मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी के निर्देश पर चारधाम यात्रा में वीआईपी दर्शनों की व्यवस्था समाप्त, आज का पंचाग आपका राशि फल, न्याय के देवता शनि की सनसनी, इन पंच वृक्षों का निरूपण हो सरकार की प्राथमिकता, २२ मई को खुलेंगे हेमकुंड और लक्षमण तीर्थ के कपाट,

 

उत्तराखंड में चार धाम यात्रा के दृष्टिगत मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों को सुव्यवस्थित और नियमानुसार यात्रा संचालन के निर्देश दिए हैं। *मुख्यमंत्री ने चारों धामों में वीआईपी दर्शन की व्यवस्था को समाप्त करते हुए एक समान व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं।* मुख्यमंत्री ने पुलिस विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि पुलिस विभाग नियमों का कड़ाई से पालन करें और अतिरिक्त सावधानी बरते।

मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा को लेकर सरकार लगातार मॉनिटरिंग कर रही है। बीते 2 सालों में कोविड संक्रमण के कारण यात्रा नहीं चल पाई है ऐसे में इस बार यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा हमारी चुनौती है लेकिन सरकार इसे सुव्यवस्थित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि बीते कुछ समय में चार धाम यात्रा में जितनी भी कैजुअल्टीज हुई हैं वह यात्रा में अव्यवस्था एवं भगदड़ मचने से नहीं बल्कि अन्य स्वास्थ्यगत कारणों से हुई है। मुख्यमंत्री ने चार धाम यात्रा पर आने वाले नौजवानों से अनुरोध करते हुए कहा है कि नौजवान पहले बुजुर्ग एवं महिलाओं को दर्शन करने का अवसर दें।

उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा के आगे बढ़ने के साथ-साथ स्वास्थ्य सुविधाओं को भी उसी क्रम में बढ़ाया जा रहा है। प्रतिदिन श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने यात्रा के प्रवेश एवं पंजीकरण स्थल पर ही हैल्थ स्क्रीनिंग की सुविधा आरम्भ कर दी गयी है।

चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी देते हुए महानिदेशक डॉ० शैलजा भट्ट ने बताया कि अब ऋषिकेश आई०एस०बी०टी० रजिस्ट्रेशन स्थल पर यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग आरम्भ कर दी गयी है और यहां पर चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ को हैल्थ स्क्रीनिंग के लिए तैनात कर दिया गया है। हैल्थ स्क्रीनिंग के उपरान्त जिन यात्रियों में किसी भी प्रकार की शारीरिक अस्वस्थता पायी जा रही है, उन्हें विश्राम करने अथवा स्वास्थ्य के अनुकूल होने के उपरान्त ही यात्रा पर जाने का परामर्श दिया जा रहा है।

डॉ० भट्ट के अनुसार अभी तक 650 यात्रियों की हैल्थ स्क्रीनिंग ऋषिकेश आई०एस०बी०टी० पर की जा चुकी है। इसी क्रम में यमनोत्री व गंगोत्री के यात्रा मार्ग पर भी क्रमशः दोबाटा एवं हिना में भी हैल्थ स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है, जबकि बद्रीनाथ धाम के यात्रियों के लिए हैल्थ स्क्रीनिंग शिविर पाण्डुकेश्वर में लगाया गया है।

स्वास्थ्य सुविधाओं को त्वरित एवं अधिक प्रभावी बनाए जाने के बारे में महानिदेशक डॉ० शैलजा भट्ट ने जानकारी दी कि आपातकालीन स्थितियों में हताहत / प्रभावित यात्रियों के लिए 24X7 हैली एम्बुलेंस की सुविधा रखी गयी है। यात्रा के आरम्भ होने से अभी तक केदारनाथ यात्रा के 11 यात्रियों को एयरलिफ्ट किया गया है, जिसमें चोट लगने के 05 मामलें शामिल है। उत्तरकाशी में गंगोत्री यमनोत्री धाम की यात्रा के दौरान गंभीर रूप से बीमार 12 मरीजों को मेडिकल टीम द्वारा आवश्यक चिकित्सा उपचार देकर बचाया गया।

