आज का पंचाग आपका राशि फल, कैलाश पर्वत के दस रहस्य जिन्हें नासा भी नहीं समझ सका, शिमपोली में सुवर्णा चैरिटेबल ट्रस्ट के ‘धनकुंवरबेन बाबूभाई ढाकन अस्पताल’ और ‘रमाबेन प्रवीणभाई ढाकन कार्डियक सेंटर’ बनाने के पीछे समर्पित लोगों की तपस्या – डाॅ0 मोहन भागवत, भारतीय संस्कृति के लोग Academics में वामपंथियों से सदा पीछे ही रहेंगे!

 *श्री हरिहरौ**विजयतेतराम* *सुप्रभातम*

           *आज का पञ्चाङ्ग*

*_सोमवार, २४ जुलाई २०२३_*

सूर्योदय: 🌄 ०५:५१

सूर्यास्त: 🌅 ०७:१५

चन्द्रोदय: 🌝 ११:०४

चन्द्रास्त: 🌜२३:०१

अयन 🌖 दक्षिणायणे

(उत्तरगोलीय)

ऋतु: ⛈️ वर्षा

शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)

मास 👉 श्रावण(प्रथम, अधिक)

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि 👉 षष्ठी (१३:४२ से

सप्तमी)

नक्षत्र 👉हस्त(२२:१२ से चित्रा)

योग 👉शिव(१४:५२ से सिद्ध)

प्रथम करण👉तैतिल(१३:४२तक

द्वितीय करण👉गर(०२:३० तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 कर्क

चंद्र 🌟 कन्या

मंगल🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)

बुध🌟सिंह (उदय, पश्चिम, मार्गी)

गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शुक्र🌟सिंह (उदित, पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ

(उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:५१

अमृत काल 👉 १५:३६ से १७:२२

रवियोग 👉 ०५:३१ से २२:१२

विजय मुहूर्त 👉 १४:४१ से १५:३६

गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:१६ से १९:३६

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१६ से २०:१७

निशिता मुहूर्त 👉 ००:०३ से ००:४४

राहुकाल 👉 ०७:१४ से ०८:५७

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:४० से १२:२३

होमाहुति 👉 बुध (२२:१२ से शुक्र)

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्र वास 👉 दक्षिण

शिववास 👉 नन्दी पर (१३:४२ से भोजन में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल

३ – शुभ ४ – रोग

५ – उद्वेग ६ – चर

७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग

३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ

७ – अमृत ८ – चर

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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दक्षिण-पूर्व (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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बुध सिंह में २८:३१ से, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः १०:५३ से दोपहर ०३:४० तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २२:१२ तक जन्मे शिशुओ का नाम हस्त नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (ष, ण, ठ) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम चित्रा नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (पे, पो) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कर्क – ०५:०२ से ०७:२४

