*🚩मृत्यु के १४ प्रकार*
श्री रामजी-रावण युद्ध चल रहा था, तब अंगदजी ने रावण से कहा- तूं तो मरा हुआ है, मरे हुए को मारने से क्या फायदा?

रावण बोला– मैं जीवित हूँ, मरा हुआ कैसे?
अंगद जी बोले, सिर्फ साँस लेने वालों को जीवित नहीं कहते साँस तो लुहार की धौंकनी भी लेती है!

*🚩तब अंगदजी ने मृत्यु के 14 प्रकार बताए-*

कौल कामबस कृपिन विमूढ़ा।
अतिदरिद्र अजसि अतिबूढ़ा।।
सदारोगबस संतत क्रोधी।
विष्णु विमुख श्रुति संत विरोधी।।
तनुपोषक निंदक अघखानी।
जीवत शव सम चौदह प्रानी।।

1. कामवश: जो व्यक्ति अत्यंत भोगी हो, कामवासना में लिप्त रहता हो, जो संसार के भोगों में उलझा हुआ हो, वह मृत समान है। जिसके मन की इच्छाएं कभी खत्म नहीं होतीं और जो प्राणी सिर्फ अपनी इच्छाओं के अधीन होकर ही जीता है, वह मृत समान है। वह अध्यात्म का सेवन नहीं करता है, सदैव वासना में लीन रहता है।

2. वाममार्गी: जो व्यक्ति पूरी दुनिया से उल्टा चले, जो संसार की हर बात के पीछे नकारात्मकता खोजता हो; नियमों, परंपराओं और लोक व्यवहार के खिलाफ चलता हो, वह वाम मार्गी कहलाता है। ऐसे काम करने वाले लोग मृत समान माने गए हैं।

3. कंजूस: अति कंजूस व्यक्ति भी मरा हुआ होता है। जो व्यक्ति धर्म कार्य करने में, आर्थिक रूप से किसी कल्याणकारी कार्य में हिस्सा लेने में हिचकता हो, दान करने से बचता हो, ऐसा आदमी भी मृतक समान ही है।

4. अति दरिद्र: गरीबी सबसे बड़ा श्राप है। जो व्यक्ति धन, आत्म-विश्वास, सम्मान और साहस से हीन हो, वह भी मृत ही है। अत्यंत दरिद्र भी मरा हुआ है। गरीब आदमी को दुत्कारना नहीं चाहिए, क्योंकि वह पहले ही मरा हुआ होता है। दरिद्र-नारायण मानकर उनकी मदद करनी चाहिए।

5. विमूढ़: अत्यंत मूढ़ यानी मूर्ख व्यक्ति भी मरा हुआ ही होता है। जिसके पास बुद्धि-विवेक न हो, जो खुद निर्णय न ले सके, यानि हर काम को समझने या निर्णय लेने में किसी अन्य पर आश्रित हो, ऐसा व्यक्ति भी जीवित होते हुए मृतक समान ही है, मूढ़ अध्यात्म को नहीं समझता।

6. अजसि: जिस व्यक्ति को संसार में बदनामी मिली हुई है, वह भी मरा हुआ है। जो घर-परिवार, कुटुंब-समाज, नगर-राष्ट्र, किसी भी ईकाई में सम्मान नहीं पाता, वह व्यक्ति भी मृत समान ही होता है।

7. सदा रोगवश: जो व्यक्ति निरंतर रोगी रहता है, वह भी मरा हुआ है। स्वस्थ शरीर के अभाव में मन विचलित रहता है। नकारात्मकता हावी हो जाती है। व्यक्ति मृत्यु की कामना में लग जाता है। जीवित होते हुए भी रोगी व्यक्ति जीवन के आनंद से वंचित रह जाता है।

8. अति बूढ़ा: अत्यंत वृद्ध व्यक्ति भी मृत समान होता है, क्योंकि वह अन्य लोगों पर आश्रित हो जाता है। शरीर और बुद्धि, दोनों अक्षम हो जाते हैं। ऐसे में कई बार वह स्वयं और उसके परिजन ही उसकी मृत्यु की कामना करने लगते हैं, ताकि उसे इन कष्टों से मुक्ति मिल सके।

9. सतत क्रोधी: 24 घंटे क्रोध में रहने वाला व्यक्ति भी मृतक समान ही है। ऐसा व्यक्ति हर छोटी-बड़ी बात पर क्रोध करता है। क्रोध के कारण मन और बुद्धि दोनों ही उसके नियंत्रण से बाहर होते हैं। जिस व्यक्ति का अपने मन और बुद्धि पर नियंत्रण न हो, वह जीवित होकर भी जीवित नहीं माना जाता। पूर्व जन्म के संस्कार लेकर यह जीव क्रोधी होता है। क्रोधी अनेक जीवों का घात करता है और नरक गामी होता है।