यात्रियों को हैल्थ एडवाईजरी के माध्यम से अनुकूल स्वास्थ्य की परिस्थितियों में ही यात्रा जारी रखने के बारे में जागरूक किया जा रहा है। हैल्थ एडवाईजरी को पर्यटन विभाग, स्थानीय प्रशासन एवं स्वास्थ्य इकाईयों के अलावा यात्रा मार्गों पर होर्डिग्स के द्वारा भी जगह-जगह पर डिस्पले किया जा रहा हैं।

यात्रा मार्गों में मेडिकल रिलीफ पोस्ट पर चिकित्सक एवं पैरा मेडिकल स्टॉफ द्वारा यात्रियों से अपने ऑक्सीजन स्तर की जांच कराने वहां पर 10 मिनट विश्राम करने के उपरान्त यात्रा शुरू करने, यात्रा के दौरान पानी पीते रहने और भूखे पेट न रहने के बारे में अपील की जा रही है।

*ॐ श्री परमात्मने नमः*🙏
*ॐ प्रां प्रीं प्रौं शं शनश्चरायै नमः*🙏🙏🙏
*नीलांजनः समाभासं रवि पुत्रं यमाग्रजं* *छाया मार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम*


💐💐💐हस्तरेखाशास्त्र में मध्यमा अँगुली के नीचे मेरा स्थान है। तथा अंक ज्योतिष के अनुसार प्रत्येक माह ८,१७,२६, तारिख का मैं स्वामी हूँ । मैं ३० वर्षों में समस्त राशियों का भ्रमाण कर लेता हूँ। एक बार साढेसाती आने के पश्चात् ३० वर्षों के बाद ही व्यक्ति मुझसे प्रभावित होता है। अपवाद को छोड दिया जाए तो व्यक्ति अपने जीवन में तीन बार मेरी साढेसाती से साक्षात्कार करता है।

आपने यह कहावर सुनी होगी कि
” जाको प्रभु दारुण दुःख देहीं ,
ताकी मति पहले हर लेहिं ।।”

मेरा भी यही सिद्धांत है, जिस व्यक्ति को मुझे दण्ड देना हो, मैं पहले उसकी बुद्ध पर अपना आक्रमण करता हूँ अथवा उसे दण्ड देने के लिए किसी अन्य की बुद्धि का नाश करके जातक को दण्ड देने का कारण बना देता हूँ। कोई अपराध करता है तो मेरी अदालत में उसे पूर्व में किये हुए बुरे कर्मों का दण्ड पहले मिलता है,बाद में मुकदमा इस आशय का चलता है कि उसके आचरण एवं चाल चलन में सुधार हुआ है या नहीं। यदि दण्ड मिलते मिलते जातक स्वयं में सुधार कर लेता है तो उसकी सजा समाप्त करते हुए उसे पूर्व की यथास्थिति में लाने का निर्णय लेता हूँ।साथ ही यदि इसका चाल चलन उत्कृष्ट रहा तो उसे अपनी दशा अर्थात सजा की अवधि के पश्चात्‌ अपार धन दौलत तथा वैभव प्रतिष्ठापित कर देता हूँ ।
मेरी नजर में सजा योग्य अपराध— भ्रष्टाचार, झूठी गवाही,विकलांगों को सताना, भिखारियो को अपमानित करना,चोरी,रिश्वत, चालाकी से धन हडपना,जुआ खेलना ,नशा जैसे– शराब,गुटका,तम्बाकू खाना, व्याभिचार करना,परस्त्रीगमन, अपने माता-पिता या सेवक का अपमान करना, चींटी- कुते या कौए को मारना आदि। इन अपराधों की कम या ज्यादा सजा मेरी अदालत में अवश्य ही मिलती है।
#वेशभुषा — न्याय के क्षेत्र में काले रंग को विशेष स्थान प्राप्त है। मेरी वेशभुषा इसी कारण काली है। आज भी न्यायालय में न्यायाधीश या वकील काला कोट तथा काला गाउन पहनते हैं। यहाँ तक कि न्याय की देवी की आखों पर भी काली पट्टी ही बंधी हुई है।
महाराष्ट्र के नासिक जिले में शिरडी से कुछ ही किलोमीटर की दिरी पर शनि मन्दिर है। यहाँ एक प्रतिमा विद्यमान है। इस प्रतिमा का कोई आकार नहीं है; क्योंकि कहा जाता है कि यह प्रतिमा पाषाणखण्ड के आकार में शनि ग्रह से उल्कापिण्ड के रुओ में प्रकट हुई। मानी जाती है। यहां निश्चित परिधि में कोई भी व्यक्ति चोरी या अन्य अपराध नहीं कर सकता । यदि भूलवश कर ले तो उसे इतना भारी और कठोर दण्ड मिलता है। मेरी दशा में किस तरह लोग कष्ट उठाते हैं, यह इन पौराणिक सन्दर्भों से ज्ञात हो जाएगा ——–

