आज का पंचाग आपका राशि फल, भारत के चार धाम बारह ज्योतिर्लिंग और इक्यावन शक्ति पीठ, कालसर्प योग, राहू की महादशा, नागदोष से मुक्ति प्रदान करने वाले स्थान

भारत के प्रमुख तीर्थ!

51 शक्ति पीठ,

12 ज्योतिर्लिंग,

7 सप्तपुरी और

4 धाम

हमारा देश भारत में यूँ तो अनेकों तीर्थ है पर इनमें जो सबसे प्रमुख माने जाते है वो है इक्यावन शक्ति पीठ, बारह ज्योतिर्लिंग, सात सप्तपुरी और चार धाम।

पुराणों के अनुसार इन्हीं 12 जगहों पर भगवान शिव स्वयं प्रकट हुए।

1. सोमनाथ:–

यह शिवलिंग गुजरात के सौराष्ट्र में स्थापित है।

2. श्री शैल मल्लिकार्जुन:–

मद्रास में कृष्णा नदी के किनारे पर्वत पर स्थापित है श्री शैल मल्लिकार्जुन शिवलिंग।

3. महाकाल:–

उज्जैन में स्थापित महाकालेश्वर शिवलिंग, जहां शिवजी ने दैत्यों का नाश किया था।

4. ओंकारेश्वर ममलेश्वर:–

मध्यप्रदेश के धार्मिक स्थल ओंकारेश्वर में नर्मदा तट पर पर्वतराज विंध्य की कठोर तपस्या से खुश होकर वरदान देने यहां प्रकट हुए थे शिवजी। जहां ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग स्थापित हो गया।

5. नागेश्वर:–

गुजरात के दारूका वन के निकट स्थापित नागेश्वर ज्योतिर्लिंग।

6. बैद्यनाथ:–

झारखंड के देवघर में बैद्यनाथ धाम में स्थापित शिवलिंग।

7. भीमाशंकर:–

महाराष्ट्र की भीमा नदी के किनारे स्थापित भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग।

8. त्र्यंम्बकेश्वर:–

नासिक (महाराष्ट्र) से 25 किलोमीटर दूर त्र्यंम्बकेश्वर में स्थापित ज्योतिर्लिंग।

9. घुष्मेश्वर:–

महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में एलोरा गुफा के समीप वेसल गांव में स्थापित घुष्मेश्वर ज्योतिर्लिंग।

10. केदारनाथ

हिमालय का दुर्गम केदारनाथ ज्योतिर्लिंग। उत्तराखंड में स्थित है।

11. विश्वनाथ

बनारस के काशी विश्वनाथ मंदिर में स्थापित विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग।

12. रामेश्वरम्‌

त्रिचनापल्ली (मद्रास) समुद्र तट पर भगवान श्रीराम द्वारा स्थापित रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग।

7 सप्तपुरी

सनातन धर्म सात नगरों को बहुत पवित्र मानता है जिन्हें सप्तपुरी कहा जाता है।

1. अयोध्या,

2. मथुरा,

3. हरिद्वार,

4. काशी,

5. कांची,

6. उज्जैन

7. द्वारका

चारधाम:–

चारधाम की स्थापना आद्य शंकराचार्य ने की। उद्देश्य था उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम चार दिशाओं में स्थित इन धामों की यात्रा कर मनुष्य भारत की सांस्कृतिक विरासत को जाने-समझें।

1. बदरीनाथ धाम:–

कहां है- उत्तर दिशा में हिमालय पर अलकनंदा नदी के पास

प्रतिमा- विष्णु की शालिग्राम शिला से बनी चतुर्भुज मूर्ति। इसके आसपास बाईं ओर उद्धवजी तथा दाईं ओर कुबेर की प्रतिमा।

2. द्वारका धाम:–

कहां है- पश्चिम दिशा में गुजरात के जामनगर के पास समुद्र तट पर।

प्रतिमा- भगवान श्रीकृष्ण।

3. रामेश्वरम

कहां है- दक्षिण दिशा में तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में समुद्र के बीच रामेश्वर द्वीप।

