इस अद्वितीय लड़की ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत को दिलाया मैडल, कारगिल युद्ध में लडकियों की विजय गाथा

पैरिस ओलंपिक्स 2024 में मनु भाकर द्वारा वुमेन्स 10 मीटर एयर पिस्टल प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीतकर देश का नाम गर्व से ऊँचा करने पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।

मनु भाकर पहली भारतीय महिला शूटर हैं, जो ओलम्पिक में कोई मेडल जीती है। आपकी यह उपलब्धि हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है💐

*🌾🌸शाम देश राज्यों से बड़े समाचार *28/07/2024*

*1* पीएम की ‘मन की बात’, मोदी बोले- दुनिया में पेरिस ओलिंपिक की चर्चा, खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाए

*2* पीएम की ‘मन की बात’, मोदी बोले- 15 अगस्त को स्पीच दूंगा, टॉपिक पर सुझाव भेजें; आजादी के पर्व पर हैंडलूम के कपड़े जरूर खरीदें

*3* चुनावी नुकसान के बाद मुख्यमंत्रियों को PM मोदी ने दिए अहम टास्क, बोले – मन छोटा करने की जरूरत नहीं

*4* मणिपुर के लोग पूछ रहे यहां कब आएंगे प्रधानमंत्री’, कांग्रेस ने सीएम एन बीरेन सिंह पर साधा निशाना

*5* IAS कोचिंग सेंटर हादसा: ‘खराब शहरी नियोजन की कीमत चुका रहे लोग’, राहुल गांधी ने सरकार पर बोला हमला

*6* ‘बहुत दुखी हूं’, दिल्ली में कोचिंग सेंटर हादसे पर LG सक्सेना ने दी प्रतिक्रिया, पुलिस आयुक्त से रिपोर्ट भी मांगी

*7* दिल्ली-IAS कोचिंग सेंटर हादसा: हिरासत में मालिक और कॉर्डिनेटर, RAF की हुई तैनाती… बेसमेंट की सभी लाइब्रेरी हुईं बंद

*8* ’10 साल में 2,95,818 करोड़ दिए, झूठ बोल रही कर्नाटक सरकार’, निर्मला सीतारमण ने सामने रखे आंकड़े

*9* बिहार को विशेष दर्जा देने से इनकार पर नीति आयोग की बैठक में नहीं पहुंचे नीतीश, विपक्ष का दावा

*10* अखिलेश यादव ने ‘खेला’ ब्राह्मण कार्ड, माता प्रसाद पाण्डेय को घोषित किया यूपी विधानसभा का नेता प्रतिपक्ष

*11* ओम माथुर की सक्रिय राजनीति से सम्मानजनक विदाई, छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जीत दिलाई थी, पार्टी ने सर्वोच्च पद पर बैठाया

*12* फिर बढ़ सकते हैं सोने के दाम, अगले 5 महीनों में 8 बड़े त्योहार और विवाह के 16 मुहूर्त, इससे बढ़ेगी गोल्ड की डिमांड

*13* पेरिस ओलंपिक में देश को मिला पहला मेडल, शूटिंग में मनु भाकर ने जीता ब्रॉन्ज

BREAKINGUTTARAKHANDDWAAR.COM

🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️

*🇮🇳🎖️विजय गाथा : महिला सेनानियों के अदम्य शौर्य को नमन*

*🌺🌷 पूनम नेगी 🌺🌷*

 🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️

*🇮🇳🎖️कारगिल का युद्ध भारतीय सेना की जांबाजी और पराक्रम के लिए जाना जाता है। 25 वर्ष पूर्व 26 जुलाई 1999 को भारतमाता के वीर सपूतों ने पाकिस्तानी सेना को धूल चटाकर कारगिल की दुर्गम चोटियों पर भारत का तिरंगा फहराया था। लगभग दो माह तक चले इस घोर युद्ध में भारत के 527 सैनिक बलिदान हुए थे और 1400 के करीब घायल। परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा, लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पांडे, ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव, राइफलमैन संजय कुमार; महावीर चक्र से सम्मानित- लेफ्टिनेंट बलवान सिंह, मेजर राजेश सिंह अधिकारी, मेजर विवेक गुप्ता, कैप्टन एन केंगुरुसे तथालेफ्टिनेंट कीशिंग क्लिफोर्ड नोंग्रम की शौर्य गाथाएं हमारे अंतस में आज भी राष्ट्रभक्ति का ज्वार भर देती हैं। इन्हीं में एक न भूलने वाली शौर्यगाथा है भारतीय सेना के एयर फोर्स रेस्क्यू मिशन का महत्वपूर्ण हिस्सा बनने वाली दो जांबाज भारतीय महिला पायलटों गुंजन सक्सेना व श्रीविद्या राजन की।*