#पाण्डवों_को_वनवास — जब पाण्डवों कि जन्मपत्री में मेरी दशा आयी तो मैंने ही द्रौपदी की बुद्धि भ्रमितकरके कड़वे वचन कहलाये, परिणामस्वरूप पाण्डवों को वनवास मिला।
#रावण _कि_दुर्गति — छ:शास्त्र और अठारह पुराणों के प्रकाण्ड पण्डित रावण का पराक्रम तीनों लोको में फैला हुआ था। मेरी दशा में रावण घबरा गया। अपने बचाव के लिए वह मुझ पर आक्रमण करबे पर उतारू हो गया। उसने शिव से प्राप्त त्रिशूल से मुझे घायल करके अपने बंदीगृह में उल्टा लटका दिया। लंका जलाते समय हनुमान जीने देखा कि मुझे बंदीबना रखा है। हनुमान जी ने मुझे छुटकारा दिलाया। मैंने हनुमान जी से मेरे योग्य सेवा बताने का अनुरोध किया तो हनुमान जी ने कहा तुम मेरे भक्तों को कभी कष्ट मत देना। मैंने तुरंत अपनी सहमती दे दी ।अन्त में राम – रावण युद्ध में मैंने रावण को परिवार सहित नष्ट करने में अप‌नी कुदृष्टि का भरपूर प्रयोग किया। परिणामस्वरूप श्रीराम जी कि विजय हुई।
#विक्रमादित्य_कि_दुर्दशा — विक्रमादित्य पर जब मेरी दशा आयी तो मयूर का चित्र ही हार को निगल गया। विक्रमादित्य को तेली के घर पर कोल्हू चलाना पड़ा ।
#राजा_हरिश्चंद्र_को_परेशानी — राजा हरिश्चंद्र को मेरी दशा में दर – दर कि ठोकरें खानी पड़ी।उनका परिवार बिछुड गया। स्वयं को श्मशान में नौकरी करनी पड़ी।
यदि आप चाहते हैं कि मैं हमेशा आप से प्रसन्न रहूं तो आप निम्न उपाय करें तो मैं विश्वास दिलाता हूँ कि मैं हमेशा आपकी रक्षा करूंगा — हनुमदुपासना, सूर्य उपासना,पीपल के वृक्ष कि पूजा, शनिअष्टक का पाठ करें ।

