रतन टाटा ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ असम में देश को 7 कैंसर अस्पतालों की श्रृंखला समर्पित की, फिर उठी रतन टाटा को पद्म पुरस्कार दिए जाने की मांग

✍️हरीश मैखुरी

देश के अनमोल रत्न और औद्योगिक विभूति रतन टाटा द्वारा कल वृहस्पति वार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ असम में देश को 7 कैंसर अस्पतालों की श्रृंखला समर्पित की। कर्मठता और निष्ठा के इन दोनों महान स्तंभों का देश सदैव ऋणी रहेगा, इस ऐतिहासिक अवसर साथ में उपस्थित रहे चर्चित एवं कर्मनिष्ठ असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वा शर्मा। देश के विभिन्न संगठनों द्वारा रत्न टाटा को पद्म पुरस्कार दिए जाने की मांग उठती रही है इस क्रम में ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज संस्थान आदरणीय रतन टाटा को पद्म पुरस्कार दिए जाने की मांग का समर्थन करता है।

        रतन टाटा ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ असम में देश को 7 कैंसर अस्पतालों की श्रृंखला समर्पित की टाटा ट्रस्ट्स के अध्यक्ष रतन टाटा ने कहा कि असम में 17 कैंसर उपचार केंद्रों का एक नेटवर्क सभी के लिए उपचार सुलभ बनाएगा क्योंकि यह अमीर आदमी की बीमारी नहीं है। ऐसे सात केंद्रों के उद्घाटन के अवसर पर टाटा ने कहा कि इन सुविधाओं से असम को विश्व स्तरीय कैंसर उपचार प्रदान करने के लिए सक्षम राज्य के रूप में पहचाना जाएगा। उन्होंने कहा कि असम के इतिहास में आज का दिन महत्वपूर्ण दिन है। कैंसर उपचार के लिए उच्च स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा जो पहले राज्य में उपलब्ध नहीं थी, उसे यहां लाया जा रहा है। कैंसर अमीर आदमी की बीमारी नहीं है। टाटा ने कहा कि असम अब कह सकता है कि भारत का एक छोटा सा राज्य भी विश्व स्तरीय कैंसर उपचार सुविधाओं से लैस है। इस अवसर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सात कैंसर केयर सेंटर का उद्घाटन किया, जबकि उन्होंने कार्यक्रम के दौरान सात और केंद्रों की नींव भी रखी। इन केंद्रों का विकास राज्य सरकार और टाटा ट्रस्ट के संयुक्त उद्यम असम कैंसर केयर फाउंडेशन (एसीसीएफ) द्वारा किया जा रहा है। नेटवर्क के तहत अन्य तीन अस्पताल इस साल के अंत में खोले जाएंगे। परियोजना की नींव जून 2018 में रखी गई थी। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया कैंसर उपचार केंद्र का उद्घाटन 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम के डिब्रूगढ़ जिले में एक कैंसर उपचार केंद्र का उद्घाटन किया। इस केंद्र का निर्माण राज्य सरकार और टाटा ट्रस्ट्स के संयुक्त उपक्रम ‘असम कैंसर केयर फाउंडेशन’ (एसीसीएफ) ने किया है। डिब्रूगढ़ का यह केंद्र एसीसीएफ द्वारा विकसित किए जा रहे 17 चिकित्सा केंद्रों में शामिल है। मोदी ने केंद्र के बाहर एक पट्टिका का अनावरण भी किया। इस दौरान असम के राज्यपाल जगदीश मुखी, केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा उपस्थित थे। मोदी ने असम मेडिकलकॉलेज और अस्पताल में स्थित केंद्र में सुविधाओं और उपकरणों का निरीक्षण किया। वह शाम को होने वाले एक अन्य कार्यक्रम में छह अन्य ऐसे केंद्रों का डिजिटल तरीके से उद्घाटन करेंगे। ये केंद्र बारपेटा, तेजपुर, जोरहाट, लखीमपुर, कोकराझार और दरांग में हैं।

मोदी इसी समारोह में धुबरी, गोलपाड़ा, गोलाघाट, शिवसागर, नलबारी, नागांव और तिनसुकिया में सात अस्पतालों की आधारशिला रखेंगे। टाटा ट्रस्ट्स के एक प्रवक्ता ने पहले बताया था कि तीन और ऐसे कैंसर उपचार केंद्रों का निर्माण पूरा होने वाला है और इनका उद्घाटन इस वर्ष के अंत में किया जाएगा।

        इस अवसर पर असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्वा शर्मा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रतन टाटा का आभार व्यक्त किया और कहा कि रतन टाटा द्वारा नार्थ ईस्ट के भारी संख्या में कैंसर पीड़ितों के लिए किया गया यह महनीय योगदान ऐतिहासिक महत्व का है। मीडिया से बातचीत में उन्होंने रत्न टाटा को पद्म पुरस्कार दिए जाने की मांग का भी समर्थन किया। ब्रेकिंग उत्तराखंड डाट काम न्यूज संस्थान भी श्री रतन टाटा को पद्म पुरस्कार दिए जाने की मांग का समर्थन करता है। 

सवाल यही है कि जब सांस्कृतिक प्रदूषण फैलाने वाले चूरण छाप गुटखा से कैंसर फैलने वाली जहर प्रचार करने वाले फिल्म नचाड़ों को पद्म पुरस्कार मिल सकते हैं तो देश में औद्योगिक विकास के जनक और कैंसर चिकित्सा संस्थान खोलने वाले रतन टाटा को क्यों नहीं?