आज का पंचाग आपका राशि फल, आज धनतेरस पर आरोग्य के लिए करें भगवान धन्वंतरि की उपासना, घर पर ही ऐसे करें सफेद दाग रक्त अल्पता श्वांस दमा चर्मरोग शरीर के दर्द और डिप्रेशन का उपचार, भारत की उन्नत तकनीक का उदाहरण है सम्राट चंदगुप्त विक्रमादित्य द्वारा स्थापित महरौली का लौह स्तंभ

🕉श्री हरिहरौ विजयतेतराम🕉  

🌄सुप्रभातम🌄

🗓आज का पञ्चाङ्ग🗓

🌻शनिवार, २२ अक्टूबर २०२२🌻

सूर्योदय: 🌄 ०६:२५

सूर्यास्त: 🌅 ०५:४१

चन्द्रोदय: 🌝 २८:०२

चन्द्रास्त: 🌜१६:०७

अयन 🌖 दक्षिणायने (दक्षिणगोलीय)

ऋतु: ❄️ शरद 

शक सम्वत: 👉 १९४४ (शुभकृत)

विक्रम सम्वत: 👉 २०७९ (राक्षस)

मास 👉 कार्तिक 

पक्ष 👉 कृष्ण 

तिथि 👉 द्वादशी (१८:०२ से त्रयोदशी)

नक्षत्र 👉 पूर्वाफाल्गुनी (१३:५० से उत्तराफाल्गुनी)

योग 👉 ब्रह्म (१७:१३ से इन्द्र)

प्रथम करण 👉 तैतिल (१८:०२ तक)

द्वितीय करण 👉 गर (३०:०७ तक)

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॥ गोचर ग्रहा: ॥ 

🌖🌗🌖🌗

सूर्य 🌟 तुला 

चंद्र 🌟 कन्या (२०:०४ से)

मंगल 🌟 वृष (उदित, पश्चिम, मार्गी)

बुध 🌟 तुला (अस्त, पूर्व, मार्गी)

गुरु 🌟 मीन (उदित, पूर्व, वक्री)

शुक्र 🌟 तुला (अस्त, पूर्व)

शनि 🌟 मकर (उदित, पूर्व, वक्री)

राहु 🌟 मेष 

केतु 🌟 तुला 

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शुभाशुभ मुहूर्त विचार

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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:३९ से १२:२४

अमृत काल 👉 ०७:०५ से ०८:४६

त्रिपुष्कर योग 👉 १३:५० से १८:०२

विजय मुहूर्त 👉 १३:५४ से १४:३९

गोधूलि मुहूर्त 👉 १७:२८ से १७:५२

सायाह्न सन्ध्या 👉 १७:३९ से १८:५५

निशिता मुहूर्त 👉 २३:३६ से २४:२७

राहुकाल 👉 ०९:१२ से १०:३७

राहुवास 👉 पूर्व

यमगण्ड 👉 १३:२६ से १४:५०

होमाहुति 👉 केतु

दिशाशूल 👉 पूर्व

नक्षत्र शूल 👉 उत्तर (१३:५० से)

अग्निवास 👉 पृथ्वी

चन्द्रवास 👉 पूर्व (दक्षिण २०:०५ से)

शिववास 👉 नन्दी पर (१८:०२ से भोजन में)

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☄चौघड़िया विचार☄

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॥ दिन का चौघड़िया ॥ 

१ – काल २ – शुभ

३ – रोग ४ – उद्वेग

५ – चर ६ – लाभ

७ – अमृत ८ – काल

॥रात्रि का चौघड़िया॥ 

१ – लाभ २ – उद्वेग

३ – शुभ ४ – अमृत

५ – चर ६ – रोग

७ – काल ८ – लाभ

नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है। 

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शुभ यात्रा दिशा

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दक्षिण-पूर्व (वायविंडिंग अथवा तिल मिश्रित चावल का सेवन कर यात्रा करें)

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तिथि विशेष

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यम दीपदान, गृहप्रवेश मुहूर्त प्रातः ०७:५६ से प्रातः ०९:२१ तक आदि।

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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण 

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आज १३:५० तक जन्मे शिशुओ का नाम 

पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के चतुर्थ चरण अनुसार क्रमश (टू) नामाक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (टे, टो, प, पी) नामाक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।

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उदय-लग्न मुहूर्त

तुला – ३०:०६ से ०८:२७

वृश्चिक – ०८:२७ से १०:४६

धनु – १०:४६ से १२:५०

मकर – १२:५० से १४:३१

कुम्भ – १४:३१ से १५:५७

मीन – १५:५७ से १७:२०

मेष – १७:२० से १८:५४

वृषभ – १८:५४ से २०:४९

मिथुन – २०:४९ से २३:०४

कर्क – २३:०४ से २५:२५

सिंह – २५:२५ से २७:४४

कन्या – २७:४४ से ३०:०२

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पञ्चक रहित मुहूर्त

शुभ मुहूर्त – ०६:२३ से ०८:२७

रोग पञ्चक – ०८:२७ से १०:४६

शुभ मुहूर्त – १०:४६ से १२:५०

मृत्यु पञ्चक – १२:५० से १३:५०

अग्नि पञ्चक – १३:५० से १४:३१

शुभ मुहूर्त – १४:३१ से १५:५७

रज पञ्चक – १५:५७ से १७:२०

अग्नि पञ्चक – १७:२० से १८:०२

शुभ मुहूर्त – १८:०२ से १८:५४

रज पञ्चक – १८:५४ से २०:४९

शुभ मुहूर्त – २०:४९ से २३:०४

चोर पञ्चक – २३:०४ से २५:२५

शुभ मुहूर्त – २५:२५ से २७:४४

रोग पञ्चक – २७:४४ से ३०:०२

शुभ मुहूर्त – ३०:०२ से ३०:२४

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आज का राशिफल

🐐🐂💏💮🐅👩

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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आप सार्वजनिक कार्यो में अपनी बुद्धि विवेक का परिचय देंगे लेकिन जहां बात व्यक्तिगत स्वार्थ की आएगी वहां वाणी और धैर्य दोनो जवाब दे जाएंगे। वैसे तो आज किसी से ज्यादा बात करना पसंद नही करेंगे लेकिन अपना हित साधने के लिये आवश्यकता से अधिक बोल जाएंगे जिसका बाद में ज्ञान होने पर ग्लानि होगी। कार्य क्षेत्र से थोड़ी बहुत आय की ही संभावना है इसके लिये भी अधिक बौद्धिक परिश्रम करना पड़ेगा। परिवार के ऊपर खर्च करने में संचित कोष में कमी आएगीं आज ज्यादा तामझाम उलझन वाले कार्यो से दूर ही रहे निष्कर्ष कुछ नही निकलेगा व्यर्थ समय ही खराब होगा। घरेलू वातावरण में विवेक से तालमेल बैठा लेंगे। लेकिन संतान संबंधित चिंता जरूर रहेगी। अविवाहित लोग ज्यादा परेशान नजर आएंगे। सेहत ठीक ठाक ही रहेगी।

