
𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝
*श्री हरिहरो*
*विजयतेतराम*
*🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*
🗓 आज का पञ्चाङ्ग 🗓
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*_शुक्रवार, ३ फरवरी २०२३_*
सूर्योदय: 🌄 ०७:०८
सूर्यास्त: 🌅 ०५:५७
चन्द्रोदय: 🌝 १५:४०
चन्द्रास्त: 🌜३०:२२
अयन🌖उत्तरायणे(दक्षिणगोलीय
ऋतु: 🎄 शिशिर
शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)
मास 👉 माघ
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 त्रयोदशी (१८:५७
से चतुर्दशी)
नक्षत्र 👉 पुनर्वसु(पूर्ण रात्रि)
योग 👉 विष्कुम्भ (१३:०२
से प्रीति)
प्रथम करण👉तैतिल(१८:५७तक
द्वितीय करण👉गर(पूर्ण रात्रि)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
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सूर्य 🌟 मकर
चंद्र 🌟 कर्क (२६:३१ से)
मंगल🌟वृष(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟धनु(उदित,पूर्व,मार्गी)
गुरु🌟मीन(उदित,पूर्व,मार्गी)
शुक्र🌟कुम्भ(उदित,पश्चिम)
शनि🌟कुम्भ(अस्त,पश्चिम,मार्गी)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
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अभिजित मुहूर्त 👉 १२:०९ से १२:५२
अमृत काल 👉 ३०:३५ से ०८:२२ बजे
सर्वार्थसिद्धि योग 👉 पूरे दिन
रवियोग 👉 पूरे दिन
विजय मुहूर्त 👉 १४:१९ से १५:०२
गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:५३ से १८:१९
सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:५५ से १९:१४
निशिता मुहूर्त 👉 २४:०४ से २४:५७
राहुकाल 👉 ११:१० से १२:३१
राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व
यमगण्ड 👉 १५:१३ से १६:३४
होमाहुति 👉 चन्द्र
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पृथ्वी (१८:५७ तक)
चन्द्रवास 👉 पश्चिम (उत्तर २६:३२ से)
शिववास 👉 नन्दी पर (१८:५७ से भोजन में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – चर २ – लाभ
३ – अमृत ४ – काल
५ – शुभ ६ – रोग
७ – उद्वेग ८ – चर
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – रोग २ – काल
३ – लाभ ४ – उद्वेग
५ – शुभ ६ – अमृत
७ – चर ८ – रोग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
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उत्तर-पश्चिम (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
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प्रदोष व्रत, विश्वकर्मा-गुरुगोरख नाथ जयन्ती चूड़ाकर्म संस्कार+नीव खुदाई एवं गृहारम्भ+गृहप्रवेश+उद्योग मशीनरी आरम्भ+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:१५ से ११:१९ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त दोपहर १२:४१ से ०२:०३ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज ३१:१५ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूनर्वसु नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (के, को, ह, ही) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
मकर – ३०:०१ से ०७:४२
कुम्भ – ०७:४२ से ०९:०८
मीन – ०९:०८ से १०:३१
मेष – १०:३१ से १२:०५
वृषभ – १२:०५ से १४:००
मिथुन – १४:०० से १६:१५