10. अघ खानी: जो व्यक्ति पाप कर्मों से अर्जित धन से अपना और परिवार का पालन-पोषण करता है, वह व्यक्ति भी मृत समान ही है। उसके साथ रहने वाले लोग भी उसी के समान हो जाते हैं। हमेशा मेहनत और ईमानदारी से कमाई करके ही धन प्राप्त करना चाहिए। पाप की कमाई पाप में ही जाती है और पाप की कमाई से नीच गोत्र, निगोद की प्राप्ति होती है।

11. तनु पोषक: ऐसा व्यक्ति जो पूरी तरह से आत्म संतुष्टि और खुद के स्वार्थों के लिए ही जीता है, संसार के किसी अन्य प्राणी के लिए उसके मन में कोई संवेदना न हो, ऐसा व्यक्ति भी मृतक समान ही है। जो लोग खाने-पीने में, वाहनों में स्थान के लिए, हर बात में सिर्फ यही सोचते हैं कि सारी चीजें पहले हमें ही मिल जाएं, बाकी किसी अन्य को मिलें न मिलें, वे मृत समान होते हैं। ऐसे लोग समाज और राष्ट्र के लिए अनुपयोगी होते हैं। शरीर को अपना मानकर उसमें रत रहना मूर्खता है, क्योंकि यह शरीर विनाशी है, नष्ट होने वाला है।

12. निंदक: अकारण निंदा करने वाला व्यक्ति भी मरा हुआ होता है। जिसे दूसरों में सिर्फ कमियाँ ही नजर आती हैं, जो व्यक्ति किसी के अच्छे काम की भी आलोचना करने से नहीं चूकता है, ऐसा व्यक्ति जो किसी के पास भी बैठे, तो सिर्फ किसी न किसी की बुराई ही करे, वह व्यक्ति भी मृत समान होता है। परनिंदा करने से नीच गोत्र का बंध होता है।
13. परमात्म विमुख: जो व्यक्ति ईश्वर यानि परमात्मा का विरोधी है, वह भी मृत समान है। जो व्यक्ति यह सोच लेता है कि कोई परमतत्व है ही नहीं; हम जो करते हैं, वही होता है, संसार हम ही चला रहे हैं, जो परमशक्ति में आस्था नहीं रखता, ऐसा व्यक्ति भी मृत माना जाता है।

14. श्रुति संत विरोधी: जो संत, ग्रंथ, पुराणों का विरोधी है, वह भी मृत समान है। श्रुत और संत, समाज में अनाचार पर नियंत्रण (ब्रेक) का काम करते हैं। अगर गाड़ी में ब्रेक न हो, तो कहीं भी गिरकर एक्सीडेंट हो सकता है। वैसे ही समाज को संतों की जरूरत होती है, वर्ना समाज में अनाचार पर कोई नियंत्रण नहीं रह जाएगा।

*अतः मनुष्य को उपरोक्त चौदह दुर्गुणों से यथासंभव दूर रहकर स्वयं को मृतक समान जीवित से बचाना चाहिए…

*🙏जय श्री रामजी 🙏*

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻सोमवार, २२ दिसम्बर २०२५🌻

सूर्योदय: 🌄 ०७:०२, सूर्यास्त: 🌅 ०५:२९

चन्द्रोदय: 🌝 ०९:०१, चन्द्रास्त: 🌜१९:२०

अयन 🌘 उत्तरायणे (दक्षिण गोले)

ऋतु: 🏔️ शिशिर

शक सम्वत: 👉 १९४७ (विश्वावसु)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८२ (कालयुक्त)

मास 👉 पौष, पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 द्वितीया (१०:५१ से तृतीया)

नक्षत्र 👉 उत्तराषाढ (२९:३२ से श्रवण)

योग 👉 ध्रुव (१६:४१ से व्याघात)

प्रथम करण 👉 कौलव (१०:५१ तक)

द्वितीय कारण 👉 तैतिल (२३:३४ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 धनु, चंद्र 🌟 मकर 

मंगल 🌟 धनु (अस्त, पश्चिम , मार्गी)

बुध 🌟 वृश्चिक (उदित, पूर्व, मार्गी )

गुरु 🌟 मिथुन (उदित, पूर्व, वक्री)

