औली – गुप्ता बंधुओं की शादी मे बजेंगे पहाडी ढोल दमांऊं

औली में शादी मे बजेंगे पहाडी ढोल दमाऊ ।
शादी रोकने हेतु कुछ पहाडी टांगखींचू प्रवृत्ति के मूर्खों की अर्जी को हाईकोर्ट ने दुत्कार दिया !
कुछ मानसिक अवरोधी लोग औली मे होने वाली शादी का कुप्रचार इस ढंग से कर रहे है जैसे गुप्ता बंधुओं ने इनके तरकारी लगे हरेभरे “सगोडे” को हडप दिया हो,
एक पत्रकार होने के नाते मै इस तथ्य की गहराई तक जाना चाहता था कि वाक्यई क्या इस खर्चीली शादी से कही सचमुच हमारे पहाड को नुकसान तो नही उठाना पडेगा ? इसलिए मैने अपने मित्र दौलत राणा से इस बारे मे चर्चा की, जिनका एक परम मित्र जोशीमठ मे एक होटेल मे मैनेजर की पोस्ट पर कार्यरत हैं, जोशीमठ औली का सबसे नजदीकी शहर है , हमने फोन पर उनसे एक लंबी वार्ता की , जिसमे हमने उनसे कई तरह के प्रश्न किए ।
उन्होने कहा भाई जी मै कई वर्षों से जोशीमठ मे हूं, इस शादी से हमे तो किसी भी एंगल से नुकसान नजर नही आ रहा अपितु लाभ कई दिखाई पड रहे हैं । उन्होने बताया कि हमारे होटेल में २४ रूम है यात्रा सीजन मे भी हमारे होटेल के कई रूम खाली रहते है , लेकिन इस शादी के कारण हमारा ही क्या पूरे जोशीमठ, औली और आसपास के जितने भी होटेल है सब शादी वालों की वजह से बुक हो चुके है पूरे ७ से १० दिन के लिए , होटेल वालों ने भी लाभ लेते हुए कफी अच्छे रेट पर होटेल किराए पर दे दिए है, जोशीमठ से कई लोकल मैक्स उपर औली के लिए लगातार सामान ढोने के लिए लगी हैं। उन्होने बताया कि शादी का सारा सामान जैसे राशन, सब्जियां, मसाले इत्यादि सबकुछ रिशिकेष के मार्किट से गाडियों मे आ रहा है, और कुछ छुटपुट सामान के लिए जोशीमठ से लगातार मैक्स लगी हुई है, उन्होने वार्ता मे बताया कि सिर्फ टेंट वाला दिल्ली से है जो कि अतंराष्ट्रीय लेवल का टेंटवाला है परंतु वह भी अधिकांश सामान रिषीकेस से ही ला रहा है क्यूंकि दिल्ली से तो मंहगा पडेगा, टेंट वाले के सिर्फ सौ लोग दिल्ली से आए है बाकी ५०० लोकल के ही लोगों को उन्होने लिया है। जो कि लगभग १० हजार महमानों की व्यवस्था करेंगे । उन्होने एक बडी अच्छी बात से अवगत कराया , कि बीते कल के दिन शादी वालों ने औली गांव व उसके आसपास के १०-१२ गांव वालों को सम्मान देने के भाव से भोजन पर आमंत्रित किया जिसमे उन्होने महिलाओं को सगुन के तौर पर प्रक्येक को एक एक साडी व पुरुषों को पयजामा कुर्ता भेंट दिए तथा प्रत्येक को ५०० रू की भेट भी प्रदान की गयी । साथ ही सभी गांव वालों के बाजगीरो को वाद्ययंत्र ढोल दमाउ लाने की सहमति दी गई जोकि मानदेय होगा ।
अब प्रशन उठता है कि कुछ घटिया मानसिकता वाले पहाडी क्यूं इस शादी का विरोध कर रहे है जिसमे कि साउथ अफ्रिका व विश्व की कई जानी मानी हस्तियां हमारे उत्तराखण्ड पहूंचेगी । जिसने कि कभी उत्तराखण्ड का नाम भी नही सुना होगा वह विदेशी व्यक्ति जब उत्राखण्ड की प्राकृतिक खूबसूरती को निहारेगा तो जरूर कभी न कभी ४ और लोगों को भी उत्राखण्ड मे टूरिस्ट बन कर लेकर आएगा ,
यह मुख्मंत्री त्रिवेंद्र रावत जी का सकारात्क सोच और दूरदर्शिता का नतीजा है जो वे साउथ अफ्रिका के जानेमाने विश्वव्यापी उद्योगपति गुप्ता वंधुओं को उत्राखण्ड में इस शुभकार्य हेतू सुझाव प्रेषित किया और उद्योगपति ने भी औली की प्राकृतिक सुंदरता देखते हुए सहर्ष उनका सुझाव स्वीकार किया । अन्यथा गुप्ता बंधुओं को दुनियां में कहीं भी , या भारत के किसी भी राज्य में शादी हेत स्धान की कमी नही थी …..
राकेश पुंडीर (पत्रकार न्यूज मीडिया पत्र मुंबई)