आज का पंचाग आपका राशि फल, उत्तराखंड में हिमाचल की भांति भू कानून और मूल निवास की मांग तेज, हिन्दू एक मरती हुई नस्ल

‌‌   *𝕝𝕝 卐 𝕝𝕝**श्री हरिहरौ**विजयतेतराम*

*सुप्रभातम*
*आज का पञ्चाङ्ग*
*_शुक्रवार, २१ जुलाई २०२३_*
*═══════⊰⧱⊱═══════*

सूर्योदय: 🌄 ०५:४९
सूर्यास्त: 🌅 ०७:१७
चन्द्रोदय: 🌝 ०८:२३
चन्द्रास्त: 🌜२१:४२
अयन 🌖 दक्षिणायणे
(उत्तरगोलीय)
ऋतु: ⛈️ वर्षा
शक सम्वत:👉१९४५(शोभकृत)
विक्रम सम्वत:👉२०८०(पिंगल)
मास👉श्रावण (प्रथम, अधिक)
पक्ष 👉 शुक्ल
तिथि 👉 तृतीया (०६:५८
से चतुर्थी)
नक्षत्र 👉 मघा (१३:५८ से
पूर्वाफाल्गुनी)
योग 👉 व्यतीपात (१२:२४
से वरीयान)
प्रथम करण👉गर(०६:५८ तक)
द्वितीय करण 👉 वणिज
(२०:१२ तक)
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॥ गोचर ग्रहा: ॥
🌖🌗🌖🌗
सूर्य 🌟 कर्क
चंद्र 🌟 सिंह
मंगल🌟सिंह(उदित,पश्चिम,मार्गी)
बुध🌟कर्क (उदय, पश्चिम, मार्गी)
गुरु🌟मेष (उदित, पश्चिम, मार्गी)
शुक्र🌟सिंह (उदित, पश्चिम)
शनि🌟कुम्भ
(उदित, पूर्व, वक्री)
राहु 🌟 मेष
केतु 🌟 तुला
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शुभाशुभ मुहूर्त विचार
⏳⏲⏳⏲⏳⏲⏳
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अभिजित मुहूर्त 👉 ११:५५ से १२:५१
अमृत काल 👉 ११:१६ से १३:०४
रवियोग 👉 १३:५८ से ०५:२९
विजय मुहूर्त 👉 १४:४१ से १५:३६
गोधूलि मुहूर्त 👉 १९:१६ से १९:३७
सायाह्न सन्ध्या 👉 १९:१७ से २०:१९
निशिता मुहूर्त 👉 ००:०३ से ००:४४
राहुकाल 👉 १०:४० से १२:२३
राहुवास 👉 दक्षिण-पूर्व
यमगण्ड 👉 १५:५० से १७:३४
होमाहुति 👉 सूर्य (१३:५८ से बुध)
दिशाशूल 👉 पश्चिम
अग्निवास 👉 पाताल (०६:५८ से पृथ्वी)
भद्रावास 👉 मृत्यु (२०:१२ से)
चन्द्रवास 👉 पूर्व
शिववास 👉 सभा में (०६:५८ से क्रीड़ा में)
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☄चौघड़िया विचार☄
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॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – चर २ – लाभ
३ – अमृत ४ – काल
५ – शुभ ६ – रोग
७ – उद्वेग ८ – चर
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – रोग २ – काल
३ – लाभ ४ – उद्वेग
५ – शुभ ६ – अमृत
७ – चर ८ – रोग
नोट– दिन और रात्रि के चौघड़िया का आरंभ क्रमशः सूर्योदय और सूर्यास्त से होता है। प्रत्येक चौघड़िए की अवधि डेढ़ घंटा होती है।
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शुभ यात्रा दिशा
🚌🚈🚗⛵🛫
पूर्व-उत्तर (दहीलस्सी अथवा राई का सेवन कर यात्रा करें)
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तिथि विशेष
🗓📆🗓📆
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विनायक चतुर्थी, वाहन क्रय-विक्रय मुहूर्त प्रातः ०९:१० से १०:५३ तक आदि।
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आज जन्मे शिशुओं का नामकरण
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आज १३:५८ तक जन्मे शिशुओ का नाम मघा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरण अनुसार क्रमशः (मू, मे) नामक्षर से तथा इसके बाद जन्मे शिशुओ का नाम पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरण अनुसार क्रमशः (मो, टा, टी) नामक्षर से रखना शास्त्रसम्मत है।
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उदय-लग्न मुहूर्त
कर्क – ०५:१४ से ०७:३६
सिंह – ०७:३६ से ०९:५५
कन्या – ०९:५५ से १२:१२
तुला – १२:१२ से १४:३३
वृश्चिक – १४:३३ से १६:५३
धनु – १६:५३ से १८:५६
मकर – १८:५६ से २०:३७
कुम्भ – २०:३७ से २२:०३
मीन – २२:०३ से २३:२७
मेष – २३:२७ से ०१:००
वृषभ – ०१:०० से ०२:५५
मिथुन – ०२:५५ से ०५:१०
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पञ्चक रहित मुहूर्त
शुभ मुहूर्त – ०५:२९ से ०६:५८
चोर पञ्चक – ०६:५८ से ०७:३६
शुभ मुहूर्त – ०७:३६ से ०९:५५
रोग पञ्चक – ०९:५५ से १२:१२
शुभ मुहूर्त – १२:१२ से १३:५८
मृत्यु पञ्चक – १३:५८ से १४:३३
अग्नि पञ्चक – १४:३३ से १६:५३
शुभ मुहूर्त – १६:५३ से १८:५६
रज पञ्चक – १८:५६ से २०:३७
शुभ मुहूर्त – २०:३७ से २२:०३
चोर पञ्चक – २२:०३ से २३:२७
रज पञ्चक – २३:२७ से ०१:००
शुभ मुहूर्त – ०१:०० से ०२:५५
चोर पञ्चक – ०२:५५ से ०५:१०
शुभ मुहूर्त – ०५:१० से ०५:२९
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आज का राशिफल
🐐🐂💏💮🐅👩
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मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
आप गृहस्थ जीवन और दांपत्यजीवन में सुख- शांति का अनुभव करेंगे। पारिवारिक सदस्यों और निकटस्थ दोस्तों के साथ उत्तम स्थान की यात्रा स्वादिष्ट भोजन करने का अवसर मिलेगा। एकाध छोटे से प्रवास का आयोजन भी होने की संभावना है। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। नये पुराने कार्य से धन लाभ होगा। दूर बसने वाले स्नेहीजनों का समाचार आपको खुश करेगा। भागीदारी में लाभ तथा सार्वजनिक जीवन में आपको मान- सम्मान की प्राप्ति होगी। सेहत मध्यान के आस पास नरम हो सकती है।

