डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक करेंगे एनआईटी भवन का शिलान्यास? कौन अटकाना चाहता है इसके परिसर पर रोड़ा

रिपोर्ट :–सीए मोहन काला

फिर NIT सुमाडी/ श्रीनगर को लेकर झूठी खबरें (Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank will lay the foundation stone of NIT building, who wants to hang on its premises

डाॅ रमेश पोखरियाल निशंक की पहल पर एनआईटी को 909.85 करोड़ रुपये की राशि दी गयी है। आज इस के भवन का शिलान्यास होना था, अब इसे आगे कर दिया गया है लेकिन कौन अटकाना चाहता है एनआईटी परिसर पर रोड़ा? NIT उत्तराखंड के लिए बहुत बड़ा तोहफा है  वह श्रीनगर बने या सुमाड़ी बने लेकिन हर हाल में बनाना चाहिए। हालांकि इसकी प्रासंगिकता कहां बनने से अधिक होगी इसे देखते हुए ही शिलान्यास हो–सं. ) 

1) कौन कहता है श्रीनगर रेशम विभाग में 50000 (पचास हज़ार) पेड़ अभी भी हैं ? और सभी अस्थायी NIT श्रीनगर की भेंट चढ़ जाएँगे.
रेशम विभाग श्रीनगर में मात्र 5000 (पाँच हज़ार) पेड़ भी नहीं होंगे.

2) दूसरी यह खबर कि सुमाडी NIT की ज़मीन पर सुमाडी के गाँव वालों ने 1100 नये पेड़ लगाये हैं और वह भी NIT बनाने पर काट दिये जाएँगे.
सुमाडी वालों ने नए पेड़ के पौधे लगाये हैं पर वह NIT की ज़मीन पर नहीं लगाये.

दोनों खबरें झूठी हैं और यह हरकत झूठी खबर देने की कौन कर रहा है ???!!NIT के बड़े अधिकारी तथा उनके द्वारा नियुक्त किये गए बाहर के अधिकारी तथा जो श्रीनगर में आसीन हैं यह उन्हीं का काम है।

इनकी वजह से ही पहले भी NIT सुमाडी के बारे में ग़लत तथ्य कोर्ट तथा HRD मिनिस्ट्री में पेस किए गये और आज का समाचार भी ग़लत तरह से दिया गया है.

एक चला गया दूसरा आया, और एक कई सालों से वहीं टिका है।