*दिनांक:-04/07/2025,शुक्रवार*
नवमी, शुक्ल पक्ष, आषाढ
तिथि———— नवमी 16:31:07 तक
पक्ष——————– शुक्ल
नक्षत्र————- चित्रा 16:48:55
योग————— शिव 19:34:13
करण———कौलव 16:31:07
वार——————-शुक्रवार
माह——————-आषाढ
चन्द्र राशि—————तुला
सूर्य राशि————–मिथुन
रितु———————-वर्षा
आयन—————— दक्षिणायण
संवत्सर——————- विश्वावसु
संवत्सर (उत्तर)————– सिद्धार्थी
विक्रम संवत———-‐—– 2082
गुजराती संवत————– 2081
शक संवत—————— 1947
कलि संवत—————— 5126
सूर्योदय—————-05:29:53
सूर्यास्त—————– 19:17:22
दिन काल————– 13:47:29
रात्री काल————– 10:12:54
चंद्रोदय—————– 13:43:46
चंद्रास्त—————– 24:57:00
लग्न—- मिथुन 18°5′ , 78°5′
सूर्य नक्षत्र——————- आर्द्रा
चन्द्र नक्षत्र——————– चित्रा
नक्षत्र पाया——————- रजत
*🚩💮🚩 पद, चरण 🚩💮🚩*
रा—- चित्रा 10:03:19
री—- चित्रा 16:48:55
रू—- स्वाति 23:34:37
*💮🚩 ग्रह गोचर 🚩💮*
ग्रह =राशी , अंश ,नक्षत्र, पद
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सूर्य= मिथुन 18°49, आर्द्रा 4 छ
चन्द्र= तुला 01 °30 , चित्रा 3 रा
बुध = कर्क 14°52 ‘ पुष्य 4 ड
शु क्र= वृषभ 05°05, कृतिका , 3 उ
मंगल= सिंह 15°30 ‘ पू o फ़ा o 1 मो
गुरु=मिथुन 11°30 आर्द्रा , 2 घ
शनि=मीन 07°48 ‘ उ o भा o , 2 थ
राहू=(व) कुम्भ 27°35 पू o भा o, 3 दा
केतु= (व) सिंह 27°35 उ oफा o 1 टे
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*🚩🚩 शुभा$शुभ मुहूर्त 🚩🚩*
राहू काल 10:40 – 12:24 अशुभ
यम घंटा 15:51 – 17:34 अशुभ
गुली काल 07:13 – 08:57 अशुभ
अभिजित 11:56 – 12:51 शुभ
दूर मुहूर्त 08:15 – 09:11 अशुभ
दूर मुहूर्त 12:51 – 13:46 अशुभ
वर्ज्यम 23:08 – 24:56* अशुभ
प्रदोष 19:17 – 21:21 शुभ
💮चोघडिया, दिन
चर 05:30 – 07:13 शुभ
लाभ 07:13 – 08:57 शुभ
अमृत 08:57 – 10:40 शुभ
काल 10:40 – 12:24 अशुभ
शुभ 12:24 – 14:07 शुभ
रोग 14:07 – 15:51 अशुभ
उद्वेग 15:51 – 17:34 अशुभ
चर 17:34 – 19:17 शुभ
🚩चोघडिया, रात
रोग 19:17 – 20:34 अशुभ
काल 20:34 – 21:51 अशुभ
लाभ 21:51 – 23:07 शुभ
उद्वेग 23:07 – 24:24* अशुभ
शुभ 24:24* – 25:40* शुभ
अमृत 25:40* – 26:57* शुभ
चर 26:57* – 28:14* शुभ
रोग 28:14* – 29:30* अशुभ
💮होरा, दिन
शुक्र 05:30 – 06:39
बुध 06:39 – 07:48
चन्द्र 07:48 – 08:57
शनि 08:57 – 10:06
बृहस्पति 10:06 – 11:15
मंगल 11:15 – 12:24
सूर्य 12:24 – 13:33
शुक्र 13:33 – 14:42
बुध 14:42 – 15:51
चन्द्र 15:51 – 16:59
शनि 16:59 – 18:08
बृहस्पति 18:08 – 19:17
🚩होरा, रात
मंगल 19:17 – 20:08
सूर्य 20:08 – 20:59
शुक्र 20:59 – 21:51
बुध 21:51 – 22:42
चन्द्र 22:42 – 23:33
शनि 23:33 – 24:24
बृहस्पति 24:24* – 25:15
मंगल 25:15* – 26:06
सूर्य 26:06* – 26:57
शुक्र 26:57* – 27:48
बुध 27:48* – 28:39
चन्द्र 28:39* – 29:30
*🚩उदयलग्न प्रवेशकाल 🚩*
मिथुन > 04:10 से 06:20 तक
कर्क > 06:20 से 08:40 तक
सिंह > 08:40 से 11:00 तक
कन्या > 11:00 से 13:14 तक
तुला > 13:14 से 15:34 तक
वृश्चिक > 15:34 से 17:54 तक
धनु > 17:54 से 20:08 तक
मकर > 20:08 से 21:46 तक
कुम्भ > 21:46 से 23:06 तक
मीन > 23:06 से 00:28 तक
मेष > 00:28 से 02:20 तक
वृषभ > 02:20 से 04:12 तक
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*🚩विभिन्न शहरों का रेखांतर (समय)संस्कार*
(लगभग-वास्तविक समय के समीप)
दिल्ली +10मिनट——— जोधपुर -6 मिनट
जयपुर +5 मिनट—— अहमदाबाद-8 मिनट
कोटा +5 मिनट———— मुंबई-7 मिनट
लखनऊ +25 मिनट——–बीकानेर-5 मिनट
कोलकाता +54—–जैसलमेर -15 मिनट
*नोट*– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है।
प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
चर में चक्र चलाइये , उद्वेगे थलगार ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार करे,लाभ में करो व्यापार ॥
रोग में रोगी स्नान करे ,काल करो भण्डार ।
अमृत में काम सभी करो , सहाय करो कर्तार ॥
अर्थात- चर में वाहन,मशीन आदि कार्य करें ।
उद्वेग में भूमि सम्बंधित एवं स्थायी कार्य करें ।
शुभ में स्त्री श्रृंगार ,सगाई व चूड़ा पहनना आदि कार्य करें ।
लाभ में व्यापार करें ।
रोग में जब रोगी रोग मुक्त हो जाय तो स्नान करें।
काल में धन संग्रह करने पर धन वृद्धि होती है ।
अमृत में सभी शुभ कार्य करें ।
*💮दिशा शूल ज्ञान————- पश्चिम*
परिहार-: आवश्यकतानुसार यदि यात्रा करनी हो तो घी अथवा काजू खाके यात्रा कर सकते है।
इस मंत्र का उच्चारण करें-:
*शीघ्र गौतम गच्छत्वं ग्रामेषु नगरेषु च l*
*भोजनं वसनं यानं मार्गं मे परिकल्पय: ll*
*🚩 अग्नि वास ज्ञान -:*
*यात्रा विवाह व्रत गोचरेषु,*
*चोलोपनिताद्यखिलव्रतेषु ।*
*दुर्गाविधानेषु सुत प्रसूतौ,*
*नैवाग्नि चक्रं परिचिन्तनियं ।।* *महारुद्र व्रतेSमायां ग्रसतेन्द्वर्कास्त राहुणाम्*
*नित्यनैमित्यके कार्ये अग्निचक्रं न दर्शायेत् ।।*
9 + 6 + 1 = 16 ÷ 4 = 0 शेष
पाताल लोक पर अग्नि वास हवन के लिए शुभ कारक है।
*🚩💮 ग्रह मुख आहुति ज्ञान 💮🚩*
सूर्य नक्षत्र से अगले 3 नक्षत्र गणना के आधार पर क्रमानुसार सूर्य , बुध , शुक्र , शनि , चन्द्र , मंगल , गुरु , राहु केतु आहुति जानें । शुभ ग्रह की आहुति हवनादि कृत्य शुभपद होता है
शुक्र ग्रह मुखहुति