कर्क – १६:१५ से १८:३६
सिंह – १८:३६ से २०:५५
कन्या – २०:५५ से २३:१३
तुला – २३:१३ से २५:३४
वृश्चिक – २५:३४ से २७:५३
धनु – २७:५३ से २९:५७
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०७:०६ से ०७:४२
मृत्यु पञ्चक – ०७:४२ से ०९:०८
अग्नि पञ्चक – ०९:०८ से १०:३१
शुभ मुहूर्त – १०:३१ से १२:०५
मृत्यु पञ्चक – १२:०५ से १४:००
अग्नि पञ्चक – १४:०० से १६:१५
शुभ मुहूर्त – १६:१५ से १८:३६
रज पञ्चक – १८:३६ से १८:५७
शुभ मुहूर्त – १८:५७ से २०:५५
चोर पञ्चक – २०:५५ से २३:१३
शुभ मुहूर्त – २३:१३ से २५:३४
रोग पञ्चक – २५:३४ से २७:५३
शुभ मुहूर्त – २७:५३ से २९:५७
मृत्यु पञ्चक – २९:५७ से ३१:०६
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज भी परिस्थितियां आपके अनुकूल रहने से लाभ के कई अवसर मिलेंगे परन्तु अज्ञान की स्थिति अथवा गलत सलाह के कारण लाभ होना संदिग्ध ही रहेगा। के दिनों से टलरहा बहु प्रतीक्षित अति महत्त्वपूर्ण कार्य पूरा होगा। धन लाभ रुक-रुक कर होने से संचय नही कर पाएंगे। घर में सुख के साधनों की वृद्धि होगी इस पर अधिक खर्च भी रहेगा। कार्य व्यवसाय में नए सम्बन्ध बनने से अतिरिक्त आय के मार्ग भी खुलेंगे। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति से आज पीछे नहीं हटेंगे। सेहत को लेकर कुछ समय के लिये भी की स्थिति बन सकती है।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन धन की कमी रहने पर भी खुश रहने का सफल प्रयास करेंगे। संतोषी स्वभाव आज व्यर्थ के झंझट से बचाएगी लेकिन महिलाए एक बार जिद पकड़ लेंगी तो उसे पूरा कराकर ही मानेगी। घर मे बुजुर्ग परिजनों से भावनात्मक सम्बन्ध रहने से मन को शान्ति मिलेगी। परन्तु आज प्रेम प्रसंगों से दूरी बनाना ही बेहतर रहेगा अन्यथा धन और पारिवारिक मान हानि हो सकती है। किसी मांगलिक आयोजन में जाने के कारण अतिरिक्त खर्च करना पड़ेगा फिर भी आनंददायक वातावरण मिलने से खर्च व्यर्थ नहीं लगेगा। स्त्री पक्ष से विशेष निकटता रहेगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज दिन का प्रारंभिक भाग आलस्य में खराब होगा इसके बाद का समय लापरवाह रहने के बाद भी सुख-शांति से बितायेंगे। कोई मनोकामना पूर्ति होने से मन खुश रहेगा आसपास का वातावरण भी हास्यमय बनाएंगे। मित्र प्रियजनों के साथ भविष्य की योजनाओं पर खुल कर विचार करेंगे। दोपहर के समय स्थिति कुछ समय के लिये परेशानी वाली बनेगी। किसी मनोकामना के अपूर्ण रहने से ठेस पहुंचेगी इससे उबरने में भी थोड़ा समय लगेगा। आज स्वभाव में ज्यादा खुलापन भी ना रखें मन का भेद अन्य को देने से हानि भी हो सकती है। परिजनों से लाभ होने की संभावना है। स्वास्थ्य संबंधित छोटी मोटी समस्या लगी रहेगी।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आपको प्रत्येक कार्य में सावधानी रखने की सलाह है। जल्दबाजी में लिए गए निर्णय के कारण धन के साथ सम्मान की भी हानि हो सकती है। कार्य क्षेत्र पर अप्रिय घटनाओं के कारण दुविधा की स्थिति बनेगी व्यवसायी वर्ग बना बनाया अनुबंध अचानक निरस्त होने से परेशान हो सकते है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन निराश करेगा आवश्यकता के समय उधार भी नही मिलेगा। घर मे भी किसी पारिवारिक सदस्य के गलत आचरण से मन दुखी रहेगा मन में गलत विचार की भरमार रहने से सेहत पर बुरा असर पड़ेगा। सर अथवा अन्य शारीरिक अंग निष्क्रिय होते अनुभव होंगे। धैर्य से दिन बिताएं।