क्या भारत आतंकवाद के विरुद्ध लड़ाई जीत पाएगा?, नयी पीढ़ी को जो सिखायेंगे वही तो सीखेगी हिमाचल की धाविका बक्शो देवी या इस्त्राइली वीरांगनाओं से प्रेरणा लें बालीवुड की नचनियों से नहीं, आज का पंचाग आपका राशि फल

‌‌   *ꒌ⊰ 卐 ⊱ꒌ*   *श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*

                 *सुप्रभातम*  *आज का पञ्चाङ्ग*

   *_गुरुवार, २४ अक्टूबर २०२४_*

🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃

*सुबह का सूर्य नमस्कार और बड़ों का आदर सत्कार सदैव आवश्यक है*

       *पानी के बिना, नदी कैसी *

     अतिथि के बिना, आँगन कैसा।*

  *प्रेम न हो तो, सगे-सम्बन्धी कहां है।*

       पैसा न हो तो, पाकेट व्यर्थ है।

           *और जीवन में गुरु न हो*

               तो जीवन व्यर्थ है।

                इसलिए जीवन में 

                  *”गुरु” आवश्यक है।*

                  *”गुरुर” नहीं”

सूर्योदय: 🌄 ०६:३२, सूर्यास्त: 🌅 ०५:३९

चन्द्रोदय: 🌝 २३:४७, चन्द्रास्त: 🌜१३:२४

अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🌳 हेमन्त

शक सम्वत: 👉 १९४६ (क्रोधी)

विक्रम सम्वत: 👉२०८१ (काल)

मास 👉 कार्तिक, पक्ष 👉 कृष्ण

तिथि 👉 अष्टमी (२५:५८ से नवमी)

नक्षत्र 👉 पुष्य (पूर्ण रात्रि)

योग👉साध्य(२९:२३ से शुभ)

प्रथम करण👉बालव(१३:३२ तक

द्वितीय करण 👉 कौलव(२५:५८ तक)

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 तुला, चंद्र 🌟 कर्क 

मंगल🌟 कर्क(उदित,पूर्व,मार्गी)

बुध 🌟 तुला (उदय, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 वृष(उदय,पश्चिम,मार्गी)

शुक्र 🌟 वृश्चिक

 (उदय, पूर्व, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मीन, केतु 🌟 कन्या  

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

शुभाशुभ मुहूर्त विचार

⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳

अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३८ से १२:२३

अमृत काल 👉 २४:५३ से २६:३५

गुरु पुष्य योग 👉 पूरे दिन

सर्वार्थ सिद्धि योग 👉 पूरे दिन

अमृत सिद्धि योग 👉 पूरे दिन

विजय मुहूर्त 👉 १३:५३ से १४:३७

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:३६ से १८:०२

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:३६ से १८:५३

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२७

राहुकाल 👉 १३:२५ से १४:४९

राहुवास 👉 दक्षिण

यमगण्ड 👉 ०६:२५ से ०७:४९

दुर्मुहूर्त 👉 १०:०९ से १०:५४

होमाहुति 👉 गुरु

दिशा शूल 👉 दक्षिण

अग्निवास 👉 आकाश 

चन्द्र वास 👉 उत्तर

शिववास 👉 गौरी के साथ (२५:५८ से सभा में)

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

☄चौघड़िया विचार☄

〰️〰️〰️〰️〰️〰️

॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – शुभ २ – रोग

३ – उद्वेग ४ – चर

५ – लाभ ६ – अमृत

७ – काल ८ – शुभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – अमृत २ – चर

३ – रोग ४ – काल

५ – लाभ ६ – उद्वेग

७ – शुभ ८ – अमृत

नोट👉 दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

शुभ यात्रा दिशा

🚌🚈🚗⛵🛫

उत्तर-पश्चिम (दही का सेवन कर यात्रा करें)

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

तिथि विशेष

〰️〰️〰️〰️

अहोई अष्टमी, कालाष्टमी, राधाकुण्ड स्नान (गोर्वधन), नींव खुदाई एवं गृहारम्भ मुहूर्त+गृह प्रवेश मुहूर्त+व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः १०:४१ से दोपहर १२:११ तक, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त दिन ११:४७ से दोपहर ०२:५७ तक आदि।

