प्रसाद के लड्डू में पशुचर्बी संबंधित अक्षम्य अपराध पर सैक्युलरों और बामपंथियों की चुप्पी आश्चर्यजनक है न कानून याद आया न प्रसाद की सुचिता, कल्पना करो यदि किसी शरीफ के भंडारे में सुवर की चर्बी मिली होती तो ऐसे ही चुप्पी रहती?, आज पंचाग आपका राशि फल

*|| 🕉️ ||**🌞सुप्रभातम🌞* 

          *आज का पञ्चांग*

*दिनांक :- 25/09/2024, बुधवार*

*अष्टमी, कृष्ण पक्ष,**आश्विन*(समाप्ति काल)

तिथि———– अष्टमी 12:10:07 तक 

पक्ष———————— कृष्ण

नक्षत्र———- आर्द्रा 22:22:38

योग———- वरियान 24:16:25

करण———– कौलव 12:10:07

करण———– तैतुल 24:12:19

वार———————– बुधवार

माह———————- आश्विन

चन्द्र राशि—————– मिथुन

सूर्य राशि—————— कन्या

रितु————————- शरद

आयन—————– दक्षिणायण

संवत्सर——————– क्रोधी

संवत्सर (उत्तर) ————–कालयुक्त

विक्रम संवत————– 2081 

गुजराती संवत———— 2080 

शक संवत—————–1946

कलि संवत—————- 5125

सूर्योदय————– 06:10:16 

सूर्यास्त—————18:10:45

दिन काल————-12:00:28 

रात्री काल————-11:59:59

चंद्रास्त—————13:49:36 

चंद्रोदय————— 24:03:13

लग्न—- कन्या 8°15′ , 158°15′

सूर्य नक्षत्र——– उत्तरा फाल्गुनी 

चन्द्र नक्षत्र—————— आर्द्रा 

नक्षत्र पाया—————— रजत 

*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*

घ—- आर्द्रा 10:02:37

ङ—- आर्द्रा 16:11:19

छ—- आर्द्रा 22:22:38

के—- पुनर्वसु 28:36:30

*💮🚩💮 ग्रह गोचर 💮🚩💮*

        ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद

==========================

सूर्य= कन्या 08°05, उ oफाo 4 पी 

चन्द्र= मिथुन 11°30 , आर्द्रा 2 घ 

बुध =कन्या 03°53′ उ o फाo 3 पा 

शु क्र= तुला 08°05, स्वाति’ 1 रू 

मंगल=मिथुन 17°30 ‘ आर्द्रा ‘ 4 छ 

गुरु=वृषभ 26°30 मृगशिरा , 2 वो 

शनि=कुम्भ 20°50 ‘ पू o भा o ,1 से  

राहू=(व) मीन 12°35 उo भा o, 3 झ 

केतु= (व)कन्या 12°35 हस्त 1 पू 

*🚩💮🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 💮🚩💮*

राहू काल 12:11 – 13:41 अशुभ

यम घंटा 07:40 – 09:10 अशुभ

गुली काल 10:40 – 12: 11अशुभ 

अभिजित 11:47 – 12:35 अशुभ

दूर मुहूर्त 11:47 – 12:35 अशुभ

वर्ज्यम 06:23 – 08:00 अशुभ

प्रदोष 18:11 – 20:37 शुभ

💮चोघडिया, दिन

लाभ 06:10 – 07:40 शुभ

अमृत 07:40 – 09:10 शुभ

काल 09:10 – 10:40 अशुभ

शुभ 10:40 – 12:11 शुभ

रोग 12:11 – 13:41 अशुभ

उद्वेग 13:41 – 15:11 अशुभ

चर 15:11 – 16:41 शुभ

लाभ 16:41 – 18:11 शुभ

🚩चोघडिया, रात

उद्वेग 18:11 – 19:41 अशुभ

शुभ 19:41 – 21:11 शुभ

अमृत 21:11 – 22:41 शुभ

चर 22:41 – 24:11* शुभ

रोग 24:11* – 25:41* अशुभ

काल 25:41* – 27:11* अशुभ

लाभ 27:11* – 28:41* शुभ

उद्वेग 28:41* – 30:11* अशुभ

💮होरा, दिन

बुध 06:10 – 07:10

चन्द्र 07:10 – 08:10

शनि 08:10 – 09:10

बृहस्पति 09:10 – 10:10

मंगल 10:10 – 11:10

सूर्य 11:10 – 12:11

शुक्र 12:11 – 13:11

बुध 13:11 – 14:11

चन्द्र 14:11 – 15:11

शनि 15:11 – 16:11

बृहस्पति 16:11 – 17:11

मंगल 17:11 – 18:11

🚩होरा, रात

सूर्य 18:11 – 19:11

शुक्र 19:11 – 20:11

बुध 20:11 – 21:11

चन्द्र 21:11 – 22:11

शनि 22:11 – 23:11

बृहस्पति 23:11 – 24:11

मंगल 24:11* – 25:11

सूर्य 25:11* – 26:11

शुक्र 26:11* – 27:11

बुध 27:11* – 28:11

चन्द्र 28:11* – 29:11

शनि 29:11* – 30:11

*🚩 उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩* 

कन्या > 04:40 से 06:54 तक

तुला > 06:54 से 09: 02 तक     

वृश्चिक > 09:02 से 11:28 तक

धनु > 11:28 से 13:38 तक

मकर > 13:38 से 16:32 तक

कुम्भ > 16:32 से 16:58 तक

मीन > 16:58 से 18:30 तक

मेष > 18:30 से 19:54 तक

वृषभ > 19:54 से 22:02 तक

मिथुन > 22:02 से 00:14 तक

कर्क > 00:14 से 02:44 तक

सिंह > 02:44 से 04:50 तक