*🇮🇳🎖️इस युद्ध में जब भारत-पाकिस्तान की सेना आमने-सामने थी। दोनों तरफ से लगातार गोलीबारी हो रही थी। भारतीय वायुसेना लगातार सैनिकों तक मदद पहुंचा रही थी और पाकिस्तान की सेना का सामना भी कर रही थी। युद्ध के दौरान एक समय ऐसा भी आया, जब वायु सेना को कारगिल की बटालिक और द्रास घाटियों में फंसे अपने घायल जवानों को सुरक्षित लाने के लिए और पायलट की ज़रूरत थी। उनके ज़्यादातर पुरुष पायलट पहले ही ड्यूटी पर थे।*

*🇮🇳🎖️सेना को अपने घायल सैनिकों तक दवाई, भोजन और ज़रूरी मदद पहुंचाने के लिए और पायलट चाहिए थे। ऐसे में वायुसेना ने अपनी दो महिला पायलटों फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्‍सेना और फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रीविद्या राजन को मदद के लिए भेजने का निर्णय किया। वायुसेना के अनुसार ये दोनों महिला पायलट ऊधमपुर में तैनात थीं। जब कारगिल युद्ध शुरू हुआ तो श्रीविद्या राजन पुरुष अफसरों के साथ भेजी जाने वाली पहली महिला अफसर बनीं। इसके दो दिन बाद गुंजन सक्‍सेना ने उन्‍हें ज्वाइन कर लिया था।*

*🇮🇳🎖️उपलब्ध जानकारी के अनुसार इस युद्ध में फ्लाइट लेफ्टिनेंट गुंजन सक्‍सेना और फ्लाइट लेफ्टिनेंट श्रीविद्या राजन; दोनों ने ही अपने-अपने चीता हेलिकॉप्टर में उड़ान भरी और पाकिस्तानी सेना के हमले से खुद को बचाते हुए अपने सैनिक साथियों तक मदद पहुंचायी। उन्होंने द्रास और बटालिक की घाटियों में दवा और भोजन पहुंचाया। घायल सैनिकों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने का काम भी किया। वह अपने घायल सैनिकों को वापस भी लेकर आयीं। इसके साथ ही, इन दोनों महिला पायलटों का एक काम पाकिस्तानी सेना की स्थिति का जायजा लेना भी था। जिसके लिए कई बार उन्होंने लाइन ऑफ कंट्रोल के बहुत पास से उड़ानें भरीं।**

*🇮🇳🎖️एक बार जब गुंजन उड़ान भर रही थीं तो पाकिस्तानी सेना ने उनके हेलिकॉप्टर पर मिसाइल छोड़ी। इस हमले से गुंजन का हेलिकॉप्टर बाल-बाल बचा। दोनों ऐसे इलाके में उड़ान भरती थीं, जहां से वह पाकिस्तानी सेना की मिसाइलों की जद में आ सकती थीं। लेकिन वे डरी नहीं और इस मिशन के लिए छोटे चीता हेलीकॉप्टर से पहली बार युद्ध क्षेत्र में उड़ान भरी। जबकि न तो उनके पास आत्म रक्षा के लिए कुछ था और न बड़े मिसाइलों के सामने भिड़ने के लिए छोटे चीता हेलिकॉप्टर क्षमतावान थे; लेकिन जान की परवाह किए बिना दोनों ने उड़ान भरी और अपने मिशन को पूरी कुशलता से कर दिया।*

🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️🇮🇳🎖️

https://www.facebook.com/share/r/kKZ2noSruNpCLyWs/?mibextid=D5vuiz

* मनु भाकर बनना चाहते हैं तो आजीवन आरोग्य और शक्ति के लिये संस्कार और संस्कृति का महात्म्य ऊपर लिंक पर क्लिक कर अवश्य सुने*

breakinguttarakhand.com