आज का पंचाग आपका राशि फल, महिलाओं के सोलह श्रृंगार का महात्म्य, भारत के “विदेश मंत्री” एस. जयशंकर ने ‘जॉर्ज सोरोस’ को दिखाया उसकी औकात का दर्पण, तुर्की भूकंप पीड़ितों को भारतीय मदद और NDRF के जवानों द्वारा जी जान से की जा रही सहायता के समाचार मीडिया से ओझल क्यों!

​ 𝕝𝕝 🕉 𝕝𝕝

                  *श्री हरिहरो* 

                *विजयतेतराम*

          *🌹।।सुप्रभातम्।।🌹*

      *🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓*

*_बुधवार, २२ फरवरी २०२३_*

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सूर्योदय: 🌄 ०६:५७

सूर्यास्त: 🌅 ०६:११

चन्द्रोदय: 🌝 ०८:१७

चन्द्रास्त: 🌜२०:३४

अयन 🌖 उत्तरायणे

(दक्षिणगोलीय)

ऋतु: 🎋 बसंत

शक सम्वत:👉१९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत:👉२०७९ (नल)

मास 👉 फाल्गुन

पक्ष 👉 शुक्ल

तिथि👉तृतीया(२७:२४से चतुर्थी

नक्षत्र 👉 उत्तराभाद्रपद

(२८:५० से रेवती)

योग👉साध्य(२३:४७ से शुभ

प्रथम करण👉तैतिल(१६:३६तक

द्वितीय करण👉गर(२७:२४ तक

*≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛*

॥ गोचर ग्रहा: ॥

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 कुम्भ

चंद्र 🌟 मीन

मंगल 🌟 वृष

(उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध🌟मकर(उदित,पूर्व,मार्गी)

गुरु🌟मीन(उदित,पूर्व,मार्गी)

शुक्र 🌟कुम्भ(उदित,पश्चिम)

शनि 🌟 कुम्भ 

(अस्त, पश्चिम, मार्गी)

राहु 🌟 मेष

केतु 🌟 तुला

*≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛*

शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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*≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛≛*

अभिजित मुहूर्त 👉 ❌️❌️❌️

अमृत काल 👉 २४:२३ से २५:५२

रवियोग 👉 २८:५० से ३०:५०

विजय मुहूर्त 👉 १४:२४ से १५:०९

गोधूलि मुहूर्त 👉 १८:०८ से १८:३३

सायाह्न सन्ध्या 👉 १८:१० से १९:२६

निशिता मुहूर्त 👉 २४:०५ से २४:५५

राहुकाल 👉 १२:३१ से १३:५५

राहुवास 👉 दक्षिण-पश्चिम

यमगण्ड 👉 ०८:१६ से ०९:४१

होमाहुति 👉 सूर्य (२८:५० से बुध)

दिशाशूल 👉 उत्तर

अग्निवास 👉 पृथ्वी (२७:२४ तक)

चन्द्रवास 👉 उत्तर

शिववास 👉 सभा में (२७:२४ से क्रीड़ा मे)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – लाभ २ – अमृत

३ – काल ४ – शुभ

५ – रोग ६ – उद्वेग

७ – चर ८ – लाभ

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – उद्वेग २ – शुभ

३ – अमृत ४ – चर

५ – रोग ६ – काल

७ – लाभ ८ – उद्वेग

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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उत्तर-पश्चिम (गुड़ अथवा दूध का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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द्वितीया तिथि क्षय, उपनयन संस्कार+व्यवसाय आरम्भ मुहूर्त प्रातः ११:१५ से दोपहर १२:४१ तक, नीव खुदाई एवं गृहारम्भ+गृहप्रवेश+विधा एवं अक्षर आरम्भ+देवप्रतिष्ठा मुहूर्त प्रातः ०७:०१ से ०९:५० तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज २८:५० तक जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराभाद्रपद नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (दू, थ, झ, ञ) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम रेवती नक्षत्र के प्रथम चरण अनुसार (दे) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