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️〰️

आज ३०:११ तक जन्मे शिशुओ का नाम                

पुष्य नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (हू, हे, हो, डा) नामाक्षर से रखना शास्त्र सम्मत है।

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

उदय-लग्न मुहूर्त

तुला – २९:५६ से ०८:१७

वृश्चिक – ०८:१७ से १०:३६

धनु – १०:३६ से १२:४०

मकर – १२:४० से १४:२१

कुम्भ – १४:२१ से १५:४७

मीन – १५:४७ से १७:१०

मेष – १७:१० से १८:४४

वृषभ – १८:४४ से २०:३९

मिथुन – २०:३९ से २२:५४

कर्क – २२:५४ से २५:१५+

सिंह – २५:१५+ से २७:३४+

कन्या – २७:३४+ से २९:५२+

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०६:२५ से ०८:१७

रोग पञ्चक – ०८:१७ से १०:३६

शुभ मुहूर्त – १०:३६ से १२:४०

मृत्यु पञ्चक – १२:४० से १४:२१

अग्नि पञ्चक – १४:२१ से १५:४७

शुभ मुहूर्त – १५:४७ से १७:१०

मृत्यु पञ्चक – १७:१० से १८:४४

अग्नि पञ्चक – १८:४४ से २०:३९

शुभ मुहूर्त – २०:३९ से २२:५४

रज पञ्चक – २२:५४ से २५:१५+

शुभ मुहूर्त – २५:१५+ से २५:५८+

चोर पञ्चक – २५:५८+ से २७:३४+

शुभ मुहूर्त – २७:३४+ से २९:५२+

रोग पञ्चक – २९:५२+ से ३०:२६+

✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤•✤

आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आपका आज का दिन कलह क्लेश की भेंट चढेगा आज घर एवं बाहर के लोगो का अमर्यादित आचरण आपको आवेश में रखेगा आपके अंदर भी धैर्य की कमी रहने के कारण बात बात पर किसी से भी उलझ पड़ेंगे। प्रातः काल मे ही आसपडोसी अथवा पारिवारिक सदस्य से कहासुनी होगी। अहम की भावना भी अधिक रहने से गलती करने पर भी मानेंगे नही करेंगे क्रोध में आकर जो मन मे आये बोल देंगे बाद में इसकी ग्लानि भी होगी। व्यावसायिक स्थिति भी आपके रूखे व्यवहार के चलते उतार चढ़ाव से भरी रहेगी। धन लाभ के लिए स्वभाव में नरमी रखना आवश्यक है अन्यथा भविष्य के लाभ से भी हाथ धो बैठेंगे। महिलाये परिवार के सदस्यों को एकजुट रखने की असफल कोशिश करेंगी।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके लिये नई खुशिया लाएगा। आज आर्थिक रूप से स्थिति सुदृढ़ बनेगी फिर भी धन संबंधित मामलों में ज्यादा सावधानी बरतें अन्यथा आपके भाग्य का लाभ किसी और के हिस्से में भी जा सकता है। स्वभाव में अकड रहने से किसी से मन की बात नही कर सकेंगे। दोपहर से घर एवं बाहर का वातावरण अनुकूल होगा मन इच्छित कार्य कर सकेंगे। आलस्य रहेगा लेकिन जिम्मेदारियों को समय पर पूर्ण करेंगे। पारिवारिक जिम्मेदारी ज्यादा रहने से व्यवसाय में तालमेल बैठाने में थोड़ी मुश्किल रहेगी फिर भी इनपर विजय पा लेंगे। दैनिक उपभोग की वस्तुओं के साथ ही धार्मिक खर्च भी रहेंगे। महिलाये किसी कारण से नाराज रहेंगी।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप जितना भी परिश्रम करेंगे निकट भविष्य में शीघ्र ही इसका लाभ धन अथवा अन्य उपहार सम्मान के रूप में मिलेगा। व्यवहारिकता में थोड़ी कमी रहेगी जिससे आपकी छवि अभिमानियों जैसी बनेगी। कार्य क्षेत्र पर आज अधिकारियो का प्रोत्साहन मिलने से उन्नति के मार्ग खुलेंगे। व्यवसाय में लाभ पाने के लिए थोड़ा परिश्रम करना पड़ सकता है इसका फल संध्या के आसपास आश्चर्य में डालने वाला रहेगा। अनैतिक कार्यो में पड़ने से मान हानि के योग बनेंगे इससे दूर रहें। परिजनों से मधुर भावनात्मक सम्बन्ध रहेंगे घरेलू समस्याओ को महिलाये अपने बल पर सुलझा लेंगी। संध्या के समय शुभ समाचार मिलेंगे। उत्तम भोजन वाहन मनोरंजन यात्रा से आनंद मिलेगा थकान भी होगी।