आज का पंचाग आपका राशि फल, दीपक प्रदीप्त करते समय दीप ज्योति मंत्र अवश्य उच्चारित करें, केवल पांच दिवसीय दीपावली पर्व पर विश्व की कई देशों की कुल पूंजी के बराबर व्यापार हुआ ये है सनातन धर्म संस्कृति की शक्ति, भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गोवर्धन पर्वत को छोटी अंगुली पर धारण करने का महात्म्य, भगवान राम की वंशावली,

*जिसकी भाषा में*
*सभ्यता होती है,*
*उसके जीवन में*
*भव्यता होती है

दीपज्योतिः परं ज्योतिः , दीपज्योतिर्जनार्दनः ।दीपो हरतु मे पापं  , दीपज्योर्तिनमोऽस्तुते ॥ शुभं करोतु कल्याणम्, आरोग्यं सुखसम्पदः ।द्वेषबुद्धिविनाशाय, आत्मज्योतिः नमोऽस्तुते ॥आत्मज्योतिः प्रदीप्ताय, ब्रह्मज्योतिः नमोऽस्तुते।ब्रह्मज्योतिः प्रदीप्ताय , गुरुज्योतिः नमोऽस्तुते ।।

*🌹जय श्रीमन् नारायण जी की सरकार🌹*

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻बुधवार, १५ नवम्बर २०२३🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:५०

सूर्यास्त: 🌅 ०५:३२

चन्द्रोदय: 🌝 ०८:३५

चन्द्रास्त: 🌜१८:४३

अयन 🌖 दक्षिणायणे (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🗻 हेमन्त 

शक सम्वत: 👉 १९४५ (शोभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०८० (नल)

मास 👉 कार्तिक 

पक्ष 👉 शुक्ल 

तिथि 👉 द्वितीया (१३:४७ से तृतीया)

नक्षत्र 👉 ज्येष्ठा (२७:०१ से मूल)

योग 👉 अतिगण्ड (१२:०८ से सुकर्मा)

प्रथम करण 👉 कौलव (१३:४७ तक)

द्वितीय करण 👉 तैतिल (२५:१३ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

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सूर्य 🌟 तुला 

चंद्र 🌟 धनु (२७:०० से)

मंगल 🌟 तुला (अस्त, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 वृश्चिक (अस्त, पूर्व, वक्री)

गुरु 🌟 मेष (उदित, पश्चिम, वक्री)

शुक्र 🌟 कन्या (उदित, पश्चिम, मार्गी)

शनि 🌟 कुम्भ (उदित, पूर्व, मार्गी)

राहु 🌟 मीन 

केतु 🌟 कन्या 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ❌❌❌

अमृत काल 👉 १८:२१ से १९:५६

रवियोग 👉 २७:०१ से ३०:४२

विजय मुहूर्त 👉 १३:४८ से १४:३०

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२१ से १७:४८

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:२१ से १८:४१

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३५ से २४:२८

राहुकाल 👉 १२:०१ से १३:२१

राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०८:०१ से ०९:२१

होमाहुति 👉 सूर्य (२७:०१ से बुध)

दिशाशूल 👉 उत्तर

नक्षत्र शूल 👉 पूर्व (२७:०१ तक)

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्रवास 👉 उत्तर (पूर्व २७:०१ से)

शिववास 👉 गौरी के साथ (१३:४७ से सभा में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – लाभ २ – अमृत

३ – काल ४ – शुभ

५ – रोग ६ – उद्वेग

७ – चर ८ – लाभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – उद्वेग २ – शुभ

३ – अमृत ४ – चर

५ – रोग ६ – काल

७ – लाभ ८ – उद्वेग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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यम द्वितीया (भाई दूज), विश्वकर्मा-चित्रगुप्त पूजा कलम-दवात पूजा आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २७:०१ तक जन्मे शिशुओ का नाम ज्येष्ठा नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (नो, या, यी, यू) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम मूल नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार क्रमशः (ये) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