*💮 शिव वास एवं फल -:*
9 + 9 + 5 = 23 ÷ 7 = 2 शेष
गौरी सान्निधौ = शुभ कारक
*🚩भद्रा वास एवं फल -:*
*स्वर्गे भद्रा धनं धान्यं ,पाताले च धनागम:।*
*मृत्युलोके यदा भद्रा सर्वकार्य विनाशिनी।।*
*💮🚩 विशेष जानकारी 🚩💮*
*गुप्त नवरात्रि समाप्त
*भडली नवमी (अबूझ मुहूर्त )
*💮🚩💮 शुभ विचार 💮🚩💮*
गृहीत्वा दक्षिणां विप्रास्त्यजन्ति यजमानकम् ।
प्राप्तविद्या गुरुं शिष्या दग्धारण्यं मृगास्तथा ।।।।चाo नीo।।
ब्राह्मण दक्षिणा मिलने के पश्चात् आपने यजमानो को छोड़ देते है, विद्वान विद्या प्राप्ति के बाद गुरु को छोड़ जाते हैं और पशु जले हुए वन को त्याग देते हैं।
*🚩💮🚩 सुभाषितानि 🚩💮🚩*
गीता -: मोक्षसंन्यासयोग:- अo-18
सर्वकर्माण्यपि सदा कुर्वाणो मद्व्यपाश्रयः।
मत्प्रसादादवाप्नोति शाश्वतं पदमव्ययम्॥
मेरे परायण हुआ कर्मयोगी तो संपूर्ण कर्मों को सदा करता हुआ भी मेरी कृपा से सनातन अविनाशी परमपद को प्राप्त हो जाता l
*🚩 दैनिक राशिफल 🚩*
देशे ग्रामे गृहे युद्धे सेवायां व्यवहारके।
नामराशेः प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिन्तयेत्।।
विवाहे सर्वमाङ्गल्ये यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशेः प्रधानत्वं नामराशिं न चिन्तयेत ।।
🐏मेष
भूमि-भवन व मकान-दुकान इत्यादि की खरीद-फरोख्त मनोनुकूल लाभ देगी। बेरोजगारी दूर होगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। भाग्य का साथ मिलेगा। चारों तरफ से सफलता मिलेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। उत्साह बना रहेगा। चिंता तथा तनाव कम होंगे।
🐂वृष
कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। कारोबार लाभदायक रहेगा। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। लेन-देन में सावधानी रखें। धनहानि भी आशंका है।
👫मिथुन
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। चोट व दुर्घटना से बड़ी हानि की आशंका बनती है, सावधानी आवश्यक है। लेन-देन में जल्दबाजी से बचें। आय बनी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। व्यापार-व्यवसाय की गति धीमी रहेगी।
🦀कर्क
अध्यात्म में रुझान रहेगा। सत्संग का लाभ प्राप्त होगा। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति लाभदायक बनेगी। कारोबार में वृद्धि होगी। आसपास का वातावरण सुखद रहेगा। पार्टनरों तथा भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। विवेक का प्रयोग करें। प्रमाद न करें।
🐅सिंह
कार्यस्थल पर सुधार व परिवर्तन हो सकता है। योजना फलीभूत होगी। तत्काल लाभ नहीं होगा। निवेश में जल्दबाजी न करें। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। रुके कार्यों में गति आएगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। प्रमाद न करें।
🙍♀️कन्या
यात्रा मनोनुकूल रहेगी। नया काम मिलेगा। नए अनुबंध होंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। समय की अनुकूलता रहेगी, लाभ लें। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें।
⚖️तुला
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। कर्ज लेना पड़ सकता है। आय में कमी होगी। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। बेकार बातों पर बिलकुल ध्यान न दें।
🦂वृश्चिक
बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नवीन वस्त्राभूषण की प्राप्ति हो सकती है। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। यात्रा लाभदायक रहेगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड मनोनुकूल लाभ देगा। प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
🏹धनु
आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। भूले-बिसरे साथियों व संबंधियों से मुलाकात होगी। कारोबार में अनुकूलता रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रह सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बुद्धि का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। प्रमाद न करें।
🐊मकर
मित्रों का सहयोग करने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। यात्रा सफल रहेगी। शत्रु सक्रिय रहेंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। किसी दूसरे व्यक्ति के काम में हस्तक्षेप न करें। विवाद होगा।
🍯कुंभ
आय में निश्चितता रहेगी। समय शीघ्र सुधरेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। बेवजह कहासुनी हो सकती है। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। थकान व कमजोरी रह सकते हैं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। धनहानि की आशंका है। व्यापार-व्यवसाय में धीमापन रह सकता है।
🐟मीन
रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। कार्य की प्रशंसा होगी। प्रसन्नता तथा संतुष्टि रहेगी। यात्रा मनोरंजक हो सकती है। व्यापार-व्यवसाय में नए प्रयोग किए जा सकते हैं। समय की अनुकूलता का लाभ लें। धन प्राप्ति सुगम होगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। कार्यभार व अधिकार में वृद्धि हो सकती है।
[04/07, 7 〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰〰
*आज का राशिफल*
*04 जुलाई 2025 , शुक्रवार*