प्रतिमा- शिवलिंग

4. जगन्नाथपुरी:–

कहां है- पूर्व दिशा में उड़ीसा राज्य के पुरी में।

प्रतिमा- विष्णु की नीलमाधव प्रतिमा जो जगन्नाथ कहलाती है। सुभद्रा और बलभद्र की प्रतिमाएं भी।

I 51 शक्तिपीठ:—

ये देश भर में स्थित देवी के वो मंदिर है जहाँ देवी के शरीर क़े अंग या आभूषण गीरे थे। 

सबसे ज्यादा शक्ति पीठ बंगाल में है।

 शक्तिपीठों के बारे में सम्पूर्ण जानकारी आप हमारे पिछले लेख 51 शक्ति पीठ पर प्राप्त कर सकते है।

बंगाल के शक्तिपीठ:–

1. काली मंदिर – कोलकाता

2. युगाद्या- वर्धमान (बर्दमान)

3. त्रिस्त्रोता- जलपाइगुड़ी

4. बहुला- केतुग्राम

5. वक्त्रेश्वर- दुब्राजपुर

6. नलहटी- नलहटी

7. नन्दीपुर- नन्दीपुर

8. अट्टहास- लाबपुर

9. किरीट- बड़नगर

10. विभाष- मिदनापुर

मध्यप्रदेश के शक्तिपीठ:–

12. हरसिद्धि- उज्जैन

13. शारदा मंदिर- मेहर

14. ताराचंडी मंदिर- अमरकंटक

तमिलनाडु के शक्तिपीठ:–

15. शुचि- कन्याकुमारी

16. रत्नावली- अज्ञात

17. भद्रकाली मंदिर- संगमस्थल

18. कामाक्षीदेवी- शिवकांची

बिहार के शक्तिपीठ:–

19. मिथिला- अज्ञात

20. वैद्यनाथ- बी. देवघर

21. पटनेश्वरी देवी- पटना

उत्तरप्रदेश के शक्तिपीठ:–

22. चामुण्डा माता- मथुरा

23. विशालाक्षी- मीरघाट

24. ललितादेवी मंदिर- प्रयाग

राजस्थान के शक्तिपीठ:–

25. सावित्रीदेवी- पुष्कर

26. वैराट- जयपुर

गुजरात के शक्तिपीठ:–

27. अम्बिक देवी मंदिर- गिरनार

11. भैरव पर्वत- गिरनार

आंध्रप्रदेश के शक्तिपीठ:–

28. गोदावरीतट- गोदावरी स्टेशन

29. भ्रमराम्बादेवी- श्रीशैल

महाराष्ट्र के शक्तिपीठ:–

30. करवीर- कोल्हापुर

31. भद्रकाली- नासिक

कश्मीर के शक्तिपीठ:–

32. श्रीपर्वत- लद्दाख

33. पार्वतीपीठ- अमरनाथ गुफा

पंजाब के शक्तिपीठ:–

34. विश्वमुखी मंदिर- जालंधर

उड़ीसा के शक्तिपीठ:–

35. विरजादेवी- पुरी

हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठ:–

36. ज्वालामुखी शक्तिपीठ- कांगड़ा

असम के शक्तिपीठ:–

  • 37. कामाख्यादेवी- गुवाहाटी

मेघालय के शक्तिपीठ:–

38. जयंती- शिलांग

त्रिपुरा के शक्तिपीठ:–

39. राजराजेश्वरी त्रिपुरासुंदरी- राधाकिशोरपुर

हरियाणा के शक्तिपीठ:–

40. कुरुक्षेत्र शक्तिपीठ- कुरुक्षेत्र

41. कालमाधव शक्तिपीठ- अज्ञात

नेपाल के शक्तिपीठ:–

42. गण्डकी- गण्डकी

43. भगवती गुहेश्वरी- पशुपतिनाथ

पाकिस्तान के शक्तिपीठ:–

44. हिंगलाजदेवी- हिंगलाज