जोशीमठ (उरगम घाटी) हिमालय में स्थित लोकपाल हेमकुंड 15500 फीट ऊंचाई पर सप्तश्रृंग पर्वत पर स्थित है गुरुवाणी में लिखा गया है कि जहां 7 चोटिया हो और पांडू राजा ने तप कमाया था वही स्थान लोकपाल हेमकुंड है एक मान्यता के अनुसार यहां पर भगवान शेषनाग स्वयं विराजमान होते हैं त्रेता युग में लक्ष्मण जी ने इसी स्थान पर घोर तपस्या की थी आज भी यहां पर श्री लक्ष्मण जति जी का मंदिर विद्यमान है इसी स्थान पर मान्यता है कि गुरु गोविंद सिंह ने यहां आकर तपस्या की थी उन्हें हिमालय की दिव्य शक्ति प्राप्त हुई थी लोकपाल के बारे में भ्यूँडार के नंदा सिंह बताते थे कि यहां भगवान शेषनाग का परम स्थान रहा है इसे स्थान पर सिखों के दसों गुरु गुरु गोविंद सिंह जी ने तपस्या की थी। वे यह भी बताते थे जब तक लक्ष्मण मंदिर में कोई भी श्रद्धालु दर्शन करने नहीं जाएंगे उनकी मनोकामनाएं पूर्ण नहीं हो सकती है। लोकपाल मंदिर का जीर्णोद्धार माननीय सतपाल जी महाराज पर्यटन मंत्री के द्वारा किया गया था लोकपाल हेमकुंड के लिए प्रथम जत्था 19 मई को गोविंदघाट गुरुद्वारा से हेमकुंड के लिए रवाना होगा। 22 मई को हेमकुंड गुरुद्वारा की कपाट खोल दिए जाएंगे। इसी दिन हिंदुओं के पवित्र स्थान लोकपाल के भी कपाट आगामी अक्टूबर माह तक खोल दिए जाएंगे। यह दो संस्कृति का को जोड़ने वाला पवित्र स्थान लोकपाल और हेमकुंड अपने में महत्व रखता है और पांडु पर्व मैं लिखा गया है कि एक बार जब पांडव अज्ञातवास के समय हिमालय में निवास कर रहे थे उन दिनों गोविंद घाट के पास पांडव एवं द्रोपति निवास करती थी 1 दिन पुष्पावती नदी से एक ब्रह्म कमल वह कर आ रहा था तो द्रोपती ने भीम से कहा कि मुझे इस पुष्प वाटिका में जाना है और वहां से फूल चुन के लाना है ऐसी लोक मान्यता है कि स्वयं द्रोपति फूलों की घाटी मैं जाकर के ब्रह्म कमल को लेकर आई थी और उन्होंने लोकपाल के दर्शन किए थे फूलों की घाटी एवं लोकपाल हेमकुंड कई युगों से विद्यमान है। विश्व प्रसिद्ध फूलों की घाटी इसी क्षेत्र में विद्यमान है। यहां यात्रा के लिए जहां हिंदू सिख दोनों संप्रदाय के लोग यात्रा करते हैं अन्य समुदाय के लोग भी फूलों की घाटी देखने के लिए हर वर्ष यहां पहुंचते हैं। ✍️लक्ष्मण सिंह नेगी की रिपोर्ट

क्या कभी आपने सोचा हैं की इस देश में पीपल बरगद नीम आदि पेड़ों को क्यो लगवाना बंद किया आइये जाने आज का ज्ञान .

*पिछले 68 सालों में पीपल, बरगद,पकड़ी और नीम के पेडों को सरकारी स्तर पर लगाना बन्द किया गया है*

*पीपल कार्बन डाई ऑक्साइड का 100% एबजार्बर है, बरगद 80% और नीम 75 %*

*अब इन पेड़ों से दूरी बना ली तथा इसके बदले विदेशी यूकेलिप्टस को लगाना शुरू कर दिया जो जमीन को जल विहीन कर देता है*

*आज हर जगह यूकेलिप्टस, गुलमोहर और अन्य सजावटी पेड़ो ने ले ली है*

*अब जब वायुमण्डल में रिफ्रेशर ही नही रहेगा तो गर्मी तो बढ़ेगी ही और जब गर्मी बढ़ेगी तो जल भाप बनकर उड़ेगा ही*