सिंह – ०७:२४ से ०९:४३

कन्या – ०९:४३ से १२:०१

तुला – १२:०१ से १४:२२

वृश्चिक – १४:२२ से १६:४१

धनु – १६:४१ से १८:४४

मकर – १८:४४ से २०:२६

कुम्भ – २०:२६ से २१:५१

मीन – २१:५१ से २३:१५

मेष – २३:१५ से ००:४९

वृषभ – ००:४९ से ०२:४३

मिथुन – ०२:४३ से ०४:५८

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०५:३१ से ०७:२४

रोग पञ्चक – ०७:२४ से ०९:४३

शुभ मुहूर्त – ०९:४३ से १२:०१

मृत्यु पञ्चक – १२:०१ से १३:४२

अग्नि पञ्चक – १३:४२ से १४:२२

शुभ मुहूर्त – १४:२२ से १६:४१

रज पञ्चक – १६:४१ से १८:४४

शुभ मुहूर्त – १८:४४ से २०:२६

चोर पञ्चक – २०:२६ से २१:५१

शुभ मुहूर्त – २१:५१ से २२:१२

रोग पञ्चक – २२:१२ से २३:१५

चोर पञ्चक – २३:१५ से ००:४९

शुभ मुहूर्त – ००:४९ से ०२:४३

रोग पञ्चक – ०२:४३ से ०४:५८

शुभ मुहूर्त – ०४:५८ से ०५:३१

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आपके लिये आज का दिन खर्चीला रहेगा। घरेलू सुख के साधनों एवं व्यवसाय में वृद्धि के लिये अधिक खर्च करना पड़ेगा परिजन आज सुबह से ही किसी जिद को लेकर नाराज रहेंगे खर्च करवा कर ही मानेंगे। व्यवसाय में भी किसी ना किसी कारण से खर्च लगे रहेंगे मध्यान तक का समय अस्त व्यस्त रहेगा जिस समय जो काम करना है उसे नही कर पाएंगे विलंब होने पर लाभ तो मिलेगा लेकिन आशाजनक नही। आज आपकी मानसिकता भी सुखोपभोग की अधिक रहेगी मनोरंजन मौज शौक पर आंख बंद कर खर्च करेंगे बाद में आर्थिक समस्या खड़ी होगी। घर मे किसी न किसी की सेहत को लेकर भी खर्च करना पड़ेगा। घर का वातावरण अनुकूल न रहने पर बाहर समय बिताना पसंद करेंगे।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आपका मन थोड़ा अशांत रहेगा दिन के आरंभ से ही जिस भी कार्य को करेंगे उसी में विलंब होगा मेहनत के अनुपात में अधिक लाभ की कामना रखेंगे मध्यान तक मन कार्यो को छोड़ अनर्गल विषयो में भटकेगा लेकिन मध्यान बाद स्वभाव में स्थिरता आएगी एक बार सफलता मिलने के बाद अधूरे कार्यो को जल्दबाजी में पूर्ण करेंगे फिर भी कार्यो में सफलता अवश्य मिलेगी। अपने कार्य छोड़ किसी अन्य की समस्या सुलझाने में समय खराब होगा लेकिन सामाजिक क्षेत्र पर सम्मान भी बढ़ेगा। नौकरी वाले लोग अतिरिक्त कार्य मिलने से असहज रहेंगे आज अतिरिक्त आय बनाने के चक्कर मे ना रहे अन्यथा हानि हो सकती है। परिजन आपसे काफी आशाएं लगाए है आज निराश ही होना पड़ेगा। जोड़ो में दर्द कमजोरी अनुभव होगी।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपके लिये अशुभ फलदायी रहेगा दिन के आरंभ से ही आर्थिक समस्या बेचैन करेगी आज स्वभाव खिन्न रहेगा अपनी कमियों या असफलता को अन्य के उपर थोपने से विवाद खड़ा होगा। घर की महिलाए सभी कार्य समय से करेंगी लेकिन आर्थिक मामलों को लेकर असंतोषी रहेगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर भी आज मान हानि के योग बन रहे है अपने काम से काम रखे बिना मांगे किसी को सलाह ना दे खास कर विपरीत लिंगियों से आवश्यकता पड़ने पर ही व्यवहार करें दिन शांति से गुजर सकता है। कार्य क्षेत्र पर धन लाभ अवश्य होगा लेकिन व्यवहारिकता की कमी के कारण कुछ ना कुछ अभाव भी बनेगा। निवेश करने से पहले अनुभवियों की सलाह अवश्य लें बुजुर्ग अनदेखी होने पर दुखी होंगे मानसिक तनाव को छोड़ स्वास्थ्य ठीक रहेगा।