प्राकृतिक चिकित्सा और स्वस्थ रहने के अति महत्वपूर्ण टिप्स, केदारनाथ विधानसभा उप चुनाव की मत गणना जारी लिंक खोल कर देखें कौन है आगे, आज का पंचाग आपका राशि फल

 ।। 🕉 ।।🚩🌞 *सुप्रभातम्* 🌞🚩
📜««« *आज का पञ्चांग* »»»📜
कलियुगाब्द…………………….5126
विक्रम संवत्……………………2081
शक संवत्………………………1946
मास………………………….मार्गशीर्ष
पक्ष………………………………कृष्ण
तिथी……………………………अष्टमी
रात्रि 08.00 पर्यंत पश्चात नवमी
रवि………………………..दक्षिणायन
सूर्योदय (इंदौर)..प्रातः 06.45.58 पर
सूर्यास्त………..संध्या 05.41.25 पर
सूर्य राशि………………………वृश्चिक
चन्द्र राशि………………………..सिंह
गुरु राशी………………………..वृषभ
नक्षत्र……………………………..मघा
संध्या 07.26 पर्यंत पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
योग……………………………….इंद्र
प्रातः 11.33 पर्यंत पश्चात वैधृति
करण…………………………..बालव
प्रातः 06.57 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु……………………..(सह:) हेमंत
दिन………………………….शनिवार

🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार :-*
23 नवम्बर सन 2024 ईस्वी ।

☸ शुभ अंक………………………4
🔯 शुभ रंग…………………….नीला

⚜️ *अभिजीत मुहूर्त :-*
दोप 11.51 से 12.34 तक ।

👁‍🗨 *राहुकाल :-*
प्रात: 09.30 से 10.51 तक ।

🌞 *उदय लग्न मुहूर्त -*
*वृश्चिक*06:19:51 08:36:05
*धनु*08:36:05 10:41:39
*मकर*10:41:39 12:28:45
*कुम्भ*12:28:45 14:02:18
*मीन*14:02:18 15:33:30
*मेष*15:33:30 17:14:15
*वृषभ*17:14:15 19:12:54
*मिथुन*19:12:54 21:26:36
*कर्क*21:26:36 23:42:46
*सिंह*23:42:46 25:54:35
*कन्या*25:54:35 28:05:14
*तुला*28:05:14 30:19:51

🚦 *दिशाशूल :-*
पूर्व दिशा – यदि आवश्यक हो तो अदरक या उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें ।

✡ *चौघडिया :-*
प्रात: 08.09 से 09.30 तक शुभ
दोप. 12.12 से 01.33 तक चर
दोप. 01.33 से 02.54 तक लाभ
दोप. 02.54 से 04.15 तक अमृत
संध्या 05.36 से 07.15 तक लाभ
रात्रि 08.54 से 10.33 तक शुभ ।

💮 *आज का मंत्र :-*
।। ॐ आंजनेय नम: ।।

📢 *संस्कृत सुभाषितानि -*
*श्रीमद्भगवतगीता (राजविद्याराजगुह्ययोग:) -*
उच्चैःश्रवसमश्वानां विद्धि माममृतोद्भवम् ।
ऐरावतं गजेन्द्राणां नराणां च नराधिपम् ॥१०- २७॥
अर्थात :
घोड़ों में अमृत के साथ उत्पन्न होने वाला उच्चैःश्रवा नामक घोड़ा, श्रेष्ठ हाथियों में ऐरावत नामक हाथी और मनुष्यों में राजा मुझको जान॥27॥

🍃 *आरोग्यं सलाह :-*
*गले मे खराश, दर्द, सूजन के उपचार -*

1) गुनगुने पानी में नमक मिला कर दिन में दो-तीन बार गरारे करें। गरारे करने के तुरन्त बाद कुछ ठंडा न लें। गुनगुना पानी पिएं जिससे गले को आराम मिलेगा।

2) कच्चा सुहागा आधा ग्राम मुंह में रखें और उसका रस चुसते रहें। दो तीन घण्टों मे ही गला बिलकुल साफ हो जाएगा।

3) सोते समय एक ग्राम मुलहठी की छोटी सी गांठ मुख में रखकर कुछ देर चबाते रहे। फिर मुंह में रखकर सो जाए। सुबह तक गला साफ हो जायेगा। मुलहठी चूर्ण को पान के पत्ते में रखकर लिया जाय तो और भी अच्छा रहेगा। इससे सुबह गला खुलने के साथ-साथ गले का दर्द और सूजन भी दूर होती है।