कुम्भ – ३०:२७ से ०७:५३

मीन – ०७:५३ से ०९:१६

मेष – ०९:१६ से १०:५०

वृषभ – १०:५० से १२:४५

मिथुन – १२:४५ से १५:००

कर्क – १५:०० से १७:२२

सिंह – १७:२२ से १९:४०

कन्या – १९:४० से २१:५८

तुला – २१:५८ से २४:१९

वृश्चिक – २४:१९ से २६:३८

धनु – २६:३८ से २८:४२

मकर – २८:४२ से ३०:२३

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पञ्चक रहित मुहूर्त

रोग पञ्चक – ०६:५१ से ०७:५३

शुभ मुहूर्त – ०७:५३ से ०९:१६

शुभ मुहूर्त – ०९:१६ से १०:५०

रोग पञ्चक – १०:५० से १२:४५

शुभ मुहूर्त – १२:४५ से १५:००

मृत्यु पञ्चक – १५:०० से १७:२२

अग्नि पञ्चक – १७:२२ से १९:४०

शुभ मुहूर्त – १९:४० से २१:५८

रज पञ्चक – २१:५८ से २४:१९

शुभ मुहूर्त – २४:१९ से २६:३८

चोर पञ्चक – २६:३८ से २७:२४

शुभ मुहूर्त – २७:२४ से २८:४२

रोग पञ्चक – २८:४२ से २८:५०

शुभ मुहूर्त – २८:५० से ३०:२३

मृत्यु पञ्चक – ३०:२३ से ३०:५०

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आज का राशिफल

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आपके लिए आज का दिन प्रतिकूल परिस्थितियों वाला रहेगा। घर एवं कार्य क्षेत्र पर सहयोग की कमी रहेगी। व्यवसाय में प्रतिस्पर्धा अधिक रहने से परिश्रम भी अधिक करना पड़ेगा फिर भी लाभ होने की जगह किसी गलती के कारण हानि उठानी पड़ेगी। मन विषय वासनाओ में अधिक भटकेगा। आज आपको लाभ पाने के लिए व्यवहार में कोमलता रखनी पड़ेगी। अतिआवश्यक कार्यो को आज आगे के लिए टालना बेहतर रहेगा। उधारी के व्यवहार बढ़ने आर्थिक स्थिति खराब होगी। संध्या के समय थोड़ा बहुत धन लाभ होने से आवश्यक खर्च निकाल लेंगे।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज का दिन आपके लिए लाभदायक रहेगा। कार्य व्यवसाय में लाभ के अवसर मिलेंगे सहकर्मी बिना बोले सहयोग करने के लिए तैयार रहेंगे। जोखिम वाले कार्य शेयर सट्टे आदि से धन कोष में वृद्धि होगी। व्यावसायिक यात्रा अंत समय पर टल सकती है। आज आप मन इच्छित वस्तुओं पर आसानी से खर्च कर सकेंगे। घर मे सुख सुविधा के साधन बढ़ेंगे परिजन भी आज आपके व्यवहार से प्रसन्न रहेंगे। प्रेम प्रसंगों में समय एवं धन खर्च करेंगे लेकिन इसका सार्थक परिणाम भी मिलेगा। संध्या के समय आकस्मिक लाभ होने से रोमांचित रहेंगे।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज का दिन आपको अधिकांश कार्यो में शुभ फल की प्राप्ति कराएगा परन्तु आज आप मन ही मन किसी गुप्त चिंता से बेचैन भी रहेंगे। बुजुर्गो का आशीर्वाद एवं पारिवारिक प्रतिष्ठा का लाभ व्यापार में मिलेगा। बाहरी लोग अन्य की अपेक्षा आपसे व्यवहार बनाना अधिक पसंद करेंगे इसका मुख्य कारण आज के दिन आपका आकर्षक व्यक्तित्त्व रहेगा। नौकरी पेशा जातक पदोन्नति अथवा अतिरिक्त आय की उम्मीद में रहेंगे जिसमे कुछ हद तक सफल हो जाएंगे। किसी की पुरानी उधारी चुकता होने से राहत मिलेंगी। गृहस्थ की आवश्यकता समय पर पूर्ण करने से शांति बनी रहेगी।