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आज के दिन आपको जिद्दी व्यवहार छोड़कर समाधानपूर्ण व्यवहार रखने की जरूरत है। आज आप जिस भी बात को पकड़ लेंगे उसे मनवाकर ही छोड़ेंगे चाहे उससे घर अथवा बाहर वालो को समस्या ही क्यों ना हो साथ मे आपकी अनियंत्रित वाणी किसी से भी मनमुटाव करा सकती है। कार्य क्षेत्र पर दुविधा में फंसा मन आपको कोई ठोस निर्णय पर नहीं आने देगा। जिसके परिणाम स्वरूप लाभ होते होते हाथ से निकल सकता है। महत्त्वपूर्ण निर्णय आज न ले। स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
आज दिन के आरम्भ से ही नकारात्मक विचार मन पर हावी न हो जाएं इसका ख्याल रखने की आवश्यकता है।मानसिक अस्वस्थता आपको परेशान कर सकती है। स्वास्थ्य के सम्बंध में भी कुछ न कुछ शिकायत रहेगी। नौकरी में उच्च अधिकारियों के साथ सावधानीपूर्वक कार्य करें अन्यथा भविष्य में मिलने वाले लाभों से वंचित भी रह सकते है। संतानों की समस्याएँ आपको चिंतित करेंगे। प्रतिस्पर्धी अपनी चाल में सफल होंगे। आज महत्त्वपूर्ण निर्णय न ले। धन की आमद और खर्च बराबर रहेंगे।

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
आज के दिन आप कुछ नया करने का प्रयास करेंगे लेकिन कार्य के आरंभ में ही नकारात्मक विचार हताशा पैदा करेंगे। धन लाभ आवश्यकता अनुसार होगा। आज प्रातः से मध्याह्न तक शारीरिक और मानसिक रूप से अस्वस्थता अनुभव करेंगे। माता- पिता के साथ मतभेद होगा अथवा उनका स्वास्थ्य खराब हो सकता है। जमीन, मकान तथा वाहन आदि दस्तावेज करने में सावधानी रखें धोखा होने की संभावना है। जलाशय अथवा ऊंचाई वाले स्थानों पर जाने से बचें। भावनात्मकता के प्रवाह में न बहें ।

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
आजके दिन आप तन-मन से खुश और प्रफुल्लित रहेंगे। कुटुंबीजनों और मित्रों के साथ उत्तम भोजन प्रवास या मिलन- मुलाकात का अवसर आएगा। जीवनसाथी के साथ गाढ़ी आत्मीयता रहने से भविष्य की चिंता नही करेंगे। कार्य क्षेत्र पर दिन के आरंभ से मध्याह्न तक मेहनत ज्यादा करनी पड़ेगी इसके बदले संध्या के आसपास आशानुकूल आर्थिक लाभ होगा। किसी शुभ कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिये बाहर जाना पड़ सकता है। मित्र परिचितों से आनंददायक समाचार प्राप्त होगा।

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
दिन का आरंभ चिंता और उद्वेग के साथ होगा। साथ-साथ स्वास्थ्य की शिकायत भी रहेगी सर अथवा बदन दर्द से शुरुआत होकर पूरे शरीर को शिथिल करेगी। नए कार्य शुरू करने के लिए दिन अच्छा नहीं है। आकस्मिक धन खर्च होगा। अत्यधिक कामुकता आपके मानभंग का कारण न बने इसका ध्यान रखें। छोटी मोटी यात्रा- प्रवास के योग है लेकिन इसमें कठिनाई आएगी। आज किसी के बहकावे में ना आये अपना विवेक लगाए। घरेलू वातावरण आपकी आशा के विपरीत रहेगा।

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
आज का दिन आपके लिये बेहतर रहने वाला है आज सामाजिक क्षेत्र हो अथवा नौकरी- धंधा या अन्य क्षेत्रों में आज के दिन से कुछ न कुछ लाभ अवश्य उठाएंगे, मित्रों, सगे- सम्बंधियों के साथ किसी मनोहर स्थान पर जाने से मानसिक तनाव में कमी आएगी। किसी परिचित के मागंलिक प्रसंगों में उपस्थित हो सकते है। स्त्री मित्रों तथा पत्नी और पुत्र से लाभ अथवा शुभ समाचार प्राप्त होगा। विवाहोत्सुक युवक- युवतियों की वैवाहिक समस्या कुछ हद तक हल होगी। सेहत का ख्याल रखे चोटादि से कष्ट होने के योग भी है। धन लाभ आशाजनक हो जाएगा।

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
आज के दिन आपके अधिकांश कार्य निर्विघ्न पूरे होंगे, जिससे आप खुश रहेंगे। नौकरी- व्यवसायिक स्थल पर परिस्थिति आपके अनुकूल रहेगी सोचे समझे कार्य में सफलता मिलेगी। बुजुर्गों और उच्च पदाधिकारियों की कृपादृष्टि रहने के कारण आप मानसिक रूप से किसी भी प्रकार के बोझ से मुक्त होंगे। गृहस्थ जीवन में आनंद रहेगा। धन प्राप्ति और पदोन्नति का योग है। संध्या का समय तनाव और थकान वाला रहेगा मनोरंजन के साधन तलाशेंगे। आज भावनाओ में बहकर किसी से भी मन की बात ना बताये अन्यथा आगे के लिये परेशानी खड़ी हो सकती है।

