के लिए हानिकर है
दिन के आरम्भ में शरीर मे दर्द, अकड़न की शिकायत रहेगी। लापरवाही ना करें अन्यथा परिणाम गंभीर हो सकते है। कार्य क्षेत्र पर कुछ ना कुछ बदलाव लाने का प्रयास करेंगे परन्तु इससे आपकी पुरानी पहचान खराब हो सकती है जो की निकट भविष्य में आर्थिक मंदी का कारण बनेगी। अकारण क्रोध आने से प्रेम सम्बन्धो में खटास आएगी इसलिए मौन रहें। आध्यत्म के प्रति आज एकमत नहीं रहेंगे मन भटकने के कारण शांति नहीं मिल सकेगी। दिन का कुछ समय कागजो की देखभाल में व्यतीत होगा किसी महत्त्वपूर्ण कागजात के गुम होने से दुविधा में रहेंगे। पारिवारिक वातावरण उदासीन रहेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपको अधिकांश कार्यो में विजय दिलाने वाला रहेगा। दिन के आरंभिक भाग में आकस्मिक धन लाभ होने से उत्साह बढेगा कार्यो को अधिक समर्पण के साथ करेंगे। आपके अंदर नई चेतना एवं स्फूर्ति बनेगी परोपकार की भावना अधिक रहने से विरोधियो के उटपटांग कुतर्कों का भी बुरा नहीं मानेंगे। आर्थिक आयोजन आज निर्विघ्न संपन्न होंगे भविष्य की योजनाओं पर भीं खर्च कर सकते है। आज आपको जितना भी लाभ मिलेगा उसी में संतोष कर लेंगे। मित्र परिचितों से शुभ समाचार की प्राप्ति आनंद को दुगुना करेगी। व्यस्त दिनचर्या के कारण शारीरिक थकान रहेगी दोपहर के बाद पेट अथवा पीठ सम्बंधित समस्या हो सकती है।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज के दिन आप अपनी एवं परिवार की महात्त्वकांक्षाओ को पूर्ण करने का पूरा प्रयास करेंगे। धन प्राप्ति की कामना दिन की शुरुआत से ही मन मे बनी रहेगी। मध्यान तक इसमे काफी हद तक सफल भी हों जाएँगे। हिम्मत बनाये रखे आर्थिक दृष्टिकोण से दिन संतोषजक रहने वाला है। महिलाये कार्य क्षेत्र पर पुरुषों से बेहतर प्रदर्शन करेंगी बीच-बीच में मन मुटाव के प्रसंग भी बनेंगे परन्तु कार्य में बाधक नही होंगे। परिवार के बुजुर्ग आज आपसे किसी कारण से नाराज रह सकते है। घर के अन्य सदस्य भी बुजुर्गो का ही पक्ष लेंगे जिससे स्वयं को अकेला अनुभव करेंगे स्थिति स्वतः ही सामान्य हो जायेगी धैर्य के साथ मौन बनाये रखें।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज के दिन आपकी बुद्धि विवेक जाग्रत होने से प्रत्येक कार्य सोच समझ कर ही करेंगे। लेकिन आज आपके कार्यो में बेवजह दखल देने वालो के कारण सही दिशा में जा रहे कार्य गलत होने की संभावना है। धन को लेकर आज आपका व्यवहार लापरवाही वाला रहेगा। किसी से किये वादे समय पर पूर्ण ना होने से बहस हो सकती है। महिलाये सामाजिक एवं पारिवारिक कार्यो में विशेष रूचि लेंगी इनमे आगे भी रहेंगी। नौकरी पेशा महिलाओं को घर एवं कार्य क्षेत्र पर तालमेल बैठाने में थोड़ी परेशानी रहेगी फिर भी संध्या के आस-पास शुभ समाचार मिलने से मानसिक राहत मिलेगी। संध्या के समय आवश्यकता अनुसार धन लाभ हो जाएगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज के दिन आस-पास का वातावरण आपकी सोच के विरुद्ध रहने से आप क्रोध आवेश से भरे रहेंगे। हास्य भरी बातो को भी प्रतिष्ठा से जोड़ने पर टकराव की स्थिति बनेगी। व्यवसाय में स्वयं के निर्णय गलत साबित होंगे अभिमान त्याग किसी अनुभवी की सलाह अवश्य लें शीघ्र ही कोई रास्ता मिलेगा। आस-पड़ोसियों की मामूली बातों को अनदेखा करें अन्यथा अकारण ही विवाद गहरा सकता है। शारीरिक समस्याएं मध्यान के समय प्रबल रहेंगी अधिक मसाले वाले भोजन अथवा बाहर के खान-पान से परहेज करें। विद्यार्थी वर्ग को भी परिश्रम का उचित परिणाम नहीं मिलने से दुःख होगा। किसी से धन सम्बंधित वादे ना करे।
[10/27, 07:17] +91 98110 08297: *करे योग, रहें निरोग*
*जानिये योग के अदभुत फायदे*
(1) योगासनों का सबसे बड़ा गुण यह हैं कि वे सहज साध्य और सर्व सुलभ हैं। योगासन ऐसी व्यायाम पद्धति है जिसमें न तो कुछ विशेष व्यय होता है और न इतनी साधन-सामग्री की आवश्यकता होती है।