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन धन लाभ की प्रबल संभावनाए है लेकिन आज आपकी महात्त्वकांक्षाये बड़ी हुई रहेंगी आवश्यकता अनुसार धनलाभ बैठे बिठाये हो जाएगा लेकिन सब्र नही होगा अधिक पाने की लालसा मानसिक रूप से बेचैन रखेगी। दिन भर किसी ना किसी कार्य से व्यस्त रहेंगे कार्य क्षेत्र पर भी भाग दौड़ अधिक रहेगी परन्तु उसके अनुपात में सफलता नही मिल सकेगी। घरेलू एवं सार्वजिक कार्यो में रुचि नही रहने पर आपकी आलोचना हो सकती है। नौकरी वाले लोग जल्दी काम निपटा मनोरंजन की फिराक में रहेंगे लेकिन अतिरिक्त कार्य आने से कामना पूर्ति मन मे ही रह जायेगी। दूर रहने वाले स्वजनों से किसी कारण विरोधाभास अनुभव होगा। यात्रा के योग बनते बनते अंत समय मे टलने की संभावना है सेहत आज उत्तम रहेगी।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन से आपको आशाएं काफी रहेंगी दिन भर की व्यस्तता के बाद संध्या बाद इससे संतोष ही होगा। आज आपकी दिनचर्या व्यवस्थित नही रहेगी जिस काम के लिये निकलेंगे उसे छोड़ दूसरा ही काम निकल आएगा। आज किसी के जमानती बनने के प्रसंग भी बनेंगे संभव हो तो इससे बचने का प्रयास करें अन्यथा बाद में धन और समय व्यर्थ होगा। कार्य क्षेत्र में मध्यान तक उदासीनता रहेगी लेकिन इसके बाद उछाल आने से बैठने का समय नही मिलेगा आलस्य से बचे अन्यथा कल आज जैसा लाभ नही मिल सकेगा। पारिवारिक वातावरण आज गड़बड़ हो सकता है परिजन किसी महंगी वस्तु की जिद कर दुविधा में डालेंगे। सेहत लगभग सामान्य बनी रहेगी।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन आपका व्यवहार मनमाना रहेगा सुनेंगे सबकी लेकिन करेंगे अपने मन की ही फिर भी आज आप जो भी निर्णय करेंगे उसमे देर अबेर ही सही सफलता मिल ही जाएगी लेकिन घर मे रूखा व्यवहार अशांति ला सकता है इसका भी ध्यान रहे घरेलू आवश्यकता पूर्ति समय पर करने से व्यर्थ विवाद से बचेंगे। कार्य क्षेत्र पर उतार चढ़ाव रहेगा प्रतिस्पर्धा अधिक रहने के कारण लाभ में कमी आएगी फिर भी आवश्यकता अनुसार धन की आमद होने से खर्च निकाल लेंगे भविष्य के लिये धन की आवश्यकता पड़ेगी किसी से उधार लेने का मन बनाएंगे लेकिन आज प्रयास ना करें निराश होना पड़ेगा। आज हित शत्रुओ से सावधान रहें मुह पर मीठा बोलकर पीछे से धोखा देंगे। आरोग्य आज अपनी ही गलती से बिगाड़ेंगे।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन प्रतिकूल फलदायी रहेगा धन संबंधित अथवा अन्य बड़ी योजना आज सोच समझ कर ही बनाये हानि होने की संभावना अधिक है। आज आप जिसके उपर भरोसा कर निवेश अथवा अन्य व्यवहार करेंगे वही अंत समय पर धोका देगा। लोग आपसे अपना हित साधने के लिये बहुत मीठा व्यवहार करेंगे जल्दी से किसी की बातों में ना आये अन्यथा बाद में मन दुखी होगा। कार्य क्षेत्र पर लेन देन में स्पष्टता रखनी आवश्यक है धन को लेकर किसी से तीखी बहस हो सकती है। धन की आमद की तुलना में खर्च अथवा हानि अधिक होगी फिर भी व्यवहारिकता से इसमे कमी ला सकते है। गृहस्थ में भी किसी न किसी रूप में नुकसान होने से दुगनी संमस्या बनेगी सेहत भी असामान्य रहने से साहस में कमी अनुभव होगी।