*🙏🏻श्री हनुमते नमो नमः🙏🏻*
*पुण्य लाभ के लिए इस पंचांग को औरों को भी अवश्य भेजिए🙏🏻🙏🏻*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌤️ *दिनांक – 08 अप्रैल 2025*
🌤️ *दिन – मंगलवार*
🌤️ *विक्रम संवत – 2082 गुजरात अनुसार 2081*
🌤️ *शक संवत -1947*
🌤️ *अयन – उत्तरायण*
🌤️ *ऋतु – वसंत ॠतु*
🌤️ *मास – चैत्र*
🌤️ *पक्ष – शुक्ल*
🌤️ *तिथि – एकादशी रात्रि 09:12 तक तत्पश्चात द्वादशी*
🌤️ *नक्षत्र – अश्लेशा सुबह 07:55 तक तत्पश्चात मघा*
🌤️ *योग – शूल शाम 06:11 तक तत्पश्चात गण्ड*
🌤️ *राहुकाल – शाम 03:48 से शाम 05:22 तक*
🌤️ *सूर्योदय – 06:26*
🌤️ *सूर्यास्त – 06:54*
👉 *दिशाशूल – उत्तर दिशा मे*
🚩 *व्रत पर्व विवरण- कामदा एकादशी*
💥 *विशेष- *हर एकादशी को श्री विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से घर में सुख शांति बनी रहती है l राम रामेति रामेति । रमे नोरमे ।। सहस्त्र नाम त तुल्यं । राम नाम वरानने ।।*
💥 *आज एकादशी के दिन इस मंत्र के पाठ से विष्णु सहस्रनाम के जप के समान पुण्य प्राप्त होता है l*
💥 *एकादशी के दिन बाल नहीं कटवाने चाहिए।*
💥 *एकादशी को चावल व साबूदाना खाना वर्जित है | एकादशी को शिम्बी (सेम) ना खाएं अन्यथा पुत्र का नाश होता है।*
💥 *जो दोनों पक्षों की एकादशियों को आँवले के रस का प्रयोग कर स्नान करते हैं, उनके पाप नष्ट हो जाते हैं।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~*
🌷 *कामदा एकादशी* 🌷
➡️ *08 अप्रैल, मंगलवार को कामदा एकादशी है।*
*‘कामदा एकादशी’ ब्रह्महत्या आदि पापों तथा पिशाचत्व आदि दोषों का नाश करनेवाली है । इसके पढ़ने और सुनने से वाजपेय यज्ञ का फल मिलता है ।*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
🌷 *हनुमानजी प्रणाम मंत्र* 🌷
➡ *12 अप्रैल 2025 शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव है ।*
🙏🏻 *मैं जब भी कभी हनुमानजी की मूर्ति के सामने खड़ा होता हूँ तो यही बोलता हूं -*
🌷 *सुमिरि पवनसुत पावन नाम , अपने वश करि राखे राम ।*
🙏🏻 *हे हनुमानजी, आपने रामनाम का ऐसा तो सुमिरन किया कि रामजी को ही आपने अपने वश में कर लिया ।*
🌳 *आप भी कभी जाओ तो ये बोलना क्योंकि हनुमानजी को जप बहुत अच्छा लगता है । हनुमानजी के आगे कोई*
🙏🏻 *सिंदूर और चोला न चढ़ाये, नारियल न रखें तो हनुमानजी नाराज नहीं होंगे पर ये बोल दे कि हनुमानजी आपको भगवान का नाम कितना प्यारा लगता है ।*
🌷 *सुमिरि पवनसुत पावन नाम , अपने वश करि राखे राम । हनुमानजी राजी होंगे ।*
📖 *वैदिक पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर*
📒 *वैदिक पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)*
🌞 *~ वैदिक पंचांग ~* 🌞
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिए मध्यम फलदायी रहेगा। आज आप प्रत्येक कार्य को विचार कर ही करेंगे परन्तु फिर भी दिन के मध्यान तक प्रत्येक कार्य में विघ्न आएंगे। परिश्रम का यथोचित लाभ ना मिलने से मन में हताशा उत्पन्न होगी। खर्च बढ़-चढ़ कर रहेंगे हताशा आपकी वाणी की कटुता के कारण घर-बाहर का वातावरण अशान्त हो सकता है। आज दिखावटी व्यवहार एवं स्वभाव से बचे अन्यथा भविष्य के लाभ से वंचित रह सकते है। संध्या पश्चात स्थिति में सुधार होगा। कार्य में गति आने से धन की आमद होगी। परिजनों से सुलह के लिए आपको नम्र होना पड़ेगा।