(2) योगासन अमीर-गरीब, बूढ़े-जवान, सबल-निर्बल सभी स्त्री-पुरुष कर सकते हैं।

(3) आसनों में जहां मांसपेशियों को तानने, सिकोड़ने और ऐंठने वाली क्रियायें करनी पड़ती हैं, वहीं दूसरी ओर साथ-साथ तनाव-खिंचाव दूर करनेवाली क्रियायें भी होती रहती हैं, जिससे शरीर की थकान मिट जाती है और आसनों से व्यय शक्ति वापिस मिल जाती है। शरीर और मन को तरोताजा करने, उनकी खोई हुई शक्ति की पूर्ति कर देने और आध्यात्मिक लाभ की दृष्टि से भी योगासनों का अपना अलग महत्त्व है।

(4) योगासनों से भीतरी ग्रंथियां अपना काम अच्छी तरह कर सकती हैं और युवावस्था बनाए रखने एवं वीर्य रक्षा में सहायक होती है।

(5) योगासनों द्वारा पेट की भली-भांति सुचारु रूप से सफाई होती है और पाचन अंग पुष्ट होते हैं। पाचन-संस्थान में गड़बड़ियां उत्पन्न नहीं होतीं।

(6) योगासन मेरुदण्ड-रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाते हैं और व्यय हुई नाड़ी शक्ति की पूर्ति करते हैं।

(7) योगासन पेशियों को शक्ति प्रदान करते हैं। इससे मोटापा घटता है और दुर्बल-पतला व्यक्ति तंदरुस्त होता है।

(8) योगासन स्त्रियों की शरीर रचना के लिए विशेष अनुकूल हैं। वे उनमें सुन्दरता, सम्यक-विकास, सुघड़ता और गति, सौन्दर्य आदि के गुण उत्पन्न करते हैं।

(9) योगासनों से बुद्धि की वृद्धि होती है और धारणा शक्ति को नई स्फूर्ति एवं ताजगी मिलती है। ऊपर उठने वाली प्रवृत्तियां जागृत होती हैं और आत्मा-सुधार के प्रयत्न बढ़ जाते हैं।

(10) योगासन स्त्रियों और पुरुषों को संयमी एवं आहार-विहार में मध्यम मार्ग का अनुकरण करने वाला बनाते हैं, अत: मन और शरीर को स्थाई तथा सम्पूर्ण स्वास्थ्य, मिलता है।

(11) योगासन श्वास- क्रिया का नियमन करते हैं, हृदय और फेफड़ों को बल देते हैं, रक्त को शुद्ध करते हैं और मन में स्थिरता पैदा कर संकल्प शक्ति को बढ़ाते हैं।

(12) योगासन शारीरिक स्वास्थ्य के लिए वरदान स्वरूप हैं क्योंकि इनमें शरीर के समस्त भागों पर प्रभाव पड़ता है और वह अपने कार्य सुचारु रूप से करते हैं।

(13) आसन रोग विकारों को नष्ट करते हैं, रोगों से रक्षा करते हैं, शरीर को निरोग, स्वस्थ एवं बलिष्ठ बनाए रखते हैं।

(14) आसनों से नेत्रों की ज्योति बढ़ती है। आसनों का निरन्तर अभ्यास करने वाले को चश्में की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।

(15) योगासन से शरीर के प्रत्येक अंग का व्यायाम होता है, जिससे शरीर पुष्ट, स्वस्थ एवं सुदृढ़ बनता है। आसन शरीर के पांच मुख्यांगों, स्नायु तंत्र, रक्ताभिगमन तंत्र, श्वासोच्छवास तंत्र की क्रियाओं का व्यवस्थित रूप से संचालन करते हैं जिससे शरीर पूर्णत: स्वस्थ बना रहता है और कोई रोग नहीं होने पाता। शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आत्मिक सभी क्षेत्रों के विकास में आसनों का अधिकार है। अन्य व्यायाम पद्धतियां केवल वाह्य शरीर को ही प्रभावित करने की क्षमता रखती हैं, जब कि योगसन मानव का चहुँमुखी विकास करते हैं।

 

 

सदैव योगी के सानिध्य में रहें।
*जानिये लम्बे समय तक बैठे रहने के स्वास्थ्य संबंधी दुष्परिणाम और उनसे बचने के कुदरती उपाय..!*