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आपका आज का दिन सुख-सौभाग्य में वृद्धि करेगा। आज आप नए संबंध बनाने के साथ ही पुरानो को भी जोड़े रखने में व्यस्त एवं सफल रहेंगे। घरेलू सुख के साधनों में वृद्धि हेतु खर्च करेंगे। आपकी मानसिकता आज अन्य लोगो से बेहतर दिखने की रहेगी जिससे कुछ लोग आपसे ईर्ष्या का भाव रख सकते है परन्तु इसका आपके व्यक्तित्त्व अथवा दिनचार्य पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा। कार्य स्थल पर सुव्यवस्था रहने से निर्धारित से अधिक आय बन सकेगी। दान पुण्य के साथ ही आपसी व्यवहारिकता में आदान-प्रदान होगा। दाम्पत्य में थोड़ी बहुत नोकझोंक के बाद भी सुख की अनुभूति होगी।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन भी आपके लिए शुभ फलदायी रहेगा परन्तु सेहत का भी विशेष ध्यान रखना होगा शारीरिक रूप से आज आकस्मिक कष्ट आने की संभावना है इसकारण से खर्च भी बढ़ेगा। दिन के आरम्भ में पूर्व निर्धारित व्यावसायिक कार्य से व्यस्त रहेंगे इसके बाद का अधिकांश समय मंदी में व्यतीत होगा संध्या से फिर व्यवसाय में तेजी आएगी भविष्य की योजना बनेगी इसके लिए पर्याप्त धन का संचय आसानी से हो जाएगा। पारिवारिक जन आपकी आवश्यकता को ज्यादा महत्त्व देंगे। मित्र परिचिति से प्रेम पूर्ण व्यवहार करेंगे।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज का दिन व्यस्तता से भरा रहेगा मनोरंजन के विचार आज मन मे ही रह जाएंगे। कार्य क्षेत्र पर काम अधिक रहने से दिनचार्य बिगड़ेगी परन्तु आर्थिक लाभ बीच-बीच मे होते रहने से खान पान का भी ध्यान नही रहेगा। सरकारी कार्यो में दौड़ धूप का सकारात्मक परिणाम मिलेगा इसके अतिरिक्त घरेलू कार्यो में भी आज आपके सहयोग की आवश्यकता पड़ेगी जिससे कुछ समय के लिए परिसानी होंगी। सार्वजनिक क्षेत्र पर नए लाभदायक संबंध बनाने आसान रहेंगे। आपके व्यक्तित्व से हर कोई सहज आकर्षित हो जाएगा। दाम्पत्य जीवन प्रेम पूर्ण रहेगा।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज का दिन सेहत के दृष्टिकोण से ठीक नही। कार्य क्षेत्र पर व्यस्तता अधिक रहने से जान कर भी स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतेंगे जिसका शीघ्र ही विपरीत परिणाम देखने को मिलेगा। हाथ पैरों में शिथिलता आएगी फिर भी मजबूरी में कार्य करने पड़ेंगे। गलतियां होने की संभावना भी आज अधिक है आर्थिक संबंधित अथवा अन्य महत्त्वपूर्ण कार्य मे किसी की सहायता अवश्य लें अन्यथा हानि हो सकती है। आज आपकी परवाह परिजन एवं अन्य लोग कम ही करेंगे केवल स्वार्थ पूर्ति के लिए व्यवहार करने से मन दुखी होगा। पारिवारिक माहौल में अकस्मात गरमा गरमी हो सकती है।