श्रीलंका के शक्तिपीठ:–

45. लंका शक्तिपीठ- अज्ञात

तिब्बत के शक्तिपीठ:–

46. मानस शक्तिपीठ- मानसरोवर

बांगलादेश के शक्तिपीठ:–

47. यशोर- जैशौर

48. भवानी मंदिर- चटगांव

49. करतोयातट- भवानीपुर

50. उग्रतारा देवी- बारीसाल

51 वीं पंचसागर शक्तिपीठ है। यह कहां स्थित है इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है।

 

कालसर्प योग, राहू की महादशा, नागदोष से मुक्ति प्रदान करने वाले स्थान

पं वेद प्रकाश तिवारी ज्योतिष एवं हस्तरेखा विशेषज्ञ

9919242815 निशुल्क परामर्श उपलब्ध

काल सर्प योग, राहु की महादशा, नागदोष से मुक्तिप्रदाता तक्षक तीर्थ ताक तीर्थ संपूर्ण सर्प जाति के स्वामी का स्थान होने के कारण काल सर्प योग, राहु की महादशा, नाग दोष से मुक्ति दायक तीर्थ तीर्थ राज प्रयाग कहलाता है। इस स्थान पर काल सर्प योग निवारण हेतु किए जाने वाले अनुष्ठान दोष निवारक होते हैं।

 एक पौराणिक आख्यान में तक्षक तीर्थ के माहात्म्य का वर्णन करते कहा गया है कि इस चराचर जगत में यह पंचमुखों में से पंच तत्व की सत्यता को प्रमाणित कर रहा है। नाग तीर्थ जो जाता है, पृथ्वी पर ख्याति अर्जित करता है। संपूर्ण सर्प जाति के स्वामी का स्थान होने के कारण इसे नाग तीर्थ भी कहा जाता है।नाग वासुकी मंदिर दारा गंज प्रयाग में स्थित है 

 काल सर्प योग की शांति वैसे तो अनेक स्थानों पर होती है जैसे आंध्र प्रदेश में काल हस्ती, प्रयागराज में तक्षक तीर्थ आदि।

किंतु इन सब स्थानों में तक्षक तीर्थ पर पूजा अर्चना व इसकी शांति का अति विशेष महत्व है। अवतरित प्रयाग माहात्मय के 82 वें अध्याय में कहा गया है;

सर्वेस्यां शुक्ल पंचम्यां मार्गशीर्ष श्रावण्यों परं या स्नात्वा तक्षके कुण्डें विषवाधानः तत्कुले। तत्कुर्तीत स्नानदान् अपादिक तक्षकेश्वर पूजायं धनवान्स भवेत्सदा।।

 

अर्थात सभी मासों की शुक्ल पक्ष की पंचमी, विशेषकर मार्ग शीर्ष पौष माषऔर श्रावण मास की पंचमी, या षष्ठी को तक्षक कुंड में स्नान कर तक्षकेश्वर के पूजन, दान, जपादि करने से कुल विष बाधा से तो मुक्त होता ही है,

 साथ ही धनवान और सांसारिक सुखों को भी प्राप्त करता है।

 अतः काल सर्प योग की विशेष शांति के लिये तक्षक तीर्थ प्रयागराज (इलाहाबाद) में इसकी पूजा अर्चना करनी चाहिए ताकि इस प्रकार के शापित योग वाला जातक इस योग के दुष्परिणाम से बचकर जीवन में उन्नति और लाभ पाकर जीवन यापन कर सके।

