आज का पंचाग आपका राशि फल, जेठांईं देवी की देवरा यात्रा पंहुंची डिम्मर, देवताओं का सोमरस है लताओं से निकला अमृत जबकि असुरों की मदिरा होती थी उन्माद के लिए, बहुत बड़ा षड्यंत्र है रातोंरात उगने वाली मजारें!

(जेठांईं देवी की देवरा यात्रा पंहुंची डिम्मर गांव छ माह तक डोली रहेगी भ्रमण पर लगभग पचास वर्षों बाद निकली है यह यात्रा ) 

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शुक्रवार, ०९ दिसम्बर २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०७:०१

सूर्यास्त: 🌅 ०५:२१

चन्द्रोदय: 🌝 १८:०५

चन्द्रास्त: 🌜०८:०३

अयन 🌖 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🌳 हेमंत

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (नल)

मास 👉 पौष 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 प्रतिपदा (११:३४ से द्वितीया)

नक्षत्र 👉 मृगशिरा (१४:५९ से आर्द्रा)

योग 👉 शुभ (२७:४४ से शुक्ल)

प्रथम करण 👉 कौलव (११:३४ तक)

द्वितीय करण 👉 तैतिल (२४:३८ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 वृश्चिक 

चंद्र 🌟 मिथुन 

मंगल 🌟 वृष (उदित, पश्चिम, वक्री)

बुध 🌟 धनु (उदित, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)

शुक्र 🌟 धनु (अस्त, पूर्व)

शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४९ से १२:३०

अमृतकाल 👉 ३०:३४ से ०८:२१ 

विजय मुहूर्त 👉 १३:५२ से १४:३३

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:१४ से १७:४२

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:१७ से १८:४०

निशिता मुहूर्त 👉 २३:४२ से २४:३७

राहुकाल 👉 १०:५२ से १२:०९

राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व

यमगण्ड 👉 १४:४३ से १६:००

होमाहुति 👉 चन्द्र (१४:५९ से मंगल)

दिशाशूल 👉 पश्चिम

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्र वास 👉 पश्चिम

शिववास 👉 गौरी के साथ (११:३४ से सभा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – चर २ – लाभ

३ – अमृत ४ – काल

५ – शुभ ६ – रोग

७ – उद्वेग ८ – चर

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – रोग २ – काल

३ – लाभ ४ – उद्वेग

५ – शुभ ६ – अमृत

७ – चर ८ – रोग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पश्चिम-दक्षिण (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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पौष कृष्ण पक्ष आरम्भ, विवाह मुहूर्त धनु ल. प्रातः ०७:३९ से ०९:४३, मीन ल, दोपहर १२:५७ से दोपहर ०२:२४ तक, नीव खुदाई एवं गृह आरम्भ+गृहप्रवेश+उद्योग मशीनरी आरम्भ+व्यवसाय आरम्भ+ देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:०८ से प्रातः ११:०१ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त १२:१९ से ०१:३८ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १४:५९ तक जन्मे शिशुओ का नाम मृगशिरा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (क, की) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम आर्द्रा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (कु, घ, ङ) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