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आपकी किसी के साथ श्रेष्ठ बनने की होड़ रहेगी इसमे कुछ हद तक सफल तो रहेंगे लेकिन सामाजिक क्षेत्र पर आपकी गलत छवि भी बन सकती है। अहम की भावना रहने से लोग आपकी सहायता करने से कतराएंगे जिस वजह से कुछ महत्त्वपूर्ण कार्य अधूरे रहने की सम्भावना है। व्यावसायिक क्षेत्र पर कुछ नए प्रयोग करेंगे परन्तु आज लाभ पुरानी योजनाओ से ही सीमित मात्रा में होगा। परिवार के सदस्य की जिद थोड़ी देर के लिए परेशानी में डालेगी जिसे पूर्ण करने के बाद ही घर का वातावरण शांत होगा।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज का दिन भी विपरीत फलदायी रहने से आपको विवेक से हर कार्य करने की सलाह है। पारिवारिक वातावरण आज लगभग अशांत ही रहेगा। महिलाओ की अधिक बोलने की वृत्ति आग में घी का काम करेगी। अधिक बोलने से बचें आज किसी से हाथापाई की नौबत भी आ सकती है। घरेलू कलह के कारण मन दिनभर अशांत रहेगा कार्य क्षेत्र पर भी इसके परिणाम दिखेंगे। किसी भी कार्य मे उत्साह नही रहेगा। आज खर्च चलाने के लिए भी किसी से उधार लेना पड़ सकता है। सेहत भी नरम ही रहेगी। धैर्य एवं मौन धारण शांति बनाने में सहायक होगा।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आप आर्थिक मामलों को लेकर संतुष्ट रहेंगे। व्यवसायी वर्ग किसी बड़ी योजना अथवा अनुबंध पर कार्य करेंगे इसका लाभ भी शीघ्र ही मिलना आरम्भ हो जाएगा। धन की आमाद आज कई स्त्रोतों से एक साथ हो सकती है इसके लिए आपको सामाजिक व्यवहारिकता भी बढ़ानी पड़ेगी। कुछ समय से चल रही आर्थिक उलझनों में कमी आएगी धन कोष में वृद्धि होगी भविष्य के लिए संचय भी कर सकेंगे। दाम्पत्य जीवन मे भी सरसता बनी रहेगी। परिजन आज आपसे कोई आशा लागये रहेंगे इसको थोड़े विलम्ब से परन्तु पूरी अवश्य करेंगे।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आप बाहरी दुनिया को छोड़ अधिक समय अपने मे ही मस्त रहेंगे। आवश्यक कार्यो में लापरवाही अथवा टालमटोल करना आर्थिक हानि का साथ ही संबंधों में भी खटास ला सकता है। धार्मिक भावनाएं एवं परोपकारी स्वभाव रहते हुए भी मन से स्वार्थ सिद्धि की भावना नही जाएगी। आज आप अपना काम बनाने के लिए अत्यंत मीठे बन जायेगे इसके विपरीत अन्य लोगो के कार्य करने में उदासीनता दिखाएंगे। धार्मिक स्थान की यात्रा पर खर्च होगा। मध्यान तक आय निम्न रहेगी इसके बाद आकस्मिक लाभ होने की संभावना है। गृहस्थ में कुछ कटु अनुभव होंगे।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज का दिन आप शांति से बिताएंगे। दिन के आरंभ में किसी कार्य को लेकर जल्दबाजी रहेगी इसके बाद लगभग सभी कार्यो को आराम से ही करेंगे। आज आप किसी भी काम को लेकर ज्यादा भागदौड़ करने के मूड में नही रहेंगे। सहज जितना प्राप्त होगा उसी में संतोष कर लेंगे। व्यवसाय में निवेश करेंगे परन्तु इसका लाभ शीघ्र नही मिल सकेगा निकट भविष्य में अवश्य ही धन दुगना होकर मिलेगा। घर का वातावरण भी आज सुख की अनुभूति कराएगा परिजनों के साथ हास्य परिहास ने समय व्यतीत होगा। परिजन मनोकामना पूर्ति करेंगे।

