आज का पंचाग आपका राशि फल, हरिद्वार और हरद्वार में कोई विभेद नहीं है, मणिपुर हिंसा के पीछे कारण : मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह का अनुशासन ड्रग डीलरों, मिशनरियों और विपक्ष के लिए बड़ी समस्या, वहां की मूल निवासी मैतेई का जनजाति का दर्जा व भूमि छिन जाना, २०२४ में विपक्षी गठबंधन की रणनीति केवल हंगामा रहेगी!

शिव स्तुति

ॐ वन्दे देव उमापतिं सुरगुरुं,

वन्दे जगत्कारणम् ।

वन्दे पन्नगभूषणं मृगधरं,

वन्दे पशूनां पतिम् ॥

वन्दे सूर्य शशांक वह्नि नयनं,

वन्दे मुकुन्दप्रियम् ।

वन्दे भक्त जनाश्रयं च वरदं,

वन्दे शिवंशंकरम् ॥

मंत्र का अर्थ – मैं उमापति, देवगुरू, जो ब्रह्मांड के कारण हैं, को नमन करता हूँ। मैं उनको नमन करता हूँ जिनका आभूषण सर्प है, जो मृगधर हैं एवं जो सभी प्राणियों के स्वामी हैं। सूर्य, चंद्रमा और अग्नि जिनके तीन नेत्र हैं और जो विष्णु प्रिय हैं, मैं उन्हें नमन करता हूँ। मैं भगवान शंकर को नमन करता हूँ जो सभी भक्तों को शरण देने वाले हैं, वरदानों के दाता हैं एवं कल्याणकारी हैं।

ॐ नमः शिवाय 🌹🌹🙏🙏

‌‌   *༺𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝༻​​*
*श्री हरिहरौ*
*विजयतेतराम*

*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_सोमवार, ३१ जुलाई २०२३_*
*═══════⊰⧱⊱═══════*