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
आज आप सांसारिक विषय में कम रुचि रखकर आध्यात्मिकता की तरफ मुड़ेंगे। गूढ़ रहस्यमय विद्याओं की तरफ विशेष आकर्षण रहेगा। गहरे चिंतन- मनन आपको अलौकिक अनुभूति कराएंगे। लेकिन आज आपके अंदर अहम भावना भी रहेगी किसी की मामूली बात को भी सहन नही कर पाएंगे। आज वाणी पर संयम रखने से बहुत-सी गलतफहमियों से बच सकेंगे। कार्य क्षेत्र अथवा अन्य साधनों से अचानक धन लाभ होगा। नए कार्यों का प्रारंभ आज न करें। सेहत उत्तम रहेगी।

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
आज का आधा भाग दिन आपके लिए थोड़ा कष्टदायक रहेगा पूर्व में बरती लापरवाही अथवा वाहन चलाने में असावधानी के चलते शारीरिक कष्ट हो सकता है। बार बार प्रयास करने के बाद भी कार्य न बनने के कारण मानसिक रूप से भी आप परेशान रहेंगे। क्रोध पर अंकुश रखना पड़ेगा। अधिक खर्च होने से पैसे की तंगी रहेगी।दोपहर के बाद स्थित में काफी बदलाव आएगा धन की आमद किसी न किसी रूप में होगी लेकिन शारीरिक-पारिवारिक समस्या के चलते आज प्रसन्नता के अवसर मुश्किल से ही मिलेंगे।

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
आज आपके कुछ दिनों से रुके अधूरे कार्य पूरे होंगे तथा कार्य में सफलता और यश की प्राप्ति होगी। घर में शांति और आनंद का वातावरण आपके मन को प्रसन्न रखेगा। मित्र रिश्तेदारों से भी आज मधुर संबंध रहेंगे। स्वास्थ्य बना रहेगा। कार्य व्यवसाय में आपकी युक्ति काम आएगी। आर्थिक लाभ आशा से कम लेकिन अवश्य होगा। ऑफिस में संघर्ष या मनमुटाव के अवसर आ सकते हैं। इससे सावधान रहना आवश्यक है। कही सुनी बातो पर यकीन ना करें।