वृश्चिक – २९:१८ से ०७:३७

धनु – ०७:३७ से ०९:४१

मकर – ०९:४१ से ११:२२

कुम्भ – ११:२२ से १२:४८

मीन – १२:४८ से १४:११

मेष – १४:११ से १५:४५

वृषभ – १५:४५ से १७:४०

मिथुन – १७:४० से १९:५५

कर्क – १९:५५ से २२:१६

सिंह – २२:१६ से २४:३५

कन्या – २४:३५ से २६:५३

तुला – २६:५३ से २९:१४

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रोग पञ्चक – ०७:०१ से ०७:३७

शुभ मुहूर्त – ०७:३७ से ०९:४१

मृत्यु पञ्चक – ०९:४१ से ११:२२

अग्नि पञ्चक – ११:२२ से ११:३४

शुभ मुहूर्त – ११:३४ से १२:४८

रज पञ्चक – १२:४८ से १४:११

अग्नि पञ्चक – १४:११ से १४:५९

शुभ मुहूर्त – १४:५९ से १५:४५

रज पञ्चक – १५:४५ से १७:४०

शुभ मुहूर्त – १७:४० से १९:५५

चोर पञ्चक – १९:५५ से २२:१६

शुभ मुहूर्त – २२:१६ से २४:३५

रोग पञ्चक – २४:३५ से २६:५३

शुभ मुहूर्त – २६:५३ से २९:१४

मृत्यु पञ्चक – २९:१४ से ३१:०२

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन परिजनों का व्यवहार आपके स्वभाव पर निर्भर रहेगा इसलिये सनकी मिजाज त्याग मिलनसार बने अन्यथा आज सुख चैन से नही बैठ पाएंगे। आज कार्य क्षेत्र के साथ घरेलू कार्य भी सर पर आने से असमंजस में रहेंगे रूखा व्यवहार रहने पर सहयोग की आशा भी ना रखे। घर मे पति पत्नी का स्वभाव पल पल में बदलने से कलह जैसी स्थिति बनेगी। कार्य क्षेत्र से आशा तो काफी रहेगी लेकिन पुर्व में कई गलतियों के कारण आज पश्चाताप होगा धन की आमद कम होने पर खर्च की पूर्ति भी नही कर पाएंगे। दोपहर बाद का समय अत्यंत खर्चीला रहेगा घरेलू आवश्यकताओं की पूर्ति में टालमटोल ना करें अन्यथा झगड़ा हो सकता। माता को छोड़ अन्य किसी से विचार मेल नही खाएंगे। स्वास्थ्य आज सामान्य रहेगा।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज आप बीते कल की तुलना में कुछ संतोषि रहेंगे लेकिन महिला वर्ग इसके विपरीत अन्य लोगो से स्वयं एवं परिवार की तुलना करने पर कुछ समय के लिये उदास रहेंगी। दिन के पूर्वार्ध से मध्यान तक घरेलू कार्यो की व्यस्तता के चलते अन्य कार्यो में फेरबदल करनी पड़ेगी। कार्य क्षेत्र पर भी आज विलंब होगा लेकिन इसका ज्यादा प्रभाव नही पड़ेगा। व्यवसाय में दोपहर के बाद अकस्मात उछाल आने से कई दिनों से अटकी मनोकामना की पूर्ति कर सकेंगे लेकिन दैनिक खर्चो के अतिरिक्त खर्च आने से बचत संभव नही होगी। घर मे पति पत्नी के बीच भी आर्थिक विषय एवं मन मर्जी कलह का कारण बनेंगे। संध्या बाद का समय पिछले कई दिनों की तुलना में बेहतर रहेगा सुख में वृद्धि होगी। वाहन अथवा अन्य उपकरणों से दुर्घटना के योग है सावधान रहें।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आपके व्यक्तित्त्व में निखार रहेगा लेकिन स्वभाव का जिद्दीपन अन्यलोगों विशेषकर परिजनों के लिये भारी पड़ेगा। जाने अनजाने में कोई अनैतिक कर्म करेंगे जिसे बाद में परिजनों को भुगतना पड़ेगा जिससे घर का शांत माहौल भी खराब होगा। कार्य व्यवसाय से लाभ की सम्भवना कम ही है आपके हिस्से का लाभ किसी अन्य के पक्ष में जा सकता है सतर्क रहें धन लाभ असमय और अकस्मात होने की सम्भवना है लापरवाही करी तो हाथ नही लगेगा। व्यवसाय में निवेश आज भूल से भी ना करें हानि ही होगी। घर मे कुछ समय को छोड़ उत्सव का वातावरण रहेगा। काम वासना अधिक रहेगी लेकिन ध्यान रहे कोई गलत काम सभी प्रकार से नुकसानदेह होगा। यात्रा अतिआवश्यक होने पर ही करें।