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आपका स्वभाव अन्य दिनों की अपेक्षा शांत रहेगा। हास-परिहास करने से आस-पास का वातावरण हल्का बनाएंगे। लेकिन आज किसी परिजन के विपरीत व्यवहार पर क्रोध आने से कुछ समय के लिए अशांति बनेगी। आप प्रत्येक कार्य को बेहतर करने का प्रयास करेंगे। कार्य व्यवसाय से धन लाभ लेदेकर हो जाएगा। महिलाये आज अकस्मात किसी शुभसमाचार मिलने से आनंदित रहेंगी। बेरोजगार लोग भी आज हतोत्साहित ना हो प्रयास करने पर आशाजनक रोजगार से जुड़ सकते है। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन अच्छा रहेगा खर्च भी आज कम रहने से धन संचय कर पाएंगे। स्वास्थ्य थोड़ा नरम रहेगा। आलस्य के कारण नींद आने की बीमारी से ग्रस्त रह सकते है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपके लिये हानिकर है प्रत्येक कार्य सोच समझ कर ही करें धन सम्बन्धित कार्य आज टालना ही बेहतर रहेगा। आज किसी से पुरानी उधारी मांगने पर विवाद भी हो सकता है ज्यादा बहस में ना उतरे डूबने की आशंका है। सेहत प्रातः काल से ही नरम रहेगी बाहर का खान-पान एवं शीतल प्रदार्थ ज्यादा गड़बड़ करेगा इनसे दूर रहेगें। नौकरी पेशा जातको को लापरवाही के कारण अधिकारियों की डांट सुन्नी पड़ेगी। व्यवसायी वर्ग भी समय से वादा पूर्ण ना करने पर अपमानित हो सकते है। व्यवसाय मे लगभग सभी कार्य आपकी सोच के विपरीत ही होंगे नए कार्यो में पैसा ना फ़सायें पहले अधूरे कार्य पूर्ण करें धन लाभ अल्प मात्रा में ही होगा। महिलाये शारीरिक क्षमता कम रहने से मामूली बातो से चिढ़ जाएंगी।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज भी दिन आपकी आशाओ पर खरा उतरेगा लेकिन आज आप संबंधों को ज्यादा महत्त्व दें अन्यथा धन की लालसा में लोगो से दूरी बना लेंगे आज आर्थिक स्थिति में स्वाभाविक बढ़ोतरी होगी ज्यादा हाथ पैर ना मारें। आज व्यवसाय अथवा अन्य जोखिम वाले कार्यो में निवेश निसंकोच होकर करें विलम्ब से ही सही नतीजे पक्ष में ही रहेंगे। व्यवसाय में दुविधा की स्थिति से बाहर निकलने के लिए किसी अनुभवी का मार्गदर्शन लें धन लाभ आज निश्चित होकर रहेगा। महिलाये आज मानसिक रूप से प्रसन्न रहेगी पारिवारिक वातावरण को भी महकाएंगी। दाम्पत्य जीवन मे भी आत्मीयता रहेगी। बेरोजगार नए कार्य से जुड़ेंगे व्यर्थ बहस वाले प्रसंगों से दूर रहें।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन हर तरह से पिछले दिन की अपेक्षा बेहतर रहेगा लेकिन आज आप किसी की बातों तो तुरंत उत्तर ना दे ना ही किसी से प्रतिशोध की भावना रखे अन्यथा अनुकूलता का लाभ मिलना मुश्किल रहेगा। बैठे बिठाए राय देने वाले भी आज अधिक मिलेंगे इनको अनदेखा कर अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करें परिश्रम का उचित फल अवश्य मिलेगा। नौकरी वाले लोगो को भाग-दौड़ अधिक रहेगी अधिकारी वर्ग आपके निर्णयों से सहमत रहेंगे आज अधिकारियों से अपना काम निकालने के लिये भी दिन उपयुक्त है। धन लाभ जिस समय उम्मीद नही होगी तब अकस्मात होगा। महिलाये परिवार के लिए सहयोगी रहेंगी सेहत थोड़ी शिथिल होने पर भी कार्य समय पर पूर्ण कर लेंगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन सुख-समृद्धि दायक रहेगा। व्यवसाय में भी उन्नति होगी साथ ही मित्र परिचितों के बीच सम्मान बढेगा। आज धार्मिक गतिविधियों में हिस्सा लेने से मानसिक रूप से भी हल्कापन अनुभव करेंगे लेकिन नौकरी वाले लोग कार्य क्षेत्र पर अपने दुराचरण के कारण अपमानित हो सकते है। अचानक किसी की सहायता अथवा स्वभाव परिवर्तन देख कर आश्चर्य चकित रह जायेंगे। काम-धंधा आशाजनक रहेगा परन्तु उधारी वाले व्यवहारों से निजात पाना असंभव होगा इसी वजह से धन संचय करने में भी परेशानी आएगी। खर्च आज आसानी से निकाल लेंगे। सरकारी कार्य आगे बढ़ेंगे। महिलाये आज किसी कारण से पुरुषों के ऊपर आश्रित होंगी। सेहत लगभग सामान्य ही रहेगी।