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज दिन का अधिकांश भाग आशा से अधिक शुभ रहेगा। आज के दिन आकस्मिक घटनाएं अधिक घटित होंगी चाहे वो आर्थिक या पारिवारिक हों परिणाम लेदेकर आपके पक्ष में ही रहेगा। नौकरी पेशा जातको को भी आज मेहनत का फल मिलेगा सम्मान में वृद्धि के साथ आय के मार्ग खुलेंगे। बेरोजगारों को थोड़ा प्रयास करने पर रोजगार उपलब्ध हो सकता है। लेकिन आज आपका हाथ खुला रहने और खर्च भी अचानक होने से थोड़ी असहजता रहेगी परन्तु स्थिति पूर्ण रूप से आपके नियंत्रण में ही रहेगी। भाग्योन्नति के योग बनेगे। परिवार में प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। सेहत मे सुधार रहेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन शुभफलदायक रहने वाला है। लेकिन दोपहर तक जिस भी कार्य को करेंगे उसका कोई निष्कर्ष नही मिलने पर कुछ समय के लिये असमंजस में पड़ेंगे। मध्यान बाद परिस्थिति में अकस्मात बदलाव आएगा। धन लाभ भी अचानक ही होगा। आज किसी व्यक्ति का ना चाहते हुए भी सहयोग अथवा कोई अप्रिय कार्य करना पडेगा। परिवार में आपसी मतभेद रहने से तालमेल नहीं बैठा पाएंगे। एकदम से ख़ुशी अगले ही पल दुःख वाली स्थिति दिन भर रहेगी। धन लाभ अवश्य होगा लेकिन मनोदशा में विकृत आ सकती है। खर्च करने में कृपणता दिखाएंगे। सेहत पर ध्यान दें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज भी दिन का अधिकांश समय शांति से व्यतीत होगा। थोड़ी आर्थिक परेशानियां रह सकती है परंतु आज आप मानसिक रूप से दृढ़ रहेंगे। जिस भी कार्य को करने की ठानेंगे उसे हानि-लाभ की परवाह किये बिना पूर्ण करके छोड़ेंगे। मध्यान के समय कार्य क्षेत्र पर अन्य व्यक्ति की दखलंदाजी से थोड़ी परेशानी एवं बहस हो सकती है। सामूहिक आयोजन में सम्मिलित होने का अवसर भी मिलेगा आपकी बुद्धि विवेक की प्रशंसा होगी फिर भी आज आप बाहर की अपेक्षा घर में समय बिताना पसंद करेंगे। घर का वातावरण भविष्य को लेकर थोड़ा चिंतित बनेगा संध्या के आसपास कोई शुभ समाचार मिल सकता है। आंख गले संबंधित समस्या होने की संभावना है।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज भी दिन विपरीत फल देने वाला रहेगा। स्वयं अथवा किसी पारिवारिक सदस्य का स्वास्थ्य अचानक खराब होने के कारण व्यर्थ की चिंता रहेगी दवाओं पर खर्च बढ़ेगा। कार्य क्षेत्र पर परिश्रम के अनुसार ही लाभ मिलेगा कम समय दे पाने के कारण नए कार्य विस्तार के विचार को टालना पड सकता है। सरकारी कार्यो में भी धन खर्च होने से आर्थिक कारणों से चिंता रहेगी परन्तु मध्यान के आस-पास थोड़े धन की आमद होने से दैनिक कार्य चलते रहेंगे। मध्यान से संध्या के बीच कोई दुखद समाचार मिलने की संभावना है। आज परिस्थितियां विपरीत रहने पर भी परिवार में तालमेल बना रहेगा।