चमोली-एमएसएमई पखवाडा का समापन ,उद्यमियों को प्रशस्ति पत्र बांटे

चमोली 30 जनवरी,2018

रिपोर्ट–संदीप 

चमोली जिले में सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम नीति (एमएसएमई) के तहत 16 जनवरी से संचालित पखवाडे का मंगलवार को समापन हो गया। जिला कार्यालय सभागार में प्रभारी जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी विनोद गोस्वामी की अध्यक्षता आयोजित समापन समारोह में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले उद्यमियों को प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।

हथकरघा, हस्तशिल्प व लघु उद्योग में उत्कृष्ठ कार्य करने पर प्रथम पुरस्कार के तहत 6-6 हजार तथा द्वितीय पुरस्कार के तहत 4-4 हजार की धनराशि, प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह दिये गये। हथकरघा में उत्कृष्ट कार्य करने पर ग्राम बौला निवासी रूकमणी देवी को प्रथम तथा गमशाली निवासी पार्वती देवी को द्वितीय पुरस्कार दिया गया। हस्तशिल्प में ग्राम दुबातोली निवासी दर्शन लाल को प्रथम तथा छिनका निवासी सुशीला देवी को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। लघु उद्योग में फूड फैक्टरी कालेश्वर के उद्यमी अर्चना डिमरी को प्रथम तथा लोह कला उद्योग भीमतला के उद्यमी बिरेन्द्र सिंह राणा को द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

प्रभारी जिलाधिकारी ने उत्कृष्ठ कार्य करने वाले जनपद के सभी उद्यमियों को बधाई देते हुए और अच्छा कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि जिले में कुछ सैक्टर में उद्यमियों द्वारा बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है, परन्तु उनके द्वारा तैयार की गयी सामग्री का प्रचार प्रसार न होने के कारण उसका पूरा लाभ उद्यमियों को नही मिल पा रहा है। प्रभारी जिलाधिकारी ने जिला उद्योग केन्द्र से उद्यमियों को तकनीकी सहयोग भी मुहैया कराने को कहा ताकि प्रतिस्पर्धा के दौड में उद्यमियों को आर्थिक रूप से और मजबूत बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि जिले में संचालित स्वयं सहायता समूहों के द्वारा भी उत्कृष्ठ कार्य कर विभिन्न उत्पाद तैयार किये जा रहे है। उन्होंने स्वयं सहायता समूहों को भी उद्यमियों के साथ जोड़ने की बात कही ताकि उद्यमियों को स्वयं सहायता समूहों से कच्ची सामग्री उपलब्ध हो सके। इससे उद्यमी व एसएचजी दोनों को फायदा पहुॅचेगा।

महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र डा. एमएस सजवाण ने बताया कि पखवाडे का उदेश्य जनमानस एवं बेरोजगारों को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित करना है एवं अधिक से अधिक बेरोजगारों को बैंकों के माध्यम से केन्द्र एवं राज्य सरकार की औद्योगिक नीतियों, कार्यक्रमों व योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार कर उद्यम स्थापना हेतु पीएमईजीपी एवं एमएसएमई नीति से सब्सिडी युक्त ऋण उपलब्ध कराकर स्वरोजगार से जोडना है।  उन्होंने बताया कि पखवाडे के तहत 17 जनवरी को भीमतल्ला, 18 को जिला उद्योग केन्द्र गोपेश्वर व घिंघराण, 19 को पाॅलीटैक्निक कुलसारी व नारायणबगड़, 20 को जिला उद्योग केन्द्र गोपेश्वर, 22 को कौशल विकास केन्द्र पाडुली, सिमली, 23 आईटीआई, पाॅलिटैक्निक गैरसैंण, 24 को ब्लाक सभागार जोशीमठ, 25 को रौली-ग्वाड, 26़ पुलिस मैदान गोपेश्वर, 27 आईटीआई देवरखाल, 29 को इंजीनियरिंग काॅलेज कौठियालसैंण में कार्यशाला का आयोजन कर बेराजगार युवाओं को उद्यम स्थापना के लिए प्रोत्साहित किया गया। उन्होंने बताया कि पखवाडे के दौरान 60 से अधिक युवाओं ने उद्यम स्थापना के लिए आवेदन करने की इच्छा व्यक्त की है।  कहा कि रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने में जिला उद्योग केन्द्र अग्रणी भूमिका निभा रहा है। वर्तमान में जिले में 3203 इकाई संचालित है, जिसमें लगभग 8,500 लोग रोजगार से जुड़े है।

इस अवसर पर सीटीओ वीरेन्द्र कुमार, डीडीएम नाबार्ड आशीष भण्डारी, एलडीएम जीएस रावत, समाज कल्याण अधिकारी सुरेन्द्र लाल, सहायक विकास अधिकारी खादी ग्रामोद्योग केपी बडोला, सेवायोजन अधिकारी एसएस बिष्ट, सहायक प्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र बीएस कुंवर, पीएनबी गोपेश्वर से बाल सिंह राणा सहित अन्य उद्यमी मौजूद थे।