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन आपके लिये थोड़ा उठापटक वाला रहेगा। आज आर्थिक लाभ की संभवनाएं भी रहेंगी परन्तु आप अपने मन के विचार अथवा व्यवसाय का प्रचार संकोची वृति रहने के कारण खुल कर नही कर सकेंगे फिर भी आज आप दिन भर की गतिविधियों से संतोषी रहेंगे। आर्थिक विषयो को लेकर ज्यादा सरदर्दी नही लेंगे आवश्यकता अनुसार हो भी जाएगा। संतोषी स्वभाव रहने के कारण मानसिक रूप से भी शांत ही रहेंगे परन्तु किसी आवश्यक कार्य को करने में हड़बड़ी अवश्य करेंगे उसके बाद भी कार्य लंबित रहने पर निराशा होगी। महिलाये आज अपने मे ही मगन रहेंगी जिससे घरेलू कार्य थोड़े अस्त-व्यस्त होंगे। आकस्मिक कार्य पड़ने पर दिनचार्य में बदलाव करना पड़ेगा।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपकी दिनचार्य आनंद प्रदान करेगी। नौकरी पेशाओ को आज कार्य क्षेत्र पर अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा पद प्रतिष्ठा में शीघ्र ही वृद्धि होने की सम्भवना बनेगी। सरकारी कार्य भी आज जोड़ तोड़ कर आगे बढ़ने से राहत मिलेगी। व्यवसायी वर्ग के मन मे कुछ ना कुछ उथल पुथल लगी रहेगी धन लाभ के लिए जुगाड़ू प्रवृति अपनाएंगे फिर भी सफलता संदिग्ध ही रहेगी। महिलाये ले देकर अपना काम बना ही लेंगी घरेलू साज सज्जा पर खर्च भी करेंगी। मध्यान पश्चात का समय स्नेही जनों के साथ उत्तम भोजन लघु पर्यटन में आनंद से व्यतीत होगा। आपको घर के बुजुर्ग अथवा किसी वरिष्ठ अधिकारी से खरी खोटी भी सुनने को मिलेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज का दिन आपके लिये विषम परिस्थितियों वाला रहेगा। कार्य भार अधिक रहेगा परन्तु सेहत आज नरम रहेगी। घर एवं कार्य क्षेत्र पर अव्यवस्था अधिक रहेगी। व्यवहार में भी उदासीनता रहेगी आकर्षण की कमी रहने के कारण लोगो से मेल जोल नही बना सकेंगे। लाभ के अवसर हाथ से निकाल देंगे बाद में इसकी ग्लानि भी होगी। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति हेतु धन को लेकर आज ज्यादा चिंतित रहेंगे आपकी परेशानी का हल शीघ्र ही निकल भी जाएगा महिलाये आर्थिक मामलों में मददगार रहेंगी। मित्र परिचित आवश्यकता पड़ने पर सहायता करेंगे जिससे मन को राहत मिलेगी। परिवारक सदस्यों का महत्त्व जानेंगे। सेहत ठीक रहेगी लेकिन फिर भी आलस्य करेंगे।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन आपकी बौद्धिक क्षमता में वृद्धि तो कराएगा परन्तु आज धैर्य की कमी रहने के कारण इसका लाभ नही उठा पाएंगे। कार्य क्षेत्र अथवा घर पर किसी गलतफहमी के कारण मन अशांत रहेगा लोगो को संदेह की दृष्टि से देखेंगे।मध्यान बाद महिला एवं पुरुष दोनों ही अपने निखरे हुए व्यक्तित्त्व के बल पर समाज से सम्मान पाने के अधिकारी बनेंगे। आर्थिक लाभ के भी कई अवसर मिलेंगे साथ ही मितव्ययी प्रवृति रहने से बचत भी कर सकेंगे लेकिन आज उधारी भूल से भी ना दें नया ही किसी से लें। स्त्री वर्ग भी आज आर्थिक मामलों में परिवार की मदद करेंगी। शारीरिक दर्द एवं सर्दी जुखाम की संभावना है।

