बढ़ती आयु के साथ अपने को स्वीकार करें तनाव रहित होगा जीवन, भारत में बढ़ रहा है मैट्रो रेल नेटवर्क, आज का पंचाग आपका राशि फल

 ।। *ॐ* ।।   🚩 🌞 *सुप्रभातम्* 🌞 🚩

⚜️««« *आज का पंचांग* »»»⚜️

कलियुगाब्द……………………5126

विक्रम संवत्…………………..2081

शक संवत्………………………1946

रवि…………………………दक्षिणायन

मास…………………………..मार्गशीर्ष

पक्ष……………………………….शुक्ल

तिथी…………………………..द्वितीया

दोप 01.06 पर्यंत पश्चात तृतीया

सूर्योदय…….प्रातः 06.52.52 पर

सूर्यास्त……..संध्या 05.41.00 पर

सूर्य राशि………………………वृश्चिक

चन्द्र राशि………………………….धनु

गुरु राशि…………………………वृषभ

नक्षत्र……………………………….मूल

दोप 04.31 पर्यंत पश्चात पूर्वाषाढ़ा

योग………………………………..शूल

दोप 03.02 पर्यंत पश्चात गंड

करण………………………….कौलव

दोप 01.06 पर्यंत पश्चात तैतिल

ऋतु………………………(सह:) हेमंत

दिन…………………………..मंगलवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*

03 दिसंबर सन 2024 ईस्वी ।

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*

दोप 11.55 से 12.37 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*

दोप 02.56 से 04.17 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त :-*

*वृश्चिक* 05:36:30 07:52:38

*धनु* 07:52:38 09:58:16

*मकर* 09:58:16 11:45:23

*कुम्भ* 11:45:23 13:18:56

*मीन* 13:18:56 14:50:08

*मेष* 14:50:08 16:30:53

*वृषभ* 16:30:53 18:29:32

*मिथुन* 18:29:32 20:43:14

*कर्क* 20:43:14 22:59:24

*सिंह* 22:59:24 25:11:13

*कन्या* 25:11:13 27:21:52

*तुला* 27:21:52 29:36:30

🚦 *दिशाशूल* :-

उत्तरदिशा – यदि आवश्यक हो तो गुड़ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

☸ शुभ अंक………………..3

🔯 शुभ रंग………………..लाल

✡ *चौघडिया* :-

प्रात: 09.35 से 10.55 तक चंचल

प्रात: 10.55 से 12.15 तक लाभ

दोप. 12.15 से 01.35 तक अमृत

दोप. 02.56 से 04.16 तक शुभ

रात्रि 07.16 से 08.56 तक लाभ । 

📿 *आज का मंत्र* :-

॥ ॐ आंजनेय नमः॥

📢 *संस्कृत सुभाषितानि :-*

*श्रीमद्भगवतगीता (दशमोऽध्यायः – विभूतियोग:) -*

बृहत्साम तथा साम्नां गायत्री छन्दसामहम् ।

मासानां मार्गशीर्षोऽह- मृतूनां कुसुमाकरः ॥१०- ३५॥

अर्थात :

तथा गायन करने योग्य श्रुतियों में मैं बृहत्साम और छंदों में गायत्री छंद हूँ तथा महीनों में मार्गशीर्ष और ऋतुओं में वसंत मैं हूँ॥35॥ 

 

🍃 *आरोग्यं :*-

*नींद न आने पर आयुर्वेदिक उपाय :-*

*1. अनिद्रा के लिए उत्तम है अश्वगंधा -*

अश्वगंधा का जरुरी लाभ यह है कि यह जड़ी-बूटी हमारे दिमाग में वृद्धि करती है और स्मृति को भी सुधारती है। यह अनिद्रा के लिए भी अच्छी है, क्योंकि यह हमारे नसों को ताज़ा करती है और उन्हें आराम देती है। अश्वगंधा की खुराक आधा चम्मच पाउडर है, जो रात को शक्कर, घी या गर्म दूध के साथ खाई जा सकती है। 