आरोग्य बना रहेगा।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन विषम परिस्थितियों वाला रहेगा फिर भी आपका मन मौजी व्यवहार अन्य लोगो के लिये मुश्किलें बढ़ाएगा। अपनी कमियों को छुपाकर अन्य को उपदेश देना मान हानि कराएगा। आज कार्य के क्षेत्र पर अव्यवस्था की स्थिति रहने के कारण कर्मचारियों से तकरार होने की संभावना है नौकरी पेशा जातको से अधिकारी अप्रसन्न रहेंगे। अनावश्यक खर्च बढ़ने से आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है। आज परिजनों के साथ समय बिताने से आगे के लिए मार्गदर्शन मिल सकता है। नशीली वस्तुओं के सेवन से बचे शरीर के साथ मान हानि भी हो सकती है।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन आपको लंबे समय तक याद रखने वाली स्मृतियां देकर जाएगा। आज दिनचर्या को व्यवस्थित बनाने पर भी मध्यान अटक विलंब होगा इसके बाद जिस भी कार्यो को हाथ मे लेंगे उसे पूर्ण कर कुछ न कुछ लाभ अवश्य कमाएंगे। ठेकेदारी को छोड़कर अन्य किसी भी व्यापार में निवेश भविष्य के लिए लाभदायक सिद्ध होगा। कार्य क्षेत्र में परिवर्तन करने का मन भी बनेगा लेकिन अभी इसके लिए उपयुक्त समय नही है। समाज के प्रतिष्ठित लोगो से लाभदायक सम्बन्ध बनेंगे। माध्यम बाद आर्थिक लाभ के लिए प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। संतान अथवा किसी अन्य व्यक्ति से पीड़ा मिल सकती है।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपको मिला-जुला फल देगा। प्रातः काल का समय किसी के पुराने मतभेद सुलझाने में व्यतीत होगा परंतु इसमे सफलता मध्यान के बाद ही मिलेगी। आज मध्यान के बाद ही अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य करना हितकर रहेगा। कार्य क्षेत्र पर आज प्रतिस्पर्धा अधिक रहेगी नौकरी पेशा लोगो को भी अपने काम निकालने के लिए किसी ना पसंद व्यक्ति की खुशामद करनी पड़ेगी। आज किसी ये आर्थिक लेन-देन ना करें अगर आवश्यक हो तो किसी को मध्यस्थ बना कर ही करें। संध्या के समय मित्र परिचितों के साथ भोजन पर्यटन पर जा सकते है। लोहे की वस्तुओं से सावधानी रखें।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपके लिए बीते दिनों की अपेक्षा राहत भरा रहेगा। कुछ दिनों से चल रही शारीरिक एवं पारिवारिक समस्या आज भी मध्यान तक यथावत बानी रहेगी जिससे दैनिक कार्यो पर विपरीत असर पड़ेगा लेकिन दोपहर के बाद धीरे धीरे इनका समाधान होने से संतोष अनुभव होगा। आज आप सामाजिक कार्य के प्रति रूचि दिखाएंगे लेकिन सामाजिक क्षेत्र पर आर्थिक लेनदेन से बचे धन नाश होने की संभावना है। कला एवं तकनीकी क्षेत्र से जुड़े जातको के लिए आज का दिन लाभदायी सिद्ध होगा। मित्रो रिश्तेदारों के ऊपर खर्च होगा। संतान की प्रगति से संतुष्टि होगी। यात्रा का मन बनेगा।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आपको आज का दिन भी धैर्य से बिताने की सलाह है। कार्य में असफलता अथवा किसी व्यक्ति विशेष के कारण आज आवेश से भरे रह सकते है विशेषकर कार्य क्षेत्र पर सहयोगियों का विपरीत व्यवहार परेशान करेगा। कार्य क्षेत्र पर आज अत्यधिक परिश्रम के बाद भी अल्प लाभ से संतोष करना पड़ेगा। घर मे भी स्वयं अथवा किसी परिजन के द्वारा हानि हो सकती है फिर भी आज वाणी एवं क्रोध को शांत रख दिन धैर्य से बिताए। यात्रा में चोटादि का भय है वाहन चालान अतिआवश्यक होने पर ही करें। सेहत के प्रति लापरवाही से बचें।