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज आपको किसी विशेष काम में दूसरे लोगों की मदद भी मिलेगी और आपकी भावना भी सहयोग की रहेगी , साथ ही परिवार के लोग आपके हर फैसले के साथ होंगे , जीवनसाथी के साथ भी बेहतर तालमेल बना रहेगा। बिजनेस में रुका हुआ पैसा मिलने की संभावना है। आप किसी भी सहकर्मी के साथ मधुरता अवश्य रखें। आपकी सभी समस्याएं दूर होंगी। घर या कार्यालय में माहौल बनाने की आवश्यकता नहीं रहेगी। सेहत में आज कुछ गिरावट देखने को मिल सकती है। आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए।
वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा , वी , वु , वे, वो)
आज समाज में आपको उचित आदर-सम्मान मिलेगा। आपके अच्छे व्यवहार से आसपास के लोग खुश रहेंगे। साथ ही आपकी अच्छी छवि निखर कर लोगों के सामने आयेगी। ऑफिस का काम समय पर पूरा हो जायेगा। किसी दोस्त की मदद से आपके कुछ निजी काम भी पूरे होने की संभावना है। आपको आर्थिक रूप से लाभ की प्राप्ति होगी । विद्या के क्षेत्र में आप आगे रहेंगे । भाई-बहनों के साथ रिश्तें बेहतर बने रहेंगे। दाम्पत्य जीवन में खुशहाली बनी रहेगी।
मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज परिवार वालों के साथ धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन करवा सकते है। आपके मित्रों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है। अचानक से कोई मददगार आपका अच्छा दोस्त बन सकता है। आर्थिक रूप से आपको लाभ की प्राप्ति होगी। आपके काम में नयापन आयेगा। अपनों से नजदीकियां बढ़ाने का अवसर मिलेगा। संतान पक्ष से आपको कोई शुभ समाचार मिलेगा। आपको अपनी मेहनत का पूरा फल मिलेगा। आपके कामकाज की क्षमता बढ़ेगी, जिससे कार्यक्षेत्र में आपका प्रभाव बढ़ने के योग हैं। लाभ के अवसर प्राप्त होंगे।
कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज आपको थोड़ी मेहनत से ही बड़ा मुनाफा होगा। आप जीवनसाथी के साथ मधुर संबंध बनेंगे। आप दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ेगी। बच्चे दोस्तों के साथ किसी पिकनिक पर जा सकते हैं। आपको करियर से जुड़ा कोई सुनहरा मौका मिलेगा। आपके कामकाज में बदलाव होने के योग बन रहे हैं। इस राशि के जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं, उनके सपने साकार होंगे। आपको अपने किसी काम में परिवार का सहयोग मिलेगा। आपकी सभी समस्याएं दूर होगी।
सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज आप खुद को ऊर्जावान महसूस करेंगे। आपके परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी, जिससे आपको आनंद की अनुभूति होगी। आपकी किसी खास व्यक्ति से भेंट हो सकती है। आप किसी पारिवारिक विषय पर अपने घर के बड़ों से बात कर सकते हैं। माताएं अपने बच्चों को कुछ अच्छा बना कर खिला सकती है। अधिकारी वर्ग आपसे प्रसन्न होंगे। जीवनसाथी की कोई इच्छा पूरी करेंगे , आपका जीवनसाथी आपसे प्रसन्न रहेगा। धन में वृद्धि होगी। बेरोजगारो को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज आप सामाजिक कार्यों में हिस्सा लेंगे। कार्यालय में आपको कोई नया काम मिल सकता है, जिसमें आप अपनी मेहनत से सफल होंगे। परिवार से जुड़े किसी काम के लिए थोड़ी भागदौड़ हो सकती है। कोर्ट-संबंधी किसी काम के लिये आपको अपने वरिष्ठ का साथ मिलेगा। आज आप किसी दोस्त के घर जा सकते हैं। धन संपत्ति के मामलों में आपको सतर्क रहना चाहिए। आपके भौतिक सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी होगी। धर्म कर्म में रूचि बढ़ेगी।सेहत के लिहाज से सब अच्छा रहेगा।
तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज आपकी सारी मनोकामना पूरी होगी। कुछ अच्छे लोगों से आपकी मुलाकात दिन को और बेहतर बना देगी। जीवन में तरक्की के नये रास्ते भी खुलेंगे। ऑफिस में आपके काम की तारीफ होगी। अपने कुछ खास काम निपटाने के लिए आपको अपने नित्य कर्म में बदलाव करना पड़ सकता है। जीवनसाथी के साथ कुछ अच्छा समय बिता सकते है। अगर आप किसी तरह का निवेश करने की सोच रहे हैं, तो पहले उस विषय से जुड़े लोगो से सलाह करना उचित रहेगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज आपको बिजनेस के क्षेत्र में कुछ नए लोगों से मदद मिलेगी। आपका सामाजिक जीवन भी आज हर तरह से बेहतर बना रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको काम के लिए वाहवाही मिलेगी। आर्थिक स्थिति में प्रगति होगी। आप खुद को सही साबित करने में सफल रहेंगे। किसी काम को पूरा करने के लिए आपके दिमाग में कोई नया आईडिया आयेगा। अगर
धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज कुछ कामों में आपको अधिक समय लग सकता है, लेकिन काम में सफलता जरूर मिलेगी। किसी की राय आपके लिये कारगर साबित हो सकती है। दूसरों के सामने अपनी बात रखने की पूरी कोशिश करेंगे।आज जीवनसाथी के साथ आपको बातचीत में थोड़ी नरमी बरतनी चाहिए। धैर्य रखने पर आपके रिश्ते मधुर होंगे। योग करने से आपका स्वास्थ्य बेहतर बना रहेगा। आमदनी बढ़ाने के लिए कोई नया प्लान आपके दिमाग में आयेगा। कुल मिलाकर आज आपका दिन सामान्य रहने वाला है।
मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