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
आज कोई भी अविचारी कदम उठाने से बचे। हालांकि आज जिस भी कार्य को करेंगे देर-अबेर उसमें सफलता तो आपको मिलेगी ही। प्रतिस्पर्धियों को भी आप परास्त कर सकेंगे। भाई बंधुओं और पड़ोसियों के साथ खूब अच्छे सम्बंध रहेंगे लेकिन ज्यादा स्नेह भी आज कलह का कारण बन सकता है इसका ध्यान रखें। कार्य क्षेत्र से आर्थिक लाभ भी होंगे। परिवार जनों का सहयोग कम मिलेगा लेकिन आज सार्वजनिक मान-सम्मान मिलेगा। चित्त में प्रसन्नता रहेगी। सेहत में थोडी नरमी रहने पर भी परवाह नही करेंगे।
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मातृशक्ति के संज्ञानार्थ…9 नवंबर 2000 को राज्य बना.. 2000 में अंतरिम सरकार बनी 2002 में पहली चुनी हुई सरकार बनी जिसके मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी बने.. 2004 में तिवारी जी upzlra 1950 की धारा 154 में संसोधन कर 500 वर्ग मीटर बाहरी व्यक्तियों के लिए खोला तब भी कोई आवाज़ हमने नहीं सुनी किसी भी संगठन की.. ना किसी संगठन की भू-क़ानून को लेकर कोई समाचार पढ़ा.. फिर 2007 खंडूरी सरकार नया अध्यादेश लायी प्रति व्यक्ति 250 वर्ग मीटर उस समय भी कोई आवाज नहीं आयी किसी भी संगठन से क्योंकि 2000 से लेकर अभी तक कुछ संगठन अपना चिन्हिकरण कराने और नौकरी मागने में व्यस्त थे.. 2012-17 तक फिर कांग्रेस सरकार आयी उस समय भी हमने किसी संगठन से आवाज़ नहीं सुनी.. 2016 से भू-अध्यादेश अधिनियम अभियान उत्तराखंड यानी हमने छोटे-छोटे सेमिनार करना शुरू किया था.. और भू-क़ानून के लिए जनता के बीच जाकर माहौल बनाना शुरू किया.. एक सेमिनार हमने हिंदी भवन में भी किया जिस में राज्य आंदोलनकारी मंच के पदाधिकारी भी सामिल हुए और इन सबने कहाँ ये मुद्दा अच्छा हैं हम तुम्हारे साथ हैं.. हमारे पास सारे सबूत हैं वीडियो व फोटोज भी हैं.. 2018 में त्रिवेंद्र सरकार ने ज़ब पूरी भूमि को तस्तरी रखकर बाहरी लोगों के लिए जमीनों को खोल दिया तो.. तब से हम लगातार *हिमाचल की तर्ज़ पर हो भू-क़ानून* की मांग के लिए संघर्षरत हैं.. अब कुछ संगठन जो पिछले 23 सालों से अपनी कोई भी मांग को सफल नहीं कर पाये तो उनको लगता हैं की आखिर भू-क़ानून की मांग कैसे सफल हो रही हैं.. क्यों नहीं यही हाथ डालकर अपनी असफलता को छुपाया जाय.. ये संगठन कही भी अगर सम्मिलित होते हैं तो सरकार कोई भी सरकार वो काम करती ही नहीं हैं यानी वह मांग खटाई में पड़ जाती हैं.. क्योंकि ये साल में एक बार सड़क पर उतर कर केवल अपने निजीस्वार्थ को सिद्ध करने में लगे रहते हैं.. इनके थैले में कई कई मुद्दे रहते हैं और हर समय स्वार्थपरक मुद्दे को सिद्ध करने के लिए दूसरों द्वारा सफल अभियान में घुसकर उसे भी खटाई में डालने की कोशिश करते हैं…

भू-अध्यादेश अधिनियम अभियान का पहला व एकमात्र मुद्दा हैं *हिमाचल की तर्ज़ पर हो भू-क़ानून* जिसमें हम 75% अभी तक सरकार के साथ समन्वय बनाकर सफल हो गये हैं.. 2 अध्यादेश सरकार ने पारित कर दिए हैं और मानसून विधानसभा सत्र में अधिनियम(भू-क़ानून) भी पास हो जायेगा.. तब तक हम सरकार को समय देंगे।
मणिपुर का आज, कहीं उत्तराखंड का कल न बन जाये।। समय रहते चेत जायें उत्तराखंडी।
#मूलनिवास1950 , #अनुच्छेद371 , #इनरलाइनपरमिट… 🙏(साभार-शोशल मीडिया) 
साल 1914 में यूएन मुखर्जी ने एक छोटी सी पुस्तक लिखी, 
नाम था… 
#हिन्दू – एक मरती हुई नस्ल’!!!*
 सोचिए 108 साल पहले,
उन्हें पता था!!
** 1911 की जनगणना को देखकर ही 1914 में मुखर्जी ने पाकिस्तान बनने की भविष्यवाणी कर दी।
** उस समय संघ नहीं था, 
सावरकर नहीं थे,हिन्दू महासभा नहीं थी।
** तब भी मुखर्जी ने वो देख लिया जो पिछले 100 सालों में एक दर्जन नरसंहार और एक तिहाई भूमि से हिन्दू विलुप्त करा देने के बाद भी राजनैतिक विचारधारा  वाले सेक्युलर हिन्दू नहीं देख पा रहे।
** इस किताब के छपते ही सुप्तावस्था से कुछ हिन्दू जगे।
अगले साल 1915 में पं मदन मोहन मालवीय जी के नेतृत्व में हिन्दू महासभा का गठन हुआ। 
आर्य समाज ने शुद्धि आंदोलन शुरू किया जो…..
   एक मुस्लिम द्वारा स्वामी श्रद्धानंद की हत्या के साथ समाप्त हो गया।
** 1925 में हिन्दुओं को संगठित करने के उद्देश्य से संघ बना। 
** लेकिन ये सारे मिलकर भी वो नहीं रोक पाए जो यूएन मुखर्जी 1915 में ही देख लिया था। 
** गांधीवादी अहिंसा ने इस्लामिक कट्टरवाद के साथ मिलकर मानव इतिहास के सबसे बड़े नरसंहार को जन्म दिया और काबुल से लेकर ढाका तक हिन्दू शरीयत के राज में समाप्त हो गए।
      