शुक्र 🌟 धनु (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 मीन (उदय, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 कुम्भ, केतु 🌟 सिंह

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५५ से १२:३६

अमृत काल 👉 २२:३७ से २४:२१

सर्वार्थ सिद्धि योग 👉 २९:३२ से ३१:१०

रवि योग 👉 २९:३२ से ३१:१०

विजय मुहूर्त 👉 १३:५८ से १४:३८

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:१९ से १७:४७

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२२ से १८:४५

निशिता मुहूर्त 👉 २३:४८ से २४:४३

राहुकाल 👉 ०८:२६ से ०९:४२

राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम

यमगण्ड 👉 १०:५९ से १२:१६

दुर्मुहूर्त 👉 १२:३६ से १३:१७

होमाहुति 👉 सूर्य (२९:३२ से बुध)

दिशा शूल 👉 पूर्व

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण १०:०७ से) 

शिववास 👉 गौरी के साथ (१०:५१ से सभा में)

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☄चौघड़िया विचार☄〰️〰️〰️〰️〰️

॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – अमृत २ – काल, ३ – शुभ ४ – रोग, 

५ – उद्वेग ६ – चर, ७ – लाभ ८ – अमृत

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – चर २ – रोग, ३ – काल ४ – लाभ

५ – उद्वेग ६ – शुभ, ७ – अमृत ८ – चर

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा🚌🚈🚗⛵🛫

दक्षिण-पूर्व (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)

तिथि विशेष🗓🗓〰️〰️〰️〰️

राष्ट्रीय पौष मास आरम्भ, गृह प्रवेश मुहूर्त दोपहर १२:०५ से १२:४६ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २९:३२ तक जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराषाढ नक्षत्र के प्रथम द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (भे, भो, ज, जी) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम श्रवण नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (खी) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