नौकरी कर रहे लोगों को आज नया प्रोजेक्ट मिल सकता है। आगे चलकर ये प्रोजेक्ट आपको फायदा दिलायेगा। इस राशि के विज्ञान के विद्यार्थियों के लिए आज का दिन ठीक-ठाक रहने वाला है। मेहनत के बल पर ही आपको अपने करियर में सफलता हासिल होगी। ऑफिस में एक साथ कई तरह के काम करने से आपको तनाव महसूस हो सकता है। कुछ कार्यों में ओवर कॉन्फिडेंस की स्थिति से आपको बचना चाहिए। किसी से मदद लेने में कोई बुराई नहीं है। आपके साथ सब अच्छा होगा।
कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन आपके लिये बेहद लाभदायक रहेगा। आपका मूड काफी अच्छा रहेगा। आपके आत्मविश्वास में भी बढ़ोतरी होगी। आपको तरक्की के कुछ नये साधन मिलेंगे। आपको बड़े-बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त होगा। घर पर छोटी-सी पार्टी का आयोजन कर सकते हैं। बिजनेस में सब कुछ सामान्य रूप से बना रहेगा। दाम्पत्य संबंधों में एक बार फिर से ताजगी भरने के लिये आज का दिन बढ़िया है। आप कुछ नयी उमंगों के साथ अपना कोई खास काम शुरू कर सकते हैं।
मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज आपकी कुछ महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात हो सकती है। सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स के लिए आज का दिन अनुकूल रहेगा। बचपन के किसी दोस्त से सम्पर्क हो सकता सकता है। बात के दौरान कुछ पुरानी यादें ताजा होंगी। आपके अधूरे काम भी आज पूरे हो जायेंगे। बिजनेस में नए एग्रीमेंट हो सकते हैं। संपत्ति बढ़ाने की कोई योजना सफल रहेगी। इस राशि के छात्र कोई नया कोर्स ज्वॉइन कर सकते हैं। आपको माता-पिता का पूरा सहयोग प्राप्त होगा। रुके हुए सारे काम पूरे होंगे।
🔅 *_कृपया ध्यान दें👉_*
यद्यपि शुद्ध राशिफल की पूरी कोशिश रही है फिर भी इन राशिफलों में और आपकी कुंडली व राशि के ग्रहों के आधार पर आपके जीवन में घटित हो रही घटनाओं में कुछ अन्तर हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप किसी ज्योतिषी से अवश्य सम्पर्क करें। किसी भी भिन्नता के लिए हम उत्तरदायी नहीं हैं।
🌷आपका दिन मंगलमय हो।🌷
〰〰〰〰*जय श्री राम*
*शुक्रवार, 04 जुलाई 2025 के मुख्य समाचार*
🔸PM मोदी पहुंचे त्रिनिदाद और टोबैगो, पीएम कमला ने किया जोरदार स्वागत…दिया गया गार्ड ऑफ ऑनर
🔸Weather Woes: भारी बारिश से उत्तराखंड में कई सड़कें धंसीं, चार धाम यात्रा बाधित, हिमाचल में 55 लोग अब भी लापता
🔸Russia Recognise Taliban: अफगानिस्तान में तालिबान शासन को रूस की औपचारिक मान्यता, ऐसा करने वाला पहला देश बना
🔸US Big Beautiful Bill: अमेरिकी कांग्रेस में 218-214 के अंतर से पारित हुआ विधेयक, अब राष्ट्रपति करेंगे दस्तखत
🔸पुतिन ने ट्रंप को फोन पर ‘हड़काया’, बोले- यूक्रेन में बिना लक्ष्य पाए नहीं रुकेगा युद्ध, जेलेंस्की टेंशन में
🔸INDIA ब्लॉक सिर्फ लोकसभा के लिए था… विपक्षी एकता के ताबूत में AAP की आखिरी कील
🔸दिल्ली हाईकोर्ट की पतंजलि च्यवनप्राश के विज्ञापन पर रोक:डाबर बोली- हमारा च्यवनप्राश आयुर्वेदिक औषधि, ऐसे विज्ञापन प्रोडक्ट को बदनाम कर रहे
🔸दलाई लामा के उत्तराधिकारी के मुद्दे पर चीन का कड़ा ऐतराज़, लेकिन तिब्बती लोगों में ख़ुशी की लहर
🔸Indians Hostage in Mali: अल-कायदा से जुड़े आतंकी संगठन ने माली में 3 भारतीयों को बनाया बंधक, रेस्क्यू के प्रयास जारी
🔸महाराष्ट्र में 2025 की पहली तिमाही में 767 किसानों ने आत्महत्या की, विपक्ष का सरकार पर निशाना
🔸दिल्ली में पुरानी गाड़ियों पर रोक रुकी: जन विरोध के बाद सरकार ने EOL नीति पर लगाई ब्रेक
🔸पीएम मोदी का घाना संसद में ऐतिहासिक संबोधन, “ग्लोबल साउथ की आवाज अब सुना जाए”
🔸Bangladesh: शेख हसीना के प्रत्यर्पण का प्रयास कर रहा बांग्लादेश, भारत को लिखा पत्र
🔸जेपी नड्डा के पिता ने 100वां जन्मदिन मनाया:हिमाचल में विशेष पूजा-अर्चना कराई, घर पर उत्सव जैसा माहौल, कई नेता बधाई देने पहुंचे
🔸पाकिस्तान हॉकी टीम को भारत आने की मंजूरी: एशिया कप 2025 और जूनियर वर्ल्ड कप में होगी शिरकत
🔸एक लाख करोड़ से अधिक के रक्षा सौदों को मंजूरी : वायु रक्षा प्रणाली होगी मजबूत, आपूर्ति श्रृंखला का प्रबंधन बनेगा बेहतर
🔸‘हमारे पास महज कुछ सेकंड का समय था नूर खान एयरबेस पर भारत के ब्रह्मोस हमले से कांप उठा था पाकिस्तान, पाक PM के सलाहकार ने स्वीकारा
🔸फरार, फिर भी राजनीति में सक्रिय! सपा विधायक सुधाकर सिंह भगोड़ा घोषित… 39 साल पुराने केस में 10 जुलाई को अहम सुनवाई
*📜चातुर्मास किसे कहते हैं📜*
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व्रत, भक्ति और शुभ कर्म के 4 महीने को हिन्दू धर्म में ‘चातुर्मास’ कहा गया है। ध्यान और साधना करने वाले लोगों के लिए ये माह महत्वपूर्ण होते हैं। इस दौरान शारीरिक और मानसिक स्थिति तो सही होती ही है, साथ ही वातावरण भी अच्छा रहता है। चातुर्मास 4 महीने की अवधि है, जो आषाढ़ शुक्ल एकादशी से प्रारंभ होकर कार्तिक शुक्ल एकादशी तक चलता है।