*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*

       (लगभग-वास्तविक समय के समीप) 

दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट

जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट

कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट

लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट

कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट

*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। 

प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥

रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।

अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥

अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।

उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।

शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।

लाभ में व्यापार करें ।

रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।

काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।

अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।

*💮दिशा शूल ज्ञान————-उत्तर*

परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो पान अथवा पिस्ता खाके यात्रा कर सकते है l

इस मंत्र का उच्चारण करें-:

*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*

*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*

*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*

*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*

*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*

*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*

*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*

*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*

 15 + 8 + 4 + 1 = 28 ÷ 4 = 0 शेष

 मृत्यु लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है। 

*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*

सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है

राहु ग्रह मुखहुति

*💮 शिव वास एवं फल -:*

 23 + 23 + 5 = 51 ÷ 7 = 2शेष

गौरी सन्निधौ = शुभ कारक

*🚩भद्रा वास एवं फल -:*

*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*

*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*

*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*

 *अष्टमी श्राद्ध* 

*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*

आलस्योपगता विद्या परहस्तगतं धनम् ।

अल्पबीजं हतं क्षेत्रं हतं सैन्यमनायकम् ।।

।। चाणक्य नीति ।।

खाली बैठने से अभ्यास का नाश होता है. दुसरो को देखभाल करने के लिए देने से पैसा नष्ट होता है. गलत ढंग से बुवाई करने वाला किसान अपने बीजो का नाश करता है. यदि सेनापति नहीं है तो सेना का नाश होता है.

*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*

गीता -: विभूतियोग अo-10

सर्वमेतदृतं मन्ये यन्मां वदसि केशव ।,

न हि ते भगवन्व्यक्तिं विदुर्देवा न दानवाः ॥,

हे केशव! जो कुछ भी मेरे प्रति आप कहते हैं, इस सबको मैं सत्य मानता हूँ।, हे भगवन्‌! आपके लीलामय (गीता अध्याय 4 श्लोक 6 में इसका विस्तार देखना चाहिए) स्वरूप को न तो दानव जानते हैं और न देवता ही॥,14॥,

*💮🚩 दैनिक राशिफल 🚩💮*

देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।

नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।

विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।

जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।

🐏मेष

घर के सदस्यों के स्वास्थ्य व अध्ययन संबंधी चिंता रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का मौका मिलेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी सहयोग करेंगे।