*क्या भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई जीत पाएगा?*  

          -बलबीर पुंज

मिथक ‘हिंदू/भगवा आतंकवाद’ सिद्धांत कितनी बड़ी साजिश थी, उसका पुन: खुलासा कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के एक दावे से हो जाता है। एक हालिया पॉडकास्ट में बात करते हुए शिंदे ने कहा, “उस समय रिकॉर्ड पर जो आया था, उन्होंने वही कहा था। यह उनकी पार्टी (कांग्रेस) ने उन्हें बताया था कि भगवा आतंकवाद हो रहा। उस समय पूछा गया था तो बोल दिया था भगवा आतंकवाद… यह गलत था।” इसी पॉडकास्ट में शिंदे, दिसंबर 2001 के संसद आतंकवादी हमले के दोषी और फांसी पर लटकाए जा चुके जिहादी अफजल गुरु को आतंकी कहने से बचते भी नजर आए। यह किसी से छिपा नहीं है कि कांग्रेस में पार्टी का अर्थ गांधी परिवार (सोनिया-राहुल-प्रियंका) है। यह चिंतन उस मानसिकता की उपज है, जिसमें इस्लामी आतंकवाद को प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से जायज ठहराने के लिए ‘हिंदू आतंकवाद’ रूपी छलावा खड़ा किया गया था। इस साजिश में वामपंथियों और कट्टरपंथी मुस्लिमों के साथ कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व भी शामिल था। 

शिंदे के हालिया कबूलनामे से वह कड़वा सच भी एकाएक ध्यान में आता है कि ज्ञान-विज्ञान और पराक्रम जैसे गुणों से सुशोभित होते हुए भी भारत मध्यकाल में लगभग 600 वर्षों तक मुस्लिम और फिर 200 सालों तक अंग्रेजों के अधीन क्यों हो गया था। इतिहास साक्षी है कि यदि व्यक्तिगत खुन्नस के कारण जयचंद, पृथ्वीराज चौहान को धोखा नहीं देता, तो विदेशी आक्रांता मुहम्मद गौरी नहीं जीतता। इसी तरह यदि शाह वलीउल्लाह मराठाओं के खिलाफ अफगान अब्दाली को भारत नहीं बुलाता और प्लासी की लड़ाई में मीर जाफर यदि सिराजुद्दौला को न छलता, तो भारत में अंग्रेजी साम्राज्य संभवत: स्थापित ही नहीं होता। कांग्रेस नीत यू.पी.ए. (वर्तमान आई.एन.डी.आई.ए) कार्यकाल में उसी काले इतिहास को दोहराया गया था। 