जिन दिनों में भगवान् विष्णुजी शयन करते हैं उन चार महीनों को चातुर्मास एवं चौमासा भी कहते हैं, देवशयनी एकादशी से हरिप्रबोधनी एकादशी तक चातुर्मास हैं, इन चार महीनों की अवधि में विभिन्न धार्मिक कर्म करने पर मनुष्य को विशेष पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है, क्योंकि इन दिनों में किसी भी जीव की ओर से किया गया कोई भी पुण्यकर्म खाली नहीं जाता।
वैसे तो चातुर्मास का व्रत देवशयनी एकादशी से शुरु होता है, परंतु जैन धर्म में चतुर्दशी से प्रारंभ माना जाता है, द्वादशी, पूर्णिमा से भी यह व्रत शुरु किया जा सकता है, भगवान् को पीले वस्त्रों से श्रृंगार करे तथा सफेद रंग की शैय्या पर सफेद रंग के ही वस्त्र द्वारा ढककर उन्हें शयन करायें।
पदमपुराण के अनुसार जो मनुष्य इन चार महीनों में मंदिर में झाडू लगाते हैं तथा मंदिर को धोकर साफ करते है, कच्चे स्थान को गोबर से लीपते हैं, उन्हें सात जन्म तक ब्राह्मण योनि मिलती है, जो भगवान को दूध, दही, घी, शहद, और मिश्री से स्नान कराते हैं, वह संसार में वैभवशाली होकर स्वर्ग में जाकर इन्द्र जैसा सुख भोगते हैं।
धूप, दीप, नैवेद्य और पुष्प आदि से पूजन करने वाला प्राणी अक्षय सुख भोगता है, तुलसीदल अथवा तुलसी मंजरियों से भगवान का पूजन करने, स्वर्ण की तुलसी ब्राह्मण को दान करने पर परमगति मिलती है, गूगल की धूप और दीप अर्पण करने वाला मनुष्य जन्म जन्मांतरों तक धनवान रहता है, पीपल का पेड़ लगाने, पीपल पर प्रति दिन जल चढ़ाने, पीपल की परिक्रमा करने, उत्तम ध्वनि वाला घंटा मंदिर में चढ़ाने, ब्राह्मणों का उचित सम्मान करने वाले व्यक्ति पर भगवान् श्री हरि की कृपा दृष्टि बनी रहती है।
किसी भी प्रकार का दान देने जैसे- कपिला गो का दान, शहद से भरा चांदी का बर्तन और तांबे के पात्र में गुड़ भरकर दान करने, नमक, सत्तू, हल्दी, लाल वस्त्र, तिल, जूते, और छाता आदि का यथाशक्ति दान करने वाले जीव को कभी भी किसी वस्तु की कमीं जीवन में नहीं आती तथा वह सदा ही साधन सम्पन्न रहता है।
जो व्रत की समाप्ति यानि उद्यापन करने पर अन्न, वस्त्र और शैय्या का दान करते हैं वह अक्षय सुख को प्राप्त करते हैं तथा सदा धनवान रहते हैं, वर्षा ऋतु में गोपीचंदन का दान करने वालों को सभी प्रकार के भोग एवं मोक्ष मिलते हैं, जो नियम से भगवान् श्री गणेशजी और सूर्य भगवान् का पूजन करते हैं वह उत्तम गति को प्राप्त करते हैं, तथा जो शक्कर का दान करते हैं उन्हें यशस्वी संतान की प्राप्ति होती है।
माता लक्ष्मी और पार्वती को प्रसन्न करने के लिए चांदी के पात्र में हल्दी भर कर दान करनी चाहिये तथा भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए बैल का दान करना श्रेयस्कर है, चातुर्मास में फलों का दान करने से नंदन वन का सुख मिलता है, जो लोग नियम से एक समय भोजन करते हैं, भूखों को भोजन खिलाते हैं, स्वयं भी नियमवद्घ होकर चावल अथवा जौं का भोजन करते हैं, भूमि पर शयन करते हैं उन्हें अक्षय कीर्ती प्राप्त होती है।
इन दिनों में आंवले से युक्त जल से स्नान करना तथा मौन रहकर भोजन करना श्रेयस्कर है, श्रावण यानि सावन के महीने में साग एवम् हरि सब्जियां, भादों में दही, आश्विन में दूध और कार्तिक में दालें खाना वर्जित है, किसी की निंदा चुगली न करें तथा न ही किसी से धोखे से उसका कुछ हथियाना चाहियें, चातुर्मास में शरीर पर तेल नहीं लगाना चाहिये और कांसे के बर्तन में कभी भोजन नहीं करना चाहियें।
जो अपनी इन्द्रियों का दमन करता है वह अश्वमेध यज्ञ के फल को प्राप्त करता है, शास्त्रानुसार चातुर्मास एवं चौमासे के दिनों में देवकार्य अधिक होते हैं जबकि विवाह आदि उत्सव नहीं किये जाते, इन दिनों में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा दिवस तो मनाए जाते हैं परंतु नवमूर्ति प्राण प्रतिष्ठा व नवनिर्माण कार्य नहीं किये जाते, जबकि धार्मिक अनुष्ठान, श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ, श्री रामायण और श्रीमद्भगवद्गीता का पाठ, हवन यज्ञ आदि कार्य अधिक होते हैं।
गायत्री मंत्र के पुरश्चरण व सभी व्रत सावन मास में सम्पन्न किए जाते हैं, सावन के महीने में मंदिरों में कीर्तन, भजन, जागरण आदि कार्यक्रम अधिक होते हैं, स्कन्दपुराण के अनुसार संसार में मनुष्य जन्म और विष्णु भक्ति दोनों ही दुर्लभ हैं, परंतु चार्तुमास में भगवान विष्णु का व्रत करने वाला मनुष्य ही उत्तम एवं श्रेष्ठ माना गया है।
चौमासे के इन चार मासों में सभी तीर्थ, दान, पुण्य, और देव स्थान भगवान् विष्णु जी की शरण लेकर स्थित होते हैं तथा चातुर्मास में भगवान विष्णु को नियम से प्रणाम करने वाले का जीवन भी शुभफलदायक बन जाता है, भाई-बहनों! चौमासे के इन चार महीनों में नियम से रहते हुयें, शुभ कार्य करते हुये, भगवान् श्री हरि विष्णुजी की भक्ति से जन्म जन्मांतरों के बंधनों से मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति करें।
*क्या हमारा हिन्दू समाज अगली सदी तक रहेगा ही नहीं?*
– एक गहन आत्ममंथन, हिन्दू समाज की आंखें खोलने वाला लेख –
समाज के चारों ओर अंधकार ही अंधकार
• बेटियाँ 30–35 की उम्र तक कुंवारी।
• बेटे भी 35 पार कर चुके, लेकिन विवाह नहीं।
• शादी होती है तो देरी से…
• बच्चे होते हैं तो एक ही…
• और फिर तलाक़… टूटे हुए परिवार…
• वृद्ध माता-पिता अकेले…
• और पूरी पीढ़ी खोखली।
क्या हम इसे “शिक्षित समाज” कहें? या आत्मघाती समाज?