तुला – २८:३२ से ०६:५३

वृश्चिक – ०६:५३ से ०९:१३

धनु – ०९:१३ से ११:१६

मकर – ११:१६ से १२:५७

कुम्भ – १२:५७ से १४:२३

मीन – १४:२३ से १५:४७

मेष – १५:४७ से १७:२०

वृषभ – १७:२० से १९:१५

मिथुन – १९:१५ से २१:३०

कर्क – २१:३० से २३:५२

सिंह – २३:५२ से २६:११

कन्या – २६:११ से २८:२९

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रज पञ्चक – ०६:४२ से ०६:५३

शुभ मुहूर्त – ०६:५३ से ०९:१३

चोर पञ्चक – ०९:१३ से ११:१६

शुभ मुहूर्त – ११:१६ से १२:५७

रोग पञ्चक – १२:५७ से १३:४७

शुभ मुहूर्त – १३:४७ से १४:२३

मृत्यु पञ्चक – १४:२३ से १५:४७

रोग पञ्चक – १५:४७ से १७:२०

शुभ मुहूर्त – १७:२० से १९:१५

मृत्यु पञ्चक – १९:१५ से २१:३०

अग्नि पञ्चक – २१:३० से २३:५२

शुभ मुहूर्त – २३:५२ से २६:११

रज पञ्चक – २६:११ से २७:०१

शुभ मुहूर्त – २७:०१ से २८:२९

चोर पञ्चक – २८:२९ से ३०:४२

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज के दिन भी सेहत का साथ कम मिलेगा लेकिन बीते कल की तुलना में सुधार भी आयेगा। मध्यान तक कार्यो के प्रति लापरवाही करेंगे सोचने में ही समय खराब होगा मध्यान बाद व्यवसाय में अधूरे कार्य को पूर्ण करने की चिंता में रहेंगे प्रयास करने पर भी पूरे नही कर सकेंगे अधिकारी वर्ग से अनबन होगी। लेकिन थोड़ा बहुत धन लाभ जोड़ तोड़ कर कही न कही से अवश्य हो जाएगा। मध्यान बाद आरोग्य लाभ मिलेगा लेकिन कार्य करने की जगह मनोरंजन एवं व्यर्थ की गतिविधियों में रुचि लेंगे। विवेक से काम ले आज भी कामोतेजना अधिक रहेगी रंगीन मिजाजी के कारण घर मे कलह हो सकती है। गृहस्थी के कार्यो मे रुचि नही लेंगे बल्कि आस पड़ोसियों की बाते सुनने में आनंद आएगा। छोटी यात्रा हो सकती है।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपको किसी न किसी रूप में लाभ देकर जाएगा। दिन के आरंभी भाग में आलस्य दिखाएंगे मेहनत से बचने की मानसिकता रहने से आवश्यक कार्यो में विलंब होगा जिससे घर के सदस्यों से फटकार भी सुनने को मिलेगी। दोपहर का समय कार्य व्यवसाय के लिये शुभ रहेगा प्रतिस्पर्धा कम रहने से इसका जमकर लाभ उठाएंगे धन की आमद आशासे अधिक होगी लेकिन सहकर्मी का व्यवहार आज परेशान करने वाला रहेगा फिर भी संध्या से पूर्व ही दिन भर की पूर्ति कर लेंगे। संध्या का समय काम की जगह मनोरंजन में बिताना अधिक पसंद करेंगे। मौज शौक पर खर्च अधिक होगा व्यसनों से बचे अन्यथा अपमानित हो सकते है। जरूरी कार्य भी आज ही निपटा ले कल कुछ न कुछ व्यवधान आने से लटक सकते है।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आपके हानि लाभ बराबर रहेंगे धन लाभ समय से थोड़ा विलंब से होगा जिससे थोड़ी असुविधा होगी इसके कारण कार्यक्रम में बदलाव भी करना पड़ेगा। मध्यान बाद दिनचर्या स्थिर बनेगी पर व्यस्तता भी बढ़ेगी कार्य क्षेत्र के साथ सामाजिक व्यवहारों के लिये भी समय निकालने से परेशानी आएगी घर के बड़ो का सहयोग मिलने से इसका भी समाधान हो जाएगा। व्यवसायी वर्ग दैनिक कार्यो के साथ नए कार्यो में भी भाग्य आजमाएंगे इसमे लाभ होगा लेकिन आशाजनक नही। घरेलू वातावरण गलतमहमी के कारण थोड़ी देर के लिये अशांत बनेगा कुछ देर में सामान्य भी हो जाएगा लेकिन किसी की जिद पूरी करने के बाद ही। सेहत संध्या बाद विपरीत होने की संभावना है ठंडे प्रदार्थो से परहेज करें। धार्मिक यात्रा के योग है इससे मन को शान्ति मिलेगी।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन सुख शांति की चाह में रहेंगे लेकिन फल इसके विपरीत ही मिलेगा। आज दिन के पूर्वार्ध को छोड़ मध्यान बाद तक किसी न किस काम से भाग दौड़ लगी रहेगी। घर मे आज मन नही लगेगा लेकिन कई दिनों से लटके घरेलुकार्य आज एकसाथ सर पर आने से असहजता बनेगी फिर भी मध्यान तक धीरे धीरे काफी हद तक पूर्ण कर लेंगे। परिजनों का व्यवहार अत्यंत स्वार्थी रहेगा कामनापूर्ति करने पर ही चैन से बैठने देंगे। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा धन लाभ की आशा ना रखे नाहाई ज्यादा समय देंगे जिससे सीमित लाभ से ही संतोष करना पड़ेगा। संध्या के समय वरिष्ठ लोगो के टोकने के बाद भी किसी की नही सुनेंगे अपने मन की करेंगे बाद में पछतायेंगे भी। मनोरंजन के अवसर मिलेंगे पर अनैतिक कार्यो से बचे सेहत अकस्मात खराब हो सकती है।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन भी छोटी मोटी घटनाओं से अशांत बनेगा फिर भी बीते कल की तुलना में थोड़ी शांति भी रहेगी। प्रातः काल घर के सदस्यों से बीती बातो के कारण मतभेद रहेंगे केवल मतलब से ही व्यवहार करेंगे लेकिन मध्यान बाद स्थिति बदलेगी घर के सभी सदस्य स्वार्थ से एक मत होंगे बाहर घूमने पर्यटन के अवसर मिलने से भी कड़वाहट में कमी आएगी लेकिन घर के बुजुर्गों को आज संतुष्ट नही कर पाएंगे। पैतृक संपत्ति के मामलों को छेड़ने की जगह अभी विराम दे अन्यथा दिन खराब हो सकता है। कार्य व्यवसाय से आज ज्यादा आशा नही रहेगी फिर भी अकस्मात लाभ होने से खुशी मिलेगी। महिलाए आज अधिक खर्चीली रहेंगी लेकिन खर्च घरेलू सामान पर अधिक करेंगी। संध्या बाद का समय दिन की तुलना में शांति से बीतेगा लेकिन सेहत में बदलाव भी आने से असहज रहेंगे।