*हम बगैर सोंचे समझे, हाय ऑफिस, हाय पैसा, हाय नाम, हाय शोहरत, हाय दौलत और अंत में लास्टली….*
*खासकर पिछले दो साल में, वर्क फ्रॉम होम कल्चर की सौगात…*
*सावधान…*

आजकल लोग ज्यादातर काम अपनी जगह पर बैठे-बैठे ही कर लेते हैं।
पहले जहाँ टीवी को चालू-बंद करने या रेलवे के टिकट निकालने जैसे काम के लिए उठना या चलना पड़ता था, अब ऐसे कई सारे काम हम आधुनिक टेक्नोलॉजी की मदद से अपनी जगह पर बैठकर कर सकते हैं।
इस आधुनिक टेक्नोलॉजी की वजह से हमारे समय और ऊर्जा की बचत तो होती है परन्तु इसका हमारे स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम भी हो सकता हैं।

ब्रिटेन में हाल ही में हुए अध्यन के आधार पर वैज्ञानिको ने उन लोगों को चेतावनी दी है जो दिन में अधिक समय तक लगातार बैठे रहते हैं।
इस वैज्ञानिकों का कहना है की एक ही मुद्रा में लम्बे समय तक बैठे रहने से शरीर के हर महत्वपूर्ण अंग को नुकसान पहुचता हैं।

लम्बे समय तक एक ही मुद्रा में बैठे रहने से शरीर पर निचे दिए हुए दुष्परिणाम होते हैं :

1. ह्रदय/Heart :
जो व्यक्ति दिन में 10 घंटे से लम्बे समय तक केवल बैठा रहता है और कोई व्यायाम नहीं करता है ऐसे व्यक्ति को सामान्य व्यक्ति की तुलना में दिल का दौरा / हार्ट अटैक पड़ने का खतरा 50% अधिक रहता हैं।

2. सिर / Brain : लम्बे समय तक बैठे रहने से रक्त के थक्के/ क्लोट्स जम जाते हैं, जो मस्तिष्क में पहुंचकर स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं।
लम्बे समय तक बैठे रहने से दिमाग को रक्त का संचारण भी धीरे होता है और ताजा रक्त और ऑक्सिजन की कमी के कारण दिमाग धीमा काम करता हैं जिसके कारण चिता, तनाव और डिप्रेशन बढ़ ता हैं।

3. पेट/Abdomen :

खाने के बाद लम्बे समय तक बैठे रहने से पेट पर दबाव पड़ता है और पाचन कमजोर पड़ जाता हैं। भोजन का ठीक से पाचन न होने के कारण कब्ज, गैस, एसिडिटी जैसी समस्या निर्माण हो जाती हैं। बैठे रहने से मोटापा और कोलन कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता हैं।

4. फेफड़े / Lungs :
लम्बे समय तक बैठे रहने से फेफड़े में रक्त के थक्के / पल्मोनरी एमोबोलिस्म का खतरा बढ़ जाता हैं। अधिक समय तक बैठे रहने से फेफड़े की कार्यक्षमता भी काम हो जाती हैं।

5. गर्दन / Neck :
लम्बे समय तक बैठे रहने से सर्वाइकल सपोंडीलिटिस होने का खतरा अधिक रहता हैं।

6. पांव / Legs : लम्बे समय तक बैठे रहने से पांव में रक्त संचारण ठीक से नहीं होता है जिस कारण पांव में सूजन, सुन्नपन्न, वेरिकोस वेन्स, डीप वेन थ्रोम्बोसिस Deep और कमजोर हड्डी जैसे विकार उत्पन्न होने का ख़तरा रहता हैं।

7. रीढ़ की हड्डी / Spine:
रीढ़ की हड्डी की रचना इस प्रकार की गयी है कि जब हम चलते है तो इसमें हड्डी का आकुंचन और प्रसारण इस प्रकार होता है की रीढ़ को ठीक से रक्त और पोषक तत्वों का संचारण हो सके। लम्बे समय तक बैठे रहने से यह क्रिया नहीं होती है और रीढ़ के हड्डी की लवचिकता / फ्लेक्सिबिलिटी कम हो जाती हैं। इससे हरनिएटेड डिस्क, लुम्बर स्पॉन्डिलाइटिस, सूजन, दर्द और जकड़ाहट जैसे विकार उतपन्न होते हैं।

ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पर्ट्स मेडिसिन के अध्ययन के अनुसार जो व्यक्ति रोजाना 5 घण्टे लगातार बैठे रहते है उनकी आयु क्रियाशील व्यक्ति के तुलना में 5 वर्ष कम हो जाती हैं। अगर आप भी लम्बे समय तक बैठे रहने का काम करते हैं तो आपको अपने जीवनशैली में योग्य बदलाव जरूर करने चाहिए।