🐂वृष

प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। बेवजह कहासुनी हो सकती है। कानूनी अड़चन दूर होगी। व्यापार में वृद्धि होगी। नौकरी में सहकर्मियों का साथ मिलेगा। निवेश शुभ रहेगा। प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

👫मिथुन

किसी अपने के व्यवहार से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। शारीरिक कष्ट संभव है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल होंगे। निवेश शुभ रहेगा। व्यापार में वृद्धि होगी।

🦀कर्क

शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। दु:खद समाचार मिल सकता है। व्यर्थ भागदौड़ रहेगी। लाभ के अवसर हाथ से निकलेंगे। बेवजह कहासुनी हो सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। धैर्य रखें।

🐅सिंह

धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कुबुद्धि हावी रहेगी। चिंता तथा तनाव रहेंगे। मित्रों से संबंध सुधरेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। विरोधी सक्रिय रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है।

🙍‍♀️कन्या

शत्रु पस्त होंगे। सुख के साधन जुटेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। लंब समय से रुके कार्य सहज रूप से पूर्ण होंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। शेयर मार्केट में सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय में वृद्धि होगी। नौकरी में अधिकारी प्रसन्न रहेंगे। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। शुभ समय।

⚖️तुला

घर में अतिथियों का आगमन होगा। व्यय होगा। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। अज्ञात भय रहेगा। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा।

🦂वृश्चिक

स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। किसी अप‍रिचित पर अतिविश्वास न करें। विवाद से क्लेश होगा। दूसरों के उकसाने में न आएं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। कोई बड़ी समस्या आ सकती है। धैर्य रखें।

🏹धनु

आंखों का ख्याल रखें। अज्ञात भय सताएगा। वाणी पर नियंत्रण रखें। कानूनी अड़चन आ सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। लॉटरी व सट्टे से दूर रहें। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रमोशन प्राप्त हो सकता है। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

🐊मकर

वाहन व मशीनरी के प्रयोग में सावधानी रखें। पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। दूसरों के कार्य में दखल न दें। बड़ों की सलाह मानें। लाभ होगा। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। मानसिक बेचैनी रहेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय में निश्चितता रहेगी। धैर्य रखें।

🍯कुंभ

शारीरिक कष्ट संभव है तथा तनाव रहेंगे। सुख के साधन प्राप्त होंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। मित्रों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी।

🐟मीन

आराम तथा मनोरंजन के साधन उपलब्ध होंगे। यश बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। नई योजना बनेगी जिसका तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। विरोधी सक्रिय रहेंगे। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद न करें। चोट व रोग से परेशानी संभव है।

*🚩आपका दिन मंगलमय हो🚩*

तिरूपति बालाजी मैं देसी घी की सप्लाई करने वाली तमिलनाडु की कंपनी के टॉप मैनेजमेंट नाम ☝️स्त्रोत शोशल मीडिया 

*संस्कार व संविधान*😎

गाय को हमारे पूर्वजों ने देवता की श्रेणी में रखा और माँ के समकक्ष। कट पेस्टिया संविधान ने पशु की श्रेणी में । और हम स्वयम पशु होते जा रहे हैं ।

गंगा को हमारे पूर्वजों ने देवता की श्रेणी में रखा और माँ के समकक्ष और कट पेस्टिया ने नदी की श्रेणी में । और हम स्वयम प्रदूषित होते जा रहे हैं । 

वटवृक्ष, पीपल अथवा तुलसी को हमारे पूर्वजों ने देवता की श्रेणी में रखा और उनको पवित्र भाव से पूजकर स्वयम् का हृदय पवित्र किया । कटपेस्टिया ने वृक्ष अथवा झाड़ की श्रेणी में और अंधाधुंध उन वृक्षों को काटा गया परिणाम भूस्खलन, बाढ़ , प्रदूषण, रोग और अब हम स्वयम कटते जा रहे हैं । 

यदि हमें अपना इकोसिस्टम बचाना और बढ़ाना है तो नाई कि दुकान से शुरूआत नहीं करनी है ।गौ गंगा से करनी है । और यदि हमारी जनसंख्या ७९% बची है तो हम सभी ७९% को गौ रक्षक बनना है ।

