नहीं रहे उच्च कोटि के साधक एवं बेहतरीन फोटोग्राफर स्वामी सुन्दरानन्द जी

गंगोत्री यमुनोत्री धाम के सुविख्यात संत और प्रकृति के चितेरे फोटोग्राफर स्वामी सुंदरानंद जी का पार गमन स्तब्ध कर गया ।. सुंदरानंद जी सदैव प्रकृति के मध्य रहते थे, वे प्रकृति के नियमों का पालन करते थे और प्रकृति के अनुसार ही जीवन जीते थे।उन्होंने प्रकृति के  ऐसे ऐसे फोटो खींचे हैं जो अविश्वसनीय हैं। तब फोटोशॉप का जमाना नहीं था। उन्होंने ब्रह्मा विष्णु महेश के चित्र बादलों में खींचे। ॐ के चित्र खींचे। उनकी फोटोग्राफी अद्भुत है। अपने मित्र विनय उनियाल से जानकारी मिली की स्वामी सुंदरानंद जी नहीं रहे यह वाकई दुखद है इस तरह के महान संत युगों में पैदा होते हैं श्री उनियाल ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए लिखा कि”उच्च कोटि के साधक एवं बेहतरीन फोटोग्राफर स्वामी सुन्दरानन्द जी नही रहे।
उत्तराखंड एवं हिमालय के जो दर्शन उन्होंने अपने कैमरे के द्वारा गंगोत्री में बनी विश्व स्तरीय फ़ोटो गैलरी में करवाएं है,वह अद्भुत है। शत शत नमन…. गौर करके देखता हूं तो 2020 में हमारे बीच से बहुत सुंदर सुंदर प्रतिभाओं को और उच्च कोटि के साधकों को हमसे छीन लिया है।”

     कोरोना के माध्यम से भी वर्ष 2020 में जो दर्द दिया है वह भी कभी नहीं भुला जाएगा ।