सूर्योदय: 🌄 ०५:५४
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१२
चन्द्रोदय: 🌝 १८:२१
चन्द्रास्त: 🌜०४:३५
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)
मास 👉श्रावण(प्रथम, अधिक)
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 त्रयोदशी (०७:२६
से चतुर्दशी)
नक्षत्र 👉 पूर्वाषाढ (१८:५८
से उत्तराषाढ)
योग👉विष्कुम्भ(२३:०५ से प्रीति)
प्रथम करण👉तैतिल(०७:२६तक)
द्वितीय करण👉गर(१७:४१तक)
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 मकर (२४:१६ से)
मंगल🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟सिंह (उदय, पश्चिम, मार्गी)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र🌟सिंह (उदित, पश्चिम)
शनि 🌟 कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५६ से १२:५०
अमृत काल 👉 १४:४१ से १६:०७
रवियोग 👉 ०५:३५ से १८:५८
विजय मुहूर्त 👉 १४:३९ से १५:३४
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:११ से १९:३२
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:११ से २०:१४
निशिता मुहूर्त 👉 ००:०३ से ००:४४
राहुकाल 👉 ०७:१७ से ०८:५९
राहुवास 👉 उत्तर-पश्चिम
यमगण्ड 👉 १०:४१ से १२:२३
होमाहुति 👉 चन्द्र
दिशाशूल 👉 पूर्व
अग्निवास 👉 पृथ्वी (०७:२६ तक)
भद्रावास 👉 पाताल (०३:५१ से)
चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण ००:१६ से)
शिववास 👉 नन्दी पर (०७:२६ से भोजन में, ०३:५१ से श्मशान में)
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
☄चौघड़िया विचार☄
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – अमृत २ – काल
३ – शुभ ४ – रोग
५ – उद्वेग ६ – चर
७ – लाभ ८ – अमृत
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – चर २ – रोग
३ – काल ४ – लाभ
५ – उद्वेग ६ – शुभ
७ – अमृत ८ – चर
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
दक्षिण-पूर्व (दर्पण देखकर अथवा खीर का सेवन कर यात्रा करें)
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
◆◆◆◆◆◆◆◆◆
वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः १०:५१ से दोपहर ०३:३७ तक आदि ।
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
आज १८:५८ तक जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वाषाढ नक्षत्र के द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (फा, ढा) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराषाढ नक्षत्र के प्रथम एवं द्वितीय चरण अनुसार क्रमशः (भे, भो, ज) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क – ०४:३५ से ०६:५६
सिंह – ०६:५६ से ०९:१५
कन्या – ०९:१५ से ११:३३
तुला – ११:३३ से १३:५४
वृश्चिक – १३:५४ से १६:२३
धनु – १६:१३ से १८:१७
मकर – १८:१७ से १९:५८
कुम्भ – १९:५८ से २१:२४
मीन – २१:२४ से २२:४७
मेष – २२:४७ से ००:२१
वृषभ – ००:२१ से ०२:१६
मिथुन – ०२:१६ से ०४:३१
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:३५ से ०६:५६
रज पञ्चक – ०६:५६ से ०७:२६
शुभ मुहूर्त – ०७:२६ से ०९:१५
चोर पञ्चक – ०९:१५ से ११:३३
शुभ मुहूर्त – ११:३३ से १३:५४
रोग पञ्चक – १३:५४ से १६:१३
शुभ मुहूर्त – १६:१३ से १८:१७
मृत्यु पञ्चक – १८:१७ से १८:५८
अग्नि पञ्चक – १८:५८ से १९:५८
शुभ मुहूर्त – १९:५८ से २१:२४
रज पञ्चक – २१:२४ से २२:४७
अग्नि पञ्चक – २२:४७ से ००:२१
शुभ मुहूर्त – ००:२१ से ०२:१६
शुभ मुहूर्त – ०२:१६ से ०३:५१
रज पञ्चक – ०३:५१ से ०४:३१
शुभ मुहूर्त – ०४:३१ से ०५:३५
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆
मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आज का दिन आपके लिये पहले की तुलना में शांति दायक रहेगा आज आध्यत्म में विशेष रूचि रहेगी पूजन-सत्संग का आयोजन करेंगे शुभ धार्मिक यात्रा पर भी जा सकते है। अधूरे कार्यो के पूर्ण होने में विलम्ब होने से हताश होंगे परंतु प्रयास करते रहे थोड़े परिश्रम के बाद सफलता मिल सकती है। पूँजी निवेश के लिए आज का दिन शुभ नहीं है। उगाही से लाभ होगा कार्य क्षेत्र पर स्त्री का सहयोग मिलेगा। परिजनों के साथ मित्रवत व्यवहार रहेगा। पारिवारिक दायित्वों की पूर्ति के कारण खर्च बढ़ने से असहज अनुभव करेंगे। आज किसी भी प्रकार के उधार व्यवहार से बचे। सेहत ठीक रहेगी लेकिन अपने कामो को छोड़ अन्य का काम करने में आलस्य दिखाएंगे।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज का दिन विपरीत फलदायी रहने से आप शारीरिक अस्वस्थ्यता अनुभव करेंगे। रक्तविकार अथवा सर्दी लगने से परेशानी होगी। कार्य क्षेत्र पर अतिरिक्त कार्य भार रहने से थकान अनुभव होगी असंयमित एवं क्रोधी व्यवहार के कारण बने हुए कार्य विवाद की भेंट चढ़ सकते है। नए कार्यो का आरंभ आज ना करें ना ही किसी को उधार दें। मध्यान बाद तक अपने आपको अकेला अनुभव करेंगे। इसके बाद परिवार के सदस्यों का सहयोग मिलने लगेगा लेकिन घरेलू आवश्यकताओं को नजरअंदाज करने से अशांति बढ़ेगी। संध्या के समय सेहत प्रतिकूल रहने पर भी मनोरंजन के अवसर तलाशेंगे। आज फिजूल खर्च से बचे ऐसे ही खर्च अधिक रहेंगे।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज का दिन भी आपके लिये शुभ फलदायी रहेगा दिन घरेलू सुख-शांति दायक रहेगा। दिन भर शारीरिक व मानसिक रूप से चुस्त रहेंगे पुराने रोग में सुधार आने से राहत मिलेगी। कार्य क्षेत्र पर कम समय देंगे इसमे भी नए प्रयोगों में रूचि दिखाएंगे। सहयोगात्मक वातावरण रहने से आवश्यक कार्य समय पर पूरा कर लेंगे सीधे की अपेक्षा अनैतिक मार्ग से लाभ होने की संभावना रहेगी कम समय में अधिक आर्थिक लाभ प्राप्त कर सकेंगे। मध्यान पश्चात मित्र-परिजनों के साथ मनोरंजन के अवसर मिलेंगे धार्मिक कार्यो में भी उपस्थिति देंगे। उत्तम भोजन वाहन सुख मिलेगा। सार्वजनिक जीवन अधिक बेहतर बनेगा उधारी वाले परेशान कर सकते है।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज का दिन आपको मिश्रित फल प्रदान करेगा। प्रातःकाल से ही शारीरिक थकान व कमजोरी अनुभव होने से आलस्य बढ़ेगा। कार्य क्षेत्र पर भी आज का दिन सामान्य रहेगा। लाभ के लिए अधिक परिश्रम करना पड़ेगा। मन में यात्रा पर्यटन के विचार बनेंगे। धार्मिक स्थान की यात्रा हो सकती है। सामाजिक कार्यो में रूचि रहने से प्रशंशा मिलेगी। आप अपनी व्यवहार कुशलता और संतोषि स्वभाव से सम्मानित होंगे। आज उधारी वसूलने में परेशानी आ सकती है। घर में मेहमानों के आने से वातावरण आनंदित होगा। पारिवारिक खर्च बढ़ने से परेशानी भी होगी। संध्या का समय अत्यन्त थकान वाला रहेगा। बाहर का खाना पेट खराब करेगा संयम बरते।