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आप दिन के आरंभ से ही आलस्य में भरे रहेगें मध्यान तक कि दिनचर्या धीमी रहेगी इसके बाद भी काम तो करेंगे लेकिन ध्यान कही और ही रहेगा। कार्य व्यवसाय में धन लाभ के अवसर अवश्य मिलेंगे लेकिन आज सुख सुविधाओं को बढ़ाने पर आवश्यकता से अधिक खर्च करेंगे जिससे धन संचय नही हो पायेगा। कार्य क्षेत्र पर अधिक कार्य भार सौपने पर आपसे अधीनस्थ लोग नाराज रहेंगे। नौकरी पेशाओ के लिये दिन आरामदायक रहेगा छोटे मोटे घरेलू कार्य को छोड़ अन्य किसी कार्य को नही करेंगे। सामाजिक क्षेत्र के लिये समय नही देने से प्रेमीजन नाराज होंगे लेकिन मित्र वर्ग से अच्छी पटेगी। घर मे भी समय पर आवश्यकता पूर्ति करने पर शांति बनी रहेगी। उत्तम भोजन वाहन पर्यटन के अवसर मिलेंगे सेहत बनी रहेगी।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज के दिन आपका स्वभाव बीते कुछ दिनों से संतोषि रहेगा। आज धन संबंधित उलझने रहने के बाद भी पारिवारिक कार्यो एवं आपसी संबंधों को अधिक महत्त्व देंगे। मध्यान तक घर मे कोई न कोई आपसे असंतुष्ट रहेगा लेकिन संध्या बाद खर्च करने के बाद नाराजगी प्रसन्नता में बदल जाएगी मनोरंजन सुख वृद्धि के लिये खर्च में कमी नही करेंगे। भाई बंधुओ से ईर्ष्या युक्त संबंध कुछ समय के लिये मानसिक रूप से अशांत बनाएँगे पैतृक कारणों से बहस होने की संभावना है फिर भी आपका व्यवहार आज थोड़ा शालीन रहने से स्थिति को संभाल लेंगे। कार्य व्यवसाय से लाभ मेहनत के बाद ही साधारण रहेगा। संध्या के समय भाग दौड़ से बचने का प्रयास करेंगे दुर्व्यसनों पर भी खर्च होगा। सेहत में थोड़ी समस्या रहेगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज का दिन आपके लिये शुभफलदायी रहेगा स्वभाव में थोड़ी चंचलता अवश्य रहेगी लेकिन इससे आस पास का वातावरण खुशनुमा ही बनाएंगे। कार्य क्षेत्र पर आज किसी के भटकाने से गलत निर्णय हो सकते है देखभाल कर ही कार्य करें व्यवसाय में चाहकर भी निवेश करना पड़ेगा इसका भविष्य में सामान्य लाभ मिल जाएगा। उधारी के व्यवहार कुछ समय के लिये बेचैनी बढ़ाएंगे पुरानी शीघ्र चुकाने के प्रयास करें नई करने से बचे अपमानित हो सकते है। दोपहर के बाद काम करने का मन नही करेगा मित्र परिजनों के साथ धार्मिक अथवा एकांत स्थान की यात्रा करेंगे दिखावे से बचे नाहाई तो बाद में आर्थिक विषमताएं बनेगी। सेहत में आज सुधार रहेगा।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन हानिकर रहने वाला है किसी भी कार्य मे जल्दबाजी से बचे सोच समझकर अनुभवी व्यक्ति की सलाह के बाद ही कोई कदम उठाए। कार्य व्यवसाय आज भगवान भरोसे रहेगा लाभ होते होते किसी अन्य के पक्ष में जाने से निराशा होगी। आज जहां से सहायता की उम्मीद लगाएंगे वही आपको टरकायेगा ज्यादा जोर देने पर आगे के लिये संबंध खराब होने का भर रहेगा। धन की आमद अत्यंत सीमित होगी वह भी पुराने व्यवहारों से ही कार्य क्षेत्र पर स्वयं अथवा नौकरों के हाथ नुकसान हो सकता है क्रोध से बचे। घर मे भी परिजनों के द्वारा हानि होने की संभावना है। सेहत ठीक रहेगी लेकिन आकस्मिक चोटादि का भय है उपकरणों से काम करते समय सावधानी बरतें। 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज का दिन भी आपके लिये कुछ न कुछ लाभ देकर जाएगा दिन के आरंभ में कामो की गति धीमी रहेगी दैनिक कार्य भी आलस्य में करेंगे लेकिन मध्यान से पहले बाहर घूमने की योजना बनने पर शरीर मे चुस्ती आ जायेगी दिन का अधिकांश समय यात्रा पर्यटन में बीतेगा उत्तम भोजन वाहन सुख मिलने से मन प्रसन्न भी रहेगा लेकिन सेहत में नरमी आने से रंग में भंग पड़ने वाली स्थिति बनेगी। कार्य क्षेत्र के प्रति आज उदासीन रहेंगे अन्य लोगो के भरोसे रहने के कारण उचित लाभ से वंचित रह जाएंगे फिर भी धन लाभ जरूरत के अनुसार हो ही जायेगा। घरेलू सामान की आवश्यकता पड़ने पर भी कंजूस वृति के कारण खर्च करने में आनाकानी करेंगे जिससे परिजनों से कहासुनी होगी। संध्या के समय पेट की समस्या गैस कब्ज वमन की शिकायत रहेगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आपको कार्य क्षेत्र पर कल जैसी अनुकूलता नही मिलेगी फिर भी छोटे मोटे कार्यो में सफलता मिलने से धन की आमद निश्चित होगी। शरीर आलस्य में रहने के कारण आज ज्यादा उलझनों में पड़ने से बचेंगे घरलू कार्य भी चार बाते सुनने के बाद ही करेंगे। मध्यान तक दिनचार्य अस्त व्यस्त रहेगी मित्र अथवा रिश्तेदारी में जाने के कारण अन्य कार्यो में फेरबदल करना पड़ेगा। मध्यान बाद का समय दिन की तुलना में बेहतर रहेगा खर्च करने के बाद सुख सुविधा और आनंद में वृद्धि होगी। महिलाओ में आज अन्य लोगो से तुलना करने पर हीं भावना आएगी। धार्मिक अथवा पर्यटन क्षेत्र की योजना बनते बनते अंत समय मे निरस्त करने पर घर मे उदासीनता छाएगी। सेहत आज संध्या बाद खराब हो सकती है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन आपको सामाजिक क्षेत्र से मान-सम्मान दिलाएगा आप भी आज परोपकार में रुचि लेंगे धार्मिक क्षेत्र पर भी दान पुण्य करने के अवसर मिलेंगे परन्तु दिखावे की वृत्ति भी रहेगी। ठाठ-बाट की जीवनशैली रहने पर समाज मे आपकी पहचान धनी जैसी बनेगी। कार्य क्षेत्र पर आज समय कम देंगे फिर भी अल्प समय मे दिन भर की पूर्ति हो जाएगी। धन लाभ एक हाथ से होगा दूसरे हाथ से चला जायेगा। मध्यान बाद भी लाभ के अवसर मिलेंगे लेकिन मनोरंजन में रुचि होने पर ज्यादा ध्यान नही देंगे। लंबी दूरी की यात्रा के प्रसंग बनेंगे परन्तु किसी कारण स्थगित करने पड़ेंगे अगर करनी भी पड़े तो सामान और सेहत का अधिक ध्यान रखें। घरेलू वातावरण में विश्वास की कमी दिखेगी इसलिये बाहर समय बिताना अधिक भायेगा।