⚠️ हिन्दू जनसंख्या घटाने का चुपचाप चलता षडयंत्र आने वाली शदी के हिन्दू विहीन होने का गहराता षडयंत्र : जनसंख्या घटाने की एक पक्षीय नीति।
एक उदाहरण से समझिए:
• आज समाज में 100 लोग हैं = 50 जोड़े।
• यदि हर जोड़ा सिर्फ एक ही संतान पैदा करता है,
तो अगली पीढ़ी में अधिकतम 45-46 संतानें (कुछ निःसंतान जोड़े मान लें)।
• फिर वे भी एक-एक संतान करें — तो अगली पीढ़ी में 20–22।
• और तीसरी पीढ़ी में समाज शून्य के निकट।
👉 यह कोई अनुमान नहीं — यह गणित है, और यह हो चुका है!
आज समाज के गांव उजड़ चुके हैं।
शहरों में बड़ी इमारतें हैं, पर उनमें कोई संयुक्त हिन्दू परिवार नहीं बचा।
❗ क्यों नई बहुएँ एक ही संतान चाहती हैं?
• ताकि ज़िंदगी का “आनंद” ले सकें।
• ताकि करियर न रुके।
• ताकि “डिलीवरी” में शरीर न बिगड़े।
• और कहीं कोई “वांझोटी” न कहे, इसलिए बस एक बच्चा — वो भी देर से।
👉 क्या यही धर्म है?
👉 क्या यही समाज का भविष्य है
🔥 सच यह है कि संतान अब ‘सोशल प्रूफ’ बन चुकी है — स्नेह नहीं।
• बच्चे अब प्रेम का परिणाम नहीं,
समाज को दिखाने की वस्तु बन चुके हैं।
यह सोच मूल्यहीन है, धर्महीन है, और भविष्यविहीन है।
सबसे बड़ा दोष लड़की के पिता का है!
• वही पिता, जिसने खुद 22–25 की उम्र में विवाह कर लिया था।
• पत्नी के साथ समय बिताया, परिवार बसाया, संतान पाई।
• आज वही अपनी बेटी को 30 तक कुंवारी रखता है —
कभी करियर के नाम पर,
कभी “बढ़िया लड़का नहीं मिल रहा” कहकर,
तो कभी दहेज व प्रतिष्ठा का हवाला देकर।
👉 बेटी को सिर पर बैठाकर, आपने उसे रिश्तों से दूर कर दिया।
👉 अब वही बेटी अवसाद में, IVF में, या तलाक़ में जा रही है।
📉 आज हिन्दू समाज में क्या चल रहा है?
• विवाह की औसत आयु: लड़के – 32 वर्ष, लड़की – 29 वर्ष
• औसतन संतान: 1 या 0.5 प्रति दंपत्ति
• डिवोर्स रेट: भारत में सबसे तेज़ वृद्धि दर कर रहा हे पारीक समाज में
• प्रजनन क्षमता की समस्या: हर 4 में 1 दंपत्ति को संतान होने में समस्या
• विवाह योग्य युवक/युवतियाँ कुंवारे — हज़ारों की संख्या में
🧘♂️ और समाज के अध्यक्ष क्या कर रहे हैं?
• मौन।
• समाज के मूलभूत संकट पर कोई चर्चा नहीं।
• विवाह, परिवार और संतान को त्याज्य मान लिया गया है।
• लेकिन यह धर्म नहीं — पलायन है!
👉 विवाह भी एक धार्मिक कर्तव्य है — यह कोई सांसारिक बंधन नहीं,
बल्कि वंश और धर्म की निरंतरता का माध्यम है।
💥 हमने क्या किया? — एक आत्म-स्वीकृति
• बेटी को “राजकुमारी” बनाकर विवेक से वंचित किया।
• बेटे को दायित्व से दूर कर दिया।
• विवाह को टालते रहे,
और जब किया तो देरी से — शरीर साथ नहीं देता।
• जब बच्चे हुए — तो सिर्फ एक।
• और जब रिश्ता बिगड़ा —
तो बेटी अकेली, बेटा टूट गया, और घर बिखर गया।
👨👩👧👦 अब क्या करना होगा?
