जम्मू-कश्मीर को भारत का मुकुट बताते प्रधानमंत्री मोदी ने चेनाब नदी पर बना विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल देश को समर्पित करते हुए लहराया तिरंगा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बोले अभूतपूर्व और ऐतिहासिक कार्य कर दिया मोदी ने

✍️हरीश मैखुरी

जम्मू-कश्मीर मां भारती का मुकुट बताते प्रधानमंत्री मोदी ने चेनाब नदी पर बना विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे पुल देश को समर्पित करते हुए लहराया तिरंगा, मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला बोले अभूतपूर्व और ऐतिहासिक कार्य कर दिया मोदी ने।

मोदी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर, मां भारती का मुकुट है। ये मुकुट एक से बढ़कर एक खूबसूरत रत्नों से जड़ा हुआ है। ये अलगअलग रत्न, जम्मू कश्मीर का सामर्थ्य हैं।

यहां की पुरातन संस्कृति, यहां के संस्कार, यहां की आध्यात्मिक चेतना, प्राकृति का सौंदर्य, यहां की जड़ी बूटियों का संसार, फलों और फूलों का विस्तार, यहां के युवाओं का कौशल… मुकुट मणि की तरह चमकता है।’- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

पहले के प्रधानमंत्री लाल किले पर भी बुलेटप्रूफ कांच के अंदर से दिखते थे।

याद लाल चौक पर तिरंगे जगह आतंकवादियों की बंदूकें और पत्थरबाजों की जमात दिखती थी। तब भी मोदी ही थे जिन्होंने कहा था किसी माई के लाल ने मां का दूध पिया है तो हमें लाल चौक पर तिरंगा फहराने से रोके और उस चरम आतंकवाद के दौर में मोदी ने कश्मीर के लाल चौक पर तिरंगा फहराया था। अब नये भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हीं आतंकवादियों के गढ़ में खुले आम तिरंगा लहराते हुए घूमते हैं। बल्कि वहां के आतंकवादियों और उनके आकाओं सहित कश्मीर की आम जनमानस को प्राचीन कश्मीर भी याद दिलाते हैं आज चेनाब ब्रिज का उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ‘जम्मू-कश्मीर, मां भारती का मुकुट है। ये मुकुट एक से बढ़कर एक खूबसूरत रत्नों से जड़ा हुआ है। ये अलगअलग रत्न, जम्मू कश्मीर का सामर्थ्य हैं।

यहां की पुरातन संस्कृति, यहां के संस्कार, यहां की आध्यात्मिक चेतना, प्राकृति का सौंदर्य, यहां की जड़ी बूटियों का संसार, फलों और फूलों का विस्तार, यहां के युवाओं का कौशल… मुकुट मणि की तरह चमकता है। बता दें कि इस चेनाब ब्रिज की सबसे पहले बात पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की ने की थी जिसकी आधारशिला और आधारशिला रखने और लोकार्पण का काम भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।इस अवसर पर मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि यह कार्य अंग्रेज भी करना चाहते थे पर वह नहीं कर पाए इसके बाद अन्य सरकारों ने भी प्रयास किया लेकिन वह नहीं कर पाए लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने यह अभूतपूर्व और ऐतिहासिक कार्य कर दिया ।