 काल सर्प योग शांति तक्षक तीर्थ में ही क्यों? यह स्थान संपूर्ण सर्पजाति के स्वामी तक्षक का स्थान है। पौराणिक आख्यान इसकी पुष्टि करते हैं। तक्षक कलियुग के प्रमुख देवता हैं। तक्षक सांसारिक मोहमाया के प्रदाता हैं। सतयुग में शेषनाग, त्रेता में अनंतनाग, द्वापर में वासुकि और कलियुग में तक्षक प्रमुख हैं। तक्षक तीर्थ दर्शन मात्र से कुल विष बाधा से मुक्त होता है।

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉
🌄सुप्रभातम🌄
🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓
🌻रविवार, १६ जनवरी २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०७:१५
सूर्यास्त: 🌅 ०५:४२
चन्द्रोदय: 🌝 १६:०८
चन्द्रास्त: 🌜३०:५१
अयन 🌕 उत्तरायने (दक्षिणगोलीय
ऋतु: 🌫️ शिशिर
शक सम्वत: 👉 १९४३ (प्लव)
विक्रम सम्वत: 👉 २०७८ (आनन्द)
मास 👉 पौष
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 चतुर्दशी (२७:१८ तक)
नक्षत्र 👉 आर्द्रा (२६:०९ तक)
योग 👉 इन्द्र (१५:२१ तक)
प्रथम करण 👉 गर (१४:१० तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज (२७:१८ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 मकर
चंद्र 🌟 मिथुन
मंगल 🌟 धनु (उदित, पश्चिम, मार्गी)
बुध 🌟 मकर (अस्त, पश्चिम, वक्री)
गुरु 🌟 कुंम्भ (उदय, पूर्व, मार्गी)
शुक्र 🌟 धनु (उदित, पूर्व, वक्री)
शनि 🌟 मकर (उदय, पूर्व, मार्गी)
राहु 🌟 वृष
केतु 🌟 वृश्चिक
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०६ से १२:४८
अमृत काल 👉 १४:५९ से १६:४७
रवियोग 👉 ०७:१४ से २६:०९
विजय मुहूर्त 👉 १४:११ से १४:५३
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२९ से १७:५३
निशिता मुहूर्त 👉 २३:५९ से २४:५४
राहुकाल 👉 १६:२१ से १७:४०
राहुवास 👉 उत्तर
यमगण्ड 👉 १२:२७ से १३:४५
होमाहुति 👉 चन्द्र
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पृथ्वी (२७:१८ तक)
भद्रावास 👉 स्वर्ग (२७:१८ से)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम
शिववास 👉 भोजन में (२७:१८ श्मशान में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – उद्वेग २ – चर
३ – लाभ ४ – अमृत
५ – काल ६ – शुभ
७ – रोग ८ – उद्वेग
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – शुभ २ – अमृत
३ – चर ४ – रोग
५ – काल ६ – लाभ
७ – उद्वेग ८ – शुभ
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पश्चिम-दक्षिण (पान का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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मंगल धनु में १६:३० से, देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ११:०४ से दोपहर ०२:५९ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज २६:०९ तक जन्मे शिशुओ का नाम
आर्द्रा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (कु, घ, ङ, छ) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओं का नाम पुनर्वसु नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमश: (के) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मकर – ३१:११ से ०८:५२
कुम्भ – ०८:५२ से १०:१७
मीन – १०:१७ से ११:४१