🔷 समय पर विवाह को अनिवार्य बनाएँ।
22 के बाद पुत्र, 20 के बाद पुत्री — विवाह हो जाना चाहिए।
🔷 एक नहीं, कम से कम तीन संतानें — यह आवश्यक है।
“बस एक बच्चा” — यह मानसिकता समाज को शून्य पर ला रही है।
🔷 अध्यक्षों और प्रबुद्धजन को सामाजिक विषयों पर बोलना ही होगा।
समाज का विनाश धर्म से भी बड़ा प्रश्न है।
🔷 लड़की के पिता को अब सजग होना होगा।
अपेक्षाएँ नहीं, समझदारी लानी होगी।
बेटी की ज़िंदगी बचानी है तो समय पर विवाह कराओ।
अंतिम चेतावनी — अब नहीं चेते तो इतिहास में रह जाएगा ‘हिन्दू समाज’
• ना युवक होंगे, ना युवतियाँ
• ना संतानें होंगी, ना संस्कार
• ना समाज होगा, ना मंदिर।
*”पश्चिमी दुनिया में फैमिली सिस्टम समाप्त”*
*हिन्दुओं* में परिवार परम्परा का पतन प्रारम्भ।
*इस्लाम* का मज़बूत फैमिली सिस्टम उसका और अधिक विस्तार करने में सक्षम और संख्या बल पर कई देशों में सत्ता कब्जाता जा रहा है।
*डेविड सेलबॉर्न* पश्चिमी दुनिया का मशहूर लेखक है। उसने एक किताब लिखी है *”The losing battle with islam”*
इस किताब में उसने लिखा है कि *पश्चिमी दुनिया इस्लाम से हार रही है*
उसने *हार के कई कारण* गिनाए हैं,
जिसमें इस्लाम के *मज़बूत फैमिली सिस्टम* को एक कारण बताया है।
पश्चिमी दुनियां में फैमिली सिस्टम तबाह हो चुका है।
लोग शादी करना पसंद नहीं करते।
समलैंगिकता, अवैध संबंध, लिव इन रिलेशन जैसी कुरीतियों के आम होने से फैमिली सिस्टम टूटता जा रहा है।
*दिन ब दिन ऐसे बच्चों की संख्या बढ़ती जा रही है जिन्हें मालूम नहीं होता कि उनके पिता कौन हैं।*
*बूढ़े मां -बाप* को घर में रखने को कोई तैयार नहीं है। *वृद्धाश्रम में उनका बुढापा गुज़र रहा है।*
पश्चिमी समाज में कुछ ऐसे समाजिक परिवर्तन आ चुके हैं जिससे पूरा पश्चिमी समाज तबाह होने के कगार पर पहुंच चुका है।
राजनीतिक दल परिवार को बचाने का वादा अपने चुनाव घोषणा पत्र में करने लगे हैं।
*ऑस्ट्रेलिया में तो ‘फैमिली फर्स्ट’ नाम से एक पोलिटिकल पार्टी तक बना ली गयी है।*
आज *”फैमिली सिस्टम”* को बचाना वेस्टर्न वर्ल्ड का सबसे बड़ा मुद्दा है। क्योंकि *फैमिली* नही बची तो समाज को भी देर सबेर ध्वस्त होते देर नहीं लगेगी।
*यही कारण है डेविड सेलबॉर्न और बिल वार्नर जैसे लेखक यह कहने पर मजबूर हो जाते हैं कि इस्लाम के मज़बूत फैमिली सिस्टम की वजह से पश्चिम देश इस्लाम से हार जाऐंगे।*
भारत में भी हिन्दू परिवार परम्परा का पतन होना प्रारम्भ हो चुका है। *रक्त के 5 रिश्ते* समाप्त होने की कगार पर है। *ताऊ, चाचा, बुआ, मामा, मौसी जैसे रिश्ते आने वाले समय में देखने सुनने को नहीं मिलने वाले हैं !*
आपका पौत्र या प्रपौत्र इस संसार में अकेला खड़ा होगा। उसे अपने *रक्त के रिश्ते* की आवश्यकता होगी तो इस पूरे ब्रह्मांड में उसका अपना कोई नहीं होगा।
*यह अत्यंत गंभीर और सोचनीय विषय है।*
*ये न केवल हमारे बच्चों को एकाकी जीवन जीने को मजबूर करेगा बल्कि हमारी पुरातन हिंदू सभ्यता को ही नष्ट कर देगा।*
हम जो हिन्दू एकता की बात करते हैं ये तो सभ्यता ही समाप्त हो जाएगी। *इन सबके लिए हमारी वर्तमान पीढ़ी उत्तरदायी है।*
*यदि आप इस विषय को गंभीर समझते हैं तो इस पोस्ट को शेयर करें, घर परिवार में, पति पत्नी के बीच, रिश्तेदारों में, दोस्तो में एवं विभिन्न बैठकों एवं आयोजनों में इस विषय पर मंत्रणा करे।*
*अपनी सभ्यता, संस्कार औऱ आनेवाली पीढ़ियों को बचायें।*
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*बड़ा परिवार सुखी एवं सशक्त परिवार*
गलत नीतियों के कारण आईआईटीयन दिन-रात परिश्रम कर रहे हैं, लेकिन भारत के लिए नहीं, हमारे टैक्स के पैसे से वे अमेरिकी साम्राज्य का निर्माण कर रहे हैं।
भारत की स्वतंत्रता होने से पहले, हमने ईस्ट इंडिया कंपनी की सेवा की। अब, हम वेस्ट कोस्ट कंपनियों के सामने झुकते हैं। आपको वह बताते हैं जिस पर किसी का ध्यान ही नहीं गया। सरकार 4 वर्षीय आईआईटी बीटेक कार्यक्रम के दौरान प्रति छात्र ₹10-15 लाख से अधिक खर्च करती है। वित्त वर्ष 2024-25 के लिए कुल आईआईटी बजट है ₹9,660 करोड़। छात्र केवल एक अंश का भुगतान करते हैं। कई छात्र तो छात्रवृत्ति के कारण कुछ भी नहीं देते हैं। बाकी का भुगतान कौन करता है?
असल में वह भुगतान सरकार नहीं आप करते हैं। अब विश्वासघात की बारी है। 30-36% से अधिक आईआईटी स्नातक विदेश चले जाते हैं। शीर्ष 100 जेईई रैंकर्स में से 62% अमेरिका या यूरोप में बस जाते हैं। जो लोग रुकते हैं उनमें से 70% भारत में रहते हुए भी विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए काम करते हैं: Google, Amazon, Microsoft, McKinsey आदि।
वोट की राजनीति आरक्षण आदि गलत नीतियों के कारण मुश्किल से 2-3% से भी कम DRDO, ISRO या BARC में शामिल होते हैं।
राष्ट्र निर्माण?
