मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथरस हत्या कांड पर इस बड़े निर्णय से प्रतिपक्ष का राजनीतिक वार बे असर

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस की पीड़िता के पिता से वीडियो कालिंग कर बात की। साथ ही मृतका के परिवार को 25 लाख एक घर और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा और आश्वस्त किया कि दोषियों को पताल में भी नहीं छोडेंगे। हाथरस मामले में अभी तक चार अभ्युक्तों को गिरफ्तार किया गया है। साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा एक अन्य स्पेशल जांच टीम गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी है। अब इस मामले में जो कार्यवाही होनी है वो कानूनी स्तर पर होनी है।

उत्तर प्रदेश में इन्हीं दिनों दलित लड़कियों के साथ बलात्कार की चार घटनाएं हुई है बलरामपुर में शाहिद साहिल द्वारा गैंगरेप-हत्या, आजमगढ़ में दानिश द्वारा 8 वर्षीय बच्ची के साथ रेप, बुलंदशहर में रिजवान 14 साल की नाबालिक लड़की से रेप करके फरार। भारत में 2019 में 32,033 रेप केस दर्ज। देश में पिछले साल राजस्थान से सबसे ज्यादा करीब 6,000 केस दर्ज ,दूसरे नंबर पर यूपी से 3,000 केस हुए दर्ज।
लेकिन राजनीति मात्र हाथरस घटना पर 🙄🤔 ?

*_हाथरस मामले में कब क्या-क्या हुआ:👇🏻_*

१. सबसे पहली खबर आई कि जीभ काट दी गई, रीढ़ की हड्डी तोड़ दी गई, गैंगरेप हुआ

*२. दूसरी खबर आई कि ‘ऊँची जाति’ के लोग थे, लड़की दलित थी इसलिए गैंगरेप हुआ और पुलिस ऊँची जाति के अपराधियों को बचा रही है।*

३. तीसरी खबर में पुलिस ने जीभ कटने, रीढ़ की हड्डी टूटने का खंडन किया। पीड़िता के स्वयं के बयान देने के वीडियो हैं जहाँ वो बोल रही है, अस्पताल में बेड पर है।

*४. जल्द ही फिर मेडिकल रिपोर्ट, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में यह कहा गया कि ‘किसी भी तरह के दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है।’ इसी संदर्भ में IG ने बताया कि पीड़िता ने अपने शुरुआती, और दोबारा दिए बयान में कहीं भी रेप का जिक्र नहीं किया है।*

५. इसके बाद खबर आई कि लाश को ‘पुलिस ने जबरन जला दिया’। इसका भी खंडन पुलिस ने किया और कहा कि लाश को मुखाग्नि ‘पिता-दादा’ एवम् परिजनों की उपस्थिति में दी गई। कुछ लोग कह रहे हैं कि सूर्यास्त के बाद लाश नहीं जलाई जाती, जो कि अनभिज्ञता है। इससे इनकार नहीं किया जा सकता कि पुलिस ने परिवार को समझा-बुझा कर दाह संस्कार कराया हो।

*६. अगली खबर यह आई कि दोनों परिवारों के बीच झगड़ा चल रहा था और पीड़िता की माताजी के बयान के अनुसार संदीप नाम के व्यक्ति ने पारिवारिक रंजिश की वजह से हमला किया।*मनीषा के भाई ने राजपूत समाज की बेटियों के “फोटो वायरल” किया था, जिसके बाद “सोनू सिंह” ने मनीषा के भाई को मारा तो उसने “SC-ST एक्ट” लगवा दिया महीनों बाद जब सोनू जेल से वापस लौटा तो साथियों के साथ मिलकर उसने मनीषा के भाई से “बदला लेने” के लिए मनीषा से सिर्फ मारपीट की थी न की रेप!
मेडिकल चाँच में रेप से इनकार किया गया गया था कोई रेप नही हुआ। एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने कहा कि एफएसएल की रिपोर्ट में पीड़िता से रेप होने की बात सामने नहीं आई है। 

७. पुलिस की नई टीम गठित कर मुख्यमंत्री ने सात दिनों में रिपोर्ट माँगी है और मामला फास्टट्रैक कोर्ट में निपटाने कहा है।

*८. चार अभियुक्त पकड़े जा चुके हैं। *

इस मुद्दे पर राजनीतिक और जातिगत विद्वेष फैलाने से हत्यारों को ही परोक्ष लाभ होगा। हमारा मानना है कि युवती की की हत्या का बेहद संगीन है। हर हाल में हत्यारों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ही यथाशीघ्र अधिकतम सजा मिले। 

  एक बड़ी खबर राजस्थान से आज आयी है वहां म्लेच्छों द्वारा तीन दिनों तक नाबालिग दलित बेटी का रेप उत्तर प्रदेश के हाथरस हत्या मामले से पहले हुई नेता उधर जाना भूले कैसे?https://www.facebook.com/801251990227313/posts/1324560671229773/