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिए हर प्रकार से लाभदायी रहेगा। आज सेहत उत्तम रहने से प्रत्येक कार्य उत्साह के साथ करेंगे मध्यान के समय किसी कार्य मे असमंजस की स्थिति बनेगी लेकिन किसी विशेष व्यक्ति का सहयोग मिलने से शंका समाधान हो जाएगा। आप जिस काम में हाथ डालेंगे उसमे धन के साथ कुछ अतिरिक्त लाभ हो सकता है। कई दिनों से रुकी मनचाही यात्रा के अवसर मिलने रोमांचित होंगे। स्नेहीजनों से भेंट आनंद बढ़ाएगी। रुके हुए धन की उगाही करने के लिए भी उत्तम समय है। आज दिन रहते आवश्यक कार्य कर ले इसके बाद कोई ना कोई विघ्न आने लगेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन आपके लिए कार्य सिद्धि दायक रहेगा। आज आपको प्रत्येक कार्य भर जैसा लगेगा लेकिन एक बार आरम्भ करने पर इससे आशाजनक फल प्राप्त होगा। व्यवसायी वर्ग जिस कार्य को उलझन वाला समझेंगे उसी में मनोवांछित सफलता मिलने से मन हर्षित रहेगा। आज सांसारिक सुख सुविधाओं की वस्तुएं संकलित करने पर भी धन खर्च होगा। विवाहोत्सुकों के लिए योग्य साथी की तलाश पूरी हो सकती है। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति करने पर घर मे मान बड़ाई मिलेगी। आज किसी को बिना मांगे सलाह देना मुश्किल में डाल सकता है। सेहत लगभग ठीक ही रहेगी।
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिए मिश्रित फलदायी रहेगा। वैसे तो आज आप धर्म कर्म के प्रति निष्ठावान रहेंगे लाभ हानि का विवेक भी रहेगा लेकिन आज कम समय मे अधिक लाभ पाने के चक्कर में कई काम एक साथ हाथ में लेंगे कोई अनैतिक कार्य भी प्रलोभन में आकर कर सकते है आरम्भ में इससे लाभ होता दिखाई देगा लेकिन बाद में लाभ की जगह हानि ही होगी। मध्यान पश्चात दिन भर के परिश्रम का फल मिलता धन लाभ के रूप में नजर आएगा। आकस्मिक लाभ की सम्भवना है लेकिन उतनी ही जल्दी खर्च भी होगा। परिवार का वातावरण अनुकूल रहने से शांति मिलेगी। लंबी यात्रा की योजना बनेगी। ठंडी वस्तु के सेवन से बचे लंबे समय के रोग हो सकते है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए थोड़ा उतार चढ़ाव से भरा रहेगा। दिन के पूर्वार्ध में आपके सब कार्य व्यवहार कुशलता के बल पर सरलता से पूर्ण होंगे। मध्यान के आस पास सार्वजनिक क्षेत्र पर किसी पुराने विवाद को लेकर बदनामी होने का भय सताएगा लेकिन यहाँ किसी पुराने परिचित का सहयोग मिलने से उलझनों से मुक्ति मिलेगी। परंतु मध्यान के बाद स्थिति पुनः विपरीत होने से किसी पारिवारिक कारण से चिंता बढ़ेगी। पारिवारिक सदस्यों में झगड़ा अथवा कोई दुर्घटना होने की सम्भवना है। जिससे मन अशांत रहेगा। परिवार के बुजुर्गो के साथ समय बिताएं।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपको शुभ फल की प्राप्ति कराएगा। स्वभाव से आप मनमौजी ही रहेंगे फिर भी आज मध्यान बाद तक सभी से सम्बन्ध मधुर रहेंगे तथा किसी स्वजनं द्वारा लाभ भी हो सकता है। व्यापर नौकरी में भी मामूली उलझनों के बाद अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा। लेकिन आज अधिकारी वर्ग से सतर्क रहना पड़ेगा।