मेष – ११:४१ से १३:१५
वृषभ – १३:१५ से १५:०९
मिथुन – १५:०९ से १७:२४
कर्क – १७:२४ से १९:४६
सिंह – १९:४६ से २२:०५
कन्या – २२:०५ से २४:२३
तुला – २४:२३ से २६:४४
वृश्चिक – २६:४४ से २९:०३
धनु – २९:०३ से ३१:०७
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पञ्चक रहित मुहूर्त
रज पञ्चक – ०७:१४ से ०८:५२
शुभ मुहूर्त – ०८:५२ से १०:१७
चोर पञ्चक – १०:१७ से ११:४१
रज पञ्चक – ११:४१ से १३:१५
शुभ मुहूर्त – १३:१५ से १५:०९
चोर पञ्चक – १५:०९ से १७:२४
शुभ मुहूर्त – १७:२४ से १९:४६
रोग पञ्चक – १९:४६ से २२:०५
शुभ मुहूर्त – २२:०५ से २४:२३
मृत्यु पञ्चक – २४:२३ से २६:०९
अग्नि पञ्चक – २६:०९ से २६:४४
शुभ मुहूर्त – २६:४४ से २७:१८
रज पञ्चक – २७:१८ से २९:०३
शुभ मुहूर्त – २९:०३ से ३१:०७
चोर पञ्चक – ३१:०७ से ३१:१३
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन भी आपको धनलाभ कराएगा। आज दिन भर शारीरिक एवं मानसिक स्फूर्ति बनी रहेगी जसका सीधा असर कार्यो में देखने को मिलेगा कम समय मे अन्य लोगो की तुलना में अधिक सफाई से काम करने पर सम्मानित होंगे। सरकार की तरफ से भी आज अप्रत्यक्ष लाभ हो सकता है। ऋण सम्बंधित दस्तावेज करने के लिए आज का दिन शुभ रहेगा। स्त्री पक्ष से आकस्मिक लाभ के योग है लेकिन इसके लिए थोड़े ताने सुनने के लिये तैयार रहे।संध्या के समय परिजनों के साथ उत्तम भोजन एवं मनोरंजन के अवसर मिलेंगे थोड़ी बहुत उद्दंडता को अनदेखा करें। लंबी यात्रा की योजना आज मन मे ही रह जायेगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन आपके अनुकूल रहेगा। स्वभाव से संतोषि रहेंगे जिससे किसी भी कार्य को देखभाल कर ही करेंगे जोखिम लेने से आज हानि भी हो सकती है। आज पारिवार में पुरानी कलह का समाधान होने से राहत अनुभव करेंगे। कार्य क्षेत्र पर आत्मविश्वाश के साथ अधूरे कार्य पूर्ण करेंगे लेकिन धन लाभ के लिये किसी की खुशामद करनी पड़ेगी तब जाकर खर्च अनुसार ही हो पायेगा। नविन योजना बनाने के लिए दिन उपयुक्त है फिर भी निवेश आज ना ही करें। व्यावसायिक यात्रा से थकान होगी। परिवारिक महत्त्वकांक्षाओ की पूर्ति करने पर ही आदर मिलेगा अन्यथा अनदेखी होगी। जलाशय से बचें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आपका आज का दिन आनंदपूर्वक बीतेगा। आज दिन भर स्वास्थ्य बना रहेगा लेकिन विपरीत लिंगीय और अनैतिक कार्यो के प्रति आकर्षण आज कुछ अधिक ही रहेगा विवेक से काम ले अन्यथा जहाँ से सम्मान मिलना है वहां आदर में कमी आ सकती है। आलस्य करने पर भी सहयोगियों की मदद से आपके कार्य निर्धारित रूप से योजना के अनुसार पूर्ण होंगे। नौकरी पेशा जातको को आज अतिरिक्त कार्य करना पडेगा इसके बदले कोई अतिरिक्त लाभ की आशा न रखे निराश होने पड़ेगा धन लाभ आज मुश्किल से ही होगा। आकस्मिक यात्रा के योग बनेंगे अंत समय मे टल भी सकते है। मित्र रिश्तेदारो के साथ उत्तम-भोजन सुख मिलेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपके लिए प्रतिकूल रहने से आपका स्वास्थ्य अचानक बिगड़ सकता है। दिन के आरंभ से ही कार्य के प्रति उत्साह की कमी रहेगी। नौकरी व्यवसाय में लाभ के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ेगाफिर भी कार्यो में विलम्ब हताशा बढ़ायेगा। फिजूल एवं आकस्मिक खर्च परेशान करेंगे। पूर्व में लिए निर्णय के कारण ग्लानि अनुभव होगी स्वयजनो के विरोध का सामना करना पड़ेगा। महत्त्वपूर्ण निर्णय फिलहाल टालना ही बेहतर रहेगा आज अनैतिक कार्यो से बचकर रहे सरकारी उलझनों में पड़ने की संभावना अधिक है। महिला वर्ग अन्य लोगो से तुलना ना करें मन दुखी होगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए शुभ फलदायक रहेगा। आज आपकी दिनचार्य योजना बद्ध नही रहेगी जो भी कार्य करेंगे उसमे कोई न कोई टांग अड़ायेगा हताशा को जगह ना दे लक्ष्य पर ध्यान दे तो लाभ अवश्य मिलेगा।आज कोई पुरानी परेशानी किसी रिश्तेदार की सहायता से कम होगी। मध्यान बाद कार्य व्यवसाय में अचानक गति आने से आर्थिक स्थिति सुधरेगी लेकिन धन संग्रह बड़ी मुश्किल से ही हो सकेगा। नौकरी पेशा जातक आज अपने कार्य के लिए सम्मानित होंगे। ससुराल पक्ष से आकस्मिक लाभ की संभावना है। सामाजिक समारोह को लेकर परिवार में सुख का वातावरण रहेगा। शारीरिक स्वास्थ्य में कमी आएगी थकान दर्द की समस्या से ग्रस्त रहेंगे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिये कार्यसफलता वाला रहेगा बीते दिनों से जिस कार्य को लेकर भागदौड़ कर रहे थे आज उसके पूर्ण होने से आय के नए मार्ग खुलेंगे। आज जिस भी नए कार्य में हाथ डालेंगे उसमे किसी का सहयोग समय पर मिलने से सफलता मिलेगी। किसी नजदीकी के सहयोग से नए अनुबंध मिलेंगे। भाई-बहनों से आज संबंधो में निकटता का अनुभव करेंगे फिर भी छोटी मोटी बातो को अनदेखा करना ही बेहतर रहेगा। दूर रहने वाले परिजनों से शुभ समाचार मिलेंगे अविवाहितों के लिये विवाह के प्रस्ताव आएँगे लेकिन जल्दबाजी में निर्णय ना ले। यात्रा से लाभ होगा। सेहत कुछ समय के लिये खराब होगी स्वतः ठीक भी हो जाएगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपको मिश्रित फल प्रदान करेगा। आज कार्य व्यस्तता अधिक रहने से थकान एवं शारीरिक शिथिलता अनुभव होगी आज जिस कार्य को करना चाहेंगे उसमे कोई न कोई व्यवधान आएगा आध्यात्म में रुचि होने पर भी मन कही और भटकने पर शान्ति नही मिलेगी। आज विशेषकर मित्रमंडली में बैठने पर आचार विचार का ठीक से पालन करें दबाव में आकर अनैतिक कार्य करने पड़ेंगे बाद में पछतावा होगा। कार्य क्षेत्र पर अधीनस्थों के रूखे व्यवहार से हानि हो सकती है शेयर के काम में घाटा हो सकता है धन का निवेश देखभाल कर करें। संध्या के समय आकस्मिक लाभ से राहत मिलेगी। शरीर छूट पुट समस्या को छोड़ सामान्य बना रहेगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए प्रतिकूल फलदायक रहेगा। शारीरिक रूप से दिन उतार चढ़ाव वाला रहेगा सेहत पल पल में बनती बिगड़ती रहने से कार्यो के प्रति उत्साह नही बना पाएंगे कार्य क्षेत्र पर कोई पुरानी समस्या फिर बनेगी। नयी व्यवस्था लागू करने की कोशिश असफल होगी। परिश्रम अधिक रहेगा इसके तुलना में लाभ आज कम ही होगा। परिजनों का मीठा व्यवहार भी आज अटपटा और स्वार्थी लगेगा फिर भी विवेक का परिचय दें अकारण क्रोध से बचे। नौकरी पेशाओ को भी आज कार्य क्षेत्र पर संघर्ष करना पड़ेगा हित शत्रुओ से सावधान रहें पीठ पीछे चुगली कर हानि पहुचा सकते है। यात्रा से बचे सन्धा के समय समारोह में जाना पड़ेगा खान पान संतुलित रखें।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