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज दिन का पूर्वार्ध नयी उलझने लाएगा। हठी प्रवृति रहने से व्यापार में हानि एवं प्रियजनों से दूरी बढ़ सकती है आज किसी भी बात की प्रतिक्रिया देने से पहले ठीक से सोचकर ही बोले अन्यथा मामूली बात का बतंगड़ बनते देर नही लगेगी। घरेलू अथवा कार्य क्षेत्र पर महत्त्वपूर्ण कार्य को अनुभवियों के परामर्श के बाद ही करें या थोड़े समय के लिए टाल दें। नौकरों के व्यवहार से भी परेशानी हो सकती है। दोपहर के बाद स्थिति धीरे-धीरे नियंत्रण में आने लगेगी। आपके लिए निर्णय सफल होने से प्रातः जो आपसे विपरीत व्यवहार कर रहे थे वो भी स्वार्थ सिद्धि करने लगेंगे। आकस्मिक धन लाभ होने से राहत मिलेगी।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आपका आज का दिन मिश्रित फलदायक रहेगा। कार्यो की असफलता अथवा किसी महत्त्वपूर्ण अनुबंध के निरस्त होने से स्वभाव में चिड़चिड़ा पन आ सकता है। मध्यान तक वाणी का रूखापन रहेगा जिससे कार्य क्षेत्र एवं घर का वातावरण बिगाड़ेगा। इसके बाद विवेक से कार्य करेगें धार्मिक गतिविधियों में शामिल होने से मानसिक दृढ़ता बढ़ेगी। दोपहर के बाद किसी प्रतिष्ठित व्यक्ति से सहयोग मिलने की संभावना है। आज कोई नया कार्य अथवा संकलन में धन का निवेश करने से बचें धन नाश होने के प्रबल योग है इसका भी ध्यान रखे है। दोपहर के आस पास से स्वास्थ्य में भी उतार चढ़ाव बनेगा। घर के सदस्य आपसे किसी न किसी कारण से नाराज रहेंगे। सेहत में कोई नए छोटे मोटे विकार आ सकते है।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आप सब सुविधा मिलने के बाद भी उदासीनता युक्त जीवन जीयेंगे। महात्त्वकांक्षाये आज अन्य दिनों की तुलना में बढ़ी हुई रहेंगी निनके पूर्ण ना होने पर अंदर से मन दुखी रहेगा फिर भी इसका प्रदर्शन नही करेंगे। मध्यान बाद पेट सम्बंधित शिकायत रहने एवं अन्य शारीरिक कष्ट के कारण शरीर शिथिल रहेगा। कार्य क्षेत्र पर मन के अनुसार कार्य नहीं होंगे। कार्यो में विलम्ब के कारण परेशानियां होंगी। सरकारी कार्यो में भी अल्प सफलता मिलेगी। आस पास का वातावरण भी विरोधाभासी रहने से मन में वैराग्य उत्पन्न होगा। आध्यत्म के प्रति अधिक रुचि दिखाएँगे। परिजनों से शिकायत रहेगी। धन प्राप्ति के लिए संघर्ष करना पड़ेगा।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आपकी महात्त्वकांक्षाओ की पूर्ती में थोड़ा सा भी विलंब होने पर धैर्य ना रहने पर हताशा में उटपटांग बयानबाजी कर सकते है। आज के दिन परिश्रम के साथ धैर्य भी रखना पड़ेगा तभी दिन से सार्थक फल पा सकते है। कार्य क्षेत्र पर अधिकारी एवं सहकर्मी सहयोग करेंगे निश्चित समय से पहले कार्य पूर्ण कर घरेलु कार्यो के कारण कुछ समय के लिये असहजता बनेगी। मध्यान बाद से स्थिति लाभजनक बनने लगेंगी। धार्मिक गतिविधियों में भी सक्रियता दिखाएँगे। आज आप किसी भी प्रकार के अनैतिक कार्यो से खुद को दूर रखने का हर संभव प्रयास करेंगे जिससे सम्मान के पात्र बनेंगे। धन लाभ विलंब से ही सही लेकिन होह जरूर। सेहत गले छाती संबंधित समस्या हो सकती है।
ये शिला 6 करोड़ वर्ष प्राचीन है। इन शिलाओं की तपस्या सफल हुई वे नेपाल की गंडकी नदी से अयोध्या पंहुंची हैं। अयोध्या जी में उत्सव का वातावरण है क्योंकि राम लला सदियों पश्चात अपने धाम पधार रहे हैं।
नेपाल की गंडकी नदी से छ करोड़ वर्ष से साधनारत शालिग्राम प्रकट हुए हैं।