*2. जटामांसी -*

जाटांमसी दिमाग को शांत करने वाली जड़ी-बूटी है, जिसका इस्तेमाल रोगी को शांत करने के लिए किया जाता है। यह तंत्रिका तंत्र के आराम में मदद करती है और न्यूरोसिस के मामले में बहुत प्रभावी है। यह न्यूरोट्रांसमिशन बढ़ाता है और याददाश्त के लिए भी अच्छा है और यह अनिद्रा के मामले में शक्तिशाली और प्रभावी है। यह शरीर के अंगों और प्रणालियों को संतुलित करती है। इसका उपयोग चूर्ण के रूप में किया जा सकता है या गर्म पानी में 4-5 घंटे भिगोकर इसका उपयोग करें। आप इसे सोते समय पी सकते है जो तनाव कम करती है। 

*3. शंखपुष्पी -*

शंखपुष्पी एक प्राचीन औषधि है, जिसका उपयोग मस्तिष्क का बढ़ावा करने के लिए किया गया है। शंखपुष्पी को रक्त के प्रवाह के लिए, विषाक्त पदार्थों के तंत्रिका कोशिकाओं को निकालने और अनिद्रा का इलाज करने में होता है। यह मानसिक थकान को रोकती है और मस्तिष्क को आराम देती है। यह मस्तिष्क को बढाती है और उच्च रक्तचाप, अनिद्रा और अवसाद का इलाज करती है। 

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*

(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)

निवेश मनोनुकूल लाभ देगा। बिगड़े काम बनेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। कोई पुराना रोग बाधा का कारण हो सकता है। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। विरोध होगा। आर्थिक नीति में परिवर्तन होगा। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। तत्काल लाभ नहीं होगा।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*

(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

धार्मिक अनुष्ठान में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। सत्संग का लाभ मिलेगा। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश लाभ देगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। जल्दबाजी से हानि संभव है।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*

(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)

वाहन, मशीनरी व अग्नि के प्रयोग में सावधानी रखें। विशेषकर गृहिणियां लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तुएं गुम हो सकती हैं। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*

(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

वाणी में शब्दों का प्रयोग सोच-समझकर करें। प्रतिद्वंद्विता में कमी होगी। राजकीय सहयोग प्राप्त होगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। व्यापार में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से समयानुकूल सहायता प्राप्त होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*

(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

स्थायी संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। मनपसंद रोजगार मिलेगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कर्ज समय पर चुका पाएंगे। बैंक-बैलेंस बढ़ेगा। नौकरी में चैन रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। शेयर मार्केट से लाभ होगा। घर-परिवार की चिंता बनी रहेगी। तनाव रहेगा।

💁‍♀️ *राशि फलादेश कन्या :-*

(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ उठा पाएंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रह सकता है। दूसरों के झगड़ों में न पड़ें। लेन-देन में सावधानी रखें। लाभ होगा।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*

(रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आय में निश्चितता रहेगी। शत्रु शांत रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय से लाभ होगा। बुरी खबर मिल सकती है, धैर्य रखें। दौड़धूप की अधिकता का स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ेगा। थकान व कमजोरी रह सकती है। वाणी में कड़े शब्दों के इस्तेमाल से बचें। दूसरों की बातों में नहीं आएं।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*

(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आवश्यक वस्तु समय पर नहीं मिलने से खिन्नता रहेगी। बनते कामों में बाधा उत्पन्न होगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। काम में मन नहीं लगेगा। वैवाहिक प्रस्ताव मिल सकता है। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होने से प्रसन्नता रहेगी। निवेश से लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेंगे।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*

(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)

जल्दबाजी व लापरवाही से हानि होगी। राजकीय कोप भुगतना पड़ सकता है। विवाद न करें। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। प्रसन्नता रहेगी। बिछड़े मित्र व संबंधी मिलेंगे। विरोधी सक्रिय रहेंगे। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी सहयोग करेंगे। लाभ होगा।

🏹 *राशि फलादेश मकर :-*

(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)

कोई अनहोनी होने की आशंका रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। रोजगार मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। कारोबार में वृद्धि होगी। शेयर मार्केट मनोनुकूल लाभ देगा। बुद्धि का प्रयोग करें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण बनेगा। भाग्य का साथ मिलेगा।