4) रात को सोते समय सात काली मिर्च और उतने ही बताशे चबाकर सो जायें। बताशे न मिलें तो काली मिर्च व मिश्री मुंह में रखकर धीरे-धीरे चूसते रहने से बैठा गला खुल जाता है।

⚜ *आज का राशिफल :-*

🐏 *राशि फलादेश मेष :-*
*(चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)*
निवेश के सुखद परिणाम आएंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। किसी बड़ी बाधा के दूर होने से प्रसन्नता रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। पुराना रोग उभर सकता है। विवाद से क्लेश संभव है। लेन-देन में उतावली न करें।

🐂 *राशि फलादेश वृष :-*
*(ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)*
कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। व्यवसाय ठीक चलेगा। आय बनी रहेगी। व्यस्तता रहेगी। अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। कर्ज लेना पड़ सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। दूसरों से अपेक्षा पूर्ण नहीं होने से खिन्नता रहेगी। कार्य में विलंब होगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। पारिवारिक चिंता बनी रहेगी।

👫 *राशि फलादेश मिथुन :-*
*(का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)*
व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। भाग्य का साथ रहेगा। व्यापार में वृद्धि के योग हैं। निवेश शुभ रहेगा। आय होगी। प्रमाद न करें। पुराने शत्रु परेशान कर सकते हैं। थकान व कमजोरी रह सकती है। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।

🦀 *राशि फलादेश कर्क :-*
*(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)*
कारोबार में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। नए व्यापारिक अनुबंध होंगे। धनार्जन होगा। लंबे समय से रुके कार्यों में गति आएगी। नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। शत्रु परास्त होंगे। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें।

🦁 *राशि फलादेश सिंह :-*
*(मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)*
कोर्ट व कचहरी के कार्य अनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। परिवार के साथ समय अच्‍छा व्यतीत होगा। आर्थिक उन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। कारोबार अच्छा चलेगा। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्नता रहेंगे। किसी व्यक्ति से बेवजह विवाद हो सकता है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

👩‍🦰 *राशि फलादेश कन्या :-*
*(ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)*
धनलाभ के अवसर प्राप्त होंगे। आय में निश्चितता होगी। ऐश्वर्य पर व्यय होगा। वाहन व मशीनरी आदि के प्रयोग में सावधानी रखें, विशेषकर स्त्रियां रसोई में ध्यान रखें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। भाइयों का सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी। कुसंगति से हानि होगी। पूजा-पाठ में मन लगेगा।

⚖ *राशि फलादेश तुला :-*
कोर्ट व कचहरी के कार्य मनोनुकूल रहेंगे। जीवनसाथी से सहयोग प्राप्त होगा। सुख के साधन जुटेंगे। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेशादि शुभ रहेंगे। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। स्त्री पक्ष से लाभ होगा। अज्ञात भय रहेगा। शत्रु परास्त होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।

🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक :-*
*(तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)*
आय में वृद्धि होगी। भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। कोई बड़ा लाभ हो सकता है। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। भाग्य बेहद अनुकूल है, लाभ लें। चोट व रोग से बचें। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। किसी अपरिचित पर अतिविश्वास न करें।

🏹 *राशि फलादेश धनु :-*
*(ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)*
भागदौड़ रहेगी। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद मिलेगा। प्रसन्नता रहेगी। किसी गलती का खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। जल्दबाजी व लापरवाही न करें। अज्ञात भय सताएगा। पुराना रोग उभर सकता है।

🐊 *राशि फलादेश मकर :-*
*(भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)*
आज लेन-देन में विशेष सावधानी रखें। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। दु:खद समाचार मिल सकता है। किसी व्यक्ति से बेवजह विवाद हो सकता है। व्यर्थ भागदौड़ होगी। कार्य में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। आय में निश्चितता रहेगी। पुराना रोग उभर सकता है। किसी बड़ी समस्या से सामना हो सकता है।

🏺 *राशि फलादेश कुंभ :-*
*(गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)*
पराक्रम बढ़ेगा। आय में वृद्धि होगी। पराक्रम बढ़ेगा। किसी बड़े काम को करने में रुझान रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड से लाभ होगा। चोट व रोग से बचें। सुख के साधन जुटेंगे। घर में तनाव रह सकता है। प्रयास सफल रहेंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी।