** जो बची भूमि हिन्दुओं को मिली वो हिन्दुओं के लिए मॉडर्न संविधान के आधार पर थी और मुसलमानों के लिए….. 
  शरीयत की छूट, 
  धर्मांतरण की छूट, 
  चार शादी की छूट, 
  अलग पर्सनल लॉ की छूट, 
  हिन्दू तीर्थों पर कब्जे की छूट,
सब कुछ स्टैंड बाय में है। 
** हिन्दू एक बच्चे पर आ गए हैं, 
वहां आज भी आबादी बढ़ाना शरीयत है।
** जो लोग इसे केवल राजनीति समझते हैं उन्हें एक बार इस स्थिति की गंभीरता का अंदाजा लगाना चाहिए 2015 में 1915 से क्या बदला है? 
** आज भी साल के अंत में वो अपना नफा गिनते हैं,
हम अपना नुकसान।
** हमें आज भी अपने भविष्य के संदर्भ में कोई जानकारी नहीं है। 
** आज भी संयुक्त इस्लामिक जगत हम पर दबाव बनाए हुए हैं कि हम अपने तीर्थों पर कब्जा सहन करें, लेकिन उपहास और अपमान की स्थिति में उसी भाषा में पलटकर जवाब भी न दें।
** मराठों ने बीच में आकर 100-200 साल के लिए स्थिति को रोक दिया जिससे हमें थोड़ा और समय मिल गया है लेकिन ये संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है।
** अपने बच्चों को देखिए आप उन्हें कैसा भविष्य देना चाहते हैं।
मरती हुई हिन्दू नस्ल जैसा कि 1915 में यूएन मुखर्जी लिख गए थे।
** अपने समय का एक समय,
अपनी कमाई का एक हिस्सा,
बिना किसी स्वार्थ के हिन्दू जनजागरण में लगाइये, 
अगर ये कोई भी दूसरा नहीं कर रहा तो खुद करिए। 
** नहीं तो…. आपके बच्चे अरबी मानसिकता के गुलाम, चौथी बीवी या  फिदायन हमलावर बनेंगे और इसके लिए सिर्फ आप जिम्मेदार होंगे। 
#Hindu dying race नहीं है,
हम सनातन हैं।
** और ये आखिरी सदी है,
जब हम लड़ सकते हैं।
इसके बाद हमारे पास भागने के लिए कोई जगह नहीं है।
** बेशर्मी और निर्लज्जता की हद देखिए…..
** एक हिन्दू महिला ( नुपुर शर्मा ) के विरुद्ध लगातार आग उगल रहे हैं, जान से मारने के फतवे दे रहे हैं, बलात्कार की धमकी दे रहे हैं और ये हाल तब है जब ये मात्र 25% है **
** गम्भीरता से सोचिए…… 
आपके सामने आपकी महिला को कट्टरपंथी खुलेआम गर्दन काटने, बलात्कार की धमकी दे रहे हैं, पोस्टर चिपका रहे हैं, जहां आप बाहुल्य समाज हैं.
** उनका दुस्साहस देखिए आपके इलाके में जाकर आपकी महिला के विरुद्ध प्रदर्शन में आपकी दुकानें बंद करवाने पहुंच गए. नही माने तो पत्थरबाज़ी कर दंगा कर दिया। **
** ये हाल तब है जब वे 20 दिनों से लगातार फव्वारा चिल्ला रहे हैं।
** यहां मसला केवल एक महिला का नही बल्कि गर्दन काटने को उतारू उस कट्टरपंथ मानसिकता का है, जिसका प्रतिकार बहुत आवश्यक है।
** समय रहते इसे बढ़ने से रोकना बहुत आवश्यक है, वरना देश जंगलराज हो जाएगा।
** इसे यही रोकिये, हल्के में मत लीजिए। **
** मानवता वाली भूमि को रेगिस्तान बनने से रोक लीजिए….
** आप घिर चुके हैं……
** ठीक उसी प्रकार जैसे….
   शतरंज मे राजा को प्यादे,
   जंगल मे शेर को भेड़िए,
   और चक्रव्यूह में अभिमन्यु…….
** शरजील इमाम ने “चिकेन नेक” की बात की, आप जानते हैं हर शहर का एक चिकन नेक होता है! हर बाजार का एक चिकेन नेक होता है, और सभी चिकन नेक पर उनका कब्जा है।
** आप अपने शहर के मार्केट निकल जाइए अपना लैपटाप बनवाने मोबाईल बनवाने या कपड़े सिलवाने आप को अंदाजा नही है कि चुपचाप “बिजनेस जिहाद” कितना हावी हो चुका है।
** गुजरात का जामनगर हो, लखनऊ का हजरतगंज, मुम्बई का हाजी अली, गोरखपुर का हिंदी बाजार या दिल्ली का करोलबाग “चेक मेट” हो चुके हैं, 
अब हर जगह इनका कब्जा हो चुका है!
 