*हर 500 मीटर की दूरी पर एक पीपल का पेड़ लगाये तो आने वाले कुछ साल भर बाद प्रदूषण मुक्त हिन्दुस्तान होगा*

*वैसे आपको एक और जानकारी दे दी जाए*
पीपल के पत्ते का फलक अधिक और डंठल पतला होता है जिसकी वजह शांत मौसम में भी पत्ते हिलते रहते हैं और स्वच्छ ऑक्सीजन देते रहते हैं।
पीपल को वृक्षों का राजा कहते है।

*अब करने योग्य कार्य*

*इन जीवनदायी पेड़ों को ज्यादा से ज्यादा लगायें तथा यूकेलिप्टस पर बैन लगाया जाय*

*आइये हम सब मिलकर अपने “हिंदुस्तान” को प्राकृतिक आपदाओं से बचाएँ*.

*🌳🌱अपने व अपने बच्चों के जन्मदिन पर पीपल ,नीम, बरगदका पौधा जरूर लगायें। राजीव दीक्षित अपने भारत के लिए इसी तरह के कार्य चाहते थे आइए उनके कार्यों में हिस्सेदार बनेl

🕉श्री हरिहरो विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शनिवार, १४ मई २०२२🌻

 

सूर्योदय: 🌄 ०५:३६

सूर्यास्त: 🌅 ०६:५५

चन्द्रोदय: 🌝 १७:०८

चन्द्रास्त: 🌜२८:३९

अयन 🌕 उत्तरायने (उत्तरगोलीय

ऋतु: 🌞 ग्रीष्म 

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 वैशाख 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 त्रयोदशी (१५:२२ तक)

नक्षत्र 👉 चित्रा (१७:२८ तक)

योग 👉 सिद्धि (१२:५९ तक)

प्रथम करण 👉 तैतिल (१५:२२ तक)

द्वितीय करण 👉 गर (२६:०७ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 वृष 

चंद्र 🌟 तुला (०६:११ से)

मंगल 🌟 कुम्भ (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 वृष (अस्त, पश्चिम, वक्री)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, मार्गी)

शुक्र 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:४६ से १२:४१

अमृत काल 👉 ११:२५ से १२:५६

सर्वार्थसिद्धि योग 👉 १७:२८ से २९:२३

रवियोग 👉 १७:२८ से २९:२३

विजय मुहूर्त 👉 १४:३० से १५:२४

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:४९ से १९:१३

सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:०३ से २०:०५

निशिता मुहूर्त 👉 २३:५२ से २४:३४

राहुकाल 👉 ०८:४९ से १०:३१

राहुवास 👉 पूर्व

यमगण्ड 👉 १३:५६ से १५:३८

होमाहुति 👉 शनि – १७:२८ तक

दिशाशूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्रवास 👉 दक्षिण (पश्चिम ०६:१३ से)

शिववास 👉 नन्दी पर (१५:२२ भोजन में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – काल २ – शुभ

३ – रोग ४ – उद्वेग

५ – चर ६ – लाभ

७ – अमृत ८ – काल

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – लाभ २ – उद्वेग

३ – शुभ ४ – अमृत

५ – चर ६ – रोग

७ – काल ८ – लाभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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पश्चिम-दक्षिण (वायविडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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संक्रांति सूर्य वृष मे २९:२८ से (पुण्यकाल प्रातः ०५:३३ से ०५:४४ तक, श्री नृसिंह जन्मोत्सव, देवी छिन्नमस्तिका जन्मोत्सव, वाहन क्रय+विक्रय मुहूर्त दोपहर १२:२३ से सायं ०५:२५ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १७:२८ तक जन्मे शिशुओ का नाम 

चित्रा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (रा, री) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम स्वाति नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (रू, रे, रो) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