ये शिलाएं तप एवं भक्ति में 6 करोड़ वर्ष साधनारत थे। अ राम मंदिर के गर्भगृह के लिए सीताराम की मूर्ति बनाई जाएगी।
जब नेपाल से शालिग्राम ने राम होने की यात्रा शुरू की, तो रामभक्तों का समुद्र सड़क किनारे लगने लगा और देखने लगी…कि किस भाग्यवान के हिस्से में राम होना लिखा है और लंबी प्रतीक्षा के बाद शालिग्राम शिला से राम होना है। उसके उस स्वरूप को विह्वल चक्षु देखने को आतुर हैं।
बूढ़े-बुजुर्ग अपनी पीढ़ियों को बता रहे हैं आँखें इन पलों को देखने के लिए व्याकुल थी। न जाने कितनी आँखें इस घड़ी की प्रतीक्षा में सो गई। उन्हें राम को जाते देखना न लिखा था। देखो, राम जा रहे है और अयोध्या जी में विश्व के सबसे बड़े धाम में विराजमान होंगे।
युवा इन दृश्यों को समेटकर अपनी सबसे बड़ी विरासत में जोड़ लेंगे और आने वाली पीढ़ियों को बतलाएँगे कि शालिग्राम को जाते व राम होते, अपनी आँखों से देखा था।
मेरे राम यही होकर पधारे और विश्राम को ठहरे थे, हमने उन्हें स्पर्श किया।
तुम जिन्हें देख रहे हो वो राम हैं।
हमने उन्हें राम होते देखा था, इन आँखों ने जीवन का सबसे सुखद पल संभालकर रखा हुआ है। ताकि तुन्हें अपनी विरासत सौंप सके। राम को देखने लोग घरों से निकल आए, किसी ने आमंत्रित नहीं किया ना किसी से निमंत्रण दिया लेकिन श्रध्दालुओं का मेला लग रहा है।
बस अपने प्रभु के पधारने की आहट से पहचान गए कि उनके प्रभु अयोध्याजी के लिए निकल रहे है और कभी भी उनके द्वार से होकर गुजर सकते है। उनके स्वागत में हजारों की संख्या में श्रदालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा। आखिर राम जाते कौन न देखना चाहेगा।
उन शिलाओं ने न जाने कितनी तपस्या की होगी, कि स्वयं प्रभु श्रीराम मिले….उनका कद भी अयोध्याजी के मुकाबले रहा होगा। क्योंकि दोनों में राम बसे है, सारे जग में राम हैं ।
भगवान राम का मंदिर वास्तव में इतना विराट सपना था जो पूरा हो रहा है… भगवान सब पूर्व नियोजित कर के रखे थे… अब उनका घर बन रहा है।
समृद्ध शक्तिशाली भारत में सनातनियों में एकता होती तो न उस समय नालंदा जला होता और न आज श्रीरामचरित मानस
गौर ये कीजिए कि रामचरितमानस किसी विधर्मी ने नहीं हिंदूरूपी विधर्मी मानसिकता से ग्रसित क्रिप्टो ने जलाई है।
यदि हमारे पूर्वजो को हवाई जहाज बनाना नहीं आता, तो हमारे पास “विमान” शब्द भी नहीं होता।
यदि हमारे पूर्वजों को Electricity की जानकारी नहीं थी, तो हमारे पास “विद्युत” शब्द भी नहीं होता।
यदि “Telephone” जैसी तकनीक प्राचीन भारत में नहीं थी तो, “दूरसंचार” शब्द हमारे पास क्यो है।
Atom और electron की जानकारी नहीं थी तो अणु और परमाणू शब्द कहा से आए।
Surgery का ज्ञान नहीं था तो, “शल्य चिकितसा” शब्द कहा ये आया।
विमान, विद्युत, दूरसंचार , ये शब्द स्पष्ट प्रमाण है, कि ये तकनीक भी हमारे पास थी।
फिसिक्स के सारे शब्द आपको हिन्दी में मिल जाएगे।
बिना परिभाषा के कोई शब्द अस्तित्व में रह नहीं सकता।
सौरमंडल में नौ ग्रह है व सभी सूर्य की परिक्रमा लगा रहे है, व बह्ममांड अनंत है, ये हमारे पूर्वजो को बहुत पहले से पता था। रामचरित्र मानस में काक भुशुंडि – गरुड संवाद पढिए, बह्ममांड का ऐसा वर्णन है, जो आज के विज्ञान को भी नहीं पता।