महिलाओं के लिए क्यों महत्वपूर्ण है ‘सोलह शृंगार’

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सोलह शृंगार का हिंदू सभ्यता में एक अलग महत्व ही होता है । सोलह शृंगार करना एक प्राचीन परंपरा है। पुराणों के अनुसार, सोलह शृंगार घर में सुख और समृद्धि लाने के लिए किया जाता है। सोलह शृंगार का जिक्र ऋग्वेद में भी किया गया है और इसमें ये कहा गया है कि सोलह श्रृंगार सिर्फ खूबसूरती ही नहीं भाग्य को भी बढ़ाता है। सिर्फ आध्यात्मिक नजरिए से ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए सोलह शृंगार का महत्व का जिक्र विज्ञान में भी किया गया है। सोलह शृंगार का महिलाओं के स्वास्थ्य और सौभाग्य से गहरा संबंध है। मांग में सिंदूर, माथे पर बिंदिया, हाथों में चूड़ी, पांव में पायल और बिछिया….ये प्रतीक हर सुहागिन महिला के जो सोलह शृंगार कर अपने सुहाग की लंबी उम्र की कामना करती है। आज हम आपको बताएंगे महिलाओं के जीवन में सोलह शृंगार का क्या महत्व है साथ ही इसका वैज्ञानिक महत्व क्या है ।

 

1. लाल रंग 

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लाल रंग का जोड़ा भी सुहाग का प्रतीक माना गया है। लाल रंग माता रानी को बहुत प्रिय है। ऐसे में दुल्हन शादी में जो भी जोड़ा पहनती हैं, उसका रंग लाल होता है। लाल रंग प्रेम का प्रतीक भी माना जाता है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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विज्ञान के अनुसार, लाल रंग शक्तिशाली व प्रभावशाली है, इसके उपयोग से एकाग्रता बनी रहती है। लाल रंग आपकी भावनाओं को नियंत्रित कर आपको स्थिरता देता है।

 

2 . कुमकुम बिंदी 

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माथे पर कुमकुम या बिंदी लगाना पुराणों में काफी शुभ माना गया है। कुमकुम या सिंदूर से सुहागिन महिलाएं अपने माथे पर लगाती हैं। बिंदी दोनों भौहों के बीच माथे पर लगाया जानेवाला लाल कुमकुम का चक्र होता है, जो महिला के शृंगार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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विज्ञान के अनुसार, बिंदी लगाने से महिला का आज्ञा चक्र सक्रिय हो जाता है। यह महिला को आध्यात्मिक बने रहने में तथा आध्यात्मिक ऊर्जा को बनाए रखने में सहायक होता है।

 

3 . मेहंदी 

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मेहंदी को सुहाग का प्रतीक माना जाता है क्योंकि इसके बिना सुहागन स्त्री का शृंगार अधूरा रहता है। मान्यता यह भी है कि जिस लड़की के हाथों में मेहंदी जितनी गाढ़ी रचती है, उसका पति उसे उतना ही अधिक प्यार करता है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार मेहंदी दुल्हन को तनाव से दूर रहने में सहायता करती है। मेहंदी की ठंडक और ख़ुशबू दुल्हन को ख़ुश व ऊर्जावान बनाए रखती है।

 

4 . सिंदूर

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सिंदूर को सुहाग का प्रतीक माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सिंदूर लगाने से पति की आयु लंबी होती है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, सिंदूर महिलाओं के रक्तचाप को नियंत्रित करता है। सिंदूर महिला के शारीरिक तापमान को नियंत्रित कर उसे ठंडक देता है और शांत रखता है।

 