व्यवसायी वर्ग को संध्या तक रुक रुक कर लाभ होगा। आज किसी प्रिय व्यक्ति से भेंट आनंद देगी। मध्यान पश्चात परिजनों के साथ पर्यटन पर जा सकते है। संध्या के आस पास का समय विशेष खर्चीला सिद्ध होगा। यात्रा में हानि का डर है सतर्क रहें।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके लिए शुभ फलदायी रहेगा परन्तु अत्यंत खर्चीला भी रहेगा। आज कुछ दिन से चली आ रही गृहस्थ की समस्याओं से निजात मिलने से शारीरिक एवं मानसिक रूप से दृढ़ रहेंगे। लेकिन आपका स्पष्ट बोलना किसी को अखर सकता है। दोपहर बाद व्यापारियों को व्यवसाय में गति मिलने से आर्थिक लाभ होगा एवं व्यापार में उन्नति के अवसर भी मिलेंगे। व्यक्तिगत एवं पारिवारिक खर्च अधिक रहेंगे मनोकामना पूर्ति करने के बाद परिजनों से मतभेद सुलझेंगे। संध्या के बाद स्फूर्ति और प्रसन्नता का अभाव रहेगा फिर भी मनोरंजन के अवसरों का आनंद उठाएंगे।
〰️〰️🙏राधे राधे🙏〰️〰️
🙏🏻🌷🍀🌹🌻🌺🌸🍁
〰〰〰🙏राधे राधे🙏〰〰〰
सुप्रीम कोर्ट को यह याद रहे कि
https://www.facebook.com/share/r/1AaqMa8jgD/
तीन वर्ष पहले उसने वक़्फ़ एक्ट को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी थी।
आज बहुत जल्दी क्यों हैं सुनवाई की?
https://www.facebook.com/share/v/151bDz8Fkm/
सरकार को वक्फ की बेची गई और कब्जाई गई प्रॉपर्टी पहले ही दिन उजागर कर देनी चाहिए।श्विनी उपाध्याय की वक़्फ़ एक्ट को चुनौती देने वाली याचिका पर 13 अप्रैल, 2022 को जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस एसूर्यकांत ने पर सुनवाई करने से मना कर दिया था और कहा था कि “Constitutionality of legislation cannot be challenged in the abstract which will be merely an acedemic exercise” हम सरकार को नया कानून बनाने के आदेश नहीं दे सकते।
बेंच ने उपाध्याय से पूछा था कि “वह इस कानून से कैसे प्रभावित है, क्या उसकी अपनी कोई संपत्ति इस कानून से छीनी गई है; कोई ऐसा उदाहरण दीजिए जिसमें आपकी संपत्ति को छीना गया है; हमें सावधान रहना होगा जब संसद द्वारा पारित किए गए किसी कानून की संवैधानिकता को चुनौती दी गई हो, हमारे सामने कोई aggrieved party तथ्यों से साथ होनी चाहिए”
अब यही सवाल वर्तमान वक़्फ़ संशोधन एक्ट को चुनौती देने वालों से पूछे जाने चाहिए क्योंकि यह कानून भी संसद ने पारित किया है। कपिल सिब्बल और अन्य वकीलों से और मुस्लिम पर्सनल बोर्ड और जमीयत एवं इनके वकीलों से पूछा जाना चाहिए कि आप इस कानून से कैसे प्रभावित है और यह कैसे संविधान का उल्लंघन है।
आज कोर्ट उतावला है इन याचिकाओं को सूचीबद्ध करने के लिए। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना, जस्टिस संजय कुमार और जस्टिस केवी विश्वनाथन की पीठ ने कहा कि हम आपके emails को देख कर उसे जल्दी लिस्टिंग के बारे में विचार करेंगे।
जमीयत का वकील है कपिल सिब्बल। सिंघवी और निज़ाम पाशा भी जल्दी सुनवाई की मांग कर रहे हैं। ओवैसी और अमानतुल्लाह खान और कांग्रेस के मोहम्मद जावेद ने भी याचिका दायर की है और इन सभी याचिकाओं में कहा गया है कि यह कानून मुस्लिमों की धार्मिक स्वतंत्रता ख़त्म करने का एक खतरनाक षड़यंत्र है. (dangrous conspiracy).