           🙏राधे राधे🙏

त्यौहार हमारे देश के आर्थिक चक्र को कैसे घुमाते हैं.. 👆🏼🧐👇🏼
आइये ज्ञात करते हैं…

CAIT के अनुसार से दीपावली (धनतेरस, छोटी दीपावली, बड़ी दीपावली… तथा पहले के एकाध दिन) में ₹३•७५ लाख करोड़ (४७ Billion USD) का business देश भर में हुआ…

दुर्गा पूजा तथा नवरात्रो में ५०,००० करोड़ के लगभग हुआ। मात्र दुर्गा पूजा के समय, केवल पश्चिम बंगाल राज्य में ही ३ लाख से अधिक कारीगरों, श्रमिकों को काम मिला… देश भर का अनुमान लगा लीजिये…

गणेश चतुर्थी पर २०-२५ हजार करोड़ का व्यवसाय हुआ.

यह आंकड़े केवल ३ त्यौहारों के हैं……
इसी प्रकार से आप होली, जन्माष्टमी, महाशिवरात्रि, राखी जैसे ढेरों त्यौहारो को यदि जोड़ लें… तो आराम से १००-१५० billion डॉलर की एक भिन्न ही अर्थव्यवस्था चल रही है.

तथा इसमें यदि आप तीर्थस्थलों, विशाल मंदिरों अथवा अन्य धार्मिक स्थलों को जोड़ दें.. उनसे होने वाली आय, वहाँ श्रद्धालुओं के जाने से होने वाले खर्चों को जोड़ दें….. तो यह आकड़ा आराम से ३०० Billion डॉलर होगा….. इससे ऊपर ही होगा.. क्यूंकि यह सब आंकड़े Formal हैं.. Informal आंकड़े तो गिने ही नहीं जाते कभी.

यह रकम विश्व की ४८वीं अर्थव्यवस्था फिनलैंड की GDP के बराबर है…. अर्थात हमारे देश में धर्म, त्यौहार, तीर्थ आदि के कारण इतना पैसा Circulate होता है… जो विश्व के १५० से अधिक देशों की GDP से भी अधिक है।

तथा यह कोई नई व्यवस्था नहीं है.. सहस्रों वर्षों से चलती आ रही है.. इसका केंद्र हमारे मंदिर, हमारे त्यौहार, हमारे तीर्थ ही होते आये हैं.

धर्म का मजाक उडाने वाले विशाल विशाल Woke भूल गए हैं, कि यह अर्थव्यवस्था का सर्वाधिक पुराना पहिया है।

यदि वर्ष २२ जनवरी को एक अत्यधिक विशाल धार्मिक घटना होने जा रही है…. जो हमारी भारतीय अर्थव्यवस्था को अविश्वसनीय रूप से अत्यधिक boost देगी।

One is not required to be an Economist to understand this concept.

*राम आएंगे* 💓
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*वन्दे_भारत* 💖🇮🇳💖
*जय जय श्रीराम* 💫🕉️🌏🔱✨
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यो ………. 🙏🏽 ❤️ 🙏🏽

जब कृष्ण ने ब्रजवासियों को मूसलधार वर्षा से बचाने के लिए 7 दिन तक गोवर्धन पर्वत को अपनी सबसे छोटी उंगली पर उठाकर इन्द्र का मान-मर्दन किया तथा उनके सुदर्शन चक्र के प्रभाव से ब्रजवासियों पर जल की एक बूंद भी नहीं पड़ी, सभी गोप-गोपिकाएं उसकी छाया में सुखपूर्वक रहे, तब ब्रह्माजी ने इन्द्र को बताया कि पृथ्वी पर श्रीकृष्ण ने जन्म ले लिया है, उनसे बैर लेना उचित नहीं है। तब श्रीकृष्ण अवतार की बात जानकर इन्द्रदेव अपने इस कार्य पर बहुत लज्जित हुए और भगवान श्रीकृष्ण से क्षमा-याचना की। 

    *राधेराधे*

भगवान *श्रीकृष्ण* ने 7वें दिन गोवर्धन पर्वत को नीचे रखा और हर वर्ष गोवर्धन पूजा करके अन्नकूट उत्सव मनाने की आज्ञा दी। तभी से यह उत्सव ‘अन्नकूट’ के नाम से मनाया जाने लगा। 

कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन भगवान के निमित्त भोग और नैवेद्य बनाया जाता है जिन्हें ‘छप्पन भोग’ कहते हैं। अन्नकूट पर्व मनाने से मनुष्य को लंबी आयु तथा आरोग्य की प्राप्ति होती है साथ ही दारिद्र्य का नाश होकर मनुष्य जीवनपर्यंत सुखी और समृद्ध रहता है। ऐसा माना जाता है कि यदि इस दिन कोई मनुष्य दुखी रहता है तो वह वर्षभर दुखी ही रहेगा इसलिए हर मनुष्य को इस दिन प्रसन्न रहकर भगवान श्रीकृष्‍ण को प्रिय अन्नकूट उत्सव को भक्तिपूर्वक तथा आनंदपूर्वक मनाना चाहिए। 