 

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)

आज के दिन आपको अपनी वाणी पर विशेष नियंत्रण रखना होगा। प्रातः काल मे ही किसी कुटुम्बी जन से अच्छी खासी कहासुनी होने की संभावना है स्वभाव में धैर्य की कमी देखने को मिलेगी किसी की मजाक भी पसंद नही करेंगे इसका मुख्य कारण धन और जायदाद संबंधित उलझन रहेगी। कार्य क्षेत्र पर भी आज आर्थिक मामले सुलझने की जगह और अधिक उलझने के कारण दिन भर क्रोध में ही भरे रहेंगे। नौकरी वाले लोग भी अधिकारी अथवा सहकर्मी के गलत आचरण से परेशान होंगे फिर भी शांत रहने का प्रयास करें आपकी प्रतिक्रिया माहौल को ज्यादा खराब कर सकती है। भाग्य का साथ मिलने से थोड़ा बहुत धन लाभ हो जाएगा लेकिन उधारी के व्यवहार पर नियंत्रण खोने से आगे की योजनाओं पर पानी फिरेगा। माता भूमि वाहन संबंधित सुख में कमी आएगी। मानसिक तनाव से बचने के लिये आध्यात्म का सहारा लेंगे लेकिन शांति फिर भी नही मिलेगी।

 

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज के दिन आप मन ही मन बड़ी बड़ी योजनाए बनायेगे लेकिन किसी अन्य के ढुलमुल रवैये के कारण इनको आगे नही बढ़ा सकेंगे दिन के आरंभिक भाग में किसी परिजन का मनमाना व्यवहार मन को आहत करेगा मध्यान तक का समय दिमाग मे व्यावसायिक जोड़ घटाव लगा रहेगा कार्य क्षेत्र से लाभ भी होगा लेकिन इसका ज्यादातर भाग पुराने कार्यो अथवा किसी को दिए उधार की वापसी से होगा। नए कार्य मन मे रहेंगे लेकिन धन संबंधित समस्या के कारण परेशानी आएगी आज धन का निवेश शीघ्र ही दुगना होकर मिल सकता है इसके लिए अधिक मेहनत और धैर्य की आवश्यकता हैं। सार्वजनिक क्षेत्र पर मान सम्मान मिलने से घरेलू उलझनों को भूल जाएंगे। व्यावसायिक अथवा घरेलू विवाद के कारण कोर्ट कचहरी के चक्कर भी लग सकते है थोड़ी परेशानी के बाद सफलता आपके पक्ष में मिलने की आशा जागेगी। ठंडी वस्तुओ के सेवन से बचे गला अथवा छाती संबंधित समस्या हो सकती है।

 

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन से आप कुछ विशेष आशाएं लगाए रहेंगे लेकिन आज बीते दिनों जैसी सुख सुविधा नही मिल पाएगी जिससे कोई भी कार्य आरंभ तो ले देकर कर लेंगे लेकिन बीच मे ही किसी न किसी कारण से अधूरा छोड़ना पड़ा जाएगा। कार्य व्यवसाय में आज दिमाग काम नही करेगा जिन लोगो के ऊपर कल तक भरोसा कर रहे थे वे ही समय पड़ने पर आनाकानी करते नजर आएंगे। पितृ पक्ष अथवा पैतृक कार्यो से भी ज्यादा सहयोग की आशा ना रखे पिता का व्यवहार भी आज आपके प्रति उदासीन रहने के कारण काम निकालना मुश्किल होगा। अपने दम पर कार्य करे तो थोड़ा बहुत धन लाभ अवश्य हो जाएगा। सरकारी कारणों से यात्रा हो सकती है सरकार संबंधित कार्य बुद्धिबल से संतोषजनक स्थिति तक पहुचा लेंगे। पति पत्नी में धीमी कार्य शैली को लेकर कहासुनी होगी। सेहत सामान्य रहेगी फिर भी थोड़ी तकलीफ होने पर तुरंत जांच कराए अन्यथा लंबी खिंच सकती है।

 

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज के दिन आपके दिमाग मे चंचलता हावी रहेगी। किसी भी कार्य के प्रति गंभीर नही रहेंगे पूर्व में किसी की बंधाई उम्मीद लेकर आशा के भरोसे मध्यान तक इंतजार करना पड़ेगा लेकिन कुछ न कुछ काम अवश्य बनेगा। कार्य क्षेत्र पर उतार चढ़ाव रहने के कारण बनाई योजनाओ को सार्थक नही कर पाएंगे मेहनत करने का मन नही करेगा जिससे आज धन की आमद सीमित साधनों से ही कामचलाऊ हो पाएगी। नौकरी पेशा लोग भी मध्यान तक मन मारकर काम करेंगे इसके बाद गंभीरता आएगी आज एक घंटे गंभीर होकर कार्य करना दिन भर की पूर्ति कर सकता है इसका ध्यान रखें। संध्या के समय भाग्य का साथ मिलने से भविष्य में लाभ के सौदे मिलेंगे। दाम्पत्य जीवन मे सुख की आकांक्षा बढ़ेगी लेकिन ठीक से पूर्ति ना होने पर निराश होंगे। किसी गंभीर रोग अथवा झगड़े का भय सताएगा। खासी जुखाम हो सकता है।

 

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज के दिन किसी ना किसी रूप में हानि होने की संभावना है। पिता अथवा पैतृक कार्य मे अतिआत्मविश्वास से बचे अन्यथा परिणाम आशा के एकदम विपरीत ही मिलेंगे। कार्य क्षेत्र पर भागीदारी अथवा पति पत्नी संबंधित किसी मामले में सन्तानो से वैचारिक मतभेद उभरेंगे जिनका हल निकालने का प्रयास करेंगे लेकिन क्रोध सुलझते प्रसंग को अधिक उलझा देगा। व्यवसाय में निवेश करने का विचार कर रहे है तो अधिक विचार करे खास कर पुश्तैनी कार्य मे निवेश हानि ही कराएगा चाहे फिर उस कार्य मे कितनी ही दक्षता क्यो ना हो। नौकरी पेशा लोग से भी अतिआत्मविश्वास में कोई बड़ी त्रुटि होने की सभावना है कोई भी कार्य मान बड़ाई पाने की इच्छा से ना करें। घरेलू वातावरण में असंतुष्टि दिखेगी लेकिन परिजन डर से अपनी बात बोलने में संकोच करेंगे। किसी की सेहत पर संचित कोष से खर्च करना पड़ेगा।

 

