बिगब्रेकिंग- पिथौगढ़ के जुम्मा में भूस्खलन से जानमाल की भारी क्षति, राहत और बचाव कार्य जारी, मुख्यमंत्री पुष्करसिंह धामी ने पिथौरागढ़ के जिला प्रशासन से लिया अपडेट, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जताई गहरी संवेदना

✍️हरीश मैखुरी

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में धारचूला के जुम्मा के एकला तोक में सोमवार सुबह चार बजे मूसलाधार बारिश से पहाड़ी से हुए भूस्खलन के दौरान आए मलबे में एक महिला मलबे में दब गई। बताया गया कि भू स्खलन से मलबे में दबने वालों की संख्या अधिक भी हो सकती है। सूचना पर धारचूला तहसील मुख्यालय से पहुंची टीम ने छह घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया लेकिन महिला का अभी पता नहीं चल पाया जुम्मा गांव की भागीरथी देवी (32 वर्ष) पत्नी नर सिंह सोमवार सुबह करीब चार बजे घर से कुछ दूरी स्थित गोशाला में जानवरों को चारा देने गई थी। इसी मध्य पहाड़ी से भारी मात्रा में आया मलबा भागीरथी को बहा ले गया।
    मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने जनपद पिथौरागढ़ के तहसील धारचूला के ग्राम जुम्मा में भारी वर्षा से हुए नुकसान के बारे में कुमाऊं कमिश्नर श्री सुशील कुमार एवं अपर जिलाधिकारी पिथौरागढ़ श्री फिंचाराम से वर्चुअल माध्यम से जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने प्रभावित क्षेत्र में मौजूद जिलाधिकारी श्री आशीष चौहान से फोन पर राहत व बचाव कार्यों की जानकारी ली।
     मुख्यमंत्री ने कुमाऊं कमिश्नर एवं जिलाधिकारी पिथौरागढ़ को निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्र से लोगों को तत्काल सुरक्षित स्थानों पर लाया जाय। प्रभावितों को रहने के साथ ही खाद्य सामग्री, दवाइयों एवं बच्चों को दूध की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। यह सुनिश्चित किया जाय की प्रभावित क्षेत्र में कोई न फंसे।
     मुख्यमंत्री ने कुमाऊं कमिश्नर को निर्देश दिए की प्रभावित क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को जल्द शुरू करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया जाय। लोक निर्माण विभाग की टीम से जल्द रास्ते का मलवा हटाया जाय। एनएच के जो भी रूट बाधित हो रहे हैं, उनको शीघ्र खुलवाने के लिए जेसीबी एवं अन्य करण की पर्याप्त व्यवस्था रखी जाए।
     मुख्यमंत्री ने कुमाऊं कमिश्नर एवं जिलाधिकारी पिथौरागढ़ से बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली । प्राप्त जानकारी के अनुसार 03 लोगों के मृत्यु एवं 04 लोगों के लापता होने की सूचना है। प्रशासन एवं एसएसबी की टीम घटना स्थल पर राहत एवं बचाव कार्य में जुटी है। जिलाधिकारी पिथौरागढ़ श्री आशीष चौहान प्रभावित क्षेत्र में हैं। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी फोन से जिलाधिकारी से लगातार अपडेट ले रहे हैं। मौसम साफ होते ही मुख्यमंत्री प्रभावित क्षेत्र का दौरा करेंगे।
     इस अवसर पर केबिनेट मंत्री श्री गणेश जोशी, विधायक श्रीमती चंद्रा पंत, श्री खजान दास, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी, आपदा प्रबंधन श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल, अपर सचिव आपदा प्रबंधन डॉ. आनन्द श्रीवास्तव, पिथौरागढ़ से वर्चुअल माध्यम से एडीएम श्री फिंचाराम चौहान मौजूद थे।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि मेरा मन इस समय बहुत उद्विग्न है, मुझे अभी धारचूला से एक दु:खद खबर मिली है, जुम्मा गांव में एक दर्जन के करीब लोग भूस्खलन से कालकल्वित हो गये हैं। पहाड़ों की नियति बहुत दुर्घष है, बहुत कष्टमय है, रुला देने वाली चुनौतियां हैं, मगर उन चुनौतियों में भी लोग सर उठाये खड़े हैं। जीने की राह बना रहे हैं, ऐसे जीने की राह बनाने वाले कुछ लोग आज कालकल्वित हो गये हैं जिनमें बच्चे भी सम्मिलित हैं। मैं, जुम्मा, धारचूला व मुनस्यारी के लोगों को अपनी संवेदना प्रेषित करता हूंँ। Harish Dhami को जो बिलख-बिलख करके रो रहा है, उसको भी संवेदना प्रेषित करता हूंँ। कोई साल ऐसा नहीं जा रहा है, जब त्रासदी हमको रुला नहीं रही हो। भगवन कैलाश नाथ वहां के लोगों की रक्षा करो। श्री रावत ने कहा कि मैं भी जुम्मा के लोगों के आंसू पोछने जाऊंगा। मगर एक बात मैं, राज्य के मुख्यमंत्री जी से कहना चाहता हूंँ जुम्मा से लेकर के रांथी और धारचूला के ऊपर ग्वाल गांव तक यह सारा इलाका खतरे की जद में है। हरीश रावत ने कहा कि ग्वाल गांव और धारचूला को लेकर मेरी बहुत सारी चिंताएं हैं।