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन कुछ कार्यो को छोड़ व्यर्थ की भागदौड़ में बीतेगा घरेलू कार्यो को लेकर किसी से बहस होकर दिन का आरंभ होगा मध्यान तक इसका प्रभाव मस्तिष्क पर रहेगा इसके बाद ही स्थिति सामान्य हो पायेगी। आज आपके सामाजिक दायरे में वृद्धि होगी लेकिन दुष्ट प्रकृति के लोगो की संगत से बचे अन्यथा स्वयं के साथ परिजनों का भी अपमान करवाएंगे। महिलाए को आज अन्य दिनों की तुलना में अधिक कार्य करना पड़ेगा आवश्यकता के समय सहयोग ना मिलने पर मन मे झुंझलाहट आएगी जिससे घर मे थोड़ी देर के लिये अशांति होगी। दोपहर से लेकर संध्या बाद तक का समय मनोरंजन में बीतेगा खर्च भी आज आवश्यकता से अधिक करेंगे बाद में ग्लानि होगी। सेहत संध्या बाद अस्थिर बनेगी। धन लाभ अल्प होगा।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन आपको बैठे बिठाये आकस्मिक लाभ की प्राप्ति होगी चाहे किसी भी रूप में हो। दिन का पहला भाग धीमी दिनचार्य के कारण खराब होगा लेकिन इसके बाद का अधिकांश समय अपने मन की ही करेंगे जिससे कही ना कही परेशानी भी होगी। आज भूमि भवन के रखरखाव अथवा अन्य प्रकार से अचल संपत्ति के उर खर्च करना पड़ेगा। घर का वातावरण धार्मिक रहेगा मित्र रिश्तेदारों के आगमन से उत्साह बढेगा। कार्य व्यवसाय में आज ज्यादा समय नही दे पाएंगे फिर भी थोड़े समय मे ही खर्च निकाल लेंगे। महत्तवपूर्ण कार्यो को आगे के लिये ना टाले अन्यथा पूर्ण होने में संदेह रहेगा। संध्या के समय उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा लेकिन किसी न किसी से कलह भी हो सकती है वाणी का प्रयोग संतुलित करें।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन आपके लिये आरामदायक रहेगा लेकिन आज बेतुकी बयानबाजी से बचना होगा अन्यथा बैठे बिठाये अपमानित हो सकते है। दिन का आरंभ में सुस्ती रहेगी लेकिन घर मे आवश्यक कार्य होने के कारण बेमन से काम करना पड़ेगा। मनोरंजन को छोड़ अन्य किसी भी कार्य के लिये तैयार नही होंगे कार्य करते वक्त किसी के टोकने अथवा इच्छा पूर्ति में बाधा पहुचाने पर एक दम से उग्र हो जाएंगे। कार्य व्यवसाय में रुचि कम रहेगी फलस्वरूप सीमित आय से संतोष करना पड़ेगा। नौकरी पेशाओ को आज किसी न किसी की सुननी पड़ेगी। भाई बंधुओ को प्रसन्न देख मन मे ईर्ष्या बनेगी। सेहत सामान्य रहेगी जोखिम से बचें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज परिस्थिति में थोड़ा सुधार अनुभव करेंगे लेकिन कामना पूर्ति में आज भी कोई न कोई अड़चन बनी रहेगी। मध्यान से पहले कोई भी महत्तवपूर्ण निर्णय ना ले अन्यथा अधूरा रह सकता है मध्यान बाद मन पर चंचलता हावी रहेगी इसलिये बिना किसी अनुभवी की सलाह धन अथवा पैतृक सम्बंधित कोई कार्य ना करे। व्यावसायिक अथवा सामाजिक क्षेत्र पर लोग आपको नीचा दिखाने का प्रयास करेंगे इनको अनदेखा करना ही बेहतर रहेगा अन्यथा मन मे नकारात्मकता जन्म लेने से आगे के लिये हानिकारक रहेगा। संध्या से पहले का समय राहत भरा रहेगा घर का वातावरण आंनदित रहेगा घर मे पूजा पाठ के आयोजन होंगे। स्वास्थ्य आज ठीक रहेगा फिर भी ठंडी वस्तु के सेवन से परहेज करें।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आप किसी भी कार्य को लेकर गंभीर नही रहेंगे दिन के आरंभ से ही आलस्य और सुस्ती बनी रहेगी मध्यान बाद किसी आवश्यक कार्य को लेकर पिता अथवा घर के अन्य सदस्य से कहासुनी हो सकती है। मध्यान बाद का अधिकांश समय इधर उधर की करने में खराब करेंगे। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा उम्मीद ना रखे मध्यान तक आलस्य की भेंट चाहेगा इसके बाद जल्दबाजी में कार्य करेंगे फिर भी आवश्यकता अनुसार धन मिल ही जायेगा। संध्या के समय सेहत में दोबारा से नरमी बनेगी लेकिन अनदेखी करेंगे धार्मिक भावो में वृद्धि होगी धार्मिक क्षेत्र की यात्रा करेंगे। रात्रि का समय आनंद मनोरंजन में बीतेगा खर्च आज अनियंत्रित रहेंगे।