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आज का दिन आपको मिश्रित फल देगा। बुद्धि विवेक रहने पर भी मन में राग-द्वेष की भावना रहने से किसी प्रिय से दूरी बन सकती है। प्रातः काल से ही बाहर घूमने-फिरने का मन बनेगा मध्यान बाद का अधिकांश समय मनोरंजन में व्यतीत करेंगे कार्य क्षेत्र पर आवेश में आकार किसी से झगड़ा मोल लेंगे। क्रय-विक्रय के व्यापार से लाभ होगा विदेशी वस्तुओ के व्यापार में निवेश आगे के लिये लाभदायक रहेगा। प्रेम प्रसंगों में आपसी सम्बन्ध बिगड़ेंगे। संध्या बाद असंयमित दिनचर्या से थकान रहेगी गैस-कब्ज-पित्त के रोग से परेशानी होगी। संध्या के समय आकस्मिक खर्च के साथ लाभ के योग भी है।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
आज का दिन आपके लिए अधिक परिश्रम वाला रहेगा। परिश्रम के बाद भी कार्यो में विलम्ब होने से हताशा बढ़ेगी। दिन का अधिकांश समय अशान्त रहेगा। छोटी सी बात पर घरेलु कलह विकराल रूप ले सकती है। मन में नकारात्मकता हावी रहने से कई बार दुविधा की स्थिति बनेगी। नए कार्यो को आज आरम्भ न करें प्रलोभन में पड़ने से हानि हो सकती है। आकस्मिक यात्रा के योग बनेंगे यात्रा में चोटादि का भय है सावधान रहें। सरकारी दस्तावेजो को संभाल कर रखें। संतान के कारण हानि हो सकती है। किसी विदेशी अथवा दूर रहने वाले व्यक्ति से लाभ हो सकता है। क्रोध पर संयम रखें। सेहत ठीक रहेगी लेकिन मन पर संयम नही रहेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिए व्यस्तता से भरा रहेगा। दिन आप के लिए लाभदायक रहेगा। आज स्वास्थ्य उत्तम बना रहेगा।बीते दिनों की तुलना में आज कार्यो में आसानी से सफलता मिलने से आत्मविश्वाश बढ़ेगा। घर एवं कार्य क्षेत्र पर व्यवस्थाएं सुधारने में अधिक समय देंगे बदलाव लाने के लिए खर्च भी कर सकते है। आर्थिक लाभ के लिए अधिक प्रयत्न करना पड़ेगा मध्यान के समय किसी मनोकामना की पूर्ति होने से प्रसन्न रहेंगे। परिवार के साथ मिलकर किसी शुभ आयोजन या पर्यटन के अवसर मिलेंगे ननिहाल पक्ष से शुभ समाचार मिलेंगे। लेकिन सरकार की तरफ से अशुभ समाचार भी मिल सकते है। यात्रा से थकान होगी।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज का दिन भी आपके लिए शुभफलदायी रहेगा। दिन के आरंभ में थोड़ी सुस्ती दिखाएंगे काम की अपेक्षा आराम का मन रहेगा लेकिन मध्यान के समय आज आप अपने कार्यो को उत्साह से निर्धारित समय पर पूर्ण कर पाएंगे। नए कार्यो का आरम्भ अथवा व्यापार में निवेश लाभदायक सिद्ध होगा लेकिन विदेशी वस्तुओ के व्यापार में आज निवेश ना करें। कार्य क्षेत्र या घर में परिवर्तन अथवा साज सज्जा में बदलाव भी कर सकते है समाज के प्रतिष्ठित लोगो से सम्मान मिलेगा लेकिन आर्थिक लाभ थोड़ा विलम्ब से होगा। दाम्पत्य सुख उत्तम रहेगा सुख सुविधा जुटाने पर खर्च करेंगे आकस्मिक यात्रा से लाभ होगा। संध्या के समय पेट सम्बंधित परेशानी हो सकती है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज का दिन आपके लिए सुख-शांति वाला रहेगा। मित्र-परिजन के साथ मनोरंजन के लिए पर्यटक स्थल पर जाने का अवसर मिलेगा। खर्च अधिक रहने से धन सम्बंधित समस्याएं भी बनेंगी। पारिवारिक सदस्यों का आज कार्य क्षेत्र पर सहयोग मिलेने से थोड़े परिश्रम के बाद आशा से अधिक लाभ प्राप्त करेंगे। परिवार में उल्लास का वातावरण रहेगा आज आप मित्र परिजनों के साथ ज्यादा समय बिताना पसंद करेंगे। फिजूल खर्ची से बचें। महिलाओ का शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा रहने से अधूरे कार्यो को उत्साह से पूर्ण करेंगी लेकिन मिजाज का पता नही रहेगा रंग में भंग भी डाल सकती है। संताने जिद कर बजट से अधिक खर्च करवाएंगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का दिन आपके लिए प्रतिकूल परिस्थितियों वाला रहेगा जहां से लाभ की उम्मीद रहेगी वहां से निराशा मिलेगी। मध्यान तक मन में किसी अरिष्ट की आशंका से भयभीत रहेंगे। क्रोध भी आज अधिक रहने से व्यर्थ विवाद की संभावना अधिक रहेगी। किसी ग़लतफ़हमी के कारण स्वजनों से मनमुटाव होगा कार्य क्षेत्र पर भी हानि के योग है। संतान से पुराने मतभेद उभरने से पारिवारिक वातावरण अशान्त होगा। आर्थिक स्थिति बिगड़ने से कर्ज लेना पड़ सकता है। कार्य क्षेत्र पर आरंभिक बिक्री के बाद आज उदासीनता छायी रहेगी। बीमारी पर खर्च होगा। बुजुर्गो के साथ समय बिताएं मार्गदर्शन मिलेगा। यात्रा से लाभ कम थकान ज्यादा होगी।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज का दिन भी आपके अनुकूल रहेगा। आज दिन भर शारीरिक और मानसिक स्फूर्ति रहेगी। आपका सामाजिक व्यवहार बढ़ेगा दिन के पूर्वार्ध में आपके समस्त कार्य सरलता से बनते चले जायेंगे लेकिन
लाभ के लिए इन्तजार करना पड़ेगा धन को लेकर किसी से बहस भी होगी। नौकरी पेशाओ को अतिरिक्त कार्य मिलने से असुविधा होगी काम लापरवाही से करेंगे। मध्यान के बाद का समय मनोरंजन में बिताएंगे। मित्रो के साथ बाहर घूमने का अवसर मिलेगा। ससुराल से लाभ होगा। पारिवारिक दायित्व बढ़ने से व्यस्तता रहेगी। स्वभाव में भावुकता एवं कामुकता अधिक रहने से अन्य व्यक्ति इसका गलत फायदा उठा सकता है।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज का दिन आपके अनुकूल रहेगा। आज कार्यो में मनचाही सफलता मिलने से प्रसन्न रहेंगे। लेकिन सरकारी कार्य करने के लिए आज का दिन ठीक नही उलझने बढ़ेंगी अधूरे रहेंगे। आज घर एवं बाहर क्लेश मुक्त वातावरण बनने से राहत मिलेगी रिश्तेदारो से लाभ के अवसर मिलेंगे। नौकरीपेशा जातको को मेहनत का उचित फल मिलेगा विरोधियो पर विजय प्राप्त करेंगे कोई शुभ समाचार मिलने से मन प्रसन्न रहेगा लेखक, साहित्यकार एवं पत्रकारों के लिए आज का दिन विशेष लाभदायक रहेगा। मित्र परिजनों के साथ संध्या का समय आनंद से बितायेंगे। महिला मित्र से मधुर मुलाकात होगी।।
◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆◆

*”क्यों हर और हरि, दोनों को प्रिय है हरद्वार और हरिद्वार”*

हरद्वार जिसे हरिद्वार के नाम से भी जाना जाता है। इसकी महिमा अनन्त है, जिसे शास्त्रों अथवा पुराणों में बहुत गाया और बताया गया है लेकिन ये महिमा क्यों है? इसके कारण क्या हैं?

१. हरद्वार को सर्वप्रथम हर का द्वार कहा जाता है क्योंकि हरद्वार अर्थात हर (देवो के देव महादेवजी) के कैलाश से जुड़ी पर्वत श्रृंखलाओं के पर्वत हरद्वार से शुरू होते हैं, जो हर (देवाधिदेव महादेव) के द्वार कैलाश तक जाते हैं और हरद्वार महादेवजी का अत्यंत प्रिय स्थान भी है। इसी कारण से भी इसे हर का द्वार कहा जाता है द्वार हर तक जाने का।

२. हरिद्वार वह स्थान है जो संसार मे दूसरे स्थान पर बसा था अर्थात पृथ्वी पर सर्वप्रथम काशी मुक्तिक्षेत्र अर्थात आनंदवन की रचना हुई थी जिसे भगवान सदाशिव ने अपने शिवलोक में त्रिशूल से रचकर धरती पर स्थापित किया जो मुक्ति देने वाली काशी के नाम से त्रिलोक में विख्यात है।उसके बाद ब्रह्मा जी ने अपने पुत्र दक्ष प्रजापति को राज करने के लिए धरती पर जो स्थान प्रदान किया वो हरिद्वार ही था। यहीं पर राजा दक्ष ने अपनी नगरी बसाई थी और यहीं पर वो राज करते थे।यही दक्षपुरी के नाम से पुराणों में वर्णित स्थान है। ये संसार में बसा दूसरा नगर था। पहला काशी दूसरा हरिद्वार इसलिए भी इसकी महिमा है।

३. हरिद्वार में कुम्भ से छलका अमृत गिरा था जिसे स्वर्भानु नामक दैत्य लेकर भाग रहा था जो बाद में विष्णु भगवान के द्वारा सर-विच्छेद के कारण राहु-केतु के रूप में जाना गया और नवग्रहों में स्थापित हुआ। अमृत छलककर गिरने के कारण भी हरिद्वार की महिमा बढ़ी और ये कुंभनगरी बना जहां हर 12 वर्ष बाद कुम्भ होने लगा।

४. पुराणों और शोध में मिले तथ्यों से स्पष्ट हुआ है कि धरती पर सर्वप्रथम भगवान विष्णु के चरण जिस स्थान पर पड़े वो हरिद्वार ही था। बाद में हरिद्वार के मायापुरी क्षेत्र में ही भगवान विष्णु और माता महालक्ष्मी का विवाह संपन्न हुआ था।