5 . गजरा 

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मां दुर्गा को मोगरे का गजरा बहुत प्रिय है। माना जाता है कि अगर घर की लड़की या महिलाएं इन फूलों को सिर में लगाएं तो घर में खुशहाली आती है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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विज्ञान के अनुसार, मोगरे के फूलों की महक हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। मोगरे की ख़ुशबू तनाव को दूर करने में सबसे ज़्यादा सहायक होती है।

 

6 . मांग टीका

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माथे के बीचों-बीच पहने जाने वाला मांग टीका सिर के बीचों-बीच इसलिए पहनाया जाता है ताकि वह शादी के बाद हमेशा अपने जीवन में सही और सीधे रास्ते पर चले।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार मांगटीका महिलाओं के शारीरिक तापमान को नियंत्रित करता है, जिससे उनकी सूझबूझ व निर्णय लेने की क्षमता बढ़ती है।

 

7 . काजल 

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महिलाएं अपनी आंखों की सुंदरता बढ़ाने के लिए काजल लगाती हैं। इसके अलावा काजल बुरी नजर से भी आपको बचाए रखता है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, काजल आंखों को ठंडक देता है। आंखों में काजल लगाने से नुक़सानदायक सूर्य की किरणों व धूल-मिट्टी से आंखों का बचाव होता है।

 

8. कमरबंद 

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कमरबंद कमर में पहना जाने वाला आभूषण है। कमरबंद इस बात का प्रतीक है कि सुहागन अब अपने घर की स्वामिनी है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, चांदी का कमरबंद पहनने से महिलाओं को माहवारी तथा गर्भावस्था में होनेवाले सभी तरह के दर्द से राहत मिलती है। चांदी का कमरबंद पहनने से महिलाओं में मोटापा भी नहीं बढ़ता।

 

9 . चूड़ियां 

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चूड़ियां सुहाग का प्रतीक मानी जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि सुहागिन स्त्रियों की कलाइयां चूड़ियों से भरी होनी चाहिए।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, चूड़ियों से उत्पन्न होनेवाली ध्वनि महिलाओं की हड्डियों को मज़बूत करने में सहायक होती है। महिलाओं के रक्त के परिसंचरण में भी चूड़ियां सहायक होती हैं।

 

10 . नथ 

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विवाहित स्त्री के लिए नाक में आभूषण पहनना जरुरी होता है। नाक में नथ या लौंग उसके सुहाग की निशानी मानी जाती है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार नथ पहनने का सीधा संबंध उनके गर्भाशय से है। हमारे नाक की कुछ नसें गर्भ से जुड़ी होती है जिसके कारण डिलीवरी के समय कम दर्द सहना पडता है।

 

11 . बाजूबंद 

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कड़े के सामान आकृति वाला यह आभूषण बाहों में पूरी तरह कसा जाता है। ऐसी मान्यता है कि स्त्रियों को बाजूबंद पहनने से परिवार के धन की रक्षा होती है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, बाजूबंद बाजू पर सही मात्रा में दबाव डालकर रक्तसंचार बढ़ाने में सहायता करता है।

 

12 . कानों के झुमके 

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कानों के झुमके चेहरे की सुंदरता को बढ़ाने का काम करता है। मान्यता है कि विवाह के बाद बहू को खासतौर से पति और ससुराल वालों की बुराई करने और सुनने से दूर रहना चाहिए।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार हमारे कर्णपाली (ईयरलोब) पर बहुत से एक्यूपंक्चर व एक्यूप्रेशर पॉइंट्स होते हैं, जिन पर सही दबाव दिया जाए, तो माहवारी के दिनों में होनेवाले दर्द से राहत मिलती है।

 