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन आप कोई नापसंद कार्य करने पर गुस्से में रहेंगे लेकिन कार्य क्षेत्र पर अनुकूल वातावरण भी मिलते रहेंगे। दिन का पूर्वार्ध धीमी गति से कार्य करने पर व्यर्थ जाएगा इसके बाद कई दिनों से लटके कार्यो को पूर्ण करने में परेशानी आएगी फिर भी पारिवारिक सदस्य का सहयोग मिलने से धीरे धीरे पूर्ण कर लेंगे। व्यवसाय से आज आशा के समय लाभ नही होगा जिस समय आराम अथवा अन्य कार्यो में व्यस्त होंगे तभी अकस्मात काम मिलने से दुविधा होगी लेकिन जोड़तोड़ कर इससे कुछ लाभ ही कमाएंगे। पिता को छोड़ घर के अन्य सदस्य आपसे प्रसन्न ही रहेंगे। घरेलू खर्च में आज वृद्धि होने से बजट प्रभावित होगा। मित्र परिचितों से उपहार स्नेह का आदान-प्रदान होगा। सेहत आज ठीक रहेगी वर्जित कार्यो से बचे।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपका व्यवहार ढुलमुल रहेगा मध्यान तक आप प्रत्येक कार्य मे आलस्य दिखाएंगे लेकिन बेमन से घरेलू कार्य करने ही पड़ेंगे। घर एव बाहर साहस का परिचय केवल बातो में ही देंगे लेकिन आवश्यकता के समय टालमटोल करेंगे। आज अधिक परिश्रम वाले कार्यो से बचने का प्रयास करेंगे फिर भी दोपहर तक किसी न किसी कारण से मेहनत करनी ही पड़ेगी। दोपहर बाद सेहत में नरमी आने लगेगी इसलिये आवश्यक कार्य पहले ही कर लें। कार्य व्यवसाय से परिश्रम के बाद ही लाभ की प्राप्ती होगी वह भी आज की जरूरत से कम ही। घर मे पति-पत्नी से वादाखिलाफी अथवा अन्य कारणों से कलह हो सकती है। संध्या बाद सेहत ठीक ना होने पर भी मनोरंजन के अवसर हाथ से नही जाने देंगे रात्रि के समय शरिरीक शिथिलता अधिक बनेगी सतर्क रहें।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आप जिस भी कार्य को करना आरंभ करेंगे या करने का विचार करेंगे उसमे कोई ना कोई बिना मांगे अपनी राय देगा जिससे कुछ समय के लिये दुविधा में पड़ेंगे। मध्यान तक आलस्य के कारण कार्यो की गति धीमी रहेगी इसके बाद भी कार्य व्यवसाय में रुचि होने पर भी किसी न किसी के कारण ठीक से ध्यान नही दे पाएंगे धन की आमद आज कार्य समय से करने पर भी विलंब से अथवा आगे के लिये टलेगी ऊपर से खर्च बढ़ने से आर्थिक संतुलन गड़बड़ायेगा। घर मे वातावरण पल पल में बदलेगा सहयोग की कमी के चलते अव्यवस्था बढ़ेगी। पिता अथवा किसी वृद्ध के स्वास्थ्य के ऊपर खर्च भी करना पड़ेगा लेकिन भविष्य के लिये उत्तम मार्गदर्शन भी मिलेगा। लम्बी यात्रा की योजना आज मन मे ही रहने की संभावना है फिर भी छोटी मोटी पर्यटन अथवा धार्मिक यात्रा अवश्य होगी।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन भी आप अपने ही स्वभाव के कारण घर मे अशांति का कारण बनेंगे। घर मे स्त्री वर्ग से सावधान रहें आपकी छोटी-छोटी बातों को भी बक्सने वाली नही। मध्यान तक का समय व्यर्थ बोलने की आदत के चलते अशांत होगा बाद में इसका पछतावा भी होगा। दोपहर के बाद से स्थिति सामान्य होने लगेगी कार्य व्यवसाय में भी प्रतिस्पर्धियों को पछाड़ लाभ के सौदे अपने हक में करेंगे इसके लिये काफी माथा पच्ची भी करनी पड़ेगी। घर के सदस्यों को मनाने के लिये अधिक खर्च करना पड़ेगा यही प्रायश्चित करने का मौका भी रहेगा हाथ से जाने ना दे। संध्या बाद सभी प्रकार से सुखों की प्राप्ती होने पर मन आनंद से भरा रहेगा लेकिन स्वयं अथवा परिजन की सेहत में अकस्मात खराबी आने पर रंग में भंग की स्थिति बनेगी। आज खर्च करने में मितव्ययता बरते अन्यथा बाद में आर्थिक उलझने हो सकती है।