व्यक्तिगत, राजनीतिक और वैचारिक विरोध के चलते ‘हिंदू/भगवा आतंकवाद’ शब्दावली की रचना कर दुनिया में भारत, हिंदू समाज, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भाजपा और अन्य संगठनों को कलंकित करने का जाल बुना गया। इसकी जड़े 1993 के मुंबई श्रृंखलाबद्ध (12) बम धमाके में मिलती है, जिसमें 257 निरपराध मारे गए थे। तब महाराष्ट्र के तत्कालीन कांग्रेसी मुख्यमंत्री शरद पवार ने आतंकियों की मजहबी पहचान और उद्देश्य से ध्यान भटकाने हेतु झूठ गढ़ दिया कि ‘13वां’ धमाका मस्जिद के पास हुआ था। यह प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से हिंदुओं को आतंकवाद से जोड़ने का प्रयास था। इसी चिंतन को यूपीए-काल (2004-14) में राहुल गांधी के साथ पी.चिदंबरम और सुशील कुमार शिंदे ने बतौर केंद्रीय गृहमंत्री आगे बढ़ाया था। 

हद तो तब हो गई, जब कांग्रेसी नेता दिग्विजय सिंह ने वर्ष 2008 के भीषण मुंबई 26/11 आतंकवादी हमले के पीछे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का हाथ बता दिया। यहां तक, दिग्विजय ने इसी हमले में जिहादियों की गोलियों के शिकार हुए मुंबई आतंक निरोधक दस्ते के तत्कालीन प्रमुख हेमंत करकरे की मौत को हिंदूवादी संगठनों से जोड़ने का प्रयास किया था। इस संबंथ में तब पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा हाथों में पवित्र कलावा/मौली को आधार बनाकर कई समाचारपत्रों में आलेख तक प्रकाशित हुए थे। सोचिए, यदि आतंकी कसाब और डेविड हेडली (दाऊद सैयद गिलानी) के जीवित नहीं पकड़े जाते, तो क्या होता? 

वास्तव में, यह हिंसा-घृणा के पीड़ितों को ‘अपराधी’ और दोषियों को ‘मासूम’ बताने की ‘सेकुलरवादी’ (‘लेफ्ट-लिबरल’ सहित) साजिश है। 14 फरवरी 1998 को कोयंबटूर में श्रंखलाबद्ध 12 बम धमाकों हुए थे, जिसमें 58 बेकसूरों की मौत हो गई। आतंकवादियों का मुख्य निशाना भाजपा के शीर्ष नेता लालकृष्ण आडवाणी थे, जिन्हें तब चुनाव प्रचार के हेतु कोयंबटूर आना था। परंतु विमान परिचालन में देरी से उनकी जान बच गई। तब कांग्रेस के तत्कालीन शीर्ष नेतृत्व ने न केवल इन बम धमाकों का आरोप संघ पर लगा दिया, बल्कि यहां तक कह दिया— “अगर बम भाजपा के अलावा किसी और ने लगाया होता, तो ऐसा करने वाले ने निश्चित रूप से आडवाणी को मार देते।” इसी मामले में अदालत द्वारा सैयद अहमद बाशा, फखरुद्दीन, इमाम अली आदि दोषी ठहराए गए थे। 

प्रधानमंत्री मोदी के दानवीकरण हेतु इस कुनबे ने फरवरी 2019 के भीषण पुलवामा आतंकवादी हमले, जिसमें 40 सुरक्षाबलों का बलिदान हुआ था— उसे ‘भाजपा द्वारा प्रायोजित’ बताने का प्रयास किया था। ऐसा ही जहरीला नैरेटिव 27 अक्टूबर 2013 को बिहार के पटना में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में भी बनाया गया था। तब प्रसिद्ध गांधी मैदान में उस समय 5 धमाके किए गए थे, जब गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी (वर्तमान प्रधानमंत्री) लगभग तीन लाख की जनसभा को संबोधित कर रहे थे। तब तत्कालीन सत्तारुढ़ कांग्रेस के बड़े नेताओं ने प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से धमाकों के लिए भाजपा को कटघरे में खड़ा कर दिया था। इसी मामले में अदालत ने हैदर अली, नुमान अंसारी, मोजिबुल्लाह, इम्तियाज आलम आदि को दोषी पाया था। 