13 . पायल 

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पायल जहां पैरों की सुंदरता को बढ़ाती है। वहीं प्राचीन समय में पायल विशेष संकेत के लिए पहनी जाती थी। ताकि कोई स्त्री कहीं आए या जाए तो पायल से उसके आने-जाने का संकेत मिलता रहे। पायल पहनने से महिलाओं को कई स्वास्थ्य से संबंधित लाभ भी मिलते है। वास्तुशास्त्र के अनुसार पायल के स्वर से नकारात्मक ऊर्जा भी दूर होती है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, चांदी की पायल महिला को जोड़ों व हड्डियों के दर्द से राहत देती है। साथ ही पायल के घुंघरू से उत्पन्न होनेवाली ध्वनि से नकारात्मक ऊर्जा घर से दूर रहती है।

 

14 .बिछिया 

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पैरों के अंगूठे और छोटी अंगुली को छोड़कर बीच की तीन अंगुलियों में चांदी का बिछुआ पहना जाता है। शादी में फेरों के वक्त यह रस्म इस बात का प्रतीक है कि दुल्हन शादी के बाद आने वाली सभी समस्याओं का हिम्मत के साथ मुकाबला करेगी।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, महिलाओं के पैरों की उंगलियों की नसें उनके गर्भाशय से जुड़ी होती हैं, बिछिया पहनने से उन्हें गर्भावस्था व गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं से राहत मिलती है। बिछिया पहनने से महिलाओं का ब्लड प्रेशर भी नियंत्रित रहता है।

 

15 . अंगूठी 

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बाएं हाथ की तीसरी उंगली में पहनी गई सगाई की अंगूठी विवाहित जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखती है। यह पति-पत्नी के आपसी प्यार और विश्वास का प्रतीक माना जाता रहा है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, अनामिका उंगली की नसें सीधे हृदय व दिमाग़ से जुड़ी होती हैं, इन पर प्रेशर पड़ने से दिल व दिमाग़ स्वस्थ रहता है।

 

16 . मंगल सूत्र 

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विवाहित स्त्री का सबसे खास और पवित्र गहना मंगल सूत्र माना जाता है। यह मंगलसूत्र विवाहित महिलाओं का रक्षा कवच और सुहाग और सौभाग्य की निशानी होती है।

 

वैज्ञानिक मान्यता 

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वैज्ञानिक मान्यताओं के अनुसार, मंगलसूत्र सोने से निर्मित होता है और सोना शरीर में बल व ओज बढ़ानेवाली धातु है, इसलिए मंगलसूत्र शारीरिक ऊर्जा का क्षय होने से रोकता है।

राजेन्द्र गुप्ता,

ज्योतिषी और हस्तरेखाविद

मो. 9611312076

_तुर्की में भूकंप आया।_* 

*_सारा मुल्क तहस नहस हो गया। एंडिआराएफ का एक दल बचाव कार्य हेतु तुर्की गया। इस दल में दो ट्रेंड कुत्ते भी थे ना जाने कितनों की जान बचाई। ना जाने कितनों के घावों पर मरहम लगाया।_*

*_एक एक व्यक्ति को जीवित बचाने के लिऐ जी जान फूंक दी….दिन रात एक कर दिया।_* 

*_लेकिन_*

*_इनका कहीं जिक्र नहीं होगा। शायद ही बिकाऊ मीडिया के किसी चैनल या अखबार के किसी कोने में इनकी तस्वीर दिखाई जाएगी।_*

*_कहीं इनका नाम नहीं आएगा। कहीं जिक्र भी हुआ तो कहा जाएगा की जो इन्होंने किया वह इनकी …..”ड्यूटी ” थी।_*

*_दिल से ड्यूटी निभाने वालों के नाम छपने चाहिए।_*

*_जिस दिन एक आम नागरिक समझ गया की दिल से ड्यूटी निभाने वालों का दिल सम्मान करना हर नागरिक की ड्यूटी है उस दिन प्रशासन और पब्लिक के बीच की दूरी कम हो जाएंगी।_*