इन्हीं दोनों कारणों से ये स्थान भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी को अत्यंत प्रिय हुआ और इसे भगवान हरि ने अपने नाम से सम्बोधित करके हरिद्वार बनाया तबसे इसके दो नाम पड़े हर का द्वार हरद्वार और हरि का भी द्वार हरिद्वार।संसार का पहला क्षेत्र जो हर और हरि दोनों को अतिप्रिय है और दोनों के नाम से जाना जाता है।

५. राजा दक्ष ने परमेश्वरी माता आदिशक्ति की तपस्या करके उनसे पुत्री रूप में अपने घर जन्म लेने का वर मांगा था तो माँ उसके घर पैदा हुई।राजा दक्ष की पुत्री सती के रूप मे आदिशक्ति स्वरूपा भगवती माता सती का जन्म इसी हरिद्वार में हुआ था।

यहीं उनका बालपन और युवावस्था गुजरी। यहीं पर उन्होंने तप करके महादेवजी को पति रूप में प्राप्त किया तब भगवान महादेवजी ब्रह्मा, विष्णुजी, इंद्र, सूर्य,चन्द्र आदि देवों व लक्ष्मी, सरस्वती, इंद्राणी, गायत्री आदि देवियों और ऋषि मुनियों तथा अपने गणों सहित बारात लेकर यहां पर आए थे और माता सती से विवाह किया था। इस कारण से भी हरिद्वार की महानता बढ़ती है।

६. राजा दक्ष ने विश्व विख्यात जो यज्ञ किया था वो भी हरिद्वार के कनखल क्षेत्र में ही किया था जहां राजा दक्ष का महल था।

७. गंगोत्री जहां से गंगाजी का उद्गम है उसका रास्ता भी हरिद्वार से होकर ही जाता है। गंगाजी हरिद्वार से होकर ही अन्य स्थानों पर जाती हैं,इसीलिये इसकी महिमा माँ गंगा की कृपा से और भी बढ़ गयी है।

८. चारधाम गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ तक जाने से पूर्व हरिद्वार में पूजन करना अनिवार्य है जो देव आज्ञा है शास्त्रों अथवा पुराणों में क्योंकि चारधाम तक जाने का मार्ग भी हरिद्वार से होकर ही जाता है।

९. महादेवजी की पुत्री माता मनसा जो वासुकि नागों के राजा की बहन थी उनका निवास स्थान भी हरिद्वार में ही है जो माँ मनसा देवी के नाम से विख्यात है जहां हजारोन भक्तगण प्रतिदिन माँ के दर्शन करने दूर-दूर से आते है। मन की कामना पूरी करने के कारण माँ को मनसा देवी कहा जाता है।

१०. रामायणकाल में अहिरावण और महिरावण श्रीराम को जब पाताल में देवी के सामने बलि देने के लिए ले गए थे तो महादेवजी के अवतार हनुमानजी ने देवी से श्रीराम की बलि टालने का आग्रह किया था तब देवी ने हनुमानजी से कहा था – मैं इस पातालपुरी को त्यागकर शिवपुरी अर्थात हरिद्वार की पर्वत श्रृंखला पर जा रही हूं। तुम इन दोनों असुरों की बलि मुझे दो जिससे मुझे प्रसन्नता होगी और पाताल में धर्म स्थापना होगी तब जो देवी पाताल से उठकर हरिद्वार के पर्वतों पर विराजी वो माँ चंडीदेवी के नाम से विश्व विख्यात है।

रामायणकाल में रावण को जीतने के बाद और अयोध्या आने के बाद श्रीराम ने सीताजी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमानजी महाराज सहित यहां आकर माता के दर्शन किये थे और माँ चंडीदेवी का आशीर्वाद लिया था।

११. माता सती ने जब दक्ष यज्ञ में अपनी देह को यज्ञकुंड में जला दिया था तब महादेव जब उनकी देह लेकर बहुत समय तक पृथ्वी भ्रमण करते रहे और उन्होंने संसार को भुला दिया तब विष्णुजी ने अपने चक्र से सती माता के शरीर को ५२ भागों में विच्छेद किया थाजिन में से माता सती का हृदय हरिद्वार में गिरा था और मायादेवी के नाम से विख्यात हुआ। ये मायादेवी हरिद्वार के निवासियों की कुल देवी बनी और हरिद्वार की महिमा और बढ़ गई।

१२. ऋषि,मुनियों,अवतारों तथा देवी देवताओं की अतिप्रिय स्थली होने के कारण ही इसे देवभूमि हरिद्वार भी कहते हैं।

१३. जिस पहाड़ की चोटी पर बैठकर महादेव ने दक्ष यज्ञ विध्वंस हेतु वीरभद्र, देवी महाकाली, भैरव, क्षेत्रपाल, नंदी, नवदुर्गा आदि सेना का नेत्तृत्व किया था वो पहाड़ की चोटी भी हरिद्वार में ही है जो नीलपर्वत के नाम से जानी जाती है।

१४. हरिद्वार संसार का एक मात्र स्थान है जो महादेव, आदिशक्ति, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी इन चारों को अतिप्रिय है, इसीलिए यहां पर पूरे वर्ष हर, हरि और माँ के भक्तों का आवागमन लगा रहता है। श्रद्धालु दूर-दूर से इस दिव्य स्थान पर दर्शन हेतु आते हैं।