जय श्री कृष्णा राधे राधे 🙏🏻

🏹🏹श्री राम के दादा परदादा का नाम क्या था? नहीं तो जानिये- 1 – ब्रह्मा जी से मरीचि हुए, 2 – मरीचि के पुत्र कश्यप हुए, 3 – कश्यप के पुत्र विवस्वान थे, 4 – विवस्वान के वैवस्वत मनु हुए.वैवस्वत मनु के समय जल प्रलय हुआ था, 5 – वैवस्वतमनु के दस पुत्रों में से एक का नाम इक्ष्वाकु था, इक्ष्वाकु ने अयोध्या को अपनी राजधानी बनाया और इस प्रकार इक्ष्वाकु कुलकी स्थापना की | 6 – इक्ष्वाकु के पुत्र कुक्षि हुए, 7 – कुक्षि के पुत्र का नाम विकुक्षि था, 8 – विकुक्षि के पुत्र बाण हुए, 9 – बाण के पुत्र अनरण्य हुए, 10- अनरण्य से पृथु हुए, 11- पृथु से त्रिशंकु का जन्म हुआ, 12- त्रिशंकु के पुत्र धुंधुमार हुए, 13- धुन्धुमार के पुत्र का नाम युवनाश्व था, 14- युवनाश्व के पुत्र मान्धाता हुए, 15- मान्धाता से सुसन्धि का जन्म हुआ, 16- सुसन्धि के दो पुत्र हुए- ध्रुवसन्धि एवं प्रसेनजित, 17- ध्रुवसन्धि के पुत्र भरत हुए, 18- भरत के पुत्र असित हुए, 19- असित के पुत्र सगर हुए, 20- सगर के पुत्र का नाम असमंज था, 21- असमंज के पुत्र अंशुमान हुए, 22- अंशुमान के पुत्र दिलीप हुए, 23- दिलीप के पुत्र भगीरथ हुए, भागीरथ ने ही गंगा को पृथ्वी पर उतारा था.भागीरथ के पुत्र ककुत्स्थ थे | 24- ककुत्स्थ के पुत्र रघु हुए, रघु के अत्यंत तेजस्वी और पराक्रमी नरेश होने के कारण उनके बाद इस वंश का नाम रघुवंश हो गया, तब से श्री राम के कुल को रघु कुल भी कहा जाता है | 25- रघु के पुत्र प्रवृद्ध हुए, 26- प्रवृद्ध के पुत्र शंखण थे, 27- शंखण के पुत्र सुदर्शन हुए, 28- सुदर्शन के पुत्र का नाम अग्निवर्ण था, 29- अग्निवर्ण के पुत्र शीघ्रग हुए, 30- शीघ्रग के पुत्र मरु हुए, 31- मरु के पुत्र प्रशुश्रुक थे, 32- प्रशुश्रुक के पुत्र अम्बरीष हुए, 33- अम्बरीष के पुत्र का नाम नहुष था, 34- नहुष के पुत्र ययाति हुए, 35- ययाति के पुत्र नाभाग हुए, 36- नाभाग के पुत्र का नाम अज था, 37- अज के पुत्र दशरथ हुए, 38- दशरथ के चार पुत्र राम, भरत, लक्ष्मण तथा शत्रुघ्न हुए | इस प्रकार ब्रह्मा की उन्चालिसवी (39) पीढ़ी में श्रीराम का जन्म हुआ | शेयर करे ताकि हर हिंदू इस जानकारी को जाने.. 🏹रामचरित मानस के कुछ रोचक तथ्य🏹 1:~मानस में राम शब्द = 1443 बार आया है। 2:~मानस में सीता शब्द = 147 बार आया है। 3:~मानस में जानकी शब्द = 69 बार आया है। 4:~मानस में बैदेही शब्द = 51 बार आया है। 5:~मानस में बड़भागी शब्द = 58 बार आया है। 6:~मानस में कोटि शब्द = 125 बार आया है। 7:~मानस में एक बार शब्द = 18 बार आया है। 8:~मानस में मन्दिर शब्द = 35 बार आया है। 9:~मानस में मरम शब्द = 40 बार आया है। 10:~लंका में राम जी = 111 दिन रहे। 11:~लंका में सीताजी = 435 दिन रहीं। 12:~मानस में श्लोक संख्या = 27 है। 13:~मानस में चोपाई संख्या = 4608 है। 14:~मानस में दोहा संख्या = 1074 है। 15:~मानस में सोरठा संख्या = 207 है। 16:~मानस में छन्द संख्या = 86 है। 17:~सुग्रीव में बल था = 10000 हाथियों का। 18:~सीता रानी बनीं = 33वर्ष की उम्र में। 19:~मानस रचना के समय तुलसीदास की उम्र = 77 वर्ष थी। 20:~पुष्पक विमान की चाल = 400 मील/घण्टा थी। 21:~रामादल व रावण दल का युद्ध = 87 दिन चला। 22:~राम रावण युद्ध = 32 दिन चला। 23:~सेतु निर्माण = 5 दिन में हुआ। 24:~नलनील के पिता = विश्वकर्मा जी हैं। 25:~त्रिजटा के पिता = विभीषण हैं। 26:~विश्वामित्र राम को ले गए =10 दिन के लिए। 27:~राम ने रावण को सबसे पहले मारा था = 6 वर्ष की उम्र में। 28:~रावण को जिन्दा किया = सुखेन बेद ने नाभि में अमृत रखकर। यह जानकारी महीनों के परिश्रम केबाद आपके सम्मुख प्रस्तुत है । तीन को भेज कर धर्म लाभ कमाये जय श्री राम 🙏� जय श्री राम 🙏

*धन्यवाद अज्ञात वीरों*🫡

*देश को दिपावली के शानदार तोहफे के लिए ।*

*अकरम गाजी LET 10 नवंबर धनतेरस*

*असगर खान LET 11 नवम्बर छोटी दिवाली*

*मौलाना रहमान जैश 12 नवम्बर दिवाली*

*हरप्रीत उतपल SFJ 13 नवम्बर गोवर्धन पूजा*

*बस आज की खबर का इन्तजार हैं तो 5 दिवसीय दीपावली उत्सव का समापन हो जाय ।*🪷🙏🙏

मैन्युफैक्चरिंग कंपनियां 6 माह में उत्पादन क्षमता बढ़ाएंगी, 18% के सामने स्किल्ड कर्मचारी न मिलने की समस्याः सर्वे*

नई दिल्ली। आने वाले तीन महीने में ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं व्हाइट गुड्स, मेटल और मशीन टूल्स जैसे प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में नई भर्तियां निकल सकती हैं। इन कंपनियों की अगले 6 माह में उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना है, इसलिए इन सेगमेंट की 40 से 57 प्रतिशत तक कंपनियों ने कहा कि वे नई भर्तियां करेंगी। उद्योग चैंबर फिक्की की तरफ से 10 प्रमुख मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में किए गए एक सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है। जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए किए गए इस सर्वेक्षण में छोटी-बड़ी 380 मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को शामिल किया गया। इनका कुल सालाना टर्नओवर 4.88 लाख करोड़ रुपये है।