धनु – ३०:४५ से ०८:४९

मकर – ०८:४९ से १०:३०

कुम्भ – १०:३० से ११:५६

मीन – ११:५६ से १३:१९

मेष – १३:१९ से १४:५३

वृषभ – १४:५३ से १६:४८

मिथुन – १६:४८ से १९:०३

कर्क – १९:०३ से २१:२४

सिंह – २१:२४ से २३:४३

कन्या – २३:४३ से २६:०१+

तुला – २६:०१+ से २८:२२+

वृश्चिक – २८:२२+ से ३०:४१+

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०७:०९ से ०८:४९

रोग पञ्चक – ०८:४९ से १०:३०

शुभ मुहूर्त – १०:३० से १०:५१

मृत्यु पञ्चक – १०:५१ से ११:५६

अग्नि पञ्चक – ११:५६ से १३:१९

शुभ मुहूर्त – १३:१९ से १४:५३

मृत्यु पञ्चक – १४:५३ से १६:४८

अग्नि पञ्चक – १६:४८ से १९:०३

शुभ मुहूर्त – १९:०३ से २१:२४

रज पञ्चक – २१:२४ से २३:४३

शुभ मुहूर्त – २३:४३ से २६:०१+

चोर पञ्चक – २६:०१+ से २८:२२+

शुभ मुहूर्त – २८:२२+ से २९:३२+

रोग पञ्चक – २९:३२+ से ३०:४१+

शुभ मुहूर्त – ३०:४१+ से ३१:१०+

आज का राशिफल🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन आप अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति कर सकेंगे कार्य व्यवसाय में सरकारी सहयोग मिलने की संभावना अधिक रहेगी लोन सम्बंधित कार्य आज करना लाभदायक रहेगा। परन्तु सेहत के दृष्टिकोण से दिन उतार चढ़ाव वाला रहेगा शरीर में दर्द अकड़न की शिकायत रहेगी फिर भी कार्य बाधित नहीं होंगे। धन लाभ होने से और अधिक लगन से कार्यो को करेंगे। अधिकारी वर्ग का मूड संदिग्ध रहने से गुप्त भय बना रहेगा। परिवार में रिश्तेदारो के कारण कोई नई समस्या खड़ी हो सकती है। वाणी में मधुरता बनाये व्यर्थ की उलझनों से बचे रहेंगे। घर के बुजुर्ग आपके विचारों से सहमत रहेंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन शुभफलदायी रहेगा सेहत छोटी मोटी व्याधि को छोड़ सामान्य रहेगी लेकिन फिर भी कार्यो में आलस्य करने से विलम्ब होगा। घर से ज्यादा आज बाहर का वातावरण अधिक अनुकूल मिलेगा। कार्य व्यवसाय में पूर्व की गलतियों से अनुभव होगा अपनी गलती मानने से सहयोगियों से मतभेद कम होंगे। विपरीत लिंगीय के प्रति अधिक आकर्षण कार्यो में व्यवधान डाल सकता है सम्मान में कमी का कारण भी बनेगा। दोपहर के बाद पूर्व नियोजित कार्यो से धन लाभ होगा। संध्या का समय मित्रो एवं परिजनों के साथ आनंद मनोरंजन में बितायेंगे इससे थकान कम अनुभव होगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज दिन का पूर्वार्ध आपकी आशाओं से थोड़ा कम लाभ देगा फिर भी कार्यो को बेहतर रूप से करने की कोशिश करेंगे। धन लाभ के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ेगा इसका मध्यान से पहले फल अवश्य मिलेगा। सरकारी कार्यो में उलझने बढ़ने से धन एवं समय बर्बाद हो सकता है आज के लिए इन्हें निरस्त रखना ही ठीक रहेगा। मध्यान के बाद का समय कष्टप्रद रहेगा चल-अचल संपत्ति के कारण परिवार में विवाद होने की संभावना है किसी भी गंभीर स्थिति से बचने के लिए मूक दर्शक बनकर रहें ऐसा करने से फैसला आपके पक्ष में हो सकता है। स्त्री संतान का सहयोग मिलेगा।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज का दिन आपके लिए प्रत्येक कार्यो में विजय दिलाने वाला रहेगा परन्तु विरोधी भी प्रबल रहने से सफलता आसान नहीं रहेगी। आज जिस भी कार्य को करने का मन बनाएंगे उसमे कोई ना कोई अड़चन अवश्य आएगी फिर भी यदि दृढ़ निश्चय कर लगे रहे तो सफलता निश्चित मिलेगी। घर में किसी बीमार के स्वास्थ्य में सुधार आएगा परन्तु आपको कब्ज,गैस सम्बंधित समस्या बनी रहेगी। व्यवसाय मे व्यस्तता के कारण किसी अन्य कार्य में देरी होने से हानि भी हो सकती है। प्रतिस्पर्धी आज चाहकर भी आपके धन लाभ को नहीं रोक पाएंगे। पारिवारिक वातावरण उदासीन फिर भी शांत रहेगा।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन मिश्रित फलदायक रहेगा। शारीरिक रूप से चुस्त रहेंगे लेकिन असमय क्रोध आने से रक्तचाप अनियंत्रित हो सकता है। जिम्मेदारी वाले कार्यो को प्राथमिकता देंगे कार्य व्यवसाय में थोड़ी अड़चनों का बाद निर्वाह योग्य आय कमा लेंगे सहकर्मियो से बिनाबात ना उलझे कार्य में विलम्ब हो सकता है। जोखिम वाले कार्यो में निवेश किसी की सलाह के बाद ही करें सही जगह निवेश भविष्य में लाभ कराएगा। पारिवारिक वातावरण में तालमेल की कमी रहेगी। घर के बड़े अथवा स्त्री वर्ग से विचारो में भिन्नता के कारण मतभेद उभर सकते है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आप अपनी मनमानी नीति के चलते सार्वजानिक क्षेत्र पर आलोचना के शिकार होंगे। कार्य व्यवसाय में अधिकांश समय आश्वासनो से ही काम चलाना पड़ेगा। आप का स्वभाव भी टालमटोल वाला रहेगा। अत्यधिक लोभी प्रवृति संभावित लाभ को हानि में बदल सकती है। किसी की मदद करने से पीछे ना हटे भविष्य के लिए लाभदायक रहेगा। आज परोपकारी स्वभाव ना होते हुए भी किसी की बेमन से सहायता करनी पड़ सकती है। घर के बुजुर्ग आप पर प्रसन्न रहेंगे जिसे अपनी बात मनवाने में आसानी रहेगी। स्त्री संतान भी सहयोग करेंगे।