१५. भीम ने अपने गोडे तक जल भरकर जिस स्थान पर तप किया था वो भीमगोडा कहलाया, जो हरिद्वार में ही है। हरिद्वार की महिमा अनन्त है जो सतयुग से महाभारत काल तक की अनेक कथाओं और चमत्कार से भरी हुई है।

*मणिपुर का सारा खेल सरल भाषा में समझें….* 🙏

मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ड्रग डीलरों, मिशनरियों और विपक्ष के लिए एक बड़ी समस्या हैं।

पिछले कुछ वर्षों में मणिपुर राज्य सरकार द्वारा के द्वारा पकड़ा गया नशीली दवाओं का विवरण नीचे दिया गया है। 

मादक पदार्थों की माहवार बरामदगी इस प्रकार है:

1. मार्च’23 – ₹56.5 करोड़

2. फ़रवरी’23 – ₹25 करोड़

3. फरवरी’23 – ₹2.7 करोड़

4. अगस्त’22 – ₹82 करोड़

5. जून’22 – ₹2.76 करोड़

6. मई’22 – ₹31 करोड़

7. दिसंबर 21 – ₹508 करोड़

8. सितम्बर’21 – ₹90 करोड़

9. फरवरी’21 – ₹14 करोड़

10. दिसंबर’20 – ₹165 करोड़

11. नवंबर’20 – ₹3.3 करोड़

12. नवंबर’19 – ₹50 करोड़

13. अगस्त’19 – ₹400 करोड़

14. जून’19 – ₹ 100 करोड़

15. जनवरी’19 – ₹5.78 करोड़

16. जून’18 – ₹40 करोड़

कुल ₹1576 करोड़ की ड्रग्स का भंडाफोड़।

म्यांमार, थाईलैंड और मणिपुर को *गोल्डन ट्राइएंगल ऑफ ड्रग्स* बोला जाता है। ड्रग्स के पैसे का इस्तेमाल आतंकवाद, मिशनरियों द्वारा धर्मांतरण और देश विरोधी गतिविधियों में होता है। वीरेन सिंह जी ने इसी पर हमला बोला है। 

मोदी जी और राज्य सरकार ने इन सभी अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाया है। इसलिए, वे अब उन्हें बाहर करने के लिए कारण ढूंढ रहे हैं।

नशीली दवाओं के तस्कर चाहते हैं कि वीरेन सिंह जी चले जाए। ईसाई मिशनरी चाहते हैं कि वीरेन सिंह चले जाए। विपक्ष चाहता है कि वो चले जाए!

इसके लिए एक साजिश रची गई।विदेशी आतंकवादियों (मूल रूप से रोहिंग्या और बांग्लादेशी) का उपयोग करके हिंसा फैलाई गई और सैकड़ों मूल हिंदुओं की हत्या कर दी गई, बलात्कार किया गया, लूटपाट की गई, उनके घरों और गांवों में आग लगा दी गई, लाखों लोग पलायन को मजबूर किए गए। ताकि राज्य में कानून व्यवस्था चरमरा जाए, जनता वीरेन सिंह से इस्तीफा मांगने लगे। लेकिन मोदी जी पूरी दृढ़ता से वीरेन सिंह जी के साथ खड़े रहे।

जब तक हिन्दू मैती समाज मारा जा रहा था तब तक सारा विपक्ष शांत रहा। 

फिर आए अमित शाह जी…सेना लेकर और उन्होंने देखते ही गोली मारने का आदेश दिया। बाजी पलट गई। आतंकवादी और दंगाई मारे जाने लगे। 

फिर क्या था…सारा विपक्ष गला फाड़-फाड़ कर रोने लगा।

कांग्रेस ने दो महीने पहले, 04 मई 2023 को घटित घटना का विडियो संसद के मॉनसून सत्र शुरू होने के ठीक एक दिन पहले यानि 19 जुलाई 2023 को वायरल कर दिया। ताकि मोदी सरकार को देश और दुनिया में बदनाम कर दवाब बनाया जा सके, वीरेन सिंह का इस्तीफा लिया जा सके और 2024 के लिए मोदी जी के खिलाफ माहौल बनाया जा सके। 

*कांग्रेस का इतिहास रहा है…कांग्रेस ऐसे हीं काम करती है…70 सालों तक जनता को ऐसे हीं मूर्ख बना कर शासन किया है। इंदिरा गांधी ने ऐसे हीं बाबू जगजीवन राम जी को प्रधानमंत्री नहीं बनने दिया था…उनकी होने वाली बहु की अर्धनग्न तस्वीर अखबारों में वायरल कर।*

याद है, कुछ दिन पहले राहुल गांधी विदेश गया था? अमेरिका और यूरोप से मोदी जी को हटाने के लिए मदद मांगी थी? 

अब यूरोपीय संसद मणिपुर पर चर्चा करना चाहती है। 

आप स्वयं समझ सकते हैं कि कांग्रेस कितनी खतरनाक है।

2024 के चुनाव में मोदी जी को हराने के लिए पूरा विश्व लगा हुआ है…क्या अमेरिका, क्या चीन, क्या यूरोप, जिहादी, मिशनरी, वामपंथी, देशद्रोही, लालची हिन्दू।

मोदी जी के साथ सिर्फ कुछ गिने चुने लोग हैं। उनकी असली ताकत आप हैं…सिर्फ आप हैं मोदी जी की ताकत हैं। 2024 तक मोदी जी पर लेस मात्र भी शक किए हुए खड़े रहिए, सब मंगल होगा। 🚩🙏🏻

Senior Lawyer Supreme court

Mr. Harish Salve alerts .