सर्वेक्षण में पता चला कि दूसरी तिमाही में ग्रोथ मोमेंटम बढ़ा है। विकसित देशों की इकोनॉमी की रफ्तार कम होने के बावजूद भारत में आने वाली तिमाहियों में ग्रोथ मोमेंटम बढ़ने का अनुमान है। इस वर्ष अप्रैल-जून तिमाही में 57% कंपनियों ने उत्पादन बढ़ने की जानकारी दी थी, जबकि सितंबर तिमाही में 79% कंपनियों का उत्पादन बढ़ा है। 80% कंपनियों ने कहा कि जुलाई से सितंबर के दौरान उनके पास पिछले साल की तुलना में ज्यादा ऑर्डर थे। मजबूत यानी 10% से 20% ग्रोथ वाले सेगमेंट में इलेक्ट्रॉनिक्स और व्हाइट गुड्स, सीमेंट, ऑटोमोबाइल और मशीन टूल्स शामिल हैं। मशीनरी और कंस्ट्रक्शन के समान, केमिकल, टेक्सटाइल, मेटल, पेपर जैसे सेगमेंट में ग्रोथ औसत यानी 5% से 10% रहने की उम्मीद है।

ग्रोथ मोमेंटम की बात बिक्री के आंकड़ों से भी साबित होती है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार इस वर्ष के दिवाली सीजन में देश भर के बाजारों में 3.75 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का रिकॉर्ड तोड़ व्यापार हुआ। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल के मुताबिक गोवर्धन पूजा, भैया दूज, छठ पूजा एवं तुलसी विवाह में लगभग 50 हजार करोड़ रुपये का और व्यापार होने की संभावना है।

क्षमता विस्तार और नई भर्तियों की उम्मीद कहां

ऑटोमोबाइल सेक्टर की 70% कंपनियों ने कहा कि अगले 6 माह में क्षमता विस्तार करेंगी, तीन माह में 57% कंपनियां नई भर्तियां भी करेंगी। बेहतर बिक्री की उम्मीदों के चलते इलेक्ट्रॉनिक्स और व्हाइट गुड्स सेगमेंट की 75% कंपनियों ने क्षमता विस्तार और आधी ने नई भर्तियों की बात कही। मेटल और इसके प्रोडक्ट की 55% कंपनियों ने क्षमता विस्तार की बात कही तो 45% ने कहा कि वे तीन महीने में नई भर्तियां करेंगी। मशीन टूल्स बनाने वाली कंपनियों में 60% ने क्षमता विस्तार और 40% ने नई भर्तियों की बात कही।

हालांकि हर मैन्युफैक्चरिंग सेगमेंट में स्थिति इतनी अच्छी नहीं है। जैसे, कैपिटल गुड्स यानी मशीनरी बनाने वाली 83% कंपनियों ने कहा कि वे क्षमता विस्तार करेंगी, लेकिन अगले तीन माह में नई भर्तियों की बात सिर्फ 33% ने कही। सीमेंट बनाने वाली आधी कंपनियों की उत्पादन क्षमता बढ़ाने की योजना है, लेकिन उनमें नई भर्तियां अभी कम ही होंगी। केमिकल और उर्वरक बनाने वाली 75% कंपनियां क्षमता का विस्तार करेंगी लेकिन अगले तीन माह में सिर्फ 25% कंपनियों में नई भर्तियों की उम्मीद है। टेक्सटाइल और अपैरल सेगमेंट में 25% कंपनियों की योजना क्षमता बढ़ाने की है तो नई भर्तियों की योजना सिर्फ 19% की है। पेपर और इसके प्रोडक्ट बनाने वाली आधी कंपनियों ने कहा कि वे क्षमता विस्तार करेंगी, लेकिन अभी नई भर्तियां नहीं करेंगी।

कंपनियों में 74% उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल

समग्र तौर पर देखें तो कंपनियों की क्षमता के इस्तेमाल में सुधार हुआ है। यह जून तिमाही के 73% से बढ़कर 74% हो गया है। 57% कंपनियों ने कहा कि वे अगले 6 महीने में निवेश और विस्तार करेंगी। यह भी पिछली तिमाही की तुलना में ज्यादा है। हालांकि मांग को लेकर कंपनियां अब भी सशंकित हैं। करीब 40% कंपनियों ने कहा कि उनके लिए मांग की समस्या बनी हुई है, चाहे वह घरेलू स्तर पर हो या निर्यात मांग। कच्चे माल की बढ़ी कीमत, कर्ज पर अधिक ब्याज दर, लॉजिस्टिक्स तथा सप्लाई चेन महंगा होना अन्य समस्याएं हैं।

59% कंपनियों ने बताया कि पिछली तिमाही के तुलना में ब्याज दर में वृद्धि हुई है। निर्यात के मोर्चे पर प्रदर्शन पिछली तिमाही से बेहतर रहा है। 48% कंपनियों ने कहा कि सितंबर तिमाही में उनका निर्यात बढ़ा है। जून तिमाही में सिर्फ 33% कंपनियों के निर्यात में वृद्धि हुई थी। एक तिहाई से ज्यादा, 38% कंपनियों ने कहा कि वे अगले 3 महीने के दौरान नई भर्तियां करेंगी। 82% कंपनियों के सामने वर्कफोर्स की उपलब्धता कोई समस्या नहीं है, लेकिन 18% कंपनियों को अब भी वर्कफोर्स की समस्या से जूझना पड़ रहा है।

ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट लगातार पांचवें महीने घटा

सर्वेक्षण में अनेक कंपनियों ने घरेलू और निर्यात मांग को लेकर अंदेशा जताया है। यह बात एसएंडपी की एक रिपोर्ट से भी साबित होती है। इसने सोमवार को जारी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में लिखा है कि महामारी के समय विभिन्न सरकारों ने ग्लोबल इकोनॉमी में जो स्टीमुलस का इंजेक्शन दिया था वह अब खत्म हो रहा है, महामारी के बाद पर्यटन और मनोरंजन के क्षेत्र में जो तेज बढ़ोतरी देखने को मिली थी उसमें भी गिरावट आ रही है। महामारी के बाद सप्लाई चेन की समस्या थी, तब ज्यादा स्टॉक बनाने के लिए कंपनियों ने मैन्युफैक्चरिंग अधिक की थी। अब वे पहले इन्वेंटरी खाली करना चाहती हैं।