*_स्वयं को राष्ट्र के प्रति समर्पित कर चुका एक बहुत बड़ा वर्ग आपकी जेब में धरे गुलाबी नोटों का नहीं अपितु आप के दिल में छिपे आदर और सम्मान का भूखा है।_*

*_यह वर्ग राष्ट्र की जड़ है। जड़ दिखाई नहीं देती लेकिन वृक्ष उसी के दम पर खड़ा होता है।_*

*_”जय श्रीराम”_*

*भारत के वर्तमान “विदेश मंत्री” एस. जयशंकर जी, जिन्हें हम दुसरा चाणक्य भी बुलाते हैं, उन्होंने ‘जॉर्ज सोरोस’ को करारा जवाब देते हुए कहा,*
*न्यूयॉर्क में बैठा एक पुराना अमीर व्यक्ति, जो दुसरो के खिलाफ अपना गलत विचार रखता है, कभी भी अपने देश अमेरिका की चुनाव व्यवस्था की ‘विश्वसनीयता’ पर सवाल नहीं उठाया है !*
*जहां की अदालतें हार जीत का फैसला करते हैं…!?*
*क्या लताड़ लगाई जयशंकर साहब ने.*

*अपने बनाए हुए वामपारिस्थितिक तंत्र की “पेंडोरा” बॉक्स में छुपा हुआ असहिष्णुता की कोढ़ का मारा शैतान जॉर्ज सोरोस जब भारत के खिलाफ षड्यंत्र रचने वाले अपने प्यादों की हार होते हुआ देखी तो ‘ऊदबिलाव’ की तरह अपने बिल से बाहर आकर खुल्लम खुल्ला भारत के खिलाफ जहर उगलने लगा ?*
*आप लोगों को क्या लगता है कि, वह अपने आप अपने बिल से बाहर आ गया ?*
*यदि आप येसे सोचते हैं तो आप गलत हैं*
*क्योंकि, भारत ने उसे मजबूर कर दिया बाहर आने के लिए ?*
*ताकि दुनिया को उसकी असली चेहरा तो पता चले.*

*भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर जी ने ‘जॉर्ज सोरोस’ पर पलटवार करते हुए कहा कि,*
*सोरोस न्यूयॉर्क में बैठा एक पुराना, अमीर और गलत विचारों वाले व्यक्ति है,*
*जो अभी भी यह सोचता है कि पूरी दुनिया को उसके हिसाब से काम करना चाहिए,*
*जॉर्ज सोरोस जैसे लोग, वास्तव में Propaganda को आकार देने में अपने संसाधनों को निवेश करते हैं !*
*’सोरोस’ जैसे व्यक्तियों को लगता है कि, जिस व्यक्ति को वो देखना चाहते हैं और वह जीत जाता है तो उनके लिए चुनाव अच्छा है.*
*अगर चुनाव का नतीजा कुछ और होता है तो वह लोकतंत्र को दोषपूर्ण कहना शुरू कर देते हैं !*

*जयशंकर जी ने आगे कहा कि जब मैं अपने स्वयं के ‘लोकतंत्र’ को देखता हूं, तो, आज मैं एक मतदाता हूं.*
*ये अभूतपूर्व है,*
*चुनावी परिणाम जो निर्णायक हैं,*
*और चुनावी प्रक्रिया जिस पर सवाल नहीं उठाया जाता है.*
*लेकिन हम उन देशों में से नहीं हैं, जहां चुनाव के बाद कोई अदालत में जाकर मध्यस्थता करता है.*

*आज तक अमेरिकी ‘चुनाव व्यवस्था’ पर कोई भी देश ने सवाल खड़ा करने का साहस नहीं किया था,*
*परंतु हमारे विदेश मंत्री जी ने जॉर्ज सोरोस को लताड़ लगाते हुए उसके देश अमेरिका की चुनाव व्यवस्था पे भी सवालिया निशान लगा दिया है,*
*अब अमेरिका इसे ना पचा पा रहा है, ना उगल पा रहा है…*