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन मेहनत वाला रहेगा आरम्भ में थोड़ी सुस्ती दिखाएंगे लेकिन थोड़ी ही देर में कार्य आने से व्यस्त हो जाएंगे मध्यान बाद आराम का समय मुश्किल से ही मिलेगा। आज आपको दैनिक आय के साथ पुराने सौदे अथवा उधार दिया धन मिलने की संभावना भी है इसके लिये थोड़ा अधिक प्रयास करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर आप जिस भी कार्य मे हाथ डालेंगे थोड़ी ही देर मे उससे धन लाभ होगा। उधार करने के पक्ष में नही रहेंगे फिर भी स्थिति को देखते हुए करना पड़ेगा। संध्या का समय परिजनों की जगह बाहरी लोगों के साथ मनोरंज में बिताना अधिक पसंद करेंगे। परिवार में किसी न किसी से नाराजगी होगी लेकिन कुछ समय के लिये ही। कंधे अथवा कमर में दर्द से व्याकुल रहेंगे।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन आपका कोई लक्ष्य नही होने से अपने उद्देश्य से भटक सकते है। दिन लाभदायक है इसका लाभ उठाने के लिये दृढ़ होकर कार्य करना पड़ेगा आज आप जो भी कार्य करेंगे उसके आरम्भ में ही असफल होने के अनुमान लगा लेंगे जिससे मन निराश होगा परन्तु आज जिस भी कार्य को आरम्भ करे उसे पूर्ण करके ही छोड़े परिणाम आपके पक्ष में ही रहेगा। धन की आमद प्रयास करने पर आशाजनक होगी। स्वभाव में चंचलता अधिक रहेगी कार्य करते समय भी ध्यान अन्य जगह भटकेगा जिससे त्रुटि होने की संभावना भी रहेगी। घर का वातावरण शांत रहने पर भी आपको पसंद नही आएगा बाहर घूमने की योजना बनाएंगे। सेहत में थोड़ी नरमी बनेगी।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपमे परोपकार की भावना प्रबल रहेगी। आध्यात्म में भी रुचि रहेगी लेकिन टोन टोटको पर ज्यादा विश्वास करेंगे दिन का कुछ भाग इनमे लगेगा लेकिन धन खर्च होने पर भी मानसिक रूप से शांति नही मिल पाएगी। कार्य व्यवसाय से जितनी आशा लगाए है उससे थोड़ा कम लाभ अवश्य हो जाएगा धन की आमद थोड़े अंतराल के बाद सीमित मात्रा में होती रहने से मन संतुष्ट रहेगा। आज किसी परिचित के सहयोग से भविष्य में बड़ा लाभ निर्धारित होने से मन प्रसन्न रहेगा। मध्यान बाद काम मे मन कम ही लगेगा लंबे पर्यटन की योजना बनेगी घरेलू कार्यो में रुचि नही रहेगी आवश्यक कार्य भी विलंब से करेंगे। खान पान में संयम नही रहेगा बाद में पेट मे जलन अथवा दर्द की शिकायत होगी।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन सेहत संबंधित समस्या दिन भर परेशान करेगी काम करने का मन करेगा लेकिन शारीरिक शिथिलता के कारण आलस्य आएगा। घर मे प्रातःकाल ही किसी से तकरार होने पर मानसिक रूप से भी अशांत रहेंगे परिजन किसी न किसी कारण से आपके ऊपर हावी रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर सहकर्मी अथवा नौकरों के ऊपर निर्भर रहना पड़ेगा आर्थिक मामले आज सुलझने की जगह अधिक उलझने से धन संबंधित संमस्या बनेगी। संध्या के समय थोड़ा बहुत आर्थिक लाभ होने से थोड़ी राहत मिलेगी लेकिन कर्ज लेने की नौबत आएगी। नौकरों पर अधिक ध्यान रखे चोरी अथवा अन्य प्रकार से हानि पहुचा सकते है। उधारी को लेकर भी किसी से कहासुनी होगी। यात्रा से यथा संभव बचने का प्रयास करे अन्यथा व्यर्थ खर्च और सेहत में अधिक गिरावट आएगी