एसएंडपी ग्लोबल मार्केट इंटेलिजेंस में 40 देशों की 27000 कंपनियों के आंकड़ों का अध्ययन किया गया। इससे पता चलता है कि अक्टूबर में दुनिया भर में बिजनेस गतिविधियों में स्थिरता आई है। मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) फरवरी के बाद सबसे निचले स्तर पर है। ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट अक्टूबर में लगातार पांचवें महीने घटा है। सर्विस सेक्टर की ग्रोथ भी स्थिर हो गई है। मीडिया, मनोरंजन और रिटेल जैसे कंज्यूमर सेक्टर में वृद्धि हुई है लेकिन हैवी इंडस्ट्रीज और टेक्नोलॉजी सेक्टर में तेज गिरावट आई है। मांग कम होने के कारण महंगाई दर में भी कमी आई है। अक्टूबर में ग्लोबल औसत मूल्य तो बढ़े लेकिन बढ़ने की दर 3 साल में सबसे कम रही।

विश्व स्तर पर मैन्युफैक्चरिंग में माइग्रेशन

भारत में मैन्युफैक्चरिंग को वैश्विक स्तर पर समर्थन मिला है। बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) ने पिछले दिनों एक रिपोर्ट में लिखा कि बीते 5 वर्षों के दौरान ट्रेड वॉर, महामारी, प्राकृतिक आपदा, सप्लाई चेन में बाधा, ब्रेक्जिट, रूस-यूक्रेन युद्ध और औद्योगिक नीतियों में बदलाव ने निर्यात के लिहाज से ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग को नया आकार दिया है। इसने उत्तर अमेरिका की मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों का एक सर्वेक्षण किया जिसमें 90% से ज्यादा कंपनियों ने कहा कि उन्होंने पिछले 5 वर्षों के दौरान अपने उत्पादन और सोर्सिंग के केंद्र बदले हैं।

भू-राजनीतिक अनिश्चितता और चीन के साथ ट्रेड वॉर के चलते अमेरिका में चीन से अनेक वस्तुओं के आयात पर शुल्क अधिक लगता है। इससे बचने के लिए अनेक इंडस्ट्री सेक्टर में चीन से आयात कम हुआ है। इस दौरान भारत, मेक्सिको और दक्षिण पूर्व एशिया निर्यात मैन्युफैक्चरिंग पावर हाउस के रूप में उभरे हैं। इन तीनों जगहों पर श्रम तथा अन्य लागत कम है, और स्केल भी बढ़ रहा है। भारत के साथ एक और सकारात्मक बात यह है कि इसका अपना विशाल घरेलू बाजार है।

रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2018 से 2022 के दौरान अमेरिका में वस्तुओं का आयात चीन से 10% कम हुआ, जबकि मेक्सिको से 18%, भारत से 44% और आसियान देशों से 65% बढ़ा है। सेगमेंट के लिहाज से देखें तो अमेरिका में चीन से कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स का आयात 2%, सेमीकंडक्टर और मैटेरियल का 29%, ऑटो कंपोनेंट का 12% और मैकेनिकल मशीनरी का 28% घटा है। इस दौरान भारत से कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स का अमेरिका को निर्यात 392%, सेमीकंडक्टर और मैटेरियल का 143%, ऑटो कंपोनेंट का 65% और मैकेनिकल मशीनरी का 70% बढ़ा है।

जहां तक नई जगह जाने की बात है तो अमेरिका के हाईटेक इलेक्ट्रॉनिक्स निर्माता, ऑनलाइन कंज्यूमर रिटेलर, खिलौने और गेम बनाने वाली कंपनियां भारत आ रही हैं। लेकिन अमेरिका की सॉफ्टवेयर और चिप कंपनियां वियतनाम गई हैं। हालांकि बढ़ती श्रम लागत के बावजूद चीन प्रतिस्पर्धी बना हुआ है। उसका सप्लायर बेस बड़ा है, लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर तथा कई इंडस्ट्री में वैल्यू चेन काफी मजबूत है।

बीसीजी का कहना है कि अमेरिकी मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों को वैल्यू चेन का संपूर्ण आकलन करना चाहिए तथा उन देशों में जाने पर विचार करना चाहिए जो स्केल बढ़ा रहे हैं। उदाहरण के लिए भारत इंजन और टरबाइन उत्पादक के तौर पर विकसित हो रहा है। मोरक्को ऑटोमोबाइल असेंबली और कंपोनेंट के डेस्टिनेशन के तौर पर और वियतनाम कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के नए केंद्र के रूप में उभर रहा है। इन देशों में श्रम और जमीन आसानी से और कम कीमत पर उपलब्ध है।

इंजन और टरबाइन की लागत कम करने के लिए असेंबलिंग और कंपोनेंट की खरीद भारत में शिफ्ट की जा सकती है। यहां लागत में 25% से 40% तक की बचत हो सकती है। हालांकि यहां भी लीड टाइम यानी उत्पादन की प्रक्रिया शुरू करने से पूरा करने तक लगने वाला समय अधिक हो सकता है। नई उत्पादन क्षमता विकसित करने के लिए निवेश की जरूरत पड़ेगी और सप्लाई बेस भी तैयार करना पड़ेगा।

आर्थिक सर्वेक्षण (2022-23) के मुताबिक भारत जीवीए में मैन्युफैक्चरिंग का योगदान 17.3% है। नेशनल मैन्युफैक्चरिंग पॉलिसी में इसे 2025 तक 25% करने का लक्ष्य है। मैन्युफैक्चरिंग में करीब 2.73 करोड़ लोग काम करते हैं। वित्त वर्ष 2022-23 में 447.46 अरब डॉलर का मैन्युफैक्चरिंग निर्यात हुआ। यह एक साल पहले के 422 अरब डॉलर से 6% ज्यादा है।

रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर असमान रूप से विकसित हुआ है। पर्यावरण के लिहाज से यहां की सस्टेनेबिलिटी कमजोर है। इसने बहुत कम देशों के साथ मुक्त व्यापार समझौते किए हैं। फिर भी भारत लागत के लिहाज से काफी प्रतिस्पर्धी है। बड़े निर्यातक के रूप में उभरने के साथ इसका मैन्युफैक्चरिंग आधार भी बढ़ रहा है। इलेक्ट्रिक वाहन से लेकर हेवी मशीनरी, केमिकल तथा अप्लायंसेज तक हर क्षेत्र में इसकी स्थिति मजबूत हो रही है