कौन परवाह करता है। IIT का सपना अब वैश्विक श्रम निर्यात के लिए एक पाइपलाइन है। और फिर भी… हर गणतंत्र दिवस पर, हम IIT के बारे में छाती पीटते हैं जैसे कि वे भारत का मुकुट रत्न हैं। कोई नहीं पूछता: क्या यही कलाम, भाभा और विक्रम साराभाई की कल्पना थी?
ये संस्थान वाहवाही के लिए नहीं बनाए गए थे। इन्हें परमाणु अनुसंधान के लिए बनाया गया था। ग्रामीण विद्युतीकरण के लिए। भारत की संप्रभुता की रक्षा के लिए। अब वे कैलिफोर्निया में शेयर धारकों के मुनाफे की रक्षा करते हैं।
अमेरिका में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ₹1.5 करोड़/वर्ष कमाता है। ISRO में एक प्रवेश स्तर का वैज्ञानिक ₹12 लाख/वर्ष कमाता है। यह ब्रेन ड्रेन नहीं है। यह राज्य प्रायोजित संज्ञानात्मक संपत्ति शोधन है। हम प्रशिक्षण के लिए भुगतान करते हैं। पश्चिम दिमाग खरीदता है। और बदले में हमें क्या मिलता है? सुंदर पिचाई के साथ एक सेल्फी। लिंक्डइन पर एक अमेरिकी फर्म के एक और भारतीय सीईओ का जश्न मनाते हुए पोस्ट। क्या होगा अगर इन प्रतिभाशाली दिमागों ने HAL, BHEL, भारत इलेक्ट्रॉनिक्स का नेतृत्व किया होता?
असल में गहराई से सोचा जाए तो हम अभी भी इन वेस्टर्न देशों के उपनिवेश हैं। बस बेहतर वेतन मिलता है। 1947 से पहले, हम कपास और हीरे निर्यात करते थे। अब, हम खुफिया जानकारी निर्यात करते हैं। और हम इसका जश्न मनाते हैं। क्यों? क्योंकि हम व्यक्तिगत सफलता को राष्ट्रीय गौरव समझ लेते हैं। नीति कहाँ है?
सार्वजनिक रूप से इन वित्तपोषित स्नातकों से 5 साल का राष्ट्रीय सेवा बांड क्यों नहीं भरवाया जाता?
विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को भारत के मुख्य क्षेत्रों में निवेश किए बिना राष्ट्रीय संस्थानों से भर्ती करने की अनुमति क्यों है?
कोई कुछ क्यों नहीं कहता: बस।
इनके अभिभावक अपने मिलने वालों से बड़ी शान से कहते हैं कि हमारा बेटा विदेश में करोड़ों रुपए कमाता है।
एक राष्ट्रीय मस्तिष्क प्रतिधारण योजना बनाएँ।
आईआईटी के बाद भारत की सेवा करना सम्मान की बात है, सजा की नहीं। इसे अनिवार्य करें। सुनिश्चित करें कि इनका योगदान भारत की प्रगति में आवश्यक हो।
यह विकसित भारत नहीं है।
यह आउटसोर्स भारत है।
आप अपने करों का भुगतान करते हैं।
आप विदेश जाने वाले उन बच्चों के सपनों का निर्माण करते हैं।
वे किसी और देश को समृद्ध बनाते हैं।
और जिस देश ने उन्हें जन्म दिया उस देश के लोग खड़े होकर तालियाँ बजाते हैं।
प्रत्येक प्रतिष्ठान से प्रथम सौ स्थान पाने वाले बच्चों के लिए भारत के प्रतिष्ठित प्रतिष्ठानों में काम करने की अनिवार्यता हो शायद तभी हम “ब्रेन ड्रेन” को रोक पाएंगे और विदेशियों जितना पारिश्रमिक दे पाएंगे। (साभार ✍️Chander Mohan Agarwal)
जी हां आईआईटीयन दिन-रात परिश्रम कर रहे हैं लेकिन भारत के लिए नहीं, हमारे टैक्स के पैसे से वे अमेरिकी साम्राज्य का निर्माण कर रहे गलत आरक्षण वोट बैंक नीतियों के कारण प्रतिभाओं का पलायन वोट बैंक की राजनीति की सबसे बड़ी विफलता है।
बादल फटने, नदियों नालों की बाढ़ ,चरम भूस्खलन और विध्वंस ने पूरे उत्तराखंड हिमाचल प्रदेश को बर्बाद करके रख दिया है, पूरे पूरे गांव गायब हो गए हैं… नदियों पर बने बांध,पनबिजली के रिजर्वायर टूट गए हैं, सैकड़ों हज़ारों वाहन और मवेशी बह गए हैं, 50 से ऊपर नागरिक मारे जा चुके है, दर्जनों लापता हैं… सड़कें और संपर्क मार्ग खत्म हैं…
सोशल मीडिया पर इसकी थोड़ी बहुत कवरेज स्वयं पीड़ितों द्वारा की जा रही है, लेकिन नेशनल समाचार चैनल और अखबारों से इतनी बड़ी त्रासदी के समाचार का ब्लैक आउट क्यों किया हुआ है ? अगर ऐसी ही खबरें #कश्मीर से आईं होतीं तो भारत सरकार ने अभी तक 50 हज़ार करोड़ का राहत पैकेज जारी कर दिया होता… क्योकि पीड़ित मुसलमान होते…
क्योकि हिमाचल के शत प्रतिशत पीड़ित हिन्दूजन हैं,इसलिए न राज्य सरकार सोते से जाग रही है और न केंद्र सरकार कोई पूछताछ कर रही है !
दरअसल यह विध्वंस का यह तांडव पिछले 15 दिन से चल रहा है…इन क्षेत्रों में रिपोर्टर और मीडिया एजेंसी न के बराबर हैं, लेकिन दूरदराज के क्षेत्रों में सरकारी कर्मी तो तैनात रहते ही हैं… तो वे निकम्मापन क्यों कर रहे हैं ?
भारी बारिश से जितनी बर्बादी उत्तराखंड और हिमाचल में हुई है यदि इतनी कश्मीर में होती तो अब तक केन्द्रीय सहायता पंहुच चुकी होती, देश मे राहत कार्य भी केवल मजहब और जातियां देख कर चलाये जाते हैं….!! ✍️ हरीश मैखुरी