मोदी सरकार में एक सांसद ऐसे भी

हरीश मैखुरी

देश की 19 वीं लोकसभा में जहां 475 से अधिक सांसद करोड़पति हैं वही 226 पर मामले दर्ज हैं। लेकिन इस बार आदिवासी क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को भी मोदी टीम ने पहचान कर भारत की संसद में ऐसे रत्न पहुंचाए हैं, यह महाशय जिन्हें आप साइकिल पर देख रहे हैं यह आदिवासी क्षेत्रों में काम करते हैं उनके लिए स्कूल चलाते हैं उन्हें राष्ट्र की मुख्यधारा में जोड़ते हैं इनकी सेवा भाव और मेहनत देखकर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्क्रीनिंग कमेटी से इनकी सांसद बनाए जाने पर विचार करने के लिए अपील की थी उसी को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी की ओर से इन को टिकट दिया गया और आज ये भारत की संसद की शोभा बढ़ा रहे हैं संसद में जाने से पहले साईकिल पर घर से निकलने का यह दृश्य भी बहुत मार्मिक है। लोकसभा चुनाव में ओडिशा की बालाशोर सीट से प्रताप चन्द्र सारंगी को जीत मिली है। उन्होंने बीजेडी के रबिन्द्र कुमार जेना को 12,956 वोटों से हराया. लोग उन्हें ओडिशा का मोदी कहते हैं। सारंगी कुटिया मे रहते है और उनकी आर्थिक हालत बेहद कमजोर है, लेकिन इलाके की जनता पर उनकी मजबूत पकड़ है। मोदी और अमित शाह की रणनीतिक कोशिश है कि भारतीय संसद में कम से कम लोग दागदार संसद पहुंचें। स्वच्छ छवि के लोगों को संसद में पहुंचाने के लिए कोशिश की गई है। यह कोशिश देश की सभी पार्टियों को करनी चाहिए। उसी तरह से भारत रत्न पुरस्कार बांटने में भी अब देश भर से विभिन्न क्षेत्रों में समाज और देश के लिए काम करने वाले रत्नों को चुन चुन कर ऐसे पुरस्कार दिए जाते हैं यह भारत की सामाजिक आर्थिक राजनीतिक व्यवस्था में आए परिवर्तन का शुभ संकेत है