मेष – २७:५७ से ०५:३१

वृषभ – ०५:३१ से ०७:२६

मिथुन – ०७:२६ से ०९:४०

कर्क – ०९:४० से १२:०२

सिंह – १२:०२ से १४:२१

कन्या – १४:२१ से १६:३९

तुला – १६:३९ से १९:००

वृश्चिक – १९:०० से २१:१९

धनु – २१:१९ से २३:२३

मकर – २३:२३ से २५:०४

कुम्भ – २५:०४ से २६:३०

मीन – २६:३० से २७:५३

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रोग पञ्चक – ०५:२४ से ०५:३१

शुभ मुहूर्त – ०५:३१ से ०७:२६

मृत्यु पञ्चक – ०७:२६ से ०९:४०

अग्नि पञ्चक – ०९:४० से १२:०२

शुभ मुहूर्त – १२:०२ से १४:२१

रज पञ्चक – १४:२१ से १५:२२

शुभ मुहूर्त – १५:२२ से १६:३९

चोर पञ्चक – १६:३९ से १७:२८

शुभ मुहूर्त – १७:२८ से १९:००

रोग पञ्चक – १९:०० से २१:१९

शुभ मुहूर्त – २१:१९ से २३:२३

मृत्यु पञ्चक – २३:२३ से २५:०४

अग्नि पञ्चक – २५:०४ से २६:३०

शुभ मुहूर्त – २६:३० से २७:५३

मृत्यु पञ्चक – २७:५३ से २९:२३

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज का दिन आपको पुराने परिश्रम का फल देगा। व्यवहारिकता से बनाये सम्बन्धों से लाभ की संभावनाएं बनेगी। व्यवसाय से भी मध्यान तक प्रचुर मात्रा में लाभ अर्जित कर पाएंगे। परन्तु आज नए कार्यो में निवेश ना करें अन्यथा रुकावट आ सकती है। घरेलु कार्यो में व्यस्तता रहेगी सुखोपभोग की वस्तुओ पर खर्च करना पड़ेगा। रिश्तेदारी में जाना पड़ सकता है। सामाजिक क्षेत्र पर पारिवारिक स्थिति और ज्यादा बेहतर बनेगी। वाणी एवं व्यवहार की मधुरता किसी को भी आसानी से प्रभावित करेगी। धार्मिक क्षेत्र की यात्रा होगी दान पुण्य के अवसर मिलेंगे।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आप प्रत्येक कार्यो में आलस्य-प्रमाद के कारण लाभ के अवसर हाथ से गवां सकते है। परिवार अथवा सहकर्मियो पर नाजायज अधिकार चलाने के कारण उग्र वातावरण बनेगा। वाणी में भी कड़वाहट रहने से लोग दूरी बनाएंगे। व्यवसाय में मन से परिश्रम करने के बाद भी किसी मामूली गलती के कारण लाभ आगे के लिये टल सकता है प्रतिस्पर्धा कम् रहने का उचित लाभ नहीं उठा पाएंगे। ससुराल पक्ष से सम्बन्ध असामान्य रहेंगे। माता-पिता की सेहत के कारण चिंता रहेगी। स्त्री का सहयोग मिलेगा। सन्तानो के ऊपर आज अधिक स्नेह रहेगा।