🐟 *राशि फलादेश मीन :-*
*(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)*
आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। विवेक से कार्य करें। विरोधी सक्रिय रहेंगे। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में चैन रहेगा। आय में वृद्धि होगी। मित्रों के साथ समय मनोरंजक व्यतीत होगा। प्रमाद न करें।

☯ *आज का दिन सभी के लिए मंगलमय हो ।*

।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।

🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩

*प्राकृतिक चिकित्सा पर विशेष आलेख |*🌈💧🌋🌵

*”प्रकृति के नियमों के विपरीत आधुनिक जीवनशैली : दुष्परिणाम एवं समाधान” 🌿*

*योग विज्ञान मानव अस्तित्व के तीनों स्तरों – भौतिक, सूक्ष्म और कारण – पर स्वशासन की कला है और ऐसा करने में सक्षम होने के लिए किसी को उक्त तीन स्तरों और उनकी संबंधित भूमिकाओं,दैनिक जीवन में उनके कामकाज की और तरीकों का अच्छा ज्ञान और समझ होनी चाहिए।*

*हमें पता होना चाहिए कि शरीर में निरंतर खुद को ठीक करने की 100% क्षमता है बशर्ते हम इसे ऐसा करने दें। लेकिन दुर्भाग्य से इन दिनों हमारी जीवन शैली इतनी आराम उन्मुख और भौतिकवादी हो गई है कि हम सामान्य और प्राकृतिक वातावरण में न तो रहते और न काम करते हैं । इसके अलावा हमारी इच्छाओं, लालच, शत्रुता, ईर्ष्या, वासना, क्रोध आदि ने हमारे भावनात्मक स्तर में तनावों का ऐसा जटिल जाल बना दिया है कि मस्तिष्क 24×7 घंटे इन्हीं में तल्लीन रहता है और शरीर की देखभाल करने के लिए बहुत कम समय बचता है। समय के साथ बदलती जीवनशैली और बढ़ते तनाव ने मानव जीवन को बीमारियों का घर बना दिया है।*🪰🦟

*आयु या व्यवसाय कुछ भी हो लोग इन दिनों  अत्यधिक तनाव में जी रहा है। हमें अपने आप से एक बहुत ही सरल और बुनियादी सवाल पूछने की जरूरत है – मानव शरीर का निर्माण कौन करता है? क्या यह एक कारखाने में निर्मित होता है – माँ के गर्भ में – लेकिन यह मानव निर्मित कारखाना नहीं है और न ही निर्माण प्रक्रिया मानव निर्मित है। यह स्वाभाविक रूप से होता है, हालांकि माँ निश्चित रूप से इस प्राकृतिक प्रक्रिया में मदद कर सकती है या नवजात बच्चे के लिए परिणामी परिणाम दे सकती है।* 🧒👨‍👧🤶

*इसलिए चूंकि सभी जीव प्रकृति के उत्पाद हैं और भगवान की इच्छा से जीवन पाते हैं, वे सभी प्रकृति पर अपने कल्याण के लिए 100% निर्भर हैं और जितना ज्यादा संभव हो सके हम मनुष्य प्रकृति के करीब रहना और प्रकृति के नियमों का पालन करना सीखते हैं तो प्रकृति भी तीनों स्तरों पर हमारी अच्छी देखभाल कर सकती है। हमारी सभी बीमारियाँ, तनाव, भावनात्मक असंतुलन आदि अतीत के हमारे अपने कर्मों या कर्मों के परिणाम हैं।*

*जबकि हर कोई भौतिक शरीर से परिचित है और कुछ हद तक सूक्ष्म शरीर के स्तर पर मन, बुद्धि और स्मृति से और कारण शरीर के स्तर पर शायद ही कोई सवेंदनशील हो। ऐसा कैसे होता है कि अलग-अलग पेड़/पौधे एक ही मिट्टी से अलग-अलग पोषक तत्व प्राप्त करते हैं जैसा कि उनके फलों, अनाज या सब्जियों के पोषक तत्वों और स्वाद में परिलक्षित होता है? क्या हम यह सोचने के लिए भी रुकते हैं कि अनाज और दालों के जितने दाने हम खाते हैं, उनमें वास्तव में एक जीवन होता है और अगर उन बीजों को मिट्टी में डाल दिया जाए तो वे पौधों को जन्म देंगे? यह ब्रह्मचर्य (ब्रह्मचर्य सहित एक अत्यधिक अनुशासित जीवन शैली) का एक बहुत ही महत्वपूर्ण तथ्य स्थापित करता है – कि प्रत्येक प्राणी ( पेड़- पौधों सहित) में प्रजनन ऊर्जा केंद्रित ऊर्जा का अंतिम लक्ष्य है जिसे निर्धारित उद्देश्य के लिए संरक्षित करने की आवश्यकता है।*

