कैसे किया जाता है धन का दुरूपयोग

सुरेन्द्र रावत
 मैठाना स्लाइड के ट्रीटमेंट में जिस तरह हाई तकनीक का हवाला दिया जा रहा था करोड़ों रुपया पानी।की तरह बहाया गया। साइड पर कोई भी जिमेदार अधिकारी कर्मचारी नही जो ये जबाब दे की जो बिना सोचे समझे काम हो रहा काम शुरू होते है पूरा वायर्करेट टूट गया। कोई नही जिला स्तर छोडो प्रदेश स्तर पर भी शायद सब डरे है जबाब देने को। क्योंकि nh74 की जांच के बाद खौफ है नेताओं में जांच की बात करनी ही कैसे जब ठेकेदार उन्होंने भेजा हो। क्या कोई जिले का छोटा ठेकेदार इस काम को करता इतनी जल्दी काम जबाब दे देता तो तब स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन इसी तरह मूक बना रहता या फिर हो हल्ला मचाता।
ट्रीटमेंट अलकनन्दा के किनारे छोड़ ऊपर ही ऊपर किया जा रहा ऊपर से विदेश तकनीक का हवाला अरे भाई जमीन हिन्दुस्तानी है इसे समझो फिर समाधान के।लिए कोई भी तकनीक प्रयोग करो ताकि इस तरह से धन का दुरूपयोग न हो सके। किस्से पूछे सवाल कोई बोलने को नही तयार। अगले साल देखेंगे की यह विदेशी तकनीक कितनी कारगर साबित होती या ऑफ़ सीजन में टिकाकर भुगतान हो जाएगा बरसात में काम स्वाहा।