उत्तराखंड के कैप्टन रक्षित भैंसोडा़ जम्मू में शहीद

हरीश मैखुरी

रमजान में आतंकवादियों ने जम्मू  में सिर्फ  हिन्दू तारगेट किए,  50 हजार ने छोडा़ अपना घरबार। अल्मोड़ा निवासी 21 जाट रेजिमेंट के कैप्टेन रक्षित भैंसोडा़ जम्मू में बुद्ध वार को शहीद हो गए, अपने परिवार के इस इकलौते चिराग का आज हल्द्वानी शीतला घाट में अंतिम संस्कार किया गया । 60 हजार रोहिंग्या भी जानबूझकर जम्मू में ही बसाये गये कश्मीर में नहीं। आतंक का मजहब नहीं बताया जाता परन्तु  वे मजहब के नाम पर ही अपने चरमपंथी मकसद में सफल हो रहे हैं। यही आतंकवादियों की नीति है। दुसरी तरफ मणिशंकर अय्यर भी पाकिस्तान में मोदी सरकार को हराने की दर्खास्त कर भारत लौट आये। #सैक्यूलरिज्म #सैना बनी सरकारी बंधक।
इधर #देश में भारत की सैक्यूलर सरकार मजहब के नाम पर जवानों के हाथ बांधे रमजान मना रही और #आतंकवादियों को मौका देती प्रतीत होती है।