उत्तराखण्ड के 72 शिक्षकों को शैलेश मटियानी पुरुष्कार

उतराखंड में शैक्षिक गुणवत्ता सुधार के लिए उल्लेखनीय प्रदर्शन हेतु आज प्रदेश के 72 शिक्षक – शिक्षिकाओं को शैलेश मटियानी राज्य शैक्षिक पुरुष्कार से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिक्षा मंत्री अरबिन्द पांडे के हाथों प्रदेश भर के 74 यह पुरुष्कार मिलने पर प्रदेश भर में खुशियां मनायी जा रही है। इनमें चमोली जिले से  4 शिक्षक व 2 शिक्षिकायें भी शामिल हैं।

शैलेश मटियानी पुरुष्कार से सम्मानित शिक्षिका कु0 शशि कंडवाल ने बताया कि हम निष्ठा व ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करते हैं, आज सम्मान पाने के बाद ये जिम्मेदारी और अधिक बढ़ गयी। इन सभी शिक्षकों ने देश के भावी कर्णाधारों को अच्छी शिक्षा से उनके भविष्य को सुधारने एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य किया। सम्मानित होने वालों में रुद्रप्रयाग से माधव सिंह नेगी, सुधा सेमवाल, उत्तरकाशी से चंद्रकला शाह, शैलेंद्र नौटियाल, सवित्री सकलानी, टिहरी से ऊषा द्विवेदी, देहरादून से सर्वेश्वरी, चमोली से ममता मिश्रा, हरिद्वार से उर्मिला सिंह पुंडीर, अल्मोड़ा से इमराना परवीन, बागेश्वर से नीता आत्मिया, नैनीताल से लक्ष्मी काला, चंपावत से विनोद कुमार कर्नाटक, यूएस नगर से संजीव कुमार पांडेय चुने गये हैं। पौड़ी से पुष्कर सिंह नेगी, देहरादून से गोविंद सिंह रावत, चमोली से भास्करानंद डिमरी, हरिद्वार से रोहिताश्व कुंवर, टिहरी से यशवंत सिंह नेगी, अल्मोड़ा से जमुना प्रसाद तिवारी, बागेश्वर से शोभा देवी, नैनीताल से सुरेंद्र सिंह रौतेला, पिथौरागढ़ से किशोर चंद्र पाटनी, चंपावत से राधेश्याम खर्कवाल चयनित हुए हैं। ममता डिमरी, किशनपाल महर, पुष्पा जोशी, रामलाल, भानुप्रकाश गुप्ता, विमला जोशी, रीता सेमवाल, प्रमिला भंडारी, रेखा रानी कोटियाल, कुसुमलता,दीपा कलाकोटी, महेश गिरी, डॉ. मंजू कपूरवाण, वीरेंद्र सिंह राणा, डॉ. कुसुमरानी नैथानी, कुंवर सिंह गुसांई, वीरेंद्र सिंह नेगी, रामाश्रय सिंह, रामशंकर सिंह, नीलम नेगी, जीवन चंद्र दुबे, ललित मोहन वोहरा, गीता लोहनी, दरपानराम टम्टा, स्वतंत्र कुमार मिश्रा, सत्ये सिंह राणा, दिनेश प्रसाद बडोनी शामिल हैं।

सभी शैलेश मटियानी पुरस्कार से सम्मानित सभी शिक्षकों को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, बदरीनाथ के विधायक महेंद्र, भट्ट कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी, थराली की विधायक मुन्नी देवी, माध्यमिक शिक्षा निदेशक राकेश कुँवर ने बधाई संप्रेषित की। यह शुभ संकेत ही है कि प्रदेश के शासकीय विद्यालयों में अब विद्यार्थियों ने रुझान बढ़ाना शुरू कर दिया है वहीं गुणवत्ता की दृष्टि से भी आज शासकीय विद्यालयों की स्थिति में सुधार हुआ है।

शैलेश मटियानी पुरस्कार के लिए इन पुरस्कारों  के चयन की प्रक्रिया में भी सुधार की आवश्यकता है ये पुरस्कार जिला शिक्षा अधिकारियों से उन शिक्षकों की सूची मंगा कर दिया जाना चाहिए। जिन्होंने अपने विद्यालय में अधिक तम भौतिक उपस्थिति दी हो, अपने विषय में शत प्रतिशत परीक्षा परिणाम दिया हो साथ में जिस शिक्षक के विषय में  80% से अधिक छात्र 80% से अधिक अंक लाएं। विशेषकर संस्कृत हिंदी गणित और विज्ञान जैसे विषयों के अध्यापक और जिन शिक्षकों के छात्र राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करते हैं साथ में विद्यालय में अन्य शैक्षणिक गतिविधियों को भी प्रतिभाग करते हैं, ऐसे मेहनती शिक्षकों को पुरस्कार हेतु फाइल सजाने की फुर्सत ही नहीं मिलती। और देखने में आता है कि पुरस्कार तकनीकी रूप से मजबूत फाईल शारीरिक शिक्षा कला संगीत और उच्च संपर्क तक ही सीमित रह जाते हैं। इसमें सभी राजकीय सहायता प्राप्त विद्यालय और सरस्वती विद्या मंदिर के शिक्षकों को भी सम्मिलित किया जाए, वे भी आम जनमानस के बच्चों को शिक्षा दे कर उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी शिक्षा उद्देश्ययों को आगे बढ़ाने का कार्य कर रहे हैं। इससे शैलेश मटियानी पुरस्कार का क्षेत्र भी विस्तृत होगा  – हरीश मैखुरी / जीतेन्द्र पंवार