अमरनाथ आतंकी हमलाः 7 तीर्थयात्रियों की मौत, 32 घायल, आज जम्मू-कश्मीर बंद

जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सोमवार रात अमरनाथ तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकी हमले में 5 महिलाओं समेत सात लोगों की मौत हो गई जबकि 32 घायल हुए। नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, विहिप और जेकेएनपीपी सहित कई राजनीतिक दलों ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले के चलते आज शहर में बंद का आह्वान किया है। विहिप प्रवक्ता राजेश कुमार ने कहा कि हमने अनंतनाग में आतंकी हमले में यात्रियों की मौत के विरोध में आज जम्मू बंद का आह्वान किया है। कांग्रेस प्रवक्ता रवींद्र शर्मा ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि पार्टी बंद का समर्थन करती है। इनके अलावा जेकेएनपीपी और एनसी ने भी बंद का आह्वान किया।
अलगाववादी नेताओं ने रात अनंतनाग जिले में अमरनाथ श्रद्धालुओं पर आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि घटना कश्मीरी संस्कार के खिलाफ है। एक संयुक्त बयान में अलगाववादी हुर्रियत नेता सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासिन मलिक ने सात अमरनाथ यात्रियों के मारे जाने पर शोक प्रकट किया। इसमें कहा गया, घटना कश्मीरी परंपरा के बिल्कुल विपरीत है। अमरनाथ यात्रा सदियों से शांतिपूर्ण तरीके से चलती रही है और यह सालाना आयोजन और रहेगा।
जानकारी के मुताबिक दो हमलावर बाइक पर आए थे। आतंकवादियों ने पहले पुलिस की बख्तरबंद गाड़ी पर हमला किया। जब पुलिस ने जवाबी गोलीबारी की तो आतंकवादी अंधाधुंध गोलियां चलाते हुए फरार हो गए। अमरनाथ यात्रियों से भरी एक बस सोनमर्ग से आ रही थी। श्रद्धालु अमरनाथ गुफा के दर्शन करके वापस लौट रहे थे। इसी दौरान आतंकियों ने बस पर फायरिंग करनी शुरू कर दी। हमले के बाद एहतियात के तौर पर जम्मू-श्रीनगर हाईवे को बंद कर दिया गया है। मरने वाले सभी श्रद्धालु गुजरात के रहने वाले हैं। बस का नंबर जीजे 09 जेड 9976 है। बस में 17 यात्री सवार थे। पुलिस ने दावा किया कि बस चालक ने तीर्थयात्रा के नियमों का उल्लंघन किया क्योंकि रात सात बजे के बाद किसी यात्रा वाहन को राजमार्ग पर चलने की अनुमति नहीं होती।