Read carefully. Very very important msg. Pl don’t skip.

*चेतावनी:*

बीजेपी को अगस्त में राज्यसभा में बहुमत मिलेगा और 25 अगस्त से 31 मार्च के बीच सबसे अहम बिल पॉपुलेशन कंट्रोल बिल के साथ 25 नए बिल पास होंगे. ध्यान रखें कि यह हमारे जीवन का सबसे कठिन समय होगा।

मैं सभी से अभी से तैयारी करने का आग्रह करता हूं। अपने आसपास के लोगों से सावधान रहें। उन्हें समझाएं कि हमें उस समय बहुत ही समझदारी और सावधानी से काम लेना चाहिए।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उस समय हमें अपने परिवार और समाज के लोगों की रक्षा करनी होती है। अगर इसकी पहले से तैयारी नहीं की गई तो बड़ा हादसा हो सकता है।

जब ये सभी बिल पास हो जाएंगे तो एक बार में पूरे देश में बड़ा गृहयुद्ध छिड़ सकता है।

आप तैयार हों या न हों, विरोधियों की तैयारी जबरदस्त है। इनकी तैयारी के सैंपल दिल्ली और बेंगलुरु में देखे गए हैं।

वहीं, चीन और पाकिस्तान से युद्ध की प्रबल संभावना है। सेना सीमा पर व्यस्त रहेगी, जिसका अर्थ है कि वह देश के अंदर कुछ भी करने की स्थिति में नहीं होगी।

इसलिए हमारी एकता और समझ में फायदा है।

* क्या करें? *

एक दिन और समय निर्धारित करके अपने 8-10 पड़ोसियों के साथ समुदाय में कहीं बैठें। फिर अगले दो दिनों में और 8-10 लोगों को इकट्ठा करें और उन्हें बताएं कि हम यहां हर हफ्ते बैठेंगे। यही प्रक्रिया दो-तीन बार दोहराने से आपकी पूरी गली साप्ताहिक सभा में आ जाएगी।

अगर वे मंदिर में इकट्ठा हो रहे हैं, तो पूजा के बाद, उनसे धर्म, जाति विनाश, स्वच्छता, सहयोग, स्वास्थ्य, समाज, शहर और देश के बारे में बात करें कि इस सुरक्षा चक्र में इस बार कोई भी जिहाद नहीं कर सकता। अंदर मत आओ।

प्रसारण करें, प्रचार करें, कड़ी मेहनत करें ताकि हर गली में एक अच्छी सुरक्षा व्यवस्था हो और हर गली में हर मंदिर पूरे देश में इस नारे के साथ गूंजता रहे। बात करो। हर गली में हिंदू एकता।

*गणित से समझें*

*आजादी के 73 सालों में भारत में मुसलमानों की आबादी 3 करोड़ से बढ़कर 30 करोड़ हो गई है, तो हमारे बेटे की उम्र यानी अगले 70 साल (2090) में उनकी कितनी आबादी होगी? दस गुना सोचे फिर 300 करोड़ ज्यादा….*

1-हमारी संपत्ति का क्या होगा?

2-हमारे व्यापार का क्या होगा?

3-हमारे काम के बारे में क्या?

4-हमारे मंदिरों का क्या होगा?

5-स्कूल जाने वाली हमारी बेटी का क्या होगा?

6-हमारे संविधान का क्या होगा?

7-हमारे आरक्षण का क्या होगा?

8-हमारे नेतृत्व का क्या होगा?

9-हमारी जाति के लोगों का क्या होगा?

*तो क्या हमारी स्वार्थी बुद्धि कोई समाधान ला सकती है?* नहीं, तो कश्मीरी हिन्दुओं का जो हुआ वही होगा।

*उन्हें अभी भी भारत में शरण लेनी थी* आपके पास क्या होगा। *इसलिए आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए सीएए, एनआरसी, एनपीआर और जनसंख्या नियंत्रण विधेयक अनिवार्य हैं। *

* मैं तैयार हूं और मैं अगले 5 ग्रुप को जोड़ रहा हूं और मैं उन पांच को अगले 5 लोगों को भी जोड़ने का प्रयास करने के लिए कहूंगा।

*केवल पांच ग्रुप को फॉरवर्ड करें और पांच ग्रुप को फॉरवर्ड करने की जिद करें जय हिंद*

Leeladhar Dhote UCC NRC CAA samarthak

*२०२४ के लिए गठबंधन की रणनीति *२०२४ में विपक्षी गठबंधन की रणनीति केवल हंगामा रहेगी! 