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन परिस्थिति आपके पक्ष में रहेगी घर हो या कार्य क्षेत्र सभी जगह अपनी विजय करवाएंगे भले इसके लिये किसी से बहस या तकरार ही क्यो ना हो अपना काम निकालने के लिए किसी भी हद तक जा सकते है। सरल व्यवहार के दम पर आज कोई भी कार्य नही बना सकेंगे लेकिन विपरीत व्यवहार कर डरा धमका कर अपनी कामना पूर्ति कर लेंगे इससे आस पास के लोगो को खासी परेशानी होगी पर आपको इससे कोई फर्क नही पड़ेगा। विशेषकर नौकरी पेशा लोग सामने वाले कि मजबूरी का अधिक फायदा उठाएंगे। परिवार का वातावरण स्वारथी एवं ईर्ष्यालु रहेगा सदस्य आपस मे व्यवहार तो करेंगे लेकिन मतलब से ही। सेहत मध्यान तक सामान्य रहेगी इसके बाद विकार आने लगेगा फिर भी मनोरंज के अवसर खाली नही जाने देंगे। 

कैलाश पर्वत और चंद्रमा का रहस्य 

कैलाश पर्वत एक अनसुलझा रहस्य, कैलाश पर्वत के इन रहस्यों से नासा भी हो चुका है चकित.;

कैलाश पर्वत, इस एतिहासिक पर्वत को आज तक हम सनातनी भारतीय लोग शिव का निवास स्थान मानते हैं। शास्त्रों में भी यही लिखा है कि कैलाश पर शिव का वास है।

किन्तु वहीं नासा जैसी वैज्ञानिक संस्था के लिए कैलाश एक रहस्यमयी जगह है। नासा के साथ-साथ कई रूसी वैज्ञानिकों ने कैलाश पर्वत पर अपनी रिपोर्ट दी है।

उन सभी का मानना है कि कैलाश वास्तव में कई अलौकिक शक्तियों का केंद्र है। विज्ञान यह दावा तो नहीं करता है कि यहाँ शिव देखे गये हैं किन्तु यह सभी मानते हैं कि, यहाँ पर कई पवित्र शक्तियां जरूर काम कर रही हैं। तो आइये आज हम आपको कैलाश पर्वत से जुड़े हुए कुछ रहस्य बताते हैं।

कैलाश_पर्वत_के_रहस्य.

रहस्य 1– रूस के वैज्ञानिको का ऐसा मानना है कि, कैलाश पर्वत आकाश और धरती के साथ इस तरह से केंद्र में है जहाँ पर चारों दिशाएँ मिल रही हैं। वहीं रूसी विज्ञान का दावा है कि यह स्थान एक्सिस मुंडी है और इसी स्थान पर व्यक्ति अलौकिक शक्तियों से आसानी से संपर्क कर सकता है। धरती पर यह स्थान सबसे अधिक शक्तिशाली स्थान है।

रहस्य 2 – दावा किया जाता है कि आज तक कोई भी व्यक्ति कैलाश पर्वत के शिखर पर नहीं पहुच पाया है। वहीं 11 सदी में तिब्बत के योगी मिलारेपी के यहाँ जाने का दावा किया जाता रहा है। किन्तु इस योगी के पास इस बात के प्रमाण नहीं थे या फिर वह स्वयं प्रमाण प्रस्तुत नहीं करना चाहता था। इसलिए यह भी एक रहस्य है कि इन्होंने यहाँ कदम रखा या फिर वह कुछ बताना नहीं चाहते थे।