*हम लापरवाही से दावा करते हैं कि हमारा शरीर पंच तत्वों (पांच मूल तत्वों – अंतरिक्ष, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी) से बना है, लेकिन ये तत्व हमारे शरीर में कैसे आते हैं ?शरीर या इसके विशिष्ट कार्यों को बनाने में इसकी क्या भूमिका है? प्रकृति के संतुलन और ब्रह्मांड के अस्तित्व को सुनिश्चित करने में मानव की भूमिका और स्थान को समझने के लिए पौधों और जानवरों के साम्राज्य के साथ हमारे अस्तित्व का अध्ययन और तुलना करना बहुत शिक्षाप्रद होगा।* 

*पाँच तत्वों की विशिष्ट भूमिकाएँ इस प्रकार हैं:*

🌏💧🫁🔥☄️

*इन पाँच तत्वों के असुंतलन के कारण ही आज मानव जाति रोगों से ग्रसित है 🌎.*

🌏पृथ्वी: *पृथ्वी सभी पांच तत्वों से युक्त है और पौधों और जानवरों को भोजन के रूप में प्राप्त होता है जो सामूहिक रूप से शरीर के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व प्रदान करते हैं। पृथ्वी हमारे अस्तित्व को भी स्थिरता प्रदान करती है और जीव उस पर गति करते हैं 🌱.*

💧जल: *इसमें पृथ्वी के अलावा चार तत्व होते हैं और दो मुख्य कार्य करते है: पहला पोषक तत्वों के वाहक के रूप में और दूसरा शरीर से अपशिष्ट और विषाक्त पदार्थों को निकालने के लिए एक सफाई वाहक के रूप में 💧.*

🔥अग्नि: *इसमें पृथ्वी और जल के अलावा तीन तत्व होते हैं। यह ऊर्जा प्रदान करता है, सूर्य की ऊर्जा का प्रतिनिधित्व करता है और जैसा कि सर्वविदित है कि सूर्य के बिना पृथ्वी पर कुछ भी विकसित नहीं हो सकता है और भोजन के बिना कोई भी प्राणी लंबे समय तक जीवित नहीं रह सकता है ☀️.*

*लोगों के लिए यह महसूस करने का यह एकमात्र सबसे प्रत्यक्ष प्रमाण है कि उन्हें प्रकृति के नियमों का सम्मान करने और प्रकृति की घड़ी का पालन करने, मौसमों का आनंद लेने, प्रकृति में समय बिताने आदि और कृत्रिम आभासी स्थानों/ वातावरण से बचने की आवश्यकता क्यों है ? 🤔*

🫁वायु: *इसमें दो तत्व होते हैं – वायु और अंतरिक्ष। यह गतिशीलता प्रदान करता है। हवा के बिना कुछ भी जीवित नहीं रह सकता। अगर हमें सांस लेने को न मिले तो हम कुछ मिनटों से ज्यादा नहीं जी सकते 💨.*

☄️आकाश: *आकाश ( रिक्त स्थान) के बिना कुछ भी मौजूद नहीं हो सकता 🚀। सब कुछ अंतरिक्ष के प्रावधान से शुरू होता है जहां ध्वनि ऊर्जा प्रवाह और गतिविधि शुरू कर सकती है 💫।*

*अंत में राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस पर यही आग्रह करना चाहूँगा कि दैनिकचर्या और ऋतुचर्या का पालन करते हुए प्रकृति के सविंधान को समझे, उसका अनुसरण करें,अप्राकृतिक वातावरण में जीवन यापन और कामकाज से बचें एवं शरीर को प्रकृति के अनुसार कार्य करने दें क्योंकि यह उसके साथ सामंजस्य बैठाकर स्वयं को रोगों से लड़ने और उपचार के लिए सक्षम है 🌟। इसीलिए प्रकृति को सबसे बड़ी शिक्षक और चिकित्सक कहा गया है 🙏।*