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आपके लिये आज का दिन लाभदायक रहेगा सार्वजनिक क्षेत्र पर पूर्व में की गई मेहनत और व्यवहारिकता का शुभ फल किसी न किसी रूप अवश्य मिलेगा। कार्य व्यवसाय में स्थिरता नही रहेगी सहकर्मियो से भी किसी कारण से मतभेद रहेंगे फिर भी लाभ कमाने के अवसर जरूर मिलेंगे नौकरी पेशाओ को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा लेकिन किसी प्रतिस्पर्धी की चुगली का शिकार बन सकते है जिससे उन्नति में रुकावट आएगी। कुटुम्ब अथवा सम्बंधीजनों से स्नेह संबंधों में चंचलता आएगी किसी घरेलू मामले को लेकर सबकी अलग अलग राय असमंजस में डालेगी अपनी बात मनवाने के लिये आपस में तकरार भी हो सकती है। सेहत आज डांवाडोल ही रहेगी छोटी मोटी व्याधि दिन भर असहज रखेगी।

 

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन आपको पारिवारिक प्रतिष्ठा अथवा सहयोग से कुछ ना कुछ लाभ अवश्य मिलेगा। कार्य क्षेत्र पर आप जिस कार्य को झंझट वाला समझेंगे वही आगे धन लाभ कराएगा भागीदारी के कार्य से भविष्य में धन संचय हो सकेगा इसके लिये आपसी मतभेद भुला एक मत होकर कार्य करे आज भी धन की आमद आवश्यकता अनुसार हो जाएगी लेकिन धीमी गति से। आज आप जल्दी से किसी के लिये कुछ बोलेंगे नही लेकिन जो भी बोलेंगे वह सच हो सकता है इसलये सोच समझ कर ही शब्दों का उपयोग करे। माता एवं घरेलू सुख उत्तम रहेगा लेकिन इनको भोगने के लिये समय की कमी रहेगी। आप जो भी कार्य करे उससे तुरंत लाभ की आशा ना रखे वरना लाभ ना होता देख निर्णय बदलने पर बाद में मन मे ग्लानि होगी। कुटुम्बीजन की सेहत पर खर्च होगा। पेट छाती में जलन अपच की शिकायत हो सकती है।

 

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज के दिन पिछले पुण्य उदय होने से आपकी धार्मिक भावनाएं जागृत होंगी। दिन का आरंभिक भाग मानसिक रूप से शांति देगा लेकिन इसके बाद दैनिक कार्यो की भागदौड़ में शरीर का भी ख्याल नही रहेगा। आज पूर्व में की किसी गलती से सीख भी मिलेगी दोबारा वही प्रसंग बनने से एक बार मन भटकेगा इससे बचे अन्यथा अबकी बार परेशानी ज्यादा हो सकती है। आर्थिक मामले आज दिन भर उलझन में डालेंगे। जिस कार्य को करने का मन बनायेगे उसमे धन की कमी आड़े आएगी। कर्ज अथवा उधारी के व्यवहार आज कम करने का प्रयास करें अन्यथा किसी की भलाई के चक्कर मे शत्रु वृद्धि कर लेंगे। घरेलू सुखों में वृद्धि करने पर लोगो मे ईर्ष्या द्वेष बनेगा आज आर्थिक स्थिति को देखते हुए ही धन संबंधित कार्य करें। सरकारी कार्य विद्या विवेक के बल आगे बढ़ेंगे। स्वयं अथवा परिजन को छोटी मोटी सेहत संबंधित समस्या रहेगी। ठंडे पदार्थ विशेष कर जल में ज्यादा समय ना बिताएं।

 

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज दिन के आरम्भ से ही सेहत संबंधित समस्या लगी रहेगी शरीर मे दर्द अकड़न कमजोरी अनुभव करेंगे। कार्य क्षेत्र पर भी कुछ विशेष ना रहने के कारण जानबूझ कर दिनचार्य को धीमी गति से चलाएंगे। नौकरी पेशाओ को भी आज दिन भर विविध समस्या का सामना करना पड़ेगा। उदासीन व्यवहार के चलते कार्य क्षेत्र पर अपमानित होने की संभावना है। आज आपके दिमाग मे कुटुम्ब की सम्पति से किसी न किसी प्रकार लाभ उठाने के विचार चलते रहेंगे लेकिन आरम्भ कहाँ से और कैसे किया जाए इसी उलझन में समय खराब होगा। माता की कृपा से सुख सुविधा तो मिल जाएगी लेकिन इनका जिद्दी व्यवहार किसी आवश्यक कामना पूर्ति से दूर रखेगा। पैतृक कार्यो में जोखिम ले सकते है आज नही तो निकट भविष्य में आकस्मिक लाभ की संभावना बन रही है। यात्रा से नए संबंध विकसित होंगे लेकिन झंझट भी बढ़ेंगे। टालने में ही भलाई है।

 

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज के दिन आप जिस भी कार्य को करेंगे उसमे आरम्भ में आनाकानी करेंगे लेकिन एक बार हाथ मे लेने के बाद उसी में मगन हो जाएंगे अन्य लोगो की तुलना में आपका कार्य शीघ्र पूर्ण हो जाएगा लेकिन आपकी मानसिकता अन्य लोगो की नीचा दिखाने की भी रहेगी जिसके फ़लस्वरू लाभ तो मिलेगा लेकिन सम्मान नही। आज के दिन आपको कुछ ऐसा अनुभव भी होगा जैसे कोई अनजानी शक्ति आपसे आपके जीवनशैली के विपरीत कुछ कराना चाह रही है। आप जितना भौतिक सुखों में रुचि लेंगे परिस्थितियां उसके विपरीत बनती चली जायेगी जिस वस्तु की कामना करेंगे वही दूर होने से मन निराश होगा। धन की आमद और खर्च बराबर रहेंगे काम की जगह व्यर्थ के कार्यो पर अधिक खर्च होंगे। दाम्पत्य जीवन मे एक पल सुख अगले ही पल ऊबन अनुभव होगीं फिर भी शांति बनी रहेगीं। सेहत में थोड़ी बहुत दिक्कतें रहने के बाद भी कार्य बाधक नही बनेगीं।

 

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज के दिन आप जो भी योजना बनाएंगे उसमे कई लोग बिना मांगे ही सलाह देंगे जिस कारण असमंजस की स्थिति बनेगी। आप भी आज लाभ पाने के प्रति गंभीर तो रहेंगे लेकिन मेहनत करने के पक्ष में नही रहेंगे जिससे अधिकांश कार्य योजनाए आरम्भ से ही ढीली पड जाएंगी। कार्य क्षेत्र पर प्रतिस्पर्धी आपको हानि पहुचाने का प्रयास करेंगे जिसके कारण कम लाभ में सौदे करने पड़ेंगे। नौकरी पेशाओ की मानसिकता भी सुखोपभोग की अधिक रहेगी बिना मेहनत के लाभ पाने के चक्कर मे राज समाज मे अपनी छवि खराब कर लेंगे। आज सही की जगह गलत मार्ग से धन आसानी से मिल सकता है लेकिन साथ ही मन मे भय भी बना रहेगा। परिवार में सुख सुविधा एवं अन्य लोगो की देखादेखी की इच्छा अशांति फैलाएगी। कफ, कमजोरी शरीर मे अकड़न बनेगी।

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*खून की कमी को करना है दूर, तो खूब खाएं खजूर* 