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 देवता शराब नहीं पीते थे। 
सोमरस सोम के पौधे से प्राप्त रस था ये पौधा आज लगभग विलुप्त है, शराब पीने को सुरापान कहा जाता था, सुरापान असुर करते थे, ऋग्वेद में सुरापान को घृणा के तौर पर देखा गया है। 
टीवी सीरियल्स ने भगवान इंद्र को अप्सराओं से घिरा दिखाया जाता है और वो सब सोमरस पीते रहते हैं, जिसे सामान्य जनता शराब समझती है। 
सोमरस, सोम नाम की जड़ीबूटी थी जिसमें दूध और दही मिलाकर ग्रहण किया जाता था, इससे व्यक्ति बलशाली और बुद्धिमान बनता था। 
जब यज्ञ होते थे तो सबसे पहले अग्नि को आहुति सोमरस से दी जाती थी। ऋग्वेद में सोमरस पान के लिए अग्नि और इंद्र का सैकड़ों बार आह्वान किया गया है। 
आप जिस इंद्र देवता को सोचकर अपने मन में टीवी सीरियल की छवि बनाते हैं वास्तव में वैसा कुछ नहीं था। जब वेदों की रचना की गयी तो अग्नि देवता, इंद्र देवता, रुद्र देवता आदि इन्हीं सब का महत्व लिखा गया है। 
मन में वहम मत पालिये… 
कहीं पढ़ रहा था, किसी ने पोस्ट किया था कि देवता भी सोमरस पीते थे तो हम भी पीयेंगे तो अचानक मन में आया तो लिख दिया। 
आज का चरणामृत/पंचामृत सोमरस की तर्ज पर ही बनाया जाता है बस प्रकृति ने सोम जड़ीबूटी हमसे छीन ली। तो एक बात दिमाग में बैठा लीजिये, सोमरस नशा करने की चीज नहीं थी।
आपको सोमरस का गलत अर्थ पता है यदि आप उसे शराब समझते हैं। शराब को शराब कहिए सोमरस नहीं। सोमरस का अपमान मत करिए, सोमरस उस समय का चरणामृत/पंचामृत था।🙏🏻
🚩जय श्री राम🚩
आज पूरे भारत में कहीं भी पीर की कब्र रातों रात बना दी जाती है।  फ्लाईओवर पर भी पीर की कब्र बना दी जाती है। जो यदा कदा सड़क दुर्घटना का कारण बनती हैं। वैसे यह प्रचलन नया नहीं है। एक ऐतिहासिक भवन में ऊपरी मंजिल पर कब्र बनी हुई है। आश्चर्य है कि छत पर किसी को कैसे दफनाया जा सकता है।
बेहद कीमती व्यवसायिक जमीनों पर पीर है। दिल्ली, गुड़गांव में अनेक बहुमूल्य जमीनों पर पीर की कब्र हैं। कुरुक्षेत्र के पिपली में हरियाणा टुरिज्म के प्रांगण में पीर की कब्र है।  कुरुक्षेत्र मे  सेक्टर 17 केसल माल के पास व सेक्टर 8 में आयुवर्दिक महाविद्यालय के पीछे भी पीर के नाम पर करोड़ों की जगह कब्जाई हुई है।कुरुक्षेत्र बस स्टैंड के निकट खाली जगह को घेर कर पीर बनाने की तैयारी की खबर कई दिन पहले आ चुकी है।
यहाँ से फिर ज़मीन जेहाद शुरू हो जाता है। कुछ समय बाद उस पीर के कागज वक्क बोर्ड में जाते है। वक्क बोर्ड किसी कोर्ट में जाता है। कोर्ट के माध्यम से मुस्लिम उस पीर की ज़मीन पर कब्जा कर लेते है। आगे दुकान निकाल लेते हैं और पीछे पीर का का चढ़ावा उठाते रहते है। उस चढ़ावे के पैसे से जेहाद चलाते हैं। यही तो है सारा खेल।
इसका एक उदाहरण करनाल हरियाणा की नहर के पास वाले पक्के पुल पीर पर कब्जा करना है। करनाल के ऊंचा समाना गांव के लोग अपने पीर की जमीन को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। वहां पक्का पुल पीर पर सालाना आने वाला तीन करोड़ का चढ़ावा ऊंचा समाना गांव के विकास में पंचायत द्वारा प्रयोग किया जाता था। लेकिन उस चढ़ावे पर भी जिहादियों ने अपना कब्जा कर लिया। उन पीरों पर वहां के लोग कभी भगवा झंडा लगा देते हैं तो अन्य दिन पीर पर कब्जा करने वाले मुस्लिम नीला झंडा लगा देते हैं।