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन आप पूर्वाग्रह से ग्रसित रहेंगे। अपने जिद्दी स्वभाव के कारण आसपास का वातावरण अशान्त बनाएंगे। मनमानी के चलते घर में भी तनाव का वातावरण बनेगा। सामाजिक क्षेत्र पर धन के साथ साथ मान हानि के योग है बेहतर रहेगा की आज कोई भी बड़ा कार्य ना करें यात्रा भी अतिआवश्यक होने पर ही करें व्यर्थ समय एवं धन नष्ट होने की संभावनाएं अधिक है। परन्तु जोखिम वाले कार्यो में निवेश आज अवश्य लाभ कराएगा। परिवारक वातावरण आपकी गलतियों के कारण पहले कलुषित होगा लेकिन संध्या तक सब सामान्य होने लगेगा। महिलाओं से सतर्क रहें।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन आपको अवश्य धन लाभ कराएगा। सेहत भी साथ देने से कार्यो में उत्साह बना रहेगा। लेकिन कार्य क्षेत्र पर लेन देन में स्पष्टता रखें विवाद के साथ सम्मान हानि हो सकती है। आज जिस भी कार्य को करेंगे उसमे सफलता की संभावना अधिक रहेगी। धन लाभ अल्प मात्रा में परंतु कई बार होने से आज का कोटा पूरा कर लेंगे। गृहस्थ में आज थोड़ी उठा-पटक लगी रहेगी किसी ना किसी के रूठने का कार्यक्रम लगा रहने से मानसिक रूप से थोड़ा विचलित हो सकते है फिर भी स्थिति आपके नियंत्रण में ही रहेगी। हास्य-परिहास के अवसर भी मिलते रहेंगे। संतान के विषय में शुभ समाचार मिलेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज दिन का अधिकांश समय शांति से व्यतीत करेंगे परन्तु बीच-बीच में पारिवारिक उलझने परेशान करेंगी। व्यवसाय में परिश्रम का फल विलम्ब से मिलेगा धन लाभ के लिए अधिक इन्तजार करना पड़ेगा सहकर्मीयो से नम्रता से व्यवहार करें अन्यथा सारा कार्य खुद ही करना पड़ सकता है। आपके व्यवहार में परिवर्तन आने से लोग आश्चर्य करेंगे। सामाजिक क्षेत्र से आय के नवीन साधन बनेंगे उच्चवर्ग के लोगो से लाभदायक जान-पहचान होगी। पारिवारिक जीवन में विषमताओं का अहसास होगा खर्च करने पर भी स्थिति नियंत्रण से बाहर जायेगी स्वयजनो से वैर विरोध बढेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज आप अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति हेतु कुछ भी करने के लिए तैयार रहेंगे परंतु ध्यान रहे अनैतिक कार्य एवं प्रलोभन के अवसर मिलने पर भी ये पारिवारिक मान हानि का कारण बन सकते है। दिन के आरंभ में कार्य क्षेत्र पर मंदी रहेगी भविष्य के लिये चिंतित हो सकते है लेकिन धीरे-धीरे कार्यो में गति आने लगेगी धन लाभ विलम्ब से परन्तु अवश्य होगा। संध्या तक संतोषजनक व्यवसाय रहने से राहत मिलेगी। परिवार में मांगलिक कार्यक्रमो में सम्मिलित होने पर खर्च करेंगे। सुखोपभोग की वस्तुओ में कमी आएगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज परिस्थितिया प्रतिकूल रहने से कोई राहत की उम्मीद नहीं दिखेगी। लोग आपके हर निर्णय को गलत साबित करेंगे। पारिवारिक सदस्य के जिद्दी व्यवहार के कारण घरेलु वातावरण गर्म हो सकता है। आज आप केवल अपने मन की सुनना छोड़ अन्य लोगो के विचारो को भी प्रयोग करें निश्चित लाभ होगा। व्यवसायी वर्ग बार-बार असफल होने अथवा आशानुकूल काम ना बनने से हतोत्साहित होंगे फिर भी प्रयास जारी रखें संतोषजनक परिणाम मिलेंगे। स्त्री पक्ष से पहले परेशानी बाद में लाभ संभावित है। कंजूसी करके कुछ धन बचाएंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आप पूर्वनियोजित कार्यो को आगे बढ़ाएंगे इसमें सहकर्मी एवं परिजनों का भी महत्वपूर्व सहयोग मिलेगा। नौकरी पेशा जातक काम से मन चुराने के कारण अपमानित हो सकते है सतर्क रहें। आज थोड़े प्रयास के बाद आशा से अधिक सफलता मिल सकती है। सभी सरकार नियंत्रित कार्य एवं जायदाद सम्बंधित कार्य मध्यान के आस-पास करना लाभदायक रहेगा। व्यावसायिक क्षेत्र पर नए प्रयोग अभी ना आजमाएं परन्तु निवेश अवस्य लाभ देगा। महिलाएं भी आज अधिक व्यस्त होने के कारण थकान अनुभव करेंगी। विद्यार्थी पढ़ाई से मन चुरायेंगे।〰️〰️〰️〰️〰️🙏राधे राधे🙏