रहस्य 3 – कैलाश पर्वत पर दो झीलें हैं और यह दोनों ही रहस्य बनी हुई हैं। आज तक इनका भी रहस्य कोई खोज नहीं पाया है। एक झील साफ़ और पवित्र जल की है। इसका आकार सूर्य के समान बताया गया है। वहीं दूसरी झील अपवित्र और गंदे जल की है तो इसका आकार चन्द्रमा के समान है। 

रहस्य 4 – यहाँ के आध्यात्मिक और शास्त्रों के अनुसार रहस्य की बात करें तो कैलाश पर्वत पे कोई भी व्यक्ति शरीर के साथ उच्चतम शिखर पर नहीं पहुच सकता है। ऐसा बताया गया है कि, यहाँ पर देवताओं का आज भी निवास हैं। पवित्र संतों की आत्माओं को ही यहाँ निवास करने का अधिकार दिया गया है।

रहस्य 5 – कैलाश पर्वत का एक रहस्य यह भी बताया जाता है कि जब कैलाश पर बर्फ पिघलती है तो यहाँ से डमरू जैसी आवाज आती है। इसे कई लोगों ने सुना है। लेकिन इस रहस्य को आज तक कोई हल नहीं कर पाया है.

रहस्य 6 – कई बार कैलाश पर्वत पर *सात तरह के प्रकाश* आसमान मेंदेखे गये हैं। इस पर नासा का ऐसा मानना है कि यहाँ चुम्बकीय बल है और आसमान से मिलकर वह कई बार इस तरह की चीजों का निर्माण करता 

रहस्य 7 – कैलाश पर्वत दुनिया के 4 मुख्य धर्मों का केंद्र माना गया है। यहाँ कई साधू और संत अपने देवों से टेलीपैथी से संपर्क करते हैं। असल में यह आध्यात्मिक संपर्क होता है।

रहस्य 8 – कैलाश पर्वत का सबसे बड़ा रहस्य खुद विज्ञान ने साबित किया है कि यहाँ पर प्रकाश और ध्वनि के बीच इस तरह का समागम होता है कि यहाँ से *ॐ* की आवाजें सुनाई देती हैं।

समझ गये होंगे कि, कैलाश पर्वत क्यों आज भी इतना धार्मिक और वैज्ञानिक महत्त्व रखे हुए है। हर साल यहाँ दुनियाभर से कई लोग अनुभव लेने आते हैं, और सनातन धर्म के लिए कैलाश सबसे बड़ा आदिकालीन धार्मिक स्थल भी बना हुआ 

यहाँ पर सूर्य और चंद्रमा के संधि काल (सायं काल) प्रकाश और ध्वनि के बीच इस तरह का समागम होता है कि यहाँ से *ॐ* की आवाजें सुनाई देती हैं