अंग्रेज जब 17-18 सदी में भारत आये तभी उन्होने विज्ञान सीखा, 17 सदी के पहले का आपको कोई साइंटिस्ट नहीं मिलेगा,
17 -18 सदी के पहले कोई अविश्कार यूरोप में नहीं हुआ, भारत आकर सीखकर, और चुराकर अंग्रेजो ने अविश्कार करे।
भारत से सिर्फ पैसे की ही लूट नहीं हुयी, ज्ञान की भी लूट हुयी है।
अनिल पंडित 🙏🙏🙏🙏
*भारत को वास्तव में बॉलीवुड ने दिया क्या है?*
1. बलात्कार गैंग रेप करने के तरीके।
2. विवाह किये बिना लड़का- लड़की का शारीरिक सम्बन्ध बनाना।
3. विवाह के दौरान लड़की को मंडप से भगाना
4. चोरी डकैती करने के तरीके।
5. भारतीय संस्कारों का उपहास उड़ाना।
6. लड़कियों को छोटे कपड़े पहने की सीख देना….जिसे फैशन का नाम देना।
7. दारू सिगरेट चरस गांजा कैसे पिया और लाया जाये।
8. गुंडागर्दी कर के हफ्ता वसूली करना।
9. भगवान का मजाक बनाना और अपमानित करना।
10. पूजा- पाठ ,यज्ञ करना पाखण्ड है व नमाज पढ़ना ईश्वर की सच्ची पूजा है।
11. भारतीयों को अंग्रेज बनाना।
12. भारतीय संस्कृति को मूर्खता पूर्ण बताना और पश्चिमी संस्कृति को श्रेष्ठ बताना।
13. माँ बाप को वृध्दाश्रम छोड़ के आना।
14. गाय पालन को मज़ाक बनाना और कुत्तों को उनसे श्रेष्ठ बताना और पालना सिखाना।
15. रोटी हरी सब्ज़ी खाना गलत बल्कि रेस्टोरेंट में पिज़्ज़ा बर्गर कोल्ड ड्रिंक और नॉन वेज खाना श्रेष्ठ है।
16. पंडितों को जोकर के रूप में दिखाना, चोटीरखना या यज्ञोपवीत पहनना मूर्खता है मगर बालों के अजीबो- गरीब स्टाइल (गजनी) रखना व क्रॉस पहनना श्रेष्ठ है उससे आप सभ्य लगते हैं।
17. शुद्ध हिन्दी या संस्कृत बोलना हास्य वाली बात है और उर्दू या अंग्रेजी बोलना सभ्य पढ़ा-लिखा और अमीरी वाली बात…
18. पुराने फिल्म्स मे कितने मधुर भजन हुआ करते थे, अब उसकी जगह अल्ला/मौला/इलाही जैसे गानो ने ली है, और हम हिंदू समाज भी हिXडो के जैसे उन गानो को लाखो की लाईक्स पकडा देते है, गुनगुनाते है; इससे ज्यादा और क्या विडंबना हो सकती है???
हमारे देश की युवा पीढ़ी बॉलीवुड को और उसके अभिनेता और अभिनेत्रियों का अपना आदर्श मानती है…..अगर यही बॉलीवुड देश की संस्कृति सभ्यता दिखाए ..तो सत्य मानिये हमारी युवा पीढ़ी अपने रास्ते से कभी नहीं भटकेगी…
ये पोस्ट उन हिन्दू छोकरों के लिए है जो फिल्म देखने के बाद गले में क्रॉस मुल्ले जैसी छोटी सी दाड़ी रख कर खुद को मॉडर्न समझते हैं हिन्दू नौंजवानों की रगो में धीमा जहर भरा जा रहा है।
#फिल्म_जेहाद
सलीम – जावेद की जोड़ी की लिखी हुई फिल्मों को देखें, तो उसमें आपको अक्सर बहुत ही चालाकी से हिन्दू धर्म का मजाक तथा मुस्लिम / ईसाई को महान दिखाया जाता मिलेगा. इनकी लगभग हर फिल्म में एक महान मुस्लिम चरित्र अवश्य होता है और हिन्दू मंदिर का मजाक तथा संत के रूप में पाखंडी ठग देखने को मिलते हैं।
फिल्म “शोले” में धर्मेन्द्र भगवान् शिव की आड़ लेकर हेमा मालिनी” को प्रेमजाल में फंसाना चाहता है, जो यह साबित करता है कि – मंदिर में लोग लडकियां छेड़ने जाते हैं. इसी फिल्म में ए. के. हंगल इतना पक्का नमाजी है कि – बेटे की लाश को छोड़कर, यह कहकर नमाज पढने चल देता है.कि- उसे और बेटे क्यों नहीं दिए कुर्बान होने के लिए.