** उतने जमीन पर आप के मंदिर नही हैं जितनी जमीनें उनके पास “कब्रिस्तान” के नाम पर रसूल की हो चुकी हैं! 
  एक दर्जी की दुकान पर सिलाई करने वाले सभी उनके हम-मजहब है, चैन से लगायत बटन तक के सप्लायर नमाजी हैं! ढाबे उनके, होटल उनके, ट्रांसपोर्ट का बड़ा कारोबार हो या ओला उबर का ड्राइवर सब जुमा वाले हैं। एमेझोन,स्विगी होम डिलीवरी मेन और डी.पी.एस. स्कूल के  ड्राईवर सभी विधर्मी हैं
** आप शहर में चंदन जनेऊ ढूढते रहिए नहीं पाएंगे, वहीं हर चौराहे पर एक कसाई बैठा है।
** घिर चुके हैं आप !
** उपाय इसका इतना आसान नही है, गहराई से काम करना होगा, अपनी दुकानें बनानी होंगी, अपना भाई हर जगह बैठाना होगा।
** वरना #गजवा_ए_हिंद चुपचाप पसार चुका है अपना पांव, बस घोषणा होनी बाकी है।
** शेर दहाड़ते ही रह गया, भेड़िए जंगल पर कब्ज़ा बना कर बैठ चुके हैं।
** आँखे बंद करिए और ध्यान दीजिए हर जगह आप को नारा ए तकबील “अल्लाहु अकबर”!! सुनाई देगा……
** और अगर नहीं सुनाई दे रहा है तो मुगालते मे हैं आप।
** बस एक जवाब लिख दीजिए… और बता दीजिए कि “कब जागेंगे आप”??
कब तक सेकुलर का चोला ओढ़े रहेंगे..?
**हिंदू एक मरती नस्ल ** शेयर अवश्य करें 
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