जैसे कानून की constitutional validity को अश्विनी उपाध्याय ने चुनौती दी थी जिसे सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया, वैसे ही वर्तमान कानून की Constitutional validity को अब चुनौती दी गई है।
CJI खन्ना को सबसे पहले सभी याचिकर्ताओं से पूछना चाहिए कि यदि विगत में हुए संशोधन संवैधानिक थे तो यह संशोधन कानून गैर-संवैधानिक कैसे हो गया। जैसे पहले संसद ने अपनी अधिकार से संशोधन किए थे, वैसे ही यह संशोधन भी किया गया है।
सभी याचिकर्ताओं से पूछना चाहिए कि इस कानून से आपके धार्मिक अधिकारों का हनन कैसे हो जाएगा! क्या आपको भय है कि इसकी आंच आपकी संपत्तियों पर आएगी और उन्हें छीन लिया जाएगा! अगर ऐसा है तो आप यह मान रहे हैं कि आपने ऐसी संपत्तियां गलत तरीके से अर्जित की हैं।
बड़े बड़े मुस्लिम विद्वान भी कह रहे है कि वक़्फ़ की संपत्तियां न बेची जा सकती हैं और न उन पर कोई कब्ज़ा कर सकता है। जबकि ऐसा हुआ है। इसलिए सरकार को सुप्रीम कोर्ट में सभी बेची हुई वक़्फ़ की संपत्तियों और कब्ज़ा की गई संपत्तियों का ब्यौरा रख देना चाहिए। अब वक़्फ़ की संपत्तियों को बेचने वाले और उन पर कब्ज़ा करने वाले ऐसे सभी “खलीफाओं” को नंगा करने का समय आ गया है। संपत्तियां लूटी गई हैं इसका प्रमाण तो ओवैसी स्वयं दे रहा है यह कहते हुए कि उत्तर प्रदेश में एक लाख 29 हजार वक़्फ़ की संपत्तियों में से 112 के कोई कागज ही नहीं हैं।
कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट ही फैसला दे चुका है कि बिना रजिस्ट्री के प्रॉपर्टी पर किसी का मालिकाना अधिकार साबित नहीं होता। अब मुस्लिम पक्ष सभी संपत्तियों की रजिस्ट्री दिखाने के लिए बाध्य होगा।07.04.2025
मोदी नहीं रहेंगे तो मंदिर हिन्दुओं के हाथ से निकल जायेंगे मंदिर कांग्रेस नेता चव्हाण के पिताजी की जागीर हैं क्या! भारत के मंदिरों का समितियों के नाम पर सरकारीकरण करके मंदिरों पर सरकारी दानपेटी लगवा कर कांग्रेस पहले ही मंदिरों का पैसा पी चुकी है। हिमाचल में तो कांग्रेस ने मंदिरों के आगे कटोरा ही पकड़ा हुआ है।
नीचे दी गई पहली तस्वीर लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक पर बोलते हुए कांग्रेस सांसद इमरान मसूद की है जो लोकसभा में वक्फ संसाधन विधेयक को संविधान विरोधी, मु@स्लिम विरोधी बताकर उसका जोर शोर से विरोध कर रहा था। यह मुस्लिम सांसद है और साथ में कांग्रेसी भी… तो जाहिर सी बात है इसको तो विरोध करना ही था और यह सूअर इसको अपना मजहबी कर्तव्य भी मानता होगा।
अब नीचे वाली दो तस्वीरों को देखिए.. इसके दाएं और बाएं बैठे दोनों सांसद भी कांग्रेसी है। यह दोनों सांसद हरियाणा से जीते हैं। पहला हिसार से जयप्रकाश और दूसरा सोनीपत से सतपाल ब्रह्मचारी.. जयप्रकाश ने अपनी राजनीति की शुरुआत चौधरी देवीलाल के कार्यकर्ता के रूप में की थी। हमारे क्षेत्र के लोग इसकी सारी असलियत जानते हैं। दूसरा यह सतपाल ब्रह्मचारी इसका हरिद्वार में कोई आश्रम है.. सबसे ज्यादा शर्म तो इसको आनी चाहिए थी माथे पर तिलक लगाकर हिंदू विरोधी कार्य करते हुए..