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आप कई दिनों से टल रही घरेलु उलझनों को सुलझाने में व्यस्त रहेंगे घर के सभी सदस्य बैठ कर महत्त्वपूर्ण विषयो पर चर्चा कर सकते है। वाणी का प्रयोग संयमित रखे अन्यथा व्यर्थ की गरमा-गर्मी हो सकती है। व्यवसायी लोग आज ज्यादा परिश्रम करने के मूड में नहीं रहेंगे जितना मिले उसी में संतोष कर लेंगे। सामाजिक कार्यक्रमो में भी बेमन से सम्मिलित होना पड़ेगा फिर भी सम्मान पाने के हकदार रहेंगे। दोपहर के बाद घर में रिश्तेदारो का आगमन होने से चहल-पहल बनेगी। लघु यात्रा पर्यटन पर जाएंगे परिजनों के साथ सुख से समय व्यतीत होगा।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन गृहक्लेश के कारण वातावरण कलुषित होगा। भाई-बंधू वैरभाव रखेंगे परिवार के अन्य सदस्य भी आपका पक्ष लेने से बचेंगे। जमीन जायदाद सम्बंधित कार्य जल्दबाजी अथवा भावुकता में ना करें अन्यथा बाद में पश्चाताप होगा। कार्य क्षेत्र पर व्यवसाय में सुधार आने से थोड़ी राहत मिलेगी। नौकरी पेशा वर्ग आज पर्यटन के मूड में रहेंगे। स्वास्थ्य सम्बंधित शिकायते भी रहने से शिथिलता आयेगी। अधिकारी वर्ग से किसी कारण बहस हो सकती है। आस-पड़ोसियों से सम्बन्ध मधुर बनेंगे। यथा सम्भव लंबी यात्रा टालें।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन का पूर्वार्ध कुछ ख़ास नहीं रहेगा दैनिक कार्य सामान्य गति से चलते रहेंगे। कार्य क्षेत्र पर विलम्ब के कारण व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। अधूरे कार्य आज भी लटके रहने की संभावना है। मध्यान के बाद का समय कार्यो से मन भटकायेंगा। आज आप स्वयं को छोड़ इधर-उधर की बातों में ज्यादा रूचि लेंगे लेकिन किसी को बिना मांगे सलाह ना दे अन्यथा सम्मान में कमी आ सकती है दो पक्षो में सुलह कराने में भी आपकी महत्त्वपूर्ण भागीदारी रह सकती है। विरोधी शांत रहेंगे। धन लाभ आज चाह कर भी आशा के अनुकूल नहीं रहेगा। आनंद के अवसर मिलेंगे।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन आपको विविध उलझनों का सामना करना पड़ेगा खासकर पारिवारिक उलझने अकस्मात गंभीर रूप धारण कर सकती है घर के किसी सदस्य के गलत व्यवहार के कारण पारिवारिक गरिमा का हास हो सकता है। भाई बंधुओ से वर्चस्व को लेकर टकराव संभव है। धार्मिक कार्यो में रूचि होने पर भी ध्यान एकाग्र नहीं रख सकेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहने पर भी कार्यो में उत्साह नहीं दिखा सकेंगे। आज भी उधारी वाले व्यवहारों के कारण मानसिक चिंता रहेगी। संध्या का समय एकांत में बिताना अधिक पसंद करेंगे थोड़ी शांति भी मिलेगी।