याद रहे , गवां कुलम = गोकुलम् । गो का अर्थ गाय भी , गो का अर्थ हमारी इंद्रियाँ भी । अर्थात् गाय और हमारी इंद्रियाँ पवित्र रहेंगी तभी गोकुल दिखेगा और तभी भगवान दिखेंगे । और तभी बालाजी अथवा बाँके बिहारी का दर्शन समझ में आयेगा ।

*नारायण नारायण नारायण नारायण*

🙏*🚨 भारत में नौकरी घोटाले की जटिलताओं को दर्शाती एक विचित्र घटना में, बिहार के 18 वर्षीय मिथलेश मांझी को #IPS (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारी का रूप धारण करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। यहाँ बताया गया है कि क्या हुआ:*

*📌 घोटाला: मिथलेश ने मनोज सिंह नामक एक व्यक्ति को 2 लाख रुपये दिए, जिसने उसे पुलिस बल में नौकरी दिलाने का वादा किया था। बदले में, मनोज ने उसे एक IPS वर्दी और एक खिलौना पिस्तौल प्रदान की, जिससे मिथलेश को गलती से विश्वास हो गया कि उसने एक वास्तविक पद हासिल कर लिया है।*

*📌 गिरफ्तारी: मिथलेश वर्दी में अपने गाँव और स्थानीय बाजार में घूम रहा था जब उसे पुलिस ने पकड़ लिया। इस घटना ने लोगों का ध्यान खींचा, सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर वीडियो प्रसारित हुए, जिसमें हिरासत में लिए जाने से पहले युवा ने आत्मविश्वास से स्वयं को IPS अधिकारी घोषित किया।*

https://www.instagram.com/reel/DATQNmtP-5L/?igsh=OWtudGxnaWpvOWww

साभार…..
मेरे ख्याल से वैज्ञानिकों को अब ब्रह्मांड की सबसे ठंडी वस्तु की कैटेगरी से “बूमरैंग नेबुला” को हटा कर “हिंदुओं के खून” को शामिल कर देना चाहिए…

क्योंकि, इस पूरे ब्रह्मांड में हिंदुओं का खून एक ऐसी ठंडी चीज है जो कभी नहीं खौलता है …
चाहे कोई उस पर थूक दे…
मूत दे…
मलमूत्र खिला दे..
अथवा, उसके आराध्य पर जानवरों की चर्बी अथवा मांस ही चढ़ा कर उसे क्यों नहीं खिला दे.

ये कल्पना करके भी मन सिहर उठता है कि अगर कहीं मोमिनों के महजिद या मदरसे में उनके लिए त्यक्त सूअर की चर्बी मिलाकर खिला दी गई होती तो अब तक सारे आयोजकों और उस टेंडर दिलाने वाले नेता का क्या हश्र हुआ होता.
ऐसी स्थिति में आज वे अपनी जान बचाने के लिए दर-दर भागे फिर रहे होते…!

लेकिन, हम हिन्दू इतने सहिष्णु हैं कि पूछो मत.

कोई हमें धोखे से मूत पिला दे हम उसके धोखे पर गुस्सा दिखाने के बजाए मूत के कलर और कॉम्बिनेशन पर चर्चा करने लगते हैं कि मूत में कितना अमोनिया होना चाहिए और उसका रंग कितना पीला रहना चाहिए.

उसी तरह अगर उसके आराध्य पर कोई जानवरों की चर्बी चढ़ा दे तो वो बजाए इसके विरोध में आवाज उठाने के घी बनाने की प्रक्रिया पर चर्चा करने लगता है और बताने लगता है कि एक किलो दूध में कितना घी निकल सकता है.