*मणिपुर जैसी घटनाओं को वामपंथी, कांग्रेसी कैसे २०२४ के लिए प्रयोग कर सकते हैं ?*

________________

*मणिपुर में मैतई हिन्दू और कुकी ईसाई के बीच संघर्ष हुआ है।*

*अब ऐसी घटनाओं पर वामपंथी, कांग्रेसी क्या करते हैं ?*

*वामपंथियों, कांग्रेसियों का शुरू से एन्टी हिंदू रुख रहा है*

*तो जाहिर सी बात है वह इस घटना में कुकी ईसाई का ही साथ देंगे और दे रहे हैं।*

*जब कुकी ईसाई का साथ देकर मामला पूरा खराब हो जाएगा,*

*(जो कि हो चुका है)*

*तब यह विस्थापित मैतई हिंदुओं के पास जाएंगे,*

*और उन्हें बरगलायेंगे कि तुम्हारी इस हालत के लिए केवल और केवल भाजपा सरकार ही ज़िम्मेदार है।*

*भाजपा सरकार के कारण तुम्हारे परिजनों की हत्या हुई,*

*तुम विस्थापित हुए,*

*तुम रिफ्यूजी बनने पर मजबूर हुए।*

*इस सरकार और इस सिस्टम से बदला लेने का एक ही तरीका है*

*और वो है सशस्त्र संघर्ष।*

*इस तरीके से नक्सली और आतंरिक आतंकवाद को वामपंथी, कांग्रेसी जन्म देते हैं।*

*किसी एक कौम को हर मोर्चे पर बेहद निराश करो, और जब वह निराश हो जाए तो उसके हाथ में बंदूक थमा दो, और वामपंथी, कांग्रेसी ऐसा ही करते हैं।*

*वह गरीब की समस्या सॉल्व नहीं करेंगे,*

*बल्कि गरीब को अमीर के खिलाफ खड़ा करेंगे।*

*वह औरत की समस्या को सॉल्व नहीं करेंगे,*

*वह औरत को पुरुषों के खिलाफ खड़ा करेंगे।*

*वह मज़दूरों की समस्या को सॉल्व नहीं करेंगे*

*बल्कि उसे उद्योगपति के खिलाफ खड़ा करेंगे।*

*समाज में दो वर्गों के बीच वामपंथी, कांग्रेसी ऐसे ही विभाजन बनाते हैं,*

*ताकि संघर्ष हो,*

*और संघर्ष का लाभ इन्हें मिले।*

*उदाहरण के रूप में एक क्लास का Exam Result आया*

*जिसमें तीन बच्चें फर्स्ट, सेकंड और थर्ड आए।*

*कुछ बच्चे एवरेज नंबर लेकर पास हुए और बाकी 10 बच्चे फेल हुए।*

*अब फेल हुए बच्चों को डांट पड़ रही है।*

*तो वामपंथी, कांग्रेसी इस समस्या का यूज कैसे करेगा ?*

*वामपंथी, कांग्रेसी उन फेल हुए 10 बच्चों को यह नहीं कहेगा, कि तुम्हें डांट इसलिए पड़ रही है, क्योंकि तुमने पढ़ाई नहीं की।*

*बल्कि वह कहेगा कि तुम्हें डांट इसलिए पड़ रही है*

*क्योंकि वो तीन बच्चे फर्स्ट, सेकंड और थर्ड आए हैं।*

*और इस तरीके से वह उन 10 फेल्ड बच्चों को उन तीन टॉपर्स बच्चों के खिलाफ खड़ा कर देगा।*

*बात केवल मणिपुर और मणिपुर की सरकार की नहीं है।*

*चलो मान लिया भाजपा एक निक्कमी सरकार है,*

*वह इस मुद्दे पर फेल्ड हुई।*

*चलो मान लिया मोदी-शाह फेल्ड मिनिस्टर है।*

*तो यह बताओ कश्मीर में हिंदुओं के साथ क्या हुआ ?*

*बंगाल में हिंदुओं के साथ क्या हुआ ?*

*यहां जो हिंदुओं की हत्या हुई, उसका दोष किसे देंगे ?*

*वहां जो प्रशासन बिगड़ा,*

*उसका दोष किस भाजपा को जाएगा ?*

*बंगाल में किस भाजपा को दोषी दे,*

*कि वहाँ लगातार हिंदुओं की हत्या जारी है ?*

*भारत की हर समस्या को आप देखें तो आप पाएंगे कि उसमें काँग्रेस और वामपंथियों की दरिन्दगी है।*

*ये इतने कलाकार हैं, कि राजनीतिक लाभ मिले तो यह अपनी किसी भी हद को पार कर सकते हैं*

*एक सवाल और है, और वह यह है कि 2024 में चुनाव है,*

*और 2023 में ही क्यों मणिपुर हाईकोर्ट का यह आदेश आया कि सरकार मैती को जनजाति का दर्जा देने पर विचार करे ?*

*यह 2023 में क्यों कहा गया ?*

*2020 या 2015 में क्यों नहीं कहा गया ?*

*वामपथियों, कांग्रेसियों की पैठ*

*न्यायपालिका, नौकरशाही, मीडिया और कानून*

*(Judiciary, bureaucracy, media and Law)*

*में इतनी गहरी है*

*कि वह समय और माहौल देखकर मुद्दे छिड़वाते है,*

*ताकि बवाल कटे।*

*भारत माता की जय*

*वंदे मातरम* 🪷🚩🇮🇳🙏