हर हर महादेव 🙏🚩

😊: डॉ. मोहन भागवत  ने कहा कि “जब मैं कॉलेज में था, तो मुझे आधुनिक तीर्थयात्रा पर एक पाठ पाठयक्रम में था. इसमें बताया गया था कि स्वतंत्र भारत के लोग कैसे प्रगति कर रहे हैं. इसी तरह, कुछ महानुभाव वर्तमान में सुवर्णा चैरिटेबल ट्रस्ट अस्पताल में काम कर रहे हैं. इसलिए यह अस्पताल निश्चित रूप से समाज को जागृत करने वालों के मामले में एक आधुनिक तीर्थस्थल है. यह एक ऐसा अस्पताल है जो शुद्ध भावना और समर्पण के साथ आम आदमी की सेवा करता है”
सरसंघचालक जी रविवार, 23 जुलाई को शिमपोली में सुवर्णा चैरिटेबल ट्रस्ट के ‘धनकुंवरबेन बाबूभाई ढाकन अस्पताल’ और ‘रमाबेन प्रवीणभाई ढाकन कार्डियक सेंटर’ के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे.
उन्होंने कहा कि इस अस्पताल के निर्माण के पीछे कई लोगों की तपस्या है. कुछ ने कड़ी मेहनत से, कुछ ने धन से और कुछ ने समय के रूप में योगदान दिया है. अगर यह तपस्या जारी रहेगी, तभी तीर्थ की तीर्थयात्रा जारी रहेगी और यहां आने वाले सभी लोगों को पवित्र करती रहेगी. हर कोई इस तीर्थ के प्रति दयालु होगा.
सामाजिक परिप्रेक्ष्य पर कहा कि “समाज में अक्सर नकारात्मक चर्चाएं सुनने को मिलती हैं. लेकिन अगर देश की ओर देखें तो 40 गुना बेहतर चीजें हो रही हैं. आज के मनुष्य का समाज और राष्ट्रहित के प्रति नजरिया बदल गया है. पिछले वर्षों में जो बदलाव आया है, वह नजर आने लगा है. अब हमें एक दिशा में आगे बढ़ने की आवश्यकता है.”
प्रमुख अतिथि उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने अस्पताल के निर्माण की अवधारणा के लिए सुवर्णा चैरिटेबल ट्रस्ट के ट्रस्टी और भाजपा विधायक योगेश सागर की प्रशंसा की. उन्होंने कहा, “बात करना आसान है, लेकिन उसे अमल में लाना मुश्किल है. लेकिन योगेश जी ने इस काम को एक मिशन की तरह लिया और पूरा किया. इस अस्पताल में हर तरह की आधुनिक मशीनरी की जरूरत है. ऑपरेशन थिएटर भी आधुनिक है. आमतौर पर गरीबों के लिए जनरल वार्ड की व्यवस्था होती है, लेकिन इस अस्पताल में जनरल वार्ड की कोई अवधारणा नहीं है, लेकिन गरीब से लेकर अमीर तक सभी के लिए एक विशेष वार्ड है. इस अवधारणा का पूरा श्रेय योगेश जी को जाता है. हर वार्ड वातानुकूलित है. इस भवन के निर्माण के पीछे का उद्देश्य केवल गरीबों की सेवा करना है.”
एक स्वयंसेवक क्या होता है, इसे योगेश जी द्वारा समर्पण की भावना से बनाए गए अस्पताल के माध्यम से देखा जा सकता है.
कार्यक्रम के दौरान बाबूभाई ढाकन, भूपेशभाई ढाकन, उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे. इस अवसर पर सरसंघचालक जी को चित्रकार पुरूषोत्तम पवार निर्मित डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार जी का चित्र प्रदान किया गया.

😊: हमारा खेमा Academics में वामपंथियों से हमेशा हज़ार साल पीछे ही रहेगा..
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आपको याद है कि एक साल पहले BHU के वाइस चांसलर ने इफ्तारी का आनंद लिया था। हाँ! “पण्डित” मदन मोहन मालवीय जी के BHU में इफ्तारी पार्टी हुई थी, वाइस चांसलर का पूरा आशीर्वाद था उस प्रोग्राम को।

मेरे जीवन में कई घटनाएं इससे मेल खाती है।

16 मई 2014 के बाद भारत की राजनीति में ऐतिहासिक परिवर्तन हुआ। पूरे भारत पर इसका प्रभाव पड़ा और यूनिवर्सिटी के गलियारों में भूचाल आ गया।

जो लोग संघ परिवार के विरोधी थे, वे भी ख़ुद को संघी दिखलाने और बतलाने लगे। पॉवर शिफ्टिंग का खेल शुरू हुआ और यूनिवर्सिटी के “अवसरवादी बुद्धिजीवियों” ने इसका भरपूर लाभ लिया।

