“पाकिस्तान” के कराची में ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के आतंकी ‘ताज मोहम्मद’ को अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारी पाकिस्तान से भारत के विरूद्ध रचता था आतंकी षड्यंत्र

*”पाकिस्तान” के कराची में ‘जैश-ए-मोहम्मद’ के आतंकी ‘ताज मोहम्मद’ को अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारी, पाकिस्तान के आतंकियों में अज्ञात का खौप पसरा। भारत लंबे समय तक आतंकवाद से पीड़ित रहा और इस आतंकवाद के पीछे पाकिस्तान के नापाक मंसूबे रहे। पाकिस्तान में आजादी के बाद लोगों के जेहन में इस कदर नफरत बोया गया कि वह आतंकवादियों का सबसे बड़ा पनाहगाह बन गया है। इसी आतंकवाद की काली कमाई करके पाकिस्तान रोटी का इंतजाम करता रहा। कांग्रेस के शासनकाल में भारत ने कभी भी पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब नहीं दिया बल्कि वोटबैंक और तुष्टिकरण के चक्कर में उसने देश का बेड़ा गर्क ही किया। लेकिन 2014 के बाद सबकुछ बदल गया। भारत में नोटबंदी ने पाकिस्तान की कमर तोड़ दी, नकली नोटों का कारोबार बंद हो गया और वहां रोटी के लाले पड़ गए। और अब पाकिस्तान के पाले आतंकवादियों पर दोहरा प्रहार हो रहा है। भारत में घुसपैठ करने वाले आतंकवादियों को सुरक्षाबल निपटा रही है वहीं पाकिस्तान में अज्ञात लोग आतंकवादियों को चुन-चुन कर मौत के घाट उतार रहे हैं। इससे पाकिस्तान के आतंकवादी इन दिनों दहशत में हैं। पिछले एक हफ्ते में जैश आतंकी ताज मोहम्मद और भारत के खिलाफ जहर उगलने वाला मलिक असलम वजीर की हत्या कर दी गई। केवल नवंबर महीने की बात करें तो पाकिस्तान में भारत के छह दुश्मनों को मौत के घाट उतारा जा चुका है वहीं इस साल अब तक 20 आतंकवादियों को निपटाया जा चुका है।

2022 से अब तक 25 आतंकवादी मारे गए, 2023 में 20 ढेर

पिछले कुछ महीनों में विदेशी धरती पर भारत विरोधी हरदीप सिंह निज्जर, अवतार सिंह खांडा, परमजीत पंजवार, रिपुदमन सिंह मलिक, हरविंदर रिंडा, सुखदूल सिंह, हैप्पी संघेड़ा के साथ ही अबू कासिम, जहूर मिस्त्री, अब्दुल सलाम भुट्टावी, सैयद नूर, एजाज अहमद, खालिद रजा, बशीर अहमद, शाहिद लतीफ, मुफ्ती कैसर फारूक, जियाउर रहमान, मलिक दाऊद, सुक्खा दुनिके, ख्वाजा शाहिद, मौलाना तारिक रहीम उल्‍लाह तारिक जैसे आतंकियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई। वर्ष 2023 में अब तक 20 भारत विरोधी आतंकवादी विदेशों में मारे जा चुके हैं। वहीं 2022 में पांच भारत विरोधी आतंकवादी मारे गए थे। वर्ष 2014 से पहले भारत पर जब आतंकवादी हमले होते थे तब भारत उन में जाकर पाकिस्तान के विरुद्ध गुहार लगाता था कि पाकिस्तान ने हमारे यहां आतंकवादी हमला कर दिया 2014 के बाद जब से मोदी सरकार आई तब से न केवल देश में आतंकवादी हमले लगभग बंद हो गए हैं बल्कि भारत के विरुद्ध आतंकवादी गतिविधियां चलाने वाले विदेश में भी अज्ञात लोगों के द्वारा ठिकाने लगाए जा रहे हैं आज पाकिस्तान अपने को आतंकवाद पीड़ित बता रहा है जो पाकिस्तान 2014 से पहले कश्मीर मांगने का सपना देखा था आज वह आता मांगने पर विवश कर दिया गया है आतंकवादियों को पाकिस्तान में ही घुसकर मारा जाता है बालाकोट जैसी सर्जिकल स्ट्राइक कर दी जाती है
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