 *बुजुर्ग नहीं* *भाग्यशाली लोग*
_वे भाग्यशाली लोग हैं जो 60 पार कर गये। एक जापानी पुस्तक के अनुसार जापान में, डॉ वाडा 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को,_ *’बुजुर्ग’* _कहने के बजाय,_ *’भाग्यशाली लोग’* _कहने की वकालत करते हैं।_
. *डॉ. वाडा ने 60 साल के लोगों के*
. *_”भाग्यशाली व्यक्ति”_*
. *बनने के रहस्य को*
. *”36 वाक्यों” में*
. *इस प्रकार समझाया :-*
*1.* _चलते रहो।_
*2.* _जब आप चिड़चिड़ा महसूस करें तो गहरी सांस लें।_
*3.* _व्यायाम करें, ताकि शरीर में अकड़न महसूस न हो।_
*4.* _गर्मियों में, एयर- कंडीशनर चालू होने पर, अधिक पानी पिएं।_
*5.* _आप जितना चबाएंगे, आपका शरीर और मस्तिष्क उतना ही ऊर्जावान होगा।_
*6.* _याददाश्त उम्र के कारण नहीं, बल्कि लंबे समय तक मस्तिष्क का उपयोग न करने के कारण कम होती है।_
*7.* _ज्यादा दवाइयां लेने की जरूरत नहीं है।_
*8.* _रक्तचाप और रक्त शर्करा के स्तर को जानबूझ कर कम करने की आवश्यकता नहीं है।_ *9.* _वह काम अवश्य करें, जिसको करने पर आपको सकून और प्यार मिलता हैं।_
*10.* _चाहे कुछ भी हो जाए, हर समय घर में नहीं रहना चाहिए। रोज घर से बाहर जरूर निकलें, और टहलें भी।_
*11.* _जो चाहो खाओ, पर नियन्त्रित रखिये।_
*12.* _हर काम सावधानी से करें।_
*13.* _उन लोगों से वह व्यवहार न करें, जिससे आप भी नापसंद करते हैं।_ *14.* _अपनों का ख्याल रखें।_ *15.* _बीमारी से, अंत तक लड़ने के बजाय इसके साथ जीना बेहतर है।_
*16.* _मुश्किल समय में, आगे बढ़ने से मदद मिलती है।_ *17.* _हर बार, खाना खाने के बाद, थोड़ा सा गुनगुना पानी, अवश्य पियें।_ *18.* _रात में, जब भी उठें, पानी अवश्य पियें।_
*19.* _जब नींद नहीं आये, तो जबरदस्ती न करें।_
*20.* _खुशमिजाज चीजें करना, दिमाग को तेज करने वाली सबसे अच्छी गतिविधि है।_ *21.* _अपने लोगों से बातचीत करते रहें।_
*22.* _एक_ *”पारिवारिक चिकित्सक”* _को, अपने आसपास जल्दी खोज लें ।_
*23.* _धैर्य रखें, लेकिन अत्यधिक नहीं, या हर समय अपने आप को अच्छा बनने के लिए मजबूर न करें।_
*24.* _नया सीखते रहें, वरना बूढ़े कहलाएंगे।_
*25.* _लालची मत बनो, अब जो कुछ भी तुम्हारे पास है, वही अच्छा व काफी है।_ *27.* _जब कभी बिस्तर से उठना हो, तो तुरंत खड़े न हों, 2-3 मिनट रुककर, उठें।_
*28.* _जितनी अधिक परेशानी वाली चीजें हैं, उतनी ही दिलचस्प हैं।_ *29.* _स्नान करने के बाद कपड़े पहनते वक्त दीवार आदि का सहारा लें।_
*30.* _वही करें, जो अपने और दूसरों के लिए हितकारी हो।_
*31.* _अपने आज को, इत्मिनान से जिएं।_
*32.* _इच्छा, दीर्घायु का स्रोत है!_
*33.* _एक आशावादी के रूप में जियें।_
*34.* _प्रसन्नचित्त व्यक्ति, लोकप्रिय होंगे।_
*35.* _जीवन और जीवन के नियम आपके अपने हाथों में हैं।_
*36.* _इस उम्र में सब कुछ शांति से स्वीकार करे!_
*_सभी 60 पार कर चुके व करने वाले मित्रों को समर्पित।_*
*🌿हँसते रहिये हंसाते रहिये, स्वस्थ्य रहिए🌿*
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