राष्ट्र, RSS, BJP, हिन्दू राष्ट्र को कोसने वाले सेक्युलर लोगों ने नकाब बदले और पद, प्रतिष्ठा के फेर में लग गए। ये वही लोग हैं जो मंत्री के साथ मीटिंग करेंगे, VC बनेंगे, डायरेक्टर बनेंगे, विदेशी सेमिनार में भोजन करेंगे लेकिन जब “वाम-इस्लाम” का विरोध करना हो तो आपको यह जमीन पर तर्क करते हुए नहीं मिलेंगे।

ये सब कैसे हुआ? यह सब हुआ जाति के Ecosystem से।

जाति का Ecosystem हमारे खेमे में भरपूर तरीके से स्थापित है और इसी जाति के Ecosystem ने BHU के इफ्तारी करते हुए कुलपतियों को पैदा किया हैं। ऐसी चीज़े राजनीति, न्यायपालिका, ब्यूरोक्रेसी सब जगह है और अपने ही लोग उन्हें जगह दे रहे हैं।

आपको BHU के कुलपति पर शर्म आ रही होगी, ऐसे हज़ारों लोग हिंदुस्तान की यूनिवर्सिटी में स्थापित हैं जो हमारे खेमे के नहीं पर हमारे खेमे में रहकर सत्ता का सुख भोग रहे हैं, लेकिन अंदर ही अंदर यह मनोकामना करते है कि कब इन संघियों की सरकार गिरे।

 

यूनिवर्सिटी में नए-नए लोगों का आगमन हुआ हैं। ये भैया लोग स्वयं को बुद्धिजीवी भी दिखाना चाहते हैं पर किसी मुस्लिम दीदी के सामने सेक्युलर भी दिखना चाहते है। इसलिए यह भैया लोग मुँह से स्वयं को राष्ट्रवादी बताते हैं और फेसबुक पर “वाम-इस्लाम-हिन्दू” के मसले पर एक बेलेंस करती हुई पोस्ट भी लिखते है और जमीन पर प्योर राष्ट्रवादियो को कट्टर साम्प्रदायिक बोलते हुए आलोचना भी करते है साथ ही जातिवादी मंचो के निर्माण में भूमिका भी निभाते हैं। भैया लोग घोर स्त्रीवादी भी है पर स्वयं की जाति पर कठोर टिप्पणी हो जाए तो भैया लोग Inclusive थॉट की बात करने लगते हैं।

ऐसे कायर लोग जमीन पर तैयार हो रहे है और आपको राष्ट्र और संस्कृति की चिंता हो रही है।

मेरे पास ऐसे हज़ारों उदहारण है जो सीधे मेरे सामने है, मेरे जीवन से जुड़े हुए। कोई गुटखा खाकर RSS का बना हुआ है पर पीठ पीछे बोलता है कि ब्राह्मणों और सवर्ण लोगों ने हमारा शोषण किया है, RSS बड़ी जातियों को ही आगे करता है, इनसे हाथ से सत्ता छीनी जानी चाहिए। तो कोई 2019 तक कांग्रेसी था और अब संघियों के साथ सत्ता का आनंद ले रहा है और अपने मकसद में कामयाब भी हो गया है।

यह सब क्यों हो रहा है? क्योंकि हमारे खेमें में जाति का Ecosystem, क्षेत्रवाद का Ecosystem, पर्सनल रिलेशन का Ecosystem बना हुआ है।

अब चाहे तो इस पर शर्म कर लीजिए या विलाप।

हमारा खेमा Academics में वामपंथियों से हमेशा हज़ार साल पीछे ही रहेगा और Judiciary, Media and Bureaucracy में हमेशा 500 साल नीचे।

नोट:- कम्युनिस्टों के लिए विचारधारा मायने रखती है, हमारे लिए जाति, क्षेत्र और पर्सनल रिलेशन।

बाकी जो लोग अपने खेमे से रियल विचारधारा की लड़ाई लड़ रहे है, वे अपने दम पर अनाथों की तरह लड़ाई लड़ते रह जाएंगे।