 

1. जोड़ों में दर्द की समस्या होने पर प्रतिदिन कुछ मात्रा में खजूर का सेवन करने से लाभ होता है। इससे कैल्शियम की कमी भी पूरी हो जाती है।

2. मैग्नीशियम, कॉपर, मैंगनीज, विटामिन बी 5, विटामिन बी 3 और सेलेनियम से भरपूर होने के कारण यह हड्ड‍ियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है, और आंतों में होने वाले संक्रमण से बचाता है।

3. कब्ज की समस्या होने पर भी खजूर काफी फायदेमंद होता है। इसके लिए खजूर को रातभर भिगोकर रखें और सुबह उठकर खाएं। इसमें प्रचुर मात्रा में फाइबर और अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो कब्जियत से निजात दिलाने में मदद करते हैं।

4. आंखों के लिए खजूर बहुत अच्छा होता है। इसमें विटामिन ए और एंटी ऑक्‍सीडेंट तत्‍व भरपूर मात्रा पाए जाते हैं, जो कि रतौंधी एवं आंखों की अन्य समस्याओं में बहुत फायदेमंद माना जाता है।

5. दिल और मस्तिष्क दोनों के ही लिए खजूर बहुत लाभदायक होता है। इसमें विद्यमान विटामिन्स, मिनरल्स और अन्य पोषक तत्व तंत्रिका तंत्र को स्वस्थ रखने के साथ ही दिमाग को सक्रिय रखता है और दिल की बीमारी के खतरे को कम करता है।

6. कई तरह के अमीनो एसिड से भरपूर खजूर घुलनशील और अघुलनशील फाइबर्स का खजाना है, जो न केवल आपकी सेहत के लिए फायदेमंद है बल्कि आपके पाचनतंत्र को मजबूत कर उसके बेहतर क्रियान्वयन के लिए भी सहायक है।

 *यदि रहती है कफ की समस्या, तो इन 5 चीजों को खाने से करें परहेज* 

 

1 वसायुक्त चीजें – वसायुक्त चीजों का सेवन कफ बढ़ाने का काम करती हैं इसलिए जितना हो सके इनसे बचने की कोशिश करें।

 2 दूध – दूध कफ को बढ़ाता है। अगर आपकी कफ प्रकृति है तो आपको दूध का सेवन कम करना चाहिए या फिरहल्दी के साथ इसका सेवन करें।

 3 मक्खन -मक्खन में वसा अधिक होता है, इसलिए यह कफ बढ़ाने का काम करता है। कफ की समस्या में मक्खन या मक्खन युक्त चीजों का सेवन न करें।

 4 पनीर -पनीर से कफ तो बनता ही है, कई लोगों को पाचन संबंधी समस्या भी हो सकती है क्योंकि कुछ लोगों को पनीर आसानी से नहीं पचता। इसलिए अतिसेवन न करें।

 

 

 क्या खाएं – 

 1 सुबह या दिन के भोजन के बाद गुड़ का सेवन फायदेमंद हो सकता है। गुड़ की तासीर गर्म होती है, यह कफ को कम करने के साथ ही पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है। 

 2 तुलसी, सौंठ, अदरक और शहद जैसी चीजों का सेवन कफ को कम करने में बहुत फायदेमंद होता है, तो इन्हें किसी भी तरह से डाइट में शामिल करें।

 

🌹🚩पीपल – अति गुणकारी औषधि….

 

     अकेला ऐसा पौधा जो दिन और रात दोनों समय आक्सीजन देता है ।

 

पीपल के ताजा 6-7 पत्ते लेकर पीसकर 400 ग्राम पानी में डालकर 100 ग्राम रहने तक उबालें, ठंडा होने पर पिए बर्तन स्टील और एल्युमिनियम का नहीं हो, आपका ह्रदय ठीक होना शुरू हो जाएगा ।

 

पीपल के पत्तों पर भोजन करे, लीवर ठीक हो जाता है ।

 

पीपल के सूखे पत्तों का पाउडर बनाकर आधा चम्मच गुड़ में मिलाकर सुबह दोपहर शाम खायेँ, कितना भी पुराना दमा ठीक कर देता है ।

 

पीपल के ताजा 4-5 पत्ते लेकर पीसकर पानी मे मिलाकर पिलायें ,1- 2 बार में ही पीलिया में आराम देना शुरू कर देता है ।

 

पीपल की छाल को गंगाजल में घिसकर घाव में लगायें, तुरंत आराम देता है ।

 

पीपल की छाल को खांड (चीनी ) मिलाकर दिन में 5-6 बार चूसें, कोई भी नशा छूट जाता है ।

 

पीपल के पत्तों का (डंठल समेत) काढ़ा पियें, फेफड़ों, दिल ,अमाशय और लीवर के सभी रोग ठीक कर देता है।

 

पीपल के पत्तों का काढ़ा बनाकर पियें, किडनी के रोग ठीक कर देता है व पथरी को तोड़कर बाहर करता है ।

 

कितना भी डिप्रेशन हो, पीपल के पेड़ के नीचे जाकर रोज 30 मिनट बैठिए, आनंद आ जायेगा, सारा डिप्रेशन खत्म कर देता है ।

 

पीपल की फल और ताजा कोपले लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, महिलाओ के गर्भशाय और मासिक समय के सभी रोग ठीक करता है ।

 

पीपल का फल और ताजा कोपलें लेकर बराबर मात्रा में लेकर पीसकर सुखाकर खांड मिलाकर दिन में 2 बार ले, बच्चों का तुतलाना ठीक कर देता है और दिमाग बहुत तेज करता है ।

 

जिन बच्चो में हाइपर एक्टिविटी होती है, जो बच्चे दिनभर रातभर दौड़ते भागते है सोते कम है, पीपल के पेड़ के नीचे बैठाइए सब ठीक हो जाता है ।

 

कितना भी पुराना घुटनों का दर्द हो, पीपल के नीचे बैठें, योग करें, 30-45 दिन में सब खत्म हो जाएगा ।

 

शरीर मे कहीं से भी खून आये, महिलाओं को मासिक समय मे रक्त अधिक आता हो, 

बवासीर में रक्त आता हो, दांत निकलवाने पर रक्त आये ,चोट लग जाये, पीपल के 8-10 पत्ते पीसकर, छानकर पी जाएं, तुंरत रक्त का बहना बंद कर देता है ।

शरीर में कहीं भी सूजन हो, दर्द हो, पीपल के पत्तों को गर्म करके बांध दे, ठीक हो जायेगे ।

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 *गैस बनने और पेट फूलने की समस्या को जड़ से खत्म कर देते हैं ये घरेलू उपाय*

 

पेट में गैस बनना आम बात है लेकिन कई बार इसकी वजह से सीने में भी दर्द होने लगता है। गैस भयंकर तरीके से सिर में चढ़ जाती है और उल्टियां तक आने लगती है। अगर आपको भी खतरनाक तरीके से गैस बनती है तो आप देसी दवाई की जगह घरेलू उपायों के जरिए इस बीमारी को जड़ से खत्म कर सकते हैं। दरअसल, गैस बनने से पेट फूलने लगता है और पाचन संबंधी दिक्कत पैदा हो जाती है। अगर आपको ज्यादा गैस बनती है तो इसे बिल्कुल भी हल्के में न लें क्योंकि इसकी वजह से आपको घातक पेट के रोग हो सकते हैं। पेट फूलने और गैस बनने पर आप घर में ही मौजूद चीजों से इसका इलाज कर सकते हैं और इस बीमारी से जड़ से छुटकारा पा सकते हैं। आइए जानते हैं पेट में बनने वाली गैस को किस तरह से घरेलू नुस्खों से दूर किया जा सकता है !