*राशि फलादेश कुंभ :-*

(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आंखों का विशेष ध्यान रखें। चोट व रोग से बचाएं। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। वाणी पर नियंत्रण रखें। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। आय बनी रहेगी। नौकरी में कार्यभार रहेगा। थकान महसूस होगी। सहकर्मी सहयोग नहीं करेंगे। चिंता रहेगी।

🐠 *राशि फलादेश मीन :-*

यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कारोबार से संतुष्टि रहेगी। रुका हुआ धन प्राप्त होगा। प्रयास सफल रहेंगे। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रमाद न करें। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। व्यापार-व्यवसाय में उत्साह से काम कर पाएंगे। भाग्य अनुकूल है, जल्दबाजी न करें। प्रसन्नता रहेगी।

 

☯ *आज मंगलवार है अपने नजदीक के मंदिर में संध्या 7 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में अवश्य सम्मिलित होवें |*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

बढ़ती आयु के साथ स्वयं को स्वीकारना तनावमुक्त जीवन जीने की कला है।
हर आयु एक अलग तरह की सुन्दरता लेकर आती है उसका आनंद लीजिये,
बाल रंगने हैं तो रंगिये, नहीं तो छोडिए झंझट।
वज़न कम रखना है तो रखिये,
मनचाहे कपड़े पहनने हैं तो पहनिए, बड़ी वय में संभ्रांत दिखने का मोह आवश्यक थोड़ी है। पचपन में भी बचपन जीवित रखें।
बच्चों की तरह खिलखिलाइये,
अच्छा सोचिये, अच्छा वातावरण रखिये,
शीशे में दिखते हुए अपने अस्तित्व को स्वीकारिये।

कोई भी क्रीम आपको गोरा नहीं बनाती,
कोई शैम्पू बाल झड़ने नहीं रोकता,
कोई तेल बाल नहीं उगाता,
कोई साबुन आपको बच्चों जैसी त्वचा नहीं देता।

ये सब प्राकृतिक होता है।
उम्र बढ़ने पर त्वचा से लेकर बॉलों तक में परिवर्तन आता ही है। विदेशी ब्रांडों से तो तनिक भी शरीर को लाभ नहीं होता क्योंकि वे भारतीय जलवायु वातावरण और खान-पान के अनुसार नहीं बने हैं, उनसे शरीर को ब्लीच करके हमारी कोशिकाओं व शरीर की क्षति ही होगी।
पुरानी मशीन को ठीक करके बढ़िया चला तो सकते हैं, पर उसे नयी नहीं कर सकते।

ना किसी टूथपेस्ट में नमक होता है ना किसी में नीम। किसी क्रीम में केसर नही होती, क्योंकि १ ग्राम केसर भी ५०० रुपए से कम की नहीं होती! इसलिए अपने घरों में बने हुए भोजन को प्राथमिकता दें दुकानों पर अशुद्ध धीमा जहर परोसा जा सकता है। पांच लीटर टमाटो प्यूरी केवल एक सो बीस रूपये में कैसे मिल सकती है! जितने बादाम पूरे संसार में पैदा नहीं होते उससे अधिक बादम तेल बाजार में कहां से आता है! हफ्ते भर से भूखा पिंजरे में बंद मुर्गे का मांस आपको स्वस्थ्य कैसे बना सकता है! कुछ तो चिंतन करना चाहिए।

हम आकर्षक दिखने के लिए रोते रहते हैं। अरे कोई कोई बात नहीं यदि नाक मोटी है तो, कोई बात नही आंखें छोटी हैं तो, कोई बात नहीं यदि गोरे नहीं हैं या होंठों की बनावट सटीक नहीं हैं,
मानना चाहिए कि हम अपने जैसे हैं बहुत सुंदर हैं, दूसरों के जैसा दिखने की जगह अपन जैसे हैं वैसे स्वीकार करो। भगवान ने हर एक को अलग रूप दिया है उसे वैसा ही स्वीकार करें। अपनी सुंदरता को पहचानिए।

दूसरों से टिप्पणी या वाह वाही के लिए सुंदर दिखने से आवश्यक है, अपनी सुंदरता को अनुभव करना। और दूसरों के प्रति भाव रखना व सुन्दर व्यवहार करना।