अरे हाँ…. हिन्दू , हिन्दू धर्म और उनके आराध्य के साथ जो चाहे वो करो…
लेकिन, भूल से भी किसी की जाति का नाम मत ले लेना…

नहीं तो… तुरंत पूर्वजों का पराक्रम याद आ जायेगा एवं लाठी से लेकर तलवार-भाले तक चल जाएँगे..!!✍️अवधेश प्रताप सिंह कानपुर

अधिकांश ढाबो पर तंदूरी परांठो के साथ सफेद मक्खन में पेट्रोलियम वैक्स भर भर कर परोसा जाता है। ऐसा नकली सफेद मक्खन 120 Rs किलो मिल जाता है। 

दाल मखनी में 45-59% क्रीम + बटर है जो अधिकतम फर्जी फैट से बनती है। मगर यहां की जनता 40 सब्जियां एक तरफ व दाल मखनी अकेली एक तरफ, नाश्ते, लंच, डिनर सबमे खाएंगे। 

टॉप 5 सेफ पर एक सर्वे किया गया जिसमें 4 अपनी ही दाल मखनी नही पहचान पाये। कारण: 45-50% क्रीम+ बटर के बाद सब एक जैसी बनती है। यहां ये भी बताती चलूं की ये क्रीम बटर से लदी दाल सेहत के लिए सिर्फ नुकसानदायक नही बल्कि “unsafe” फ़ूड है।

सुंदर चॉकोलेट की कोटिंग पेट्रोलियम इंडस्ट्री से निकले पैराफिन वैक्स से की जाती है ताकि वो देर तक पिंघले नही व चिकनी चमकदार दिखे।

एक जैसा टेस्ट बनाये रखने के लिए वनीला आइस क्रीम फ्लेवर, बादाम फ्लेवर, लेमन फ्लेवर पेट्रोलियम पदार्थों से बनाये जा रहे है। 

सेब, किन्नू आदि को ताजा रखने के लिए पेट्रोलियम रिफाइनरी से निकले ओलेस्त्रा/वैक्स यूज़ होता है। 

फ्रोजन चिकन, पिज़्ज़ा, बिस्कुट, कॉर्न चिप्स, पॉपकॉर्न में बेहद सस्ता पड़ने के कारण चिकना पेट्रोलियम पदार्थ TBHQ मिलाया जाता है। 

2013 में भारत मे कुकिंग आयल व घी में मिनरल आयल (पेट्रोलियम चिकनाई) पकड़ी गई थी। मिनरल आयल मिलाने से आपका वनस्पति तेल से बना घी कई साल भी खराब नही होगा। 

आटा, अंडे, दूध, चीनी से बने पदार्थ तेजी से खराब होते है। अब अगर कोई इनसे बनी मिठाई, बन, ब्रेड, कूकीज, केक आदि को हफ़्तों फ्रेश रखना चाहते हो तो उसमें रिफाइनरी से निकला मिनरल आयल मिला दो। ऐसी चीजे शोरूम के शीशे के पीछे एक दम झक्कास फ्रेश व चमकदार दिखेगी।

खाना घर का बना, मसाले घर लाकर पिसे गये, खाने का समान उत्पादक से खरीदा गया तो कुछ बच जाओगे। खाना, एजुकेशन, इलाज कभी भी व्यापारिक उत्पाद नही होने चाहिए ना ये प्राइवेट हाथों में होने चाहिये।

इस देश में मिलावट के खिलाफ एक कानून Food adulteration Act 1954 में बना था जिसमें जो खाने का समान है उसके अलावा कुछ भी मिलने पर जेल होती थी। उसे खाने की इंडस्ट्री के व्यापारियों ने बदल कर 2006 में फ़ूड सेफ्टी एक्ट करवा कर मिलावट के गेट खुलवा लिये। अब आपकी हल्दी में बेसन मिल गया तो ये adulterated तो है मगर सेफ्टी खतरे में नही। पहले काली मिर्च में पपीते के बीज मिलावट थे अब सेफ्टी को खतरा नही तो सब चलेगा।

खाने में मिलावट मर्डर के बराबर मानी जानी चाहिये मगर अब मिलावटखोर कुछ भी मिलाए बस येन केन प्रकारेण उसे सेफ साबित करके कुछ भी मिलाये, यहां सब चलता है। 

याद रखना अगर आपका खाना किसी के व्यापार का प्रोडक्ट है तो कोई व्यापारी कम नही कमाना चाहता चाहे आपके बच्चे मर जाये।