धन लाभ में विलम्ब होगा।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज दिन का पहला भाग सुख-शांति से व्यतीत करेंगे आलस्य के कारण घरेलु कार्यो को अनदेखा करेंगे जिससे मामूली नोकझोंक हो सकती है। सेहत लगभग सामान्य ही रहेगी परन्तु घर में किसी सदस्य के स्वास्थ्य पर खर्च करना पड़ेगा। कार्य क्षेत्र पर आरम्भ में स्थिति लाभदायक रहेगी आशा के अनुसार व्यवसाय होगा परन्तु धन लाभ नियोजित नहीं होगा। कुछ महत्त्वपूर्ण कार्य अधूरे रह सकते है। कार्य क्षेत्र पर बदलाव करने के विचार भी बनेंगे। मध्यान के बाद से परिस्थिति बदलेगी कार्यो में अड़चने आने लगेगी फिर भी मनोरंजन के अवसर मिलते रहेंगे।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन भी अधिकांश समय परिस्तिथियां आपकी आशाओं के विपरीत रहेंगी। पारिवारिक उलझनों के चलते अपने आपको बंधन में अनुभव करेंगे। प्रियजनों के विषय में आप के विचार बदल जाएंगे। सामाजिक क्षेत्र पर भी स्वयं को अकेला पाएंगे जिससे सहायता मांगेंगे वही टालमटोल करेगा। सेहत दोपहर के समय नरम रहेगी इसके बाद धीरे धीरे स्थिति में परिवर्तन होने लगेगा। घर के बड़े सदस्य सहायता के लिए आगे आयएंगे परन्तु स्त्री से अनबन लगी रहेगी। सन्तानो का व्यवहार भी अनापेक्षित रहने से पीड़ा होगी। संध्या तक जोड़ तोड़ करके निर्वाह के साधन बना लेंगे।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन आप आनंद के साथ व्यतीत करेंगे। घर बाहर का वातावरण सहयोगी रहने से समस्त कार्य आसान बनेंगे फिर भी कुछ कार्य आज अधूरे भी रह सकते है। सामाजिक कार्यो में सहभागिता बढ़ने से मान-सम्मान भी बढ़ेगा। परिजनो के साथ भविष्य के मांगलिक कार्य की रूपरेखा बनाएंगे। आज आप किसी को भी कुछ विरुद्ध बोलने का मौका नहीं देंगे। सभी को प्रसन्न रखने की विचारधारा परेशानी में भी डालेगी। खर्च बढ़ चढ़ कर रहेंगे फिर भी इनकी परवाह नहीं रहेगी। कार्य से समय निकाल स्वजनों के साथ बाहर घूमने का अवसर मिलेगा। धन लाभ अल्प रहेगा।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपको घर अथवा व्यावसायिक क्षेत्र पर कुछ विशेष कार्य सौपे जा सकते है इन्हें यथा शीघ्र पूर्ण कर लेंगे। वरिष्ठ लोग आपकी परीक्षा विभिन्न तरीकों से लेंगे इसमें सफलता निश्चित मिलेगी फिर भी हित शत्रु व्यवधान डालेंगे। चुनातियों का सामना करने में सक्षम रहेंगे लेकिन मध्यान के बाद आलस्य बढ़ने से स्थिति डांवाडोल हो सकती है। व्यापारियों को धन लाभ बीच बीच में होते रहने से संतोष रहेगा। पारिवारिक वातावरण में सुधार आएगा परिजन आज आपकी भावनाओं की कद्र करेंगे। परन्तु किसी कामना की पूर्ति ना होने पर रूठना मनाना लगा रहेगा।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आपका आज का दिन साधारण रहेगा फिर भी मानसिक रूप से प्रसन्न रहने के वातावरण बनते रहेंगे। सेहत में थोड़ी खराबी रह सकती है गले अथवा छाती सम्बंधित रोग से कष्ट होगा। धार्मिक स्थल के कार्यक्रमो में रूचि से हिस्सा लेंगे घर में भी पूजा पाठ का आयोजन करा सकते है। कल की अपेक्षा आज अधिकांश समय मौन रहना पसंद करेंगे जिससे आस पास संवादहीनता का वातावरण बनेगा। परिवार में आपकी आवश्यकता बढ़ेगी। कीमती सामान संभाल कर रखे चोरी अथवा नष्ट होने की संभावना है। स्त्री वर्ग के प्रति नीरसता रहेगी।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आप अधिकांश समय आराम में बिताना पसंद करेंगे। स्वास्थ्य सम्बंधित शिकायत पेट सम्बंधित समस्या मुख्यतः रहेगी। आकस्मिक कार्य आने से यात्रा करनी पड़ सकती है। धन लाभ दोपहर से पूर्व आसानी से होगा इसके बाद का समय परिश्रम साध्य लाभ देगा। पुरानी उधारी चुकता होने से राहत मिलेगी। घर में महिलाओं एवं सन्तानो की फरमाइश पूरी करनी पड़ेगी। माता पिता से भावनात्मक सम्बन्ध रहेंगे इस कारण किसी अन्य सदस्य से क्लेश भी रह सकता है। संध्या का समय थकान वाला रहेगा फिर भी मनोरंजन में समय बितायेंगे।

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