व्यापारिक दृष्टिकोण से आज का दिन आपको शुभफलदायक रहेगा। कार्य क्षेत्र पर सुव्यवस्था रहने से लोगो को शीघ्र आकर्षित कर लेंगे अन्य लोगो की तुलना में आपका काम अधिक पसंद किया जाएगा। विरोधी भी आज आपके निर्णय क्षमता की प्रशंसा करेंगे। लटके सरकारी कार्यो में सफलता मिलने से राहत मिलेगी इसके लिये खर्च भी करना पड़ेगा। जमीन या अचल संपत्ति सम्बंधित सौदे आज ना करें धन फंस सकता है। संध्या का समय अत्यंत खर्चीला रहेगा अनिच्छित वस्तुओ पर खर्च होगा। रिश्तेदारी के किसी आयोजन में सम्मिलित होने के लिये अन्य कार्यो में बदलाव करना पड़ेगा। सेहत को लेकर थोड़े आशंकित रहेंगे।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिये मिला-जुला फल देगा। दिन के आरंभिक भाग में सुस्ती रहेगी मध्यान के समय ही कार्यो को थोड़ी बहुत गंभीरता से लेंगे कार्य क्षेत्र पर अधिक परिश्रम करना पड़ेगा फिर भी लाभ के लिए संध्या तक प्रतीक्षा करनी पड़ेगी। मध्यान के बाद आकस्मिक धनलाभ होने से आर्थिक स्थिति सुधरेगी लेकिन आज व्यवसायी वर्ग भावनाओ में बहकर उधारी के व्यवहारों से बचे अन्यथा आगे आर्थिक संकट का सामना करना पड़ेगा। सांध्य का समय सार्वजनिक क्षेत्र पर सम्मान मिलने से मन को संतोष होगा मित्र रिश्तेदारी में खर्च को लेकर परिवार में बहस हो सकती है। सेहत आज कुछ नरम रहने पर भी परवाह नही करेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपको मध्यम फलदायक रहेगा। प्रातः काल से ही स्वास्थ्य सामान्य रहने पर भी आलस्य अधिक रहेगा। लाभ पाने के लिए आज अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। बुद्धि विवेक की प्रचुर मात्रा रहने पर भी कम समय मे ज्यादा मुनाफा कमाने का प्रलोभन दिमाग मे लगा रहेगा लेकिन किसी लोभ में आकर अनैतिक कार्य ना करें हानि हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर जब भी लाभ की संभावना बनेगी तभी सहकर्मी अथवा किसी अन्य का गलत मार्गदर्शन उलझन में डालेगा इसलिये आज स्वयं के निर्णय पर ही भरोसा करें।दाम्पत्य जीवन में मतभेद उभरेंगे महिलाए असंतुष्ट ही रहेंगी। यात्रा से मध्यम लाभ होगा।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिए अशांत रहेगा। दिन के पहले भाग में ही किसी परिजन या रिश्तेदार से तीखी झड़प होने के आसार बनेंगे आपका स्वभाव शांत रहेगा लेकिन व्यवहार की लापरवाही कलह कराएगी जिससे दिन भर अशांति, बेचैनी रहेगी। माता पिता से भी मतभेद उभरेंगे किसी परिजन की बीमारी पर खर्च होगा। कार्य क्षेत्र पर आज समय पर सहयोग नही मिलेगा लोग केवल आश्वासन देकर टालने के प्रयास करेंगे आर्थिक कारणों से भी किसी से बहस होने की संभावना है।सामाजिक कार्य मे वादा करने के बाद भी अधिक योगदान नहीं दे पाने से मान हानि हो सकती है। संध्या के समय अल्प लाभ होगा।
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〰〰〰〰〰🙏राधे राधे🙏