दूसरा उदाहरण किनाना,जींद,हरियाणा में ढाई एकड़ में फैले पीर पर कब्जा करने के लिए चल रहा संघर्ष है। मूल भारतियों के पास से धीरे-धीरे पीर के नाम पर जमीन छिनती जा रही है। परिणामस्वरूप लोगों ने जागरुक होकर पीर,शहीदों को तोड़ना शुरू कर दिया है।
अब आपको क्या करना है? जब भी आप को सड़क के आसपास कहीं पर नीला या हरा झंडा दिखाई दे, उसे उतारकर नष्ट कर दे और देश को बचाने में सहायता करें। इसके अतिरिक्त जब भी बस या रेलगाड़ी में बैठे तो वहाँ लगे ‘रहमान मियां’ आदि के पर्चे फाड़ दे ताकि किसी बहन,बेटी की ज़िंदगी बर्बाद होने से बच सके। हो सकता है कि अगला शिकार आप ही हो या आपकी कोई रिश्तेदार औरत हो। 
जब भी आप बस या रेलगाड़ी में बैठतें है तो आपको वहा पर कुछ पर्चे लगे हुए मिलेंगे जिन पर लिखा हुआ मिलेगा बंगाली ख़ान बाबा या रहमान मिया आदि। उन पर साई बाबा की फोटो भी दिखाई देगी और उस पर आगे लिखा मिलेगा— गृह कलेश, प्यार में नाकामी, बच्चे पैदा ना होना,परीक्षा में फैल होना, मूठ करनी, वशीकरण आदि के लिए सम्पर्क करें।
यहीं से शुरू होता है आपकी बर्बादी का खेल। कुछ औरतें उन नंबर्स पर फ़ोन मिलाती हैं और सामने से आवाज़ आती है अस्सलाम-आले-कुम। फ़ोन करने वाली औरत बोलती है कि मुझे अपने पति और सास को काबू में करना है। मुस्लिम तांत्रिक बोलता है की इस कार्य के लिए आपको अजमेर या अन्य बताई जगह पर आना पड़ेगा। फ़ोन करने वाली औरत तय स्थान पर पहुच जाती है। मुस्लिम तांत्रिक संबंधित औरत से पूछता कि पति क्या कार्य करते हैं? औरत जवाब देती है कि वे एक बड़े व्यापारी है या बड़ी नौकरी पर हैं।
मुस्लिम तांत्रिक यही से बर्बादी की कहानी शुरू कर देता है। वह संबंधित औरत से बीस हज़ार के करीब रुपये माँग लेता है और उस औरत को अगले सप्ताह फिर आने को बोल देता है। वह औरत अगले सप्ताह फिर उसके पास पहुच जाती है। वह औरत से पूछता है कि क्या वह अपने पति को बता कर आई है? औरत ना में जवाब देती है। इसी मौके का फ़ायदा उठाकर वह तांत्रिक संबंधित औरत का शारीरिक शोषण करता है। उसे अपने चंगुल से बाहर निकलने ही नही देता। उसे आगे डराता है कि उसके घर में कोई बड़ा अपशकुन होने वाला है,इसके लिए उस औरत को किसी गाय की पूंछ या कान काटने के लिए बोल देता है और वह औरत यह पाप कर बैठती है।
जुलाई 2004 में लाखनमाजरा ग्राम हरियाणा में महम रोड पर एक मुस्लिम तांत्रिक के बहकावे में आकर एक परिवार ने दूसरे परिवार को बेरहमी काट दिया था। बच्चे, औरत यहां तक कि वृद्धों को भी बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था। न जाने कितने परिवारों को इन मुस्लिम तंत्रिकों ने बर्बाद कर दिया। मुस्लिम तांत्रिक उसे आगे डराता है कि उसके घर में बुरा साया है।
इसके लिए औरत को हाइवे के ऊपर एक पीर या सैय्यद बनाना पड़ेगा। परिणामस्वरूप औरत वैसा ही करती है
साभार 
(एक जागरुक भारतीय)
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