कनाडा पर भारत नहीं दिखाएगा नरमी, UN मानवाधिकार परिषद की बैठक में कनाडा को सुनाई खरी-खरी*

नई दिल्ली। कनाडा को लेकर भारतीय कूटनीति के रवैये में कोई भी नरमी आने के संकेत नहीं है। पिछले शुक्रवार (10 अक्टूबर) को अमेरिकी के साथ 2 प्लस 2 वार्ता में भारत ने दो टूक साफ कर दिया था कि कनाडा के साथ कूटनीतिक विवाद को लेकर वह अपने रूख पर अडिग है।

अतिवाद फैलाने वाले समूहों पर लगानी होगी रोक

वहीं, अब संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार आयोग की बैठक में भी भारत ने साफ तौर पर कनाडा को कहा कि उसे अतिवाद फैलाने वाले समूहों पर रोक लगाानी होगी और अभिव्यक्ति की आजादी के हो रहे दुरूपयोग को भी रोकना होगा। यूएनएचआरसी की यह बैठक कनाडा में मानवाधिकार की स्थिति की समीक्षा को लेकर ही थी, जिसमें भारतीय प्रतिनिधि ने भारत की मौजूदा चिंताओं को सामने रखने में कोई कोताही नहीं की है। कनाडा की तरफ से भी इस तरह के संकेत नहीं है कि वह मौजूदा तनााव को अपनी तरफ से खत्म करने को लेकर कोई नरमी दिखा रहा है।

अंतरराष्ट्रीय कानूनों का मनमाने तरीके से इस्तेमाल होगा खतरनाक

कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रुडो ने भारत की तरफ इशारा करते हुए कहा है कि किसी भी बड़े देश को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का मनमाने तरीके से इस्तेमाल की इजाजत देना खतरनाक होगा। यूएनएचआरसी की बैठक में कनाडा सरकार की तरफ से मानवाधिकार की स्थिति पर रिपोर्ट भी सौंपी गई है।

मानवाधिकार की स्थिति पर रिपोर्ट का भारत ने किया स्वागत

भारतीय प्रतिनिधि ने इसका स्वागत किया और इसमें कुछ सुधार के सुझाव दिए। पहला सुझाव यह था कि अभिव्यक्ति की आजादी के गलत इस्तेमाल को रोका जाए ताकि अतिवाद को बढ़ावा देने वाले घरेलू समूहों पर रोक लगाई जा सके। एक अन्य सुझाव यह है कि अल्पसंख्यकों के धार्मिक स्थलों पर हमले को रोकने के लिए कदम उठाए जाए और नफरत फैलाने वाले भाषणों पर रोक लगाई जाए। इन सुझावों को अमल में लाने के लिए कनाडा को अपने स्थानीय कानून में भी संशोधन करना होगा।

भारत के उक्त तीनों सुझाव हाल के महीनों में कनाडा के विभिन्न शहरों में भारत विरोधी गतिविधियों से संबंधित है। खालिस्तान समर्थकों ने ना सिर्फ हिंदुओं के मंदिरों को नुकसान पहुंचाया है बल्कि सार्वजनिक स्थलों पर भारतीय उच्चायुक्त व दूसरे वरिष्ठ अधिकारियों को नुकसान पहुंचाने वाले पोस्टर लगाये गये हैं।

कनाडा को लेकर नहीं बदला भारत का रुख

कनाडा को लेकर भारत के सख्त रवैये में किसी तरह का बदलाव नहीं आने के संकेत इस बात से भी मिल रहा है कि अमेरिका समेत कई देशों के सुझाव आने के बावजूद कनाडा के जिन 41 राजनयिकों को निष्कासित किया गया है, अभी तक उनकी वापसी को लेकर भारत की तरफ से कोई सकारात्मक संकेत नहीं दिया गया है।

अमेरिका ने भारत के सामने उठाया कनाडा का मुद्दा

अमेरिका व भारत के विदेश व रक्षा मंत्रियों की अगुवाई में हुई ‘2 प्लस 2 वार्ता’ में अमेरिका ने इस मुद्दे को उठाया था। भारत का जवाब साफ था कि यह फैसला पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत उठाया गया है। साथ ही भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि कनाडा सरकार लगातार उसके हितों को अनदेखी कर रही है। खालिस्तान समर्थक नेता जी एस पनून की तरफ से भारतीय विमानों को लेकर जो धमकियां दी है, भारतीय नेताओं ने अमेरिका के समक्ष उसे भी रखा।

कनाडा का तेवर अभी तक नहीं पड़ा नरम

उधर, कनाडा का रवैया भी कोई नरम पड़ता नहीं दिख रहा। रविवार (12 नवंबर, 2023) को संवाददाताओं से बात करते हुए पीएम जस्टिन ट्रुडो ने फिर आरोप लगाया कि खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारतीय एजेंसियों का हाथ है और यह कनाडा के लिए बहुत ही गंभीर बात है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर बड़े देशों को अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन करने की छूट दी गई तो विश्व बहुत ही खतरनाक जगह बन जाएगा।

हरियाणा के जींद के सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पर 50 से अधिक छात्राओं के साथ यौन शोषण करने के आरोप सही पाए गए है. इस मामले में एक छात्रा ने सुसाइड भी किया है. पीड़िता इसी स्कूल में 11वीं कक्षा की छात्रा थी. मामले की जांच डीसी के द्वारा गठित की गई, जहां कमेटी की पैनल रिपोर्ट में खुलासा हुआ है.पीड़ित छात्राओं द्वारा 31 अगस्त को लिखे प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत दी गई थी, जिसके बाद उसके खिलाफ जांच शुरू की गई थी. लेकिन छात्रा के परिजनों ने इस मामले में किसी भी बयान के लिए मना कर दिया है.

जानकारी के अनुसार लड़की 30 सितंबर को स्कूल से लौटने के बाद अपने घर पर एक कमरे में फंदा लगा लिया था. जब इस मामले की जांच की गई तो एक अधिकारी ने बताया कि उसकी मां ने उसकी मौत से पहले के दिनों में उस पर कोई दबाव या अवसाद के लक्षण देखने से ना किया था