लम्बे समय तक बैठे रहने के दुष्परिणाम से बचने के लिए आपको निचे दिए हुए सुझाव का पालन करना चाहिए :

1. दिन भर में 3-4 घंटे खड़े रहने या टहलने के बहाने ढूंढना चाहिए।

2. रोजाना सुबह 30 मिनिट तक अपने क्षमता अनुसार कोई व्यायाम करे जैसे चलना, दौड़ना, साइकिल चलाना, तैराकी इत्यादि।

3. ऑफिस में अगर लगातार बैठना पड़ता है तो हर 2 घंटे से 5 से १० मिनट के लिए उठकर इधर-उधर टहल लें या खड़े होकर काम करे।

4. सुबह-शाम टहलने की आदत डाले। घर पर टीवी बंद चालू करने के लिए रिमोट का इस्तेमाल करने की जगह उठकर स्वयं बंद या चालू करे।

5.घर के आस-पास के काम के लिए गाड़ी का उपयोग करने की जगह पैदल जाना चालू करे। अगर ऑफिस गाड़ी में जाते है तो ऑफिस से थोड़ी दुरी पर गाड़ी पार्क करे।

6. लिफ्ट की जगह सीढ़ियों का प्रयोग करे।

लम्बे समय तक बैठे रहना स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक हैं

 

 *जानिये पानी, तेल या दूध का कुल्ला करने से क्या चमत्कारिक फायदे हो सकते हैं।*

हमारी परम्पराएँ और घरेलु ज्ञान इतना ज़बरदस्त है कि अगर हम माने तो बिना दवा के भी स्वस्थ रह सकते हैं।
ऐसी ही एक विधि से है जिसका नाम है कुल्ला.!

●●कुल्ला एक ऐसी विधि है जिससे आप बिना दवा के जुकाम, खांसी, श्वांस रोग, गले के रोग, मुंह के छाले, शरीर को डी-टोक्सिफाय करने, गर्दन के सर्वाइकल जैसे रोगों से मुक्ति पा सकते हैं।

*कुल्ला करने की सही विधि और इसके चमत्कारिक लाभ*
*●पानी का कुल्ला●*
●मुंह में पानी का कुल्ला तीन मिनट तक भर कर रखें।
●इससे गले के रोग, जुकाम, खांसी, श्वांस रोग, गर्दन का दर्द जैसे कड़कड़ाहट से छुटकारा मिलेगा।
●नित्य मुंह धोते समय, दिन में भी, मुंह में पानी का कुल्ला भर कर रखें।
●इससे मुंह भी साफ़ हो जाता है।

●●मुंह में पानी का कुल्ला भर कर नेत्र धोएं।
●ऐसा दिन में तीन बार करें।
●जब भी पानी के पास जाएँ मुंह में पानी का कुल्ला भर लें और नेत्रों पर पानी के छींटे मारें, धोएं।
●मुंह का पानी एक मिनट बाद निकाल कर पुनः कुल्ला भर लें।
●मुंह का पानी गर्म ना हो इसीलिए बार बार कुल्ला नया भरते रहें।

●●●भोजन करने के बाद गीले हाथ तौलिये से नहीं पोंछे।
●आपस में दोनों हाथों को रगड़ कर चेहरा व कानों तक मलें।
●इससे आरोग्य शक्ति बढती है।
●नेत्र ज्योति ठीक रहती है।
●गले के रोग, सर्दी जुकाम या श्वांस रोग होने पर थोडा गुनगुना पानी ले कर इसमें सेंध नमक मिला कर कुल्ला करना चाहिए, इस से गले, कफ, ब्रोंकाइटिस जैसे रोगों में बहुत फायदा होता है।

*●तेल का कुल्ला●*
सुबह बासी मुंह में सरसों या तिल का तेल भर कर पूरे 10 मिनट तक उसको चबाते रहें, ध्यान रहे ये निगलना नहीं है, ऐसा करने से मुंह और दांतों के रोग तो ठीक होंगे ही, साथ में पूरी बॉडी डी-टोक्सिफाय होगी।
●रोगों से मुक्त होने की इस विधि को तेल चूषण विधि कहा जाता है।
●आयुर्वेद में इसको गण्डूषकर्म कहा जाता है और पश्चिमी जगत में इसको आयल पुल्लिंग कहते है।

*●दूध का कुल्ला●*
अगर मुंह में या गले में छाले हो जाएँ और किसी भी दवा से ठीक ना हो रहें हो तो सुबह कच्चा दूध (अर्थात बिना उबला हुआ ताज़ा दूध) मुंह में कुछ देर तक रखें और ध्यान रहे कि इस दूध को बाहर फेंकना नहीं है।
इसको मुंह में जितना देर हो सके 10 से 15 मिनट तक रखें, कुछ देर बाद बूँद बूँद कर के ये गले से नीचे उतरने लगेगा।