अगर आप गैस की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको रोजाना *खाली पेट एक चम्मच बेकिंग सोडा में नींबू का रस मिलाकर पीना चाहिए।* इसे पीते ही आपको गैस की समस्या से पल भर में छुटकारा मिल जाएगा। 

 

हींग जहां खाने का स्वाद बढ़ाता है , वहीं *हींग गैस की समस्या में भी काफी फायदेमंद है।* आप गिलास गर्म पानी में हींग मिलाकर पिएं। इससे आपकी गैस की समस्या दूर हो जाएगी। दिन में करीब दो से तीन हींग का पानी पिएं। 

 

*काली मिर्च भी गैस की समस्या को दूर करता है।* काली मिर्च का सेवन करने से न केवल गैस की समस्या में राहत मिलती है , बल्कि इससे हाजमा भी सही रहता है। पेट में गैस होने पर आप दूध में काली मिर्च मिलाकर पी सकते हैं। 

 

*दालचीनी का सेवन करने से भी गैस की समस्या दूर होती है।* आप गैस की समस्या में दालचीनी को पानी में उबाल लें और फिर उसे ठंडा कर लें। रोजाना सुबह खाली पेट दालचीनी के पानी का सेवन करें। अगर आपको इसका स्वाद अच्छा न लगे तो आप इसमें शहद भी डाल सकते हैं। 

 

*लहसुन सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।* ऐसे ही गैस की समस्या में लहसुन खाने से काफी फायदा मिलता है। जब आपके पेट में गैस हो तो उस समय आप लहसुन को जीरा, खड़ा धनिया के साथ उबाल लें। अब रोजाना दिन में दो बार इसका सेवन करने से गैस की समस्या खत्म हो जाएगी। 

 

*छाछ में काला नमक और अजावइन मिलाकर पीने से गैस की समस्या से तुरंत निजात मिलता है।*

 

 *इसको खाने से बढ़ जाती है आंखों की रोशनी खा ले इस तरह*

 

आज हम आपको एक ऐसा नुस्खा बताने वाले हैं, जिससे आप अपनी आँखों की रोशनी को बढ़ा सकते है, तो चलिए जान लेते हैं।

 

*इस नुस्खे को तैयार करने के लिए आपको चाहिए* थोड़े से बादाम, बादाम में विटामिन E होता है, जो आँखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है, दूसरी चीज है एक चम्मच जीरा, तीसरी चीज है एक चौथाई चम्मच सफेद मिर्च, अगली चीज है एक चम्मच सौंफ और आखिरी चीज जो सबसे महत्वपूर्ण है वो है दो चम्मच मिश्री दाने, मिश्री में कई सारे विटामिन्स, मिनरल्स और ग्लूकोज होते हैं, जो आँखों के लिए किसी वरदान से कम नही माने जाते हैं।

 

अब इन सारी चीजों को मिक्सी में पीस लेना है, और पाउडर तैयार कर लेना है, अब इसे कैसे सेवन करना है, चलिए जान लेते हैं, रात में सोने से पहले एक गिलास गुनगुने दूध के साथ एक चम्मच की मात्रा में इस पाउडर का सेवन करना है, इसके नियमित सेवन से कुछ ही दिनों में आँखों को जबरदस्त लाभ पहुँचता है, और आँखों की रोशनी तेज होने लगती है।

 

 *किचन में लगातार खड़े रहने से हो जाता है पैरों में दर्द, तुरंत राहत देंगे ये घरेलू उपाय* 

 

एप्सम सॉल्‍ट-  

आप अपने पैरों के दर्द को एप्‍सम सॉल्‍ट की मदद से दूर कर सकते हैं। दरअसल ये एक तरह का म‍िनरल होता है। आप इसका इस्तेमाल करने के लिए गर्म पानी से भरे हुए एक टब में ये नमक मिला दें। इसके बाद आप अपने पैरों को इस पानी में 15 से 20 म‍िनट के ल‍िए डूबोकर रखें। ऐसा करने से आपके पैरों का दर्द ठीक हो जाएगा।  

 

सरसों का तेल-

सरसों के तेल से पैरों की माल‍िश करने से दर्द दूर होता है। अगर आपके पैरों में दर्द है तो सरसों के तेल से माल‍िश करने के बाद कुछ देर लेटकर आराम करें। पैरों की माल‍िश करने से पैरों की मसल्‍स की जकड़न कम होने के साथ दर्द से भी राहत म‍िलेगी।

 

सेब का सिरका- 

सेब के स‍िरके की मदद से आप पैरों में दर्द की समस्‍या दूर कर सकते हैं। लगातर खड़े रहने या बैठे रहने की वजह से पैरों में दर्द होने लगे तो एक टब में गर्म पानी लें। उसमें सेब का सिरका डालकर अपने पैरों को इस पानी में कुछ देर के लिए डुबो दें। इस पानी में पैर डुबोकर रखने से पैरों में दर्द की समस्‍या दूर होगी।  

 

स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज-

पैरों में दर्द की समस्‍या दूर करने के ल‍िए आप स्‍ट्रेच‍िंग एक्‍सरसाइज कर सकते हैं। स्‍ट्रेच‍िंग करने के ल‍िए जमीन पर बैठ जाएं। पैरों को सीधा कर लें। फ‍िर पैर की उंगल‍ियों को हाथ से पकड़ें। फ‍िर पैर की उंगल‍ियों को अंदर की तरफ मोड़ें। इसे 2 से 3 बार दोहराएं फ‍िर सामान्‍य अवस्‍था में आ जाएं।

 *यदि दूध पीना पसंद नहीं, तो इन चीजों को खाने से केल्शियम कि कमी होगी पूरी* 

*बीज* 

अलसी, कद्दू और तिल के बीज कैल्शियम के अच्छे स्रोत होते हैं। इनमें कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन और ओमेगा-3 फैटी एसिड भी पर्याप्त मात्रा में होता है।

 

 *दही* 

एक कप सादे दही में 30 प्रतिशत कैल्शियम के साथ-साथ फास्फोरस, पोटेशियम, विटामिन B2 और B12 होता है, इसीलिए यदि आपको दूध नहीं पसंद तो आप दही खा सकते हैं।

 