इसी कुनबे ने यह भी आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मोदी बीता लोकसभा चुनाव जीतने के लिए अयोध्या स्थित राम मंदिर पर पुलवामा जैसा आतंकवादी हमला करा सकते है। वास्तव में, यह नैरेटिव 500 वर्ष पश्चात पुनर्निर्मित राम मंदिर पर प्रबल संभावित जिहादी हमले होने की स्थिति में न केवल हिंदुओं को लांछित करने, अपितु असली दोषियों को मासूम बताने के अग्रिम उपक्रम का भाग है। यह कोई पहली बार नहीं है। भड़काऊ भाषणों के लिए कुख्यात और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के आरोपी अब्दुल नासिर मदनी को जेल से बाहर निकालने हेतु वर्ष 2006 में होली की छुट्टियों के दिन— 16 मार्च को केरल विधानसभा में विशेष सत्र बुलाकर कांग्रेस और वामपंथियों ने सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया था। ऐसी ही हमदर्दी यह समूह इशरतजहां, याकूब मेमन, अफजल गुरु, बुरहान वानी और आदिल अहमद डार जैसे घोषित आतंकवादियों के प्रति भी दिखा चुका है। 

आतंकवाद वर्तमान विश्व की एक बड़ी समस्या है और भारत सदियों से इसका शिकार। इसके खिलाफ सभ्य समाज को हर हाल में लड़ाई को जीतनी होगी। यदि हम इसी तरह आतंकवाद के वास्तविक पीड़ितों को ही ‘अपराधी’ बताते रहे, तो क्या हम इसके असली गुनाहगारों को ‘सुरक्षित मार्ग’ प्रदान नहीं कर रहे? ऐसी स्थिति में क्या भारत, आतंकवाद के खिलाफ जारी लड़ाई जीत सकता है? 

हाल ही में लेखक की ‘ट्रिस्ट विद अयोध्या: डिकॉलोनाइजेशन ऑफ इंडिया’ पुस्तक प्रकाशित हुई है। 

संपर्क:- punjbalbir@gmail.com

https://www.facebook.com/share/v/19RpbBCCGt/

बक्शो देवी की कहानी न सिर्फ हिमाचल प्रदेश, बल्कि पूरे देश के लिए एक अद्वितीय प्रेरणा है। जब भी साहस और संघर्ष की मिसाल दी जाती है, बक्शो का नाम सबसे पहले लिया जाता है। उन्होंने न केवल अपने देश का नाम रोशन किया, बल्कि यह भी साबित किया कि कठिनाइयों के बावजूद, यदि आपका इरादा दृढ़ हो, तो सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है।

उनकी सफलता की यात्रा तब शुरू हुई जब उन्होंने ऊना जिले के इंदिरा स्टेडियम में 5000 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। यह एक साधारण लड़की की असाधारण उपलब्धि थी। पेट में पथरी के दर्द और परिवार की आर्थिक समस्याओं के बावजूद, बक्शो ने कभी हार नहीं मानी। उनकी मां ने तमाम कठिनाइयों के बीच उनका साथ दिया और उन्हें उनके सपनों की ओर बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। बक्शो की मेहनत और संघर्ष ने न केवल उन्हें एक पदक दिलाया, बल्कि वह अन्य लड़कियों के लिए भी एक प्रेरणा बन गईं।

हालांकि, हाल ही में बक्शो ने एक दुखद घटना का सामना किया, जब उन्होंने किसी अज्ञात कारण से जहरीला पदार्थ निगल लिया। इस घटना ने उनके परिवार और उनके चाहने वालों को झकझोर दिया। उन्हें तुरंत ईसपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया और गंभीर हालत में ऊना के क्षेत्रीय अस्पताल में रैफर कर दिया गया। उनके परिवार और शुभचिंतक उनके जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।

बक्शो देवी की कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में चाहे कितनी भी चुनौतियाँ क्यों न आएं, हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए। उनके साहस, संघर्ष, और आत्मविश्वास से हम सभी को यह प्रेरणा मिलती है कि अगर हम अपने सपनों के प्रति समर्पित रहते हैं, तो कोई भी बाधा हमें रोक नहीं सकती।