यह दोनों सांसद 99.99% हिंदुओं के मत से ही जीतकर लोकसभा में पहुंचे हैं लेकिन ये भी उस वक्फ संशोधन बिल का विरोध कर रहे थे और विरोध में मतदान भी किया जिसने माफिया की तरह देशभर में हिंदुओं की लाखों एकड़ जमीन हड़प ली है। इनको देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि सनातन का नुकसान किसके कारण हुआ और भारत के वीर सनातनी योद्धाओं (राजाओं) को युद्ध के मैदान में मुगलों के सामने हार का सामना क्यों करना पड़ा और मुगलों ने हिंदुस्तान के बहुत सारे करियासतों पर शासन कैसे किया..
जनता दल यूनाइटेड और राष्ट्रीय लोक दल के बहुत सारे मु@स्लिम नेताओं और हजारों मु@स्लिम कार्यकर्ताओं ने एक झटके में सिर्फ इसलिए इन पार्टियों को पार्टी छोड़ दिया क्योंकि उनको लगता है कि इन पार्टीओं ने वक्फ बिल का समर्थन करके मुसrमानो के साथ आघात किया है लेकिन क्या आपने कहीं देखा हो कि देश में विपक्षी पार्टियों के किसी हिंदू सांसदों, नेताओं ओर कार्यकर्ताओं ने यह कहते हुए पार्टी छोड़ी हो कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल मु@स्लिम पस्त हैं और वो उस जमीन माफिया वक्फ संशोधन एक्ट का समर्थन कर रहे थे जो जब चाहे..जिसकी चाहे जमीन को वक्फ की बताकर हड़प सकता है..
लेकिन बताया जा रहा है कि बक्फबोर्ड संशोधन विधेयक के विरूद्ध याचिकाओं को सूचि वद्ध करने हेतु तीन परीक्षण होंगे क्या है तीन परीक्षा?
पहला कि जिस व्यक्ति या संस्था ने कानून पारित किया है उसे इसका अधिकार नहीं था यानी विधायी सक्षमता (लेजिस्लेटिव कांपीटेंस), दूसरा वह कानून संविधान के किसी प्रविधान या मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करता हो अथवा संविधान की मूल भावना के खिलाफ हो। तीसरा मनमाने ढंग से कानून पारित होना यानी आर्बीट्रेरीनेस।इन तीन आधारों पर अगर वक्फ संशोधन कानून को देखा जाए तो विधायी सक्षमता की कसौटी पर संसद से घंटो बहस के बाद यह पारित हुआ है। दूसरा आधार संवैधानिक प्रविधानों के उल्लंघन का है।कोर्ट में दाखिल याचिकाओं में मुख्य आधार यही है कि यह कानून मुसलमानों के संवैधानिक अधिकारों और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार का उल्लंघन करता है।
इस संसद में हिन्दवि वोटों से जीते विपक्षी पार्टियों के सारे हिंदू सांसदों की आत्मा मर गई है..यहां तक कि मुस्लिम आक्रान्ताओं के विरोध में बने खालसा पंथ के सरदारों की आत्मा भी नहीं बची।
वरना क्या कारण है कि मुसrमान सांसदों को छोड़कर जितने भी हिंदू सांसदों ने इस संशोधन का विरोध किया.. वह सारे के सारे हिंदू मतों से ही जीत कर संसद में आए हैं..(साभार)