 *बीन्स* 

एक कप बीन्स में 24 प्रतिशत तक कैल्शियम होता है इसीलिए बीन्स को आपनी डाइट में शामिल करने से शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी हो जाती है।

 

 *पनीर*

 पनीर में भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। पनीर सेवन करने से शरीर में कैल्शियम के साथ-साथ प्रोटीन की भी कमी भी पूरी हो जाती है।

 

 *बादाम*

 बादाम खाने से भी हड्डियां मजबूत होती है क्योंकि इसमें भी कैल्शियम पाया जाता है।

 

 *पालक* 

पालक में भी भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। 100 ग्राम पालक में 99 मि.ली कैल्शियम होता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हफ्ते में कम से कम 3 बार पालक जरूर खाएं।

 

 *सोया दूध या टोफू*

 अगर आपको दूध पीना पसंद नहीं है तो आप सोया दूध या टोफू को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। इनका स्वाद दूध के स्वाद से काफी अलग होता है। इनमें कैल्शियम प्रचुर मात्रा में होता है।

 

*भिंडी* 

एक कटोरी भिंडी में 40 ग्राम कैल्शियम होता है। भिंडी को हफ्ते में दो बार खाने से दांतों खराब नहीं होते और हड्डियां भी मजबूत होती हैं।

#सूर्यग्रहण का समय 25 अक्टूबर 2022

 

सूर्य ग्रहण का प्रारंभ दोपहर में 2 बजकर 29 मिनट।

सूर्य ग्रहण का मध्य काल शाम 4 बजकर 30 मिनट।

ग्रहण समाप्त शाम को 6 बजकर 32 मिनट पर।

 

सूर्य ग्रहण की कुल अवधि 4 घंटे 3 मिनट है।

भारत में सूर्यग्रहण का मोक्ष होने से पहले ही सूर्यास्त हो जाएगा। इसलिए भारत में सूर्यास्त ही सूर्यग्रहण का मोक्ष माना जाएगा।

 

ग्रहण का सूतक काल

 

सूर्ग्रग्रहण का सूतक सूर्य ग्रहण के आरंभ होने से 12 घंटे पहले आरंभ हो जाता है। ऐसे में सूर्य ग्रहण का आरंभ 25 अक्टूबर को 2 बजकर 29 मिनट होने से ग्रहण का सूतक 24 अक्टूबर दिवाली की रात 2 बजकर 29 मिनट से लग जाएगा। ऐसे में सूर्य दिवाली की रात देवी लक्ष्मी की आराधना और मंत्र जप करना बहुत ही शुभ फलदायी रहेगा। दिवाली की रात सूतक लग जाने के बाद से मंदिर के दरवाजे बंद हो जाएंगे और ग्रहण संबंधी नियमों का पालन, देवी-देवताओं का स्पर्श 24 तारीख की रात से अगले दिन शाम तक नहीं किया जाएगा।

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“रस्क खाता है भारत ,मधुमेंह पालता है भारत”

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भारत में 10 करोड लोग टाइप टू डायबिटीज से पीड़ित है। लगभग 40 करोड़ की आबादी को डायबिटीज होने की प्रबल संभावना है अर्थात प्रीडायबिटीज फेस में है……। डायबिटीज अर्थात मधुमेह के रोगियों के मामले में भारत दुनिया की राजधानी बन गया है। वह भारत जहां ढूंढने से भी शुगर /डायबिटीज का रोगी दिखाई नहीं देता था…। शहर तो छोड़िए आज प्रत्येक गांव मे सैकड़ों परिवार में औसत एक मधुमेह का रोगी मिल जायेंगा ।

मधुमेह की गणना गैर संचारी रोग में की गई है यह एक डिसऑर्डर है।जो बहुत से रोगो उपद्रव का समूह है। आज भारत में करोड़ों व्यक्ति मधुमेह से ग्रस्त हैं तो इसमें सबसे बड़ा योगदान रस्क का है…. यदि आप नाश्ते में केवल 3 रस्क खाते हैं तो आप 12 ग्राम शुगर 4 ग्राम वसा अपने शरीर में ले लेते हैं । रस्क एक मृत भोजन है, 100 ग्राम में 70 ग्राम मैदा होती है कोई भी रस्क मैदा से रहित नहीं होता… रस्क निर्माता विदेशी, स्वदेशी कंपनियों का सबसे बड़ा छलावा तो यही है सूजी आटा फाइबर रस्क बताकर रस्क को बेचा जाता है लेकिन 70 फ़ीसदी मैदा ही रस्क में होती है। मैदा हमारी आतो की क्रिया प्रणाली को बाधित करता है नतीजा हमारा मेटाबॉलिज्म बिगड़ जाता है रक्त में शुगर का स्तर तेजी से बढता है…. हमारा अग्नाशय ना चाहते हुए भी अपार मात्रा में इंसुलिन बनाता है… 1 दिन इंसुलिन बनाते बनाते थक जाता है…. और हम बन जाते हैं मधुमेह के रोगी… भगवान ने हमारे शरीर की व्यवस्था ऐसी बनाई है हमारे लगभग 6 लीटर रक्त में हमेशा 6 ग्राम शुगर उपस्थित रहती है शरीर अपनी उर्जा के लिए इसका इस्तेमाल करता रहता है तथा इस मात्रा को रक्त में बरकरार बनाए रखता है अतिरिक्त शुगर हमारे लीवर उतक में संचित रहती हैं…. बहुत सटीक बेजोड़ व्यवस्था है लेकिन रस्क जैसा मृत आहार इसी व्यवस्था में सेंधमारी करता है…. रस्क के स्थान पर ढेरों हेल्दी ब्रेकफास्ट के विकल्प मौजूद है दलिया पोहा बेसन या मूंग का चीला , रोस्टेड चना, उबला चना रोस्टेड, मखाना ऐसे असंख्य विकल्प है…. जो रक्त में तेजी से गुलकोज के स्तर को नहीं बनाते पाचन की प्रक्रिया को स्वस्थ रखते हैं…. मधुमेह खराब पाचन की बीमारी है लेकिन भारत में लोग भूख से नहीं गलत खा कर मर रहे हैं।हैरत तो तब होती है जब मधुमेह के रोगी जो मधुमेह का दंश झेल रहे हैं शुगर की गोली (मैटफोरमिन )खाकर या इंसुलिन इंजेक्ट कर नाश्ते में रस्क बड़े चाव से खाते हैं अपने शरीर पर दोहरा अत्याचार ऐसे लोग अपनी नादानी से करते हैं उन्हें देखकर अन्य भी मधुमेह के रोगी बनने की राह पर निकल पड़ते है 20 वर्ष के युवक टाइप टू डायबिटीज का शिकार हो रहे है इसके कारण। मधुमेह के दानव से भी बचना है तो रस्क ब्रेड केक बिस्किट जैसे मृत आहार को अपनी रसोई रेफ्रिजरेटर से बाहर निकालना पड़ेगा… रस्क आदि मे ना विटामिन है ना फाइबर न खनिज है और ना ही अच्छी प्रोटीन है यह किसी भी दृष्टि से आहार नहीं है…. सेहत को हाँ रस्क को ना।

