रविवार को कल खग्रास सूर्यग्रहण है, जाने अपनी राशि पर ग्रहण के प्रभाव और उपाय

दिनांक 21 जून 2020 रविवार आषाढ कृष्ण पक्ष अमावस्या को खग्रास सूर्य ग्रहण होगा,जो भारत में दिखाई देगा,यह सूर्य ग्रहण प्रातः 10 बजकर 24 मिनट से लेकर दोपहर 1 बजकर 48 मिनट तक दिखाई देगा,  पूरे ग्रहण का कुल समय 3 घण्टे 24 मिनट का रहेगा, सूर्य ग्रहण का सूतक 20 जून 2020 शनिवार को रात्रि 10 बजकर 24 मिन्ट से प्रारंभ हो जाएगा, सूर्य ग्रहण का सूतक 12 घण्टे पूर्व प्रारंभ हो जाता है, ग्रहण के सूतक मैं बालक,वृद्ध, और बीमार लोगो को छोड़कर शेष सभी को सूतक मैं भोजन आदि निषेध होता है,
ग्रहण का स्पर्श-प्रातः 10 बजकर 24 मिनट
ग्रहण का मध्य समय दोपहर 12 बजकर 5 मिनट होगा।
ग्रहण का मोक्ष समय दोपहर 1 बजकर 48 मिंट होगा।
सम्पूर्ण ग्रहण का काल होगा- 3 घण्टे 24 मिंट का।
लखनऊ मैं ग्रहण सुबह 10 बजकर 25 मिंट से दोपहर 1 बजकर 54 मिंट होगा,
परमग्रास होगा 84%
सूर्य ग्रहण मृगशिरा नक्षत्र व मिथुन राशि मैं घटित होगा।
इस ग्रहण का फल प्रत्येक राशि के लिए कैसा होगा आगे आपको विस्तार से बताऊंगा।
21 जून 2020 को होने वाले सूर्यग्रहण का फल देश व आम जनमानस के लिए कैसा होगा।
आषाड़ मास में ग्रहण होने से वर्षा की स्थिति विकट रहती है। कहीं अति वर्षा व कहीं साधारण वर्षा होने से अन्न उत्पादन में कमी होती है। किसी इलाके में किसी रोग विशेष का प्रकोप बढ़ने का भय,जन-धन की हानि भी होती है। फल उत्पादन में कमी व फलों का पेड़ से बिना पके ही गिर जाना या पेड़ पर ही नष्ट हो जाने की सम्भावना बनी रहती है। सत्ता पक्ष में विरोध, अनेक राज्यों में सत्तापक्ष को तनाव, कई जगह पर नेतृत्व परिवर्तन, खाध पदार्थों के भाव में तेजी, दाम्पत्य जीवन में तनाव एवं क्लेश की स्थिति बन सकती है।
*अब आपकी राशि पर सूर्यग्रहण का क्या प्रभाव होगा।*

*मेष राशि*- उत्साह, कार्यो में सफलता, परिश्रम सफल, रुके कार्यों में सफलता, नवीन कार्यों की सम्भावना।लाल वस्तुओं के दान से लाभ।

*वृष राशि*- पारिवारिक चिंता, धन सम्बंधित परेशानी, तनाव, व्यर्थ खर्चे, धन प्राप्ति में बाधा, परिवार में विरोध, घर से बाहर निवास। सफेद वस्तुओं के दान से लाभ।

*मिथुन राशि*- स्वास्थ्य में उतार चढ़ाव, सिर दर्द, दाम्पत्य जीवन में तनाव, हाथ पैरों में दर्द, निर्णय लेने में असमंजस की स्थिति। भगवान शंकर की पूजा लाभदायक। हरी या काली वस्तुओं के दान से लाभ।

*कर्क राशि*- प्रवास, विदेश यात्रा के योग, यात्रा भ्रमण, बाहरी सम्पर्कों से लाभ, खर्चों में वृद्धि, भगवान शंकर जी की पूजा से लाभान्वित।सफेद वस्तुओं के दान से लाभ।

*सिंह राशि*- धन लाभ, कार्यों में सफलता, नए कार्यो का प्रारंभ हो सकता है। राजपक्ष से लाभ, जमीन, मकान गाड़ी आदि के योग, मां दुर्गा की भक्ति से लाभ। लाल या ताम्र वस्तुओं के दान से लाभ।

*कन्या राशि*- अचानक सफलता, नए कार्य योजना को बल, उच्च पदस्थ लोगों से लाभ, शक्ति में वृद्धि, भगवान नारायण की भक्ति से सफलता। हरी वस्तुओं का दान से लाभ।

*तुला राशि*- धार्मिक कार्यों में सहभागिता, बने बनाये कार्यो में अचानक रुकावटें, कार्यों में हानि के योग, दुर्गा पूजा व सफेद वस्तुओं के दान से लाभ।

*वृश्चिक राशि*- शरीरिक कष्ट, दुर्घटना, रोग की प्रबलता, पेट दर्द, विदेश यात्रा योग, स्थान परिवर्तन, अपयश के भी योग, भगवान शंकर की पूजा एवं लाल वस्तुओं के दान से लाभ।

*धनु राशि*- व्यस्तता, शरीरिक कष्ट के योग, दैनिक जीवन में भाग दौड़, कड़ी मेहनत, जीवन साथी को कष्ट, दुर्घटना के योग, भगवान नारायण भक्ति से व पीली वस्तुओं के दान से लाभ।

*मकर राशि*- शत्रु पक्ष का नाश, रोगों का नाश, रुके कार्यों में सफलता, विरोधी कमजोर, यश की प्राप्ति, धनलाभ, भगवान शंकर की पूजा से व काली वस्तुओं के दान से लाभ।

*कुंभ राशि*- भ्रम, असमंजस की स्थिति, अनिर्णय की स्थिति, गलत मित्रता, सन्तान पक्ष से चिंता, पारिवारिक परेशानी, भगवान शंकर की भक्ति से लाभ, काली वस्तुओं के दान से सफलता।

*मीन राशि*- शरीरिक कष्ट, तनाव, अपयश, माता पिता को कष्ट, बनते बनते कार्यों में रुकावटें, धोखा मिलना,भगवान नारायण की भक्ति से सफलता, पीली वस्तुओं के दान से लाभ।

आप लोग अपनी-अपनी राशियों के अनुसार पूजा, दान पुण्य करें। ऐसा करने से ग्रहण का दोष कम प्रभावित करता है। इसके अलावा भी सप्त धान्य, काली वस्तुओं का दान, कपड़े,अन्न आदि का दान अपनी सामर्थ्य के अनुसार व्यक्ति को करना चाहिए।
ग्रहण काल में किये गए जप, दान का विशेष महत्व शास्त्रों में बताया गया है। ऐसा करने से ग्रहों का दुष्प्रभाव कम हो जाता है। भगवान आपका सदा कल्याण करे।

*आचार्य गोपाल दत्त सती*
(ज्योतिषचार्य)
श्री बद्रीनाथ ज्योतिष केंद्र इंदिरा नगर, लखनऊ