हर बच्चा सुंदर इसलिये दिखता है कि वो छल कपट से परे होता है और बड़े होने पर जब हम छल व कपट से जीवन जीने लगते हैं इस कारण वास्तविकता खो देते हैं और उस सुंदरता को पैसे लगा करके पाने का प्रयास करते हैं। मन की सुन्दरता पर ध्यान दो तन अपने आप सुन्दर दिखने लगता है।

पेट निकल गया तो कोई बात नहीं उसके लिए शोक करना आवश्यक नहीं, पेट घटाना है तो शाम छ बजे बाद केवल एक छोटी कटोरी शब्जी दाल या तरल पदार्थ लें। मांस मछली अंडे छोड़ो पेट को कब्रिस्तान ना बनायें।
आपका शरीर आपकी उम्र के साथ बदलता है तो वज़न भी उसी तरह से घटता बढ़ता है उसे समझिये। और लंटप जिह्वा और चटोरेपन पर नियंत्रण रखें क्योंकि आयु बढने के साथ आपका शारीरिक श्रम कम हो गया है। शरीर बनने की प्रक्रिया भी थम गयी है। अब केवल रखरखाव चाहिए। इसलिए भोजन भी मैंटिनेंश के लिए ही लें। संयमित जीवन ही अपेक्षाकृत लम्बा और स्वस्थ होता है ये तो सबको जान ही लेना चाहिए।
कपाल भाती शरीर को आतंरिक रूप से प्रछालित डिटॉक्स करता है ।अनुलोम विलोम वीपी नियंत्रण में रखता है। ऑर्गेनिक भोजन कैंसर से बचाव करता है ।एलोवेरा, करेला, मेथी में भी पोषण और पोषक तत्व हैं। इन्हें लेने से कोई हानि भी नहीं है। अभी तक बाज़ार में अमृत बिकना आरंभ नहीं हुआ, इसलिए यही अमृत हैं।
माना कि अमर कोई भी जीव नहीं है। पर जीते जी मरने के उपाय काहे करने! शरीर अमूल्य और अप्राप्य है फिर कभी इस रूप में मिलेगा नहीं, इसलिए परिश्रम के साथ साथ इसकी रक्षा का दायित्व भी हमारा ही है।

हर शाकाहारी वस्तु सही मात्रा में खाइये,
हर वो चीज़ थोड़ी थोड़ी जो आपको अच्छी लगती है।

भोजन का संबंध मन से होता है। लेकिन केवल मन शरीर को स्वस्थ नहीं रख सकता है इसलिए आहार विहार के नियम हमारे चिरंजीवी ऋषि मुनियों ने अन्वेषण कर हमें बता दिए है। यह कार्य आपके हाथ में है।
थोड़ा बहुत शारीरिक कार्य करते रहिए,
टहलने जाइये, यथा संभव शारीरिक करिये,व्यस्त रहिये, प्रसन्न रहिये। *दूसरों की त्रुटियों* *से सीखने में* *ही बुद्धिमानी है।*
*जीवन इतना बड़ा* *नहीं होता कि*
*सारी गलतियां* *स्वयं करके सीखें।*
🙏आपका दिन शुभ हो। 🙏
*🌹🌹सुप्रभात🌹🌹*✍️हरीश मैखुरी
Breakinguttarakhand.com

भारत में मेट्रो रेल सिस्टम के अपडेटेड आँकड़े:

1) दिल्ली: 351.2 किमी

2) बैंगलोर: 76.95 किमी

3) हैदराबाद: 67 किमी

4) मुंबई: 59 किमी

5) कोलकाता: 58.68 किमी

6) अहमदाबाद: 58.66 किमी

7) चेन्नई: 54.1 किमी

😎 नागपुर: 38.2 किमी

9) पुणे: 33 किमी

10) नोएडा-ग्रेटर नोएडा: 29.7 किमी

11) कोच्चि: 27.9 किमी

12) लखनऊ: 22.9 किमी

13) गुड़गांव: 12.1 किमी

14) जयपुर: 12 किमी

15) नवी मुंबई: 11.1 किमी

16) कानपुर: 8.7 किमी

17) आगरा: 5.2 किमी

18) दिल्ली मेरठ – 65 किमी 

🚇 कुल परिचालन लंबाई: 1066 किमी

🚇 निर्माणाधीन लंबाई: 656 किमी