 

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 *सर्दी में कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए इन चीजों को सेवन करें* 

 

1. सरसों की साग – सरसों में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम होता है। जिसका सेवन करने से कैल्शियम की कमी दूर होगी। वही सर्दी के दिनों में सरसों के साग का बहुत सेवन किया जाता है। खासतौर पर मक्की की रोटी और सरसों की साग का सेवन शौकिया तौर पर किया जाता है। यह कैल्शियम की कमी दूर करने में मदद करता है।

 

2. सफेद तिल – ठंड के दिनों में सफेद तिल का इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन करने से ठंड में शरीर में कैल्शियम की पूर्ति होती है। आप तिल के लड्डू खा सकते हैं, कच्चा तिल भी सेहत के लिए अच्छा होता है। कई लोग तिल को सेक कर सौंफ के साथ सेवन करते हैं।

 

3. संतरा – संतरा विटामिन सी का सबसे अच्छा अच्छा स़्त्रोत है। कैल्शियम की पूर्ति होेने के साथ ही इम्युनिटी बूस्ट करता है। ठंड के मौसम में भी जिसे संतरा कहते हैं दरअसल, उसका नाम किन्नू होता है। यह बेहद मीठी होती है। प्राकृतिक रूप से मीठी होने पर भी डायबिटीज के मरीजों को भी इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।

 

4. अंजीर – ठंड के दिनों में अंजीर का सेवन भी किया जाता है। ऐसे में आपकी बॉडी में कैल्शियम की पूर्ति हो रही है। जी हां, अंजीर मंे कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसका नियमित सेवन करने से हड्डियां संबंधित बीमारियों दूर हो जाती है। साथ ही इसमें मौजूद तत्व हड्डियों के विकास का काम करते हैं।

 

5. टमाटर – टमाटर में विटामिन के होने के साथ कैल्शियम की भी मात्रा भरपूर होती है। इसलिए रोज सलाद में एक टमाटर का सेवन जरूर करें। इससे आपको कैल्शियम की कमी नहीं होगी। और लगातार हो रहे हड्डियों के दर्द में भी आराम मिलेगा।

 

 दाद, खाज-खुजली, एक्जीमा (सूखा या गीला), त्वचा में जलन के साथ खुजली होना, चकत्ते होना, काले धब्बे आदि चर्म रोग हो जाते हैं, इनमें यह योग लाभप्रद होती है।

घटक द्रव्य : पंचनिम्ब चूर्ण, गंधक रसायन 100-100 ग्राम, व्याधिहरण रसायन 25 ग्राम, प्रवालपिष्टी और आरोग्यवर्द्धिनी वटी 50-50 ग्राम।

 

भावना द्रव्य- सारिवा, मंजिष्ठा और चोपचीनी तीनों 100-100 ग्राम, वायविडंग, भृंगराज, खैर और कचनार- 50-50 ग्राम।

 

निर्माण विधि : सब भावना द्रव्यों को जौकुट करके दो लीटर पानी में उबालें। जब 250 ग्राम पानी बचे तब उतारकर छान लें। ऊपर लिखे द्रव्यों में भावना द्रव्यों का पानी मिलाकर खरल में खूब घुटाई करें और सब द्रव्यों को एक जान करके सुखाकर 4-4 ग्राम की पुडिया बना लें।।

 

मात्रा : सुबह-शाम पानी के साथ 1-1 पुडिया लें।

 

लाभ : यह योग रक्त विकार दूर करके चर्म रोगों को नष्ट करने की एक अत्यंत विश्वसनीय, सफल सिद्ध और श्रेष्ठ औषधि है। त्वचा में खुजली पैदा करने वाले कीटाणुओं को पोषण मिलना बन्द करने में इस योग का जवाब नहीं। पोषण मिलना बंद होने पर इन कीटाणुओं का बल घटते-घटते समाप्त हो जाता है और व्याधि का शमन हो जाता है। एक्जीमा सूखा हो या गीला, इसके लगातार सेवन से ठीक हो जाता है।

 

दूषित विष के उपद्रव स्वरूप उत्पन्न होने वाले कुष्ठ, पाचन विकार से या फिरंग रोग से उत्पन्न होने वाले कुष्ठ के अलावा भंगदर, श्लीपद, वातरक्त, नाड़ी व्रण, प्रमेह, रक्त विकार, सिर दर्द, मेदवृद्धि (मोटापा) आदि अनेक ऐसी व्याधियों को यह दवा ठीक करने में सफल सिद्ध हुई है, जिनके नाम भी आम व्यक्ति ने सुने न होंगे।

 

*फेफड़ों को स्वस्थ रखना है? तो रोज खाएं ये 5 चीजें* 

 

1 विटामिन सी से भरपूर आहार : खट्टे फल जैसे- संतरा, नींबू, टमाटर, कीवी, स्ट्रॉबेरी, अंगूर, अनानास, आम आदि में भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है। ‘विटामिन सी’ से भरपूर आहार का सेवन करने से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं। ‘विटामिन सी’ से भरपूर आहार में एंटीऑक्सीडेंट होते है, जो सांस लेने के बाद ऑक्सीजन को सभी अंगों तक पहुंचाने में मदद करते है।

 2 लहसुन का सेवन :लहसुन का सेवन कफ को खत्म करने में सहायक होता है और अगर खाना खाने के बाद लहसुन खाया जाए तो ये छाती को साफ रखता है। लहसुन में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं जो संक्रमण से लड़ते हैं और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

 3 लाइकोपेन युक्त आहार का सेवन :ऐसे आहार का सेवन करें जो लाइकोपेन युक्त हो जैसे टमाटर, गाजर, तरबूज, पपीता, शकरकंद और हरी सब्जियां। 

 4 मुनक्का का सेवन :रोजाना भिगे हुए मुनक्का का सेवन करने से भी फेफड़े मजबूत होते हैं और बीमारियों से लड़ने की उनकी क्षमता बढ़ती है।

 5 तुलसी की पत्तियों का सेवन:अगर फेफड़ों में कफ जमा हो तो इसे खत्म करने के लिए तुलसी के सूखे पत्ते, कत्थान, कपूर और इलायची को बराबर मात्रा में पीस लें। अब इसमें नौ गुना चीनी मिलाकर पीस लें। इस मिश्रण को चुटकी भर दिन में दो बार खाएं। इससे फेफड़ों में जमा कफ खत्म होने में मदद मिलती है।

 सफ़ेद दाग : आयुर्वेदिक कारगर उपाए

 

सबसे पहली बात विरुद्ध आहार छोड़ दो ( सब्जी-रोटी खाये और ऊपर से थोड़ी देर बाद दूध पी लिया, दूध पिया है फिर थोड़ी देर बाद कुछ खा लिया नमक मिर्च वाला )

 

सफेद दाग का ईलाज :