“दीवार” का अमिताभ बच्चन नास्तिक है और वो भगवान् का प्रसाद तक नहीं खाना चाहता है, लेकिन 786 लिखे हुए बिल्ले को हमेशा अपनी जेब में रखता है। और वो बिल्ला भी बार बार अमिताभ बच्चन की जान बचाता है.
“जंजीर” में भी अमिताभ नास्तिक है और जया भगवान से नाराज होकर गाना गाती है लेकिन शेरखान एक सच्चा इंसान है.
फिल्म ‘शान” में अमिताभ बच्चन और शशिकपूर साधू के वेश में जनता को ठगते हैं, लेकिन इसी फिल्म में “अब्दुल” जैसा सच्चा इंसान है जो सच्चाई के लिए जान दे देता है.
फिल्म”क्रान्ति” में माता का भजन करने वाला राजा (प्रदीप कुमार) गद्दार है और करीमखान (शत्रुघ्न सिन्हा) एक महान देशभक्त, जो देश के लिए अपनी जान दे देता है.
अमर-अकबर-अन्थोनी में तीनों बच्चों का बाप किशनलाल एक खूनी स्मगलर है, लेकिन उनके बच्चों अकबर और एन्थॉनी को पालने वाले मुस्लिम और ईसाई महान इंसान हैं.
फिल्म “हाथ की सफाई” में चोरी – ठगी को महिमामंडित करने वाली प्रार्थना भी आपको याद ही होगी.
कुल मिलाकर आपको इनकी फिल्म में हिन्दू नास्तिक मिलेगा या धर्म का उपहास करता हुआ कोई कारनामा दिखेगा और इसके साथ साथ आपको शेरखान पठान, DSP डिसूजा, अब्दुल, पादरी, माइकल, डेबिड, आदि जैसे आदर्श चरित्र देखने को मिलेंगे।
हो सकता है आपने पहले कभी इस पर ध्यान न दिया हो लेकिन अबकी बार ज़रा ध्यान से देखना। केवल सलीम / जावेद की ही नहीं बल्कि कादर खान, कैफ़ी आजमी, महेश भट्ट, आदि की फिल्मो का भी यही हाल है।
फिल्म इंडस्ट्री पर दाउद जैसों का नियंत्रण रहा है. इसमें अक्सर अपराधियों का महिमामंडन किया जाता है और पंडित को धूर्त, ठाकुर को जालिम, बनिए को सूदखोर, सरदार को मूर्ख कामेडियन, आदि ही दिखाया जाता है.
“फरहान अख्तर” की फिल्म “भाग मिल्खा भाग” में “हवन करेंगे” का आखिर क्या मतलब था?
pk में भगवान् का रोंग नंबर बताने वाले आमिर खान क्या कभी अल्ला के रोंग नंबर 786 पर भी कोई फिल्म बनायेंगे ?
मेरा मानना है कि – यह सब महज इत्तेफाक नहीं है बल्कि सोची समझी साजिश के तहत है ,एक चाल है।
*दुख तो इस बात का है, के हम हिंदू ये पोस्ट पढकर करेंगे तो कुछ नही, लेकिन शेअर करने का भी कष्ट नही उठायेंगे!*..
……द्वारा सुनील भल्ला