 

एक मुट्ठी काले चने, 125 मिली पानी में डाल दे सुबह 8-9 बजे डाल दे। उसमे 10 ग्राम त्रिफला चूर्ण डाल दे, 24 घंटे उसको ढक कर रखे। 24 घंटे बाद वो छाने जितना खा सके चबाकर के खाये। सफ़ेद दाग जल्दी मिटेंगें

 

*शरीर का विषैला तत्व (Toxic) बाहर निकलने से न रोकें जैसे- मल, मूत्र, पसीने पर डीयो न लगायें।

 

*मिठाई, रबडी, दूध व दही का एक साथ सेवन न करें।

*गरिष्ठ भोजन न करें जैसे उडद की दाल, मांस व मछली।

*भोजन में खटाई, तेल मिर्च,गुड का सेवन न करें।

*अधिक नमक का प्रयोग न करें।

*ये रोग कई बार वंशानुगत भी होता है।

*रोज बथुआ की सब्जी खायें, बथुआ उबाल कर उसके पानी से सफेद दाग को धोयें कच्चे बथुआ का रस दो कप निकाल कर आधा कप तिल का तेल मिलाकर धीमी आंच पर पकायें जब सिर्फ तेल रह जाये तब उतार कर शीशी में भर लें। इसे लगातार लगाते रहें । ठीक होगा धैर्य की जरूरत है।

*अखरोट खूब खायें। इसके खाने से शरीर के विषैले तत्वों का नाश होता है। अखरोट का पेड़ अपने आसपास की जमीन को काली कर देती है ये तो त्वचा है। अखरोट खाते रहिये लाभ होगा।

*रिजका (Alfalfa) सौ ग्राम, रिजका सौ ग्रा ककडी का रस मिलाकर पियें दाद ठीक होगा।

*लहसुन के रस में हरड घिसकर लेप करें तथा लहसुन का सेवन भी करते रहने से दाग मिट जाता है।

*लहसुन के रस में हरड को घिसकर कर लेप करें साथ साथ सेवन भी करें।

*पानी में भीगी हुई उडद की दाल पीसकर सफेद दाग पर चार माह तक लगाने से दाद ठीक हो जायेगा।

 

*तुलसी का तेल बनायें, जड़ सहित एक हरा भरा तुलसी का पौधा लायें, धोकर कूटपीस लें रस निकाल लें। आधा लीटर पानी आधा किलो सरसों का तेल डाल कर पकायें हल्की आंच पर सिर्फ तेल बच जाने पर छानकर शीशी में भर लें। ये तेल बन गया अब इसे सफेद दाग पर लगायें।

*नीम की पत्ती, फूल, निंबोली, सुखाकर पीस लें प्रतिदिन फंकी लें।सफेद दाग के लिये नीम एक वरदान है। कुष्ठ जैसे रोग का इलाज नीम से सर्व सुलभ है। कोई बी सफेद दाग वाला व्यक्ति नीम तले जितना रहेगा उतना ही फायदा होगा नीम खायें, नीम लगायें ,नीम के नीचे सोये ,नीम को बिछाकर सोयें, पत्ते सूखने पर बदल दें। पत्ते,फल निम्बोली,छाल किसी का भी रस लगायें वएक च. पियेंभी।जरूर फायदा होगा कारण नीम खु में एक एंटीबायोटिक है।ये अपने आसपास का वातावरण स्वच्छ रखता है। इसकी पत्तियों को जलाकर पीस कर उसकी राख इसी नीम के तेल में मिलाकर घाव पर लेप करते रहें। नीम की पत्ती, निम्बोली ,फूल पीसकर चालीस दिन तक शरबत पियें तो सफेद दाग से मुक्ति मिल जायेगी। नीम की गोंद को नीम के ही रस में पीस कर मिलाकर पियें तो गलने वाला कुष्ठ रोग भी ठीक हो सकता है।

🙏आज का विचार 🙏*.  

*जिस व्यक्ति को यह याद रहता है कि मै इस दुनिया में यात्री हूँ और एक दिन मुझे जाना है तो वह सबसे मिलकर चलता है और खुश रहता है । जिन्दगी का सफर पूरा होने की स्मृति उसे देह और इन्द्रियों से न्यारा कर देती है । ऐसा व्यक्ति अपने मूल अस्तित्व के करीब आता है अर्थात आत्म स्वरूप को पहचानकर उसमें टिका रहता है । वह अपने में रमण करते हुए , अपने से बातें करता है और अपने आपके साथ ही असीम तृप्ति महसूस करता है । ऐसे व्यक्ति को कहते है आत्मनिर्भर ।* 

     *परनिर्भर अपनी ताकत को नही पहचानता और दूसरों से सहयोग की अपेक्षा रखता है परन्तु दूसरे भी तो उसी की तरह खाली है । जब चाहत पूरी नही होती तो खुशी गायब हो जाती है ।* 

*व्यक्ति अपने भावनाओं में पहले स्व-निर्भर बने ।* 

*अपने आपसे सब कुछ लेना सिखे , शेअर करना सीखे ,* *इसको कहते है स्वतन्त्रता ।* *नही तो वह परतन्त्र है ।*   

     *•🌺कृष्णमय शु-प्रभात🌺•*  

    *🌿🔔जय भोले नाथ🔔🌿*

 *# गुप्त सम्राट चंदगुप्त विक्रमादित्य द्वारा स्थापित महरौली का लौह स्तंभ #* 🙏🏻🇮🇳🚩👆🏻

 दिल्ली में महरौली में विष्णु स्तम्भ (कुतुब मीनार टॉवर) के पास, शुद्ध लोहे से बना एक स्तंभ है। इसमें 99.72% लोहा, शेष 0.28% अन्य धातुएं हैं। इसकी काली-नीली सतह पर, आप जंग के केवल कुछ ही स्थानों पर कठिनाई से देख सकते हैं। यह स्तंभ महान गुप्त सम्राट चंदगुप्त विक्रमादित्य दितीय ने अपनी शकों पर विजय के उपलक्ष्य में स्थापित किया था। इस लौह स्तंभ में आज 1500 डेढ हजार वर्ष बीत जाने के बाद भी जंग नहीं लगी है यह लौह स्तंभ गुप्तकाल में हुए वैज्ञानिक अनुसंधान और प्रगति का घोतक है। 

इस कोलोसस का वजन 6.8 टन है। निचला व्यास 41.6 सेमी है, शीर्ष पर यह 30 सेमी तक बढ़ता है। स्तंभ की ऊंचाई 7.5 मीटर है। आश्चर्यजनक बात यह है कि वर्तमान में धातु विज्ञान में शुद्ध लोहे का निर्माण एक बहुत ही जटिल विधि और कम मात्रा में होता है, लेकिन लोहा इतनी शुद्धता का होना आज के युग में असम्भव है। 

इस अद्भुत स्तंभ की तकनीकी को आधुनिक युग में प्राप्त करना असंभव है। 🙏🏻🇮🇳🚩👆🏻